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\s प्रेम द्वारा परमेश्‍वर को जानना
\p \v 7 हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्‍वर से है और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्‍वर से जन्मा है और परमेश्‍वर को जानता है। \v 8 जो प्रेम नहीं रखता वह परमेश्‍वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्‍वर प्रेम है।