Thr_reg/61-1PE.usfm

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\h 1 Peter
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\toc2 1 Peter
\toc3 1pe
\mt 1 Peter
\c 1
पत्रुसको पहीली चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 येशू ख्रीष्टको प्रेरित पत्रुससे पोन्टस, गलातिया, कापाडोकिया, एशिया और बिथिनिया भर निर्वासित भए बिगदे भएनके,
\v 2 येशू ख्रीष्टको आज्ञापालन और बाको खुनको छिटाके ताहिँ पवित्र आत्मासे शूद्द हुइके परमेश्‍वर पितासे बाको पुर्वज्ञान अनुसार चूनेभएनके: अनुग्रह और शान्ति प्रशस्त होत जाबए।
\v 3 परमेश्‍वर और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता धन्यको होबए ! बाको बडो दयासे मरके येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे एक वचोभव आशाके ताहिँ हम नयाँ करके जन्मे हए।
\v 4 स्वर्गमे तुमर ताहिँ बचाइके धरे भए उत्तराधिकार खतम नाहोनबारे, बहुत शुद्द और नाऔलियान बारे किसिमके हँए।
\v 5 आखिर समयमे प्रकट होनबालि मुक्तिके ताहिँ तुम विश्‍वाससे परमेश्‍वरको शक्तिसे सुरक्षित बनेहओ
\v 6 तुम जहे बातमे खुशी हौ,पर हबए थोरी समयके ताहिँ तुमए तमान किसिमके कष्ट भोगन पड़हए।
\v 7 आगीसे खारो पर नाश हुइके जानबारो सोनेसे फिर तुमर विश्‍वास जद्धा मोलको हए। तुमर जा विश्‍वास त सच्चो प्रमाणित होबए, और येशू ख्रीष्ट प्रकट होबएगो तओ प्रशंसा, महिमा और आदरको योग्य बनए।
\v 8 तुम नादेखे तहुं फिर बाके प्रेम करतहौ। बाके तुम हबए ना देखेहौ, तंहु फिर बाके उपर विश्‍वास करतहौ और बयान करन नसकन बारी महिमासे भरपुर आनन्दमे तुम बहुत खुशि हओ।
\v 9 तुमर विश्‍वासको परिणामसे तुम अपनो आत्माको मुक्तिकी पात हौ।
\v 10 तुमरे ताहिँ होन आनबारो अनुग्रहके बारेमे अनुग्रहके अगमवाणी बोलन अगमवक्ता जहे मुक्तिक ढुणि और तलास करी रहए।
\v 11 बिनके भितर होनबारो ख्रीष्टको आत्मा ख्रीष्टके कष्ट और बाके पिच्छु आनबारो महिमाको भविष्यवाणी करतपेती देखाओ भव समय और परिस्थितिके बारेमे बे ढुणी रहए।
\v 12 बिनके जा प्रकट करोगव रहए, कि बे अपनो ना, पर तुमर सेवा करत रहँए। जे बात स्वर्गसे पठाओ भओ पवित्र आत्मासे तुमके प्रचार भओ सुसमाचार सुनानबारेनसे अब तुमके बताओ भओ स्वर्गदुत फिर जा बातके देखन बहुत इच्छुक हँए।
\v 13 जहेमारे अपन मन बाँधओ, धैर्य हबओ और येशू ख्रीष्ट प्रकट होतपेति तुमरे ठिन आन बारो अनुग्रहमे तुमरो आसरा पूरो मनसे धरओ
\v 14 आज्ञाकारी बालक जैसो होनके कारन अग्गुको नजानन बारो अवस्था खराब इच्छामे तुम मत लगओ।
\v 15 पर तुमके बुलान बारो जैसो पवित्र हए, तुम फिर अपनी जीवनके सब रहन सहनमे पवित्र होबओ,
\v 16 काहेकी जा लिखो हए, “तुम पवित्र होबओ, काहेकी मए पवित्र हओ।”
\v 17 जौन हरेक आदमीनको बाकी कामजैसो उचनीच ना करके इन्साफ करनबारोके पिता कहिके पुकारत हए, तव तुमरो मैजल (सफर) को पुरो समय आदरसे बिताओ।
\v 18 तुम जानत हौ, कि अपन पिता-पुर्खासे आओ व्यर्थके चीजसे, सोनो और चाँदी जैसो नाश होनबारो चीजके दाम तिरके तुम ना
छुटे, ?
\v 19 पर निष्खोट और निष्कलंक थुमाको जैसो ख्रीष्टको अनमोल खुनसे दाम तिरके छुटाएगए हौ।
\v 20 बा सृष्टि होनसे अग्गुयए नियुक्त रहए, पर तुमर ताहिँ समयके अन्तमे प्रकट भओ।
\v 21 बा से परमेश्‍वर उपर तुमरो भरोसा हए, जौन ख्रीष्टके मृतकसे जिन्‍दा करके महिमा दै, ताकि तुमरो विश्‍वास और आशा परमेश्‍वरमे रहबए।
\v 22 अब सत्यके पालनसे तुम अपनएके शुध्द करो भओ कारनसे अपने ददाभैयनके झुटो प्रेम मत करओ, और हृदयसे एक दुसरेके गहिरो प्रेम करओ।
\v 23 परमेश्‍वरको जीवित और सदामान रहनबारो वचनसे, विनाशी ना पर अविनाशी वीर्यसे तुम नयाँ करके जन्मे हौ।
\v 24 काहेकी, “सब प्राणी घाँस जैसे हए और बिनको सब मानसम्मान घाँसको फुला जैसो हए। घाँस मरझाए जातहए, और फुला झरजात हए,
\v 25 पर प्रभुको वचन सदामान बनोरहात हय। और तुमके प्रचार करो भओ सुसमाचारको वचन जहे हए।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जहेमारे सब दुष्टता, सब छल-कपट और इर्ष्या, और सब बदनामिसे दुर रहाबओ।
\v 2 नयाँ जन्मे बालकन जैसो शुध्द आत्मिक दुधको प्यासे होबओ, और बासे तुम अपन मुक्तिमे बढत् जाए सकत हओ।
\v 3 काहेकी प्रभु कृपालु हए कहिना बारी बातकि स्वाद तुम पाएगए हौ।
\v 4 बाके ठिन जाओ, जौन जिन्दा पत्थर हए। आदमीनसे इन्कार भओ, पर परमेश्‍वरके नजरमे बा चुनो भओ और बहुत मोलको हए।
\v 5 तुम फिर येशू ख्रीष्टसे परमेश्‍वरके नजरमे ग्रहणयोग्य आत्मिक बलिदान चढ़ानबारे पवित्र पुजारीके ताहिँ जिन्दा पत्थर कता आत्मिक घर बनत जाओ।
\v 6 काहेकी धर्मशास्त्रमे कहोगव हए, "देखओ, सियोनमे मए एक छानोभव और बहुत मोलको कोनेक पत्थर बैठएहौ, और जौन बाके उपर विश्‍वास करहए बाके शरमान ना पणैगो।”
\v 7 जहेमारे तुम जो विश्‍वास करत हौ, तुमरे ताहिँ त बा बहुत मोलको हए, पर विश्‍वास नकरन बारेनके ताहिँ त, "जौन पत्थरके भवन बनान बारे रद्द करी बहए कोनेको खास-पत्थर बनो।”
\v 8 और, "एक पत्थर, जौन आदमीनके ठक्कर लगात हए, एक चट्टान, जौन बिनके गिराए देत हए।” काहेकी बे वचन पालन ना करत हए, और गिरजात हँए। बिनके ताहिँ अइसी होन लिखो हए।
\v 9 पर तुम त चुनेभए वंश, राजकीय पुजारी, पवित्र जाति, परमेश्‍वरके अपने प्रजा हौ। बा तुमके अन्धकारसे बाकी अचम्मोकी ज्योतिमे लाइहए, ताकि तुम बाके अचम्मोक कामके घोषणा कर सकौ।
\v 10 एक चोटी तुम प्रजा ना रहौ, पर अब तुम परमेश्‍वरके प्रजा भए हौ। एक चोटी तुम कृपा ना पाए रहौ, पर अब तुम परमेश्‍वरसे कृपा पाएहौ।
\v 11 प्रिय हो, मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि विदेशी और प्रवासी हौ कहिके जानके तुमर आत्माके बिरुध्दमे लडाई करनबारे शरीरके अभिलाषासे अलग रह्बओ।
\v 12 अन्यजातिनके बीचमे तुमरो चालचलन अच्छो होबए। कोइ तुमके कुकर्मी करके तुमरे बिरुध्दमे बोलसे फिर बे तुमरो असल काम देखए, और आनबारे दिनमे बे परमेश्‍वरको महिमा करए।
\v 13 प्रभुके ताँही आदमीके हरेक शासनके अधीनमे बैठओ, चहु बा सर्वोच्च राजाको होबए,
\v 14 औ हाकिमको होबए, जौ खराब काम करनबारेनके दण्ड देन और अच्छो काम करनबारेनके प्रशंसा करन बासे खटाए भए होथँए।
\v 15 काहेकी परमेश्‍वरकी इच्छा जहे हए, कि अच्छो करकेहि तुमके मुरख आदमीनको अज्ञानताके चुप करान पणत हए।
\v 16 स्वतन्त्र आदमी कत्ता जीवन बितओ स्वतन्त्रके खराब काम करन बहाना मतबनाओ, पर परमेश्‍वरके दास कता हुइके चलओ।
\v 17 सब आदमीनके आदर करओ। भैयाबन्धुनके प्रेम करओ। परमेश्‍वरसे डरओ। राजाको आदर करओ।
\v 18 कमैयौं रेओ, पुरो आदरसे अपन मालिकके अधीनमे बैठओ। तुमरे उपर दयालु और भलेनके अधीनमे इकल्लो ना, पर निर्दयीनके अधीनमे फिर।
\v 19 परमेश्‍वरके सम्झके कोइ आदमी अन्यायसे भरो कष्ट सहेत हए तओ बा परमेश्‍वरमे आदरनिय हए।
\v 20 काहेकी तुम खराब काम करके पिटाइ खातपेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जामे बडि बात का हए तव ? पर तुम अच्छो करके फिर दु:ख भुगतत पेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जा परमेश्‍वरमे ग्रहणयोग्य होथए।
\v 21 काहेकी तुम जाहएके ताहिँ बुलाए गए हौ। ख्रीष्ट फिर तुमरे ताहिँ कष्ट भोगी, और तुमरे ताहिँ एक उदाहरण छोडि हए, और तुमके बहएकि डगरमे नेगन पणैगो।
\v 22 "बा कोइ पाप ना करी, और बाको मुहुसे कोइ छलकि बात ना मिलओ।” "
\v 23 बे बाके अपमान करी तहु फिर बा बदला ना लै। दु:ख भुगतत पेति बा धम्की ना दै। पर ठिक न्याय करनबारो उपर बा भरोसा करी।
\v 24 हम पापके ताँही मरे धार्मिकताके ताँही जिमए कहिके बा क्रूसमे अपनीए शरीरमे हमर पाप बोकी। बाके चोटसे तुम अच्छे भए हओ।
\v 25 काहेकी तुम भेडा कता तितर बितर रहौ, पर अब तुम आत्माको गयाँरो (चरबाह) और देखभाल करनबारो ठिन घुमके लौट आए हौ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 बैयरओ, तुम फिर अपन पतिनके अधीनमे रहबओ, और अइसी तुम वचन पालन नकरनसे फिर अपन बैयरनको ब्यबहारके कारण शब्दबिना फिर बिनको मनको परिवर्तन हुइ सक्तहए।
\v 2 तुमर जीवनको शुध्दता और भक्ति देखके बिनको परिवर्तन हुइहँए।
\v 3 बारको सिङगार, सोनेके गर गहना और महङ्गि कपडासे तुमरो बाहिरी सिङगार पटार ना होबए।
\v 4 तुमरो भितर हृदयके भलो और शान्त आत्माको अविनाशी रत्‍नसे सजाओ, जो परमेश्‍वरके नजरमे बहुत मोलको हए।
\v 5 काहेकी जहे किसिमसे अग्गुअग्गु परमेश्‍वरमे आशरा करनबारी पवित्र बैयर फिर सिङगार करत रहँए, और अपन लोगाके अधीनमे बैठत रहए।
\v 6 सारा हानि, जौन अब्रहामके स्वामी करके बाको आज्ञापालन करत रहए, अगर तुम अच्छो काम करएगे और कोइ बातमे ना डराबैगे तव तुम बहएकी लौड़िया होबएगे।
\v 7 जैसए लोगओ रेओ, अइसीयए करके अपन बैयर संग सोचबिचार करके बैठओ, और बैयरके कमजोर मानके आदर करओ, काहेकी तुम जीवनको अनुग्रहक साझेदार हओ, जा हेतुसे कि तुमर प्रार्थनामे बाधा ना पड्ए।
\v 8 अन्तमे तुम सबए मे आत्माको एकता रखओ, एक दुसरेके दया दिखाबो, ददा-भैयाको प्रेम करओ, मुलायम हृदयके होबओ, और नरम मनके होबओ।
\v 9 खराबीको बदला खराबी नाकरनबाले, अथवा अपमानको बदला अपमान नाकरनबाले, बरु बाके सट्टामे आशिष देनबारे होबओ, काहेकी जहे के ताहिँ तुम बोलए गएहौ, कि तुम आशिष पाएजाओ।
\v 10 काहेकी, “जौन जीवनके प्रेम करत हए, और अच्छे दिन देखन चाहँतहए, बा अपन जिबके खराबीसे और अपन ओठके झुँटी बात बोलनसे अलग रखाए।
\v 11 बा खराबीसे घुमके अच्छो करए, बा शान्तिकी खोजी करए और बाके पिछु लागए।
\v 12 काहेकी परमेश्‍वरके नजर धर्मात्मानके उपर रहात् हए, और बाके कानसे बिनको प्रार्थना घेन खुला रहत् हँए, पर परमप्रभुको मुहू खराबी करनबारेनके बिरुध्दमे होत हए।”
\v 13 अगर तुम भलाईके ताहिँ उत्साहित हौ तव तुमरो खराबी करन बारो कौन हए ?
\v 14 पर धार्मीकताके खातिर दु:ख भुकतन पड्हए कहेसे तुम धन्यके हौ। बिनकि धम्कीमे डर मतमानौ, और भयभित मत होबओ।
\v 15 पर ख्रीष्टके प्रभु मानके तुमर हृदयमे बाको विश्‍वास करओ। तुमर हृदयमे भओ आशाके बारेमे कोइ सोधपुछ करए बाको जबाफ देन सदिमान तयार बैठओ, पर बा काम धिरज और विश्‍वाससे करओ।
\v 16 तुमरो दिमाकके शुध्द रखओ ताकि तुमर बिरोधमे बोलन और ख्रीष्टमे तुमर चालचलनके निन्दा करनबारे लज्जीत होमए।
\v 17 अगर परमेश्‍वरकि इच्छा हए तव, खराबी करके दु:ख भोगनसेता भलाई करके दु:खए भोगनके अच्छो हए।
\v 18 काहेकी हमके परमेश्‍वरके ठिन लान ख्रीष्ट फिर पापके ताहिँ सदाके ताहिँ एकए चोटी मरो हए बा शरीरमे मारोगओ- धर्मी आदमी अधर्मीनके ताहिँ- पर आत्मासे जिन्दा भओ।
\v 19 जहे आत्मामे बा गव और कैदमे पणे आत्मानके फिर प्रचार करी।
\v 20 बे आत्मा पुराने समयमे आज्ञापालन नाकरीँ, जब नोआके समयमे जहाज बनातपेति परमेश्‍वर धिरज करके असियान डटो रहए। बा जहाजमे थोरी अथवा आठ जनै इकल्ले पानीसे बचाए गए।
\v 21 जहे पानी बप्तिस्माको एक रुप हए, जौन तुमके बचात हए, जा शरीरको मैल हटाओ जैसो ना, पर शुध्द विचारके ताहिँ परमेश्‍वर घेनको एक प्रतिज्ञा हए। जा मरोसे येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे तुमके बचात हए।
\v 22 बा स्वर्गमे गओ और स्वर्गदुत, अधिकार और शक्तिके वशमे करके परमेश्‍वरके दहिना हात घेन बिराजमान हए।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जैसी ख्रीष्ट शरीरमे दु:ख भोगी, उइसी तुम फिर बहे किसिमको विचार धारण करओ, काहेकी जौन शरीरमे दु:ख भोगी होथए, बा पाप करनके छोड्थए।
\v 2 अइसे बा अपन जीवनको बचोभओ समय फिरसे आदमीको कुइच्छामे ना, पर परमेश्‍वरके इच्छामे बितात हए।
\v 3 बितेके दिनमे अन्यजाति करिँ कता तुम व्यभिचार, कुवासना, मधपान, मोजमज्जा, पियक्कडपन और घृणित मुर्तिपुजामे बहुत समय बिताए।
\v 4 तुम बिनके संग खराबीकी डगरमे ननेंगो भओ देखके बे छक्क पणतहँए और तुमरो बिजरो बतकातहँए।
\v 5 पर जीन्दा और मरेनके न्याय करन तयार होनबारोके बिनके लेखा देन पणैगो।
\v 6 जहेमारे मरेनके फिर सुसमाचार सुनाई , ताकि बे आदमीनहानि शरीरमे इन्साफ पाएसे फिर आत्मामे बे परमेश्‍वर जैसे जिमए।
\v 7 सब बातकी अन्त जौनिंयए आएगओ हए | जहेमारे अपन प्रार्थनाके ताहिँ शुध्द मनके और सचेत हुइराहबओ।
\v 8 सबसे जद्धा एक-दुसरेक उपर तुमर प्रेम अटल रहबए | काहेकी प्रेम बहुत पापके तोपतहए।
\v 9 विना गनगनाइके एक दुसरेनके अथितिसत्कार करओ।
\v 10 जौन जैसो वरदान पाओ हए, परमेश्‍वरके अनुग्रहके अलग-अलग वरदान पाए भए कारीगरकता बे एक-दुसरेके ताहिँ प्रयोग करओ।
\v 11 अगर कोइ बोल्तहए तओ, परमेश्‍वरको वचन बोलो जैसो बा बोलए। अगर कोइ सेवा करतहए तव परमेश्‍वरकी दैभई शक्तिसे बा सेबा करए, जा कारणसे कि सब बातमे येशू ख्रीष्टसे परमेश्‍वरएकी प्रशंसा होबए। बहएके महिमा और पराक्रम सदासर्वदा होबए। आमेन।
\v 12 प्रिय हो, तुमके जाँच करनबारो अग्‍नि समान परिक्षा तुमरे उपर आत कोइ अचम्मि बात कता तुम छक्क मतपणओ।
\v 13 पर ख्रीष्टके कष्ट-भोगमे सहभागी होत रमाओ, ताकि बाको महिमा प्रकट होत तुम फिर आनन्दित और खुशी होन सिकओ।
\v 14 अगर ख्रीष्टके नाउँमे तुम निन्दित हुइहौ कहेसे तुम धन्यके हौ। काहेकी महिमाको और परमेश्‍वरको आत्मा तुमरे उपर रहात हए।
\v 15 पर तुम मैसे कोइ फिर हत्यारा,अथवा चोर,अथवा खराबी करनबारे, अथवा दुसरेके काममे हात डारनबारे कता दु:ख मतभोगओ।
\v 16 पर कोइ ख्रीष्टियान होनके कारण दु:ख भोगत् हए कहेसे बा शरम ना मानए, पर बहे नाउँमे बा परमेश्‍वरके महिमा देबए।
\v 17 काहेकी न्याय परमेश्‍वरको परिवारसे सुरु होनके समय आओ हए, और अगर जा हमैसे सुरु भओहए तव परमेश्‍वरको सुसमाचार ना मानन बारेनको अन्त कैसो हुइहए ?
\v 18 और, “अगर धर्मी जनको उध्दार कठिनसे होतहए कहेसे अधर्मी और पापीकी गति का हुइहए ?”
\v 19 जहेमारे परमेश्‍वरको इच्छाअनुसार दु:ख भोगनबारे भलाइ करँए और बे अपन आत्मा विश्‍वासयोग्य सृष्टिकर्ता के सौँपएं।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 ख्रीष्टक कष्टको गवाही प्रकट होनबारो महिमाके सहभागी भएके नातासे और एक संगी- एल्डरके हैसियतसे तुमर मैसे एल्डरनके मए बिन्ति करतहौ।
\v 2 तुमरे रेखदेखमे धरो परमेश्‍वरको बगालके देखभाल करओ। कर से ना पर अपने मनसे धनकी लोभसे ना पर हौँससे,
\v 3 तुमरे जिम्मामे रहान बारेनके उपर अधिकार जमाएके ना, पर बगालके ताहिँ उदाहरण हुइके।
\v 4 और जब खास बक्रेरा (गोठालो) प्रकट हुइहए तव तुम महिमाको ना अइलान बारो मुकुट पाबैगे।
\v 5 उइसी करके जवानओ, बूढेपाखेनके अधीनमे बैठओ। एक-दुसरेके अधीनमे रहिके तुम सब नम्रताको लत्ता धारण करओ। काहेकी, “परमेश्‍वर घमण्डिनको बिरोध करत हए, पर झुकनबारेनके अनुग्रह करत हए।”
\v 6 जहेमारे अपनाए परमेश्‍वरके शक्तिशाली बाहुलितरे विनम्र बनाबाओ, और बा उचित समयमे तुमके उचो बनाबैगो।
\v 7 तुमरो सारा फिक्री बाके सौँपदेओ, काहेकी बा तुमर वास्ता करतहए।
\v 8 सचेत रहाओ, जागे रहाओ, तुमरो शत्रु दियाबलस कौनके पामौँ और खाए डारौँ करके गुर्रान बारो सिंहझैँ कत्ता ढुणत् फिरत हए।
\v 9 विश्‍वासमे बलवान हुइके बाको विरोध करओ, काहेकी संसारभर तुमरे ददाभैयानके फिर अइसीए कष्टको महसुस करन पणनडटो हए
\v 10 सबए अनुग्रहक परमेश्‍वर ख्रीष्टमे अपन सदा रहानबारो महिमाक ताहिँ तुमके बुलाई हए। तुम कुछ देर कष्ट भोगके बहए तुमके फिर नयाँ बनाबैगो, स्थिर करैगो और शक्तिशाली बनाबैगो।
\v 11 बहएक पराक्रम और शक्ति सदासर्वदा होतरहबए। आमेन।
\v 12 विश्‍वासयोग्य भैया सिलासके जा छोटो पत्र लिखत हौ। ज्ञान देत मए जा घोषणा करन डटोहौ, कि परमेश्‍वरको सच्चो अनुग्रह जहए हए। जामे तुम पक्को हुइके खडा होबओ।
\v 13 बेबिलोनमे भै तुमरी जैसी छनिक कारण, और मिर लौड़ा मर्कूस फिर तुमके अभिबदान पठाई हए।
\v 14 एक दुसरेके प्रेमको चुमनसे अभिबादन करओ। ख्रीष्टमे भए तुम सबके शान्ति।