From caadcdd7e3b04d0113ebda07d763170d2b23367e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Tue, 5 Nov 2024 22:56:06 +0530 Subject: [PATCH] Tue Nov 05 2024 22:56:06 GMT+0530 (India Standard Time) --- 02/08.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/02/08.txt b/02/08.txt index 0766cc5..2812d43 100644 --- a/02/08.txt +++ b/02/08.txt @@ -1,2 +1,2 @@ -\v 8 \v 9 क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन् परमेश्‍वर का दान है; 9 और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे। \v 10 क्योंकि हम परमेश्‍वर की रचना हैं; +\v 8 \v 9 क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन् परमेश्‍वर का दान है; और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे। \v 10 क्योंकि हम परमेश्‍वर की रचना हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्‍वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया। \ No newline at end of file