bfb-x-pauribarel_mrk_text_reg/06/01.txt

1 line
1.3 KiB
Plaintext

\c 6 \v 1 चेहरी दोखू निकवीन च्यु तेरा देसमा आव्यू, एने तेरा चेला तेर फसव चालपड्या! \p \v 2 आरामन, दिह चेहरी आराध‌नालयमा जायीन वात कयणे बाजयूहु , एने होंवटा माणहे होंबविन बंगलाया , एने कयणे बाजगया के “ एनाहा यी वात काहरी दोखी आववणे होंड गयी, एने चेहरी इनाहा काल्लु अडी अकल से च्यु इनाह आपलु से, एने कहल सक्तीन काम ऐर आथेन परकट अयणे बाज रयह ! \p \v 3 के यू च्युज सेके मिस्तरी निंबेकाय यू मरियमन पुरुयू , एने याकूब एने यहुदा एने शमौन एरु भायह ,? के तेरी बणहयू याहरी आपणे विसमा रयतली नी काय? इमानकरता च्या तिनान बारामा दोकू खादया!