Mon Nov 11 2024 00:33:59 GMT+0530 (India Standard Time)
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\v 25 इस कारण झूठ बोलना छोड़कर, ”हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले”, क्योंकि हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं। \v 26 ”क्रोध तो करो, पर पाप मत करो”: सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे, \v 27 और न शैतान को अवसर दो।
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\v 25 इस कारण झूठ बोलना छोड़कर, ”हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले”, क्योंकि हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं। (कुलु. 3:9, रोम. 12:5, जक. 8:16) \v 26 ”क्रोध तो करो, पर पाप मत करो”: सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे। (भज. 4:4) \v 27 और न शैतान को अवसर दो।
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