From 3c0ba9698a3c4d37e03e1c67b455f181819a03d5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Vachaa Date: Wed, 6 Nov 2024 21:19:43 +0530 Subject: [PATCH] Wed Nov 06 2024 21:19:43 GMT+0530 (India Standard Time) --- 04/28.txt | 1 + manifest.json | 3 ++- 2 files changed, 3 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 04/28.txt diff --git a/04/28.txt b/04/28.txt new file mode 100644 index 0000000..8525c9c --- /dev/null +++ b/04/28.txt @@ -0,0 +1 @@ +28 चोरी करनेवाला फिर चोरी न करे, वरन् भले काम करने में अपने हाथों से परिश्रम करे, इसलिए कि जिसे ज़रुरत हो, उसे देने को उसके पास कुछ हो। 29 कोई गंदी बात तुम्हारे मुँह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही निकले जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उससे सुननेवालों पर अनुग्रह हो। 30 परमेश्‍वर के पवित्र आत्मा को शोकित मत करो, जिससे तुम पर छुटकारे के दिन के लिये छाप दी गई है। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 986df1c..a10eb99 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -70,6 +70,7 @@ "04-14", "04-17", "04-20", - "04-23" + "04-23", + "04-25" ] } \ No newline at end of file