# तीसरे दिन इसका साधारण अर्थ यह है कि “दो दिन के बाद”। # आग में जला दिया इस से यह सपष्ट होता है कि “उस व्यक्ति को इसे जला देना चाहिए”। # और उसके मेलबलि के माँस में से यदि कुछ भी तीसरे दिन खाया जाए इस से यह सपष्ट किया गया है कि अगर कोई व्यक्ति मन की शांति के लिए तीसरे दिन भी भेंट को खाता है। # तो वह ग्रहण न किया जाएगा इस से यह सपष्ट किया गया है कि “यहोवा ने उसे स्वीकार नहीं किया”। # ग्रहण न किया जाएगा, और न उसके हित में गिना जाएगा इस से यह सपष्ट होता है कि परमेश्‍वर यहोवा ना ही उन की भेंटो को सम्मान देगा। # उसी के सिर पर पड़ेगा जिस व्यक्ति ने जो पाप किया है वह उसके लिए जिम्मेवार है और वह शारीरिक रुप से इसका पूर्ण करेगा।