Thr_reg/45-ACT.usfm

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\ide usfm
\h Acts
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\toc3 act
\mt Acts
\c 1
प्रेरतनके काम
अध्याय १
\v 1 प्याराे थियोफिलस, येशू काहन् और सिखान लागो सब बातमे मेरो सुरुकि किताबमे मए लिखो हओं।
\v 2 अपनए छाने भए प्रेरितनके येशू पवित्र आत्मासे आज्ञा दैके पिच्छु बो स्वर्ग उपर चलो गओ कुछ दिनतक सब बात जा किताबमे लिखिहए ।
\v 3 अपन दु:ख-भोगके पिच्छु बहुत अग्ठो प्रमाणसे बिनके सामुने बा अपनाएके जिन्दा प्रस्तुत करी। चालिस दिनतक बा बिनके ठिन दिखानो और परमेश्‍वरको राजके बारेमे बिनके बताई ।
\v 4 बिनके सँग खानके बैठो बा बिनके अइसो आढई, “तुम यरुस्लेमसे कहुँ मत जइऔ, पर पिता कहि भइ प्रतिज्ञाको आसरा करीओ जक बारेमे तुम मोसे सुन लए हौ ।”
\v 5 काहेकी यूहन्‍ना त पानी से बप्तिस्मा दै, पर अबकी थोरी दिनमे तुमर पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा होबैगो ।”
\v 6 जहेमारे जब प्रेरित इक्ठ्ठा भए, तओ बे बासे पुछीं, “हे प्रभु, का तुम इस्राएल राज्यके फिर से (पुनस्थापन) बनाए देहौ?”
\v 7 बा बिनसे कहि, “पिता अपन अधिकारसे तुको भौ दिन और समय जानन तुमरो काम ना हए ।
\v 8 पर पवित्र आत्मा तुममे अएहए तओ तुम शक्ति पए हौ, और तुम यरुशलेममे, सबए यहुदियामे, सामरियामे और पृथ्बीके अन्तिम छोर तक मिर साँची हुइहौ ।”
\v 9 ।” बा जा बात कहिके पिच्छु, बे देख्तय देखत् बा उपर चलो गओ और बादर मे बा बिनकि आँखी के अग्गु से लोप हुइगओ ।
\v 10 जब बे बाके बादरघेन जात एकटक लगाएके देखत रहएँ, तओ एकबरि सेतो लत्ता लगाए दुई आदमी बिनके जौने आएके ठाड़ीगए ।
\v 11 बे कहिँ, “गालीलके आदमीयों, तुम काहे बादर घेन ठाडे देखत् हौ ? जहे येशू जो तुम मैसे स्वर्गमे लै गओ हए, अभए जैसे तुम बाके स्वर्गमे जात देखेहौ, उइसी बा फिर आबैगो ।”
\v 12 तओ बे जैतुन कहान बारो पहडसे यरुशलेम मे घुमे । यरुशलेमसे जा पहड लगभग: एक किलोमिटार दुर पडत् हए ।
\v 13 सहेर भितरघुसके पिच्छु बे उपरके पणमे अपन बैठन बारो कोनोमे चढे । बे पत्रुस, यूहन्‍ना, याकूब अन्द्रियास, फिलिप और थोमा, बारथोलोमाइ और मत्ती, अल्फयसको लौड़ा याकूब और उग्रपन्थी दलको सिमोन और याकूबको लौड़ा यहूदा रहँए ।
\v 14 गजब बैयर और येशूकी अइया मरियम और बोके भैयानसँग जे सब एक मन हुइके लगातार प्रार्थना करत् रहँए ।
\v 15 बे दिनमे भैयनके बीचमे पत्रुस ठाड़ो {जे आदमीको संख्या लगभग: एक सय बीस रहए}, और कहि,
\v 16 "भैयारेओ, धर्मशास्त्रको वचन पुरा होनके रहए, जौन वचन येशूके पकड्न बारोको अगुवा यहूदाके बारेमे अग्गुयएसे दाउदके मुहुसे पवित्र आत्मासे मस्की ।
\v 17 काहेकी बाको गिन्ती हम्रीए सँग भओ रहए और जहे सेबामे बा हिस्सा पइ रहए ।
\v 18 बा आदमीके अधर्मको कमाइसे एक जामिन मोल लै, और मोडके बल गिरो और बाको भोण फट्के, और बाको सबय आँति-भोण निकरगव ।
\v 19 जहे बात यरुशलेमके सबय बाशिन्दानके पता हुइगव । बा जामिनको नाउँ बे अपने भाषामे आखेल्दामा धरी, औ रगतको खेत ।
\v 20 पत्रुस कहि, काहेकी भजनके किताबमे अइसो लिखोहए, 'बाको बैठनबारो ठाउँ उजाड होबए, और हुवाँ बैठन बारो कोइना होबए, और बाको कामको जिम्मेबार दुसरो लेबए ।'
\v 21 जहेमारे हमर सँगमे रहन बारे आदमी मैसे एक जनी के छानन् जारुरि हए, जौन आदमी प्रभु येशू हमर बीचमे रहिके भितर-बाहिर कर्त सब दिन हमर सँग रहए,
\v 22 औ अइसो आदमी जो यूहन्‍नाके बप्तिस्मा से लैके बा हमसे उपर लैजानके दिन तक हमर सँग रहए | बा आदमी हम्रे सँग सँगए बाको पुनरुत्थानको साँची होनपडैगो ।”
\v 23 बिनमैसे दुई जनै, औ बारसाबास कहान बारो योसेफ, जौनको कुलनाउँ युस्तस रहए, और मतियासको नाउँ प्रस्ताव करी ।
\v 24 बे अइसे प्रार्थना करीँ, “सब आदमीको ह्रदयको बात जान्‍न बारो प्रभु, जे दुई मैसे तुम कौनके छँटेहौ सो हमके दिखाए देओ,
\v 25 और बा जा सेवा और प्रेरितको काममे घुश पाए, जौन सेवासे यहूदा भड्कके अपन ठाउँमे मरीगओ ।”
\v 26 तओ बे दुईनके बीचमे चिट्टा डरीँ, और मतियासके नाउँमे पाड़ि गौ, और एघार प्रेरित संग बाको गिन्ती भओ ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जब पेन्तिकोसको दिन आओ, बे सब एक ठाउँमे इक्ठ्ठा हुइके बैठे रहएँ ।
\v 2 तओ स्वर्गसे एकबरि बड़ो आँधीको झोका जैसो एक आवाज आओ, और बे बैठो भओ पुरो घर भरिगओ ।
\v 3 आगीको लपत जैसो बिनके ठिन दिखानोऔर बट-बटके बे सबएन के उपर बैठे ।
\v 4 तव बे सब पवित्र आत्मासे भरिगए, और जइसे पवित्र आत्मा बिनके बारदन दै बहेकता बे अन्या भाषामे मस्कन लागे ।
\v 5 स्वर्गके तरे भए सब देशके ईश्‍वार भग्ता यहूदी बा बेरा यरुशलेममे बैठे रहएँ ।
\v 6 तओ जा आवाज सुनके भीड जमा हुइगै । बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए | कहाकी सब अपन-अपन भाषामे मस्कत सुनी ।
\v 7 बे सब अचम्मो मानके छक्क पडिगए, और अचम्मो मानके कहान लागे, “का जे सब मस्कन बारे गालीली त ना हएँ?
\v 8 तओ कैसे जे सबय हमर अपनी अपनीभाषामे मस्को हम सुन्तहएँ?
\v 9 हम हियाँ पार्थीके मादीके और एलामीके और मेसोपोटामियाके, यहूदियाके, कापाडोकियाके, पोन्टस और एशियाके बासिन्दा हएँ ।
\v 10 और फ्रिगिया, पामफिलिया, मिश्र और कुरेनीमे पडन बारे लिबियाके और आसपासके क्षेत्रके और रोमसे आए भए यहूदी और यहूदी परम्परा (मत) मानान् बारे दोनए हएँ,
\v 11 क्रेटके बासिन्दा और अरबी फिर हएँ, और हमरे अपन-अपन भाषामे परमेश्‍वारको महान कामको बयान बिनके कर्त सुनरहेहएँ ।”
\v 12 बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए और दोधारमे पडके एक दुसरे से अइसो कहान लागे, “जाको अर्थ का हए?”
\v 13 तओ और माजक करके अइसे कहिँ, “बे नयाँ दारुके नसा मे हएँ ।
\v 14 तओ पत्रुस एघार जनैनके संग ठाडके बडोसोरमे कहि, “यहूदियाके आदमी तुम, और यरुशलेमके बासिन्दा तुमके जा बात पता होबए, और मिर बात सुनओ ।
\v 15 काहेकी तुमर सोचो भव जैसो जे नसा ना हएँ, काहेकी हबए सुबेरेको नौ बजो हए ।
\v 16 पर योएल अगमवक्तासे कहो बात जहे हए,
\v 17 'आखिरी दिनमे अइसो हुइहए कहिके परमेश्‍वार कहातहए, मए सब आदमीनके उपर मिर आत्मा अखनाए देहौ, और तुमरे लौडा और तुमरी लौडिया अगमवाणी करेहएँ, और तुमरे जवान दर्शन दिख्हएँ, और तुमरे बुढेपाखे सपना देखंँगे ।
\v 18 हँ, मए अपन दास-दासीनके उपर बे दिनमे मिर आत्मा अखनए देहौ, और बे अगमवाणी करहएँ ।
\v 19 उपर बादर मे अचम्मोको काम और तरे पृथ्बीमे चिन्ह दिखैहौँ, औ रगत, आगी, और धुवाँको मुक्काला ।
\v 20 परमप्रभुको महान और गौरवमय दिन आनसे अग्गु दिन अन्धयारोमे और जोनी रगतमे बद्ल जएहए ।
\v 21 और जौन परमप्रभुको नाउँ लेहए, बा उध्दार पएहए ।'
\v 22 " इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्‍वार शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई । तुमके पतए हए कि परमेश्‍वार तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए । "
\v 23 जा परमेश्‍वार पहिलेसे ठहराओ भओ जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे ।
\v 24 बाके परमेश्‍वार मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी । काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए,
\v 25 काहेकी दाउद बाके बारेमे काहत हए, 'मए प्रभुके सबदिन मेर अग्गु देखो,काहेकी मए नाडगमगमौँ कहिके बा मिर दहिना हांत घेन हए ।
\v 26 जहेमारे मिर ह्रदय आनन्दित और मिर जीब खुशी हय । जहेमारे मिर शरीर फिर आशामे जिहए
\v 27 काहेकी तुम मिर प्रणाके पातालमे नाछोड़ैगो , न त तुम अपन पवित्र जानको शरीर सडन देहौ |
\v 28 तुम मोके जीवनकी डागर बताए हौँ, तुम मोके अपन उपस्थितिमे आनन्दसे गद्गद् करैगे |'
\v 29 ' "भैयारेओ , हमर पुर्खा दाउदके बारेमे मए तुमसे नेहत्य कहान चाहतहौ, कि बा मरो, गड़ो और आजको दिन तक उनको सर हैयाहए । "
\v 30 जहेमारे एक अगमवक्ता हुइके, बो जान्त रहए कि परमेश्‍वार कसम खाई रहए कि उनकि सान्तानसे उनको सिंहासनमे एक जनैके परमेश्‍वार बैठाबैगो ।
\v 31 अग्गुसे जा देखके बा ख्रीष्टको पुनरुत्थानके बारेमे कहि कि बा न पातालमे छुटो, न त बाको शरीर सडो ।
\v 32 जहे येशूके परमेश्‍वार जिन्दा करी । जा बातके हम सब साँछी हएँ ।
\v 33 जहेमारे परमेश्‍वारके दहिने हाँतघेन बा बैठो, और पितासे पवित्र आत्माको प्रतिज्ञा पाई, और बा जा अखनए दैहए, जो तुम देखे और सुनेहौ ।
\v 34 काहेकी दाउद त स्वर्गमे नाचढो पर बे अपनए कहात हएँ, 'परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, तुम मिर दहिने हातघेन बैठ
\v 35 जबतक मए तुमरे दुस्मनके तुमर टाँङगको पाउदान ना बनएहौ ।'
\v 36 जहेमारे इस्राएलको सबय परिवार जा पक्का करके जानए, कि येशू, जौनके तुम क्रुसमे टाँगे,परमेश्‍वर बाके प्रभु और ख्रीष्ट बनाई ।”
\v 37 जा बात सुनके बिनको ह्रदय टुटि गौ, तओ पत्रुस और प्रेरितसे बे कहिँ, “ए भैयओ, हम का करएँ?”
\v 38 पत्रुस बिनसे कहि, “पश्‍चताप करओ, और तुम पाप क्षमाके तहीँ येशू ख्रीष्टको नाउँमे तुम सब बप्तिस्मा लेओ, और तुम पवित्र आत्माको बरदान पाबैगे ।
\v 39 काहेकी प्रतिज्ञा तुमरे ताहिँ तुमर सन्तानके ताहिँ और दुर-दुरमे रहे सबके ताहिँ हए, सब जौनके प्रभु हमर परमेश्‍वर बुलाबैगो ।”
\v 40 और बहुत बातसे बो बिनके गवाही दै, और अइसे कहिके अर्ती दै, “जा दुष्ट पुस्तासे तुम अपनएके बचाओ ।”
\v 41 तओ जौन-जौन बाकी बातके ग्रहण करीँ बे बप्तिस्मा लै, और बा दिन लगभग: तीन हजार आदमी संख्यामे बढिगए ।
\v 42 बे प्रेरितके शिक्षा, संगति, और रोटी तोडन और प्रार्थनामे भक्तिकेसाथ लागेरहात् रहएँ |
\v 43 सबयके ह्रिदयमे डर पैदा भौ, और प्रेरितसे बहुत अचम्मोके काम और चिन्ह भए ।
\v 44 विश्‍वास करन् बारे जित्तो सब एकसंग बैठत रहएँ, और बिनको सबय चिज साझा रहए ।
\v 45 बे अपन सम्पति और मालमत्ता बेचके जौन-जौनके जो-जो चिजको जरुरत पणत् रहए सबके बे बाँट देतरहएँ ।
\v 46 बे एक मन हुइके मन्दिरमे एकसंग इकट्ठा होत रहएँ, और घर-घरमे रोटी तोड्त रहएँ, और बे खुशी और सुध्द ह्रदयसे मिलजुलके खात रहएँ,
\v 47 और परमेश्‍वारको प्रशंसा करत् और सब आदमीसे साहयता पात बैठत् रहएँ | उध्दार पानबारे प्रभुमे दिनए दिन बिनके संख्यामे बाढए देत रहए ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 पत्रुस और यूहन्‍ना दुपहारके तीन बजे प्रार्थनाको समयमे मन्दिरमे जातरहएँ|
\v 2 मन्दिर भितर घुस्नबारे संगए भीख माग्‍न बरो जलमतैसे एक जनै लङ्णा आदमीके बोकके लात रहएँ और रोजदिन मन्दिरमे सुन्दर नाउँको फाटकमे बैठार देत रहएँ ।
\v 3 पत्रुस और यूहन्‍नाके मन्दिरमे घुस्त देखके बो भीख मागी।
\v 4 यूहन्‍ना संग पत्रुस बाके एकटक लगाएके देखके कहिँ, “हमर घेन देख!”
\v 5 बिनसे कुछ पानकी आशा करके बा ध्यान दैके बिनके घेन देखि ।
\v 6 तव पत्रुस कहि, “सोनोचाँदी मिर ठिन नाहए| पर जो मिर ठिन हए, बहे मए तोके देत हौं| नासरत येशू ख्रीष्टके नाउँमे नेग |”
\v 7 !” बे बाको दहिना हात पक्ड्के बाके उठाईं । और तुरन्त बाके टाँगमे और गाँठीगुठीमे तागत आइगौ ।
\v 8 और तुरुन्तय उठके बा ठाड़ि गओ और नेगन लागो, और दौरत औ कुदन लागो और परमेश्‍वर कि स्तुति करत् बिनके संग मन्दिरमे घुसिगौ ।
\v 9 तओ सब आदमी बाके नेगत और परमेश्‍वर को प्रशंसा करत् देखीं ।
\v 10 बे बाके मन्दिरको सुन्दर फाटकमे भीख माग्त बैठन बारो जहे त हए कहिके आचम्मो मानी,औ चकान लागे ।
\v 11 बा आदमी पत्रुस और यूहन्‍नाके पिच्छुपिच्छु लगो देखके सब आदमी इत्तो अचम्मो मानके सोलोमन नाउँको डेहेरीमे एकसंग बे उनके ठिन दौरके आए ।
\v 12 जा देखके पत्रुस आदमीनसे कहि, “इस्राएलके आदमी तुम, जा बातमे काहे अचम्मो मानत् हौ? और हमर अपन शक्ति औ भक्तिसे हम जाके नेगन बारो बनाए जैसो अचम्मो मानके हमके काहे देखतहौ?
\v 13 अब्रहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्‍वर, हमर पुर्खनको परमेश्‍वर अपन सेवक येशूको महिमित करी, जौनके तुम त पकडबाए दए रहौ, और पिलातस बाके छोड्नके बिचार करे से फिर तुम बाके बिनके अग्गु स्वीकार न करे ।
\v 14 पर तुम पवित्र और धर्मी आदमीके अस्वीकार करके एक जनि ज्यानमाराके छोड्नके माग करे रहौ,
\v 15 और जीवनको कर्ताके तुम मारे हौ, जौनके परमेश्‍वार मरके जिन्दाकरी, हम ज बातके साँची हएँ।
\v 16 बाको नाउँके उपर करो विश्‍वास और बाके नाउँमे तुम देखे और जाने ज आदमीके तगड़ो बनाई । येशू से पाव विश्‍वाससे ज आदमी तुमरे सबके आग्गु पुरा अच्छो करी ।
\v 17 मेरे भैइऔ, मोके पता हए, कि तुम अन्जानमे अइसो करेहौ, और तुमरे शासक फिर उइसी करीं ।
\v 18 बाको ख्रीष्ट दु:ख भोगन पड्हए कहिके परमेश्‍वार सब अगमवक्ताके मुहुसे कहो अगमबाणी बा अइसे पुरा करी ।
\v 19 जहेमारे पश्चात्ताप करओ। और घुमओ, ताकी तुमरे पाप मिटएँ, और परमप्रभुक उपस्थितिसे आनन्दको समय आबए,
\v 20 और बा तुमके ताहिं अग्गुसे चुन लै ख्रीष्ट औ येशूके पठाबैगो ।
\v 21 परमेश्‍वार प्राचीनकालसे अपन पवित्र अगमवक्ताक मुहुसे कहिभई सब चिजको पुनस्थार्पना (फिरसे बनानो) ना होन बेरा तक ख्रीष्ट स्वर्गमे जरुर रहान पडैगो ।
\v 22 मोसा कहि रहए, 'परमप्रभु परमेश्‍वार मोके खडा करी जैसे, बा तुमरे ददाभैयाके बीचमे एक जनै अगमवक्ता तुमरे ताहिँ खड़ा करैगो । बा तुमसे जो-जो कहिहए बे सब बात तुमके सुनन पडैगो ।
\v 23 अइसो हुइहए, कि बा अगमवक्ताके ना सुनन बारे जित्तो सबै प्राणी आदमीनके बीचसे नास हुइहएँ ।
\v 24 "शमूएलसे लैके बासे पिच्छुके सब अगमवक्ता जित्तो मास्की हएँ, बे सब जेही दिनके घोषणा ( पक्की बात बतानो ) करी हएँ । "
\v 25 तुम बेहि अगमवक्ताक और बहे करारके सन्तान हौ, जौन बाचा परमेश्‍वार तुमरे पुर्खा अब्राहामसे अइसे कहिके बाँधीरहए, 'तुमरे सन्तानमे पृथ्बीके सबै परिवार आशिष पएँहएँ ।'
\v 26 तुम सब अपने दुष्टतासे घुमाएके तुमके आशिष देहौं कहिके परमेश्‍वार अपन सेवकन के ठडबाई और सबसे अग्गु तुमरे ठिन पठाई ।”
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जब पत्रुस और यूहन्‍ना आदमीनसे मस्कतए रहएँ, पुजारी, मन्दिरके कप्तान और सदुकी बिनके ठिन आए ।
\v 2 बे दिक्काने रहएँ, काहेकी येशूमे पूनरुत्थान होतहए कहि बात बे आदमीनके सिखात रहएँ और घोषणा ( पक्की बात ) करत् रहएँ ।
\v 3 तओ बे उनके पकड़ीं, और कल तक जेलमे रखाँई, काहेकी बा बेरा संझा हुइगओ रहए ।
\v 4 पर वचन सुनन बारे मैसे गजबए विश्‍वास करीं, और विश्‍वास करन बारे आदमीनको संख्या लगभग पाँच हजार हुइगओ ।
\v 5 कल उनके शासक, धर्म-गुरु और शास्त्री ( पण्डित ) यरुशलेममे ईकट्ठा भए रहएँ ।
\v 6 प्रधान पुजारी हन्‍नास, कैयाफा, यूहन्‍ना, अलेक्जेन्डर और प्रधान पुजारीके परिवारके जम्मए हुवाँ रहएँ
\v 7 । बे पत्रुस और यूहन्‍नाके बीचमे ठडबाएके पुछीं, “कौन शक्तिसे औ कौनके नाउँमे तुम जा करेहौ?”
\v 8 तओ पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके पत्रुस बिनसे कहि, “आदमीनके शासक ( मुखीया ) और धर्म-गुरु रेऔ,
\v 9 आज हम एक जनी लंगडा आदमीके उपर एक अच्छो काम करनके बारेमे बा कौन उपाएसे अच्छो भव करके पूछत् हौ तओ,
\v 10 तुम सबके और सब इस्राएलके सबै आदमीनके पता होबए, कि तुम क्रुसमे टाँगो भवके और परमेश्‍वार मरोसे जिन्दा करी, बहे नासरतको येशू ख्रीष्टके नाउँमे जा आदमी तुमरे ठिन अच्छो हुइके ठाडो हए ।
\v 11 । "ज बहे पत्थर हए, जौनके तुम बनान बारे रोके रहौ, बहे हबए कुनैठोको खाश-पत्थर होनके अओ हए
\v 12 ।"और कोइमे मुक्ति न हए, काहेकी हम मुक्ति पानके ताहीं स्वर्गके तरे आदमीनके बीचमे और कोइ नाउँ न दई हए ।”
\v 13 जब बे पत्रुस और यूहन्‍नाको हिम्मत देखीं और जे अनपढ और साधारण आदमी हएँ करके पता पाइँ, तओ बे अचम्मो मानी, और बे येशूके संगमे रहत रहएँ करके पता पाइँ ।
\v 14 तओअच्छो भओ आदमी बिनके संग ठाडोो भओ देखके बे कछु न मसकपाइँ ।
\v 15 पर बिनके बडी कचेहरी ( महासभा ) से बाहिर जानके आज्ञा दैके बे अइसे करके अपनए अपना मे सल्लहा करीं,
\v 16 "जे आदमीनके अब हमका करएँ? काहेकी नेहत्व जिनसे एक अचम्मो काम भौ हए कहिके यरुशलेमके सब बसिन्दानके पता हुइगओ हए, और हम जाके इन्कार नाकर पएँहएँ ।"
\v 17 पर जा बात जनतनमे ना फैलए कहिके 'फिर जा नाउँमे कोइ आदमीसे तुम कछु मतकहिओ' कहिके हम इनके चेताउनी देनपडैगो ।”
\v 18 "तव उनके बुलाएके ""अबसे येशूके नाउँमे मतमस्कियोऔर कोइ शिक्षा मतदिओ"" कहिके बिनके आज्ञा दै ।"
\v 19 पर पत्रुस और यूहन्‍ना बिनके उत्तर दैँ, “परमेश्‍वारकी बात सुनान से तुमर बात सुनान परमेश्‍वारकी नजरमे ठीक हए कि ना तुम अपनए बिचार करओ ।
\v 20 काहेकी हम देखे और सुनी बात हम ना कहिके रहि ना पएँ हएँ ।”
\v 21 बिनके साजय देनके कोइ उपाय ना हुइके बिनके और जद्धा धमकाएके छोड्दै, काहेकी जो घटना घटो रहए बहेके ताहिँ सब आदमी परमेश्‍वारको प्रशंसा करत् रहएँ ।
\v 22 काहेकी जौन आदमी अचम्मोक कामसे अच्छो भौ रहाए, बाकी उमर चालिस वर्षसे जधा रहाए ।
\v 23 बिनके छुटकरा करके पच्छु,पत्रुस और यूहन्‍न अपन संगी ठिन आए, और मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु कहिभइ बात सब उनके बतए दैं ।
\v 24 जब बे जा सुनी, तव बे एकसंग अपन परमेश्‍वरग घेन सोर निकारके कहिँ, “हे प्रभु, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए गजब चिज बनाइँ,
\v 25 जौन पवित्र आत्मासे अपन सेवक हमर पुर्खा दाउदके मुहूसे कहि, 'अन्यजाति काहे दिक्काने, और आदमी व्यर्थकी बात काहे कल्पना करीं?
\v 26 परमप्रभुके बिरुध्दमे और बाको अभिषिक्त जनके बिरुध्दमे पृथ्बीके राजा कहिके खड़ा हुइगए, और शासक एकसंग इक्ठ्ठा भए ।”
\v 27 काहेकी नेहत्व तुम अभिषेक करे भए के, तुमर पवित्र सेवक येशूके बिरुध्दमे हेरोद और पन्तियस पिलातस दोने जनै अन्यजाति और इस्राएलीनके संग जहे सहेरमे इक्ठ्ठा भए रहएँ ।
\v 28 बहे करनसे जो तुमर हातसे औ तुमर जुगाड़अनुसार अग्गुयएसे ठहेरओ रहए ।
\v 29 अब हे प्रभु बिनकि धम्कीके उपर नजर कर, और तुमरे दासनके पुरो हिम्तसे तुमरो वचन बोलन दे,
\v 30 और अच्छो करन् के तुमरी अपन हात फैलाएके अपन पवित्र सेवक येशूके नाउँसे चिन्ह और अचम्मोको काम होमएँ ।”
\v 31 बे प्रार्थना करके पिच्छु बे इक्ठ्ठा भौ ठाउँमे हलचल भौऔर बे सब जनी पवित्र आत्मासे भरिगए, और बे हिम्तसे परमेश्‍वारको वचन बोलीँ? ।
\v 32 विश्‍वास करन् बारेनके झुँड् सबय एकय ह्रदय और एकय आत्माके रहएँ, और बिन मैसे कोई फिर अपन सम्पति ज मिर हए कहिके ना कहात् रहएँ, पर बिनकि सब चीज सागोलकि रहएँ ।
\v 33 बे प्रेरित बड़ी शक्तिके संग प्रभु येशूक पुनरुत्थानको गवाही देतरहाएँ, और बिनके सबके उपर बड़ो अनुग्रह रहए ।
\v 34 बिनमैसे कोइके कछु चीजको कमी ना होत् रहए, काहेकी जित्तो जनी जग्गा जमिनको घरके मालिक रहएँ, बे सब बेचके बाको मोल लातरहएँ,
\v 35 और प्रेरितके पाउँमे धरदेतरहएँ, और जौन-जौनके जो-जो चीजको कमि पडत् रहए, सो सबयनके बाँटदेत रहएँ ।
\v 36 अब साइप्रस देशको लेबी कुलको योसेफ जौनके प्रेरित बारनाबास कहिके नाउँ धरीरहएँ{जोको अर्थ उत्साहको पुत्र हए},
\v 37 बा अपन जमिन बेचीँ और बा रकम लाएके प्रेरितके पाउँमे धरदै ।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 पर हननिया नाउँको एक जनी और बाकि बैयर सफीरा एक कुछ जमिन बेची,
\v 2 और बाको मोलसे अपन -बैयरको जानकारीमे कुछ हिस्सा अपनसंग धरी, और कुछ हिस्सा लाएएके प्रेरितनके पाउँमे धरदै ।
\v 3 । तओ पत्रुस कहि, “ए हननिया, पवित्र आत्मासे झुठ मस्कन और जमिन बेचके कुछ हिस्सा अपन संग धरन्बाली बात शैतान कैसे तुमर मनमे भरदै?
\v 4 बा बिचो नारहए तवका बा तेरो अपनो ना रहए ? और बा बेचके पिच्छु फिर बा तेरी अधिकारमे ना रहए का? अइसो काम करनके बिचार तिर मनमे कैसे आओ? तुम आदमीनके त नाए, पर तुम परमेश्‍वारके ठगेहौ ।”
\v 5 जा बात सुनके हननिया भुइँमे गिरिगौ और बा प्राण त्यागदै । जा सुनके सबयके उपर गजब भारि डर छईगओ।
\v 6 तओ बे जावन उठाएके बिनके लत्तासे लपेटके बाके बाहिर लैगए, और गड्दैॱ ।
\v 7 जा सब हुइगव रहए सो पता ना पाएके लगभग: तीन घण्टा पिच्छु बिनकी बैयर भितर आई ।
\v 8 पत्रुस बोसे पुछी, “मोके बताओ, तुम जमिन उतकएमे बेचेहौ? तव बा कहि, “हँ, उतकएमे बेचेहएँ ।”
\v 9 तओ पत्रुस बोसे कहि, “तुम प्रभुके आत्माके परीक्षा करनके कैसे मिल्के सल्लाह करलए? देखओ, तिर लोगाके गणन बारे मोखोमे हँए और बे तोके बोकके बाहिर लै जय हएँ ।”
\v 10 और तुरन्त बा उनके पाउमे गिरिगै और प्राण त्यागदै । जब जावन भितर आए, बाके मरीदेखके बाहिर बोकके लैगए, और बाहेक लोगा ठिन गड्दै ।
\v 11 सबय मण्डली उपर और जा बात सुनन बारे सबएनके उपर बहुत भारी डर छै गओ ।
\v 12 अब प्रेरितनके हातसे बहुत चिन्ह और अचम्मोको काम जनतनके बीचमे होन लागो, और बे सब सोलेमनके डेहेरिमे एकसंग जम्मा भए रहएँ ।
\v 13 पर और मैसे कोइ फिर बिनकेसंग मिलन आनके हिम्तय ना भै, ताहु फिर आदमी बिनके आदर करत् रहएँ ।
\v 14 प्रभुमे विश्‍वास करन बारे लोगा और बैयरन दुनेक भीड गजब जाद्धा बढन लागे ,।
\v 15 हियाँ तक्की आदमी सड्क-सड्कमे बेमारनके लाईँ, और पत्रुस आत बिनकी छाहीँ इक्ल्लो कोइ-कोइकि उपर पड्ए कहिके सिथ्री और खटियामे बिनके लिटाए देतरहएँ ।
\v 16 यरुशलेमके असपिस सहारके फिर गजब आदमी बेमार और भुत आत्मासे सताए भए लैके आत रहएँ और बे सब अच्छे होतरहएँ ।
\v 17 प्रधान पुजारी और बिनके संग होनबारे सब {जो सदुकी पन्थीके रहएँ} दिक्से भारके प्रेरितनके बिरुध्दमे ठाडिगए,
\v 18 और बिनके पकड्के सरकारी जेलमे डार दैं ।
\v 19 । तओ प्रभुको एक दुत रातके जेलको फाटक खोल्दै, और बिनके बाहिर लाएके कहि,
\v 20 "जाओ और मन्दिरमे ठाड के आदमीनके जा जीवनको सबय सन्देश आदमीनके सुनाओ ।” "
\v 21 जा सुनके बे सुबेरे मन्दिर भितर घुसे और शिक्षा देन लागे । तव प्रधान पुजारी और बिनकेसंग होनबारे आए, और महासभा, औ इस्राएलीनको पुरो सभाके ।”
\v 22 ।” पर अधिकृत बिनके जेलमे नपाएके लउटकेआएके जा खबर दै,
\v 23 "हम जेलमे अच्छेसे तरे आय औ मोखोमे बैठनबाले मोखोमे ठाडे देखे, पर फटक खुलत पेति हम भितर कोइके नादेखे ।”
\v 24 " जब मन्दिरके कप्तान और मुखिया पुजारी जा खबर सुनी तव जा सबको नतिजा का हुइहए कहिके बे प्रेरितनके बारेमे दुईधारमेँ पडिगए ।
\v 25 तव कोइ एक जनै आएके बिनसे कहि, “देखाओ, तुम जौन आदमीनके जेलमे धरेरहौ बे मन्दिरमे ठाडके आदमीनके शिक्षा देतहएँ ।”
\v 26 ।” तओ हाकिमके संगमे कप्तान जाएके बिनके जबरजत्ति ना लाइँ, काहेकी आदमी बिनके पत्थरसे मरेहएँ कहिके बे डरैगए, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 27 बे उनके लायके महासभाके अग्गु ठडबाइं, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 28 "हम तुमके जा नाउँमे कोइ शिक्षा मतदिओ कहिके कडा आज्ञा दए रहएँ, पर तुम अपन शिक्षासे सबय यरुशलेम भार सिखए, और बा आदमीको रगतको दोष हमरे उपर लान चहाँत् हौ ।”
\v 29 " तओ पत्रुस और प्रेरित कहिँ, “हम आदमीनको नाए पर परमेश्‍वारको आज्ञा पालन करनए पड़ैगो ।
\v 30 हमर पिता-पुर्खाको परमेश्‍वार येशूके मरोसे जिन्दा करिहए, जौनके तुम कठ्ठामे टाँगके मारेरहौ ।
\v 31 परमेश्‍वार इस्राएलके पश्‍चतापके ताहिँ और बिनको पापको क्षमा देन बाके राजा और मुक्तिदाता बनाएके अपन दहिना हात से उँचो करी ।
\v 32 जा सब बातके हम साँची हएँ, और अइसी करके पवित्र आत्मा फिर, जौनके परमेश्‍वार अपन आज्ञा पालन करन के दै हए ।”
\v 33 "तब् परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । "
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दु;ख मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं | बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं । अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।'
\v 35 ' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । "
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 "बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 " जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\v 39 "हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "
\v 40 " बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भओ हमके पता नाय ।'
\v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्‍वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\c 6
अध्याय ६
\v 1 बे दिनमे चेलनको संख्या बढत् गौ, तव हिब्रूनके बिरुध्दमे ग्रीक-यहूदी गनगन करीँ, काहेकी दिनको खाना बिनकी विधुवा चाहन बारो भोजन ना पात रहएँ ।
\v 2 तओ बाह्रओ चेलनको झुँणके बुलाएके कहिँ, “परमेश्‍वारको वचन प्रचार करन् छोडके खबान-पिबानको सेवा करन् हमर ताहिँ ठीक ना हए
\v 3 । जहेमारे भैयारेओ, तुम मैसे पवित्र आत्मा और बुध्दिसे भरे और सबको आदर पाए भए सात आदमी छानए जौनके हम जा काममे चुनएँ ।
\v 4 पर हम त प्रार्थना और वचनको सेवकाईमे पुरो समय देमंगे ।”
\v 5 ।” जा बात झुँडमैके सबयके मन पड़ो और इक्ठ्ठा भए जम्मनके अच्छो लागो, और बे पवित्र आत्मा और विश्वाससे भरिपुर्ण भए स्तिफनस, फिलिप, प्रखरस, निकनोर, तीमोन, पर्मिनास और एन्टिओखियाक यहूदी मत मानन् बारो निकोलाउसके छानी ।
\v 6 बे जे आदमीनके प्रेरितनके अग्गु लाईँ और प्रेरित प्रार्थना करी और बिनके उपर अपन हात धरीँ ।
\v 7 । परमेश्‍रको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ ।
\v 8 । स्तिफनस अनुग्रह और शक्तिसे भरपुर हुइके आदमीनके बीचमे बडे-बडे अचम्मोके काम और चिन्ह दिखइँ ।
\v 9 पर कोइ-कोइ त जो स्वतन्त्र-दलके सभाघरके {बिनको नाउँ जहे रहए}, और कुरेनी, अलेक्जेन्ड्रिया, किलिकिया और एशियाक आदमी रहाएँ, बे ठाड्के स्तिफनससे काहासुनी करन् लागे ।
\v 10 पर स्तिफन जौन बुध्दिसे और पबित्र आत्मा‌‌‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍की शक्तिसे मस्कत रहएँ, बे बाको सामना ना कर पाइँ ।
\v 11 तओ बे चूपएसे आदमीनके उक्साएके अइसो कहान लगाइँ, “मोसा और परमेश्‍वारके बिरुध्दमे जाके खराब बात मस्कत हम सुनेहएँ ।”
\v 12 तओ बे जनता, धर्म-गुरु और शास्त्रीके भडकाएके, और बिनके हुलदाङ्गा करी और पकडके महासभामे लाइँ ।
\v 13 बे अइसे कहिके झुठी साछीके अग्गु लाइँ, “जा आदमी पवित्रस्थान और व्यवस्थाके बिरुध्दमे बात करन् और मस्कन छोडीनैयाँ ।
\v 14 काहेकी जाके अइसे काहत हम सुने, 'नासरतको येशू जा ठाउँके नाश करैगो, और मोसा हमके दईभई रितिरिबज फिर बदल दिबैय हए ।”
\v 15 महासभामे बैठे बे सब बिनके निहारके देखिँ, और बिनको मुहू स्वर्गदुतको मुहू जैसो देखीँ ।
\c 7
अध्याय ७
\v 1 तओ प्रधान पुजारी पुछीँ, “का जे बात ठीक हएँ?”
\v 2 बे कहिँ, “ददाभैया और दौवा सुनओ । महिमाको परमेश्‍वार हमर पिता अब्राहाम बे हारानमे बैठनसे अग्गु मेसोपोटामियामे रहात दर्शन दै रहए,
\v 3 और बिनसे कहि रहए, 'तुम अपन देश और अपनो घरकुरियासे निकरके, जौन देश मए तुमके दिखएहौ, हुवाँए जाओ ।
\v 4 "तव बे कल्दीनके देशसे निकरके हारानमे आएके बैठे, और बिनको दौवको मृत्यु के पिच्छु परमेश्‍वार बिनके हुवाँसे जा मुलुकमे सारि, जहाँ हबए तुम बैठे हौ । "
\v 5 बिनके बा ठाउँमे जायजात त दुरए रहो, पाँव धरनके ठाउँतक न दै । पर बिनको सन्तान न होन से फिर बा जाएजात परमेश्‍वार बिनको सन्तान-दरसन्तानके निजी सम्पत्तिके रुपमे देनके प्रतिज्ञा करी ।
\v 6 परमेश्‍वार अइसे कहि, 'तेरो सन्तान दुसरेक मुलुकमे जाएके बैठन पडैगो, और बे बिनके कमैया बनाएके चार सौ बर्षतक सतामंगे ।'
\v 7 परमेश्‍वार कहि 'बे जौन जातिनके कमैया हुइके बैठंगे बा जातिके इन्साफ मए करंगो | तओ पिच्छु बे निकरके आएके जा ठाउँमे मिर आराधना करहँए ।'
\v 8 बा बिनसे खतनाको करार बाँधी, और अब्राहाम इसहाकको पिता हुइके आठौँ दिनमे इसहाकको खतना करीं, और याकूब बाह्रओ कुलको पिता भओ ।
\v 9 । "कुलपति( अपनी कुल ) योसेफसंग दिक्काएके बिनके मिश्रदेशमे बेच दै । पर परमेश्‍वार बिनकेसंग रहँए । "
\v 10 परमेश्‍वार बिनके सब कष्टसे छुटाएके मिश्रदेशको राजा फारोके ठिन बिनके कृपा करी और बुध्दि दै, और फारो बिनके मिश्रदेश और उनके सब घरको हाकिम बनाइँ ।
\v 11 तओ पिच्छु सब मिश्रदेश और कनानमे अनिकाल पड़के बहुत कष्ट भओ, और हमर पुर्खा अन्‍न न पाइँ ।
\v 12 पर याकूब मिश्रदेशमे अन्‍न हए कहिके सुनके हमर पुर्खा पहिलो चोटी हुवाँ पठाई ।
\v 13 दुस्रो चोटीको भेटमे योसेफ बिनके ददाभैयनके अपन परिचय दै, और योसेफको परिवार फिर फारोके ठिन हजिर भओ ।
\v 14 योसेफ अपन दौवा याकूबके और अपन जम्मए कुटुम्बके, जो पचहत्तर प्राणी रहँए, उनके ठिन बुलाइँ ।
\v 15 याकूब मिश्रदेशमे गव, और हुवाँए बा मरि गव, और हमर पुर्खा फिर हुनै मर गए ।
\v 16 तओ पिच्छु बिनकी मृत शरीर शकेममे लैगए, और अब्राहाम शकेममे हमोरको लौडनसे मोल लौ, सरमे धरीँ ।
\v 17 । पर जब परमेश्‍वार अब्राहामसे करो भओ करार पुरा होनको समय जौने आओ तव मिश्रदेशमे बे आदमी बढन लागे, और बिनकी संख्या बढिगई। "
\v 18 तओ मिश्रदेशमे योसेफके न चिन्‍न बारो दुस्रो राजा हुइगओ ।
\v 19 बा हमर जातिसे बहुत खराब व्यवहार करी, और हमर पुर्खानके, बिनके बच्चनके बाहिर लाएके धरन कर लगात रहए, और अइसी भर्खर जल्मे भए सब बच्चनके मारत रहए ।
\v 20 "बहे बेरा मोसाको जलम भओ । बा परमेश्‍वारको दीरष्टिमे सुन्दर रहए । बा तीन महिना तक अपन दउवाके घरमे पालो । "
\v 21 बाके बाहिर फेक्दैं तव फारोकी लौणिया बाके उठाएके लै गै, और अपन लौड़ा बनाएके पाली ।
\v 22 । मोशाके मिश्रीनको सब नेम मे शिक्षा दौगौ, और मोशा अपन वचन और काममे शाक्तिशाली भओ ।
\v 23 "जब बा चालिस वर्षको भओ, तव अपन इस्राएली ददाभैयनके भेटनके इच्छा बाके ह्रदयमे उठो । "
\v 24 अपन जात भैयन मैसे एक जनी उपर अन्याय भओ देखके, बा बाके रक्षा करी, और बा अन्याय करन् बारो मिश्रीके मारके अपन भैइयक उपर भओ आत्याचारको बदला लै
\v 25 । परमेश्वर मिर हातसे उनके उध्दार करीहए और मिर भैयाबन्धु जा सम्झएँ करके बो बिचार करी रहए | तओ बे न सम्झीं ।
\v 26 कल बेही आपसमे लडाइ करत् बेरामे बो आइगओ, और बिनके मिलानके कोसिस करके कहि, ए लोगौ , तुम त ददाभैया हौ, तओ काहे एक दुसरेके अन्याय करत् हौ?'
\v 27 "तओ अपन परोसीके उपर अन्याय करके बिनके अइसे करके ढकेल्दैं, 'हमरे उपर हाकिम और न्यायकर्ता होनके तुमके कौन नियुक करो? "
\v 28 कल बो मिश्रीके मारे जैसो तुम मोके फिर मारन् चाहत हौ?'
\v 29 ' अइसो जवाफ सुनके मोशा भाजके मिधान देशमे जाएके पर्देशी भओ। हुवाँ बिनके दुई लौडा जन्मे ।
\v 30 "चालिस वर्ष बितके पिच्छु सीनै पर्वतको उजाड-स्थानमे पजरत भिथ्राके ज्वालामे एक स्वर्गदुत बिनके ठिन दिखानो ।
\v 31 । " जब मोशा जा देखी तओ बा जा दर्शन से अचम्मो मानी, और बा देखन जौने पुग्तै परमपर्भु कि अइसी बाणी भई,
\v 32 'मए तुमरो पुर्खाको परमेश्वर हौ-अब्राहाम, सहाक और याकूबको परमेश्वर ।' मोशा थरथरान लागो, और बाके घेन देखनतक हिम्मत न पुगी ।
\v 33 "तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । "
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दु;ख मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं । बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।
\v 35 ' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्‍वार भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । "
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 "बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्‍वार मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 " जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\v 39 "हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "
\v 40 बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।'
\v 41 ' बे दिनमे बे एक बछ्रराकी मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्वर बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\v 43 ? तुम मोलोकको तम्बु और रेफन देवताको तारा, और तुम पुजनके ताँही बनाए भए मुर्ति उठाए लैगए । अब मए तुमके बेबिलोनसे बा पार परदेशी बनामङ्गो ।'
\v 44 ' "उजाड-स्थानमे हमर पुर्खाको गवाहीको मण्डप रहए | मोशा देखो नमुना जैसो परमेश्‍वारको आदेश अनुसार जा बनो रहए । "
\v 45 हमर पुर्खा फिर उनको पालो मे अन्यजातिको देश अधिकारमे लातय यहोशुके संगमे बा तम्बु लाईँ । दाउदको पालोतक बो हुवाँए रहो ।
\v 46 बे परमेश्‍वारको निगाह पाइँ, और याकुबको परमेश्‍वारके ताहिँ एक बासस्थान बनानके अनुमति मागी ।
\v 47 तव बाके ताहिँ भवन त सोलोमन बनाई ।
\v 48 "पर हातसे बनाओ भवनमे परमेश्‍वार बास ना करत् हए, जैसी अगमवक्ता कहिँ हँए, "
\v 49 'मिर सिंहासन स्वर्ग हए, और पृथ्बी मिर टाँगको पावदान, तुम मिर ताहिँ कैसो भवन बनएहौ? परमप्रभु कहातहए, मिर बिश्रामको ठाउँ कौन हए?
\v 50 50 का जा सब चीज मेरे हातसे बनाओ ना हए क?'
\v 51 ' "ए हठी आदमी तुम, कठोर ह्रदयके और बहिरा कान भए, तुम हर समय पवित्र आत्माको बिरोध करत् हौ| तुमरे पुर्खा जैसी करी तुम फिर उइसी करत् हौ । "
\v 52 अगमवक्ता मैसे कौनके तुमरे पुर्खा ना सताइँ? बे धर्मि आदमीक आगमन अग्गुसे घोषणा करन् बारेनके सबको हत्या करीँ । बाके तुम विश्वासघात करे, और बाके हत्या करे । बिनके सबके मारे, जौन बे धार्मिक आदमीनक आनबारो समाचार अग्गुसे सुनाइ रहएँ । अब तुम त बाके विश्वासघातक और ज्यानमारा भए हौ ।
\v 53 स्वर्गदुतसे सुम्पो भव व्यवस्था तुम पाएहौ, पर बाको पालन ना करे ।”
\v 54 ।” जब बे जा बात सुनी तव बे दिक्कए गए और दिक्कएके चुर हुइके किटकिटन लागे ।
\v 55 पर बा त पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके स्वर्गघेन एकटक लगएके देखी, और परमेश्‍वारको महिमा और येशूके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो देखी ।
\v 56 बा कहि, “देखाओ, स्वर्ग उघ्रो मए देखोहौ, और आदमीको पुत्रके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो मए देखतहौ ।”
\v 57 ।” तओ बे जोडसे चिल्लए उठे, और अपन-अपन कान मुदलैँ, और बे एकए संग बिनके उपर झाबटीँ ।
\v 58 बे बाके सहेरसे बाहिर निकार लैगए, और बिनके उपर पत्थर बर्साइँ| और गवाही बारे अपन कुर्ता शाऊल नाउँ भव एक जनै जवानके टाँग ठिन धरदैँ ।
\v 59 । जैसी बे स्तिफनसके पत्थर मारत् रहएँ, बा प्रार्थना करी, “हे प्रभु येशू, मिर आत्माके ग्रहण कर ।”
\v 60 बा घुटो टेकके जोरसे चिल्लएके कहि, “हे प्रभु, जा पापको दोष यिनके ना लागए ।” यितकय कहिके बा प्राण छोड् दै ।
\c 8
अध्याय ८
\v 1 बिनके हत्यामे शाऊल फिर सहमत रहए । बहे दिनसे यरुशलेममे भए मण्डलीके बिरुध्दमे बहुत भारी सतावट सुरु भव, और प्रेरित बाहेक बे सब यहूदिया और सामरियाके इलाकाघेन छिदर बिदर हुइगए ।
\v 2 भक्तजन स्तिफनसके लैजएके गाणी, और बाके ताहिँ बहुत भारि बिलाप करीँ ।
\v 3 तओ शाऊल त घर-घरमे घुसके मण्डलीके सतान लागो रहए । बा लोगा और बैयरके घिसियात् लैजाएके जेलमे डारत् रहए ।
\v 4 तओ बे बिग्दे भए चारओ घेन जाएके वचन प्रचार करीँ ।
\v 5 फिलिप त सामारियाको एक सहेरमे जाएके बिनके ख्रीष्टको प्रचार करी ।
\v 6 । फिलिपको कहो भओ वचन सुनके और बाको करो भओ चिन्ह देखके, भीड एक मनको हुइके बिनकी बातमे ध्यान दै ।
\v 7 काहेकी बहुत जनैसे अशुध्द आत्मा बणो जोणसे चिल्लएके निकरन लागे, और बहुत जनी पक्षाघातके रोगी और लंगडा फिर अच्छे भए ।
\v 8 जहेमारे बा सहेरमे बहुत आनन्द भओ ।
\v 9 ।पर बा सहिरमे एक सिमोन नवाकआदमी हुवाँ रहए । बा अग्गुसे बा सहेरमे जादु करके सामारियाके आदमीनके अचम्मो करे रहए, और मोए हानि कोइ न है करके कहात रहए ।
\v 10 बा आदमीके छोटेसे लैके बडे तक सब अइसे करके मानत रहएँ, “जा आदमी परमेश्‍वारको बा शाक्ति हए, जौनसे महाशक्ति कहात हँए ।”
\v 11 बे बाके मान्त रहएँ, काहेकी बहुत दिनसे बा अपनो जादुगरीसे आदमीनके अचम्मो करेपणेरहए ।
\v 12 पर जब बे परमेश्‍वारको राज्य और येशू ख्रीष्टको नाउँको सूसमाचार सुनान बारो फिलिपकी बातमे विश्‍वास करीँ, तओ लोगा और बैयर बप्तिस्मा लैं ।
\v 13 सिमोन अपनए फिर विश्‍वास करी । बा बप्तिस्मा लै, और बा फिलिपसंग लगो रहो, और चिन्ह और बणे बणे अचम्मोके काम करो देखके बाके अचम्मो लागो ।
\v 14 । सामरियाके आदमी परमेश्‍वारको वचन ग्रहण करके सुनके यरुशलेममे रहेभए प्रेरित पत्रुस और यूहन्‍नानके बिनके ठिन पठाइँ ।
\v 15 बे हुवाँ आएके बे पवित्र आत्मा पामए करके बिनके ताहिँ प्रार्थना करीँ ।
\v 16 काहेकी बा समय तक बिन मैसे कोइ उपर फिर बा नाए आओ रहए | बिनको बप्तिस्मा प्रभु येशूको नाउँमे इकल्लो भव रहए ।
\v 17 17 तओ बे अपन हात बिनके उपर धरीँ, और बे पवित्र आत्मा पाइँ ।
\v 18 अब प्रेरितनको हात धरत पवित्र आत्मा पातहएँ कहिके देखके सिमोन अइसे कहात बिनके रुपैया देन लागो,
\v 19 "मोके फिर शाक्ति देओ, और मए फिर जौनके उपर हात धरओं बे पवित्र आत्मा पामएँ ।”
\v 20 " तओ पत्रुस कहि, “तिर रुपैया तेरीसंग नष्ट हुइजाए, काहेकी परमेश्‍वारको बरदान रुपैयासे मोल ले सकत हयँ कहिके बिचार करत हए ।
\v 21 जाके बारेमे न त तेरो कोइ हिस्सा हए, काहेकी परमेश्‍वारके ठिन तेरो ह्रदय ठीक न है ।
\v 22 जहेकमारे तेरो अपनो जा दुष्टताको ताहिँ पश्‍चताप कर और प्रभुके प्रार्थना चढा, और शायद तेरो ह्रदयको अइसो बिचार क्षमा हुईजाए ।
\v 23 23 "काहेकी मए देखत् हौ, तए दुष्टसे भरो हए, और अधर्मको बन्धनमे हए ।''
\v 24 " तओ सिमोन कहि, “तुम मेरे ताहिँ प्रभुसे प्रार्थना करदेओ, और तुमर कही बात कोइ फिर बात मिर ऊपर न लागय ।”
\v 25 ।”पत्रुस और यूहन्ना गवाही दैके और प्रभुको वचन कहिके पिच्छु सामरियाके बहुत गाउँमे सुसमाचार प्रचार करत् बे यरुशलेममे घुमगए ।
\v 26 । तओ पिच्छु प्रभुको एक दुत फिलिपसे कहि, “उठ दक्खिँन यरुशलेमके गाजा घेन जान बारी डगरमे जाओ । हुवाँ उजाड् खेरोक् डगर हए ।”
\v 27 और फिलिप उठके गव, और एक जनी इथियोपियाली नपुंसकके भेटी, जो इथियोपिया देशकी महारानी कन्दाकी बणी पदधिकारी और समस्त सम्पतिको कोषाध्यक्ष रहए । बे यरुशलेममे आराधाना करन् गय रहएँ ।
\v 28 बे लौटत रहएँ, और अपन रथमे वैठके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् रहएँ ।
\v 29 । तओ पवित्र आत्मा फिलिपसे कहि, “जाओ और बो रथके संगमे लागओ ।”
\v 30 फिलिप बिनके ठिन दौणके गओ, और बिनके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् सुनके बिनसे पुछी, “तुम पढिबात बुझत् हौ?”
\v 31 तव बे कहिँ, “कोइ नाए बतए हए तव मए कैसे समझ पएँहौ?” और बे फिलिपके रथमे चढानके बिनके संगमे वैठनके अनुरोध करीं ।
\v 33 । और बिनको पढो भओ धर्मशास्त्रको खण्ड जा रहए, “जैसी भेडा कटनके लाईजातहए, और थुमा ऊन कत्रन बारेनके ठीन चुप रहतहए,
\v 32 बाको अपमानित अवस्थामे न्याय नएमिलो । बाको पुस्ताको बयान कौन करए? काहेकी बाको जिवन पृथ्बीसे हरण भओ ।”
\v 34 तओ बा नपुंसक फिलिपसे कहि, “कृपा करके मोसे कह, अगमवक्ता जा कौनके बारेमे कहिहए, बिनके अपने वारेमे कि और कोइके बारेमे?”
\v 35 तओ फिलिप अपनो मुहू खोलके धर्मशास्त्रको खण्डसे बिनके येशूको सुसमाचार सुनाई ।
\v 36 । और बे डगरमे जातपेती कुछ पानी ठिन आएपुगे । बा नपुंसक कहि, “देख हियाँ पानी हए, मोके बप्तिस्मा लेनके कौन रोक पए हए?”
\v 37 फिलिप कहि, “अगर सारे ह्रदयसे बिश्वास करेहौ तओ तुम बप्तिस्मा लए सक्तहौ ।”बा कही “येशु ख्रिष्ट परमेश्‍वार को पुत्र है कहिके मय बिस्वास करत हौं।
\v 38 “ रथ रोकनके आज्ञा दै, तओ फिलिप और नपुंसक दोनए पानीमे उत्रे, और बा बिनके बप्तिस्मा दै,।
\v 39 पर जब बे पानि से बाहिर आय, तओ प्रभुको आत्मा फिलिपके पकडके लैगओ । और बा नपुंसक बिनके फिर न देखी,, और बा खुशी होत अपन डगर लागो ।
\v 40 पर फिलिप अश्दोदमे दिखानो, और कैसरिया नपुगन तक सब सहेरमे सुसमाचार सुनात गव ।
\c 9
अध्याय ९
\v 1 पर शाऊल प्रभुक चेलनके बिरुध्दमे फिर धम्की और हत्याको धुनमे प्रधान पुजारीके ठिन गओ,
\v 2 और बा विश्वास करन् बारे लोग होएँ चाहुँ वैयर, जौन फेला पडए बिनके बाँधके यरुशलेममे लानके पांव कहिके दमस्कसके सभाघरमे पुर्जी मागी ।
\v 3 । जब शाऊल यात्रा करत दामस्कसके ठिन पुगो, अचानक स्वर्गसे एक ज्योति बिनके आसपास चमको
\v 4 । बा भिमे गीरिगौ, और बा अइसो सुनी, “शाऊल, शाऊल, तए मोके काहे सतात हए?”
\v 5 ?” बा कहि, “प्रभु, तुम कौन हौ?” और बा कहि, “मए येशू हौ, जौनके तै सतात है ।
\v 6 पर उठके सहेरमे जा, और तोके का करन् पणैगो सो तोके बातएहौं ।”
\v 7 बिनकेसंगमे जान बारे आदमी सोर त सुनी, पर कोइके ना देखके चकानलगे ।
\v 8 । तओ शाऊल भीमेसे उठो और आँखी खोली बा कोइके कछु फिर न देखि, और बे बिनको हात पकडके डोर्यएके दमस्कसमे लाइँ ।
\v 9 और तीन दिन तक बा न देखन बारो भओ, और न त खानु खाइ न पानी पिई ।
\v 10 । दमस्कसमे हननिया नाउँको एक चेला रहए । बिनसे प्रभु दर्शनमे कहि, “ए हननिया ।” बा कहि, “प्रभु, हाजिर हौं ।”
\v 11 तओ प्रभु बिनसे कहि, “उठ, और 'सिधा' नामको गल्लीमे जा, और यहूदाको घरमे शाऊल नाउँ भओ टार्सस-निवासीके ढुढ, काहेकी बा प्रार्थना कर रहोहए ।
\v 12 बा दर्शनमे हननिया नाउँको एक आदमी भितर आएके बे देखन बारे होमए करके अपने उपर उनको हात धरो देखी रहए ।
\v 13 तओ हननिया कहि, “प्रभु, जा आदमी यरुशलेममे तुमरे सन्तानके बहुत खराबी करी हए, सो मए बहुत अदमीसे सुनो हौ ।
\v 14 हियाँ फिर तुमरे नाउँ लेन बारे सबके बाँधनके अधिकार मुखिया पुजाहारी से बा पाई हए ।”
\v 15 तओ प्रभु बिनसे कहि, “जा, काहेकी अन्यजातिके राजा और इस्राएलके सन्तानके अग्गु मिर नाउँको प्रचार करन् बा छनो भौ मिर एक पात्र हए,
\v 16 काहेकी मिर नाउँको ताहीँ बा कित्तो कष्ट भोगैगो, सो मए बाके दिखाएहौं ।”
\v 17 ।” तओ हननिया जाएके बा घर भितर कुचो, और बाके उपर अपन हात धरके कहि, 'भैया शाऊल, जौन प्रभु येशू तुमके आतपेति डगरमे दिखानो रहए, बाके तुम देख पाओ और तुम पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबओ करके मोके पठाई हए,
\v 18 तुरन्त बाकि आँखीसे पपरा जैसो कुछ झरो, और बा फिर देखान बारो हुइगए| तव बा उठो और बप्तिस्मा लै,
\v 19 और खानु खाएके बा बल पाई । शाऊल गजब दिनतक दमस्कसमे भए चेलनसंग रहए ।
\v 20 और तुरुन्त बा सभाघरमे येशूको घोषणा अइसे करी, “बा परमेश्‍वारको पुत्र हए ।”
\v 21 तओ सुनन बारे जित्तो सब अचम्मो मानके कहिं, “जा नाउँके लेन बारे जित्तो यरुशलेममे सतात रहए और हियाँ फिर बिनके बाँधके मुखिया पुजारीके ठिन लैजान बिचार से आनबारो जहे न हए का ?”
\v 22 पर शाऊल और जद्धा शाक्तिशाली होतगव, और येशुय ख्रिष्ट है कहिके परमाण दैके दमस्कसमे रहन बारे यहूदीनके अचम्मो करदै ।
\v 23 और बहुत दिनके पिच्छु यहूदी बाके मारनके षड्यन्त्र रचीँ ।
\v 24 पर बिनको षड्यन्त्र शाऊलके पता हुईगव । बे बाके मारन् के ताहिँ रातदिन सहेरको फाटक ठिन लुक्के बैठत रहएँ ।
\v 25 पर बाको चेला बाके रातमे डल्बामे डारके दिबारसे लटकायके उतारदै ।
\v 26 बा यरुशलेमसे आएके पिच्छु बा चेलनसे मिलन कोशिश करी| पर बे चेला हँए करके न पत्यायके सब बिनसे डराइगए |
\v 27 पर बारनाबास बाके संग लैके प्रेरितके ठिन लैगओ | और शाऊल प्रभुके डगरमे देखी और प्रभु बासे मस्कि और ब दमस्कसमे हिम्मत से येशूको नाउँमे प्रचार करी बात बिनके बताएदै |
\v 28 शाऊल यरुशलेममे बिनके संगसंग खुल्लम खुल्ला नेगन लागो, और सहास से प्रभुको नाउँमे प्रचार करन् लागो,
\v 29 और बा ग्रीक-यहूदीनके संग बाद-बिवाद करत् रहए, पर बे बाके मारन ढुणत रहएँ |
\v 30 पर जा बात पता पाएके भैया बाके कैसरियामे लाइँ और हुवाँसे बाके टार्ससमे पठाएदैं |
\v 31 तओ अइसी सारा यहूदिया, गालील और सामरिया भर मण्डलीमे शान्ति भव और मण्डली पक्की भई । प्रभुको भयमे नेगत और पवित्र आत्माको सान्ति पाएके मण्डलीमे बृध्दि होतगव |
\v 32 पत्रुस यितए उतए सब ठाउँमे यात्रा करत् लुड्डामे भए सन्तनके ठिन फिर आएपुगो |
\v 33 बा हुवाँ एनियास नाउँको कोइ एक आदमीके भेटि, जो आठ वर्षसे पक्षाघातको रोगसे सिथरीमे पणो रहए |
\v 34 पत्रुस बासे कहि, “ए एनियास, येशू ख्रीष्ट तुमके अच्छो करेहए | उठ, और अपनो बिछ्ना मिला और बा तुरन्त उठिगव |
\v 35 लुड्डा और शारोनमे बैठन बारे जित्तो सब जनै बाके देखके प्रभुघेन घुमे |
\v 36 योप्पा नगरमे तबिता, औ डोरकास {हरिणी} कहान बारी एक चेला रहए| बा अच्छो काम करन और दान देनमे लागिरहत् रहए |
\v 37 बे दिनमे बा बिमार भै और बिनको मृत्यु हुइगव, और आदमी हँदबाएके बाके उपरके पाणके एक कोठामे धरीँ |
\v 38 लुड्डा योप्पाके जौने रहै बहेमारे चेला पत्रुस हुवाँ हए करके सुनके बिनके ठिन दुई आदमीनके अइसे बिन्ती करन पठाइँ, “हमर ठिन जलदी अइओ |”
\v 39 तव पत्रुस उठके बिनकेसंग गव| हुवाँ पुगके पिच्छु बे बाके उपरके पाणमे लैगए| बिधुवा सब बिनके ठिन ठाणके रोनलागीँ, और डोरकास बिनके संग होत बा बनओ भौ कुर्ता और लत्ता देखाइ |
\v 40 तओ पत्रुस बिनके सबके बाहिर निकारके घुटो टेकके प्रार्थना करी, और बा लाश् घेन घुमके कहि, “तबिता, उठ!” और बा आँखी उघारी, और पत्रुसके देखके उठके बैठी |
\v 41 बा बाके अपन हातसे पकणके झट्से उठाई, और सन्त और बिधुवानके बुलाएके बिनके जिन्दा दिखाई |
\v 42 अब जा बात सबै योप्पा भर पता चलगव, और बहुत प्रभुमे विश्‍वास करीं |
\v 43 और बा बहुत दिनतक एक सिमोन कहन् बारो चर्मकारसंग योप्पामे बैठो
\c 10
अध्याय १०
\v 1 कैसरियामे कर्नेलियस नाउँको एक आदमी रहए, जो इटालिया कहान बारो पल्टनको एक कप्तान रहए ।
\v 2 बा ईश्वरभक्त रहए,और बा, बिनको सब परिवार परमेश्‍वारको भय मान्तरहएँ । बा आदमीनके खुशीकेसाथ दान दैके परमेश्‍वारसे सबदिन प्रार्थना करत् रहए ।
\v 3 बा दुपाह्रके तीन बजे घेन दर्शनमे सफा रुपसे परमेश्‍वारको एक स्वर्गदुत अपने घेन आत अइसो कहात सुनी, “कर्नेलियस !”
\v 4 झसक्के बा उनके निहारके देखि और कहि, प्रभु कहौ ।” और बा बिनसे कहि, “तुमरो प्रार्थना और गरीबके दओ दान सम्झनाके रुपमे परमेश्‍वारको अग्गु पुगो हए ।
\v 5 अब आदमीनके योप्पामे पठओ, और पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठओ ।
\v 6 बा चर्मकार सिमोनके ठिन बैठो हए, जौनको घर समुन्द्र किंनरे हए ।
\v 7 जब बासे मसकन बारो स्वर्गदुत बिदा भओ, तओ अपन कामैया मैसे दुइ जनैके और लगातर बिनको सेवा-टहल करन बारो एक भक्त सिपैयाके बुलाई,
\v 8 और बिनके सब बात बताएके योप्पामे पठाइँ
\v 9 कल बे अपन यात्रामे सहेरके जौने आएपुगत्, दुपहरको बाह्र बजेघेन पत्रुस त प्रार्थना करन घरको पाणमे चढो ।
\v 10 बा भुखानो, और कुछ खानके मन करी, पर औरदुस्रे खानु तयार करत् बेरा बा ध्यानमे-मग्‍न हुइगव ।
\v 11 बा स्वर्ग खुलो और हुवाँसे चारौ कोनेमे बधो तन्‍ना जैसो पृथ्बीघेन झर्त देखी ।
\v 12 तव बा तन्‍नामे पृथ्बीके सब किसिमके चारटाँगके जनावर और घिस्टनबारे प्राणी और आकाशके चिरैचुरुंगी रहएँ ।
\v 13 तओ बा एक आवाज सुनी, “ए पत्रुस उठ, और मारके खा ।”
\v 14 तओ पत्रुस कहि, “नाए प्रभु, काहेकी मए कबही कछु अपबित्र औ अशुद चीज ना खओ हौँ ।”
\v 15 बा आवाज फिर दुस्रो चोटी सुनी, “परमेश्‍वार जो शुध्द करीहए बाके तुम अपवित्र काहे मन्त हौ ।
\v 16 तीन चोटीतक अइसो भव, और तुरन्त बा तन्‍ना स्वर्गघेन लैगओ ।
\v 17 जब पत्रुस अपनो देखो जा दर्शनको अर्थ क हुइहए कहिके मनएमन दुबिधामे पडोरहए, बहेबेरा कर्नेनियस पठए आदमी सिमोनको घर ढुडत् फाटक अग्गु ठडे,
\v 18 और पत्रुस काहन बारो सिमोन हियाँ बैठो हए कि ?” कहिके जोडसे पुछीँ ।
\v 19 जब पत्रुस दर्शनके बारेमे बिचार करत् रहए तव पवित्र आत्मा बासे कहि, “देख, तीन आदमी तुमके ढुड्त रहएँ ।
\v 20 उठ, और तरे जा, और नाहिचकिचाएके बिनके संग जा, काहेकी बिनके मए पठओ हौ
\v 21 तओ पत्रुस उत्रो, और आदमीनके ठिन जाएके कहि, “देखौ, तुम जौनके ढुडत् हौ बा आदमी महि हौ । तुमके हियाँ आनको करन का हए?”
\v 22 बे कहिँ, “एक जनै कप्तान कर्नेलियस, जो सुधो और परमेश्‍वारसे डरानबारो और सबय यहूदी जातिसे सम्मान पाओ एक आदमी हए, तुमके बा घरमे बुलाई हए और तुम बाके सन्देश सुनओ कहिके एक पवित्र स्वर्गदुतसे बाके आदेश मिलोहए ।
\v 23 तओ बा बिनके भितर बुलाएके बिनको सत्कार करी | कल पत्रुस उठके बिनकेसंग गव, और योप्पाके कुछ भैया बिनके संगमे रहएँ ।
\v 24 द‍‍ुर्सौ दिन बे कैसरिया पुगे । अपने कुटुम्ब और जौनेके नातेदारनके बुलाएके जम्मा करी कर्नेलियस बिनको डगर देख्त रहए ।
\v 25 जब पत्रुस भितर आओ तओ कर्नेलियस बासे भेट करी और बाके पाउमे दण्डवत करीँ ।
\v 26 तओ पत्रुस उनके अइसे कहत उठाई, “उठओ, मए अपनए फिर त आदमी हौ ।”
\v 27 ।” तओ बिनके संग बात करत् घर भितर गए, और हुवाँ बहुत आदमी जम्मा भव पाइँ ।
\v 28 तओ पत्रुस बिनसे कहि, “और जातिसे संगत करनो और बिनसे भेटघाट करनो एक यहूदीके ताहिँ कितो सही ना हए कहिके बात तुमके पतए हए, ताहु फिर परमेश्‍वार मोके कोइ आदमीसे अपवित्र औ अशुध्द मतमनिए कहिके दिखाई हए ।
\v 29 जहेमारे बुलातए खिन्क कोइ आफत्त नामानके मए तुमर ठिन आओ | तुम मोके काहे बुलए? अब बताओ ।”
\v 30 तओ कर्नेलियस कहि, “चार दिनअग्गु लगभग: जहे समय घरमे मए तीन बजेको प्रार्थना करत् रहौ, तओ चिललो कुर्ता पैधे एक आदमी मेरे ठिन ठाडरहो,
\v 31 और कहि, 'कर्नेलियस, परमेश्‍वाके ठिन तुम्रो प्रार्थनाको सुनाइ भओ हए, और तुम गरीबनके दओ दानको सम्झना भओ हए।
\v 32 जहेमारे योप्पामे आदमी पठायके पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठा । बो समुन्द्रके किनरे चर्मकार सिमोनके घरमे बैठो हए ।'
\v 33 तओ मए तुरन्तए तुमर ठिन आदमी पठओ। और तुम कृपा करके आए । अब प्रभुसे तुमके आज्ञा भए सबए बात सुनन हम सबए परमेश्‍वारके अग्गु हियाँ उपस्थित हएँ ।”
\v 34 तओ पत्रुस मस्कन लागो, “नेहत्तए मए देखत् हौ, कि परमेश्वर पक्षपात नाए करत् हए,
\v 35 पर सब जातिमे जो बासे डरात हए, और अच्छो काम करत् हए, बे बाके ठिन ग्रहणयोग्य होतहएँ ।
\v 36 परमेश्‍वार इस्राइलीनके पठाओ भओ सन्देश,औ ख्रीष्टसे प्रचार करो शान्तिको सुसमाचार तुमके पता हए । (बहे सबको प्रभु हए ।)
\v 37 यूहन्‍नाको करो प्रचारके पिच्छु, गालीलसे सुरु भव सबए यहुदिया भर प्रचार करो भव वचन जहे हए,
\v 38 कि परमेश्‍वासर नासरतको येशू पवित्र आत्मा और शक्तिसे अभिषेक करी । बा सबके अच्छो काम करतए और भुतप्रेतनसे सताए भयनके अच्छो करत चलो, काहेकी परमेश्‍वार बाके संग रहए ।
\v 39 । "और बा यहूदीयनके देशमे और यरुशलेममे करे भए सब बातकी हम साँचि हए । बाके बे कट्ठामे टलगाएके मारी रहएं । "
\v 40 बहेके परमेश्‍वार तिसरे दिनमे जिन्दा करके उठाई, और बाके प्रकट कराई,
\v 41 सब आदमीनके नाए, पर हमके परमेश्‍वास साँचिके रुपमे चुनि और बा मरके जिन्दा हुइके पिच्छु हम बाके संग खानपिन करे ।
\v 42 बा हमके जनतामे प्रचार करन्, और बा जिन्दा और मरेनको न्यायकर्ता होनके ताहिँ परमेश्‍वारसे नियुक्त भओ आदमी रहए करके गवाही देनके ताँहि आज्ञा दै हए ।
\v 43 सबए अगमवक्ता बाकि गवाही दैं हएं, कि बाके उपर विश्‍वास करन् बारे प्रत्येक बाके नाउँसे पाप-क्षमा पाबैगो ।”
\v 44 पत्रुस जे बात मसकतए मसकत वचन सुननबारे सबके उपर पवित्र आत्मा आइगव ।
\v 45 अन्यजातिनके उपर फिर पवित्र आत्माको वरदान अखनो देखके पत्रुसके संगमे आनबारे यहूदी विश्वासी अचम्मो मानीं ।
\v 46 । काहेकी अन्य भाषामे मसकके बे परमेश्‍वारको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तओ पत्रुस कहि,
\v 47 हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?”
\v 48 और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं । तओ बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ ।
\c 11
अध्याय ११
\v 1 यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं ।
\v 2 जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं,
\v 3 "खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे? "
\v 4 " तओ पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो:
\v 5 "मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्‍न रहौ, तओ एक बडो तन्‍ना जैसो चार कोनेमे पकडे तरे झरत भओ कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ ।"
\v 6 मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो ।
\v 7 । मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।'
\v 8 "तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।” "
\v 9 "तव बहे ‍अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।' "
\v 10 तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।
\v 11 "बहि बेरा कैसरियासे मेरेठिन पठए भए तिन जनै आदमी हम बैठो आएपुगे ।
\v 12 बिनके संगमे जान मोसे पबित्र आत्म कहि। जे छय जानै भइया फिर मिर संग लागे रहएँ,और हम बा आदमीको घरमे गए।
\v 13 बा हमके बताई, कि एक स्वर्गदुत उनके घरमे ठडके अइसो कहातए बा देखिँ, 'योप्पामे आदमीनके पठओ पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलओ ।
\v 14 बा तुमके वचन सुनए हए, जौनसे तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमरो पुरो परिवार ।'
\v 15 ' "जब मए मस्कान लागो, तव सुरुमे हमर उपर उत्रो कता पवित्र आत्मा यिनके उपर फिर उत्रीयाओ ।"
\v 16 तव प्रभु कहि बा वचन मोके याद भव, 'यूहन्‍ना त पानीको बप्तिस्मा दै, पर पवित्र आत्मामे तुमरो बप्तिस्मा हुइहए ।'
\v 17 ' प्रभु येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करत् परमेश्‍वर हमके जो बरदान दै हए, बिनके फिर बहे बरदान दै के पच्छु परमेश्वरके रोक्न बारो मए कौन हौ त?”
\v 18 जा बात सुनके पिच्छु बे चुप हुइगए, और अइसो कहात बे परमेश्‍वर महिमा करीँ, “अब त परमेश्‍वार अन्यजातिनके फिर जीवनके तहीँ पश्‍चताप दै हए ।”
\v 19 स्तिफनसके सम्बन्धमे सुरु भव सतावटके करन ईतए उतए छिदिर विदर भए बारेनके ताहिँ नाय, पर यहूदीनके इकल्लो वचन प्रचार करत्, फोनिके, साइप्रस और अन्टिओखियातक सफर करीँ ।
\v 20 पर बे मैसे कोइ-कोइ साइप्रस और कुरेनीके आदमी रहएँ । बे एन्टिओखियामे आएके ग्रीकनके फिर प्रभु येशू प्रचार करीँ ।
\v 21 प्रभुको बाहुली बिनके संग होनके करनसे विश्वास करन् बारेनको बहुत संख्यामे प्रभुघेन घुमिगए ।
\v 22 । जा सुसमाचार यरुशलेममे भए मण्डलीके कानमे पुगो , और बे बारनाबासके एन्टिओखियामे पठाइँ ।
\v 23 बे हुवाँ आएके परमेश्‍वारको अनुग्रह देखके खुशी भए, और बे सबके पुराे ह्रदयसे प्रभुमे विश्‍वासि बने रहन हौँसला दैं ।
\v 24 काहेकी बे अच्छाे, पवित्र आत्मा और विश्‍वाससे भरिपूर्ण भए आदमी रहएँ । आदमीको बाड़ो समुह प्रभूमे आईगव ।
\v 25 तव शाऊलके ढुड्न बारनाबास टार्ससमे गव ।
\v 26 जब बाके पाइँ तव बाके एन्टिओखियामे लाई |तव पुरो एक वर्षतक मण्डलीके आदमीके संग बे भेटघाट करतए रहे,और आदमीनको बड़ो समूहके शिक्षा दैं।चेला पहिलो चोटी एन्टिओखियामे ख्रिष्टीयन कहिलाइँ।
\v 27 तव बा बेरा अगमवक्ता यरुशलेमसे एन्टिओखियामे आए ।
\v 28 बिन मैसे अगाबस नाउँ भव एक जनै ठडके सारा संसारमे गजब भारी अनिकाल पड्न बारो हए कहिके पवित्र आत्मासे अगमवाणी करी । बा अनिकाल क्लौडियसको शसानकालमे अइसाेओ रहए।
\v 29 तव चेला सब अपनो-अपनो औकतअनुसार यहूदियामे बैठन बारे भैयनके सहेताके तहीँ भेटी पठानके ताहिँ पक्का सल्लाह करीं ।
\v 30 बे अइसी करीँ, और बारनाबास और शाऊलके हातसे बिनको भेटी एल्डरके ठिन पठाए दैं ।
\c 12
अध्याय १२
\v 1 बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए ।
\v 2 बा यूहन्‍नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी ।
\v 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ । जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए ।
\v 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै ।
\v 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्‍वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए ।
\v 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए । सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ ।
\v 7 "ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि । स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और "हल्दी उठ" करके बाके जगाई । तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ| "
\v 8 स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा।” तव बा उइसी करी । बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग ।”
\v 9 ।” और बा निकरके उनके पिच्छु लागो । स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए। पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ ।
\v 10 जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ ।
\v 11 जब पत्रुसको होश खुली तव बा कहि, “अब मोके नेहत्व पता भव, कि प्रभु अपन दूत पठाएके हेरोद राजाके हातसे, और यहूदी जो करन चाहत रहएँ बे सबसे मोके छुटकारा दै ।
\v 12 जा बात बिनके पता हुइके पिच्छु, बो मर्कूस काहन बारो यूहन्‍नाकी अइया मरियमके घरमे गओ । हुवाँ बहुत जनै जम्मा हुइके प्रार्थना करत् रहए।
\v 13 बा फाटक ढकढाकई रोदा नाउँकी नोकर्नी फाटक खोलन आई ।
\v 14 "पत्रुसको सोर चिनके पिच्छु बा खुशी हुइके फाटक ना खोलके भितर दौरत गई "पत्रुस फाटकमे ठणो हए" करके खबर दै। "
\v 15 तओ बे बासे कहिँ, “जा पागल हए ।” पर बक कहि बात नेहत्व हए करके बा जिद्दी करी । त्ओ बे कहिँ, “बा उनको स्वर्गदूत हुइहए ।”
\v 16 ।” पर पत्रुस त ढकढकात् रहो । फाटक खोलके बाके देखके बे अचम्मो मानीं ।
\v 17 बा "चुप लाग" कहिके हातसे इशरा करी, और प्रभु बाके कैसे जेलसे बाहेर निकारी सो बिनके बताई । जे बातको समाचार याकूब औ और भैयनके देबओ कहिके बा बिदा हुइके दुस्रो ठाउँमे गै भव ।
\v 18 " उजियारो हुइके पिच्छु पत्रुसके का भव करके सिपैयनके बीचमे बडो हलचल भव।
\v 19 हेरोद बाको ढुडके करके फिर नाए पाएके सिपैयनको जाँच करके बिनके ज्यानसजायको हुकुम करी। हेरोद त यहूदियासे कैसरिया जाएके हुवाँए बैठो ।
\v 20 हेरोद टुरोस और सीदोनके आदमीनसे बहुत दिक्कानो रहए । बे एक दल हुइके बिनके संग आए, और राजाको भितरको कर्मचारी बलस्तससे हातपाओ जोणके मिलापतके ताहिँ बिन्ती करीं। काहेकी बिनको देश अन्‍नके ताहिँ राजाके देशमे निर्भर रहए ।
\v 21 तुको भव दिनमे राजकीय कुर्ता पैधके हेरोद अपनो सिंहासनमे बैठो, और बिनके भाषण दै
\v 22 22 "आदमी जा त ईश्‍वारको बोली हए, आदमीको ना हय!” कहिके चिल्लान लागे | "
\v 23 23 पर परमेश्‍वारके महिमा ना देनके कारण उत्तिय खिँन प्रभुको एक स्वर्गदूत बाके मारी, और बिजर बिजर कीरा पणके मरीगओ
\v 25 पर प्रभुको वचन बढतए और फैलतए गओ ।
\v 24 बारनाबास और शाऊल अपन सेवा पुरा करके यरुशलेमसे लौटे बिनके संग मर्कूस कहान बारो यूहन्‍ना फिर गओ ।
\c 13
अध्याय १३
\v 1 एन्टिओखियाको मण्डलीमे अगमवक्ता और शिक्षक औ बारनाबास, काला कहान बारो शिमियोन, कुरेनीको लुकियस, राज्यको शासक हेरोदसँग बढो मनेन और शाऊल रहए ।
\v 2 बे प्रभुको आराधना करत् और उपवास बैठे समयमे पवित्र आत्मास कही, “मिर ताहिं बारनाबास और शाऊलके बा कामके ताहिं अलग करओ, जौन कामके ताहिं मए बिनके बुलाओ हौं ।”
\v 3 3 तव उपबास और प्रार्थना करके बे उनके उपर अपन हात धरके उनके बिदा करीं ।
\v 4 । तओ पवित्र आत्मासे पठाए भएके कारन बे सिलुकियामे गए और हुवाँ से जहाजमे चढके साइप्रस घेन गए ।
\v 5 सलामिसमे आए पुगके पिच्छु बे यहूदीनको सभाघरमे परमेश्वरको सुसमाचार प्रचार करीं। बिनके सहायत करन् यूहन्ना बिनके सँग रहए
\v 6 जव बे सबै टापूको मईंजल ( यात्रा ) करत पाफोस तक आएपुगे, तव हुयाँ बे एक जनी यहूदी झुठो अगमवक्ता बार-येशु कहान बारो एक जनी जादुगरके पाइँ ।
\v 7 बा जादुगर एक राज्यको शासक सर्गीयस पौलससँग बैठत रहए । सर्गीयस पौलस बुध्दिमान आदमी रहए । बा शाऊल और बारनाबासके बुलाएके परमेश्‍वारको वचन सुनन् इच्छा करी ।
\v 8 पर एलुमास जादुगर {काहेकी ग्रीक भाषामे बाको नाउँको अर्थ जहे हए} सर्गीयस पौलसके विश्‍वाससे भडकानके बिनको सामना करी ।
\v 9 पर शाऊल जौनसे पावल फिर कहात हैं, पवित्र आत्मासे भरके बाके उपर एक नजर लगाएके देखि,
\v 10 "तय दियाबलसको लौणा, सबै धार्मिकताको शत्रु, सबै छल और दुष्टतासे भरो ! का तए प्रभुको सुध डगरके टेंढो करन् न छोड़ैगो?
\v 11 " अब देख प्रभुको हात तिर उपर पणो हए, और तए कुछ देरतक घामुको उजियारो न देख पाएके अन्धरा हुइजए हए ।” और उतनीय खिन कोहरा और अँध्यारो बाके तोपलैं, और कोइ बाको हात पकणके डुरियाय देबए करके इतए उतए जान लागो ।
\v 12 तव राज्यको बा शासक जा भव देखके विश्वास करी, काहेकी प्रभुको शिक्षामे बा अचम्मो मानि रहए ।
\v 13 पावल और बिनके सँगी पाफोससे जहाज चढके पामफिलियाको पर्गामा पुगे, और युहन्‍ना ता बिनसे छुट्के यरुशलेम घुमिगओ ।
\v 14 पर बे पर्गासे निकरके पिसिदियाको एन्टिओखियामे आए, और शबाथमे* सभाघर भितर जाएके बैठे ।
\v 15 अब व्यवस्था और अगमवक्ताक किताबको पाठ पढ्के पिच्छु सभाघरके शासक बिनके ठिन अइसे कहिके पठाइँ, “ए भैयओ तुमरे सँग आदमीनके ताहीं ज्ञानको वचन कुछ हए कहे से कहओ ।”
\v 16 तव ठाणके पावल हातसे इशारा करके कहि, “हे इस्राएलके आदमी और परमेश्‍वारको डर मनन बारे, सुनाओ,
\v 17 इस्राएल जातिको परमेश्‍वार हमर पिता-पुर्खानके चुनके मिश्रदेशमे रहत बिनके महान बनाई, और बाको शक्तिशाली हातसे बिनके बा देशसे निकारके लाई ।
\v 18 उजाड-स्थानमे लगभग: चालीस वर्षतक बा बिनके रेखदेख करी ।
\v 19 । तव बा कनान देशमे सात जातिनके नाश करके बिनको देशको अधिकार करत लगभग: चार सय पचास वर्षतक बिनके दै ।
\v 20 "जा बात पिच्छु शमूएल अगमवक्ताको पालो तक बा न्यायकर्ता दै ।
\v 21 " तव पिच्छु बे राजा मागीं, और परमेश्‍वार बेन्यामीन कुलको कीशको लौंणा शाऊलके चालिस वर्षतक बिनके उपर राज्य करन दै ।
\v 22 बा बिनके हटाएके पिच्छु दाऊद बिनको राजा होनके खडा करी । उनके बारेमे परमेश्‍वार गवाही दैके कहि, 'मए यिशैको लौणाके दाऊदके मेरो ह्रदय अनुसारको आदमी पाओ, जौन मिर सबय इच्छा पुरी करैगो ।”
\v 23 जहे आदमीको आनबारो सन्तानसे बाको प्रतिज्ञा अनुसार, परमेश्‍वार ईस्राएलके ताहिं एक मुक्तिदाता, येशुके लाई |
\v 24 बा आनसे अग्गु यूहन्‍ना इस्राएलके सबय आदमीनके पश्‍चतापको बप्तिस्माक् प्रचार करी रहए ।
\v 25 25 यूहन्‍ना अपन काम निभ्टात् पेति कहि रहय, ”तुम का समझत हौ, मए कौन हौं? मए बा नैयाँ । पर मोसे पिच्छु एक जनी आबैगो, जौनको टाँगको जुत्तातक फिर खोलन लायकको मए नैयाँ ।'
\v 26 "ए अब्राहामके वंशके सन्तान, और तुमए मैसे परमेश्‍वारको डर मानन बारे ए भैयाओ, हमर ठिन जा मुक्तिको सन्देश पठाइ हय । "
\v 27 काहेकी यरुशलेमके बासिन्दा और बिनको शासक बाके न चिनके और हरेक शबाथमे पढनबारी अगमवक्ताक वचन न बुझके बाके दण्डको आज्ञा दैके बे वचन पुरा करीं ।
\v 28 ज्यान सजायको कोइ कारन न पाए से फिर बे बाके मारन पणैगो करके पिलातससे बिन्ती करीं ।
\v 29 और बाके वारेमे लिखो भव सब बात बे पुरा करके पिच्छु बे बाके कट्ठासे उतारके मरघट मे धरीं
\v 30 पर परमेश्‍वार बाके मरो से जिन्दा करी ।
\v 31 अपनेसँग गालीलसे यरुशलेममे आनबारे ठिन बा बहुत दिनतक दिखाईपडो, और बे हबाए जनतामे बाको साचीँ हैय हएँ ।
\v 32 । "परमेश्‍वार पिता-पुर्खासे करो भव बह प्रतिज्ञाको सुसमाचार हम तुमर ठिन लय हएँ । "
\v 33 औ कैसे परमेश्‍वार येशुके जिन्दा करके उठाई बा बात हम बिनके सन्तानके ताहिं पुरो कर दै, जैसी दुस्रो भजनमे लिखो हए, 'तै मिर पुत्र है, आजके दिन मए तोके जन्मओ हौं ।'
\v 34 बा ख्रीष्टके कबहू न सणय करके मरके जिन्दा करके बारेमे त अइसे कहि हए, 'मए तुमके दाऊदको दओ भव पवित्र और अटल आशिर्बाद देहौं ।'
\v 35 काहेकी औरो ठाउँमे फिर अइसो कहि हए, 'तुम अपन पवित्र जानको शरीर सणन न देहौ ।'
\v 36 काहेकी उनको अपनो पुस्तामे परमेश्‍वारको उद्देश्य अनुसार सेवा करके मरके पिच्छु उनको पिता-पुर्खाके सँग दाऊदके गाडीं, और बाकी शरीर सणीगई ।
\v 37 पर जौनके परमेश्‍वार मरो से जिन्दा करी बाकि शरीर त न सणी ।
\v 38 "जहेमारे भैयओ, तुमके पता होबए, कि जहे आदमीसे पाप-क्षमा होत है कहिके तुमरे ताहिं बताव गओ हए । "
\v 39 तुम विश्‍वास करन बारे बहे से सबै बातसे छुटकारा पाए हौ, जौन छुटकारा मोशाको व्यवस्थासे तुमरे ताहीं सम्भव न रहय ।
\v 40 जहेमारे होशियार रहबओ, नत अगमवक्तानकी किताबमे कही जे बात तुमरे उपर आए पणंगी:
\v 41 'ऐ बदनाम करन बारेऔ, देखओ और अचम्मो मनओ, और नाश हुईजाओ, काहेकी तुमरे समयमे मए एक काम करङ्गो, अइसो काम जौनके बारेमे कोइ बयान करदेहए फिर तुम कबहू विश्‍वास न करेहौ ।”
\v 42 ।” पावल और बारनाबास सभाघरसे निकरके जान लागो तव आनबारो शबाथमे फिर जा बात सुनाए देओ कहिके आदमीन बिन्से बिन्ती करीं ।
\v 43 बैठक निभट्के बहुत यहूदी और यहूदी मत मनन बारे भक्ता पावल और बारनाबासके पिच्छु लागे, और बे बिनके संग मस्कत बिनके परमेश्‍वारको अनुग्रहमे रहनके ताहिं बिन्ति करिं।
\v 44 दुस्रो शबाथमे लगभग सबए सहेर परमेश्‍वारको वचन सुननके उल्झपडे ।
\v 45 भीडके देखके, यहूदी दीकसे भरी गए और पावलकि कहि भइ बातके नमानि और बिनको बदनामि करीं ।
\v 46 पर पावल और बारनाबास साहस करके कहिँ, “परमेश्‍वारको वचन सबसे पहिले तुमके सुनान जरुरि रहए । तुम जाके इन्कार करके अपनएके अनन्त जीवनको योग्य नठाहिराएके हम अब अन्यजातिनके ठिन जएहंए ।
\v 47 काहेकी प्रभु हमके अइसो आज्ञा दै हए, पृथ्बीक औरो छोरतक मुक्ति पुगान मए तुमके अन्यजातिनके ताहिँ ज्योति होन जिम्मा दव हंव ।”
\v 48 जब अन्यजाति जा बात सुनीं, बे खुशी भए, और परमेश्‍वारको वचनको प्रशंसा करीं, और अनन्त जीवनके ताहिँ जित्तो जिम्मा पाएभए सब विश्‍वास करी ।
\v 49 प्रभुको वचन सब इलाका भर फैलगओ ।
\v 50 पर पावल और बारनाबासके बिरुध्दमे यहूदी भक्ता और जानन बुझन बारी बैयर और सहेरके मुखिया-मुखिया आदमीनके उक्साइँ, और उनके अपन साँधा सिमाना बाहिर कटए दैं ।
\v 51 पर बे त अपन टाँगको भुवा बिनके बिरुध्दमे झारके, आइकोनियनमे आए ।
\v 52 चेला आनन्दसे और पवित्र आत्मासे भरपुर हुइगए ।
\c 14
अध्याय १४
\v 1 अब आइकोनियनमे बे एकए संग यहूदीनको सभाघरमे घुसके अइसे कहिं, कि यहूदी और ग्रीकके बहुत भारी दल विश्‍वास करी ।
\v 2 पर विश्‍वास नाए करन बारे यहूदी त अन्यजातिनके भड्कएके भैयनके बिरुध्दमे बिनकि मन बिगाड्दैं ।
\v 3 प्रभुको भरोसामे साहससे मसकके बहुत समयतक पावल और बारनाबास हुवाँ रहे । प्रभु बिनके हातसे चिन्ह और अचम्मोके काम करवाएके अपन अनुग्रहको वचनको गवाही दै ।
\v 4 पर सहेरके आदमीमे फुट हुइगओ, और कोइ यहूदी घेन और कोइ प्रेरित घेन लागे ।
\v 5 अन्यजाति और यहूदी दोनए बिनके शासक के संग मिलके बिनके सतान और पत्थर मारन कोशिस करीं ।
\v 6 बे जा बात कि पता पाइ गए, और लुकोनियाक सहेर लुस्त्र, डर्बी और आस पासके जिल्ला होतए भाजके गए,
\v 7 और हुवाँ बे सुसमाचार प्रचार करतए रहे ।
\v 8 अब लुस्त्रा सहेरमे टाँग चलान नासकन बारो एक आदमी बैठो रहए । बो जन्माएको लगंडा रहए, और कबहू नाए नेंगि रहए
\v 9 । पावल मस्कत बो सुनत रहए | पावल बोके एक नजरलगएके देखी, और अच्छो होनबारो बाको विश्वास हए करके देखके ।
\v 10 बड़ो जोडसे चिल्लाएके कहि, "तेरो टाँगके भरमे सुध ठाण ।” औ बो तुरन्त उठी गओ और नेगन लागो।
\v 11 जब पावलको करोभव जा काम भीड देखी, तव बे लुकोनियाके भाषामे जोडसे चिल्लाएके अइसे कहिँ, “देवता आदमीके रुपमे हमर ठिन उतरके आए हंए ।”
\v 12 बे बारनाबासके जिउस देवता और पावलके हर्मेस देवता कहान लागे, काहेकी जे त मुखिया वक्ता रहए ।
\v 13 सहेर अग्गु भव जिउसको मन्दिरको पुजारी मूल फाटकमे बर्धा और फुलाको माला लैके हुवाँ आदमिनसे मिलके बलि-पुजा करन इच्छा करी
\v 14 पर जब प्रेरित, बारनाबास और पावल जा बात सुनीं तव बे अपनो कुर्ता फारके अइसे कहातए चिल्लाएके आदमीनके बीचमे दौड्तए गए और कहिँ,
\v 15 " आदमिओं, तुम काहे अइसो काम करत हौँ? हम फिर त तुमहि कता दु:ख-सुख भोगन बारे आदमी हंए, और तुमके जे बेकारकि बातसे जिन्दा परमेश्वर घेन घुमन ताहिं सुसमाचार सुनात हएं, जौन परमेश्‍वार स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए सब चीज बनाइ हए ।
\v 16 बा अग्गु बितेभए पुस्तामे सब जातिनके अपनि-अपनि रीतिअनुसार चलन दै ।
\v 17 तहु फिर बा अपनएके गवाही बिना नाए छोडी, काहेकी बा भलो करके तुमके स्वर्गसे पानीको वर्खा और फलवन्त ॠतु दै हए और तुमरो ह्रदयके भोजन और आनन्दसे सन्तुष्ट करी हए ।”
\v 18 जे बात कहिके बे मुस्किलसे बिनके बलि-पुजा चढानसे बे आदमिनके रोकीं ।
\v 19 पर कोइ-कोइ यहूदी एन्टिओखिया और आइकोनियनसे हुवाँ आए पुगे, और भीडके फुल्साएके पावलके पत्थरसे मारिं, और बो मरगव हुइहए करके सहेरसे बाहिर कढ़ेरत लैगए ।
\v 20 पर जब चेला बिनके आसपास ठाणके बिनके उठाइँ, और सहेर भितर घुसे, और कल बारनाबास संग निकरके डर्बीमे चलेगए।
\v 21 बे बा सहेरमे सुसमाचार प्रचार करके बहुत चेला बनाइँ, और बे लुस्त्रा, आइकोनियन और एन्टिओखियामे घुमे,
\v 22 चेलनको आत्माके तगड़ो करतए बिनके विश्‍वासमे बनेरहान ज्ञान दैं, और बहुत कष्ट सहेके हम परमेश्‍वारको राजमे घुसन पणत हए कहिके बिनसे कहिँ ।
\v 23 जब बे उनको सब मण्डलीमे एल्डरको जिम्मा दैं, तव प्रार्थना और उपवास सहित बे अपनए विश्‍वास करके प्रभुको जिम्मामे उनके सौँप दैँ ।
\v 24 तव पिच्छु बे पिसिदियासे हुइके पामफिलियामे आए ।
\v 25 पर्गामे वचन प्रचार करके बे अटालियामे उतरे ।
\v 26 औ हुवाँ से बे समुन्दरको मैजल करके एन्टिओखियामे गए, जहाँ बे पुरा करो भव कामके ताहिं परमेश्‍वारके अनुग्रहमे बिनके सौंपि रहंए ।
\v 27 जब बे एन्टिओखिया आएपुगे, तव मण्डलीके इकठ्ठा करीं, और परमेश्‍वार बिनके संगमे करोभव सब कामको बयान करीं, और कैसे बा अन्यजातिनके ताहिँ विश्‍वासको फाटक खोलदै सो सुनाइँ।
\v 28 बे हुवाँ चेलनसंग बहुत दिनतक बैठे ।
\c 15
अध्याय १५
\v 1 "अब कोइ आदमी यहूदीसे अन्टिओखीयामे आएके भैयनके अइसो शिक्षा देन लागे, "तुम मोसाके रिति अनुसार खतना नाभव तव तुमर उद्धार नाए हुइ हए ।"
\v 2 तव पावल और बरनाबासको बिनके संग बहुत मतभेद और वाद-विवाद हुइके पिच्छु, हुवाँ के भैया पावल और बारनाबास और कित्तो आदमिनके जा प्रश्‍नाको फैसलाके ताहिँ प्रेरित और एल्डर ठिंन यरुशलेम जान ताहिँ जिम्मा दैं ।
\v 3 मण्डलीक सदस्य बिनके हुवाँ से बिदा दैँ । बे फोनिके और सामरियासे हुइके जात अन्यजात प्रभुके ग्रहण करि भइ बात उनके अच्छेसे सुनाइ । जा खबर से हुँवाके ददाभैया गजब खुशी भए ।
\v 4 जब वे यरुशलेम आए पुगे, तव बिनके मण्डली, प्रेरित और एल्डर आदरभाव करीँ । परमेश्‍वार बिनके सँग करी सब बात खुलके वे बतांई ।
\v 5 तव फरिसी दलके कित्तो विश्वास करन बारे ठाणके कहिँ, "अन्याजतिनके खतना होन और बिनके मोशाको व्यवस्था पालन करन आज्ञा देन जरुरि हए ।"
\v 6 जा बारेमे सोच-विचार करन ताहिँ प्रेरित और एल्डर ईकठ्ठा भए ।
\v 7 "बहुत कहासुनि चलतपेति पत्रुस ठाणके उनसे कहि " भइया रेओ, तुम के पता हए, सुरुके दिनमे कैसे परमेश्‍वार मिर मुहसे अन्यजाती सुसमाचार को वचन सुनए और विश्‍वास करए करके तुमर बिच मैसे मोके चुनि हए ।
\v 8 हृदयकी बात जाननबारो परमेश्‍वार बिनके फिर हमर हानी पवित्र आत्मा दैके उनके ग्रहण करी बात दिखाई ।
\v 9 बा बिनके और हमर विचमे कोइ भेदभाव ना रखाइ पर बिनको हृदय विश्‍वास से शुद्द बनाइ ।
\v 10 जहेमारे चेलाको कँधामे जा जुवा धरके काहे परमेश्‍वारको परिक्षा करत हव? जा जुवा ना ता हमर पितापुर्खा बोकीं और ना हम बोक पाए हए ।
\v 11 पर हम विश्‍वास करत हए की प्रभु येशूको अनुग्रहसे हम उध्दार पाए हए जैसी बे फिर पाइँ हए ।”
\v 12 तव बैठकमे सब चुप बैठे, और अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वर बिनके विच चिन्ह और अच्मेको काम करी रहए बक बयान बारनाबास और पावल करीँ| बे जा बयाना सुनी ।
\v 13 "बे मसक के पिच्छु याकूब अइसो कहि," भैया रेओ, मिर बात सुनौ, "
\v 14 परमेश्वर अपने नाउँके ताहिँ अन्यजातिनसे एक जाति छाँटन कृपा करी बात सिमोन बताई रहए ।
\v 15 जहे बातसे अगमवक्ताक् वचन फिर मिलत हए, जैसो लिखो हए,
\v 16 जे बात पिच्छु मै फिर लौटङ्गो, और दाउदको उजणो घर फिर बनामंगो, बाको रहोबचो मै फिर बनए हौँ, और बाके फिर ठणबामंगो,
\v 17 और बाँकि आदमी प्रभुके ढुँणसकए, और सबए अन्याजाति फिर, जौन मिर नाउँ से बुलाए भए हँए,
\v 18 जा बात परमप्रभु कहत हए, जौन पुरानो समयसे जे बात बताइ हए, जौन सृष्टिको सुरुसे पता रहंए ।'
\v 19 "जहेमारे मिर फैसला जा हए, की परमेश्‍वार के घेन लौटनबारे अन्याजातिनके हम दु:ख ना देमए,
\v 20 पर बिनके जा बातलिख देमए, की बे मुर्तिपुजाके अशुध्द्से अलग रहए, व्यविचारसे अमेठ के मारो भव पशुको बुट्टी और रगतसे अलग रहए ।
\v 21 काहेकि पुस्तौसे सहरै पिच्छु मोशाको व्यवस्थाके प्रचार होत आओ हए, काहेकि जा सब सभाघरमे और सबए शबाथमे पढत हए ।'
\v 22 तव प्रेरित, एल्डर और सबए मण्डलीसे मिलके अपन बीचसे कित्तो आदमिनके, चुनके पावल और बारनाबास सँग एन्टिओखियामे पठान अच्छो मानि, और भैयान मैसे मुखिया आदमिनके यहूदा कहान बारो बारसाबास और सिलाशके चुनी
\v 23 और उनके संगमे बे जा चिठ्ठी पठाई: एन्टिओखिया, सिरिया और किलिकियामे रहन बाले अन्यजाति विश्‍वासि भैयानके प्रेरित और एल्डर को नमस्कार ।
\v 24 हम सुने हैँ, की हमर विचके कोइ-कोइ हमर आदेश बिना तुमर मन अस्थिर बनएके तुमके तमान बातसे दुःख दैं हँए ।
\v 25 जहेमारे हम सबको सबय सहमति से करो निर्णय अनुसार कित्नो आदमीनके चुनके बिनके हमर प्रिय बारनाबास और पावलके संगमे तुमरे ठिन पठान हमके ठिक लागो ।
\v 26 जे आदमी अइसे हए, जो हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके ताहि अपन ज्यान आफत मे डारी हँए ।
\v 27 जहेमारे हम यहूदा और सिलासके पठए हए । बे फिर बहे बात मुहसे बतए हँए ।
\v 28 काहेकि पवित्र आत्मा और हमके जा ठीक लागो, की जे जरुरि बातसे अलावा और जद्धी बोझ तुमके ना बोकए हए ।
\v 29 "तुम मुर्तिको बलि चढओ भव चिझ, रगत, घेट अमेठके मारो भव पशुको बुट्टी और व्याविचार से अलग रहिओ| जे बातसे अलग रहाईगे तव अच्छो होबैगो | बिदा ।"
\v 30 बिदाबारी भव तव बे एन्टिओखियामे आए, और समाजके एक साथ जमा करके बो चिठ्ठी दै रहए ।
\v 31 पत्रमे लिखो भव ज्ञानकी बात पढ़के बे खुशी भए ।
\v 32 यहूदा और सिलाश अपनए फिर अगमवक्ता रहए बहेमारे भैयानके और जद्धा वचनसे ज्ञान दैके बिनके तगडो करीँ ।
\v 33 जे थोरी दिन हुवाँ बिताईके पिच्छु, हुवाँके भैया जिनके पठान बारेनके खुशीके साथ बिदा दैके पठाई ।
\v 34 पर सिलाश के हुवाँ बैठन ठीक लागो ।
\v 35 पावल और बारनाबास त शिक्षा देतए और प्रभुको वचन प्रचार करत और बहुत आदमीके सँग एन्टिओखियामे बैठे ।
\v 36 । कुछ दिन पिच्छु पावल बारनाबास से कहि ," आबौ जौन जौन सहरमे प्रभुको वचन हम प्रचार करे रहए बे सहेरमे घुमके जाइके भैयानके भेट करए और बे कैसे हए देखए ।"
\v 37 बारनाबास मर्कुस कहान बारे यहुन्‍नाके उनके संगमे लैजान ईच्छा करी ।
\v 38 पर पावल मर्कुसके सँगमे लैजान ठीक ना मानी, काहेकी बा पामफिलियासे बिनके सँग छुटके गओ रहए, और बिनके संगमे काममे ना गव रहए ।
\v 39 उनके बिचमे इतनो बणो मनमुटाव भव, कि बे एक दुसरेसे छुटिगए, और बारनाबास मर्कुसके संगमे लैके साइप्रस घेन गओ ।
\v 40 पर पावल सिलासके चुनी, और भैयनसे परमेश्वरको अनुग्रहमे सौंपके बिदा भए ।
\v 41 मण्डलीनके तगडो बनातए बे सिरिया और किलिकिया भ्रमण करी ।
\c 16
अध्याय १६
\v 1 पावल डर्बी और लुस्त्रामे फिर आओ । हुवाँ तिमोथी नाउँ भव एक जनै चेला रहए । वो एक विश्‍वासि यहूदी बैयरको लौणा रहए, पर बाको दौवा ग्रीक रहए ।
\v 2 लुस्त्रा और आइकोनियनके भैयामे बाको नाउँ चलो रहए ।
\v 3 बाके पावल सँग लैजान इच्छा करी । बे ठाउँमे रहनबारे यहूदीयानके कारणसे पावल बाके लैजाएके खतना करी । काहेकि बाको दौवा ग्रीक हए कहिके बिनके सबके पता रहए ।
\v 4 अब बे सहेरके डगर हुइके जात बिनके यरुशलेमके प्रेरित और एल्डर करो निर्णय बिनके पालन करन कहिके सुनाए दै ।
\v 5 अइसी मण्डली विश्‍वासमे मजबुत होत और संख्यामे रोजदिन बढ्तैगए ।
\v 6 पवित्र आत्मासे एशियामे वचन प्रचार करन मनाही भव बे फ्रिगीया और गलातियाके इलाका हुइके गए ।
\v 7 माइसियाको सिमानामे आएके पिच्छु बे बिथिनियाघेन जान विचार करी । पर येशूक आत्मा बिनके ना जान दै ।
\v 8 तव माइसिया हुइके बे त्रोआसमे गए ।
\v 9 रातके पावल एक दर्शन पाई- माकेडोनियाक एक आदमि ठाणके बासे बिन्ति करत रहए,"माकेडोनिया आबौ, और हमके सहेता करौँ ।"
\v 10 जब बा जा दर्शन पाई, तुरन्तै हम माकेडोनिया जान तयार हुइगए । हम जा पक्का करे कि बिनके सुसमाचार प्रचार करन परमेश्‍वार हमके बुलाई रहए ।
\v 11 तव हम त्रोआससे जहाजमे चढके सुधे सामोथ्राघेन गए, और कल नियापोलिसमे आएपुगे,
\v 12 और हुवाँ से फिलिप्पीमे आएपुगे, जौन माकेडोनियाको प्रमुख सहेर और रोमी उपनिवेश फिर हए| हम बा सहेरमे कुछ दिन बैठे ।
\v 13 अब शबाथमे सहेरके फाट्कसे बाहिर नदीयक किनारेमे गए, काहेकी हुवाँ प्रार्थना करन ठाउँ हए कहिके हम अनुमान लगए रहए, और हुवाँ हम बैठे और जम्मा भई बैयरसँग बातचीत करन लागे ।
\v 14 तव थिआटीरा सहेरकी बैठनबारी, सुरमाहो ( बैजनी ) लत्ताकी व्यापार करन लिडिया नाउँकी एक ईश्‍वार भक्तानिया हमर वचन सुनी। पावल मस्कि बात ध्यानसे सुनै कहिके प्रभु बाकी हृदय खोलदै ।
\v 15 "जब बक और बक घरके सबैके बप्तिस्मा भव, तव बा हमके बिन्ती करी, " अगर तुम मोके प्रभुकी विश्‍वास याेग्गे मानत हौ कहेसे मिर घरमे आएके बैठौ |'' और बा हमके कर लगा ।
\v 16 " जब हम प्रार्थना करन ठाउँमे जात रहएँ, तब जादुगर करनबारी आत्मा भै एक कमैया लौणियासे हमरो भेट भव, जो तन्तर मन्तर करके बक मालिकके ताहीं गजब कमाईं करत रहए ।
\v 17 "बा पावल और हमर पिच्छु-पिच्छु लागी, और अइसो कहात् चिल्लाई, "जे आदमी सर्वोच्च परमेश्‍वर सेवक हएँ | जे तुमर ताहिं मुक्तिको डगर बतात हएँ ।" "
\v 18 "बा बहुत दिनतक अइसी करत रही | तव पावल खारुवाहाएके फन्‍न से घुम के बा दुष्टआत्मा से कही, "येशु ख्रीष्टके नाउँमे मए तोके बासे निकरन आज्ञा देत हौं ।" तव बा दुष्टत्मा बहे घणी निकर गव ।
\v 19 " पर बक मालिक बिनकी कमाइको आशा खतम भव देखके पावल और सिलासके पकणके बाजरके चौराहोमे शासक ठीन तानत लैगए ।
\v 20 "तव बिनके सहेरके हाकिम ठीन लाएके कहीं, " जे आदमी यहूदी हएँ, जे हमर सहेरमे गोलमाल मचात हएँ । "
\v 21 "जे आईसे आईसे रितिरिवाज सिकत हएँ जौन हम रोमीके ग्रहण करन औ पालन करन ठीक न हए ।
\v 22 " तव भीण मिलके बिनके झपटन लगे। सहेरके हाकिम बिनको लत्ता चिरके फेंकदैं, और बिनके छणी लगान हुकम दैं।
\v 23 बे बिनके बहुत छणी लगाएके बिनके झेल मे डारदैं, और झेलके हाकिम से जे कैदीनके कररो निगरानीमे धरनके हुकम दैं ।
\v 24 अइसो हुकम पाएके बे बिनके झेलके भितर भागमे लैजाएके बिनके टाँमे कट्ठा ठोंकके धरदै ।
\v 25 पर आधीरातमे पावल और सिलास प्रार्थना करतै परमेश्‍वारको भजन गात रहएँ, और कैदी सो सुनत रहएँ।
\v 26 तव एकबरी एक बणो हालाचाला गाव, और झेलको जग हालिगए, और तुरन्त सब फाटक खुले, और सबके बन्धन टुटगए।
\v 27 झेलके हाकिम निंधसे जग गव, और झेलके फाटक खुले देखके कैदी सबय भाजगए सोचके बा अपन हत्या करन विचार से अपन तरवार निकारी ।
\v 28 "पर पावल जोडसे चिल्लाइके कहि तुम अपने आपके कछु नोक्सनी मत करौ, काहेकि हम सब हिनै हैं ।"
\v 29 " तव दिया माँगके उनके ठीन कुदत् भितर आओ और डरसे थरथरात पावल और सिलासके अग्गु घुप्टा पणिगौ ।
\v 30 "बिनके बाहिर लाएके उनसे कहि, "उध्दार पानके ताहिं मोके का करन पणैगो ? "
\v 31 "और बे कहिं, "प्रभु येशु खीष्टमे विश्‍वास करऔ, और तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमर परिवार ।"
\v 32 " बे उनके और उनके घर मे भए जित्तो सबैके प्रभुको वचन
\v 33 सुनाइँ। तव रात के बहे समय बे उनके लैजाएके दुखौनो धोई दै । और बा और बिनको परिवार तुरन्त बप्तिस्मा लैं ।
\v 34 तव पिच्छु बिनके घरमे लाएके बिनके अग्गु खानु धरिदैं, और परमेश्‍वर विश्‍वास करलै कहिके उनको पुरो परिवारसँग बे आनन्द भए ।
\v 35 "जब उजियारो भव तव सहेरके सब हकीम सिपाहिनके जा आदेश दै के पठाईं, " बे आदमिनके छोड देओ ।"
\v 36 "तव झेलको हाकिम पावलके जा बात सुनाई, सहरके हाकिम तुमके छोडन को आदेश दै हए । जहेमारे अब निकरके शान्ति से जाओ ।"
\v 37 । "पर पावल बिनसे कहि, हम रोमी नागरिकके दोषी न ठहराएके बे आदमिनके अग्गु पीटीं और झेंलमे फिर डारीं, और अब हमके चुप्पएसे निकारन सोचत हओ ? जा न हुइहए । बे अपनाए आमै और हमके निकार के लैजामए ।"
\v 38 बे सिपाही हाकिमन के जे बात सुनाइँ। बे ता रोम के बासिन्दा हएँ कहिके सुनके बे डराइ गए।
\v 39 बे आएके उनसे क्षमा मागीं, और उनके बाहिर लैगए, और सहेर छोडके जानके बिन्ती करीं ।
\v 40 बे झेलसे बाहिर निकरके लिडियाके घरमे गए, भैयानसे भेटघाट करके और उनके हौसला दैके बिदा भए ।
\c 17
अध्याय १७
\v 1 पावल और सिलास अम्फिपोलिस और अपोल्लोनियाक डगर हुइके थेसलोनिकेमे आए | हुवाँ यहूदीको एक सभाघर रहए ।
\v 2 पावल अपन आदत अनुसार बिनके ठिन भितर गओ, और तीन हप्ता सम धर्मशास्त्रसे बिनसे बादबिबाद करतए रहो ।
\v 3 "ख्रीष्टके नेहत्तए दु:ख भोगन और मरके जिन्दा होन पड्तो, और जहे येशू, जौनको सुसमाचार मए तुमके सुनात हौँ बहे ख्रीष्ट हए कहान बारी बातको अर्थ खोलके बो प्रमाणित करदै । "
\v 4 बिनमैसे कित्तो जनै विश्‍वास करके पावल और सिलाश घेन लागे । बहुत बडि भीड ईश्‍वर भक्ता ग्रीक और कित्तो मुखनीया बैयर फिर लागि रहंए ।
\v 5 पर दिक्से भरके यहूदी सहेरके बदमासनके जम्मा करके हुल उठाएके सहेरमे खौलभौल मचान लागे, तव यासोनको घरमे लडाइ करके पावल और सिलाशके जनताके अग्गु लान सोचिँ ।
\v 6 बिनके फेला ना पारके, बे यासोन और कोइ-कोइ भैयनके सहेरके शासक ठिन अइसे कहात बरबारत घसिटके लाई, “संसारके लौटपौट करन बारे जे आदमी हियाँ फिर आइगए हँए ।
\v 7 बे यासोनके पहूना भए हएँ, और बे सबए येशू कहान बारो एक जनै दुस्रोवय राजा हए कहिके कैसरके हुकुमके बिरुध्दमे काम करत हएँ ।”
\v 8 ।” जा बात सुनके आदमी और सहेरके शासक घबडाए गए ।
\v 9 बे यासोन और बिनके संग भए बचे आदमीसे धरौटी लैके बिनके छोडदैं ।
\v 10 भैया तुरन्तए पावल और सिलाशके रातए के बिरियामे पठाए दैँ रहंए, और जब बे हुवाँ पुगे तब बे यहुदीनके सभाघर भितर गए ।
\v 11 हियाँ के यहूदी थेसलोनिके से जद्धा अच्छे रहए । काहेकी बे पुरा उत्सुकतासे वचन ग्रहण करीं, और बे बात ठीक हँए कि ना कहिके रोजदिन धर्मशास्त्रसे छानबीन करत् रहएँ ।
\v 12 काहेकी जिन मैसे बेढम, संगए गजब जनै उचे घरानाके ग्रीक बैयर और लोग सबए विश्वास करीं ।
\v 13 पर जब परमेश्‍वारको वचन पावलसे बेरियामे फिर प्रचार होत हए कहिके थेसलोनिके यहुदी पता पाई, तव बे हुवाँ फिर भीडके उचान और दबान आए पुगे ।
\v 14 तव भैया तुरन्त पावलके समुन्द्र घेन पठाए दैं | पर सिलाश और तिमोथी त हुवाँए बैठे ।
\v 15 पावलके पुगन जान बारे बिनके एथेन्सतक लाई । सिलाश और तिमोथी त जित्तो जल्दी बिनके ठिन आन पड्हए करके आज्ञा पाएके बे घुमिगए ।
\v 16 पावल बिनके एथेन्समे असियात रहएँ, बो सहेरमे मूर्तिए मूर्तिसे भरो देखके बाको आत्मा बाके भितर व्याकुल हुइगव ।
\v 17 जहेमारे बो यहूदी और ईश्वर भक्त जनै संग बैठकघरमे, और भेट भए सबएसंग सहेरमे रोजदिन बादबिबाद करत् रहए ।
\v 18 "इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी । बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो(गफाडी) का कहात हए?" और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए ।” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए । "
\v 19 तव बे बोके अरियोपागसमे लैगए और पुछी, “तुमर दओ भव जा नयाँ शिक्षा का हए, का हम जान पाए हँए?
\v 20 काहेकी तुम हमर कानमे अचम्मो बारी बात सुनत हौँ | जहेमारे जा बातको मतलब का हए सो हम जानन चाँहत हँए ।”
\v 21 सब एथेन्सबासी और हुवाँ बैठन बारे बिदेशी नयाँ-नयाँ बात कहान और सुनन बाहेक अपनो समय कोइ बातमे ना बितात रहए ।
\v 22 । पावल अरियोपगसके बीचमे ठाणके कहि, “एथेन्सके आदमी रेओ, तुमके मए सब बातमे बहुत धर्मात्मा देखतहौ,
\v 23 "काहेकी घुमफिर करत तुमरे पुजन बारी चीज मए देखो ।मए एक अइसो बेदी फिर पाओ जौनमे "ना जानन बारो देवताके ताहिँ लिखो हए । जहेमारे जौनके तुम ना जानके पुजतहौ उनके मए तुमर बीचमे बतात हंव । "
\v 24 " "परमेश्‍वार, जौन संसार और बामे भए सबए चीज बनाइ हए, बा स्वर्ग और पृथ्बीको प्रभु होनके कारणसे हातसे बनाइ भइ मन्दिरमे ना बैठत् हए, "
\v 25 बाके कोइ चीजको जरुरत पणो जैसो करके आदमीक हातसे बाको सेवा होन पणैगो करके मतसुचीओ । काहेकी बा सबके जीवन, सास और सब चीज देत हए ।
\v 26 बा एक जनीसे जम्मए पृथ्बीमे बास करन बारो आदमीनके हरेक जाति बनाई हए । बिनको बैठन बारो समय और सिमाना फिर तोक दैहए,
\v 27 बे परमेश्‍वारके ढुड़ए साइत बे ढुड़के पए हँए कि कहिके आसरामे अइसो करी । तहुं फिर हम कोइसे दुर ना हए ।
\v 28 काहेकी "हम बामे जीत हँए, और बामे चहल पहल करत हँए, और बामे हमरो अस्तित्व हए ।” तुमरे अपने कबि फिर कहिँ हँए, 'हम नेहत्व बाके सन्तान हँए । "
\v 29 तव हम परमेश्‍वारके सन्तान होनके कारणसे परमेश्‍वार सोनो, चाँदी और पत्थर जैसो हए कहिके हमके ना मानन पड़त हए। जे त आदमीनको कला और कल्पनाको जइसिकतइसि इकल्लो हँए ।
\v 30 अइसो अज्ञानताके समयके परमेश्‍वार ध्यान ना दै, पर अब सबए ठाउँमे सब आदमीके पश्‍चताप करनके आज्ञा दैहए ।
\v 31 काहेकी बा एक दिन तोक दैहए, जौन दिन बा अपनए नियुक्त कराे भव एक जनै आदमीसे धर्मिकतामे संसारको न्याय करैगो । बाके मरोसे जिन्दा करन बारो बा सब आदमीनके जाको प्रमाण दैहए ।”
\v 32 ।” "जब बे मरोसे जिन्दा होन बारेमे सुनी, तव कोइ-कोइ खिल्लि उडाईँ, पर औरे त "हम फिर जा बारेमे तुमर बात सुनंगे" कहिँ । "
\v 33 तव पिच्छु पावल बिनके बीचसे गैभव ।
\v 34 तव कोइ आदमी बो संग लागे, और विश्‍वास करीं । बिनमैसे अरियोपागसको डियनुसियस, दामारिस नाउँ भइ एक बैयर और और दुसरे फिर रहएँ ।
\c 18
अध्याय १८
\v 1 तव पिच्छु बो एथेन्ससे बिदा हुइके कोरिन्थमे गओ ।
\v 2 बो पोन्टस-बासिन्दा अकिलास नाउँ भव एक जनि यहुदिके भेटि। बो अपनी बैयर प्रिसिक्ला संग इटालियासे आओ रहए, काहेकी राजा क्लौडियस सबए यहूदीनके रोमसे निकर जान आज्ञा दै रहए । पावल उनसे भेटन गओ
\v 3 । एकए काम होनसे बे फिर उनके संग बैठे, और काम करीं । काहेकी उनको काम पाल बनान बारो रहए ।
\v 4 हरेक शबाथमे बे बैठकघरमे बादबिबाद करत रहए, और यहुदि और ग्रीकनके बुझान कोसिस करत् रहए ।
\v 5 जब सिलाश और तिमोथी माकेडोनियासे आए पुगे, पावल वचनको प्रचारमे व्यस्त रहए, और यहूदीनके येशूवय ख्रीष्ट हए करके बिनके ज्ञान देत रहए ।
\v 6 पर जब बे बिरोध करके निन्दा करन लागे, तव बे अपनो कपडा झटकिरके उनसे कहिँ, “तुमरो रगत तुमरि मुणम पडए मए निर्दोस हौँ | अब मए अन्यजातिनके ठिन जए हौँ ।”
\v 7 ।” तव बे हुवाँ से परमेश्‍वरके भक्ति करन बारो तीतस युस्तस नाउँ भव आदमीक घरमे गए | बाको घर बैठकघरके ढिगै रहए ।
\v 8 सभाघरको शासक क्रिस्पस सबए परिवार प्रभुमे विश्वास करी । और कोरिन्थी मैसे फिर बेढम पावलको वचन सुनके विश्वास करीं, और बप्तिस्मा लैं ।
\v 9 एक रात दर्शनमे प्रभु पावलसे कहि, “मत डराए, पर मस्कतए जा, और चुप मत लगाए,
\v 10 काहेकी मए तिर संग हौँ । और कोइ फिर तोके पकडके कछु हानि ना कर पए हए, काहेकी जा सहेरमे मिर बहुत आदमी हँए ।”
\v 11 औ परमेश्वरको वचन सिखातए पावल एक वर्ष छए महिनातक बिनके संग बैठो ।
\v 12 जब गलियोन अखैयाक शासक भव तव यहूदी एक मत हुइके पावलके पकडिँ, और बिनके अदालतमे लाइँ,
\v 13 "और अइसे कहिँ "जा आदमी व्यवस्थाके बिरुध्द परमेश्वरको आराधना करनके आदमीनके सिखात हए ।”
\v 14 जब पावल बोलन लागो रहए, तव गलियोन बे यहूदीनसे कहि, “यहूदी रेओ, अगर नेह्त्व जा कोइ अन्याय अथबा दुष्ट अपराधको बात हए तव मए तुमरी बात सुनन ठीक हुइतो ।
\v 15 पर शब्द, नाउँ और तुमर अपनो व्यवस्थाको सवाल भव के कारण तुम अपनए बिचार करओ । मए अइसो बातको न्याय ना करहौँ।”
\v 16 और बा बिनके अदालतसे भजाए दै।
\v 17 तव बे सब सभाघरके शासक सोस्थेनेसके पकणके अदालतके अग्गु मारीं, पर गलियोन बो बातकी कोइ वास्ता ना करी ।
\v 18 तव पिच्छु पावल बहुत दिनतक हुवाँ बैठो । तव भैयन से बिदा हुइके बा जहाजमे सिरिया गओ । बाके संग प्रिस्किला और अकिलास फिर रहंए । कोइ मनाओ भव करारमे बो किंक्रियामे अपनो बार छुलबाई ।
\v 19 बे एफिससमे आए पुगे, और पावल बिनके हुवाँ छोडके, और अपना त एक सभाघरमे घुसके यहूदीनसे बात बिबाद करन लागो ।
\v 20 । तव बे बाके और कुछ दिन बैठनके बिन्ती करीं पर बा बिनके मनाही करी ।
\v 21 बिनसे बिदा होत बे कहिँ, “परमेश्‍वारको इच्छा हुइहए मए फिरके तुमरे ठिन घुमके आए हौँ ।” तव बो जहाज चढके एफिसस हुइके गओ ।
\v 22 जब बे कैसरियामे उतरे तव उपर चढके मण्डलीके भेटघट करीं अभिबादन करके एन्टिओखियामे उतरे ।
\v 23 बा हुवाँ कुछ दिन बिताएके हुवाँसे निकरके गलातिया और फ्रिगीयाको इलाका हुइके सब चेलनके हौसला देत अलग अलग ठाउँमे गओ ।
\v 24 । अलेक्जेन्ड्रिया- निवासी अपोल्लोस नाउँको एक जनी यहूदी एफिससमे आओ। बो एक अच्छो वक्ता और धर्मशासत्रमे प्रख्यात(पोक्त) रहए ।
\v 25 बा प्रभुको मार्गको शिक्षा पाई रहए, और आत्मामे उत्साहित हुइके बा येशूके बारेमे ठीक ठीकसे बोलत और सिखात रहए । और बा यूहन्‍नाको बप्तिस्मा इकल्लो जानी रहए ।
\v 26 बा सभाघरमे साहससे मस्कन लागो । पर बिनको बात सुनके प्रिस्किला और अकिलास बाके अपन घरमे लाई और परमेश्‍वारको डगरको अर्थ और अच्छे से प्रष्टसे सम्झाए दैं ।
\v 27 बा अखैयामे जानके मन कर्त भैयनके बिनके ठिन जानके हौसला दै और बिनके सुईकार करके हुवाँक चेलनके उत्साह दैके चिठ्ठी लिखि । बे हुवाँ पुगे अनुग्रहसे विश्‍वास करन बारेनके बहुत सहेता करी ।
\v 28 काहेकी बो धर्मशास्त्रको वचनसे येशूए ख्रीष्ट हए करके बात देखाएके यहूदीनके सबके सामने कतै उत्तर ना आनबारो बनाए दै ।
\c 19
अध्याय १९
\v 1 अपोल्लोस कोरिन्थिमे रहए तव पावल भितारको इलाकासे एफिससमे आओ । हुवाँ बा एक आद चेलानके पाई ।
\v 2 "बो उन्से कहि, ''तुम विश्‍वास करे का तुम पवित्रा आत्मा पाए? बे बासे कहिँ, पवित्रा आत्मा होत हए कहिके बा हम सुने फिर ना हँए । "
\v 3 "औ बा उनसे कहिं तव तुम सब कैसो बप्तिस्मा लए ? "
\v 4 "तव पावल कहि, "यहुन्‍नासे दओ भव बप्तिस्मा ता पश्‍चतापको बप्तिस्मा रहए । बा पच्छु आनबरे आदमी और येशूमे विश्‍वास करिओ कहिके बा आदमिनके बतात रहए ।"
\v 5 जब बात सुनके बे प्रभु येशूके नाउमे बप्तिस्मा लैं ।
\v 6 जब पावल उनके ऊपर हाँथ धरी, तव पवित्रा आत्मा उनके उपर आओ, तव बे अन्य भाषामे मास्की और अगमवाणी करीं ।
\v 7 बे लगभग बाह्र आदमी रहँए ।
\v 8 पावाल साभाघरमे घुसके तिन महिना तक परमेश्‍वारको राज्याके बारेमे उनके सँग सहससे बादबिबाद करी और आदमिनके सम्झात रहो ।
\v 9 पर जब कोइ-कोइ ढिठ हुइके विश्‍वास नाकारी, और जा समाजके बारेमे हुइके झुणके अग्गु मसकन लगे, तव पावल बिनसे अलग हुइ गओ, और चेलाके संगमे लैजाएके टुरान्‍नसको स्कुलमे बादबिबाद करन लगे ।
\v 10 जा काम दुई साल तक चलत रहो, ओर एशियाके सबए बसिन्दा यहूदी और ग्रीक दोनौ प्रभुको वचन सुनी ।
\v 11 परमेश्‍वार पावलको हाथसे अचम्मेको अघ्टो काम करी ।
\v 12 हिँया तक की गस्ती या पिछौडा बाकि शरीरमे छुबाइके बेमार आदमिन ठिंन लैजात रहैँ,और पर उनकि शरीरसे रोग निकर जात रहै और दुष्टात्मा फिर निकर जात रहँए ।
\v 13 पर एकआद इतै उतै घुमघाम कारन बाले यहूदी झारफुक बाले भुतात्मा लगे भैनके प्रभु येशूको नाउ लेतए अइसो कहि, पावल प्रचार करो भौ येशूके नामसे मै तोके आज्ञा देत हौँ ।
\v 14 हुँवा एक आदमी स्केवास नाउ भव यहूदी प्रधान पुजहरिको सात लौँडा ऐसो करत रहै ।
\v 15 "तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, " येशूके मै चीनत हौ, और पावालके फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।"
\v 16 बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ , और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायल हुईके भाजगए ।
\v 17 जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ । और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भओ ।
\v 18 विश्‍वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई ।
\v 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो ।
\v 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ ।
\v 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी । बा कहि, "हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो"
\v 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो ।
\v 23 ।बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो ।
\v 24 काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ ।
\v 25 "तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, ''भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए ।"
\v 26 तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ ।
\v 27 तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी ।
\v 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है ।" कहिके चिल्लान लागे ।"
\v 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए ।
\v 30 पावल आदमिन के भीड मे जान मन् करी, पर चेला बाके जान ना दैं ।
\v 31 एशियाके तमान मुखिया आदमी पावलके मित रहैँ | बे पावलके रङ्गशाला भितर मत जाओ कहिके बिन्ति करके पठाईं ।
\v 32 तव बे अलग अलग बात करके चिल्लान लागे । काहेकी बो भीड मे हल्ला होत रहै, और तमान आदमी ता बे काहे जमा भै हँए बो फिर ना जानत रहएँ ।
\v 33 भीडके कित्तो आदमी अलेक्जेन्डरके अग्गु सारीँ, जौनके यहूदी ठण बाइँ रहए| अलेक्जेन्डर हातसे इशारा करके आदमीनके अग्गु बचानके ताहिँ कछु कहान इच्छा करी।
\v 34 पर बे बा ता यहुदी हए कहिके पता पाइके सबए जनि एकए सोरसे लगभग दुई घण्टा तक एफिसिनकी आर्तेमिस महान है कहातए चिल्लाइ ।
\v 35 नगरको हाकिम आदमिनके शान्त करके कहि, "एफिससके आदमी रेओ, एफिसीको सहेर त महान आर्तेमिसको मन्दिर और बादरसे गिरो भव बाकी मूर्तिको लखबरिया हए कहिके कौनक पता ना हए ?
\v 36 तुम जानत हौ जा बातके कोई मनाहिं ना करपाबैगो, तभई मारे तुम चुप रहाव और बिना सोचविचारके काम ना करव ।
\v 37 काहेकी तुम लाएभए जे आदमी मन्दिर ना लुटी हैँ और हमरी देविक अपमान फिर ना करी हैँ ।
\v 38 जहे मारे अगर देमेत्रियस और उनके सँग भए कारिगरके कोइके बिरुद्धमे कुछ उजुर है कहेसे अदालत खुली हैँ और न्यायधिस फिर हैँ, बे एक दुसरेके बिरूद्धमे मुद्दा लडै ।
\v 39 पर जासे अलावा और विषय ऊठान चाहत हव कहेसे जक फैसला लगातार सभामे होबैगो ।
\v 40 काहेकि आजको जा हुलदंगाकी दोष हमर उपर लगन खतरा है । काहेकी जा बिना कारणको दंगाफसादको कोइ सफाई हम ना दै पए हैँ ।
\v 41 इतका कहिके बे सभाके समापन करीं ।
\c 20
अध्याय २०
\v 1 जा खैलाबैला थमके पिच्छु पावल चेलनके बुलान पठाई, और बिनके शिक्षा दै, और बिनके संग बिदा हुइके माकेडोनिया घेन लागो ।
\v 2 हुवाँ के इलाकामे जाएके बिनके बहुत हौसला दैके पिच्छु बा ग्रीसमे गओ ।
\v 3 हुवाँ बा तीन महिना बिताइँ। बा सिरिया घेन जहाजसे यात्रा करत पेति यहुदी बाके बिरुध्दमे खराब सोच बनाई हंए करके पावल माकेडोनिया हुइके लौटनके पक्का करी ।
\v 4 तव बेरियाके-बासिन्दा पुरसको लौडा सोपात्रोस, थेसलोनिके से अरिस्तार्खस और सिकन्दस, डर्बीक गायस, औ तिमोथी और एसियाके तुखिकस और त्रोफिमस बिनके सँग गए ।
\v 5 बे अग्गु पुगके हमके त्रोआसमे असियात रहएँ ।
\v 6 तव हम त अखमिरी रोटीक तेवहारके दिनपिच्छु फिलिप्पीसे जहाजमे यात्रा करके पाँच दिनमे त्रोआसमे बिनके ठिन आए, और हुवाँ सात दिन रहे ।
\v 7 हप्ताको पहिलो दिनमे जब हम रोटी तोड़नके जमा भए रहँए, तव पावल त दुस्‍रे दिन जानके इच्छा करी रहए, बिनकेसंग आधी राततक बातचित करतए रहो
\v 8 हम जमा भए उपरको बैठ्काको कोठामे बहुत दिया रहएँ ।
\v 9 यूटीकस नाउँ भव एक जनई जवान झ्यालमे बैठो रहए ।पावल बहुत देरतक बात करत जात बा निधाए गओ और निधाएके बा तिस्रो तलासे गिरिगव और बाके मरो अवस्थामे उठाइँ
\v 10 तव पावल तरे उतरो, और घुप्टा हुइके बाके गलमैया डारी और कहि, “मत घबणाबओ काहेकी बा जिन्दए हए ।”
\v 11 तव बे उपर चढे औ रोटी तोडके खाएके सुबेरे उजियारो ना होन तक बहुत देर बातचित करके बैठे। तव पिच्छु बिदा भए ।
\v 12 औ बे बा जवानके जिन्दा अवस्थामे लैगए और बहुत शान्ति पाइँ ।
\v 13 हम अग्गुसे नईया तक गए । और नईयामे चढके हम अस्सोसमे गए ।हम पावलके हुँवा जहाजमे बैठान चहाँत रहएँ। पावल अइसी बन्दोबस्त करके बा अस्सोसतक पैदल गओ रहए ।
\v 14 और जब बे हमके अस्सोसमे भेटिं, हम बिनके जहाजमे चढाए, और मितिलेने मे आए।
\v 15 तव पच्छु हम हुवाँसे नईँयामे यात्रा करके अउ‌‍‌रो दिन खियसके ढिगै आए पुगे, और प्रसओ सामोसमे आए पुगे,
\v 16 एशियामे समय बिताएके बिचार नए हुइके बे एसिससमे नए घुसके जानके बिचार करी । काहेकी बे पेन्तिकोसके दिन यरुशलेम मे पुगन बे अणबाणत् रहँए ।
\v 17 मिलेटस से एफिससमे आदमी पठाएके मण्डलीक एल्डरनके बुलान पठाइँ ।
\v 18 जब बे बिनके ठिन आए बे बिनसे कहिँ, “एशियामे पौली टेको पहिलो दिनसे मए जम्माए समय तुमरे बीचमे कौन किसिमसे बिताओ सो तुम जानत् हौँ ।
\v 19 पुरा नम्रतामे आँसु बगात, यहुदीको षड्यन्त्रको परीक्षामे फिर मए प्रभुको सेवा करो ।
\v 20 तुमके फाइदा होन बारी बात तुमरे ठीन घोषणा करन मए पिच्छु हटो नए ।
\v 21 यहुदीनके और ग्रीकनके पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन घुमाए और हम प्रभु येशु ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करए करके बातको गवाही मए दओ हौँ ।
\v 22 "अब देखाओ, मए पवित्र आत्मामे बाधेत्ता हुइके यरुशलेम घेन जात हौँ, हुवाँ मोके-कैसो हुइहए सो मए नए जानत् हौँ ।"
\v 23 इतकए इकल्लो जानत् हौँ | कि हरेक सहेरमे कैद और कष्ट मिर उपर आत हए करके पवित्र आत्मा मोके गवाही देत हए ।
\v 24 तव मए अपनो जीवन कोइमोलको और अपने ताहि प्यारो नए मानो इतकए इकल्लो मए जानत् हौँ, कि परमेश्वरको अनुग्रहको सुसमाचारको गवाही देनके मेरो दौड और प्रभुसे मिलो मेरो सेवाकाइ मए पुरा करन सिकऔ ।
\v 25 "अब देखाऔ, मए जानत् हौँ कि तुम मैसे सब, जौन-जौनके मए राज्यको प्रचार करो, तुम मिर मुहू अब कबहू देखेहओ नए । "
\v 26 जहेमारे आजको दिन मए तुमके गवाही देतहौ, कि मए कोइ को रगतको दोषी नैयाँ ।
\v 27 काहेकी परमेश्‍वार पुरी इच्छा मे बातन मए पिच्छु हटोनए ।
\v 28 तुम अपन ताहिँ और अपने पुरा बगालके ताहि सावधान रहीओ। पवित्र आत्मा तुमके बगालको जिम्मा बारो बानइ हए करके बो अपन रगतसे किनके परमेश्‍वारके मण्डलीको रेखदेख तुम कराओ ।
\v 29 काहेकी मोके पता हए, कि मए जाएके पिच्छु डर लाग्न बारे वनकुत्ता तुमरे बीचमे घुसंगे, जौन बगालके बाँकी नए रखंगे ।
\v 30 30 तुमरी बीचसे भणकान बारी बात बोल्न बारे उठंगे, जौन चेलनके अपन पिच्छु लैजाए हए ।
\v 31 जहेमारे जा सम्झके होशियार हुइओ, कि तीन वर्षतक दिनरात आँसु बहात हरेक आदमीनके मए चेतउनी देतरहो ।
\v 32 "अब मए तुमके परमेश्वरको और बाको अनुग्रहको वचनमे सौप दओ हौँ, जौन तुमके सुधार करेहए और पवित्र करेहए सबएनके बीच उतरधिकार देबैगो ।"
\v 33 मए कोइ आदमीको सोनो, चाँदी, लत्ताको लोभ
\v 34 तुम अपनाए जानत हौँ कि मिर जे हातसे मेरो अपनाए और मिर संग भएनके अवश्याक्ता पुरा करो रहौँ ।
\v 35 मए सबए बातमे नमुना दओ हौँ, कि तुम फिर अइसी करके मेहेनत करके कमजोरके मद्दत करीओ । प्रभु येशुको वचन याद करीओ, कैसे करके बा अपनाए कहि हए, कि लेनसे देनके और धन्य हए ।”
\v 36 यितकए कहिके बो घुटो टेकी और बिनके सबके संग प्रार्थना करी ।
\v 37 बे सब रोइ, और पावलके गलौवा गलबैया डारके चुमी ।
\v 38 बिनसे फिर कहि, मिर मुहू दिखेहौ नए करके कहि पावल बे भैया जा बातमे बहुत शोक करी । और बे बोके जहाज ठिन पुगादैँ ।
\c 21
अध्याय २१
\v 1 उनसे बिदा हुइके हम जहाजमे चढके सिधे कोसमे आए, और कल रोडसमे और हुवाँ से पटारामे आए पुगे ।
\v 2 और फोनिके मे जान एक जहाज पाएके हम बामे चढके गए ।
\v 3 जब साइप्रस दिखानो, तव हम बाके दिबार घेन बापार सिरिया घेन लागके टुरोसमे उतरे । काहेकी जहाजके माल समान हुवाँ उतारन पणो रहए
\v 4 । चेलनके ढुणके पाएके बिनके संग हम सात दिन हुवाँ बैठे | पावलके यरुशलेममे नाजाबए कहिके बे पवित्र आत्माके द्वारा कही ।
\v 5 हुवाँ से हमर नेगनको बेरा भव पिच्छु हम बिदा हुइके अपन यात्रामे निकरे । अपन पुरो परिवार और बाल बच्चा समेत बे जम्मए हमके सहेर बाहिर तक पुगन आए, और हम समुन्द्र किनारे घुटो टेक्के प्रार्थना करे, और एक दुसरे से बिदा भए ।
\v 6 तव हम जहाजमे चढे, और बे अपन घर लौटगए ।
\v 7 टुरोससे समन्द्र-यात्रा करके हम टोलेमाइसमे आए पुगे ।हुवाँ भैयनसे मिलभेट करके बिनके संग एक दिन बैठे।
\v 8 दुसरो दिन हम बिदा हुइके कैसरियामे आए, और प्रचारक फिलिपके घरमे गए । बे सात जनि मैसे एक रहए, और हम बिनके संग बैठे ।
\v 9 अगमवाणी करन बारी बिनकी चार जनै बिहा नाभई लौणिया रहए ।
\v 10 हम हुवाँ कुछ दिन बैठत यहूदियासे आगाबस नाउँको एक जनि अगमक्ता आओ ।
\v 11 बा हमरे ठिन आएके पावलको फेटा लैके अपन हात-टाँग बाँधके कहि, “पवित्र आत्मा अइसे कहत हए, 'जा फेटा जौन आदमीको हए, बाके यरुशलेममे यहूदी अइसी करके बाँधंगे और अन्यजातिनके हातमे सौंपदेहंए’।”
\v 12 जा बात सुनके हम और बा ठाउँके आदमी मिलके बिनसे यरुशलेममे मत् जाओ करके बिन्ती करे ।
\v 13 पर पावल जवाफ दै, “तुम अइसे रोएके मिर मनके काहे छोटो(तोडत) बनात हौ? काहेकी प्रभु येशूके नाउँके ताहिँ जेल पणनो इकल्लो ना, पर यरुशलेममे मरन फिर मए तयार हौ ।
\v 14 "बाके मनाए नाए पाएके "प्रभुको इच्छा पुरा होबए करके हम चुप लागे ।"
\v 15 बे दिन पिछु हम तयार भए, और यरुशलेम घेन लागे ।
\v 16 हमर संगमे कैसरियाक कोइ-कोइ चेला फिर गए, और बे हमके साइप्रसको एक जनि पुरानो चेला मनासोन कहान बारोक घरमे ल्याइँ| बिनके संग हमके बैठन पणो रहए ।
\v 17 और जब हम यरुशलेममे आए गए, तव भैया हमके खुशी से स्वागत करीँ
\v 18 । दुसरो दिन पावल हमरसंग याकुबके ठिन गए । हुँवा सबए एल्डर एकठ्ठा
\v 19 रहंए।19बिनके मिलभेटके पिच्छु, पावल बाकि सेवकाइसे अन्यजातिनके बिचमे परमेश्‍वरके करो भव काम बिनके एकएक करके बयान करि।
\v 20 जा सुनके पिच्छु बे परमेश्‍वरकाे महिमा करीँ| तव बे कहिँ, “देखओ भैया यहूदीके बीचमे विश्वास करन बारे हजारौ हँए, और व्यवस्थाक बातमे बे सब जोसिलो हँए ।
\v 21 बे तुमर बारेमे फिर कुछ बात सुनिहए। सो का हए कि, अन्यजातिनके बीचमे वैठनबारे यहुदिनके तुम ‘मोशाके छोडदियो और बिनकि बच्चनके खतना मत करियो और रितिरिवाज मत मनियो’ कहिके सिखाइहए।
\v 22 अब का करएगे? तुम आए हौ कहिके बे नेहत्तय सुनंगे ।
\v 23 जहेमारे जो हम कहत हँए बहए करौ- भाकल करन बारे चार जनि हमर संग हँए ।
\v 24 यिनके लैके तुम फिर यिनके संगसंग शुध्द होबओ, और यिनके चाहन बारो खर्च तुम दै देओ, और जे बार कतरँए । अइसे तुम व्यवस्था पालन करत् देखत् तुमर बारेमे सुनके कोइ बात सच नाहए कहिके सबए पता पए हँए ।
\v 25 पर अन्यजाति जौन विश्वास करीं हँए, बे मुर्तिनके बलि चढावभव चिज, खुन, घेंट अमेठके मारोभव पशूको माशु और व्यभिचारसे अलग रहन पड़त हए कहिकी हमर छलफल करके हम चिठ्ठी लिखें हँए ।
\v 26 तव पावल वे आदमीनके लै गव, और दुसरो दिन बिनके संगएसंग अपनएके फिर शुद्ध करी, और शुध्द भए दिन कब् पुरो हुइहए, औ सबएके ताहिँ देनबारि भेटीको खबर देन बा मन्दिर भित्र घुसो ।
\v 27 । जब सातौ दिन पूरो होन लागो रहए,तव एशियक यहूदि पावलके मंदिरमे देखके पुरि भिडके उक्साँइ, और बाके पकणीँ ।
\v 28 "बे अइसे कहातए चिल्लान लागे "इस्त्राएलके आदमीयों, सहयोग करओ! आदमीके जहाँतहाँ हमार जात, हमार व्यवस्था और जा ठाउँको विरूध्द्मे शिक्षा दैके नेगन बालो आदमी जहे हए। इतका इक्लो ना, जा ग्रीकनके फिर मन्दिर भितर लाएके जा पवित्र ठाउँके अशुध्द बनाएदै हए ।"
\v 29 काहेकी जासे अग्गु बे एफिससको त्रोफिमस कहान बारो एक आदमीके बाके संग शहेरमे देखिरहँए जहेमारे बहेके पावल मन्दिर भितर लाइ हए कहिके बे सोचीँ ।
\v 30 तव सबए शहेरमे हलचल भव, और आदमी एकए संग दौरत आए| बे पावलके पक्ड़के मन्दिरसे बाहिर कढ़ेरत लाइं, और तुरनतए फाटक बन्द करीं ।
\v 31 जब बे बाके मारन कोशिस करनडटे रहएँ, तव सबए यरुसलेममे घप्चल मचो हए कहिके पल्टन के सेनापति ठिन जा खबरआयपुगो ।
\v 32 बा तुरन्तए सिपाही और कप्ताननके संगमे लैके बिनके ठीन दौरत आओ । बे सेनापती और सिपाहीनके देखिँ और पावलके मारन छोड़दइ ।
\v 33 तव बा सेनापति ढींगै आएके पावलके पकड़ी और दुइ साँकरसे बाके बाधनके हुकुम दैं । जा कौन हए और जा का करीहए कहिके बा पुछिं ।
\v 34 पर बा भीड मैसे कोइ एक बात और कुई दुस्रि बात कहिके किकीआईं और बा हल्लागुल्लासे घटना का हए कहिके सो पता ना पाएके पावालके ब्यारेकमे लैजानके आज्ञा दैं ।
\v 35 जब पावल खुडखुडीमे आइ पुगो तव भीडके दबाबके मारे सिपैया बाके उठाएके लैगए ।
\v 36 काहेकी आदमीनको भीड़ बाके खतम करदेओ' कहिके चिल्लत पिच्छु पिच्छु लागे रहँए ।
\v 37 ब्यारेक भितर पुगन पेति पावल सेनापति से कही, “हजुर, अनुमति देहौ , तव मए कुछ कहान चाहँत हौ ।” बा कहिँ, का तोके ग्रीक भाषा आत हए?
\v 38 का तए बहे मिश्री नैयाँ , जौन भर्खर बिद्रोहा मच्चाएके चार हजार बिद्रोहीनके जंगलमे लैगओ रहए?”
\v 39 ?” पर पावल जवाफ दै, “मए त किलिकियाको सहेर टार्ससको एक यहूदी आदमी हौ, छोटेमोटे सहेरको नागरिक नैयाँ | बिन्ती हए, जे आदमीनसे कुछ कहान मोके मन्जूरी देओ ।”
\v 40 40 जब बा मन्जूरी दैँ, तव खुण खुणीमे ठाड़के पावल आदमीनके हातसे इशारा करी । आदमी बिलकुल शान्त भए तव पिच्छु, बिनके बा हिब्रू भाषामेअइसे कही-
\c 22
अध्याय २२
\v 1 "भैयाऔ और दौवा, तुमर सामने मए अपन पक्षमे कहान बारी बात अब सुनओ ।”
\v 2 " बाके हिब्रू भाषा मे मस्कत सुनके बे और चुप हुइगए ।
\v 3 बा कहि, “मए किलिकियाको सहेर टार्ससमे जन्मो भव एक यहूदी हौ । पर जा सहेरमे गमलिएलको चरणमे बढो भव हौं । हमर पुर्खाको बिधिअनुसार मए ठीक-ठीक ज्ञान पाओ हौं । आज तुम परमेश्‍वर घेन जित्तो उत्साहित हौ, मए फिर उतिय उत्साहित रहौं
\v 4 । मए जा डगरके आदमीनके मरन तक सताओ, और लोग और बैयर दोनएके बाँधके जेलमे डारदओ ।
\v 5 प्रधान पुजारी और जम्मए महासभा फिर मिर पक्षमे गवाही देतहएँ । उनके तरफसे भैयनके नाउँसे पुर्जी पाएके मए बा हुवाँके विश्‍वसिनके बाँधके यरुसेलममे लाएके सजाए दिबानके ताहिं दमस्कसमे गओ रहौं ।
\v 6 "मिर यात्रासे दमस्कस ठिन आएपुगो लगभग: दुपाहर भव रहए, अचानक स्वर्गसे एक वाणी और ज्योति मिर आसपास चम्की,
\v 7 " और मए जमिनमे गिरगओ, तव मोसे अइसो कहात एक आवाज सुनो, “ए शाऊल, ए शाऊल, तए मोके काहे सतात् हए?”
\v 8 और मए पुँछो, 'हे प्रभु तुम कौनहौ?' और बा मोसे कहि, मए नासरतको येशू हौं, जौनक तए सतात हए ।”
\v 9 तव मिर सँग जित्तो जनी रहँए, बे ज्योति त देखि , पर बे बात न सुनी ।
\v 10 मए कहो, 'हे प्रभु, अब मए का कराऔं?' तव प्रभु मोसे कहि, 'उठ, दमस्कसमे जा, और तोके तुको भव काम बताए हौं ।'
\v 11 बा ज्योतिको तेज से मए कुछ न देखो, तव मिर संग होनबारे हातसे पकणके डुरियाएके मोके दमस्कसमे लियाइँ ।
\v 12 "हननिया कहानबारो एक जनी व्यवस्था अनुसार चलनबारो भक्ता आदमी जौन हुआँ वैठन बारे सब यहूदीनसे आदर पाओ रहए,। "
\v 13 बा मिर जौणे आऔ, और मिर ठिन ठाणके मोसे कहि, भैया शाऊल देखन बारो हुईजा ।' और मए बहे समय देखन लागो, और बाके देखो ।
\v 14 तव बा कहि, हमर पिता-पुर्खाक परमेश्‍वर बाको इच्छा तुमए जानन, और बे धार्मिक लोगके देखन, और बाको मुहुसे बोलि सुनन् के ताहिं तुमके नियुक्त करी हए ।
\v 15 काहेकी सबए आदमीके अग्गु बा तुमरे ताहिं जो देखे और जो सुने बाके ताहीं तुम गबाही होबैगो ।
\v 16 तए अब काहे आसिआत हए? उठ और बप्तिस्मा ले, और बाको नाउँको पुकारके अपन पाप धोएले ।'
\v 17 ''यरुशलेम से लौटके आएके पिच्छु मन्दिरमे प्रार्थना करत् पेति मए ध्यान-मगन भव ।"
\v 18 बा मोसे अइसे कहतए देखो, जल्दी करके यरुशलेमसे निकरके जा, काहेकी मिर बारेमे तुमके दौ भव बात कि गवाही बे ग्रहण न करेहँए ।”
\v 19 "मए कहो 'हे प्रभु, मए हरेक सभाघरमे जाएके तुमरे उपर विश्‍वस करन बारेनके जेलमे डारो हौं और मारपिट करो हौं करके सबके पतए हए ।"
\v 20 तुमर साक्षी स्तिफनसको रगतारोहन होत मए अपनए फिर जौणे बैठो हत्यामे सहामत हुइके, बाके मारन बारेनके लत्ता अगोर के मए बैठो रहौं ।
\v 21 तव प्रभु मोसे कहि, 'जाओ, काहेकी मए तुमके अन्यजाति के ठिन दुर-दुर तक पठामंगो ।”
\v 22 ।” बे पावल कि बात हियाँ तक सुनी, और अइसे कहात बे जोणसे चिल्लान लागे, “अइसो आदमी पृथ्बीसे हटिजाए । काहेकी बा बचन योग्यको न हए ।”
\v 23 बे अपन कुर्ता फारीं और धुधर उणाएके चिल्लान लागे ।
\v 24 सेनापति हुकुम करी, बा ब्यारेक भितर लावजाए, और कोर्रा लागएके जाँच करओ, काहेकी बाके बिरुध्दमे बे अइसे काहे चिल्लाए रहेहँए ।”
\v 25 और जब बे पावलके चमडाको रस्सीसे बाँधीं, तव पावल ठिन ठाडो भव कप्तानसे पुछीं, “का रोमी नागरिक और दोषी न ठहिरो आदमीके कोर्रा लगान ठीक हए?”
\v 26 कप्तान जा सुनके पिच्छु सेनापतिके ठिन आएके अइसे कहि, “तुम का करन डटेहौ? काहेकी जा आदमी ता रोमी नागरिक हए ।”
\v 27 तव सेनापति आएके पावलसे पुछी, “मोसे कहा, का तए रोमी नागरिक हए?” बा कहि, हाँ ।”
\v 28 सेनापति जबाफ दै, “मए ता जा नागरिक हक बहुत रुपैया तिरके किनो हौं ।” पावल कहि, “पर मए त जन्मएसे रोमी हौं ।”
\v 29 पर बाके जाँच करन तयार भए, और सबए तुरन्त हटिगए, और पावल एक रोमी नागरिक हए करके पता भव तओ सेनापति फिर डराए गव, काहेकी बा बाके बाँधी रहए ।
\v 30 पर दुसरे दिन यहूदी पावलके कौन खास कारणसे दोष लगाइँ हएँ सो जाननके ताहीं बाके खोल दैं, और सब मुखिया पूजारी महासभाके जमा होन आज्ञा करी, और पावलके तरे ल्याएके बिनके अग्गु ठाडबाईं ।
\c 23
अध्याय २३
\v 1 "पावल महासभा घेन एक नजर लगाएके देखि, और कहि, भैया रेओ, आज के दिन तक परमे‍श्‍वरकाे नजरमे मए शुध्द विचारसे जीवन बितात हौं । "
\v 2 जा बातमे प्रधान पूजारी हनानिया बाके जौने ठाणो बारेनके मुँहमे मारन हुकुम दै ।
\v 3 3 "तव पावल उनसे कहि, "हे चुना से लिपो भित । तुमके फिर परमेश्‍वर प्रहार करैगो । तुम व्यवस्था अनुसार मिर नेओ करन वैठके का व्यवस्थाके उल्टा मोके मारन हुकुम देत हओ?"
\v 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्‍वारको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय?
\v 5 "तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।"
\v 6 "पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं । मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए ।"
\v 7 बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ ।
\v 8 काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए ।
\v 9 "हुवाँ गजब हल्ला होन लागो, और फरिसी दलके कुछ शास्त्री ठाडके अइसे कहात बिबाद करन लगे, " जा आदमीमे हम कछु खराब न पाए हएँ । अगर आत्मा या स्वर्गदूत जाके अइसो कहि तव का ? "
\v 10 हुवाँ बडो मतभेद भव पिच्छु उनके हातसे पावलके नोचाखोचीं करहएँ कहिके डरसे सेनपति सिपैयनसे तरे जाएके बिनके उनके बीचसे जबरजत्ति से लाएके ब्यारेक भितर लैजाओ कहिके आज्ञा दै ।
\v 11 "दुसरे रातके प्रभु उनके जौने ठाडके कहि, " हिम्मत कर, पावल काहेकी जैसी तुम यरुशलेममे मिर विषयमे गवाही दऔ, उइसी तोके रोममे फिर गवाही देन पडैगो ।''
\v 12 जब सबेरे उजियारो भव यहूदी एक ठिन जमा हुइके पावालके न मारन तक कछु न खान और न पिन कसम खाइँ |।
\v 13 जा षड्यन्त्र करन बारे आदमी चालिससे फिर जाधा रहँए ।
\v 14 "बे मुखिया पुजारी और धर्म गुरु ठिन जाएके कहिं, ""पावालके न मारे बिना हम काछु न खामङ्गे काहेकि हम कसम खाए हँए ।"
\v 15 "जहेमारे तुम और महासभा मिलके सेनापतिसे कहौ, और बाके मुद्दाको निर्णय और ठिकसे करन पणैगो जा विचार बनाएके बाके निकारौ और बा हियाँ आतए हम बाके मारनके तयार रहङ्गे ।"
\v 16 तव पावलको भनेजा धोखा बारी बात पाएके ब्यारेक भितर जाएके पावलके बताए दै ।
\v 17 "तव पावल कप्तान मैसे एक आदमीके बुलाइके कहि, "जा जमान लौंडाके सेनापाति ठीन पठाए देओ, काहेकि जा बासे कछु काहन चाँहत हए । "
\v 18 "जहेमारे बा जाके लै जाएके सेनापति ठीन पुगाए देओ कहिके, बन्दी पावल मोके बुलाएके जा लौडाके तुमरे ठीन लैजान कहि हए, तुमके कहान बारी कुछ बात हए ।"
\v 19 सेना पति बाको हात पकडके एक घेन लैजाएके बासे पुछीँ, तोके मोसे काहन बारी बात का हए?
\v 20 बा कहि,"यहूदी पावलके बारेमे और अच्छेसे सोधपुछ करन बहाना करके कल बाके महासभामे लाएदेओ कहिके तुमसे बिन्ति करन सहमति करी हँए ।"
\v 21 पर तुम बिन कि बात मत मनिऔ, काहेकी बिनही मैसे चालिससे फिर जध्दी आदमी पावलके ना मारन तक कुछ खानपिन ना करन कसम खाइके बे मारनके ताहिं लुके बैठे हँए, और अव बे तिर वचन को आशा करके तयारीमे हँए ।"
\v 22 "जहेमारे सेनापति वा जवान लौडाके अइसो आज्ञा दैके पठाई," तए मोके जा बात बातओ हए जा कोइके मत बतैए । "
\v 23 23 "तव फिर बे कप्तान मैसे दुई आदमी के बुलाए के कहिं "आज रात नौ बजे घेन दुइ सय सिपैइया, सत्तरी आदमी घोडा चढनबारे और दुइ सय भालाबारेनके कैसरिया तक जान तयार करे रहओ ।"
\v 24 और पावलके ताहिं फिर घोडाको व्यवस्था करओ, और बाके सुरक्षासे हाकिम फेलिक्स ठीन पुगाबओ ।
\v 25 बे जा तरिका को चिट्ठी फिर लिखिं:
\v 26 ” मनानिय हाकिम फेलिक्सके, क्लोडीयस लुसियसको अभिवादन !
\v 27 जा आदमिनके यहूदी पकडके मारन ,ढुँड़त रहँए पर जा रोमी नागरिक हए कहिके मए पता पाएके फौज संग हुवाँ पुगके जाके छुटओ ।
\v 28 कौन सी बातमे बे जाके दोस लगाईं हयँ कहिके जानन ईच्छासे मै जाके बिनकि महासभामे लाओ।
\v 29 बे व्यवस्थाको प्रश्‍न बारेमे जाके दोष लागाइ रहएँ । पर ज्यान सजाय औ कैद करन पडै जैसो कछु दोष मै न पाओ ।
\v 30 "जा आदमीको बिरुध्दमे षड्यन्त्र हुइ रहो हए जा बातको खबर मोके मिलो, और जाके तुरन्त तुमर ठिन पठओ हौं, और जाके बिरुद्दमे दोष लगान बलेन के फिर तुमर अग्गु बयान देन पडैगो करके आदेस दौ हौं ।"
\v 31 जहेमारे आज्ञा पओ अनुसार सिपैइया पावालके रातैके एन्टीपाट्रिसमे पुगाइँ ।
\v 32 घोडाचढन बारेनके उनके संग जान हुँवा छोडके औरो दिन बे ब्यारेक लौटे,
\v 33 कैसरियामे पुगके पिच्छु बे हाकिमके चिट्ठी बुझाएके पावलके फिर उनके अग्गु हाजिर कराइँ ।
\v 34 बा जा चिट्ठी पढ़के तए कौन जिल्लाको हए कहिके पुँछी । बा किलिकियाक है कहिके पता पाएके पच्छु कही,
\v 35 तुमके अभियोग लगानबारे आएके पच्छु तुमरो मुद्दा सुनङ्गो।” तव बे बाके हेरोदको बनाओ भव दरबार मे रखैयौ कहिके हुकुम दै ।
\c 24
अध्याय २४
\v 1 पाँच दिनपिच्छु प्रधान पूजारी हननिया और तमान धर्म-गुरुनके, तर्तुल्स नाउँको एक जनी वकिल संग हुवाँ आए, और बे पावलके बिरुध्दमे हाकिमके अग्गु मुध्दा पेश करीं ।
\v 2 पावलके हुवाँ झिकाएके पिच्छु तर्तुल्स बिनसे अइसे कहात दोष लगान लागो, “सबसे माननीय फेलिक्स, तुमसे हम बणो शान्ति पात हँए, और तुम जा जातिके ताहीं सुधार सुरु करेहौ ।
\v 3 3 जा बात हर प्रकारसे सब ठाउँमे हम खुशीके साथ स्वीकार करत् हएँ ।
\v 4 पर तुम जद्धा समय न लैके हमर बिन्ती छुटकरीमे दया करके सुनदेबौ ।
\v 5 "काहेकी हम जा आदमीके इतए उतए दुख देत नेगत्, संसार भरेक सब यहूदीनके बीचमे आन्दोलन मचान बारो, और नासरी पन्थको मुखिया अगुवाके रुपमे पाए हँए
\v 6 |" जा मन्दिर अपवित्र करन फिर कोसिस करी रहए, पर जाके हम पकडे | हमरो व्यवस्था अनुसार कारबाही फिर करते,
\v 7 , पर सेनापति लुसियस हमरे ठिन आएके बडो जबरजस्तिके सँग बाके हमर हातसे छिनाएके लै गओ, और जाके बिरुध्दमे अभियोग लगन बारेनके तुमर ठिन आनके आज्ञा करी रहए ।
\v 8 अब तुम स्वयम जाको जाँच करैगे तव हम जाके लगओ दोषके जे सब बात बासे पता पाए सक्तहौ ।”
\v 9 बे यहूदी फिर जे बात सब ठीक हएँ करके समर्थन करीं ।
\v 10 हाकिम बाके मस्कन इशारा करके पिच्छु पावल जवाफ दै, “बहुत वर्ष पिच्छु तुम यहूदी जातिके न्यायाधीश होन बारी बात पता हुइके मए अपन पक्षमे खुशीसे कहात हौं ।
\v 11 तुम पता लगाए सक्तहौ कि मए यरुशलेममे आराधना करन जाएके बाह्र दिनसे जद्धा भओ नैयाँ ।
\v 12 जे न त मोके कोई आदमी संग बहस करत् पाईं, न मन्दिरमे औ न सभाघरमे और सहेरमे जनतनके उक्सात पाइँ,
\v 13 न त मोके हबाए दोष लगान बारी बातके जे प्रमाण दै पाई हँए ।
\v 14 पर जा मए तुमरे अग्गु स्वीकार करत् हौं, कि जौन डगरके जे एक पन्थ कहात हँए, बहे अनुसार व्यवस्थामे भव बात और अगमवक्ता कि किताबमे लिखो सब बातमे विश्‍वास करके मिर पुर्खानको परमेश्‍वारको आराधना मए करत् हौं ।
\v 15 धर्मी और अधर्मी दोनए मरके पुंनरुत्थान हुइहँए कहिके जे अपनए स्वीकार करो जैसो मए परमेश्‍वारमे आशा धरत् हौं ।
\v 16 जहेमारे परमेश्‍वार घेन और आदमी घेन मए सबदिन शुध्द विचार करन कोशीस करत हौं ।
\v 17 अब कुछ वर्ष पिच्छु अपन जातिनके ताहिं दान और भेटी देन मए आओ रहौं ।
\v 18 जे मोके मन्दिरमे पाएके शुध्द होनबारो बिधि मए पुरा करडरो रहौं | हुवाँ कोइ भीड न रहए, होहल्ला फिर न रहए । पर हुवाँ एशियाको कोइ यहूदी रहए,
\v 19 बे हियाँ तुमरे अग्गु हाजिर होन पडन रहए । मेरे बिरुध्दमे अगर कोइ बात हए कहेसे तव बे दोष लगाए सक्त रहयँ ।
\v 20 औ जे आदमी अपनए हियाँ आएके कहमए-मए महासभाके अग्गु ठाडो होत मिरमे का दोष पाइ रहयँ?
\v 21 केवल जहे एक बात इकल्लो हए, जो मए बिनके बीचमे ठाडके चिल्लाए के कहो रहौं, 'मरे भएनके पुनरुत्थानके बारेमे आज तुमरे ठिन मिर मुद्दा चलरहो हए ।”
\v 22 जा डगरके बिषयमे फेलिक्सके खास ज्ञान भव के बारेमे बा जा बात सुनके पिच्छु बिनके अइसो कहिके टारके पठाईं, “सेनापति लुसियस हियाँ आएके पिच्छु मए उनको मुद्दा फैसला करदेहौं ।”
\v 23 तव बा पावलके निगरानी मे धरएँ और बिनके कछु स्वतन्त्र देमए, और बिनके कोइ फिर संगीनके बिनके कोइ चीज कमि करन न रोकए कहिके कप्तानके आज्ञा दै ।
\v 24 कुछ दिन पिच्छु फेलिक्स बाकी यहूदी बाइयर द्रूसिल्लाके संगमे लैके आए, और बे पावलके बुलाएके ख्रीष्ट येशू उपरको विश्‍वासके बारे मे बिनसे सुनी ।
\v 25 पावल धार्मिकता, संयम और भावी इन्साफके बारेमे बिबाद करत फेलिक्स घबडयाइ गव, और अइसो कही, “हबए जाओ, जरुरत पडैगो तव मए तुमके बुलएहौं ।”
\v 26 पावलसे क पता रुपैयाँ मिलै हए कहिके आसरा फिर करी रहए । जहेमारे फिर बे बाके घरीघरी बुलाएके बातचित करत् रहएँ ।
\v 27 पर दुई वर्ष पिच्छु जब फेलिक्सको बदलामे पर्किअस फेस्तस आओ, तव फेलिक्स यहूदीनके खुशी करन ताहिं पावलके जेलमे डारके गओ ।
\c 25
अध्याय २५
\v 1 फेस्तस अपनो प्रान्तमे आएके तीन दिन पिच्छु कैसरियासे यरुशलेममे गओ
\v 2 मुखिया पुजारी और यहूदीनके मुखिया आदमी पावल के बिरुध्दमे दोष लगाइँ,
\v 3 और बिनके डगरमे मारन योजना बनाइके पावलके यरुशलेममे लाएदेमए कृपा होबए करके बिन्ती करीँ ।
\v 4 पर फेस्तस पावल कैसरियामे थुनामे पडोहए, और अपना फिर जल्दी जानके ताहिँ इच्छा भइ बातके बताइ ।
\v 5 बा कहि,”जहेमारे तुम मैसे भए नेता हुवाँ मिर संग जामए, और बा आदमीमे कछु खराबी हए कहेसे बाके दोष लगामए ।”
\v 6 बिनके बीचमे बे आठ-दास दिनसे जद्धा ना वैठके कैसरिया लौटे, और बाके दुस्रो दिन न्याय-आसनमे वैठके बे पावलके लिआन हुकुम करीं
\v 7 बे आएके पिच्छु यरुशलेमसे आएभए यहूदी बिनके आसपास ठाड गए, और पावलके बिरुध्दमे अनेक गहिरे आरोप लगाइँ, जौनको बे प्रमाण ना दै पाइँ ।
\v 8 पावल अपने पक्षमे मस्कत कहि, “मए यहूदीके व्यवस्थाको बिरुध्दमे, मन्दिरको बिरुध्दमे, और कैसरको बिरुध्दमे कछु अपराध ना करो हौँ ।”
\v 9 पर फेस्तस यहूदीनके खुशी करन ताहिँ पावलसे कहि, “का तुम यरुशलेममे जाएके हुवाँ मिर अग्गु जे बात के बारेमे इन्साफ होबए करके इच्छा करत हौँ?”
\v 10 तव पावल कहि, “मए कैसरको न्याय-आसनके अग्गु ठाडरहो हौँ, जहाँ मिर इन्साफ होन पडैगो । यहूदीनके मए कोइ खराबी ना करो हौँ, सो तुमके अच्छेसे पता हए ।
\v 11 अगर मए अपराधी हौँ, और मए ज्यानसजाए पानको योग्यको काम करो हौँ कहेसे मरनके मए मनाहि ना करत हौं । अगर जे मोके लगाए भए दोषमे कछु प्रमाण नाहए कहेसे मोके जिनके हातमे कोइ ना सौंप पए हए । मए कैसर ठिन जा बात पेश करत हौँ ।
\v 12 तव फेस्तस सल्लाहकारनसे सल्लाहा करके कहि, “तुम कैसरके ठिन पेश करे, तुम कैसरयके ठिन ज ए हौ ।
\v 13 कुछु दिन पिच्छु फेस्तसके अभिबादन करन राजा अग्रिपास और बरनिकी कैसरियामे आए पुगे ।
\v 14 बे हुवाँ बहुत दिनतक वैठके पिच्छु फेस्तस पावलको मुद्दा राजाके अग्गु अइसो कहतै पेश करी, “फेलिक्सको लाओ भव एक जनी बन्दी हियाँ हए,
\v 15 जौनके बारेमे मए यरुशलेममे रहत, मुखिया पुजारी और यहूदीनके धर्म-गुरु बाके बिरुध्दमे दोष लगाएके बाके दण्ड देन पणैगो कहिके अनुरोध ( बिन्ति ) करी रहएँ ।
\v 16 दोष लगानबारो दोष लगान बारेनके संग मुहए मुहू न हुइके, और अपनो बिरुध्दमे लागो दोषके बारेमे बोल्न मौका न पाएके कोई आदमीनके दण्ड देनको आज्ञा रोमीनको रीतिरिवाज न हए कहिके मए बिनके जबाफ दओ।
\v 17 जब बे जमा हुइके हियाँ आए, मए देर न करके दुसरे दिन न्याय-आसनमे वैठके बिनके हाजिर करनके हुकुम दओ।
\v 18 जब दोष लागन बारे ठाडे भय, मिर सोचो कता बिनके मुद्दामे कोइ खराब बातको दोष बाके न ला पाइँ।
\v 19 तव बिनको मतभेद त बिनहीको धर्मके बारेमे और मरो भव येशूके बारेमे रहए| जौनके पावल त अभेतक जिन्दा हय कहिके दाबी करत रहय।
\v 20 बहेमारे जा बातको जाँचबुझ करनबारे बारेमे मए अलमल्लमे परके जाके बारेमे छलफल करन यरुशलेममे जान बाको इच्छा हएकि कहिके बासे मए पुँछो।
\v 21 तव पावल सम्राटको फैसला न होन तक हिरासतमे धरओ कहिके बिन्ती करनके ताहीं बाके कैसर ठिन न पठान तक निगरानीमे धरन हुकुम दै।”
\v 22 तव अग्रिपास फेस्तससे कहि, “जा आदमीको बात मए अपनए सुनन पाईतो तव ठीक रहए|” और बा कहि, “कल तुम सुनिओ।”
\v 23 दुसरे दिन अग्रिपास और बरनिकी बणो सानसे सेनापति और सहेरके मुखिया आदमीनके संग सभाघरमे घुसे।और फेस्तसको हुकुम पाएके पावलके हाजिर कराईं ।
\v 24 फेस्तस कहि, “राजा अग्रिपास और हमर संग हियाँ भए सब उपस्थित सज्जनो, तुम जा आदमीके देखत हौ, जौनके बारेमे सबै यहूदीनके 'जा आदमी अबसे जिनको लायक न हय कहिके यरुशलेममे और हियाँ फिर मोसे बिन्ती करी रहएँ ।
\v 25 पर ज्यान सजाए पानके ताहीं जा कछु न करिहय कहिके मय न पाओ| और जा अपनए फिर सम्राट ( राजा ) के ठिन बिन्ति करी रहए जहेमारे मए जाके पठानके पक्का करो।
\v 26 जाके बारेमे मोके और मिर सम्राट ( राजा ) के लिखन बारो खाश बात कछु न हय जहेमारे मए जाके तुमर जौने, और खास करके, हे राजा अग्रिपास, तुमरे अग्गु लाओ हौं, और हम जाको जाँच करके पिछु सायद मए कछु लिखन बारी बात पाएहौं।
\v 27 काहेकी कैदीको बिरुध्दमे कोइ दोष न बताएके बाके पठान मोके कोइ खास बात न लगतहय।”
\c 26
अध्याय २६
\v 1 "अग्रिपस पावलसे कही, " तोके अपन पक्षमे मसकन अनुमति हए।" तव अपन हात फैलाईके पावल अपन बचाओ मे मसकन लागो :"
\v 2 "हे राजा अग्रिपस, यहूदी मोके लगए भए सब दोषके बारेमे आज तुमर अग्गु मए अपन बचाओ के बारेमे मसकन पएक मए अपनैक भाग्यमानी मानत हौं ।"
\v 3 यहूदिक सब रितिरिवाज और विवादकी बातमे तुम खास करके परिचित भौके मारे, मिर बयान ध्यानदैके सुनदेबौ कहिके मए विन्ती करत हौं ।
\v 4 "मिर जातीके विचमे और यरुशलेममे शुरुसे मिर विताओ भौ मिर जावनी अवस्थासे मिर जीवनशैली यहूदिनके पता हए ।"
\v 5 लम्बो समयसे बिनके सबय बात पात हए, कि हमर धर्मके सबसे कट्टर पन्थी दलमे मए एक फरिसी हुइके मिर जीवन बितओ हौं । बे चाहंते कहेसे जा बातकी गवाही दै सक्त हँए ।
\v 6 परमेश्‍‍वर हमार पुर्खानसे करो भव प्रतिज्ञा मे मए आशा करोके कारनसे आज मए जा मुद्दा मे ठाडो हौ ।
\v 7 हमार बाह्र कुल जा आशा पानके ताहिँ रात दिन एकै मनसे आराधना करत हँए, और जाहे आशाके ताहिँ हे राजा यहूदी मोके दोष लगाई हँए ।
\v 8 परमेश्‍वर मरेभएनके जिन्दा करात हए कहि बात काहे तुम कोइ ना पतियात हौ ।
\v 9 "नसरतके येशूको नाउँको बिरुद्दमे गजब कारबाही करन पडत हए कहिके मए अपनै के फिर विश्‍वास रहए।"
\v 10 मए येरुशलेममे अइसीयए करो, और मुखिया पुजारीसे हुकुम पाएके गजब सन्तके मए जेल खानामे डारो इकल्लो ना पर बिनके मारतए बिनके बिरुध्दमे मए मिर बिचार फिर दओ।
\v 11 तव सब सभाघरमे बिनके घरिघरि सजाय दैके बिनके विश्‍वास छोडानके कोशिस करत रहौ | उनके बिरुध्दमे क्रोधसे जलन हुइके बाहिरके सहेरमे फिर मए उनके सताओ ।
\v 12 आइसी मुख्या पुजारीसे हुकुम और आज्ञा चिठ्ठी पाएके मए दमास्कस घेन गौ,
\v 13 ए राजा दुपहरके मए स्वर्गसे दिनसे फिर उजियारो ज्योति देखो, मए और मिर संग यात्रा करन बारेनके चारौ घेन चमकत रहए ।
\v 14 "जब हम सबए जमिनमे गिरे रहँए,तव हिब्रु भाषामे मोसे अइसो कहात आवाज मए सुनो," शाउल, शाउल", तए काहे मोके सातात हए ? सुइमे लात मरहौ तव तुमके पीरए हए
\v 15 और मए कहो, हे प्रभु तुम कौन हौ ? प्रभु मोसे कहि मै येशू हौं, जौनके तए सतात हौ ।
\v 16 तव उठ और अपन टाँगमे ठाड् जा, कहिके मोए मे तुम देखे और मए तुमै देखओ जा बातके ताहिँ सेवक और साक्षी नियुत्ति कारन उदेश्यसे मए तुमर ठीन देखा पाणो हौं ।
\v 17 मए तोके तिर अपन जाति और अन्यजातिसे छुटकारा देमंगो , जौनके ठीन मए तोके पठमंगो ।
\v 18 कि तुम बिन कि आँखी खोल दओ और बे अन्धकरसे ज्योति घेन, और सैतान को शक्तिसे परमेश्‍वार घेन घुमएँ अइसीयए करके बे पाप क्षमा पमंगे और मिर उपर विश्‍वाससे पवित्र भव ठाउँ बे फिर पमंगे ।
\v 19 जहेमारे हे राजा अग्रिपस स्वर्गीय दर्शनके ताँहि मय अनाज्ञकारी ना भव ।
\v 20 पर पहिले दमस्कसमे, तव यरूशलेममे और सबए यहूदिया देश भर रहन बारे और अन्यजातिन के फिर पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन लौटौ और अपन पश्‍चताप योग्यके काम करओ कहिके मए प्रचार करो हौं |
\v 21 जहेमारे यहूदी मोके मन्दिरमे पकडके मारन कोशिस करीं।
\v 22 आजके दिन तक परमेश्‍वारसे मए सहायता पाओ । तबहि मारे छोटो बडो दोनौ के गवाही देत मए हिना ठाड़ो हौ। अगमवक्ता और मोशासे कहो वचन अवश्य पुरा हुइहए कहि बातके मए कछु ना कहो हौं ।
\v 23 "बे कहिँ हँए कि ख्रिष्टके दु : ख भोगन पडैगो, और मारके जिन्दा भव रहए पहिलो हुइके बा अपन जाति और अन्यजातिके ज्योतिको घोषणा करहए ।"
\v 24 " बा अपन वचओ के ताहिँ जे बात कहतए रहए तव फेस्तास बडो स्वरमे कहि," ए पावल तए बौराहा हए, तिर बहुत बुद्धि तोके बौराहा बनाए दै हए ।"
\v 25 "पर पावल कहि," सबसे आदरणीय फेस्तास, मए बौलाहा ना हौं, पर सत्य और अच्छी ज्ञान कि बात कहत हौं ।"
\v 26 काहिकी राजा अपनए जा बातके विषयमे जानत हए जौनके अग्गु मए निर्धक्कसे बोलत हौ, काहेकी जे कोइ बात बासे ना लुको हए, काहेकी जा बात गुपचुप मे ना करी ।
\v 27 "राजा अग्रिपस ,का तुम अगमवक्ताके उपर विश्‍वास करात हौ मए जनत हौं, तुम विश्वास करात हौं ?"
\v 28 "अग्रिपस पावलसे कहि, " का थोरि समयमे तए मोके ख्रीष्टियन बनान चाहत हौ?"
\v 29 "पावल जवाफ दै, " थोरि समयमे होबए या बहुत जे सँकार तोडके तुम इकल्लो ना पर आज मिर बात सुनन बारे सव मिर जैसो होमए कहिके मए परमेश्‍वारसे प्रार्थना करात हौं ।"
\v 30 तव राजा, हाकिम, बरनिकि और हुवाँ बैठन बारे जित्तो सबए उठे ।
\v 31 "तव बे निकरके अपनै अइसो कहत बात करी, "जा आदमी प्राण दण्ड पानबारो औ कैद माफीको कोइ काम ना करी हए ।"
\v 32 "अग्रिपस फेस्ताससे कहि," जा कैसर ठीन बिन्ती ना करतो तव जा आदमीके छोड देनेसे फिर हुइतो ।"
\c 27
अध्याय २७
\v 1 समूद्र-यात्रासे हम इटालिया जान पड़ैगो कहिके निर्णय हुइके पिछु बे पावल और कित्तो कैदीनके सम्राट अगस्टसको फौज के युनियस नाउँको कप्तानके जिम्मा लगए दै रहए ।
\v 2 एड्रामिटेनोस से एशियाक गजब बन्दरगाह (पानीजाहज स्टेसन) होत जानके एक जहाजमे चढके हम यात्रा सुरु करे अरिस्तार्खस नाउँ भव थेस्लोनिके एक जनी माकेडोनियामे हमर संग रहए ।
\v 3 दुस्रेदिन हम सिदोनमे लङगर डारे । युलियस पावलके दया दिखाई बाके संगी ठिन जाएके भवभरको सहायता लेनके अनुमति दै ।
\v 4 हुवाँसे जहाज फिर समुन्द्र घेन जान लागी, और आँधी चलनके कारनसे हम साइप्रसके आड लैके गए ।
\v 5 किलिकिया और पाम्फिलियाके पार समुन्द्रमे पुगके पिच्छु, हम लुकियाको एक सहेरमे माइरामे आए पुगे ।
\v 6 हुवाँ इटालिया जानके अलेक्जेन्ड्रियाको एक जहाज पाएके कप्तान हमके बामे चढाए दैं ।
\v 7 । बहुत दिनतक धीरे-धीरे जाएके कठिनसे क्नीडसमे आएपुगे और आँधी और अग्गु बढ्न ना देनके कारनसे क्रेटको आड लैके हम सालमोनेके किनारे किनारे हुइके गए ।
\v 8 कठिनसे बाके किनारे किनारे लगके हम सुन्दर बन्दरगाह कहान बारो ठाउँमे आइ गए | हुवाँ से लासिया सहेर जौने रहए ।
\v 9 समय बहुत बित गओ रहए, और समन्दर यात्रा फिर खतरनाक भव रहए, संगए प्रायश्चित-दिवसको उपवासको समय फिर बितजानके कारनसे, पावल बिनके
\v 10 अइसे कहात सम्झाई संगी जा समन्द्र-यात्रासे केवल जहाज और मालसामन इकल्लो
\v 11 नाए, पर हमर जिउ-ज्यानको समेत खतरा और नोकसनी हुइहए कहिके मए देखत् हौँ ।” पर कप्तान पावलकी बातसे जद्धा जहाज चलान बारो और जहाजको मालिकके जद्धा पतिआइ ।
\v 12 जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए ।
\v 13 जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे ।
\v 14 तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली ।
\v 15 जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए ।
\v 16 क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए ।
\v 17 बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी ।
\v 18 अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे ।
\v 19 और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे समान मिलए दै ।
\v 20 गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए । तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए ।
\v 21 गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए । तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो ।
\v 22 अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए ।
\v 23 काहेकी जौन परमेश्‍वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए ।
\v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्‍वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।'
\v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्‍वारमे विश्‍वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए ।
\v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।”
\v 27 तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ,
\v 28 और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहीराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ
\v 29 और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए ।
\v 30 जब नैया चलान बारे जहाजसे भाजन ढुडत रहए, और अग्गुसे लंगार गिर्नके बहानासे नैया समुन्द्रमे डरीरहए ।
\v 31 तव पावल कप्तान और सिपाहीसे कहि, “जे आदमी जहाजमे बैठहँए नाए कहेसे तुम वाँचनाए पाएहौ ।”
\v 32 तव सिपाही जहाजकी रस्सी काटदै, जहाजके जान दैं ।
\v 33 भुकभुको उजियारो होन लागो रहए, पावल बिनके खानु खानके कहि रहए । बो कहि, “आजको चौध दिन हुइगओ हए, तुम अलमलमे पणके भुखे कछु नाए खाएके बैठे हौ
\v 34 जहेमारे कछु खबओ करके मए तुमसे कहात हौँ । कुछ खाएहौँ तव तुम बल पाएहौँ, तुमरो मुडको एक बार फिर नष्ट ना हुइहए ।”
\v 35 जा बात कहिके पिच्छु बे रोटी लैँ और सबके अग्गु परमेश्‍वरकाे धन्यबाद चढाई और तोडके खान लागे ।
\v 36 तव बे फिर हौसला पाएके कुछ खानबारी चीज खाइँ ।
\v 37 [जहाजमे होनबारे हम जम्मा दुई सय छयहत्रर जनै रहए ।]
\v 38 बे अघाएके खाएके पिच्छु जहाज हलको करन ताहिँ समुन्द्रमे गेहुं फेक दैं ।
\v 39 उजियारो हुइके पिच्छु फिर बे बो ठाउँ चिन नाए पाइँ, पर बे एक ढाहो देखिँ | जाको बलौटे किनरे रहए । जहाजके हुवाँ किनारे लगनके योजना बे करीँ ।
\v 40 बे लंगार झारत्, और समुन्द्रमे रहन दैं । बहेबारे डभना बाधो भई रस्सी खोल्दै । अग्गु पाल उठाएके हव्वा घेन घुमाए दैं और जहाजके किनारेसे बढाइँ ।
\v 41 तव पानी तरे लुको रेताको रासमे जहाज ठुक्के हुवाँए धसिगै, अग्गुको भाग अट्क गव और चलाए नाए पाइँ, और पिच्छुको भाग त लाणुरसे झोका खाएके टुटान लागो ।
\v 42 कैदी पैरके भाजन लागे करके सिपाही बिनके मरनके सल्लाह करीँ ।
\v 43 तव कप्तान पावलके बचान मन करी बे अइसो करनसे रुकिगए | पैरन सिक्नबारे जहाजसे पहिले कुदके ढाहोमे जान हुकम बिनके दै,
\v 44 और बाँकी रहे भए चाहिँ पटरामे और जहाजको खुद्रामे बोपार जानके कहिँ अइसे सबसे अच्छेसे किनारे पुगिगए ।
\c 28
अध्याय २८
\v 1 हम अच्छेसे किनारे पुगे बो टापुको नाउँ माल्ट रहए काहेके हाम पता पए ।
\v 2 हुवाँक बासिन्दा हमके बहुत दया दिखाईं पानीक पड्के जाडो होनके कारनसे बिनके ताहिँ आगी पजार दै, और हमए सबके स्वागत करीँ ।
\v 3 पावल एक गडा कठीया जमा करी रहए और बा लाइके आगीमे डारदै । आगीक आँचसे एक साँप निकरके आओ, और बिनके हाथमे लिपट गौ ।
\v 4 "बा हुवाँ के बासिन्दा बिनके हाथमे साँप लिपटो देखके आपसमे कहन लागे, जा आदमी पक्का फिर ज्यानमार हुइहए । जा समूद्रसे बचके त निकरो पर इन्साफसे जा ना बच पाई ।"
\v 5 पर पावल बा साँपके आगीमे झट्किरदैं , और बाके कछु बिगार ना भऔ ।
\v 6 "पर बा को शरीर सुजैगो, औ बा इकबरी गिरके मरैगो कहिके बे सोचन लगे । तव बहुत देर तक सोचत रहँए तहु फिर बाको कछु बिगार ना भव देखके बे अपन विचार बदलके कहन लागे,""जा ता देवता हए ।"
\v 7 बा टापुक पब्लिस नाउँ भव मुखियक जगह जमिन बा ठाउँके किनारेमे रहए ।बे हमके स्वगत करीँ, और तिन दिन तक बाके घरमे हमर बेबस्ता करीँ ।
\v 8 पब्लिसको दौवा बुखार और आउँ रोगसे बेमार रहए । पावल बाके देखन गओ, और बाके ताहिँ प्रार्थना करि, औ अपन हात बक उपर धरके अच्छो करि।
\v 9 जा घटना पिच्छु बा टापुके और रोगी आदमी फिर आए, और अच्छे भए ।
\v 10 बे तमान तरिकासे हमर आदर करीँ । जब हम जहाजमे चढे, बे हमके आवश्यक पडो जित्तो समान जहाजमे डार दै।
\v 11 तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे ।जा जहाज जाडोक महिनामे जहेए टापु मे रहए ।जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए ।
\v 12 सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे ।
\v 13 हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे ।
\v 14 हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अइसी हम रोम मे आए पुगे ।
\v 15 हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्‍वारमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।
\v 16 जब हम रोममे पुगे, तव पावल के एक जनि सिपैयनके रेखदेखमे इकल्लो बैठनके अनुमति मिलो ।
\v 17 "तिन दिन पिच्छु पावल यहूदीक स्थानिय अगुवनके बुलान पठाई । बे जम्मा हुइके पिच्छु बा उनसे कहि, " भैया ओ, मए त अपन देश के आदमी, औ पिता पुर्खाक रितिरिवाजके विरुध्दमे कछु काम ना करो रहव । तहु फिर बन्दि हुइके यरुशलेमसे रोमीनके हातमे मोके सौंपि हँए ।"
\v 18 बे छानबिन करके पिच्छु मिर मे मृत्युदण्डको कछु कारण ना पाएके मोके छोडदेन मन करी रहए ।
\v 19 पर यहूदी बिरोध करनके कारणसे कैसर ठिन बिन्ति करन मोके कर लागो- मिर जातीक विरुध्दमे कोइ दोष लगान बारी बात ना रहए ।
\v 20 "जहेमारे मए तुमसे भेटके बात चित करन तुमके बुलाओ हौं । काहेकि इस्राएलको आशा जो हए बहेक ताहिँ जा साँकरमे मय बाधो हौं ।"
\v 21 "बे बासे कहि,"हम त तुमर बारेमे यहूदियासे कुछ चिठी नापाए हए । कोइ भैया आइके तुमर बिरुध्दमे कोइ खराब बात फिर सुनाइ नाहँए और बोली नाहँए ।
\v 22 "पर तुमर विचार का हए सो तुमसे सुनन चाहत हँए । काहेकि जा दलके बारेमे हमके इतकए पता हए, कि इतए उतएके आदमी जाके बिरुध्दमे इकल्लो मसकत हँए ।"
\v 23 तव बे बक ताहिँ एक दिन तोक दैं और गजब संख्यामे आदमी बाके डेरा मे आए । बा बिनके सबेरेसे सन्झा तक पुरो अपने बारेमे बताइ, और मोशक व्यवस्था और अगमवक्तक किताबसे परमेश्‍वारको राज्यक गवाही दै, और येशूक बारेमे बिनके विश्‍वास दिलान कोशिस करी ।
\v 24 बक कहि बात कितनो विश्‍वास करीँ, कितनो ना करीँ ।
\v 25 "बे अपसमे सहमति ना भए, और बिदा होन पेति पावल आखिरमे जा अपन मनकि बात बताइ, "तुमर पिता-पुर्खाके यशैया अगमवक्तासे पवित्र आत्मासे कहि वचन ठिकए रहए,"
\v 26 "जे आदमी ठीन जाएके काहो, "सुनन ता तुम सुनत हौ, पर कबहु ना समखत् हौ, देखन त तुम देखत हौं पर कबहु ना देख पात हौ ।"
\v 27 "काहेकि जे आदमिनको हृदय कमजोर हुइगौ हए, और बिनके कान बाहिरे हुइगए हए, और बे अपन आँखी मिचे हँए, नत बे अपन आँखी से दिखते, कानसे सुनते, हृदयसे समझते, और लौटते, और मए बिनके अच्छो करतो ।"
\v 28 "जहेमारे तुमके पता होबए, कि परमेश्‍वारको जा मुक्ति अन्यजातिन के ताहिँ पठाई हए, और बे सुनङ्गे ।"
\v 29 और बा जे वचन कहिके पिच्छु यहूदी आपसमे गजब काहसुनी करतए विदा भए ।
\v 30 पावल पुरो दुइ वर्ष तक अपनि खर्च मे रोम मे बैठो, और बक ठीन आन बारे सबैके बा स्वगत करी ।
\v 31 बा खुल्लम खुल्ला और बिना रोकटोकसे परमेश्‍वारको राज्यक प्रचार करत रहए और प्रभु येशू ख्रिष्टके बारेमे शिखात रहए ।