Thr_reg/48-2CO.usfm

292 lines
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\h 2 Corinthians
\toc1 2 Corinthians
\toc2 2 Corinthians
\toc3 2co
\mt 2 Corinthians
\c 1
कोरिन्थिनके पावलकी दुसरी चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 परमेश्‍वारको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके प्रेरित पावल और हमर भैया तिमोथीसे ,कोरिन्थीमे भओ परमेश्‍वारको मण्डलीके, और संगै सब अखैयामे भए सब सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वार हमर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति।
\v 3 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके परमेश्‍वार और पिता, करुणामय पिता, और सब सन्तानके परमेश्‍वारके प्रशंसा होबए।
\v 4 बा हमके सब दु: खमे सान्ति देतहए, ताकी हम फिर परमेश्‍वारसे पाओ बहे सान्ति कोई फिर दु: खमे पडे भएनके सान्ति देन सिकैए।
\v 5 काहेकी जैसी हम ख्रीष्टके दु;खमे सहभागी होतहए, अइसीए ख्रीष्टसे सान्तिमे फिर प्रशस्त मात्रामे हम सहभागी होतहए।
\v 6 हम दु:ख पइते कहेसे जा तुमके सान्ति और उध्दारके ताहिँ हए। हम सान्ति पइते कहेसे फिर बा तुमके सान्तिके ताहिँ हए। हम भोगेभए बेही दु: ख तुम धिरजके सँग सहात तुम फिर बहे सान्ति अनुभव करेहौ।
\v 7 तुमर ताहिँ हमर आशा पक्को हए | काहेकी हम जानत हए, कि जैसी तुम हमर ताहिँ दु: खमे सहभागी हौ, अइसीय हमरो सान्तिमे फिर तुम सहभागी होबैगे।
\v 8 भैया रेव, हम एशियामे भोगे दु: खके बारेमे तुम अनजान रहौ कहिके हम नाए चाहत हए। काहेकी हम नाएसहान सिक्न बारो किसिमको ईत्तो कस्के दबे जैसो रहए, कि जीवनसे हम हरेस खाईगए रहए।
\v 9 हम त मृत्युदण्डय पाओ जैसो लगात रहए। हम अपनउपर नाए हए पर मृतकसे जीवन दैके उठानबारो परमेश्‍वार उपर हम भरोसा करके जा होन आओ।
\v 10 बा हमके इत्तो अगठी परिस्थिसे छुटाई रहए, तव बा हमके छुट्याबैगो। बकउपरै हम हमरो भरोसा करेहए, कि बा हमके फिर छुट्अबैगो।
\v 11 तुमके फिर प्रार्थनासे हमके सहायता करनपणैगो। तव बेढम प्रार्थनाके सब उत्तरमे हमके प्रास्त भव आशिषके ताहिँ बेढम हमर पक्षमे धन्यवाद चढ्ए हए।
\v 12 जा बातमे हम गर्व करत हए, तव हमर विवेक फिर बाके गवाही देतहए, कि संसारमे और खास करके तुमरसंगको हमर सम्बन्धमे हम और इश्वरीय सत्यतामे चले हए, जा संसारिक बुध्दि अनुसार नैयाँ, पर परमेश्‍वारको अनुग्रहासे हए।
\v 13 काहेकी तुम पढ्न और नाबुझ पान बारो कोइ बात हम तुमर ताहिँ नाए लिखंगे, और मए आशा करतहौ, कि तुम पूराे रुपसे बुझैगे,
\v 14 कि जैसी तुम हमर थाेरि कुछ बात बुझेहौ, अइसीए हमर प्रभु येशूको दिनमे तुम हमके पुरोरुपसे बुझैगे, और तुम हमर ताहिँ गर्व करन सिकैगे, जैसी हम तुमर ताहिँ गर्व करन सिकङ्गे
\v 15 जा बातके मोके पक्काे भव के मरे, तुमके दोहोरो फाइदा होबए कहिके तुमर ठीन पहिले आन इच्छा करो।
\v 16 माकेडोनीया जात तुमरठीन आएके भेटघाट करन और माकेडोनीयासे तुमरठीन घुस्के आन और बेहुनासे यहूदीयाके मेरो सफरमे तुम मोके पठाए देहौ कहिके मए चाहतहौ।
\v 17 "जब मय जा तरिका सोचत रहौ, तौका मय हिचकिचाव? का मए अपनी योजना बनात संसारिक आदमी जैसी एक समय मे "हए" और "नाए हए" फिर कहमंगो क? "
\v 18 "परमेश्‍वर विश्‍वासयाेग्य भवहानि हमरो वचन फिर "हए" और "नाए हए" भव नैयाँ।''
\v 19 "काहेकी सिलास, तिमोथी और मए तुमर बिचमे प्रचार करो परमेश्‍वारको पुत्र येशु ख्रीष्ट "हए" और "नाए हए" पर बामे सब दिन इकल्लो हए। "
\v 20 "काहेकी परमेश्‍वारके सब प्रतिज्ञा बकमे "हँए''। जहेमारे बोसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ हम "अमेन" कहात हए। "
\v 21 तव हम तुमरसंग ख्रीष्टमे बलियो बनन् बारो और हमके अभिषेक करनबारो परमेश्‍वर हए।
\v 22 बा हमरउपर अपन छाप लगाई हए, और हमर हृदयमे बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दै हए।
\v 23 परमेश्‍वार मेरो साँचि हए, कि तुमके सजायसे बचान मए कोरिन्थीमे आओ।
\v 24 तुमर विश्‍वासउपर हम अधिकार जमान नाए चाहत हए, पर तुमर अनन्दके ताहिँ तुमर संग मिलके काम करेहए। काहेकी अपनी विश्‍वस तुम अट हौ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 तुमके दु:ख देन औरो चोटी नाआन मए निश्‍चय करो।
\v 2 काहेकी मए तुमके दु:खित बनाओ कहेसे, मए दु:खित बनओ भव आदमी से अलावा और कौन मोके दु:खित बनए है
\v 3 ? और मए जो वात लिखो, ज़हेमारे लिखो, कि मए आओ त जौन आदमिसे मोके आनन्द पान रहै बिनसे मए दु:खित नाए होमौ। काहेकी मिर अनन्द तुमर सवैको आनन्द हुइ है कहेस मोके तुमर सबै उपर भरोसा रहै।
\v 4 काहेकी तुमके दु:खी बनन् नाए, पर तुमर प्रति भव मेरो प्रशस्त प्रेम तुम जानौ काहेकी हृदयसे मोके गजब पिडा और वेदनामे गजव आँशु बहतै मए तुमर ताँहि लिखो रहौ।
\v 5 पर कोइ दु:खी बनाई हए कहेसे बो मोके नाए, पर बेढम कणो करके नाए कयहौ कहेसे, तुम सबके कुछ समय तक दु:खी बनाई हए।
\v 6 अइसिनके बहुमतसे दौ भव सजाय पक्का हए।
\v 7 पर तुम अइसेके क्षमा करन और सान्ति देन पणत हए, नत वो जद्धि शोकमे डुबजए है।
\v 8। तबही मारे मए तुमके अनुरोध करत हौ, कि बो आदमीमे अपन प्रेममे और गहिरो बना।
\v 9 तबहीमारे मए तुमके जाँचन, और सब बातमे तुम आज्ञाकारी हौ कि नाए हौ पता पान ताहिँ मए तुमके लिखो रहौ।
\v 10 जौनके तुम माफ करैगे, मए फिर करंगो अगर मए कोइके कोई बातमे माफ करो हौ कहेसे तुमरी ताहिँ ख्रीष्टको उपस्थितमे माफ करो हौ,
\v 11 काहेकी शैतान हमके फसाए नापाय, कहिके बोके जुक्तिमे हम अन्जान नाहए।
\v 12 ख्रीष्टको सुसमाचार प्रचार करन त्रोआसमे आए प्रभु मेरे ताहिँ एक फाटक खोल दै रहए,
\v 13 पर मेरे भैया तितसकेहुवा पाई तव मिर मनमे चैन नाए रहो। जहेमारे बिनसे विदा लैके मए माकेडोनिया घुमाे।
\v 14 परमेश्‍वरकाे धन्यवाद हए, बा हमके ख्रीष्टमे सव दिन विजयके ताहिँ डोरयात हए, और बाको ज्ञानको अच्छो वासना हम से सब ठाउँमे फैलत हए।
\v 15 काहेकी उद्धार पानबारेके विचमे फिर हम परमेश्‍वारके ताहिँ ख्रीष्टको सुवास्ना हए।
\v 16 एक के ताहिँ मौतको दुर्गन्ध और दुसरेके ताहिँ जिवनको सुगन्ध जे बातके ताहिँ जा ठिक हए का?
\v 17 काहेकी तमान आदमी हानि हम परमेश्‍वारको वचन व्यापार नाए करे हए,पर परमेश्‍वारको पठाओ भव पबित्र आदमिक रुपमे हम परमेश्‍वारके अग्गु ख्रीष्टमे मस्कत हए।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 का फिर हम अपन तारिफ करन लागे हए? का कोइ-कोइके चाहोमे हम तुमके और तुमसे दुसरेके सिफारिश-चिठ्ठी देखापणैगो का?
\v 2 तुमही हमर सिफारिस-चिठ्ठी हओ, जो सब आदमिके चिन्नह और पणन सिकन करके तुमहर ह्रदयमे लिखो हए।
\v 3 तुमही दिखाबैगे, कि तुम ख्रीष्टके चिठ्ठी हौ, या हमरो सेवाको फल, जौन चिठ्ठी मसीके नाय, पर जीवित परमेश्‍वारको आत्मासे लिखो हए- पत्थरको पाटीमे नाए, पर मासुके हृदय- पाटीमे।
\v 4 ख्रीष्टसे परमेश्‍वार प्रति हमरो अइसो भरोसा हए।
\v 5 कुछ फिर बात हमसे आओं हए कहेसे दाबी करन हम अपनै योग्य नाय, पर हमर योग्यता परमेश्‍वारसे आत हए।
\v 6 नयाँ करारको सेवक हए बे हमके योग्यक बनाईहए, लिखो अक्षरमे नाए, पर पवित्र आत्मामे।काहेकी लिखो अक्षर त मारत हए, पर पवित्र आत्मा जीवन देतहए।
\v 7 तव मृत्यु लानबारो व्यवस्थाको अक्षर पत्थरमे गणो हए। बो व्यवस्था अइसो महिमामय हुइके आओ, कि बाको तेजके कारणसे इस्राएलीक मोशाको अनुहार देखन नाएसिको, बो तेज हरात जात हए।
\v 8 पवित्र आत्माके सेवा कैसे और जद्धा महिमामय नाए हुईहए?
\v 9 काहेकी दोषी ठहारन व्यवस्था महिमामय रहए कहिके, धर्मी ठहारनबारो सेवा जद्धा महिमामय होत हए।
\v 10 काहेकी जो एक चोटी महिमामय रहए, अभे बा अग्लेछा महिमा करन अब बो महिमा ना रहो।
\v 11 काहेकी जो बितके गओ बा महिमासे आओ रहए कही स्थायी रहन ताहिँ और जद्धा महिमापूर्ण होनपणैगो।
\v 12 जहेमारे हमर अइसो आशा भवक मारे हम बेढम साहसी भए हए।
\v 13 हम मोशाजैसे नाय , जो बाको धुमलोहोत गओ महिमाके अन्तिम झलक इस्राएलीके ना दिखाएँ कहिके अपनो अनुहारमे घुँघट डारत रहए।
\v 14 पर बिनको मन कठोर भव रहए, काहेकी आजके दिनसम्म पुरानो करार पढ्त बो घुँघट रहो रहए, जो घुँघट ख्रीष्टसे ईकल्लाे हटत हए।
\v 15 हए, आजसम्म फिर मोशाको किताब पढ्त बिनको हृदयमे घुँघट डरोहए,
\v 16 पर जब आदमी प्रभुघेन, घुमतहय तव घुँघट हटतहय।
\v 17 अब प्रभु आत्मा हए, तव जहाँ प्रभुको आत्मा हए, बाहुना स्वतन्त्रता हए।
\v 18 हम सब घुँघट हटाए भओ मुहसे प्रभुको महिमाके देखत हएँ, तव एक महिमासे दुसरो महिमाघेन चढतए बाको रुपमे बदलतै जातहए। परमप्रभुसे जा आत हए, जो आत्मा हए।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जहेमरे परमेश्‍वारको कृपासे हमरसंग जा कृपा है हम हरेस ना खाए हँए।
\v 2 हम शर्मको और लुकी छिपी काम करन बालो काम छोड दए हँए। हम खराब काम करन या परमेश्‍वरकाे वचनके हेरफेर करन इन्कार करंगे। पर सत्यको वचन खुलस्त करके घोषणा करतै परमेश्‍वारको नजरमे हम सब आदमीक विवेकमे अपनएके ग्रहणयोग्य बनामंगो।
\v 3 हमर सुसमाचार घुँघटसे तुपोहए तवफिर जा नष्ट होन बालेक ताहिँ इकल्लो घुँघटसे तुपो हए।
\v 4 बिनके बारेमे कहौ कहेसे ख्रीष्ट, जो परमेश्‍वारको रुप हए, बाको महिमाको सुसमाचार बे नाए देखयँ कहिके जा संसारको देव अविश्वासीको समझके अधार बनाई दै हए।
\v 5 हम अपन प्रचार ना करत हए, पर येशूके ताहिँ हम तुमर दास हुइके, येशू ख्रीष्ट प्रभु हए कहिके प्रचार करत हँए।
\v 6 "जौन परमेश्‍वर "अध्यारोसे ज्योति चम्कए" कही, बा हमर हृदयमे चम्कत हए, काहेकी परमेश्‍वरकाे महिमाको ज्ञानको ज्योत ख्रीष्टको मुहमे चम्कए। "
\v 7 सर्वश्रेष्ठ शक्ति हमर ना हए पर परमेश्‍वारको हए कहिके स्पष्ट करन जा धान हमरसंग मट्टीको वरतनमे हँए।
\v 8 हम सबघेनसे अगठेमे हए, पर दबे ना हए। अलमलमे हए, पर निराश नाए हए।
\v 9 सताए भै हए, तहु फिर त्यागे नाए हए | प्रहार करके गिरे हए, तहु फिर नष्ट नाए भए हए।
\v 10 येशूको जीवन हमर शरीरमे प्रकट होए कहिके हम बाको मृत्यु सवदिन अपन शरीरमे बोकके नेगत हए।
\v 11 काहेकी हम जिन्दा हए तहु फिर येशूके ताहिँ सवदिन मृत्युको मुहमे पणजात हए, जहेमारे कि येशूको जीवन हमर मरणशील शरीरमे प्रघट होबए।
\v 12 अइसी मृत्यु हमर उपर काम करत हए, पर जीवन तुमरमे।
\v 13 "मए विश्‍वस करो, तभी मारे मए मस्को" कहान बालो आत्मा हमरमे हए तभि मरे हम फिर विश्‍वस करत हए, और हम मसकत हए।"
\v 14 हम जानत हए कि प्रभु येशूके जिन्दा करन बालो हमके फिर येशूसंग जिन्दा करैगो, और बहे हमके तुमरसंग बाको उपस्थितमे लातहए।
\v 15 काहेकी जा सब तुमर ताहिँ भव हए, काहेकी जैसो अनुग्रह जद्धीसे जद्धी आदमीमे फैलत जएहए, अइसीसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ धन्यवाद देन काम फिर बढतै जाबै।
\v 16 जहेमारे हम हरेस नाए खात हए, हमर बहे आदमी नाश हुइगौ हए तव का हमर आत्मीक मनुष्यत्व दिनए दिन नयाँ होत जै हए।
\v 17 काहेकी हमर हलुको और एकघरीको कष्टसे हमर ताहिँ अतुलनीय या अनन्तको महान महिमा तयार हए।
\v 18 हम दिखान बारी बात नाए, पर नाए दिखान बाली बात देखत हए काहेकी दिखान बारी बात एकघडिक होत हए पर नदेखनबारि बात सामानतक रहत हए।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 काहेकी हम जानत हए, कि हमर वास करो जा नाश होनबारो शरीर गिर जाएसे फिर स्वर्गमे अनन्तसम्म रहनबारो परमेश्‍वर दौ भव हमर घर हए, जो हातसे नाए बानइहए
\v 2। हिया नेहत्व हम व्याकुल होत हए, और स्वर्गीय डेरा धारण करन गजम इच्छा करत हए।
\v 3 काहेकी बा धारण करके हम नङ्गे ना हुइहए।
\v 4 काहेकी जा डेरामे रहत चिन्तासे हम डुबेरहत रत हए। हम नङ्गे हए काहेके नाए , पर और जद्धा लत्ता धारण करेहए, ताकी जो मरण शिल हए बो ज़िवानमे समावेश होबए।
\v 5 अब हमके जा बातके ताहिँ तयार करदेन बारो परमेश्‍वर हए, जो हमके बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दैहए।
\v 6 जहेमारे हमके पुरो भरोसा हए , कि हम जबसम्म शरीरमे रहए, तबसम्म प्रभुसे अलग हुइहए।
\v 7 काहेकी हम विश्‍वास द्वारा नेगतहए, देखन बारो बातके अधारमे नाए।
\v 8 हमरमे पूरो भरोसा हए, बरु शरीरसे अलग हुइके प्रभुसंग रहान हम चाहत हए।
\v 9 जहेमारे हम चहे शरीरमे होमए , चाहे अलग रहमै, बाके खुशि करन हमरो लक्ष्य हए।
\v 10 काहेकी हम सब ख्रीष्टक न्याय-आसनके सामुने ठाणन पणैगो, अइसी शरीरमे रहत अपन करो आनुसर हरेक अच्छो या खराबको प्रतिफल पाबैगो।
\v 11 जहेमारे प्रभुको भय पात करके हम आदमिके मानतहएँ। पर हम जो करत हए परमेश्‍वार जानत हए, और मए आशा करत हौ, बा तुमर विवेकमे फिर छर्लङ्ग हए।
\v 12 हम फिर तुमर ठिन अपन तारिफ नाकरतहए, पर तुमके हमरमे गर्व करन मौका देत रहए, ताकी तुम बिनके जवाफ देन सिकौ, जो आदमिके ह्रदयके बातमे नाए पर बाहिर बातमे घमण्ड करतहए।
\v 13 अगर हमर होश ठेकानमे नाय, कहेसे जा परमेश्‍वरके ताहिँ हए, तव हम ठिक होशमे हए कहेसे जा तुमर ताहिँ हए।
\v 14 ख्रीष्टको प्रेम हमके मजबुर बनातहए, काहेकी हमके जा पक्का हए, कि सबके ताहिँ एक जनै मरो भव सब मरे।
\v 15 बो सबके ताहिँ मरो हए, ताकी बचनबारो अब अइसो अपन ताहिँ नाएबचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए।
\v 16 अइसो अपन ताहिँ नाए बचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए।16 अइसी अब अबसे हम कोइके आदमीके दृष्टिकोणसे नाए[नजरसे] देखत् हँए। हम ख्रीष्टके एक समयमे आदमिके दृष्टिकोणसे देखे रहए, पर अबसे हम बाके अइसो नाए दिख्हए।
\v 17 जहेमारे कोइ ख्रीष्टमे हए कहेसे बो नयाँ सृष्टिहए | पुरानो बितगओ हए, देख नयाँ आओ हए।
\v 18 जा सब परमेश्‍वारसे भव हए, जो हमके ख्रीष्टसे अपनसंग मिलापमे लाई हए, और हमके मिलापको सेवा दै हए।
\v 19 अथवा स्वयम ख्रीष्टमे हुइके परमेश्‍वारके संसारके अपनसँग मिलापमे लातरहए। बिनको अपराधको लेखा नालैके मिलाप करन कामको सन्देशाे बा हमके सौपदैहए।
\v 20 ज़हेमारे हम ख्रीष्टके राजदूत हँए, और परमेश्‍वर हमसे अनुरोध करत रहए। ख्रीष्टके पक्षमे हम तुमके बिन्ती करत हए, कि तुम परमेश्‍वरसँग मिलापमे आबौ।
\v 21 काहेकी हम बोमे परमेश्‍वरकाे धार्मिकता बन्‍न सिकए काहेकी पाप नाचिन्‍न बारेके ताहिँ परमेश्‍वर हमर खातिर पाप बनाई हए।
\c 6
अध्याय ६
\v 1 परमेश्‍वरकाे सहकर्मी भवक मारे हम तुमके बिन्ती करत हँए, कि बाको अनुग्रह व्यर्थ होन मत देओ,
\v 2 काहेकी बो कहात हए, “ग्रहण योग्य( ठिक) समयमे मए तुमर पुकरा सुनहौ, और मुक्तिको दिनमे मए तुमके सहायता करेहौ।” देखौ ग्रहण योग्य(तहिक) समय हबए हए, मुक्तिको दिन हबए हए।
\v 3 हमर सेवामे दोष नापामए कहिके हम कोइके डगरमे रोकावटको कारण नाए बने हए,
\v 4 पर सब घेनसे हम अपनैके परमश्‍वरके सेवक हए करके दिखात हए -जद्धा शहनसिलतामे, कष्टमे कठिनाइमे,
\v 5 आपत-बिपतमे, कुटाइ-पिटाइमे, कैदमे, हुलदङमे, मेहनतमे, निधानोमे, भुखोमे,
\v 6 शुध्दतामे, ज्ञानमे, धैर्यमे, दयामे, पवित्र आत्मामे, साँचो प्रेममे,
\v 7 सत्यबोलिमे, और परमेश्‍वरकाे शक्तिमे, दहिना और दिबरा घेन, धार्मिकताको अस्त्र -शस्त्र धारण करके,
\v 8 , आदरमे और अनादरमे, बदनाम और अच्छाेनाममे,। हम ठगिया ठहरे, पर हम सच्चे हए।
\v 9 अपरिचित हँए त फिर सुपरिचित हँए।मरन लागो हानि हए, ताहु फिर हम बचेहए। सजाय भोगे, तहु फिर नाए मरे हए।
\v 10 पछतौनो, तहु फिर सब दिन आनन्दित। गरीब, तहु फिर बहुत् के धनी बनन् बारे। कछु नाए भओ हानि तहु फिर सबए चिज भओ।
\v 11 हे कोरिन्थीनके बिसबासि हो, हम तुमके अच्छे से कही दै हए, हमर हृदय तुमर ताहिँ खुलो हए।
\v 12 तुमर ताहिँ हमर माया कम नाए भओ हए, सायद तुमरो हमर घेनको माया कम हुइगौ हए।
\v 13 अब जाको बदलामे मए अपन बालकनके संग कहत हौ, कि तुम फिर अपन हृदय खुल्ला रखाबओ।
\v 14 अविश्‍वसि संग एकै जुवामे मत मचौ। काहेकी धर्म और अधर्मको का समझदारी होत हए? अथवा अधियारो संग उजियारोको का सहभागिता?
\v 15 ख्रीष्टके झुठ बोलनबरेसे का सरोकार? या विश्‍वास करन बारे विश्‍वास नाए करन बारेसे का सम्बन्ध ?
\v 16 मुर्तिसे परमेश्‍वारको मन्दिरसे का सम्झौता? काहेकी हम जीवित परमेश्‍वारको मन्दिर हए, जैसे परमेश्‍वर कही हए, मए तुमर उपर बास करेहौ, और बिनके विचमे नेगंगो, और मै उनको परमेश्‍वार होमंगो, और तुम मिर प्रजा होबैगे।”
\v 17 ज़हेमारे उनके विचसे निकरके आओ, और उनसे तुम अलग अलग होबओ, परमप्रभु कहात हए। खराब चीज कछु मत छुबौ और मए तुमके ग्रहण करंगो।
\v 18 मए तुमर पिता होमंगो, और तुम मिर लौणा लौणीया होबैगे, सर्बशक्तिमान परमप्रभु कहात हए।”
\c 7
अध्याय ७
\v 1 जहेमारे हे प्रिय हो, हमर सँग जे प्रतिज्ञा भओ तभि मारे शरीर और आत्माके सब किसिमके अशुध्दतासे हम अपनके शुद्ध बनामै, और परमेश्‍वरके भयमे पवित्रताके सिध्दता घेन बढतए जाए।
\v 2 हमके तुमर हृदयमे स्थान देबओ। हम कोइके खराबी नाए करे हए। हम कोइके भ्रष्ट नाए करेहए। हम कोइ आदमीसे फाइदा नाए उठए हए।
\v 3 तुमके दोषी ठहरान के ताँहि मए जा नाए कहो हओ, काहेकी मए अग्गु य कहि दओ हौ, हमर हृदयमे तुमर ताहिँ यित्तो स्थान हए, कि हम तुमर सँगमे मरन या बाँचन तयार हए।
\v 4 तुमरमे मेरो बडो भरोसा हए। तुमर उपर मए बेढम गर्व करत हओ | मए सान्से भरपुर हौ। हमर सब कष्टमे मए बेढम आनन्दित हौँ।
\v 5 काहेकी हम माकेडोनियामे आएके पिच्छु फिर हमर शरीरके कछु विश्राम नामिलो, पर आसपास घेनसे हमके सङकष्ट आओ रहए, बाहिर सङघर्ष और भितर डरैडर रहए।
\v 6 तओ उदासिके सान्ति देनबारो परमेश्‍वर तीतसके आगमनसे हमके सान्ति दै रहए
\v 7। बिनको आगमनसे इकल्लो ना हए, पर बो सान्ति फिर, जौन सान्ति बे तुमसे पाइ रहए। मोके भेटन तुमर बडो इच्छाके बारेमे बे हमसे कही। मेरे ताहिँ तुमर शोकके बारेमे और मिर घेनको तुमर गहिरो चिन्ताके बारेमे फिर बे बताइ, और अइसी मए और जद्धा आनन्दित भओ
\v 8 मए अपन चिठ्ठिसे तुमके शोकित नाए बानओ ताहु फिर मए नाए पछतओं , होन त मोके पछतओ भओ रहए। मोके पता भओं, कि बो पत्रसे तुमके थोरी समयके ताहीँ फिर शोकित बनाई
\v 9। तुमके शोक भव हए कहिके मए खुशी नाए भओ रहओं, पर तुमरो शोक तुमके पश्चताप करन बारो बनाई कहिके हए, काहेकी तुम ईश्वरीय शोकके अनुभव करे, और हमर घेनसे तुमके कोई नोक्सानी सहान नाए पडो।
\v 10 काहेकी ईश्वरीय शोक मुक्तिके ताहिँ पश्चात्ताप उत्पन्‍न करत हए और बोमे पछुतो नाए होतहए, पर संसारिक शोकसे मृत्यु उत्पन्‍न करतहए।
\v 11 काहेकी देखओ- जा इश्वरीय शोकसे तुमरमे कैसो उत्साह उत्पन्‍न करि हए- अपनए के निर्दोष बनन् तुमरमे कैसो उत्सह, कैसो क्रोध, कैसो डर, कैसो प्यास, कैसो जोस न्याय होबए कैसो इच्छा! सब बातमे तए अपनके निर्दोष भओ साबित करेहौ।
\v 12 मए जा चिठ्ठि अन्याय करन बारो आदमिके कारणसे नाएलिखो रहौ, नत अन्यायमे पणो व्यक्तिके कारनसे नाए हए, पर जा हेतुसे कि परमेश्‍वारके दृष्टिमे हमर घेनको तुमर उत्साह कैसो हए, सो तुमके पता होबए।
\v 13 जहेमरे हमके सान्ति मिलो हए। हम पाओ अपन सान्ति बाहेक तितसके आनन्दमे हम जद्धा रमाए, काहेकी तुमसे बिनको मनमे शान्ति मिलो हए।
\v 14 काहेकी बिनके ठिन तुमर बारेमे मए कछु घमण्ड करो रहौ काहेकी मोके बो मे कछु शर्म नाए भव। पर जैसी हम तुमके कहो सब बात सत्य रहए, अइसीय तीतसके ठिन हमसे घमण्ड फिर सत्य ठहरो।
\v 15 तुमर सबके आज्ञाकारिता और तुमर डर और कम्पसँग बिनके करो स्वगत सम्झत बिनको भितर हौसला तुमरघेन झन बढ्के आओं रहए।
\v 16 मए रमात हौ, काहेकी तुमरे उपर मेरो पूरा भरोसा हए।
\c 8
अध्याय ८
\v 1 भैया रेव, माकेडोनियाके मण्डलीमे परमेश्‍वर दओ भओ अनुग्रहके बारेमे हम तुमके बतान चाहत हए।
\v 2 कष्टको भयङकर परीक्षाके बीचमे फिर बहुत आनन्द और घोर दरिद्रतामे बे उदार-चित्तसे दान दैइ
\v 3। काहेकी मए गवाही देत हौ, कि बे अपनो औकात अनुसार और औकातसे जद्धा फिर अपन राजीखुशीसे दैइ।
\v 4 बे सन्तको सहायताके ताहिँ भाग लेन पाओ कहिके हमके आग्रहपूर्वक(आदरके साथ) बिन्ती करी।
\v 5 हम आसरा करो हनी बे नाए करी, पर बे पहिले अपनैके प्रभुमे अर्पण करी, और परमेश्‍वरकाे इच्छा अनुसार हमके दैइ।
\v 6 जहेमरे तीतसके अग्गुसे सुरु करके तुमर बीचमे फिर बा अच्छो काम समाप्त करए कहिके हम बिनके बिन्ती करे।
\v 7 पर जैसी सब बातमे तुम बढे हौ, अथबा विश्‍वसमे , वचनमे, ज्ञानमे, सबए जोशमे और हमर घेन तुमर प्रेममे, उइसी अथवा तुम जा अच्छो काममे फिर बड्के जानबारि बातमे ध्यायन लगाबओ।
\v 8 मए जा आज्ञाको रुपमे नाए कहो, पर औरके जोशसँग तुलना करके तुमर प्रेम फिर सच्चो होबए कहिके प्रमाणित करन ताहीँ मए जा कहो हौँ।
\v 9 काहेकी हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके अनुग्रह तुमके पता हए, बा धनी रहए, तहु फिर तुमर ताहि बा गरिब भओ, ताकि बाको गरिबसे तुम धनी होन सिकौं।
\v 10 अब जाके बारेमे मेरो सल्लाह जहे हए- एक वर्ष अग्गु जौन दिन काम तुम सुरु करे इकल्लो नाए, पर बा करन उत्कट इच्छा फिर करे रहौ, बाके अब पूरा करन तुमर ताहीँ अच्छो हुइहए।
\v 11 इच्छा करनमे तुमके जौन तयारी रहए बहे कता अपनो औकातअनुसार दैके जा कामके पूरा करौ।
\v 12 काहेकी देनबारो तयारी हए कहेसे आदमीसँग भओ अनुसारको दानए ग्रहणयोग्य होतहए, नाभव अनुसारको नैयाँ।
\v 13 तुमके भारी होबए औरके हलुको होबए कहिके मए जा कहो नैयाँ,
\v 14 पर समानताके हिसाबसे जा हबयके समयमे तुमके प्रशस्ततासे बिनको अभाव पूरो हुइहए, और बिनको प्रशस्ततासे तुमर अभाव पूरा कर देबए। अइसी सबएमे समानता होबए,
\v 15 जैसो लिखो हए, “बेढ़म बटोरन बारेसँग जद्धा नाए रहो, और कम बटोरन बारेके अभाव नाए भओ।
\v 16 पर परमेश्‍वारके धन्यबाद होबए, जो तीतसके हृदयमे तुमर ताहीँ बहे फिक्री करदै हए
\v 17 काहेकी बे हमरो अनुरोधके मानी इकल्लो नाए, पर अपनै फिर गजम उत्साहीत हुइके अपनो इच्छाके तुमर ठीन आओ।
\v 18 तव हम बिनकेसँग बो भैयाके पठात हए, जो सुसमाचारको प्रचारमे सबय मण्डलीको बीच मे प्रख्यात हए।
\v 19 तओ इतकए इक्ल्लो नाहए, पर प्रभुको महिमाके ताहिँ और हमरो सदभाव प्रकट करके ताहि, अच्छो काममे हमरसँग यात्रा करन मण्डलीसे बाे नियुक्त भओ हए।
\v 20 उदार- चित्तके दओ जा दान सञचालन करत जा केबारेमे कोई हमके दोष नाए देबए कहिके हम चाहत हए।
\v 21 काहेकी हम प्रभुको दृष्टिमे इकल्लो नाए हए, पर आदमीको दृष्टिमे फिर जो आदरणीय हए बो करन लक्ष्य धरत हए।
\v 22 बिनकेसँग हमर भैयाके पठात हए, जौनके हम गजम चोटी जाँचके गजम बातमे जोशिलो पाए हँए | तुमर घेन भओ बिनको बणों भरोसासे करत बे मेहनति और जद्धा जोशिलो भए हँए।
\v 23 तीतसचाहिँ मेरो सहभागी और तुमर सेवामे मेरो सहकर्मी हए, और भैयानके तहिँ मण्डलीको दूत और ख्रीष्टको महिमा हए।
\v 24 तुमर प्रेम और तुमर बारेमे करो हमर गर्व को प्रमाण मण्डलीको सामने जे आदमीके दै।
\c 9
अध्याय ९
\v 1 सन्तके ताहीँ दओ भव भेटीके बारेमे तुमके लिखीरहन मोके जरुरि नैयाँ।
\v 2 काहेकी मए तुमर चाहना जानत हौँ। जा के बारेमे माकेडोनियाके आदमीनके ठिन तुमर गर्व करत मए कहोरहौ, कि पोर सालसे आखैया तयार हुइ रहो हए। तुमर जोशसे बिन मैसे बहुत जैसेनके उत्सह करी हए।
\v 3 पर जा के बारेमे तुमर ताहीँ हम गर्व करो व्यर्थ नाए होबए, और मए कहोअनुसार तुम तयार रहौ करके मए भैयानके पठातए रहो हौ।
\v 4 अगर कोई माकेडोनियाके मिरसँग अएके तुमके तयार नापाइँ कहेसे हम शर्ममे पडँगे, और तुमके फिर कम्ति शर्म नाए हुईहए काहेकी हम तुमर उपर बडो भरोसा करे रहए।
\v 5 जहेमारे तुम प्रतिज्ञा करो भेटीको प्रबन्ध अग्गुसे मिलानके ताहीँ मोसे अग्गु भैयानके तुमर ठीन पठानके मए जरुरी मानो | जहेमारे जा भेटी करकापसे नाए, पर राजीखुशी दओ भओ भेटीके रुपमे तयार होबए।
\v 6 पर बात जहे हए, कि थोरी बोनबारे थोरी या कटनी करहए, और प्रशस्तसँग बोनबारो प्रशस्तसे कटनी करैगो।
\v 7 तओ सब आदमी अपनो मनमे सङक्ल्प करोबमोजिम देबए, इच्छा नाए भवत नाए , नत करकापमे करके | काहेकी खुशी- साथ देनबारेके परमेश्‍वर प्रेम करत हए।
\v 8 परमेश्‍वर तुमके सब आशिष प्रशस्त मात्रामे देन सिकैगो, ताकि तुमरसंग सबदिन हरेक चीज प्रशस्त होबए, और सब अच्छो कामके ताहिँ तुम प्रशस्त मात्रामे देन सिकओ।
\v 9 अइसो लिखो हए, “जौन बोत हए, और गरीबके देतहए, बाको धार्मिकता सदासर्वद रहत हए।”
\v 10 बोन ताहिँ बिज और खान ताहिँ भोजन देनबारो तुमके बिज देहए, और बोमे बढत जए हए, तव तुमर धार्मिकताको फसल बढए हए।
\v 11 तुमरो बडो उदारताके ताहीँ सब बातमे तुम धनी हुइ हौ, जौन उदारतासे हमके परमेश्‍वर चढ़ानबारो धन्यवाद उत्पन्‍न करैगो।
\v 12 जा सेवाको कामसे सन्तको अभाव पूरो हुइ हए , इतकए इकल्लो नाए, परमेश्‍वर घेनको गजम धन्यवादको भाबन उतरके आतहए।
\v 13 सेवाको जा जाँचसे तुम ख्रीष्टको सुसमाचार स्वीकार करन अपनो भावन आज्ञाकारितासे और बिनके ताहिँ और सबएके ताहिँ तुम उदार- चित्तसे दओ भेटीसे परमेश्‍वरको महिमा होबैगो।
\v 14 परमेश्‍वरको अपार अनुग्रह तुमरमे रहानके मारे बे तुमर चाहना करतहए, और तुमर ताहिँ प्रार्थना करत हए।
\v 15 बाको वयान करन नाए सिकन बारो वरदानके ताहीँ परमेश्‍वरके धन्यवाद होबए।
\c 10
अध्याय १०
\v 1 मए पावल, तुमर ठिन नम्र होत् हौ, पर दुर होत तुमर ताहीँ सहासी होत् हौ! ख्रीष्टको नम्रता और कोमलतासे मए तुमके बिन्ती करत हौ।
\v 2 मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि तुमर ठीन आत मए दिखान सोचो बा सहास आत्मा-बिश्‍वासके साथ बिनके दिखान नाए पणए, जौनसे हमके संसारिक तरीकासे काम करत हए कहिके शंका करत हए।
\v 3 काहेकी हम संसारके हए, ताहुँ फिर संसारिक लणाइँ त नाए लणत हए
\v 4। काहेकी हमर लणई अस्त्रा-सास्त्रा संसारीक नाहए, पर किल नाश करन इश्वरीय सामर्थ बोमे हए।
\v 5 परमेश्‍वरके ज्ञानको विरुध्दमे खणा होनबारो बहस और हरेक अहंकारपूर्ण बाधाके नाश करत हए, और सब विचारके ख्रीष्टको आज्ञापालन करनके वश मे करत हएँ।
\v 6 तुमरो आज्ञाकारिता पूराे हुइके पिच्छु सब अनआज्ञाकारिताके दण्ड देन हम तयार बैठंगे।
\v 7 तुम आँखी को सामने भव चिजके देखओ, कोई आदमी जा भरोसा हए कि बो ख्रीष्टको हए कहेसे, अपनए के याद दिबाबए, कि जैसो बा ख्रीष्टको हए, हम फिर ख्रीष्टके नाए हौ।
\v 8 काहेकी हमरो अधिकारके बारेमे मए कुछ जद्धा घमण्ड करो कहेसे फिर मए शर्ममे नाए पणंगो, काहेकी जा अधिकार तुमर बिगारके ताहिँ नाए, पर तुमर सुधारके ताहिँ प्रभु दै हए।
\v 9। मए तुमके लिखो चिठ्ठी तुमके डर दिखानताहिँ हए कहिके मत कहाओ।
\v 10 काहेकी बे कहात हएँ , “बाको चिठ्ठी गहकिले और प्रभावशाली हुइहए, तव बा अपनए उपस्थित होत बा कमजोर होत हए और बाको वचनको कोइ महत्त्व नाए होत हए।”
\v 11 उइसे आदमी जा याद करए, कि हम अपनी अनुपस्थितमे चिठ्ठिसे जो कहात् हए , उपस्थित होत फिर बेहि काम करत् हए।
\v 12 अपनी तारिफ अपनए करनबाले कोइ-कोइ आदमी सँग हम अपनके एकए समुहामे रहन, औरअपनके बिनके सँग दाँजन हम सहाँस नाए करत हएँ। तओबे अपनए अपनेके एक- दुसरेसँग नापके देखत और दाँजत बे बिना समझके होतहए।
\v 13 हम सिमाना नाघके गर्व नाए करतहएँ, पर तुमरे ठिन पुगनके ताहिँ परमेश्‍वर हमके तोकि दै सिमाना भितर रहमंगे।
\v 14 तुमरठिन आएकेता हम बढात चढात घमण्ड नाए करहएँ , काहेकी ख्रीष्टको सुसमाचार लैके तुमरठिन अग्गु पुगन बारे हम रहएँ।
\v 15 हम सिमाना नाघके दुसरेके परिश्रममे गर्व नाए करत हए , पर हमर आशा जा हए , कि तुमर विश्‍वास बढतै जात तुमरे बिचमे हमर क्षेत्र झन बढत जाबैगो,
\v 16 ताकी हम औरके क्षेत्रमे अग्गु हुइके काममे घमण्ड नाए करके तुमके देखके बाहिरको ठाउँमे सुसमाचार प्रचार करन सिकौ।
\v 17 " घमण्ड करनबारे परमप्रभुमे घमण्ड करए।” "
\v 18 कहेकी अपनो तारीफ अपनए करन बारो आदमी स्वीकार नाए करत हए, पर प्रभुके तारीफ करनबारो आदमीचाहिँ स्वीकार करो जए हए।
\c 11
अध्याय ११
\v 1 तुम मेरो थोरी मूर्खता सहे से फिर हुइतो! थोरी सहिदेबौ!
\v 2 ईश्वरीय दिक्कसे मए तुमर से दिक्क भव हओ। एकए लोगा कि पवित्र दुल्हीनके रुपमे तुमके दिखानके ताहिँ मए ख्रीष्टसंग तुमर मगनी करदौ।
\v 3 पर जैसी साँपके अपनो चलाँकीसे हव्वाके फसाई, उइसीय ख्रीष्टघेनको तुमर निष्कपट और चोखो भक्तिसे तुमर विचार भ्रममे पणे हए कि कहिके मोके डर लागो हए।
\v 4 काहेकी अगर कोइ आदमी आएके हमरे प्रचार करे से जद्धा दुसरो येशूके प्रचार करहए कहेसे, और तुम पाओ भओ आत्मासे दुसरो आत्मा तुम ग्रहण करौ तओ कहेसे, अथबा तुम पाए भओ सुसमाचारसे दुसरो कोइ सुसमाचार ग्रहण करहौ कहेसे, तुम जे सबके ठिन सजिलेसे झुकत् हौ।
\v 5 कोइ बातमे मए बे सर्वोच्चो प्रेरितनसे एकु फिर कम नैयाँ।
\v 6 मए जनैया वक्ता नाए भओ से फिर मिर मे ज्ञानको कमी नैयाँ। जा बात हम हरकिसिमसे तुमके सफासे दिखाए दय हए।
\v 7 अपनेके छोटो बनाएके तुमके उच्च बनामऔ कहिके परमेश्‍वरके सुसमाचार मए तुमके फ्रिमे सुनात का मए पाप करो हौ का?
\v 8 तुमरो सेवा करन और मण्डलीसे आर्थिक सहयता लैके मए बे मण्डलीके लुटो।
\v 9 तुमरे संग रहात जब मोके अभाव पणो रहए मए कोइको बोझ नाए भव, काहेकी माकेडोनियासे आए भए भैया मिर अभाब पुरा करी। ताहु फिर कोइ किसिमसे तुमरे उपर बोझ पणहेकी कहीके मए अपनेके रोको और पच्छुके फिर रोकंगो।
\v 10 ख्रीष्टको सत्यता मिरमे हए, और अखैयाको इलाकामे मेरो जा गर्वके कोई रोक नाए पएहए।
\v 11 काहे? का मए तुमके प्रेम नाए करत हौ कहिके हए का? परमेश्‍वर जानत हए, कि मए तुमके प्रेम करत हौँ !
\v 12 पर मए जो काम कर रहो हौँ सो करत रएहौँ, ताकि बे आदमीको दाबीके काट्न सिकौ, जोन धागसे करए सेवा- कर्म हमरो समान हए कहिके कहात हए।
\v 13 काहेकी अइसे आदमी झूठो प्रेरित और छली काम करनबारे हए, और ख्रीष्टके प्रेरितको भेष लगाएके नेगन इकल्लो हए।
\v 14 और जा कोई अचम्मो को बात नैयाँ, काहेकी शैतान फिर ज्योतिमय स्वर्गदूतको भेष धारण करत् हए।
\v 15 जहेमारे जा कोई अचम्मो बात नैयाँ, कि जा दास फिर धार्मिकताको दासके रुपमे अपनो भेष बदलत हए | बिनको अन्त बिनको कामअनुसार हुइहए।
\v 16 मए फिर कहात हौ, कोई आदमी मोके मुरख नाए सम्झए। पर तुम अइसो सम्झत हौ कहेसे फिर मोके मुरखके रुपमे ग्रहण करौ, ताकि मए फिर कुछ घमण्ड करन सिकौ।
\v 17 मेरो जा घमण्डको निश्चयमे, मए प्रभुको अधिकारमे नैयाँ, पर मुर्खकतामे कहि रहो हौ।
\v 18 बहुत आदमि शरिरअनुसार घमण्ड करतहयँ मय फिर घमण्ड करत हौ।
\v 19 तुम अपनै बहुत बुध्दिमान भए हौ कि खुशीसाथ मुर्खके सहतहौ।
\v 20 काहेकी अगर कोई आदमी तुमके कमैया ठहरत हए, अउर तुमके अपनो शिकार बनात हए,औ तुमसे फाइदा उठात हए, और धाक जमात हए, अथबा तुमर मुहमे थप्पर लगात हए कहेसे फिर तुम सब सहत हौ।
\v 21 मए लज्जित हुइके स्वीकार करत हौ, कि हम चाहिँ जा सब सहन नाए सिकन। पर कोई कुछ बातमे घमण्ड करत हए कहेसे, मए फिर बे बातमे घमण्ड करत हौ।हँ, मए मुर्ख कता बोलतहौ।
\v 22 का बे हिब्रू हए? मए फिर हौ। का बे अब्राहामके सन्तान हए? मए फिर हौ।
\v 23 का बे ख्रीष्टके सेवक हए? मए और अच्छो सेवक हौ- पागलकता मए बोलत रहतहौ| मए बहुत मेहनत करो। कैदमे और बहुत चोटी पडो | अनगिन्ती कोर्रा खाओ| मृत्यु को मुहमे बारबार पडो।
\v 24 पाँच चोटी मए यहूदीके हातसे एक कम चालीस कोर्रा खाओ।
\v 25 तीन चोटी मोके लठ्ठीसे मारी| एक चोटी पत्थरसे मारी। तीन चोटी मारी। तिन चोटी मए चढों जहाज ध्वस्त भव।एक दिन एक रात मए समुन्द्रमे नै बिताओं हौ।
\v 26 मेरी बारबारको यात्रामे मए नदीयाके, डाँकुनके जोखिममे, अपनो जातिको आदमिके जोखिममे, अन्यजातिको जोखिममे,सहेरके जोखिममे, उजाड-स्थानको जोखिममे, समुद्रको जोखिममे, झूठा भैयासे आनबारो जोखिममे।
\v 27 मेहनतमे और कष्टमे,कित्तो- कित्तो कच्‍निधामे रातमे, भोक और प्यासमे, बारबार उपवासमे, ठन्डी और नङ्गेमे पडो।
\v 28 तव और बात बाहेक सब मण्डलीको चिन्ताको बोझ मिर उपर हए।
\v 29 कौन दुर्वल हए और मएता नैयाँ? कौन पापमे फासोहए और मएचाहिँ घबणेयानो नाए?
\v 30 मोके गर्व करन पणेहए कहेसे, मए अपनो कमजोरी दिखान बातमे गर्व करेहौ।
\v 31 प्रभु येशूको परमेश्‍वर और पिता, जो सदामान धन्य हए, बो जानत हए, कि मए नाए ठगो।
\v 32 दमस्कसमे अरितस राजाको हाकिम मोके पक्णन दमस्कस सहेर मे ताक धरे रहए।
\v 33 पर भितियाको एक झयालसे डलबाममे धरके मोके तरे उतार दैं बहेमारे मए बिनके हातसे बचो
\c 12
अध्याय १२
\v 1 मोके गर्व करन पण हए। पर बोसे लाभ कुछु नाएहुइसे फिर, प्रभुसे पाओ दर्शन और जोतिकि बात मए करत हौ।
\v 2 ख्रीष्टमे मए एक जनै आदमीके चीनत हौँ, जो चौधा वर्षअग्गु तिस्रो स्वर्ग तक उठाएलैगओं। बो शरीरमे लैगओं कि शरीर विन, सो मए नाए जानत हौँ, परमेश्‍वर जानत हए।
\v 3 मए जा आदमीके चीनत हौ, शरीरमे हए कि विना शरीरमे, बो मोके पता नैयाँ, पर बा आदमी स्वर्गलोकमे उठालैगओं, जा बात परमेश्‍वार जानत हए।
\v 4 और बा हुवाँ नाए बतान बारी बात बो सुनी, जौन आदमी बतकानबारि फिर बात नाए पर गजब पबित्र बातनके सुनि।
\v 5 जा अदमिको पक्षमे मए गर्व करत हौ, पर अपनो पक्षमे कहेसे मेरो कमजोरी बाहेक और बातमे मए गर्व नाए करेहौ।
\v 6 अगर मए गर्व करन इच्छा करहौ कहेस फिर मए मुरख नाए बनंगो, काहेकी मए ठिक मस्कत हुइ हौँ। पर आदमी मिरमे देखिँ और मोसे सुनेसे जद्धा कोइ मोके नाए कहए कहिके मए गर्व करनसे रुकंगो।
\v 7 तव प्रसस्त प्रकाशको कारण घमण्डसे मए अगरो ना फुलौँ कहिके मोए सतान और घमण्डसे रोकन शैतानको दुत, और एक काँटो मिर शरीरमे दै।
\v 8 जा मोसे हटए कहिके मए तीन चोटी प्रभुसे बिन्ती करो।
\v 9 तव मोसे बा कहिँ, “मिर अनुग्रह तिर ताहिँ प्रसस्त हए, काहेकी मिर शक्ति कमजोर मे पुरी होत हए।”जहेमारे ख्रीष्टको शक्ति मिरमे वास करए करके बरु कमजोरमे जद्धा खुशीके साथसे गर्व करंगो।
\v 10 जहेमारे ख्रीष्टके ताहिँ कमजोरमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सतावटमे, आपतमे मए सन्तुष्ट रहत हौ | काहेकी जब मए कमजोर हौँ, तव मए शक्तिशाली हौँ।
\v 11 मए मुर्ख भओ हौँ | तुम मोके अइसे करन कर लगाए, काहेकी तुमरसे त मिर प्रशंसा करन पडो रहए, काहेकी मए कछु नाए भओ से फिर सर्वोच्च प्रेरितसे मए तुच्छ नैयाँ।
\v 12 साँचो प्रेरितके लक्षण पूरा धैर्यसे, चिन्ह चमत्कार और शक्तिक कामसे तुमर बिचमे प्रकट करी रहैँ।
\v 13 और सब मण्डलीक तुलनामे तुम कौन बातमे कम निगाह पाए? हओ, एक बातमे पर तुम मोके क्षमा करन पडैगो, मए तुमर ताहिँ बोझ नाए बनो।
\v 14 अब तिसरी चोटी तुमर ठिन आन मए तयार हौँ। मए तुमर ताहिँ बोझ नाए होमंगो, काहेकी मए तुमर सम्पत्ति नैयाँ पर तुमके चाहत हओ। काहेकी अइया-दौवाके ताहिँ लौडा लौडिया नाए, पर लौडालौडियक ताहिँ त अइया-दौवा जम्मा करन पड्त हए।
\v 15 मए तुमर ताहिँ गजब खुशी साथ खर्च करंगो, और स्वयम अपनए फिर खरचंगो | अगर मए तुमके जद्धा प्रेम करो कहेसे , का मए थोरी प्रेम पामओ?
\v 16 मए तुमके बोझ ना बुकाओ, जा ठिक हए, पर मए चलाकी करके तुमके फसए हौ करके तुम कहत् हौ।
\v 17 मए तुमर ठिन पठाओ भए मैसे कोइ आदमीसे तुमरेसे का मए फाइदा उठाओ का?
\v 18 मए तीतसके जान कहिके आज्ञा करो, और बो भैयाके बिनके सँग पठाओ | का तीतस तुमरसे कोइ फाइदा उठाइ? का हम एकै आत्मासे ना चले? का हम एकए कदममे ना नेगे?
\v 19 का तुम जा सोचत हौ, कि यित्तो समय तुमर अग्गु हम अपनए सफाई देत हए? प्रिय, हम परमेश्‍वारके ठिन ख्रीष्टमे मस्कत हए, तव जे सब तुमके बलियो बनानके ताहिँ हए।
\v 20 काहेकी मए आत मए इच्छा करोकता तुमके ना पाएके, और तुम फिर मोके अपने इच्छा करोकता ना पाएके काहेकी मोके डर लागो हए। साइत हुआ लणाइ, दिक्क, क्रोध,स्वार्थ, बिजरो, निन्दा-चर्चा, अपमान और गोलमाल हुइहए साइत।
\v 21 मोए डर लागत, कि मए फिर आत मिर परमेश्‍वार मोके तुमर ठिन छोटो करइगो, और गजब जनैक ताहि मोए शोक करनपडैगो, जौन अग्गु पाप करी रहए, और अपनए करो आशुद्धता, व्यविचार और छाडापनसे पश्चात्ताप ना करी हए।
\c 13
अध्याय १३
\v 1 तिसरी चोटी मए तुमर ठिन आमंगो। कोइ फिर दोष दुई या तीन साँचिक गवाहीसे साबित करन पडैगो।
\v 2 दुसरी चोटी तुमर बिचमे होत मए तुमके चेताउनि दओ कता अब उपस्थिति ना होत फिर मए तुमके चेताउनी देत हौ। मए फिर आत अग्गु अग्गु पप करन बाले और कोइके फिर मए ना छोड्गो-
\v 3 काहेकी ख्रीष्ट मोएमे बोलत हए कहिके प्रमाण तुम चाहत हौ। तुमरसँगको व्यवहारमे बा दुर्बल ना हए, पर बा तुममे शक्तिशाली हए।
\v 4 काहेकी दुर्बलतामे बा क्रूसमे टङगो, पर परमेश्‍वरको शक्तिमे बा जिन्दा भओ। अइसी हम बकसँग दुर्बल होतहए, पर तुमरसँगको व्यवहारमे परमेश्‍वरको शक्तिसे हम बकसँग जिमंगे।
\v 5 तुम विश्वासमे पक्के हओ कि ना हओ कहिके अपनैके अपनै जाँचके देखौ | अपनैके जाँच।जाँचमे असफल नाए हुइ हौ कहेसे येशू ख्रीष्ट तुमरमे हए कहिके तुमके पता होन पडो रहए !
\v 6 मए आशा करत हौ , कि हम असफल नाए भए हए कहेसे तुम पता पाबैगे।
\v 7 पर हम परमेश्‍वरमे प्रार्थना करत हए, कि तुम कछु खराबी मत करौ | हम जाँचमे सफल भए जैसो मत दिखाबौ। हम असफल भव जैसो दिखाएसे फिर तुमके जो अच्छो हए सो करौ।
\v 8 काहेकी हम सत्यको विरुध्दमे कछु करन नाए सिकत हए, केवल सत्यके ताहिँ ईकल्लाे करन सिकतहए।
\v 9 काहेकी हम कमजोर होत और तुम बलियाे होत हम आनन्दित होत हए। तुमर प्रगतिक ताहिँ हम प्रार्थना करत हए।
\v 10 तुमसे अलग होत मए जा लिखत हौ, जा हेतुसे कि तुमर-ठिन आत प्रभु मोके दौ भव अधिकार करो से मोके प्रयोग करन नाए पणैए। बा त बक बनानके ताहिँ दै हए, फोरनके ताहिँ नाए
\v 11 अन्तमे भैया रेव, अब बिदा पाओ | सिध्दताको लक्ष्य धरौ।सान्ति पाबओ।एक- दुसरेक संग सहमत होबौ। शान्तिमे रहबौ, और प्रिय और शान्तिको परमेश्‍वर तुमरे संग हुइहए।
\v 12 एक दुसरेके पवित्र चुमनसे आदर करीयौ।
\v 13 सबए सन्त तुमके नमस्कार पठाइँ हँए।
\v 14 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह, परमेश्‍वरको प्रेम और पवित्र आत्माको संगति तुमरे सबए संग रहबए।