Thr_reg/51-PHP.usfm

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\h Philippians
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\toc2 Philippians
\toc3 php
\mt Philippians
\c 1
फिलिप्पिनके पावलको चिट्ठी
अध्याय १
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे फिलिप्पीमे भए बिशपनके और डिकनके सबाए सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह और शान्ति ।
\v 3 हर समय तुमके याद करत, मए मिर परमेश्‍वरके धन्यबाद देतहओ ।
\v 4 तुम सबके ताहिँ सबदिन मेरो हर प्रार्थनामे मए आनन्दसाथ प्रार्थना करत हओ ।,
\v 5 कि सुरुके दिनसे हबए तक सुसमाचारमे तुमर सहभागीताके ताहिँ मए धन्यबाद देत हओ ।
\v 6 मोके जा पक्को विश्‍वास हए, जौन तुमर मे अच्छो काम सुरुकरी हए, बा येशू ख्रीष्टके दिनमे लगातार पुरो करहए ।
\v 7 तुमर सबके ताहिँ मोके जा बिचार करन ठीक हए, काहेकी मए तुम सबके मिर ह्रदयमे धरत हओ । काहेकी मिर कैदमे और सुसमाचारको सुरक्षा और समर्थनको काम दोनोमे तुम मिर संग अनुग्रहमे सहभागी भए हओ ।
\v 8 काहेकी परमेश्‍वर मिर साक्षी हए, कि कैसे ख्रीष्ट येशूके प्रेमसे मए तुम सबके देखन ताहि मए कितनो प्यासे रहओ ।
\v 9 मिर प्रार्थना जहे हए कि ज्ञान और मिर सबए समझसे तुमरो प्रेम औरजाधा प्रशस्त होत जाबए ।
\v 10 मए जाके ताहि प्रार्थना करत हओ, ताकी जे अच्छो हए बा बात जाँचके छान सकौ । मए जाके ताहि प्रार्थना करत हौओ,ताकी तुम ख्रिष्टके दिनमे इमानदार और दोषी ना हुइके रहे सकओ ।
\v 11 परमेश्‍वरको महिमा और प्रशंसाके ताहिँ येशू ख्रीष्टसे आनबारो धार्मिकताके फलसे तुम भरपूर होबओ ।
\v 12 भैयाओ, तुमके जा पता होबए कहिके मए चाहतहौ, कि मिरमे भओ बातसे नेहत्य सुसमाचारके अग्गु बढानको काम भओ हए ।,
\v 13 काहेकि ख्रिष्टमे मिर कैदके बारेमे महल भितरके सब रक्षकसे लैके सबए आदमीके पता हए ।
\v 14 बहुत भैया मिर कैदके कारनसे प्रभुमे साहसी भओ हए, और परमेश्‍वरको वचन विनाडरसे बोलनके ताही गजब सहासी भए हैं ।
\v 15 कोइ-कोइ नेहत्य दिकसे और सेखीसे, पर और त सद्भावसे ख्रीष्टको प्रचार करत हँए ।
\v 16 सुसमाचारके सुरक्षाके ताहिं मए हिना पर हओ ,कहिके जानन् बारे जा काम प्रेमसे करत हए,
\v 17 पर शेखी करन बारे त मोके कैदमे कष्ट देनको बिचार करके, शुध्द मनसे ना, पर स्वार्थके भावनासे ख्रीष्टको प्रचार करत हैं ।
\v 18 चहुं जो होबए, खास बात जा हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौं ।
\v 19 हँ, मए खुशी होत हौं । काहेकी मए जानत हौं, कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके साहेतासे जा मेरो छुट्काराके ताहिँ होन आबैगो ।
\v 20 मिर बहुत इच्छा और आशा जहे हए, कि मए कदापि लज्जित ना हुइहौं, चाहूँ मृत्युसे होए, औ जीवन से ।
\v 21 काहेकी मिर् ताहीं जिनो ख्रीष्ट हए, और मरन फाइदा हए ।
\v 22 अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बा फलदाई मिहेनत होबैगो । तव फिर मोके का चुनन पणैगो, बा मए ना कहे सकतहौ ।
\v 23 मए त दुइधारमे पणोहौ । बल्की बिदा हुइके ख्रीष्टके संगमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत अच्छो हए ।
\v 24 पर शरीरमे रहन तुमरे ताही बहुत जरुरी हए ।
\v 25 जा बातमे पक्केसे जानत हौं , कि विश्‍वाससे तुमरो प्रगति और आनन्दके ताहिँ मए जिन‍दा रहमङ्गो और तुमर सबके संग बैठङ्गो ।,
\v 26 जा हिसाबसे कि मए फिर तुमरे ठिन आत मिर ताही ख्रीष्ट येशूमे गर्व करन बहुत कारन हए ।
\v 27 केवल तुमरो जीवनको चाल ख्रीष्टको सुसमाचारके योग्य होबए । मए आएके चाहु देखओ, चाहू ना आएके देखओ, मए तुमरे बारेमे जहे बात सुनन् चाहत हौ, कि तुम एकए आत्मामे पक्को बनके ठाणे रहबौ, और एकए मनके हुइके सुसमाचारको विश्‍वासके ताहिँ मिल्के मेहनत करहओ ।
\v 28 और विरोधीनसे कोइ बातमे ना डरत् हओ , बिनके ताहिँ जा नाश होनको लक्षण हए, पर तुमर ताहि जा मुक्तिको चिनह हए,और जा परमेश्‍वरके घेनसे हए । ।
\v 29 काहेकी ख्रीष्टके ताहिँ जा तुमके दओ गओ हए, कि तुम बाके उपर विश्‍वास करन इकल्लो ना, पर बाके खातिर दु:ख फिर भोगन पणैगो ।
\v 30 और बहे संघर्ष जो तुम मोएमे देखे और मिर संग हए, कहिके हभए सुन्तहौ, बहेमे तुम लागे हौ ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जहेमारे मए कहत हओ, अगर ख्रीष्टमे कोइ उत्साहित हए तव, प्रेमको कोइ प्रेरणा, पवित्र आत्माको कोइ संगति,और सहानुभुति हए ,
\v 2 तुम एकए मनके हुइक, एकए प्रेम धारण करके, पुरा सहमतसे एकए चित्तके हुइके मिर आनन्द पुरा करओ।
\v 3 स्वार्थ और अहंकारमे कुछु मत करओ, पर नम्रतामे एक दुसरेके अपनसे श्रेष्ठ मानओ।
\v 4 तुम सब अपन हित इकल्लो मत ढुणओ, पर और के हितके फिर देखओ।
\v 5 तुमरे मे अइसो मन होबए जो ख्रीष्ट येशूमे फिर रहए ।
\v 6 परमेश्‍वरके स्वरूपमे हुइके फिर बो परमेश्‍वरके बराबार होनबारी बातके एकए पकणे रहन बारो चीज जैसो ना मानी।
\v 7 पर अपनाएके रिताएके कमैयाको रुप धारण करके तथा मनुष्य हुइके जन्मो ।
\v 8 बा अपनएके नम्र बनाइँ , और मृत्यु तक आज्ञाकारी रहो।
\v 9 जहेमारे परमेश्‍वर बाके बहुत उपर करी, और बो नाउँ दै, जो हरेक नाउँसे उचो हए,
\v 10 कि स्वर्गमे, पृथ्बी उपर और पृथ्बी तरे भए सब प्राणी येशूके नाउँमे घुटो टेकन पणैगो,
\v 11 और हरेक जीबसे परमेश्‍वर पिताके महिमाके ताहिँ येशू ख्रीष्टके प्रभु करके स्वीकार करन पणैगो।
\v 12 जहेमारे मिर प्रियओ, जैसी तुम सबदिन आज्ञापालन करेहौ, मिर उस्थितिमे करो जैसो ना, पर अब और जद्धा मिर अनुपस्थितिमे डर और आज्ञासे तुम अपन मुक्तिको काम पुरा करन परिश्रम करओ।
\v 13 काहेकी तुम बाको असल अभिप्रायअनुसार इच्छा करन बारो और काम करन दोनाए बनाएके परमेश्‍वर तुमरमे काम करत हए।
\v 14 बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम करत जाओ,
\v 15 जेहे जैसो व्योहार करओ, ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्‍वर निर्दोष और इमानदार लौँड़ालौँड़ीया बन सकौ । अईसो व्यवहार करओ, ताकि तुम चलाँक और बारानेभए पुस्ताकेबिच जा संसारमे ज्योति जैसो चम्कन सिकओ ।
\v 16 जीवनको वचनके जोणसे पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम ना करत हओ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व करन सकओ ।
\v 17 अगर तुमरो विश्‍वासको बलिदान उपर अर्घ-बलिके रुपमे समर्पित होन पणेहए तहुफिर मए आनन्द मनहौँ, और तुमरे सबके संग मए रमातहौ ।
\v 18 आइसी करके तुमफिर आनन्दित होबओ और मिर संग आनन्दित होबओ ।
\v 19 मए तुमरे ठिन तिमोथीके जल्दी पठानके प्रभुमे आशा कर्तहौ, ताकि तुमरो सुसमाचार पाएके मए फिर खुसी हुइ सकओ ।
\v 20 बिनके जैसो सच्चो मनसे तुमर जैसो उत्सुक होनबारे आदमी मेरेसंग और कोइ ना हए ।
\v 21 येशू ख्रीष्टको बातको वास्ता ना करके, बे सब अपनी स्वार्थ ढुणतहँए ।
\v 22 पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौड़ा दौवाको सेवा करतहए, उइसी बा सुसमाचारको काममे सेवा करी ।
\v 23 जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बाके पठान आशा करत हओ ।
\v 24 और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा करेहौँ ।
\
\v 25 इपाफ्रोडिटस, जो मिर भैया सहकर्मी हए और संगी-सिपाही तथा तुमरो पठओ भओ दुत और मोके जरुरत पणोमे सेवा करन बारे, बिनके तुमरे ठिन पठान आवश्यक मानो हौँ, ।
\v 26 काहेकी बे तुमर सबके ताहिँ बहुत तृष्णा करतहए । बे बिमार भए खबर तुम पता पाएके बे व्याकुल भए हँए ।
\v 27 बे नेहत्य मरन अवस्थामे बिमारी रहए, पर परमेश्‍वर बिनके उपर दया दिखाई । बिनके उपर इकल्लो ना, पर मोके शोक उपर शोक ना थोपओ करके मिर उपर फिर दया करी ।
\v 28 जहेमारे मए बिनके पठान बहुत जद्धा उत्साहित हौँ, ताकि बिनके फिर देखके तुम रमाबैगे, और मिर चिन्ता फिर कम हुइहए ।
\v 29 जहेमारे बहुत जद्धा आनन्दसाथ प्रभुमे बिनके ग्रहण करओ, और अइसे आदमीके आदर करओ ।
\v 30 काहेकी मेरे घेनको तुमरो सेवा पुरा करनके ख्रीष्टको कामके ताहिँ बे मृत्युके मुहूमे पुगे रहए ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 अन्तमे भैयाओ, प्रभुमे आनन्दित होबऔ । तुमके जहे बात लिखिन मोके झन्झाट ना लगात हए, और बा तुमरे सुरक्षाके तांही हए ।
\v 2 कुत्तानसे होशियार बैठओ, खराब काम करनबारेनसे होशियार बैठओ । अंग-कटाई करनबारेनसे होशियार बैठओ ।
\v 3 काहेकी परमेश्‍वरके आत्मामे पुजनो और ख्रीष्ट येशूमे गर्व और शरीरमे भरोसा ना धरनबारे सच्चे खतना हमइ हंए ।
\v 4 अगर मए अपनएके त शरीरमे भरोसा करनको कारण हए । कोइ आदमीको शरीरमे भरोसाकरनको कारण हए कहिसे, मिर त और जद्धा कारण हए ।
\v 5 आठौ दिनमे मिर खतना भव हए । मए इस्राएल जातिको, बेन्यामीन कुलको हऔं, हिब्रूको फिर हिब्रू, व्यवस्थाके बारेमे हए कहेसे एक फरिसी,
\v 6 मए जोशमे मण्डलीके सताओ , धार्मिकताके बारेमे हए कहेसे व्यवस्था भओ धार्मिकता जैसो निष्खोट ठहिरे हऔ ।
\v 7 पर जित्तो बात मिर तांही लाभदायक रहए, बे त् मए ख्रीष्टके तांही बेकार सम्झो।
\v 8 नेहत्य,मिर प्रभु ख्रीष्ट येशूको ज्ञानको बाड़ो करण अब मए सबए बातके खराबी सम्झत हऔं । बाके ताहीँ मए सबए बात छोड़ो हऔं । मए जे बातके काम ना लगन बारे मनत हऔं ताकि मए ख्रीष्टके पाए सकऔं।
\v 9 और बामे खाड़ा हुइ सकऔं । मए व्यवास्थसे अपने पओ भओ धार्मीकता मोएँमे ना हए ।बरु ख्रीष्ट येशूमे विश्‍वाससे पाओ भओ धार्मीकता मिरसंग हए , जौन धार्मीकता विश्‍वासमे हुइके परमेश्‍वरसे मए पाओ हऔं ।
\v 10 मए बाके और बाको पुनरुत्थानको शक्ति जान सकऔं, और बाको मृत्युमे बाके जैसो हुइके बक दु:ख भोगमे सहभागी होन सिकओ।
\v 11 सम्भव हए कहेसे मरेसे मए पुनरुत्थान प्राप्त कर सिकओ ।
\v 12 मए जा सब अग्गुसे प्राप्त करडारो हऔ, औ मए अग्गुसे सिध्द हुइगव हऔ कहीके त ना, पर बे बातके पकणनके तांही मए अग्गु बढ़रहो हऔं, जौन बातके तांही ख्रीष्ट मोके पकणी !
\v 13 भैयारेओ , मए जा सब पकण डारो हऔं कहीके मए ना मानत हऔ, पर मए एक काम करत हऔं, कि पिछुक बात भुलके और अग्गुक बात घेन जोणसे लम्कत हऔं
\v 14 ख्रीष्ट येशूमे परमेश्‍वरको स्वर्गीय बुलाहटमे पान बारो पुरस्कारके तांही निशाना घेन मए जोणसे अग्गु बढत् हऔं ।
\v 15 हम परिपक्क होनबारे त सब अइसीए मनके होमए, और तुम कोइ बातमे औरए बिचारके हऔ कहीके परमेश्‍वर तुमके बा फिर प्रकट करदे हए ।
\v 16 केवल हम जो पाए हंए, बामे पक्को हुइके बैठंए ।
\v 17 भैया रेओ तुम मिर अनुसरण करन बारे होबओ हमरमे तुम देखो भओ नमुना जैसो जिनबारेके देखओ ।
\v 18 मए गजब चोटी बताए भए आदमीनके बारेमे फिर मए तुमके रोतए कहत हऔं कि बे ख्रीष्टको क्रुसको शत्रुनके जैसो जीवन बितात हँए |
\v 19 बिनास बिनको अन्त हए । काहेकी बिनको इश्‍वर पेट हए, और बे अपन सर्ममे गर्व करत हंए, और बिनको मन संसारीक बातमे लगो रहत हए ।
\v 20 पर हमर नागरिकता स्वर्गमे हए । बाहुनासे आन बारो मुक्तीदाता ,औ प्रभु येशु ख्रीष्टको हम प्रतीक्षा करत हंए ।
\v 21 बा जौन शक्तिसे सबए बातके बाको अधिनमे लाए सकत हए ,हमर कमजोर शरीरके अपनो महिमाको शरीर जैसो होनके तांही बदल देहए ।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जहेमारे मिर भैया, मए तुमके माया करत हऔं, और तुमके चँहत हऔं, तुम मिर आनन्द और मुकुट हऔ । मिर प्रिय, अइसी प्रभुमे स्थिर रहाबऔ ।
\v 2 मए इयोदिया और सुन्तुखेके प्रभुमे एक मनको होमए कहिके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हऔं।
\v 3 विश्‍वासी सहकर्मी, मए तुमके फिर अनुरोध करत हऔ, कि जे बैइयरनके मदत् कर, काहेकी जे मिर संगसंगए सुसमाचारको काममे क्लेमेन्ट और मिर बाँकी सहकर्मीनसंग परिश्रम करी हंए, जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे हए ।
\v 4 प्रभुमे रोज आनन्द करौ मए फिर कहात हऔ आनन्द करऔ ।
\v 5 तुमर सहनशीलता सब आदमीनके पता होबए । प्रभु जौने हए ।
\v 6 कोइ बात मे चिन्तित मत होबऔ, पर सबए बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवादके सँग तुमर बिन्ती परमेश्‍वरमे जाहेर होबए,
\v 7 और हमर सब समझसे जादा परमेश्‍वरकी शान्ति तुमर हृदयमे और तुमर मनके ख्रीष्ट येशूमे रक्षा करए।
\v 8 अन्तिममे भैयारेओ , जौन् बात सत्य हए, जौन् बात आदरणीय हए, जौन् बात न्यायसङ्गत हए, जौन् बात शुध्द हए, जौन् बात प्रेम-योग्य हए, जौन बात कृपामय हए, अगर कोइ श्रेष्ठता, प्रसंशाको योग्य कोइ हए कहेसे जे बातके विचार करओ ।
\v 9 तुम जौन बात मोसे सिखे, और ग्रहण करे और सुने और मोके देखे, बहे करऔ, और शान्तिको परमेश्‍वर तुमरसंग होबैगो ।
\v 10 मए प्रभुमे गजब आनन्दित हौँ, कि अब गजब दिनपिच्छु मिर घेन तुमर वास्ता फिर उल्ही गओ हए । तुम नेहत्य मिर ताहिँ चिन्तित रहओ, पर तुमके मौका ना मिलो ।
\v 11 मए हबए जरुरि पडो कहिके मए गुनासो ना करोहौँ, काहेकी जैसो परिस्थिति होएसे फिर मए बामे सन्तुष्ट रहान मए सिखो हौँ ।
\v 12 कैसे झुकन और कैसे बढन् मए जान्त हौँ । परिपूर्णतामे होए या भूकप्यासमे होए, प्रश्स्तामे होए या अभाबमे होए, सब गुप्तमे सन्तुष्ट रहन मए सिखो हौँ ।
\v 13 जुन मोके शक्ति देतहए, बामे मए सब बात करन् सकत हौँ ।
\v 14 ताहुँ फिर मिर कष्टमे तुम सहभागी भए, जा अच्छो करे ।
\v 15 तुम् फिलिप्पी अपने फिर जान्त हौँ, कि सुसमाचारके सुरुमे मए माकेडोनियासे बिदा होत, देन और लेन काममे, तुमर बाहेक कोइ मण्डलीको सहाभागी मिर् संग ना भओ रहए, ।
\v 16 काहेकी थेसलोनिकेमे फिर तुम मोके एक चोटीसे जद्धि मिर ताहिँ सहयोग पठाए ।
\v 17 मए भेटी ना ढुंडो हौ, पर मए त तुमरमे अइसो फलको आशा करत हौ, जो तुम्री हिसाबमे जम्मा होतजाए ।
\v 18 मए पानसे जद्धा पाओ हौँ । इपाफ्रोडीटससे पठाओ गव तुमर मिठो बास आओ, और परमेश्‍वरके मनपडन् बालो और ग्रहणयोग्य बलिदान पाएके मए पुरो भओ हौँ ।
\v 19 मिर परमेश्‍वर अपन महिमामे बाको सम्पति अनुसार तुमर सब खाँचो ख्रीष्ट येशूमे पूरा करदेबैगो ।
\v 20 अब हमर परमेश्‍वर और पिताके सदामान महिमा होबए । आमेन ।
\v 21 ख्रीष्ट येशूमे सब सन्तके अभिवादन देबओ । मिर संग होनबारे भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए ।
\v 22 सब सन्त और खास करके कैसरके घरानाके तुमके अभिवादन पठइँ हँए ।
\v 23 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर आत्मा संग होबए ।