Sat Nov 23 2024 20:29:36 GMT+0530 (India Standard Time)
This commit is contained in:
parent
6d29773af6
commit
9bcce44ca1
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 6 यदि तू भाइयों को इन बातों की सुधि दिलाता रहेगा, तो मसीह यीशु का अच्छा सेवक ठहरेगा; और विश्वास और उस अच्छे उपदेश की बातों से, जो तू मानता आया है, तेरा पालन-पोषण होता रहेगा। \v 7 पर अशुद्ध और बूढ़ियों की सी कहानियों से अलग रह; और भक्ति में खुद को प्रशिक्षित कर। \v 8 क्योंकि देह के प्रशिक्षण से कम लाभ होता है, पर भक्ति सब बातों के लिये लाभदायक है, क्योंकि इस समय के और आनेवाले जीवन की भी प्रतिज्ञा इसी के लिये है।
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 9 यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है। \v 10 क्योंकि हम परिश्रम और यत्न इसलिए करते हैं कि हमारी आशा उस जीविते परमेश्वर पर है; जो सब मनुष्यों का और विशेष रूप से विश्वासियों का उद्धारकर्ता है।
|
|
@ -0,0 +1 @@
|
|||
\v 11 इन बातों की आज्ञा देकर और सिखाता रह। \p \v 12 कोई तेरी जवानी को तुच्छ न समझने पाए; पर वचन, चाल चलन, प्रेम, विश्वास, और पवित्रता में विश्वासियों के लिये आदर्श बन जा। \v 13 जब तक मैं न आऊँ, तब तक पढ़ने और उपदेश देने और सिखाने में लौलीन रह।
|
|
@ -61,6 +61,9 @@
|
|||
"03-16",
|
||||
"04-title",
|
||||
"04-01",
|
||||
"04-03"
|
||||
"04-03",
|
||||
"04-06",
|
||||
"04-09",
|
||||
"04-11"
|
||||
]
|
||||
}
|
Loading…
Reference in New Issue