From 6476b912770e0619bf44027b164102d16150a10b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Wed, 13 Nov 2024 15:58:25 +0530 Subject: [PATCH] Wed Nov 13 2024 15:58:25 GMT+0530 (India Standard Time) --- 01/35.txt | 2 +- 01/38.txt | 1 + manifest.json | 4 +++- 3 files changed, 5 insertions(+), 2 deletions(-) create mode 100644 01/38.txt diff --git a/01/35.txt b/01/35.txt index 41dd8c6..5bf1547 100644 --- a/01/35.txt +++ b/01/35.txt @@ -1 +1 @@ -\v 35 \v 36 \v 37 35 और भोर को दिन निकलने से बहुत पहले, वह उठकर निकला, और एक जंगली स्थान में गया और वहाँ प्रार्थना करने लगा। 36 तब शमौन और उसके साथी उसकी खोज में गए। \v 37 जब वह मिला, तो उससे कहा; “सब लोग तुझे ढूँढ़ रहे हैं।” \ No newline at end of file +\v 35 और भोर को दिन निकलने से बहुत पहले, वह उठकर निकला, और एक जंगली स्थान में गया और वहाँ प्रार्थना करने लगा। \v 36 तब शमौन और उसके साथी उसकी खोज में गए। \v 37 जब वह मिला, तो उससे कहा; “सब लोग तुझे ढूँढ़ रहे हैं।” \ No newline at end of file diff --git a/01/38.txt b/01/38.txt new file mode 100644 index 0000000..bfce363 --- /dev/null +++ b/01/38.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 38 यीशु ने उनसे कहा, “आओ; हम और कहीं आस-पास की बस्तियों में जाएँ, कि मैं वहाँ भी प्रचार करूँ, क्योंकि मैं इसलिए निकला हूँ।” \v 39 और वह सारे गलील में उनके आराधनालयों में जा जाकर प्रचार करता और दुष्टात्माओं को निकालता रहा। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index db2a1ae..0a864f7 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -50,6 +50,8 @@ "01-23", "01-27", "01-29", - "01-32" + "01-32", + "01-35", + "01-38" ] } \ No newline at end of file