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\id 1th Regular
\ide usfm
\h 1 Thessalonians
\toc1 1 Thessalonians
\toc2 1 Thessalonians
\toc3 1th
\mt 1 Thessalonians
\c 1
थेसलाेनिन्के पावलको पहिलो चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 पावल, सिलास और तिमोथीसे परमेश्‍वर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिनके मण्डलीके: अनुग्रह और शान्ति
\v 2 हमर प्रार्थनामे तुमके लगातार सम्झना करत हम परमेश्‍वरके तुम सबके ताहिँ धन्यबाद देतहए।
\v 3 हमर परमेश्‍वर पिताके सामुने हमर प्रभु येशू ख्रीष्टमे तुमर विश्‍वासको काम, प्रेमको परिश्रम और आशाको धैर्य लगातार सम्झत हँए ।
\v 4 भैया रेव, परमेश्‍वरके प्यारे, तुमके बा चुनिहए करके हमके पता हए,
\v 5 काहेकी हमरो सुसमाचार तुमरे ठिन वचनमे इकल्लो नाए आओ, पर शक्ति और पवित्र आत्मामे, और सम्पूर्ण पक्कोके साथ आओ हए। तुमरे बीचमे रहत तुमरे ताहिँ हम कैसे किसिमके आदमी रहँए तुम जान्त हौ।
\v 6 तुम हमर और प्रभुको देखासेखि करन बारे भए, काहेकी पवित्र आत्मा दओ भव आनन्दसाथ तुम बहुत कष्टमे वचन ग्रहण करे।
\v 7 हियाँ तकि माकेडोनिया और अखैयामे सब विश्‍वासीके बीचमे तुम नमूना बने।
\v 8 काहेकी तुमसे परमेश्‍वरको वचन केवल माकेडोनिया और अखैयामे इकल्लो प्रचार ना करो रहए, पर परमेश्‍वर उपरको तुमर विश्‍वास प्रत्येक ठाउँमे फैलो हए, और हमके कोइके कहान आवश्यक ना हए ।
\v 9 काहेकी जौन किसिम हमर स्वगत तुमर ठिन भव, और जीवित और सच्चो परमेश्‍वरको सेवा करन तुमके मुर्तिसे परमेश्‍वरघेन घुमे, सो त् आदमी बतात हँए ।
\v 10 और स्वर्गसे आन बारो बा को पुत्र जौनके बा मरेसे उठाई, बाको प्रतिक्षा तुम करत् हौ, और येशूके जौन आन लागो क्रोधसे हमके छुट्कार देतहए ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 भैया रेव, तुमरे ठिन हमरो आगमन व्यर्थ ना भव तुमके अपनएके पता हए ।
\v 2 हम अग्गुसे फिलिप्पीमे कष्ट भोगे और अपमानित भए करके तुमके पता हए, पर बेढम विरोध होतए होत फिर परमेश्‍वरको सुसमाचार प्रचार करन हमके परमेश्‍वरसे साहस मिलो रहए ।
\v 3 काहेकी हमर अर्ति-उपदेश भुल और अशुध्दसे उब्जो ना हए, ना त् जा छलकपटसे भव हए:
\v 4 पर जैसी सुसमाचार हमरे जिम्मामे सुम्पनके ताहिँ परमेश्‍वर हमके योग्य मानी, उइसी आदमीके खुशी करनके ना हए, पर हमर ह्रदय जाँचन बारो परमेश्‍वरके खुशी करनके हम बोलत हँए ।
\v 5 तुमके पता हए कि हम कबही खुशी करनकी बात करेनाए, ना हम लालचको बहानमे फसए| जा को साँचि परमेश्‍वर हए ।
\v 6 ख्रीष्टके प्रेरितके नातासे हम तुमर उपर अधिकार चलान सिक्तहँए । ताहु फिर हम आदमीसे आदर ना ढुणे, ना त् तुमसे ना और कोइसे ।
\v 7 अपन बालकानके स्याहरन बारी- अइया कता तुमरे बीचमे हम कोमल भए ।
\v 8 जहेमारे प्यारसे तुमरो चाहन करे हम परमेश्‍वरको सुसमाचार इकल्लो ना, पर हमरो ज्यान समेत तुमरे ताहिँ देन तयार रहए, काहेकी तुम ह्मरे ताहिँ इत्तो प्यारे भए रहओ ।
\v 9 काहेकी भैया रेव, हमर कष्ट और मेहेनतको सम्झना तुमके पता हए| तुम कोइके बोझ मत बुकओं करके दिनरात काम करके हम परमेश्‍वरको सुसमाचार तुमके प्रचार करे ।
\v 10 तुम साँचि हौ, और परमेश्‍वर फिर, कि तुम विश्‍वासीनके अग्गु कैसे हमर व्यवहार पवित्र, धार्मिक और निष्खोट रहए ।
\v 11 कहेकी तुमके पता हए, दौवा अपन लौड़ा लौड़ियाके जैसो करके हम तुमके सबए के कैसे अर्ती-उपदेश देताए और साहँस फिर देताए तुमके आदेश दए,
\v 12 जा हेतुसे कि तुमरो चालचलन परमेश्‍वर योग्य होबए, जौन तुमके बाको अपनो राज्य और महिमामे बुलात् हए ।
\v 13 जहेमारे जाके ताहिँ हम फिर परमेश्‍वरसे निरन्तरन्यबाद धन्याबद चढात हौ, कि तुम हमसे सुनो वचन, जो नेहत्य परमेश्‍वरको वचन हए, जो तुमरो आदमीको वचन जैसो ना हए, पर परमेश्‍वरको वचन जैसो ग्रहण करे, जौन वचन तुमर विश्‍वासीमे काम कर्त हए ।
\v 14 काहेकी भैया रेव, ख्रीष्टमे यहूदीमे भए परमेश्‍वरको मण्डलीको अनुकरण करन बारे तुम भए, काहेकी अपन देश- भैयनसे तुम जैसी दु:ख भोगे रहौ । उइसी बे यहूदीनसे दु:ख भोगी रहए ।
\v 15 जेहि यहूदीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके और अगमवक्तानके मारे, और हमके फिर बाहिर भजाइँ, और परमेश्‍वरके बेखुशी बनात हँए, और सब आदमीको बिरोध कर्त हँए ।
\v 16 अन्यजातिनको उध्दार होबए करके बिनके संग बोल्नके हमके बाधा दैं । अइसिया सबदिन बे अपन पापको माना भरत हँए | पर अन्तमे परमेश्‍वरको क्रोध बिनके उपर पणो हए ।
\v 17 काहेकी भैया रेव, ह्रदयसे ना हए, पर आँखीके सुध तुमरे संग छाेटाे समयके ताहिँ बिछोड भएके मारे, बडाे इच्छासे तुमके आमनेसामने भेट करन उत्सुकतासे हम सल्लहा करे ।
\v 18 काहेकी हम तुमरे कहाँ आन खोजे रहँए- मए पावल बारम्बार आन चाहे- पर शैतान हमके रोकी ।
\v 19 हमर प्रभु येशू जब अए हए, बोबेरा बाके सामने हमरो आशा और आनन्द औ गर्वको मुकुट तुमहि का ना हओ ?
\v 20 नेह्त्य हमरो गौरव और आनन्द तुमहि हओ ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 जहेमारे जब हम सहन ना सिके, तव एथेन्समे इक्ल्ले छोडनके हम राजी भए,
\v 2 और तुमके विश्‍वासमे पक्को करान और अर्ती-उपदेश देन, परमेश्‍वरमे ख्रीष्टको सुसमाचारको सेवक हमर भैया तिमोथीके हम पठाए,
\v 3 ताकि जे कष्टके कारण कोइ ना डगमगबए । तुमके अपनके पता हए, कि जाके ताहिँ हम खाटए हँए ।
\v 4 काहेकी जब हम तुमरे संग रहँए, तव तुमके कष्ट ना भोगन पणैगो करके हम अग्गुसे काहे रहँए । जा नेहत्य होनके फिर आओ, सो तुमके पता हए ।
\v 5 जहेमारे मए और जद्धा ना सिक्त परिक्षामे पणेहौ कि करके और हमर परिश्रम व्यर्थ जए हए कि करके डरसे तुमरो विश्‍वास पता पानके मए बिनके पठओ ।
\v 6 पर ह्बए तिमोथी तुमरे ठिनसे हमरे कहाँ आएके तुमरो विश्‍वास और प्रेमको अच्छाे खबर हमके सुनाइँ । तुम हमके भेटन बहुत इच्छा करके सबदिन प्रेमसे हमरो सम्झना कर्त हौ करके खबर बे दैं । हम फिर तुमके भेटन उतनु चहना कर्त हँए ।
\v 7 जहेमारे भैया औ, तुमरे विश्‍वासके कारण हमर सारा दु:ख और क्लेशमे तुमरे बारेमे हम सान्ति पाए हँए ।
\v 8 काहेकी अगर तुम प्रभुमे मजबुत रहौ तव हम जीवित
रहँए ।
\v 9 सब आनन्द जो तुमरे ताहिँ परमेश्‍वरमे हम अनुभव करत हँए बाके ताहिँ और तुमरे ताहिँ हम परमेश्‍वरके धन्यबाद देन सिकंगे का ?
\v 10 तुमके आमनेसामने भेटके तुमरो विश्‍वासको कमी पुरा करन हेतुसे हम दिनरात जोशके साथ प्रार्थना कर्त हँए ।
\v 11 अब हमर परमेश्‍वर और पिता स्वयम और हमर येशू तुमरे ठिन आनके डगर खोलदेमए ।
\v 12 जैसी हम तुमके प्रेम करत हँए उइसी प्रभु तुमके एक दुसरो संग और सब आदमीन संग प्रेममे बढन बारो बनाबए परमेश्‍वर और प्रशस्त भैरहन बारो बनाबए,
\v 13 जा हेतु से कि बाको सब सन्तके साथमे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पुनरागमन होत बा हमर परमेश्‍वर पिताके सामुने तुमरो ह्रदय पवित्र और निष्खोट करके स्थिर करए ।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 अन्तमे भैयाओ, प्रभु येशूमे हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करतहँए और अर्ती देतहँए, कि तुम कैसे जिनो और परमेश्‍वरके खुशी बनान पणत् हए करके तुमसे सिखौ और उइसी करत फिर हौ, बामे तुम और जद्धा बढत् जाओ ।
\v 2 काहेकी तुमके पता हए हम प्रभु येशूसे कौन-कौन आदेश तुमके दओ ।
\v 3 काहेकी परमेश्‍वरको इच्छा जो तुमके पवित्रकण फिर हए, सो जा हए कि तुम व्यभिचारसे अलग बेठौ ।
\v 4 पवित्रता और सम्मानसाथ अपन ताहिँ बैयर लिओ, सो तुम हरेक जानओ,
\v 5 पर परमेश्‍वरके ना चिन्नबारो अविश्‍वासी जैसे खराब अभिलासामे मत बैठीओ
\v 6 जा बारेमे कोइ अपराध करके अपन भैयाके खराबी मतकरीओ, काहेकी अइसो सब बातमे बदला लेनबारो प्रभु हए ।
\v 7 काहेकी परमेश्‍वर हमके अशुध्दके ताहिँ ना हए, पर पवित्रतामे बुलाई हए ।
\v 8 जहेमारे जौन जा बातके बिराेध करेहए बा आदमीको ना पर परमेश्‍वरको बिराेध करतहए, जौन परमेश्‍वर तुमके अपन पवित्र आत्मा देतहए।
\v 9 पर भैयाघेनको प्रेमके बारेमे कोइके तुमके लिखनके जरुरि ना हए, काहेकी एक दुसरे प्रेम करयँ करके तुम अपनए फिर परमेश्‍वरसे शिक्षा पाए हौ।
\v 10 माकेडोनिया भर सब भैयनके तुम नेहत्य प्रेम करत हौ। पर भैया औ, और जद्धा उइसी करत जाओ करके हम तुमके अर्ती-उपदेश देतहँए ।
\v 11 हम तुमके आज्ञा देत कता, तुम शान्त रहनके, अपन धन्धाको फिक्री करन और अपने हातसे काम करन कोसिस कारओ,
\v 12 ताकि बाहिर भए आदमीनसे आदर पान सिकौ, और कोइके भरमे मत पणओ ।
\v 13 पर भैया औ, सोनबारेनके बारेमे तुम अन्जान बैठओ करके हम इच्छा ना करत हँए, और तुम आशा ना होनबारे आदमी जैसो शोक करन ना पणए ।
\v 14 काहेकी हम विश्‍वास करतहँए, कि येशू मरो और फिर जि उठो और उइसी परमेश्‍वर बामे सोनबारेनके येशूसे लाबैगो ।
\v 15 प्रभुको वचनसे हम तुमके घोषणा करत हँए, कि हम जो जीवित हँए और प्रभुके आन तक बचिरहत हँए, सोनबारेनसे कोइ किसिमसे फिर अग्गु नाय बढ्गेँ ।
\v 16 काहेकी प्रभु स्वयम हुकुमको गर्जनसंग, प्रधान स्वर्गदूतको आवाज और परमेश्‍वरको तुरहीको सोरसंग स्वर्गसे उत्रैगो, और ख्रीष्टमे मरेभए त पहिले जि उठंगे ।
\v 17 तव हम बाँचेभए और छुटेभए प्रभुके आकाशमे भेटन बिनके संगसंग बादरमे उठाए लएजए हँए, और अइसी हम सदा प्रभुसंग रहंगे ।
\v 18 जहेमारे एक दुसरेके जे वचनसे सान्ति देओ ।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 पर भैया औ, समय और बेराके बारेमे तुमके कुछु लिखनके जरुरत ना हए ।
\v 2 काहेकी तुम अपनए अच्छेसे जन्त हौ, प्रभुको दिन त रातमे चोर आत कता अबैगो ।
\v 3 "जब आदमी "शान्ति और सुरक्षा" कहमंगे, तव गर्भवती बैयर बेथा लागो कता अचानक बिनके उपर विनाश आए लगेहए, और बे कोइ रितिसे नाबाँचपएहँए ।"
\v 4 पर भैया औ, तुम अन्धकारमे ना हाै,और बा दिन तुमके चोर जैसो चकित ना परे हए ।
\v 5 कहेकी तुम सब ज्योतिके सन्तान और दिनके सन्तान हौ । हम रातके और अन्धकारके सन्तान ना हए ।
\v 6 जहेमारे और कता हम ना सोमए, पर जागे बैठए, और सचेत होमए ।
\v 7 काहेकी सोनबारे रातमे सोतहँए, और दारु पिके नशाहोनबारे रातए मे नशाहोतहँए ।
\v 8 पर हम त दिनके हँए बहेमारे हम सचेत होमए, और विश्‍वास और प्रेमको छातीको पाता और मुक्तिको आशाको टोप लगयँ ।
\v 9 काहेकी परमेश्‍वर हमके क्रोधके ताहिँ ना हए पर हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे मुक्ति पानके ताहिँ अग्गुसे चुनि हए ।
\v 10 येशु हमर ताहिँ मरो, ताकि हम जागे वैठए और सोन बारे हम सब, बाके साथमे जि सकएँ ।
\v 11 जहेमारे एक दुसरेके हौसला देओ, और एक दुसरेके बलियो बनान काम करए, जैसी तुम करत फिर हौ ।
\v 12 पर भैया रेव, हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हँए, कि तुमरे बीचमे परिश्रम करन बारे, जो प्रभुमे अगुवा हँए और तुमके शिक्षा देतहँए, बिनके आदर करऔ ।
\v 13 और बिनके कामके ताहिँ बिनके प्रेम साथ बहुत बणो आदर करऔ ।
\v 14 भैया रेव, हम तुमके अर्ती देतहँए कि अल्छिनके शिक्षा देओ । हरेस खानबारेनके हिम्मत देओ । कमजोरनके मद्दत करऔ । बे सबके सहनशीलता दिखओ ।
\v 15 याद राखओ, कोइ खराबीको बदलामे खराबी मत करओ, पर एक दुसरे और सबके संग सबदिन भलाइ करनके बिचार करओ ।
\v 16 सबदिन आनन्दित रहौ ।
\v 17 निरन्तर प्रार्थना करत रहौ ।
\v 18 सब परिस्थितिमे धन्यबाद देओ, काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमरे ताहिँ परमेश्‍वरको इच्छा जहे हए ।
\v 19 पवित्र आत्माके मतनिभाओ ।
\v 20 अगमवाणीके खराब मत ठानओ ।
\v 21 सब बातके जाँच करऔ| जौन बात अच्छाे हए बोमे पक्के बनेरहौ ।
\v 22 सब किसिमको खराबीसे अलग बठओ ।
\v 23 शान्तिको परमेश्‍वार अपनए पुरो रुपसे तुमके चोखो बनाबए, और तुमर सबय आत्मा, प्राण और शरीर हमए प्रभु येशू ख्रीष्टको आगमनमे पबित्र राखए।
\v 24 तुमके बुलान बारो विश्वासयोग्य हए, बा जा करैगो।
\v 25 भैया औ, हमर ताहिँ प्रार्थना करऔ।
\v 26 सब भैयनके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करऔ।
\v 27 मए तुमके प्रभूमे अनुरोध कर्त हौ कि जा चिठ्ठि पढके सबए भैयनके सुनाए देओ।
\v 28 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरमे रहाबए।

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@ -1,133 +0,0 @@
\id 1ti Regular
\ide usfm
\h 1 Timothy
\toc1 1 Timothy
\toc2 1 Timothy
\toc3 1ti
\mt 1 Timothy
\c 1
तिमोथीके पावलको पाहिली चिठ्ठी
आध्याय १
\v 1 हमर मुक्तिदाता परमेश्‍वर और हमर आशा ख्रीष्ट येशूको आज्ञा अनुसार ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे,
\v 2 विश्‍वासमे मिर सच्चो बालक तिमोथीके:* परमेश्‍वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति मिलाए|
\v 3 मए माकेडोनिया जातपेति तुमसे कहो कता तुम एफिससमे बैठओ, और झुटा शिक्षा सिखान बारे आदमीनसे उइसो मत करौ कहिके कडा आज्ञा दैसकत हौ।
\v 4 नत बे कथा और ना निभटनबारी वंशावली घेन ना लागएँ, जौन विश्‍वाससे आनबारो परमेश्‍वरको योजनाके सहायता करनके सट्टा विवाद(लडाई) करबत हए ।
\v 5 पर हमर आज्ञाको लक्ष्य प्रेम हए, जो शुध्द ह्रदय, असल विवेक और निष्कपट विश्‍वाससे आतहए ।
\v 6 कोइ-कोइ आदमी जे सबसे बराएके बिगरतुकी बातमे अलमलाए रहेहँए ।
\v 7 बे व्यवस्थाके शिक्षक होनके इच्छा कर्तहँए, पर अपनए काहि बात अथवा अपनए किटान करके कहि बात अपनए बे ना बुझत हएँ ।
\v 8 हम जनत हएँ कि अगर कोइ उचित रुपसे व्यवस्था पालन करेहए तौ व्यवस्था असल हए ।
\v 9 हम जा फिर जन्तहँए कि व्यवस्था असल आदमीनके ताहिँ ना हए, पर व्यवस्था भगं कर्नबारेके अनाज्ञाकारिताके ताहिँ भक्तिहीन और पापीनके, अपवित्र और दूषितनके, पितृघातनके ताहिँ, ज्यानमारा नके ताहिँ,
\v 10 व्यभिचारीनके ताहिँ, पुरुषगामीनके ताहिँ, अपहरणकारीनके ताहिँ, झुट बोल्नबारेके ताहिँ, झुटी गवाही देनबारेके ताहिँ, और सत्य सिध्दान्तके बिरुध्दमे भए और अइसीयए बातनके ताहिँ हए।
\v 11 जा मोके सुम्पो परमधन्य परमेश्‍वर महिमित सुसमाचार जैसो हए ।
\v 12 मोके सामर्थ देनबारो ख्रीष्ट येशू हमर प्रभूके मए धन्यबाद देतहौ, काहेकी अपन सेवामे नियुक्त करके बा मोके विश्‍वासयोग्य मानी ।
\v 13 अग्गु मए निन्दा करनबारो, खेदो सतानबारो, और एक मारनबारो आदमी रहौँ । पर मए जा अन्जान और विश्‍वासी ना होनके कारणसे मए कृपा पओ ।
\v 14 ख्रीष्ट येशूमे भव विश्‍वास और प्रेमके साथ मिर ताहिँ हमर प्रभुको अनुग्रह प्रशस्त मात्रामे उतारके आओ।
\v 15 जा वचन हरप्रकारसे ग्रहणयोग्य हए, कि पापीनके उध्दार करन येशू ख्रीष्ट संसारमे आओ, और पापी मैसे मए सबसे मुख्य हौँ ।
\v 16 पर जहे कारणके ताहीँ मोके अग्गु दया करी ताकीअन्‍नत जीवनके ताहीँ बा के उपर विश्‍वास करनबारेनके एक उदाहरनके रुपमे मए सबसे तुच्छ आदमीमे ख्रीष्ट येशू अपन सारा धैर्यता प्रकट करन सिकए ।
\v 17 अब युग-युगके राजा, अविनासी और अदृश्य एकमात्र परमेश्वरके आदर और महिमा सदासर्वदा होबए । आमेन ।
\v 18 मेरो लौणा तिमोथी, मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुमरो सम्बन्धमे अग्गु कहो अगमवाणी अनुसार बिनसे प्रेरण पाएके विश्वास और असल विवेक कायम करत तुम असल लडाई लडन सिकओ ।
\v 19 विश्वास और स्वच्छ विवेक कायम करओ । कोइ- कोइ आदमी विवेकके इन्कार करके अपन विश्‍वासमे नष्ट भए हँएँ ।
\v 20 बिन मैसे हुमेनियस और अलेक्जेन्डर जैसे आदमीनके मए शैतानके हातमे सुम्पओ हौ , ताकी बिनके निन्‍दा करन ना पड्त हए कहिके सिकँएँ ।
\c 2
आध्याय २
\v 1 सबसे पहिले मए आग्रह कर्तहौँ, कि सबए आदमीनके ताहिँ नम्र-निबेदन, प्रार्थना और मध्यस्थ- बिन्ती और धन्यबाद चढमए,
\v 2 राजा और सब उँचे पदमे भएनके ताहिँ फिर, ताकि हम निर्धक्क और शान्तिपूर्ण हुइके हरप्रकारसे धार्मिक और आदरणीय जीवन बितान सकाएँ ।
\v 3 जा हमर मुक्तिदाता परमेश्वरको दृष्टिमे जा असल और ग्रहण योग्य हए ।
\v 4 बा सब आदमी मुक्ति पामएँ और बे सत्यके ज्ञानमे आमएँ कहिके इच्छा कर्तहए ।
\v 5 काहेकी परमेश्वर एकए हए, परमेश्वर और आदमीनके बीचमे मध्यस्थ फिर एकए हए-आदमी ख्रीष्ट येशू ।
\v 6 बा सबके छुटकाराको मोलके ताहिँ अपनेके दैदै ।, जो ठीक समयमे दैरहए ।
\v 7 जाहे खातिर मए प्रचारक और प्रेरित नियुक्त भौ ।, मए सच मस्कत हौँ; मए ना ठगत हौँ । मए विश्‍वास और सत्यतामे औरेजातनको शिक्षक हौँ ।
\v 8 जहेमारे सब ठाउँमे लोगनके पवित्र हात उठाएके बिनाक्रोध और बिनाविवाद प्रार्थना कराओ कहिके मए चाहत हौँ ।
\v 9 अइसी करके मए चाहतहौँ, कि स्त्री सरलता और भद्रतासाथ सुहानबारो कपडा पैधएँ, बारको जद्धा सिंगार करके, सोनो, मोती और बहुमुल्य कपडा पैंधके नाएँ,
\v 10 पर असल कामसे सुसज्जित होमए, जो परमेश्वरके भक्ति कर्नबारी बैयरनके सुहातहए ।
\v 11 एक बैयर सबए बात चुपचाप बैठके सिखएँ ।
\v 12 पर बैयर लोगनके सिखानके और लोगनके उपर अधिकार जमान काममे मए अनुमति ना देतहौँ, पर बे चुपचप रह्मएँ ।
\v 13 काहेकी आदम पहिले सृष्टि भौ रहए तवपिछु हव्वा ।
\v 14 आदम ना छ्लो , पर बैयर त छलके अपराधमे फसी रहए ।
\v 15 ताहुफिर अगर बे सुशिलतासाथ विश्वास, प्रेम और पवित्रतामे रहीरएहँए तव, बालक जन्मनपेति बे बचहँए ।
\c 3
आध्याय ३
\v 1 जा कहाई भरोसा करन बारो हए, अगर कोइ आदमी आगुवाको काम कर्न चाहत हए बा अच्छो कामको इच्छा कर्तहए ।
\v 2 2 जहेमारे बिशप त दोष ना होबए ।और एक बैयरको पति, संयमी, समझदार, सम्मानित, पाहुनाकोसत्कार कर्नबारो, सिखान सकनबारो,
\v 3 मतवाला और दिक्कनबारो ना होबए पर बे बिनम्र, लाडई नाकर्नबारो, धनको लोभ नाकर्नबारो ।
\v 4 अपन घर अक्षेसे चलानबारो और अपन लौणा लौणियाके आदरपुर्वक आज्ञापालन करन सिखानबारे बनाए ।
\v 5 अगर कोइ आदमी अपन घरको तह लगन ना जन्त हए तव, बा परमेश्वरको मण्डलीके रेखदेख कैसे करपए हए ?
\v 6 बे नयाँ विश्वासी ना होमए, नत घमण्डसे फुलके बे दियाबलसके पानबारो दण्डमे पणेहएँ ।
\v 7 फिर, बाहिरके दृष्टिमे फिर बे असल बनन् पड्तहए ।ताकी बे शर्ममे और दुष्टको फन्दामे ना पणंएँ ।
\v 8 उइसी करके डिकन फिर इज्जतदार होन पड्तहए, दुईमुहा, जद्धा दारु पिनबारो और धनको लोभी ना होबए,
\v 9 पर बे विश्वासको सत्यताके सुध्द विवेकमे कायम करनबारे होन पडतहए।
\v 10 पहिले बिनको जाँच होबए तव फिर पच्छु बे सेवा करएँ काहेकी बेिनकी बदनाम ना होन पणत हए।
\v 11 बैयर फिर जहे अनुसार इज्जतदार होमँए , दुसरेको चुग्ली कर्नबारीनाए, पर सब बातमे संयमी और विश्वासयोग्य होन पणतहए।
\v 12 डिकन एकए बैयरको लोगा होबए| अपन लौणा लौणियाके और अपन घरको प्रबन्ध आच्छेसे मिलान बारो होबए।
\v 13 काहेकी डिकनके कर्नबारो सेवा जौन बढियासे कर्तहएँ बे अपन-अपन ताहिँ इज्जत और ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वासमे बाणो भरोसा पातहँए।
\v 14 मए तुमसे जे बात लिखतहौँ और तुमरे ठिन जल्दी आनके आशा करत हौँ।
\v 15 और अगर मए देर कारो कहेस परमेश्वरको घराना जो जिन्दा परमेश्वरको मण्डली, सत्यताको खम्बा और आण हए, बो सही डगरमे निगान पणत हए तुम जाने रहऔ जहे इच्छासे मए तुमके लिखतहौँ।
\v 16 और सँगए हम, सहमत होतहँए ,"कि हमर विश्वासको सत्यता इत्तो महान हए: बो अपनए शरीरमे प्रकट भव रहए, पवित्र आत्मासे धर्मी ठहिरो रहए, स्वर्गदुतसे देखानो रहए, जाति-जातिनके बीचमे प्रचारो रहए, संसारमे विश्वास करी",और "महिमामे उचालोगौ।"
\c 4
आध्याय ४
\v 1 अभय पवित्र आत्मा प्रष्टै कहतहए, कि पिछु आनबारे समयमे छली आत्मा और भुतप्रेतके शिक्षाघेन मन लगाएहए तव कोई अदमी विश्वाससे हटजए हँए।
\v 2 ठगन बारे ध्यान देहँएँ। बिनकि अपनी विवेक तत्तो लोहोको चठा लागो हानि हुइजातहए।
\v 3 बे बेहा करन मनाही करतहँए। विश्‍वास करनबारे और सत्यके जानन्बारे धन्यवादके साथ ग्रहण करनबारो परमेश्‍वरसे सिर्जो भौ भोजनसे अलग बैठन आदेश देतहँए ।
\v 4 काहेकी परमेश्वरसे सृष्टि करोभौ सबए चीज असल हए । और धन्यबाद साथ लैभइ कोई चीज फिर इन्कार ना करन पड्त् हए।
\v 5 काहेकी बा परमेश्वरको वचन और प्रार्थनासे चोखो बान्तहए ।
\v 6 अगर तुम तुमरे भैयाके सामने बात धरदेहौ तव तुम अनुसरण करो असल सिध्दान्त और विश्वासको वचनमे तगणे हुइके तुम ख्रीष्ट येशूको अच्छे सेवक हुइहौ.
\v 7 भक्तिहीन और अर्थहीन कहानीसे एकदम अलग बैठओ। बरु अपनएके भक्तिमे तालीम देओ।
\v 8 काहेकी शारीरिक तालीम कुछदिनके ताहिँ ठीक होतहए, पर ईश्वरभक्तिचाहिँ हरप्रकारसे फाइदा करन बारो होतहए, काहेकी जा मे बर्तमान और भविष्यतजीवन दोनएके ताहिँ प्रतिज्ञा हए।
\v 9 जा कहाई नेहत्व और सबए घेनसे अपनानयोग्य हए
\v 10 काहेकी जा उदेश्यसे हम मेहेनत और अगटो काम कर्तहएँ। काहेकी हमर आशा जिन्दा परमेश्वरमे हए, जो सब आदमीके, खास करके बाके उपर विश्वास करनबारेनको मुक्तिदाता हए|
\v 11 जे बातको बताऔ, और सिकाओ।
\v 12 जवान हौ कहनएमे कोइ तुमके तुच्छ नामनए, पर विश्वासीनके ताँही बोलीवचन, आचरण, और प्रेममे, विश्वासमे और शुध्द्तामे तुम एक उदाहरण बनओ।
\v 13 मए ना आन तक धर्मशास्त्र पढ्के सुनानमे, प्रचार करनमे और शिक्षा देनमे ध्यान देओ।
\v 14 तुमरमे हए बो बरदानके खिल्ली मत उणाबौ, जौन वरदान एल्डर अपन हात तुमरे उपर धरके अगमबाणीसे तुमके दैरहए।
\v 15 जे बातमे ध्यान करौ | बिनमे लागे रहबाओ, ताकि तुमर प्रगति सब देखए।
\v 16 अपन बारेमे और अपन शिक्षाके बारेमे होशियारीसे ध्यान देबौ | जे बातमे लागे रह्बाओ| अइसो करनसे तुम अपनएके और सुनन् बारेके समेत बचाबैगे।
\c 5
आध्याय ५
\v 1 बुढ़े आदमीनके मतहबकओ, पर बिनके दौवा जैसो मानके सम्झओ ।अपनेसे छोटेनके भैया समान व्यवहार करके समझँएँ ।
\v 2 वृध्दा बैयरसे अइया कता जवान लौणियानसे सम्पूर्ण पवित्रसाथ बहिनिया समान व्यवहारसे समझँएँ ।
\v 3 जो नेहत्व विधुवा हँए, बिनके आदर करओ ।
\v 4 कोइ विधुवाके लौणा- लौणिया अथबा नतिया-नतनिया हँए तव, बिनके पहिले अपन परिवार घेन अपनो धार्मिक कर्तव्य पालन कर्न सिखएँ ।, और अपन माता-पिताके उपकारको ॠण चुकन सिखएं, काहेकी जा परमेश्वरके खुसी करन बारी बात हए ।
\v 5 पर जो नेहत्व विधुवा हए, और बिनको कोइ नैयाँ तव, बे परमेश्वरमे आशा करतहँए । और रातदिन नम्र-निवेदान और प्रार्थनामे लागिरहतहँए ।
\v 6 तव अगर बे सुख-विलासमे मस्त रहतहएँ तव बे जीवित हएँ ताहुफिर मरे बराबर हएँ ।
\v 7 बिनके जा बातको आज्ञा देओ, ताकि बे बिद्दोरोही ना होमएँ ।
\v 8 अगर कोइ नातेदारनको और विशेष करके अपन परिवारको पालनपोषण ना कर्तहए तव बा विश्वासको इन्कार कर्तहए, और विश्वास ना करन बारेसे फिर खराब होतहए ।
\v 9 साठी वर्षसे उपरकी विधवा, जौनको एक चोटि मात्र बेहा भओ हए, बिनके मात्र बिधवा- सूचीमे धरओ ।
\v 10 संगए बे असल काम करी होबए, लौणा-लौणियनके हुर्काइ भै, परदेशीनको सत्कार करी भै, सन्तनको टाँग धोई भै, दु:खीनको उपकार करी भै, और जौन फिर असल काममे ध्यान दै हुईके साबित करी होन पड्तहए ।
\v 11 पर कम उमेरकी विधवानके नाउँ त बिधवा-सुचीमे मतलिखओ, काहेकी जब बिनको काम-वासना बिनके ख्रीष्टसे दुर लैजए हए, तव बे बिवाह करन इच्छा कर्तहएँ ।
\v 12 अइसे अपनो पहिलो वाचा भंग करेके कारन बे दण्डमे पडेहएँ ।
\v 13 जहेमारे बे घर-घर घुमके अल्छी इकल्लो ना कि बातकटन बारी, दुसरेको काममे हात डरनबारी, ना मास्कन बारी बात मास्कत होतहँए ।
\v 14 जहेमारे कम उमेरकी बिधवा बिवाह करएँ, लौणा लौणिया जन्माएँ, घरबार समरएँ, और बिरोधीनके हमर बदनाम करन मौका ना देमएँ कहिके मए चाहत हौँ,
\v 15 कोइ-कोइ त अग्गुसे शैतान घेनगए हएँ ।
\v 16 अगर कोई विश्वासी बैयरसँग बिधवा हए तव बे बिनके सहयोग करएँ , और मण्डली त बिधवानके सहेता देन सिकए ।
\v 17 मण्डलीको असल देखरेख कर्नबारो एल्डर दोबर आदरको योग्य होतहए, बिशेष करके, जौन वचनको प्रचार और शिक्षामे परिश्रम कर्तहए ।
\v 18 "काहेकी पवित्र धर्मशास्त्र कहतहए, “पैरीगहन बारे बर्धनके मोख्री मतलगओ,” और "परिश्रम कर्नबारो अपन कामको ज्याला पानपड्तहए । "
\v 19 दुई अथवा तीन साक्षीको गवाहीबाहेक एल्डरके बिरुध्दमे लगओ आरोप कबहू स्वीकार मतकरीओ ।
\v 20 पापमे लागिरहन बारेनके सबके सामने हप्कओ, और अइसी और फिर डरमएँ ।
\v 21 परमेश्‍वर और ख्रीष्ट येशूके आग्गु और चुने भए स्वर्गदुतके आग्गु मए तुमके कडा आज्ञा देतहौ, कोइ भेदभव और कोइ पक्षपात ना करके जे सब नियम तुम पालन करओ ।
\v 22 कोइके उपर हात धर्न बारो काममे हतार मतकरीओ । औरेको पापमे सहभागी ना होबओ । तुम अपनएके पवित्र रखाबओ ।
\v 23 अग्गु जैसो पानी इकल्लो खाए मतकरिओ, पर तुमर पेटके ताहिँ और घरीघरी बिमारीके मारे थोरी-थोरी दाखमध पिलिओ ।
\v 24 कोइ-कोइ आदमीके पाप त सिधे इन्साफमे पुगतहएँ , पर और कित्तो पाप त पिछु इकल्लो दिखत हएँ ।
\v 25 अइसी करके असल काम त प्रत्यक्ष हएँ, और जो प्रत्यक्ष ना हए, बे फिर गुप्तमे रहेना पएँहएँ ।
\c 6
आध्याय ६
\v 1 दासत्वके जुवातरे होन सबके अपन-अपन मालिकके पुरा सम्मानके योग्य मनाएँ, ताकि परमेश्वरको नाउँ और हमर शिक्षाको बदनामी ना होबए ।
\v 2 विश्‍वास करनबारो मलिकको नोकर बिनके ददाभैया कहनए मे अनादर ना करन पडत् हए, बरु बे बिनके और जद्धा सेवा करन पडत्हए ।
\v 3 अगर कोइ और सिध्दान्त सिखतहएँ और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको उचित वचन और ईश्वर भक्ति अनुसारको शिक्षासंग सहमत ना हए तव,
\v 4 बा घमण्डसे फुलो होतहए, और बा कुछ जन्त ना हए । बा व्यर्थको बात-चित कर्तहए, और एक-एक शब्द लैके लडइ कर्न ढुणतहए । जे बात दिक, कलह, बदनमी और खराब शंका उत्पन्न करातहएँ ।
\v 5 और बुध्दि भ्रष्ट भए और सत्यसे अलग भए आदमीके अग्गु कचिंगल उठात् हँए, और भक्ति ता फाइदा उठानको उपाए हए कहिके बे मानत् हएँ ।
\v 6 सन्तुष्टि सहितको भक्ति बडो लाभ हए ।
\v 7 काहेकि हम ना जा संसारमे कछु लाए हएँ , ना हियाँसे कछु लैजाए सकंगे ।
\v 8 पर खान और लगान सम हए कहेसे हम बहेमे सन्तुष्टि होमएँ ।
\v 9 पर धनी होन इच्छा करनबारे परिक्षामे पाडत् हएँ, पासो मे फसत् हँए और गजब अर्थहीन और दु:खदायी इच्छामे डुबत हएँ, जौन् आदमीनको बर्बादी और सर्बनास मे डुबात हए ।
\v 10 काहेकी रुपैयापैसाको लालच करनो सब किसिमको खराबी को जर् हए । पैसाको लोभमे पड्के कुइकुई विश्वाशसे खराब डगर लागे हँए, और गजब दुःख से बिनको हृदय छटपटात हए ।
\v 11 पर परमेश्‍वरके जन तुम जे सब बात त्यागओ, और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, स्थिरता और नम्रताको लक्ष्य धरओ ।
\v 12 विश्‍वासको उत्तम लडाई लडऔ । अनन्त जीवन पक्रे रहाबओ । जहेमे तुमरो बोलावट भओ रहए, जब तुम गजब साक्षीनके उपस्थितिमे तुमर विश्‍वासको असल गवाही दै रहए ।
\v 13 सब चिजके जीवन देनवालो परमेश्‍वर और पन्तियस पिलातसके अग्गु गवाही देनवालो ख्रीष्ट येशूके अग्गु,
\v 14 मए तुमके आदेश देतहौ, कि प्रभु येशू ख्रीष्ट देखा ना पणन तक जा आज्ञाके कलंक और अपवाद्से अलग धर ।
\v 15 तव धन्य और सर्वोच्च, राजौके राजा, प्रभुके प्रभु ठिक समयमे ख्रीष्टको आगमनके प्रकट करैगो ।
\v 16 बा अमर हए, और बा ज्योतिमे राहत हए जौनक् ढिगईॅ कोइ जाए ना पतहए बाके कोइ आदमी कभी ना देखो हए ना देख पएहए । बहेको आदर और पराक्रम सदासर्वदा होबए । आमेन ।
\v 17 जा संसारके धनीके घमण्डी ना होन् आज्ञा देओ, और अनिश्चित सम्पतिमे ना बल्कि हमके सब थोक प्रसस्तसंग उपभोक् करन् देनवारो परमेश्‍वरके उपर बे आशा धरएँ ।
\v 18 बे असल काम करएँ, और असल काममे धनी,सहयोगी भाबना और दानि होमएँ ।
\v 19 अइसी अपने ताहीं भविष्य कि असल जग बैठर सिकएँ, ताकी बे बा जीवन पकणी रहमए जो नेहत्व जीवन हए ।
\v 20 तिमोथी, जो तोके सुपोगओ हए बा चिज अच्छेसे धर । मुर्ख जैसो गनगन और बिरोधी जैसो खण्डन जो झुटो ज्ञान हए, बिनसे अलग रहऔ ।
\v 21 जे बातके पिच्छु लक्के कित्तो जनै अपन विश्वास को लक्ष्यसे दुर हँए| तिर संग अनुग्रह रहबए ।

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\h 2 Corinthians
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\mt 2 Corinthians
\c 1
कोरिन्थिनके पावलकी दुसरी चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 परमेश्‍वारको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके प्रेरित पावल और हमर भैया तिमोथीसे ,कोरिन्थीमे भओ परमेश्‍वारको मण्डलीके, और संगै सब अखैयामे भए सब सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वार हमर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति।
\v 3 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके परमेश्‍वार और पिता, करुणामय पिता, और सब सन्तानके परमेश्‍वारके प्रशंसा होबए।
\v 4 बा हमके सब दु: खमे सान्ति देतहए, ताकी हम फिर परमेश्‍वारसे पाओ बहे सान्ति कोई फिर दु: खमे पडे भएनके सान्ति देन सिकैए।
\v 5 काहेकी जैसी हम ख्रीष्टके दु;खमे सहभागी होतहए, अइसीए ख्रीष्टसे सान्तिमे फिर प्रशस्त मात्रामे हम सहभागी होतहए।
\v 6 हम दु:ख पइते कहेसे जा तुमके सान्ति और उध्दारके ताहिँ हए। हम सान्ति पइते कहेसे फिर बा तुमके सान्तिके ताहिँ हए। हम भोगेभए बेही दु: ख तुम धिरजके सँग सहात तुम फिर बहे सान्ति अनुभव करेहौ।
\v 7 तुमर ताहिँ हमर आशा पक्को हए | काहेकी हम जानत हए, कि जैसी तुम हमर ताहिँ दु: खमे सहभागी हौ, अइसीय हमरो सान्तिमे फिर तुम सहभागी होबैगे।
\v 8 भैया रेव, हम एशियामे भोगे दु: खके बारेमे तुम अनजान रहौ कहिके हम नाए चाहत हए। काहेकी हम नाएसहान सिक्न बारो किसिमको ईत्तो कस्के दबे जैसो रहए, कि जीवनसे हम हरेस खाईगए रहए।
\v 9 हम त मृत्युदण्डय पाओ जैसो लगात रहए। हम अपनउपर नाए हए पर मृतकसे जीवन दैके उठानबारो परमेश्‍वार उपर हम भरोसा करके जा होन आओ।
\v 10 बा हमके इत्तो अगठी परिस्थिसे छुटाई रहए, तव बा हमके छुट्याबैगो। बकउपरै हम हमरो भरोसा करेहए, कि बा हमके फिर छुट्अबैगो।
\v 11 तुमके फिर प्रार्थनासे हमके सहायता करनपणैगो। तव बेढम प्रार्थनाके सब उत्तरमे हमके प्रास्त भव आशिषके ताहिँ बेढम हमर पक्षमे धन्यवाद चढ्ए हए।
\v 12 जा बातमे हम गर्व करत हए, तव हमर विवेक फिर बाके गवाही देतहए, कि संसारमे और खास करके तुमरसंगको हमर सम्बन्धमे हम और इश्वरीय सत्यतामे चले हए, जा संसारिक बुध्दि अनुसार नैयाँ, पर परमेश्‍वारको अनुग्रहासे हए।
\v 13 काहेकी तुम पढ्न और नाबुझ पान बारो कोइ बात हम तुमर ताहिँ नाए लिखंगे, और मए आशा करतहौ, कि तुम पूराे रुपसे बुझैगे,
\v 14 कि जैसी तुम हमर थाेरि कुछ बात बुझेहौ, अइसीए हमर प्रभु येशूको दिनमे तुम हमके पुरोरुपसे बुझैगे, और तुम हमर ताहिँ गर्व करन सिकैगे, जैसी हम तुमर ताहिँ गर्व करन सिकङ्गे
\v 15 जा बातके मोके पक्काे भव के मरे, तुमके दोहोरो फाइदा होबए कहिके तुमर ठीन पहिले आन इच्छा करो।
\v 16 माकेडोनीया जात तुमरठीन आएके भेटघाट करन और माकेडोनीयासे तुमरठीन घुस्के आन और बेहुनासे यहूदीयाके मेरो सफरमे तुम मोके पठाए देहौ कहिके मए चाहतहौ।
\v 17 "जब मय जा तरिका सोचत रहौ, तौका मय हिचकिचाव? का मए अपनी योजना बनात संसारिक आदमी जैसी एक समय मे "हए" और "नाए हए" फिर कहमंगो क? "
\v 18 "परमेश्‍वर विश्‍वासयाेग्य भवहानि हमरो वचन फिर "हए" और "नाए हए" भव नैयाँ।''
\v 19 "काहेकी सिलास, तिमोथी और मए तुमर बिचमे प्रचार करो परमेश्‍वारको पुत्र येशु ख्रीष्ट "हए" और "नाए हए" पर बामे सब दिन इकल्लो हए। "
\v 20 "काहेकी परमेश्‍वारके सब प्रतिज्ञा बकमे "हँए''। जहेमारे बोसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ हम "अमेन" कहात हए। "
\v 21 तव हम तुमरसंग ख्रीष्टमे बलियो बनन् बारो और हमके अभिषेक करनबारो परमेश्‍वर हए।
\v 22 बा हमरउपर अपन छाप लगाई हए, और हमर हृदयमे बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दै हए।
\v 23 परमेश्‍वार मेरो साँचि हए, कि तुमके सजायसे बचान मए कोरिन्थीमे आओ।
\v 24 तुमर विश्‍वासउपर हम अधिकार जमान नाए चाहत हए, पर तुमर अनन्दके ताहिँ तुमर संग मिलके काम करेहए। काहेकी अपनी विश्‍वस तुम अट हौ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 तुमके दु:ख देन औरो चोटी नाआन मए निश्‍चय करो।
\v 2 काहेकी मए तुमके दु:खित बनाओ कहेसे, मए दु:खित बनओ भव आदमी से अलावा और कौन मोके दु:खित बनए है
\v 3 ? और मए जो वात लिखो, ज़हेमारे लिखो, कि मए आओ त जौन आदमिसे मोके आनन्द पान रहै बिनसे मए दु:खित नाए होमौ। काहेकी मिर अनन्द तुमर सवैको आनन्द हुइ है कहेस मोके तुमर सबै उपर भरोसा रहै।
\v 4 काहेकी तुमके दु:खी बनन् नाए, पर तुमर प्रति भव मेरो प्रशस्त प्रेम तुम जानौ काहेकी हृदयसे मोके गजब पिडा और वेदनामे गजव आँशु बहतै मए तुमर ताँहि लिखो रहौ।
\v 5 पर कोइ दु:खी बनाई हए कहेसे बो मोके नाए, पर बेढम कणो करके नाए कयहौ कहेसे, तुम सबके कुछ समय तक दु:खी बनाई हए।
\v 6 अइसिनके बहुमतसे दौ भव सजाय पक्का हए।
\v 7 पर तुम अइसेके क्षमा करन और सान्ति देन पणत हए, नत वो जद्धि शोकमे डुबजए है।
\v 8। तबही मारे मए तुमके अनुरोध करत हौ, कि बो आदमीमे अपन प्रेममे और गहिरो बना।
\v 9 तबहीमारे मए तुमके जाँचन, और सब बातमे तुम आज्ञाकारी हौ कि नाए हौ पता पान ताहिँ मए तुमके लिखो रहौ।
\v 10 जौनके तुम माफ करैगे, मए फिर करंगो अगर मए कोइके कोई बातमे माफ करो हौ कहेसे तुमरी ताहिँ ख्रीष्टको उपस्थितमे माफ करो हौ,
\v 11 काहेकी शैतान हमके फसाए नापाय, कहिके बोके जुक्तिमे हम अन्जान नाहए।
\v 12 ख्रीष्टको सुसमाचार प्रचार करन त्रोआसमे आए प्रभु मेरे ताहिँ एक फाटक खोल दै रहए,
\v 13 पर मेरे भैया तितसकेहुवा पाई तव मिर मनमे चैन नाए रहो। जहेमारे बिनसे विदा लैके मए माकेडोनिया घुमाे।
\v 14 परमेश्‍वरकाे धन्यवाद हए, बा हमके ख्रीष्टमे सव दिन विजयके ताहिँ डोरयात हए, और बाको ज्ञानको अच्छो वासना हम से सब ठाउँमे फैलत हए।
\v 15 काहेकी उद्धार पानबारेके विचमे फिर हम परमेश्‍वारके ताहिँ ख्रीष्टको सुवास्ना हए।
\v 16 एक के ताहिँ मौतको दुर्गन्ध और दुसरेके ताहिँ जिवनको सुगन्ध जे बातके ताहिँ जा ठिक हए का?
\v 17 काहेकी तमान आदमी हानि हम परमेश्‍वारको वचन व्यापार नाए करे हए,पर परमेश्‍वारको पठाओ भव पबित्र आदमिक रुपमे हम परमेश्‍वारके अग्गु ख्रीष्टमे मस्कत हए।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 का फिर हम अपन तारिफ करन लागे हए? का कोइ-कोइके चाहोमे हम तुमके और तुमसे दुसरेके सिफारिश-चिठ्ठी देखापणैगो का?
\v 2 तुमही हमर सिफारिस-चिठ्ठी हओ, जो सब आदमिके चिन्नह और पणन सिकन करके तुमहर ह्रदयमे लिखो हए।
\v 3 तुमही दिखाबैगे, कि तुम ख्रीष्टके चिठ्ठी हौ, या हमरो सेवाको फल, जौन चिठ्ठी मसीके नाय, पर जीवित परमेश्‍वारको आत्मासे लिखो हए- पत्थरको पाटीमे नाए, पर मासुके हृदय- पाटीमे।
\v 4 ख्रीष्टसे परमेश्‍वार प्रति हमरो अइसो भरोसा हए।
\v 5 कुछ फिर बात हमसे आओं हए कहेसे दाबी करन हम अपनै योग्य नाय, पर हमर योग्यता परमेश्‍वारसे आत हए।
\v 6 नयाँ करारको सेवक हए बे हमके योग्यक बनाईहए, लिखो अक्षरमे नाए, पर पवित्र आत्मामे।काहेकी लिखो अक्षर त मारत हए, पर पवित्र आत्मा जीवन देतहए।
\v 7 तव मृत्यु लानबारो व्यवस्थाको अक्षर पत्थरमे गणो हए। बो व्यवस्था अइसो महिमामय हुइके आओ, कि बाको तेजके कारणसे इस्राएलीक मोशाको अनुहार देखन नाएसिको, बो तेज हरात जात हए।
\v 8 पवित्र आत्माके सेवा कैसे और जद्धा महिमामय नाए हुईहए?
\v 9 काहेकी दोषी ठहारन व्यवस्था महिमामय रहए कहिके, धर्मी ठहारनबारो सेवा जद्धा महिमामय होत हए।
\v 10 काहेकी जो एक चोटी महिमामय रहए, अभे बा अग्लेछा महिमा करन अब बो महिमा ना रहो।
\v 11 काहेकी जो बितके गओ बा महिमासे आओ रहए कही स्थायी रहन ताहिँ और जद्धा महिमापूर्ण होनपणैगो।
\v 12 जहेमारे हमर अइसो आशा भवक मारे हम बेढम साहसी भए हए।
\v 13 हम मोशाजैसे नाय , जो बाको धुमलोहोत गओ महिमाके अन्तिम झलक इस्राएलीके ना दिखाएँ कहिके अपनो अनुहारमे घुँघट डारत रहए।
\v 14 पर बिनको मन कठोर भव रहए, काहेकी आजके दिनसम्म पुरानो करार पढ्त बो घुँघट रहो रहए, जो घुँघट ख्रीष्टसे ईकल्लाे हटत हए।
\v 15 हए, आजसम्म फिर मोशाको किताब पढ्त बिनको हृदयमे घुँघट डरोहए,
\v 16 पर जब आदमी प्रभुघेन, घुमतहय तव घुँघट हटतहय।
\v 17 अब प्रभु आत्मा हए, तव जहाँ प्रभुको आत्मा हए, बाहुना स्वतन्त्रता हए।
\v 18 हम सब घुँघट हटाए भओ मुहसे प्रभुको महिमाके देखत हएँ, तव एक महिमासे दुसरो महिमाघेन चढतए बाको रुपमे बदलतै जातहए। परमप्रभुसे जा आत हए, जो आत्मा हए।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जहेमरे परमेश्‍वारको कृपासे हमरसंग जा कृपा है हम हरेस ना खाए हँए।
\v 2 हम शर्मको और लुकी छिपी काम करन बालो काम छोड दए हँए। हम खराब काम करन या परमेश्‍वरकाे वचनके हेरफेर करन इन्कार करंगे। पर सत्यको वचन खुलस्त करके घोषणा करतै परमेश्‍वारको नजरमे हम सब आदमीक विवेकमे अपनएके ग्रहणयोग्य बनामंगो।
\v 3 हमर सुसमाचार घुँघटसे तुपोहए तवफिर जा नष्ट होन बालेक ताहिँ इकल्लो घुँघटसे तुपो हए।
\v 4 बिनके बारेमे कहौ कहेसे ख्रीष्ट, जो परमेश्‍वारको रुप हए, बाको महिमाको सुसमाचार बे नाए देखयँ कहिके जा संसारको देव अविश्वासीको समझके अधार बनाई दै हए।
\v 5 हम अपन प्रचार ना करत हए, पर येशूके ताहिँ हम तुमर दास हुइके, येशू ख्रीष्ट प्रभु हए कहिके प्रचार करत हँए।
\v 6 "जौन परमेश्‍वर "अध्यारोसे ज्योति चम्कए" कही, बा हमर हृदयमे चम्कत हए, काहेकी परमेश्‍वरकाे महिमाको ज्ञानको ज्योत ख्रीष्टको मुहमे चम्कए। "
\v 7 सर्वश्रेष्ठ शक्ति हमर ना हए पर परमेश्‍वारको हए कहिके स्पष्ट करन जा धान हमरसंग मट्टीको वरतनमे हँए।
\v 8 हम सबघेनसे अगठेमे हए, पर दबे ना हए। अलमलमे हए, पर निराश नाए हए।
\v 9 सताए भै हए, तहु फिर त्यागे नाए हए | प्रहार करके गिरे हए, तहु फिर नष्ट नाए भए हए।
\v 10 येशूको जीवन हमर शरीरमे प्रकट होए कहिके हम बाको मृत्यु सवदिन अपन शरीरमे बोकके नेगत हए।
\v 11 काहेकी हम जिन्दा हए तहु फिर येशूके ताहिँ सवदिन मृत्युको मुहमे पणजात हए, जहेमारे कि येशूको जीवन हमर मरणशील शरीरमे प्रघट होबए।
\v 12 अइसी मृत्यु हमर उपर काम करत हए, पर जीवन तुमरमे।
\v 13 "मए विश्‍वस करो, तभी मारे मए मस्को" कहान बालो आत्मा हमरमे हए तभि मरे हम फिर विश्‍वस करत हए, और हम मसकत हए।"
\v 14 हम जानत हए कि प्रभु येशूके जिन्दा करन बालो हमके फिर येशूसंग जिन्दा करैगो, और बहे हमके तुमरसंग बाको उपस्थितमे लातहए।
\v 15 काहेकी जा सब तुमर ताहिँ भव हए, काहेकी जैसो अनुग्रह जद्धीसे जद्धी आदमीमे फैलत जएहए, अइसीसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ धन्यवाद देन काम फिर बढतै जाबै।
\v 16 जहेमारे हम हरेस नाए खात हए, हमर बहे आदमी नाश हुइगौ हए तव का हमर आत्मीक मनुष्यत्व दिनए दिन नयाँ होत जै हए।
\v 17 काहेकी हमर हलुको और एकघरीको कष्टसे हमर ताहिँ अतुलनीय या अनन्तको महान महिमा तयार हए।
\v 18 हम दिखान बारी बात नाए, पर नाए दिखान बाली बात देखत हए काहेकी दिखान बारी बात एकघडिक होत हए पर नदेखनबारि बात सामानतक रहत हए।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 काहेकी हम जानत हए, कि हमर वास करो जा नाश होनबारो शरीर गिर जाएसे फिर स्वर्गमे अनन्तसम्म रहनबारो परमेश्‍वर दौ भव हमर घर हए, जो हातसे नाए बानइहए
\v 2। हिया नेहत्व हम व्याकुल होत हए, और स्वर्गीय डेरा धारण करन गजम इच्छा करत हए।
\v 3 काहेकी बा धारण करके हम नङ्गे ना हुइहए।
\v 4 काहेकी जा डेरामे रहत चिन्तासे हम डुबेरहत रत हए। हम नङ्गे हए काहेके नाए , पर और जद्धा लत्ता धारण करेहए, ताकी जो मरण शिल हए बो ज़िवानमे समावेश होबए।
\v 5 अब हमके जा बातके ताहिँ तयार करदेन बारो परमेश्‍वर हए, जो हमके बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दैहए।
\v 6 जहेमारे हमके पुरो भरोसा हए , कि हम जबसम्म शरीरमे रहए, तबसम्म प्रभुसे अलग हुइहए।
\v 7 काहेकी हम विश्‍वास द्वारा नेगतहए, देखन बारो बातके अधारमे नाए।
\v 8 हमरमे पूरो भरोसा हए, बरु शरीरसे अलग हुइके प्रभुसंग रहान हम चाहत हए।
\v 9 जहेमारे हम चहे शरीरमे होमए , चाहे अलग रहमै, बाके खुशि करन हमरो लक्ष्य हए।
\v 10 काहेकी हम सब ख्रीष्टक न्याय-आसनके सामुने ठाणन पणैगो, अइसी शरीरमे रहत अपन करो आनुसर हरेक अच्छो या खराबको प्रतिफल पाबैगो।
\v 11 जहेमारे प्रभुको भय पात करके हम आदमिके मानतहएँ। पर हम जो करत हए परमेश्‍वार जानत हए, और मए आशा करत हौ, बा तुमर विवेकमे फिर छर्लङ्ग हए।
\v 12 हम फिर तुमर ठिन अपन तारिफ नाकरतहए, पर तुमके हमरमे गर्व करन मौका देत रहए, ताकी तुम बिनके जवाफ देन सिकौ, जो आदमिके ह्रदयके बातमे नाए पर बाहिर बातमे घमण्ड करतहए।
\v 13 अगर हमर होश ठेकानमे नाय, कहेसे जा परमेश्‍वरके ताहिँ हए, तव हम ठिक होशमे हए कहेसे जा तुमर ताहिँ हए।
\v 14 ख्रीष्टको प्रेम हमके मजबुर बनातहए, काहेकी हमके जा पक्का हए, कि सबके ताहिँ एक जनै मरो भव सब मरे।
\v 15 बो सबके ताहिँ मरो हए, ताकी बचनबारो अब अइसो अपन ताहिँ नाएबचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए।
\v 16 अइसो अपन ताहिँ नाए बचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए।16 अइसी अब अबसे हम कोइके आदमीके दृष्टिकोणसे नाए[नजरसे] देखत् हँए। हम ख्रीष्टके एक समयमे आदमिके दृष्टिकोणसे देखे रहए, पर अबसे हम बाके अइसो नाए दिख्हए।
\v 17 जहेमारे कोइ ख्रीष्टमे हए कहेसे बो नयाँ सृष्टिहए | पुरानो बितगओ हए, देख नयाँ आओ हए।
\v 18 जा सब परमेश्‍वारसे भव हए, जो हमके ख्रीष्टसे अपनसंग मिलापमे लाई हए, और हमके मिलापको सेवा दै हए।
\v 19 अथवा स्वयम ख्रीष्टमे हुइके परमेश्‍वारके संसारके अपनसँग मिलापमे लातरहए। बिनको अपराधको लेखा नालैके मिलाप करन कामको सन्देशाे बा हमके सौपदैहए।
\v 20 ज़हेमारे हम ख्रीष्टके राजदूत हँए, और परमेश्‍वर हमसे अनुरोध करत रहए। ख्रीष्टके पक्षमे हम तुमके बिन्ती करत हए, कि तुम परमेश्‍वरसँग मिलापमे आबौ।
\v 21 काहेकी हम बोमे परमेश्‍वरकाे धार्मिकता बन्‍न सिकए काहेकी पाप नाचिन्‍न बारेके ताहिँ परमेश्‍वर हमर खातिर पाप बनाई हए।
\c 6
अध्याय ६
\v 1 परमेश्‍वरकाे सहकर्मी भवक मारे हम तुमके बिन्ती करत हँए, कि बाको अनुग्रह व्यर्थ होन मत देओ,
\v 2 काहेकी बो कहात हए, “ग्रहण योग्य( ठिक) समयमे मए तुमर पुकरा सुनहौ, और मुक्तिको दिनमे मए तुमके सहायता करेहौ।” देखौ ग्रहण योग्य(तहिक) समय हबए हए, मुक्तिको दिन हबए हए।
\v 3 हमर सेवामे दोष नापामए कहिके हम कोइके डगरमे रोकावटको कारण नाए बने हए,
\v 4 पर सब घेनसे हम अपनैके परमश्‍वरके सेवक हए करके दिखात हए -जद्धा शहनसिलतामे, कष्टमे कठिनाइमे,
\v 5 आपत-बिपतमे, कुटाइ-पिटाइमे, कैदमे, हुलदङमे, मेहनतमे, निधानोमे, भुखोमे,
\v 6 शुध्दतामे, ज्ञानमे, धैर्यमे, दयामे, पवित्र आत्मामे, साँचो प्रेममे,
\v 7 सत्यबोलिमे, और परमेश्‍वरकाे शक्तिमे, दहिना और दिबरा घेन, धार्मिकताको अस्त्र -शस्त्र धारण करके,
\v 8 , आदरमे और अनादरमे, बदनाम और अच्छाेनाममे,। हम ठगिया ठहरे, पर हम सच्चे हए।
\v 9 अपरिचित हँए त फिर सुपरिचित हँए।मरन लागो हानि हए, ताहु फिर हम बचेहए। सजाय भोगे, तहु फिर नाए मरे हए।
\v 10 पछतौनो, तहु फिर सब दिन आनन्दित। गरीब, तहु फिर बहुत् के धनी बनन् बारे। कछु नाए भओ हानि तहु फिर सबए चिज भओ।
\v 11 हे कोरिन्थीनके बिसबासि हो, हम तुमके अच्छे से कही दै हए, हमर हृदय तुमर ताहिँ खुलो हए।
\v 12 तुमर ताहिँ हमर माया कम नाए भओ हए, सायद तुमरो हमर घेनको माया कम हुइगौ हए।
\v 13 अब जाको बदलामे मए अपन बालकनके संग कहत हौ, कि तुम फिर अपन हृदय खुल्ला रखाबओ।
\v 14 अविश्‍वसि संग एकै जुवामे मत मचौ। काहेकी धर्म और अधर्मको का समझदारी होत हए? अथवा अधियारो संग उजियारोको का सहभागिता?
\v 15 ख्रीष्टके झुठ बोलनबरेसे का सरोकार? या विश्‍वास करन बारे विश्‍वास नाए करन बारेसे का सम्बन्ध ?
\v 16 मुर्तिसे परमेश्‍वारको मन्दिरसे का सम्झौता? काहेकी हम जीवित परमेश्‍वारको मन्दिर हए, जैसे परमेश्‍वर कही हए, मए तुमर उपर बास करेहौ, और बिनके विचमे नेगंगो, और मै उनको परमेश्‍वार होमंगो, और तुम मिर प्रजा होबैगे।”
\v 17 ज़हेमारे उनके विचसे निकरके आओ, और उनसे तुम अलग अलग होबओ, परमप्रभु कहात हए। खराब चीज कछु मत छुबौ और मए तुमके ग्रहण करंगो।
\v 18 मए तुमर पिता होमंगो, और तुम मिर लौणा लौणीया होबैगे, सर्बशक्तिमान परमप्रभु कहात हए।”
\c 7
अध्याय ७
\v 1 जहेमारे हे प्रिय हो, हमर सँग जे प्रतिज्ञा भओ तभि मारे शरीर और आत्माके सब किसिमके अशुध्दतासे हम अपनके शुद्ध बनामै, और परमेश्‍वरके भयमे पवित्रताके सिध्दता घेन बढतए जाए।
\v 2 हमके तुमर हृदयमे स्थान देबओ। हम कोइके खराबी नाए करे हए। हम कोइके भ्रष्ट नाए करेहए। हम कोइ आदमीसे फाइदा नाए उठए हए।
\v 3 तुमके दोषी ठहरान के ताँहि मए जा नाए कहो हओ, काहेकी मए अग्गु य कहि दओ हौ, हमर हृदयमे तुमर ताहिँ यित्तो स्थान हए, कि हम तुमर सँगमे मरन या बाँचन तयार हए।
\v 4 तुमरमे मेरो बडो भरोसा हए। तुमर उपर मए बेढम गर्व करत हओ | मए सान्से भरपुर हौ। हमर सब कष्टमे मए बेढम आनन्दित हौँ।
\v 5 काहेकी हम माकेडोनियामे आएके पिच्छु फिर हमर शरीरके कछु विश्राम नामिलो, पर आसपास घेनसे हमके सङकष्ट आओ रहए, बाहिर सङघर्ष और भितर डरैडर रहए।
\v 6 तओ उदासिके सान्ति देनबारो परमेश्‍वर तीतसके आगमनसे हमके सान्ति दै रहए
\v 7। बिनको आगमनसे इकल्लो ना हए, पर बो सान्ति फिर, जौन सान्ति बे तुमसे पाइ रहए। मोके भेटन तुमर बडो इच्छाके बारेमे बे हमसे कही। मेरे ताहिँ तुमर शोकके बारेमे और मिर घेनको तुमर गहिरो चिन्ताके बारेमे फिर बे बताइ, और अइसी मए और जद्धा आनन्दित भओ
\v 8 मए अपन चिठ्ठिसे तुमके शोकित नाए बानओ ताहु फिर मए नाए पछतओं , होन त मोके पछतओ भओ रहए। मोके पता भओं, कि बो पत्रसे तुमके थोरी समयके ताहीँ फिर शोकित बनाई
\v 9। तुमके शोक भव हए कहिके मए खुशी नाए भओ रहओं, पर तुमरो शोक तुमके पश्चताप करन बारो बनाई कहिके हए, काहेकी तुम ईश्वरीय शोकके अनुभव करे, और हमर घेनसे तुमके कोई नोक्सानी सहान नाए पडो।
\v 10 काहेकी ईश्वरीय शोक मुक्तिके ताहिँ पश्चात्ताप उत्पन्‍न करत हए और बोमे पछुतो नाए होतहए, पर संसारिक शोकसे मृत्यु उत्पन्‍न करतहए।
\v 11 काहेकी देखओ- जा इश्वरीय शोकसे तुमरमे कैसो उत्साह उत्पन्‍न करि हए- अपनए के निर्दोष बनन् तुमरमे कैसो उत्सह, कैसो क्रोध, कैसो डर, कैसो प्यास, कैसो जोस न्याय होबए कैसो इच्छा! सब बातमे तए अपनके निर्दोष भओ साबित करेहौ।
\v 12 मए जा चिठ्ठि अन्याय करन बारो आदमिके कारणसे नाएलिखो रहौ, नत अन्यायमे पणो व्यक्तिके कारनसे नाए हए, पर जा हेतुसे कि परमेश्‍वारके दृष्टिमे हमर घेनको तुमर उत्साह कैसो हए, सो तुमके पता होबए।
\v 13 जहेमरे हमके सान्ति मिलो हए। हम पाओ अपन सान्ति बाहेक तितसके आनन्दमे हम जद्धा रमाए, काहेकी तुमसे बिनको मनमे शान्ति मिलो हए।
\v 14 काहेकी बिनके ठिन तुमर बारेमे मए कछु घमण्ड करो रहौ काहेकी मोके बो मे कछु शर्म नाए भव। पर जैसी हम तुमके कहो सब बात सत्य रहए, अइसीय तीतसके ठिन हमसे घमण्ड फिर सत्य ठहरो।
\v 15 तुमर सबके आज्ञाकारिता और तुमर डर और कम्पसँग बिनके करो स्वगत सम्झत बिनको भितर हौसला तुमरघेन झन बढ्के आओं रहए।
\v 16 मए रमात हौ, काहेकी तुमरे उपर मेरो पूरा भरोसा हए।
\c 8
अध्याय ८
\v 1 भैया रेव, माकेडोनियाके मण्डलीमे परमेश्‍वर दओ भओ अनुग्रहके बारेमे हम तुमके बतान चाहत हए।
\v 2 कष्टको भयङकर परीक्षाके बीचमे फिर बहुत आनन्द और घोर दरिद्रतामे बे उदार-चित्तसे दान दैइ
\v 3। काहेकी मए गवाही देत हौ, कि बे अपनो औकात अनुसार और औकातसे जद्धा फिर अपन राजीखुशीसे दैइ।
\v 4 बे सन्तको सहायताके ताहिँ भाग लेन पाओ कहिके हमके आग्रहपूर्वक(आदरके साथ) बिन्ती करी।
\v 5 हम आसरा करो हनी बे नाए करी, पर बे पहिले अपनैके प्रभुमे अर्पण करी, और परमेश्‍वरकाे इच्छा अनुसार हमके दैइ।
\v 6 जहेमरे तीतसके अग्गुसे सुरु करके तुमर बीचमे फिर बा अच्छो काम समाप्त करए कहिके हम बिनके बिन्ती करे।
\v 7 पर जैसी सब बातमे तुम बढे हौ, अथबा विश्‍वसमे , वचनमे, ज्ञानमे, सबए जोशमे और हमर घेन तुमर प्रेममे, उइसी अथवा तुम जा अच्छो काममे फिर बड्के जानबारि बातमे ध्यायन लगाबओ।
\v 8 मए जा आज्ञाको रुपमे नाए कहो, पर औरके जोशसँग तुलना करके तुमर प्रेम फिर सच्चो होबए कहिके प्रमाणित करन ताहीँ मए जा कहो हौँ।
\v 9 काहेकी हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके अनुग्रह तुमके पता हए, बा धनी रहए, तहु फिर तुमर ताहि बा गरिब भओ, ताकि बाको गरिबसे तुम धनी होन सिकौं।
\v 10 अब जाके बारेमे मेरो सल्लाह जहे हए- एक वर्ष अग्गु जौन दिन काम तुम सुरु करे इकल्लो नाए, पर बा करन उत्कट इच्छा फिर करे रहौ, बाके अब पूरा करन तुमर ताहीँ अच्छो हुइहए।
\v 11 इच्छा करनमे तुमके जौन तयारी रहए बहे कता अपनो औकातअनुसार दैके जा कामके पूरा करौ।
\v 12 काहेकी देनबारो तयारी हए कहेसे आदमीसँग भओ अनुसारको दानए ग्रहणयोग्य होतहए, नाभव अनुसारको नैयाँ।
\v 13 तुमके भारी होबए औरके हलुको होबए कहिके मए जा कहो नैयाँ,
\v 14 पर समानताके हिसाबसे जा हबयके समयमे तुमके प्रशस्ततासे बिनको अभाव पूरो हुइहए, और बिनको प्रशस्ततासे तुमर अभाव पूरा कर देबए। अइसी सबएमे समानता होबए,
\v 15 जैसो लिखो हए, “बेढ़म बटोरन बारेसँग जद्धा नाए रहो, और कम बटोरन बारेके अभाव नाए भओ।
\v 16 पर परमेश्‍वारके धन्यबाद होबए, जो तीतसके हृदयमे तुमर ताहीँ बहे फिक्री करदै हए
\v 17 काहेकी बे हमरो अनुरोधके मानी इकल्लो नाए, पर अपनै फिर गजम उत्साहीत हुइके अपनो इच्छाके तुमर ठीन आओ।
\v 18 तव हम बिनकेसँग बो भैयाके पठात हए, जो सुसमाचारको प्रचारमे सबय मण्डलीको बीच मे प्रख्यात हए।
\v 19 तओ इतकए इक्ल्लो नाहए, पर प्रभुको महिमाके ताहिँ और हमरो सदभाव प्रकट करके ताहि, अच्छो काममे हमरसँग यात्रा करन मण्डलीसे बाे नियुक्त भओ हए।
\v 20 उदार- चित्तके दओ जा दान सञचालन करत जा केबारेमे कोई हमके दोष नाए देबए कहिके हम चाहत हए।
\v 21 काहेकी हम प्रभुको दृष्टिमे इकल्लो नाए हए, पर आदमीको दृष्टिमे फिर जो आदरणीय हए बो करन लक्ष्य धरत हए।
\v 22 बिनकेसँग हमर भैयाके पठात हए, जौनके हम गजम चोटी जाँचके गजम बातमे जोशिलो पाए हँए | तुमर घेन भओ बिनको बणों भरोसासे करत बे मेहनति और जद्धा जोशिलो भए हँए।
\v 23 तीतसचाहिँ मेरो सहभागी और तुमर सेवामे मेरो सहकर्मी हए, और भैयानके तहिँ मण्डलीको दूत और ख्रीष्टको महिमा हए।
\v 24 तुमर प्रेम और तुमर बारेमे करो हमर गर्व को प्रमाण मण्डलीको सामने जे आदमीके दै।
\c 9
अध्याय ९
\v 1 सन्तके ताहीँ दओ भव भेटीके बारेमे तुमके लिखीरहन मोके जरुरि नैयाँ।
\v 2 काहेकी मए तुमर चाहना जानत हौँ। जा के बारेमे माकेडोनियाके आदमीनके ठिन तुमर गर्व करत मए कहोरहौ, कि पोर सालसे आखैया तयार हुइ रहो हए। तुमर जोशसे बिन मैसे बहुत जैसेनके उत्सह करी हए।
\v 3 पर जा के बारेमे तुमर ताहीँ हम गर्व करो व्यर्थ नाए होबए, और मए कहोअनुसार तुम तयार रहौ करके मए भैयानके पठातए रहो हौ।
\v 4 अगर कोई माकेडोनियाके मिरसँग अएके तुमके तयार नापाइँ कहेसे हम शर्ममे पडँगे, और तुमके फिर कम्ति शर्म नाए हुईहए काहेकी हम तुमर उपर बडो भरोसा करे रहए।
\v 5 जहेमारे तुम प्रतिज्ञा करो भेटीको प्रबन्ध अग्गुसे मिलानके ताहीँ मोसे अग्गु भैयानके तुमर ठीन पठानके मए जरुरी मानो | जहेमारे जा भेटी करकापसे नाए, पर राजीखुशी दओ भओ भेटीके रुपमे तयार होबए।
\v 6 पर बात जहे हए, कि थोरी बोनबारे थोरी या कटनी करहए, और प्रशस्तसँग बोनबारो प्रशस्तसे कटनी करैगो।
\v 7 तओ सब आदमी अपनो मनमे सङक्ल्प करोबमोजिम देबए, इच्छा नाए भवत नाए , नत करकापमे करके | काहेकी खुशी- साथ देनबारेके परमेश्‍वर प्रेम करत हए।
\v 8 परमेश्‍वर तुमके सब आशिष प्रशस्त मात्रामे देन सिकैगो, ताकि तुमरसंग सबदिन हरेक चीज प्रशस्त होबए, और सब अच्छो कामके ताहिँ तुम प्रशस्त मात्रामे देन सिकओ।
\v 9 अइसो लिखो हए, “जौन बोत हए, और गरीबके देतहए, बाको धार्मिकता सदासर्वद रहत हए।”
\v 10 बोन ताहिँ बिज और खान ताहिँ भोजन देनबारो तुमके बिज देहए, और बोमे बढत जए हए, तव तुमर धार्मिकताको फसल बढए हए।
\v 11 तुमरो बडो उदारताके ताहीँ सब बातमे तुम धनी हुइ हौ, जौन उदारतासे हमके परमेश्‍वर चढ़ानबारो धन्यवाद उत्पन्‍न करैगो।
\v 12 जा सेवाको कामसे सन्तको अभाव पूरो हुइ हए , इतकए इकल्लो नाए, परमेश्‍वर घेनको गजम धन्यवादको भाबन उतरके आतहए।
\v 13 सेवाको जा जाँचसे तुम ख्रीष्टको सुसमाचार स्वीकार करन अपनो भावन आज्ञाकारितासे और बिनके ताहिँ और सबएके ताहिँ तुम उदार- चित्तसे दओ भेटीसे परमेश्‍वरको महिमा होबैगो।
\v 14 परमेश्‍वरको अपार अनुग्रह तुमरमे रहानके मारे बे तुमर चाहना करतहए, और तुमर ताहिँ प्रार्थना करत हए।
\v 15 बाको वयान करन नाए सिकन बारो वरदानके ताहीँ परमेश्‍वरके धन्यवाद होबए।
\c 10
अध्याय १०
\v 1 मए पावल, तुमर ठिन नम्र होत् हौ, पर दुर होत तुमर ताहीँ सहासी होत् हौ! ख्रीष्टको नम्रता और कोमलतासे मए तुमके बिन्ती करत हौ।
\v 2 मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि तुमर ठीन आत मए दिखान सोचो बा सहास आत्मा-बिश्‍वासके साथ बिनके दिखान नाए पणए, जौनसे हमके संसारिक तरीकासे काम करत हए कहिके शंका करत हए।
\v 3 काहेकी हम संसारके हए, ताहुँ फिर संसारिक लणाइँ त नाए लणत हए
\v 4। काहेकी हमर लणई अस्त्रा-सास्त्रा संसारीक नाहए, पर किल नाश करन इश्वरीय सामर्थ बोमे हए।
\v 5 परमेश्‍वरके ज्ञानको विरुध्दमे खणा होनबारो बहस और हरेक अहंकारपूर्ण बाधाके नाश करत हए, और सब विचारके ख्रीष्टको आज्ञापालन करनके वश मे करत हएँ।
\v 6 तुमरो आज्ञाकारिता पूराे हुइके पिच्छु सब अनआज्ञाकारिताके दण्ड देन हम तयार बैठंगे।
\v 7 तुम आँखी को सामने भव चिजके देखओ, कोई आदमी जा भरोसा हए कि बो ख्रीष्टको हए कहेसे, अपनए के याद दिबाबए, कि जैसो बा ख्रीष्टको हए, हम फिर ख्रीष्टके नाए हौ।
\v 8 काहेकी हमरो अधिकारके बारेमे मए कुछ जद्धा घमण्ड करो कहेसे फिर मए शर्ममे नाए पणंगो, काहेकी जा अधिकार तुमर बिगारके ताहिँ नाए, पर तुमर सुधारके ताहिँ प्रभु दै हए।
\v 9। मए तुमके लिखो चिठ्ठी तुमके डर दिखानताहिँ हए कहिके मत कहाओ।
\v 10 काहेकी बे कहात हएँ , “बाको चिठ्ठी गहकिले और प्रभावशाली हुइहए, तव बा अपनए उपस्थित होत बा कमजोर होत हए और बाको वचनको कोइ महत्त्व नाए होत हए।”
\v 11 उइसे आदमी जा याद करए, कि हम अपनी अनुपस्थितमे चिठ्ठिसे जो कहात् हए , उपस्थित होत फिर बेहि काम करत् हए।
\v 12 अपनी तारिफ अपनए करनबाले कोइ-कोइ आदमी सँग हम अपनके एकए समुहामे रहन, औरअपनके बिनके सँग दाँजन हम सहाँस नाए करत हएँ। तओबे अपनए अपनेके एक- दुसरेसँग नापके देखत और दाँजत बे बिना समझके होतहए।
\v 13 हम सिमाना नाघके गर्व नाए करतहएँ, पर तुमरे ठिन पुगनके ताहिँ परमेश्‍वर हमके तोकि दै सिमाना भितर रहमंगे।
\v 14 तुमरठिन आएकेता हम बढात चढात घमण्ड नाए करहएँ , काहेकी ख्रीष्टको सुसमाचार लैके तुमरठिन अग्गु पुगन बारे हम रहएँ।
\v 15 हम सिमाना नाघके दुसरेके परिश्रममे गर्व नाए करत हए , पर हमर आशा जा हए , कि तुमर विश्‍वास बढतै जात तुमरे बिचमे हमर क्षेत्र झन बढत जाबैगो,
\v 16 ताकी हम औरके क्षेत्रमे अग्गु हुइके काममे घमण्ड नाए करके तुमके देखके बाहिरको ठाउँमे सुसमाचार प्रचार करन सिकौ।
\v 17 " घमण्ड करनबारे परमप्रभुमे घमण्ड करए।” "
\v 18 कहेकी अपनो तारीफ अपनए करन बारो आदमी स्वीकार नाए करत हए, पर प्रभुके तारीफ करनबारो आदमीचाहिँ स्वीकार करो जए हए।
\c 11
अध्याय ११
\v 1 तुम मेरो थोरी मूर्खता सहे से फिर हुइतो! थोरी सहिदेबौ!
\v 2 ईश्वरीय दिक्कसे मए तुमर से दिक्क भव हओ। एकए लोगा कि पवित्र दुल्हीनके रुपमे तुमके दिखानके ताहिँ मए ख्रीष्टसंग तुमर मगनी करदौ।
\v 3 पर जैसी साँपके अपनो चलाँकीसे हव्वाके फसाई, उइसीय ख्रीष्टघेनको तुमर निष्कपट और चोखो भक्तिसे तुमर विचार भ्रममे पणे हए कि कहिके मोके डर लागो हए।
\v 4 काहेकी अगर कोइ आदमी आएके हमरे प्रचार करे से जद्धा दुसरो येशूके प्रचार करहए कहेसे, और तुम पाओ भओ आत्मासे दुसरो आत्मा तुम ग्रहण करौ तओ कहेसे, अथबा तुम पाए भओ सुसमाचारसे दुसरो कोइ सुसमाचार ग्रहण करहौ कहेसे, तुम जे सबके ठिन सजिलेसे झुकत् हौ।
\v 5 कोइ बातमे मए बे सर्वोच्चो प्रेरितनसे एकु फिर कम नैयाँ।
\v 6 मए जनैया वक्ता नाए भओ से फिर मिर मे ज्ञानको कमी नैयाँ। जा बात हम हरकिसिमसे तुमके सफासे दिखाए दय हए।
\v 7 अपनेके छोटो बनाएके तुमके उच्च बनामऔ कहिके परमेश्‍वरके सुसमाचार मए तुमके फ्रिमे सुनात का मए पाप करो हौ का?
\v 8 तुमरो सेवा करन और मण्डलीसे आर्थिक सहयता लैके मए बे मण्डलीके लुटो।
\v 9 तुमरे संग रहात जब मोके अभाव पणो रहए मए कोइको बोझ नाए भव, काहेकी माकेडोनियासे आए भए भैया मिर अभाब पुरा करी। ताहु फिर कोइ किसिमसे तुमरे उपर बोझ पणहेकी कहीके मए अपनेके रोको और पच्छुके फिर रोकंगो।
\v 10 ख्रीष्टको सत्यता मिरमे हए, और अखैयाको इलाकामे मेरो जा गर्वके कोई रोक नाए पएहए।
\v 11 काहे? का मए तुमके प्रेम नाए करत हौ कहिके हए का? परमेश्‍वर जानत हए, कि मए तुमके प्रेम करत हौँ !
\v 12 पर मए जो काम कर रहो हौँ सो करत रएहौँ, ताकि बे आदमीको दाबीके काट्न सिकौ, जोन धागसे करए सेवा- कर्म हमरो समान हए कहिके कहात हए।
\v 13 काहेकी अइसे आदमी झूठो प्रेरित और छली काम करनबारे हए, और ख्रीष्टके प्रेरितको भेष लगाएके नेगन इकल्लो हए।
\v 14 और जा कोई अचम्मो को बात नैयाँ, काहेकी शैतान फिर ज्योतिमय स्वर्गदूतको भेष धारण करत् हए।
\v 15 जहेमारे जा कोई अचम्मो बात नैयाँ, कि जा दास फिर धार्मिकताको दासके रुपमे अपनो भेष बदलत हए | बिनको अन्त बिनको कामअनुसार हुइहए।
\v 16 मए फिर कहात हौ, कोई आदमी मोके मुरख नाए सम्झए। पर तुम अइसो सम्झत हौ कहेसे फिर मोके मुरखके रुपमे ग्रहण करौ, ताकि मए फिर कुछ घमण्ड करन सिकौ।
\v 17 मेरो जा घमण्डको निश्चयमे, मए प्रभुको अधिकारमे नैयाँ, पर मुर्खकतामे कहि रहो हौ।
\v 18 बहुत आदमि शरिरअनुसार घमण्ड करतहयँ मय फिर घमण्ड करत हौ।
\v 19 तुम अपनै बहुत बुध्दिमान भए हौ कि खुशीसाथ मुर्खके सहतहौ।
\v 20 काहेकी अगर कोई आदमी तुमके कमैया ठहरत हए, अउर तुमके अपनो शिकार बनात हए,औ तुमसे फाइदा उठात हए, और धाक जमात हए, अथबा तुमर मुहमे थप्पर लगात हए कहेसे फिर तुम सब सहत हौ।
\v 21 मए लज्जित हुइके स्वीकार करत हौ, कि हम चाहिँ जा सब सहन नाए सिकन। पर कोई कुछ बातमे घमण्ड करत हए कहेसे, मए फिर बे बातमे घमण्ड करत हौ।हँ, मए मुर्ख कता बोलतहौ।
\v 22 का बे हिब्रू हए? मए फिर हौ। का बे अब्राहामके सन्तान हए? मए फिर हौ।
\v 23 का बे ख्रीष्टके सेवक हए? मए और अच्छो सेवक हौ- पागलकता मए बोलत रहतहौ| मए बहुत मेहनत करो। कैदमे और बहुत चोटी पडो | अनगिन्ती कोर्रा खाओ| मृत्यु को मुहमे बारबार पडो।
\v 24 पाँच चोटी मए यहूदीके हातसे एक कम चालीस कोर्रा खाओ।
\v 25 तीन चोटी मोके लठ्ठीसे मारी| एक चोटी पत्थरसे मारी। तीन चोटी मारी। तिन चोटी मए चढों जहाज ध्वस्त भव।एक दिन एक रात मए समुन्द्रमे नै बिताओं हौ।
\v 26 मेरी बारबारको यात्रामे मए नदीयाके, डाँकुनके जोखिममे, अपनो जातिको आदमिके जोखिममे, अन्यजातिको जोखिममे,सहेरके जोखिममे, उजाड-स्थानको जोखिममे, समुद्रको जोखिममे, झूठा भैयासे आनबारो जोखिममे।
\v 27 मेहनतमे और कष्टमे,कित्तो- कित्तो कच्‍निधामे रातमे, भोक और प्यासमे, बारबार उपवासमे, ठन्डी और नङ्गेमे पडो।
\v 28 तव और बात बाहेक सब मण्डलीको चिन्ताको बोझ मिर उपर हए।
\v 29 कौन दुर्वल हए और मएता नैयाँ? कौन पापमे फासोहए और मएचाहिँ घबणेयानो नाए?
\v 30 मोके गर्व करन पणेहए कहेसे, मए अपनो कमजोरी दिखान बातमे गर्व करेहौ।
\v 31 प्रभु येशूको परमेश्‍वर और पिता, जो सदामान धन्य हए, बो जानत हए, कि मए नाए ठगो।
\v 32 दमस्कसमे अरितस राजाको हाकिम मोके पक्णन दमस्कस सहेर मे ताक धरे रहए।
\v 33 पर भितियाको एक झयालसे डलबाममे धरके मोके तरे उतार दैं बहेमारे मए बिनके हातसे बचो
\c 12
अध्याय १२
\v 1 मोके गर्व करन पण हए। पर बोसे लाभ कुछु नाएहुइसे फिर, प्रभुसे पाओ दर्शन और जोतिकि बात मए करत हौ।
\v 2 ख्रीष्टमे मए एक जनै आदमीके चीनत हौँ, जो चौधा वर्षअग्गु तिस्रो स्वर्ग तक उठाएलैगओं। बो शरीरमे लैगओं कि शरीर विन, सो मए नाए जानत हौँ, परमेश्‍वर जानत हए।
\v 3 मए जा आदमीके चीनत हौ, शरीरमे हए कि विना शरीरमे, बो मोके पता नैयाँ, पर बा आदमी स्वर्गलोकमे उठालैगओं, जा बात परमेश्‍वार जानत हए।
\v 4 और बा हुवाँ नाए बतान बारी बात बो सुनी, जौन आदमी बतकानबारि फिर बात नाए पर गजब पबित्र बातनके सुनि।
\v 5 जा अदमिको पक्षमे मए गर्व करत हौ, पर अपनो पक्षमे कहेसे मेरो कमजोरी बाहेक और बातमे मए गर्व नाए करेहौ।
\v 6 अगर मए गर्व करन इच्छा करहौ कहेस फिर मए मुरख नाए बनंगो, काहेकी मए ठिक मस्कत हुइ हौँ। पर आदमी मिरमे देखिँ और मोसे सुनेसे जद्धा कोइ मोके नाए कहए कहिके मए गर्व करनसे रुकंगो।
\v 7 तव प्रसस्त प्रकाशको कारण घमण्डसे मए अगरो ना फुलौँ कहिके मोए सतान और घमण्डसे रोकन शैतानको दुत, और एक काँटो मिर शरीरमे दै।
\v 8 जा मोसे हटए कहिके मए तीन चोटी प्रभुसे बिन्ती करो।
\v 9 तव मोसे बा कहिँ, “मिर अनुग्रह तिर ताहिँ प्रसस्त हए, काहेकी मिर शक्ति कमजोर मे पुरी होत हए।”जहेमारे ख्रीष्टको शक्ति मिरमे वास करए करके बरु कमजोरमे जद्धा खुशीके साथसे गर्व करंगो।
\v 10 जहेमारे ख्रीष्टके ताहिँ कमजोरमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सतावटमे, आपतमे मए सन्तुष्ट रहत हौ | काहेकी जब मए कमजोर हौँ, तव मए शक्तिशाली हौँ।
\v 11 मए मुर्ख भओ हौँ | तुम मोके अइसे करन कर लगाए, काहेकी तुमरसे त मिर प्रशंसा करन पडो रहए, काहेकी मए कछु नाए भओ से फिर सर्वोच्च प्रेरितसे मए तुच्छ नैयाँ।
\v 12 साँचो प्रेरितके लक्षण पूरा धैर्यसे, चिन्ह चमत्कार और शक्तिक कामसे तुमर बिचमे प्रकट करी रहैँ।
\v 13 और सब मण्डलीक तुलनामे तुम कौन बातमे कम निगाह पाए? हओ, एक बातमे पर तुम मोके क्षमा करन पडैगो, मए तुमर ताहिँ बोझ नाए बनो।
\v 14 अब तिसरी चोटी तुमर ठिन आन मए तयार हौँ। मए तुमर ताहिँ बोझ नाए होमंगो, काहेकी मए तुमर सम्पत्ति नैयाँ पर तुमके चाहत हओ। काहेकी अइया-दौवाके ताहिँ लौडा लौडिया नाए, पर लौडालौडियक ताहिँ त अइया-दौवा जम्मा करन पड्त हए।
\v 15 मए तुमर ताहिँ गजब खुशी साथ खर्च करंगो, और स्वयम अपनए फिर खरचंगो | अगर मए तुमके जद्धा प्रेम करो कहेसे , का मए थोरी प्रेम पामओ?
\v 16 मए तुमके बोझ ना बुकाओ, जा ठिक हए, पर मए चलाकी करके तुमके फसए हौ करके तुम कहत् हौ।
\v 17 मए तुमर ठिन पठाओ भए मैसे कोइ आदमीसे तुमरेसे का मए फाइदा उठाओ का?
\v 18 मए तीतसके जान कहिके आज्ञा करो, और बो भैयाके बिनके सँग पठाओ | का तीतस तुमरसे कोइ फाइदा उठाइ? का हम एकै आत्मासे ना चले? का हम एकए कदममे ना नेगे?
\v 19 का तुम जा सोचत हौ, कि यित्तो समय तुमर अग्गु हम अपनए सफाई देत हए? प्रिय, हम परमेश्‍वारके ठिन ख्रीष्टमे मस्कत हए, तव जे सब तुमके बलियो बनानके ताहिँ हए।
\v 20 काहेकी मए आत मए इच्छा करोकता तुमके ना पाएके, और तुम फिर मोके अपने इच्छा करोकता ना पाएके काहेकी मोके डर लागो हए। साइत हुआ लणाइ, दिक्क, क्रोध,स्वार्थ, बिजरो, निन्दा-चर्चा, अपमान और गोलमाल हुइहए साइत।
\v 21 मोए डर लागत, कि मए फिर आत मिर परमेश्‍वार मोके तुमर ठिन छोटो करइगो, और गजब जनैक ताहि मोए शोक करनपडैगो, जौन अग्गु पाप करी रहए, और अपनए करो आशुद्धता, व्यविचार और छाडापनसे पश्चात्ताप ना करी हए।
\c 13
अध्याय १३
\v 1 तिसरी चोटी मए तुमर ठिन आमंगो। कोइ फिर दोष दुई या तीन साँचिक गवाहीसे साबित करन पडैगो।
\v 2 दुसरी चोटी तुमर बिचमे होत मए तुमके चेताउनि दओ कता अब उपस्थिति ना होत फिर मए तुमके चेताउनी देत हौ। मए फिर आत अग्गु अग्गु पप करन बाले और कोइके फिर मए ना छोड्गो-
\v 3 काहेकी ख्रीष्ट मोएमे बोलत हए कहिके प्रमाण तुम चाहत हौ। तुमरसँगको व्यवहारमे बा दुर्बल ना हए, पर बा तुममे शक्तिशाली हए।
\v 4 काहेकी दुर्बलतामे बा क्रूसमे टङगो, पर परमेश्‍वरको शक्तिमे बा जिन्दा भओ। अइसी हम बकसँग दुर्बल होतहए, पर तुमरसँगको व्यवहारमे परमेश्‍वरको शक्तिसे हम बकसँग जिमंगे।
\v 5 तुम विश्वासमे पक्के हओ कि ना हओ कहिके अपनैके अपनै जाँचके देखौ | अपनैके जाँच।जाँचमे असफल नाए हुइ हौ कहेसे येशू ख्रीष्ट तुमरमे हए कहिके तुमके पता होन पडो रहए !
\v 6 मए आशा करत हौ , कि हम असफल नाए भए हए कहेसे तुम पता पाबैगे।
\v 7 पर हम परमेश्‍वरमे प्रार्थना करत हए, कि तुम कछु खराबी मत करौ | हम जाँचमे सफल भए जैसो मत दिखाबौ। हम असफल भव जैसो दिखाएसे फिर तुमके जो अच्छो हए सो करौ।
\v 8 काहेकी हम सत्यको विरुध्दमे कछु करन नाए सिकत हए, केवल सत्यके ताहिँ ईकल्लाे करन सिकतहए।
\v 9 काहेकी हम कमजोर होत और तुम बलियाे होत हम आनन्दित होत हए। तुमर प्रगतिक ताहिँ हम प्रार्थना करत हए।
\v 10 तुमसे अलग होत मए जा लिखत हौ, जा हेतुसे कि तुमर-ठिन आत प्रभु मोके दौ भव अधिकार करो से मोके प्रयोग करन नाए पणैए। बा त बक बनानके ताहिँ दै हए, फोरनके ताहिँ नाए
\v 11 अन्तमे भैया रेव, अब बिदा पाओ | सिध्दताको लक्ष्य धरौ।सान्ति पाबओ।एक- दुसरेक संग सहमत होबौ। शान्तिमे रहबौ, और प्रिय और शान्तिको परमेश्‍वर तुमरे संग हुइहए।
\v 12 एक दुसरेके पवित्र चुमनसे आदर करीयौ।
\v 13 सबए सन्त तुमके नमस्कार पठाइँ हँए।
\v 14 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह, परमेश्‍वरको प्रेम और पवित्र आत्माको संगति तुमरे सबए संग रहबए।

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\id 2jn Regular
\ide usfm
\h युहन्‍नाकी दुसरी चिठ्ठी
\toc1 युहन्‍नाकी दुसरी चिठ्ठी
\toc2 युहन्‍नाकी दुसरी चिठ्ठी
\toc3 2jn
\mt युहन्‍नाकी दुसरी चिठ्ठी
\c 1
\p
\v 1 एल्डरसे, चुनि भई मिहिला और बिनके लौड़ा लौड़ीयनके जौनके मए सच्चो प्रेम करत हऔ, और मए इकल्लो ना, पर सत्यके चिनन् बारे सबए फिर बिनके प्रेम करत हँए।
\v 2 जौन सत्या हमर भितर हए और हर समय हमर सँग रहए, बहे के खातिर तुमके प्रेम करत हँए।
\v 3 परमेश्‍वर पिता और पिताको पुत्र येशु ख्रिष्टसे अनुग्रह, कृपा और शान्ती हमर सँग सत्यता और प्रेममे रहा बएगो।
\v 4 अइसिए तुमर लौड़ा लौड़ीया मैसे कोई कोईनके मए पितासे पाओ भओ आज्ञाके जैसो नेगत पएके गजबै अनन्दीत् हऔ।
\v 5 अब हे महिला मए तुमके एक नयँ अज्ञा ना लिखो हऔ, पर बहे लिखो हऔ, जो सुरुसे हमर सँग हए- हम एक दुसरेसे प्रेम करैं काहेकी मए तुमसे बिनती करत हँए।
\v 6 बाको इच्छाके जैसो चल्नो ही प्रेम हए। तुमके सुरुसे सुनोभओ आज्ञा जहे हए, कि तुम प्रेम के अनुकरन करऔ।
\v 7 काहेकि भरम् मे डारन बारे बहुत जा संसारमे आएगए हँए। जौन येशु ख्रिष्ट शरीरमे आओ हए कहेके स्विकार ना करत हँए। जहे छलि और ख्रीष्ट बिरोधी हँए।
\v 8 होसियार रहीओ, जौन बातके ताँही तुम काम कर रहे हओ, बा के गुमान नापणए पर पुरो इनाम पान बारो बनओ।
\v 9 ख्रिष्टके सिद्धान्तमे अटल ना रहन बारो, बाक सिमासे बाहिर जान बारो आदमीनके सँग प्रमेश्‍वर ना हए। पर बक सीद्धान्तमे अटल रहन बारेक सँग पिता और पुत्र दोनो होत हँए।
\v 10 यदी तुमर जौने कोइ जा सिद्धान्त ना लाई हए तव बाके अपन घरमे स्वगत मतकरओ।
\v 11 काहेकि बक अभिबादन करन बारो, बक खराब कामके सँग सह भागी होत हए।
\v 12 मए तुमर ताँही बहुतसी बात लिखन चाहत हऔ। पर कागज और मसीसे लिखन ना चाहत हऔ। पर हमर अनन्त पुरो होबए, कहेके तुमर जौने आएके और आमने सामने बात चित करन ताँही आसा करत हऔं।
\v 13 चुनी भई तुमर बहिनियाँ के लौड़ा लौड़ीया तुमके अभिवादन करत हँए।

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\id 2pe Regular
\ide usfm
\h 2 Peter
\toc1 2 Peter
\toc2 2 Peter
\toc3 2pe
\mt 2 Peter
\c 1
पत्रुसको दुसरी चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 येशू ख्रीष्टको दास और प्रेरित सिमोन पत्रुससे, और हमर परमेश्‍वर और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको धार्मिकतामे हमर जैसो अनमोल विश्‍वास पान बारेनके,
\v 2 परमेश्‍वर और येशू हमरो प्रभुको ज्ञानमे अनुग्रह और शान्ति तुमरमे प्रसस्तसे होतजाबए।
\v 3 अपन महिमा और श्रेष्ठतासे हमके बुलान बारो हमके चिनोके बजेसे परमेश्‍वरको ईश्‍वरीय शक्तिसे जीवन और भक्तिनके ताहिँ हमके चाहन बारो हरेक चीज बा देतहए।
\v 4 जहे से हमके बाको अनमोल और महान बादा करी हए,, कि जा संसारको खराब इच्छासे आनबारो भ्रष्टतासे भाजके तुम इश्‍वरीय स्वभावमे सहभागी होबओ।
\v 5 जहेमारे सब किसिमको कोसीस् से तुमर विश्‍वासमे सद्गुण और सद्गुणमे ज्ञान थपौ,
\v 6 ज्ञानमे आत्मसंयम, आत्मसंयममे धैर्य, धैर्यमे भक्ति,
\v 7 भक्तिमे भाइचारा, भाइचारामे प्रेम थपौ।
\v 8 काहेकी जे बात तुमरमे प्रशस्त हए कहेसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको ज्ञानमे जे बात तुमके बेकाम और फेल होनसे बचए हए।
\v 9 काहेकी जे बातमे कमी भओ आदमी त पुराने पापसे शुध्द भओ बात भुलके अँन्धा और दुरकी बात न देखन बारो जैसो होतहए।
\v 10 जहेमारे भैयओ, तुमरो बुलावट और चुनाओ के पक्को करके और जोसिलो होबओ, काहेकी जे चीज करन से तुम कबहू ना गिरैगे।
\v 11 काहेकी अइसी हमर प्रभु मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको अनन्त राज्यभितर तुमरो भव्य स्वागतके संग प्रवेश मिलैगो।
\v 12 जहेमारे जे बात तुमके मए हरदिन सम्झात हओ, अगर तुम जे सब जनतहओ, और तुममे भओ सत्यतामे तुम पक्के हौ।
\v 13 जब तक मए जा शरीरमे हओ, तुमके याद करतए सचेत करन मए ठीक सम्झो।
\v 14 काहेकी मए जानत हौ, हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट मोके दिखाए दैहए कि मिर जा शरीर छोणनको बेरा जौने अएगव हए।
\v 15 मिर मृत्युके पिच्छु फिर तुम जे बात कोइ फिर समयमे सम्झ सकौ, कहिके मए प्रयास करङ्गो।
\v 16 काहेकी हम तुमके हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको महाशक्ति और आनको समाचार देत खराब बातसे रचे भए दन्त्यकथा कहानीके हम अनुकरण ना करे, पर बाको शक्ती प्रत्यक्ष देखन् बारे हम साक्षी हए।
\v 17 बा परमेश्‍वर पितासे आदर और महिमा पाइ हए, जब बा तेजस्वी महिमासे एक वाणी निकरी , “जा मिर प्रिय पुत्र हए, जौनसे मए बहुत खुशी हओ।”
\v 18 बा पवित्र डाँगामे हम बाके संग होत स्वर्गसे आओ बा वाणी हम अपनए सुने रहए।
\v 19 हमरे संग भए अगमवक्तानको वचन और पक्को भओ हए। भुक्भुको उजियारो ना होन तक और तुमरो ह्रदयमे सुबेरेको तारा ना निकरन तक अन्धकारमे पज्रो भओ दिया कता तुम जा वचनके ध्यान देहौ तव अच्छो करेहओ।
\v 20 सबसे पहिले त जा सम्झन पणैगो, कि पवित्र धर्मशास्त्रको कोइ अगमवाणी आदमीनको अपनी व्यक्तिगत व्याख्याके बारेमे ना हए।
\v 21 काहेकी आदमीको इच्छासे कोइ अगमवाणी ना आई , पर पवित्र आत्मासे प्रेरणा पाएके आदमी परमेश्‍वरके घेनसे बोलिँ हए।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जैसी इस्राएलीनके बीचमे झुठे अगमवक्ता फिर रहए, उइसी तुमर बीचमे झुठे शिक्षक ठाणे हुइहए। बे गुप्त रुपसे विनाशकारी झुठे शिक्षा लाएहए, हियाँ तक कि बे उध्दार करनबारो स्वामीके फिर बे इन्कार करहए, और अपने उपर जल्दी बिनाश लएहए।
\v 2 और बहुत जनी बिनको विलासीको स्वभाबके अनुकरण करहए, और बिनके बजेसे सत्यके डगर कि बदनामी हुइहए।
\v 3 लोभके वशमे पणके बे झुठी बात बानएके तुमसे फाइदा उठामङ्गे, बिनको दण्ड अग्गुसे पक्का हुइगओ हए, और बिनको विनाशकी बात जिन्दा हए।
\v 4 काहेकी परमेश्‍वर पाप करन बारे स्वर्ग दुतनके फिर ना छोणी, पर बिनके नरकमे फेकदै, और न्यायके दिनके ताहिँ पातालके अन्धकारमे कैद करके धरे हए।
\v 5 बा प्रचीन संसारके बाँकी ना राखि, पर भक्तिहीनताके संसारमे जलप्रलय करत धार्मिकताको प्रचारक नोआ और सात जनीनके सुरक्षा करी।
\v 6 बा सदोम और गमोरा शहेरनके भसम् करके बिनको नाम निसाना समेत मिटाए दै, और भक्तिहीनके अग्गु बिनके एक उदारहण बनाइ।
\v 7 बा दुष्टनके कमुकतासे ( व्याभिचारसे) बहुत दु:खी भओ धर्मि लोतके बचाई।
\v 8 { बे आदमीनके बीचमे बैठ्त, और दिन प्रतिदिन बिनके गलत कुकर्म देख्त सुन्त, बिनको धार्मिक आत्मामे व्याकुल होतरहए।}
\v 9 अइसी भक्तनके परीक्षासे बचान और भक्तिहिननके न्यायके दिनतक दण्डके ताही पकणके धरन प्रभु जनत हए।,
\v 10 विशेष करके बिनके, जो अशुध्द करन बारे कामवासनामे डुबेरहतहए, और अधिकारको अवहेलना करत हए। जे हठी और अहकंरी होतहए, और स्वर्गीय प्राणीको निन्दा करन ना डरात हए।
\v 11 पर स्वर्गदुत शक्ति और सामर्थ्यमे सबसे बणो होनसे फिर ताहु प्रभुके अग्गु बे प्राणीके निन्दापूर्ण दोष ना लगात हए।
\v 12 पर जे आदमी अपनए ना सम्झी बातके निन्दा करत हए। जे विवेकहीन जनावर जैसे हए, और स्वाभाविक इच्छाके वशमे रहत हए। जे पकणके मरनके ताही जन्मे जैसे हए, और जे पशु जैसे नष्ट हुइहए।
\v 13 अपनो करो खराबीके ताहिँ अपनए फिर खराबी भोगङ्गे , दिनमे भोग-विलासमे मग्‍न राहन ताहि जे खुशीको बात मानत हए। जे दागलागे भएऔर खोंटे सिक्का जैसे हए, और तुमरे संग भोजमे बैठत् जे बेढ़म खातपित मौज मस्तीमे मग्‍न रहत् हए।
\v 14 बिनकी आँखी व्यभिचारसे भरिहए, और जित्तो पाप करत फिर बे ना घबणात हए। बे चंञ्‍चल मन भएनके फुल्सात हए। बिनके ह्रदय लोभमे तालीम पाए हए। बे श्रापितके सन्तान हए।
\v 15 बे सिधि डगर छोणके बे कुकरममे लागे हए। अर्धमको कामको मञ्जुरी लेन मन पणान बारे बोअरको लौंड़ा बालामके पिच्छु बे लागे हए।
\v 16 बे अपन अपराधके ताहिँ हप्की पाई रहए- गुँगो गधह आदमीके बोलीमे बा अगमवक्ताको पागलपनाके रोकदै रहए।
\v 17 बे पानी ना भए चोहा हए, जेआँधीसे उणान बारो धुवाँ जैसे हए। बिनके ताहिँ पातालको अन्धकार धरो पणो हए।
\v 18 बे मूर्खतापूर्ण बणि-बणि घमण्डकी बात करत हए, और कु डगर से भाजके आए भएनके शरीरको मौजमस्तीके कामवासनाके बातमे फसात हए।
\v 19 बिनके स्वतन्त्र करदेनको बादा करत् हए, पर बे अपनए भ्रष्टताके कमैया हए , काहेकी जौन चीज कोइके आदमीके जितत् हए बा चीजको बा कमैया बनजात हए।
\v 20 अगर बे हमर प्रभु और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टके चिनके फिर संसारको दूषित करनबारी चीजसे भाजके पिछु फिरसे बहे पापमे घुमत हए कहेसे बाको अवस्था अग्गुसे और खराब होतहए।
\v 21 धार्मिकताको डगरके जानके बिनके दओ भओ पवित्र अज्ञासे घुमके आनसे त बे धार्मिकताको डगरके ना जानन् अच्छो हुइतो।
\v 22 बिनके ताही जा काहानी सत्य हए, “कुत्ता अपन उल्टीमे घुमके आतहए,” और हदानो सोरा किचमे घुमके आत हए।”
\c 3
अध्याय ३
\v 1 प्रिय, तुमके लिखो जा मेरो दुसरी चिठ्ठी हए, और दोनो पत्रमे कित्तो बातको याद दिलाएके तुमके निष्कपट मनके उत्साहित करो हौ,
\v 2 कि पवित्र अगमवक्तानके अगमवाणी और तुमरे प्रेरितनसे दओ प्रभु और मुक्तिदाताको आज्ञाके तुम सम्झओ।
\v 3 सबसे पहिले तुम जा जानओ, कि अन्तीम दिनमे गिल्ला करन बारे गिल्ला करत, बे अपने अभिलाषामे अइसे कहत आमङ्गे,।
\v 4 "बाको आगमनको प्रतिज्ञा कहाँ गव ? काहेकी पिता-पुर्खा मरए भए दिनसे सब बात सृष्टिको सुरुसे चलेआओ जैसो आज फिर उइसीए हए।"
\v 5 जान-बुझके फिर बे जा बातको वास्ता ना करत् हए, कि परमेश्‍वरको वचनसे स्वर्ग अग्गुसे रहए, और पृथ्बी त पानीसे और पानीद्वारा बनो।
\v 6 बहे पानीसे बा समयको संसार जलप्रलयसे डुबके नष्ट भए।
\v 7 तव बहे वचनसे भक्तिहीन आदमीको इन्साफ और बिनाशको दिनके ताहिँ अबाएको आकाश और पृथ्बी आगीके ताहिँ समरो धरो हए।
\v 8 पर प्रिय तुम, जा एक बात मत भुलओ, कि प्रभुके ताहिँ एक दिन हजार वर्ष कता और हजार वर्ष एक दिन कता हए।
\v 9 अपन प्रतिज्ञाके बारेमे प्रभु ढिलो ना करत हए, पर कोइ फिर नष्ट ना होमए, पर सब जनी पश्‍चाताप करए कहिके इच्छा करके प्रभु तुमरे प्रति धैर्यवान हए।
\v 10 पर प्रभुके दिन त चोर जैसो करके आबैगो, जौनमे आकाश त बणो आवाजके संग बितके जए हए, तत्व आगीके लप्टसे पिग्ल जयहँए, और पृथ्बी और बामे भए सब चीज भस्म हुइहए।औ जामए भए काम प्रघट हुइ हए।
\v 11 जा सब बात अइसी पिघ्लैगो कहिके जानके पवित्रता और भक्तिको जीवनमे तुम कैसो किसिमको आदमी होन पणैगो ? तुमके र्धमीऔर पवित्र जिवन जिन पणैगो।
\v 12 तुमके जल्दी परमेश्‍वरके आनको आसा करन पणत हए। बा दिन आकाश आगिकेद्वारा खतम करे जामङ्गे और तत्वके तेज घामु के तापसे पिगलङ्गी।
\v 13 पर बाके प्रतिज्ञाके जैसो हम नयाँ स्वर्ग और नयाँ पृथ्बीको डगर देख्त हँए, जौनमे धार्मिकता वास करत हए।
\v 14 जहेमारे प्रिय हो, तुम जा बातको प्रतिक्षा करनके बजेसे,बाके दृष्टीमे तुम दाग वा खोट ना भए और शान्तिमे बैठनको प्रयस करओ।
\v 15 हमर प्रभुको धैर्यके मुक्ति मानए जैसो हमर प्रिय भैया पावल फिर उनके दै भइ ज्ञान जैसो तुमके जहे बात लिखी।
\v 16 उनके सब चिठ्ठीनमे फिर जे बात लिखि हए, बिनमे कोइ-कोइ बात सम्झनके कठिन हए, और अशिक्षित और चञ्‍चल आदमी जा बातके और धर्मशास्त्रनके बे बचनके गलतअर्थ लगात, अपनो विनाश लामङ्गे।
\v 17 जहेमारे प्रियहो, तुम जा बातके जानन् के बजैसे अपने आपके सुरक्षासे धरओ ,ताकी व्यवस्था ना जानन् बारे आदमीको छलसे तुम अपने आपके दुर मत लैजाओ, और तुम अपने विश्‍वासके मत गुमाओ।
\v 18 पर हमर प्रभु और मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टको अनुग्रह और ज्ञानमे बढत् जाओ। बाके अभए और सदामान महिमा होबए ! आमेन।

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\id 2th Regular
\ide usfm
\h 2 Thessalonians
\toc1 2 Thessalonians
\toc2 2 Thessalonians
\toc3 2th
\mt 2 Thessalonians
\c 1
थेसलोनिन्के पावलको दुसराे चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 पावल, सिलास और तिमोथीसे, परमेश्‍वार हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिकीनको मण्डलीनके:
\v 2 परमेश्‍वार पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति।
\v 3 भैयओ, तुमरे ताहिँ परमेश्‍वारके सबदिन धन्यबाद देनके हम बाध्य हँए| जाके योग्य फिर हँए, कहेकी तुमरो विश्‍वास प्रशस्त करके बृध्दि हुइरहोहए, और एक- दुसरे प्रति तुमरो हरेकको प्रेम बढरहो हए।
\v 4 जहेमारे तुम सब सतावट और तुम सहेरहे कष्टके बीचमे तुमरो स्थिरता और विश्‍वासके ताहिँ परमेश्‍वारको मण्डलीके बीचमे हम बहुत गर्व कर्तहँए।
\v 5 5परमेश्वाके धार्मिक इन्साफके साक्षी जहेहए, कि तुम परमेश्‍वारके राज्यकेयाेग्गेक ठाहिरन सिकौ, जौनके ताहिँ तुम दु:ख भोग रहेहौ।
\v 6 6 परमेश्‍वार न्यौ कारन बारो हय, बा तुमके दु:ख देनबारेनके दु:ख देहए,
\v 7 और तुम कष्ट पाएभएनके हमरसंग आराम देहए| जा तब हुइहए, जब प्रभु येशू अपन स्वर्गसे प्रघट हुइहए।
\v 8 परमेश्‍वारके नाए चिन्हन बारेऔर हमर प्रभु येशूको सुसमाचार नाए मान्‍नबरेन के बा दण्ड देहए।
\v 9 बे अनन्त विनाशको दण्ड औ प्रभुको उपस्थिति और बाको शक्ति =को महिमासे अलग होनबारो दण्ड भोगेहए,
\v 10 जब बो दिन बाके सन्तानमे महिमा पान और विश्वास कर्नबारेनके आश्चर्यचकित कर्न बो अबैगो, कहेकी तुमके दओ हमरे साक्षीमे तुम विश्वास करे।
\v 11 जा मारे हम तुमके सबके ताहिँ लगातार प्रार्थना फिर कर्तहए, कि हमर परमेश्‍वार तुमके अपन बोलावटको योग्य बनाबए, और हरेक अच्छाे उदेश्य और विश्‍वासके कामसे बाको शक्तिसे पूरो करदेबए,
\v 12 ताकि हमए परमेश्‍वार और प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह अनुसार हमर प्रभु येशूको नाउँ तुमरमे महिमित होबए, और तुम बामे।
\c 2
अध्याय २
\v 1 भैया तुम, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको आग्मनके बारेमे और बाके भेटन हम एकसाथ इकठ्ठा होनके बारेमे हम तुमसे बिन्ती कर्तहए,
\v 2 कि कोइ अगमवाणी और वचन औ कोइ पत्र प्रभुको दिन नजिक आओ हए करके बतामए तव, बे हमसे आए हँए करके तुमरो मन हल्दी नडगमगा -बए औ तुम मतघबणैओ।
\v 3 कोइ फिर कोइ किसिमसे तुमके धोखा नाएदेबए। कहेकी पहिले विद्रोह नाए भए तक पापको आदमी, और सर्वनाशको लौणा प्रकट नाए भएतक बो दिन
\v 4 आबैगोनए। येशु ईश्वर कहो भव सब औ पूजे चीझनको बिरोध करेहए और बोसे अपनएके उचाे बनाएहए, हियाँ ताकि अपनए परमेश्‍वार- रय घोषणा करेहए परमेश्‍वारको मन्दिरमे बा बैठैगो।
\v 5 का तुमके याद नैयाँ, मए तुमरे संग रहत मए जा बात तुमसे कहो रहौ?
\v 6 येशु अपन समयमे प्रकट होबए करके कौन बात बाके हबए तक रोकेहए, जा तुम जन्तहौ।
\v 7 कहेकी अधर्मको रहस्य अग्गुसे काम कर रहोहए। हबए तक जौनबाके रोकरहो हए, बा नाएहटन तक बा रोकिरैहए।
\v 8 8 तव बो पापको आदमी प्रकट हुइहए, जौनके प्रभु येशू अपन मुहूको साससे नाश करेहए, और बाको आगमनको प्रकाशसे बाके नाश करेहए|
\v 9 9 शैतानको काम बमोजिम पापको आदमी सारा शक्ति और छलपूर्ण चिन्ह और चमत्कारसहित,
\v 10 और नाश होनबारे छलमे पणन समस्त दुष्टतासहित अबैगो, कहेकी बे सत्यके प्रेम कर्न और उइसी बाँचन इन्कार करीँ |
\v 11 जहेमारे बे झुटा बातमे विश्‍वास करए कर्के परमेश्‍वार बिनके उपर एक शक्तिशाली भ्रम पठाबैगो,
\v 12 ताकि सत्य उपर विश्‍वास नाएकरए, पर अधर्मिकतामे आनन्द मनानबारे सब दोषी ठ्हिरए।
\v 13 प्रभु प्रेम करे भैयनके, तुमरे ताहिँ हम परमेश्‍वारमे सबदिन धन्यबाद चढनके बाध्य हए, कहेकी सुरुय से पवित्र आत्मासे पवित्र बनानबरो कामसे और सत्यता उपरको विश्‍वाससे बाँच्‍नके ताहीँ परमेश्‍वार तुमके चुनिहए।
\v 14 जहेके ताहिँ हमर सुसमाचारसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको महिमा प्राप्त कर्न बा तुमके बुलाई हए।
\v 15 जहेमारे भैया ओ, मजबुत हुइके खणा होबओ, और चहु मुहुको वचनसे होबए, चहु हमर चिठ्ठीसे होबए: तुम जो शिक्षा पाएहौ बिनके रोके -रखओ।
\v 16 अब हमके प्रेम कर्नबारो और अनुग्रहसे अनन्तको सान्‍ति और उत्तम आशा देनबारो हमर पितासे,
\v 17 तुमरे ह्रदयके सान्‍ति देबए और हरेक अच्छाे काम और वचनमे तुमके अटल कराबए।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 अन्तमे भैया रेव हमर ताहिँ प्रार्थना करओ, ताकि प्रभुको वचन जल्दीसे पुरो फैलए और बिजय होबए, जैसी तुमरे बीचमे भव फिर रहए,
\v 2 और हम दुष्ट औ परमेश्‍वारसे दुरभए आदमीनसे छुट्कारा पान सीकएँ,काहेकी सबएसँग बीसवास नाए होतहए ।
\v 3 पर प्रभु त बिश्‍वास योग्य हए। बो तुमके स्थिर करैगोऔर दुष्टसे सुरक्षित रखाबैगो।
\v 4 हम जौन बातके आज्ञा देतहए, बे तुम कर रहेहौ और करेहौ करके हम तुमरे बारेमे प्रभुमे भरोसा कर्तहए।
\v 5 प्रभु तुमके ह्रदयसे परमेश्‍वारको प्रेम और ख्रीष्टको शान्तिघेन लैजाबए।
\v 6 अब भैया हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम तुमके आज्ञा देतहए, कि हमसे तुम पाओ भव शिक्षामे नाएचल्नबारे सबय अल्छी भैयनसे अलग बैठओ।
\v 7 कहेकी तुम कैसे हमर अनुकरण कर्नपणैगो सो तुम अपनए जन्तहौ| हम तुमरेसंग रहत अल्छी हुइके बैठेनाए।
\v 8 हम कोइ कि रोटी सेतएमे खाएनाए। पर तुमके कोइके भार नाएहोबए करके हम रातदिन परिश्रमसाथ खटके काम करे।
\v 9 सहायता पान हमर हक नाएहुइके नायाँ, पर हमर आचरण तुमरे ताहिँ एक अच्छाे बनए, करके हम अइसे करे।
\v 10 तुमरे साथमे रहत् हम तुमके जा आज्ञा दए रहए, “कोइ काम नाए कर्त हए तव बो नाए खाबए।”
\v 11 कहेकी हम सुन्तहए, कि तुमर मैसे कित्तो अल्छी जीवन बितए रहेहए| बे अपनए त कोइ काम कर्त नैयाँ पर औरनके काममे व्यर्थमे हात डार्तहए।
\v 12 अब अइसे आदमीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम आज्ञा और अर्ती देतहए, कि बे चुपचाप अपन काम करए और अपन जीवन चलामए।
\v 13 तुम त भैयओ भलाइ कर्नमे थकित मत होबओ।
\v 14 जा चिठ्ठीमे हमर कहिँ बातके अगर इन्कार करेहए तव, बो आदमीनके चिन्‍हेरखओ और बोकेसंग कोइ सम्बन्ध मतरखओ, और बो शर्ममे पणए।
\v 15 ताहुफिर बोके शत्रु जैसो मत मानिओ, पर भैया जैसो करके बोके चेताउनी देओ।
\v 16 अब शान्तिको प्रभु अपन सब समय, हरतरहसे तुमके शान्ति देबए। प्रभु तुमरे सबके संग रहबए।
\v 17 मए पावल, अपने हातसे जा अभिवादन लिखतहौ। मिर सब चिठ्ठीको चिन्ह जहे हए।
\v 18 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर सबके संग रहबए।

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\id 2ti Regular
\ide usfm
\h 2 Timothy
\toc1 2 Timothy
\toc2 2 Timothy
\toc3 2ti
\mt 2 Timothy
\c 1
तिमोथीके पावलको दुसरी चिठ्ठी
आध्याय १
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे भए जीवनको प्रतिज्ञा अनुसार परमेश्‍वरको इच्छयसे ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे,
\v 2 मिर प्यारे बालक, तिमोथीके: परमेश्‍वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति ।
\v 4 जब मए तुमके निरन्तर अपन प्रार्थनामे सम्झत हौं,मए परमेश्‍वरके धन्यवाद देत हौँ, जौनको सेवा मिर पिता पुर्खा करे जैसो मए शुद्ध विवेकसे कर्त हऔ
\v 3 ।तिर आँशु सम्झत् रातदिन तोसे भेटन मेरो उत्कट इच्छा होतहए, और मए आनन्दसे भरन सकौँ।
\v 5 मोके तुम्हर निष्कपट विश्‍वासको सम्झना होतहए। बा विश्वास, जो पहिले तुमरी दादी लोइसमे रहए, और तुमरी अइया युनिसमे तव मोके निश्चित हए, बो विश्वास तुमर मे फिर हए।
\v 6 जहेमारे मए तुमके याद करबात हौँ, कि मए तुमर उपर हात धरके तुम मिलो भओ परमेश्वरको वरदानके चम्काए राखओ।
\v 7 काहेकी परमेश्‍वर हमके डरको आत्मा नाए , पर शक्ति, प्रेम और आत्मासंयमको आत्मा दैहए।
\v 8 जहेमारे हमर प्रभुको गवाही देन शर्म मतमनओ, मए, बाको एक कैदी हौ,, पर परमेश्वरको शक्तिमे सुसमाचारके ताहिँ दु:ख भोगनमे तुम सहभागी होबओ ।
\v 9 बा हमके उध्दार करी रहए, और एकए पवित्र बोलावटसे बुलाई रहए। हमर कामके आधरमे ना, पर बाको अपन इच्छा और अनुग्रहके आधरमे हए, जो बा ख्रीष्ट येशूमे युग-युग अग्गुसे हमके दै रहए ।
\v 10 जौन अनुग्रह अब हमर मुक्तिदाता ख्रीष्ट येशूको आगमनसे प्रकट करी हए ।जौन मृत्युके नाश करीरहए, सुसमाचारसे कबहु नष्ट नहोन बारो जीबन लातहए ।
\v 11 जहे सुसमाचारके ताहिँ मए एक प्रचारक, प्रेरित और शिक्षक नियुकत् भव हौँ।
\v 12 जहेमारे मए जा बात भोगो फिर हौँ। पर मए ना शर्मात हौँ, काहेकी मए कौन उपर विश्वास धरे हौँ सो मए जनत हौं, और मोएँ बिश्वास हए, जौन चिज मए बाके सुम्पो हौँ, बा चिज बोअन्त के दिनसम्म सुरक्षित् धरन बारो हए ।
\v 13 ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वास और प्रेममे तुम मोसे सुने सच्ची बातको आज्ञाके अपनाबौ ।
\v 14 तुमके जिम्मा लागओ सत्य हमरमे वास करन बारो पवित्र आत्मासे सुरक्षित् राखए ।
\v 15 एशियामे होनबारे सबए मोसे बाराने तुमके पतए हए, बे मैसे फुगेलस और हर्मोगेनस पणत् हए।
\v 16 प्रभु ओनेसिफरसके घरानाके कृपा करए, काहेकी बे मोके बहुत हौसला दैँ रहँए, और मिर साँकरको शर्म ना मनत रहए,
\v 17 पर बे रोममे आएके पिच्छु बहुत ढुणके मोके भिटाने |
\v 18 प्रभुके दिनमे बिनके प्रभु कृपा करए और तुमके अच्छेसे पता हए, एफिससमे बे मिर पुरा मद्दत करी रहँए।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जहेमारे तुम, मेरे बालक, ख्रीष्ट येशूमे भव अनुग्रहमे तागड़े होब।|
\v 2 बहुत जनै साक्षीनके उपस्थितिमे तुम मोसे जो बात सुने हौ, बे औरनके फिर सिखान सकन बारे बिश्वासयोग्य आदमीनके सौप देओ।
\v 3 ख्रीष्ट येशूक असल सिपाही कतामिरसँग दु:ख भोगौ ।
\v 4 सेनामे भर्ना भव सिपाही और काम ना करत हए, काहेकी बो अपन हाकिमके खुसी रखाए कबाए।
\v 5 प्रतियोगितामे नियमबमोजिम भाग ना लेन तक कोइ खेलाडी फिर इनाम ना पए हए ।
\v 6 परिश्रम करन बारो किसान बालीक पहिलो हिस्सा(भाग) पान पड्त् हए।
\v 7 मिर कही बातमे विचार करओ, काहेकी हर बातमे प्रभु तुमके सम्झम बालो ज्ञान देबैगो ।
\v 8 मरे से जीन्दा भव दाऊद वंशको येशू ख्रीष्टके सम्झना करओ, मए प्रचार करो सुसमाचार जहे हए।
\v 9 जौन बातके ताँहि मएँ दोसी जैसो बन्धनमे पणनतक कष्ट भोगो | और परमेश्वरको बचन बन्धनमे ना पणो हए |
\v 10 जहेमारे चुनेनके ताँहि मए हरेक बात साहत् हौं, ताकि बे फिर अनन्त महिमा साहित् ख्रीष्ट येशूमे भव मुक्ति प्राप्त कर पामए|
\v 11 जा कहाई पक्कि हए, अगर हम बाके संग मरहँए तओ, हम फिर बाके संग जिमंगे,
\v 12 हम सह्मंगे तओ, हम फिर बाके संग राज्य करंगे, हम बाके इन्कार करंगे तओ, बा फिर हमके इन्कार करहए,
\v 13 हम अविश्वासी हँए तओ, बा विश्वासयोग्य रहबैगो, काहेकी बा अपनएके इन्कार ना कर हए।
\v 14 जा बात बिनके घरीघरि सम्झए देओ, और प्रभुके अग्गु आज्ञा देओ, कि बे शब्दके बारेमे बातचित ना करएँ जौन भलाइ कर्त न, पर केवल सुननबारेके नुक्सान पुगातहए |
\v 15 शर्मान ना पणए और सत्यको वचनके ठीकसे प्रयोग करन बारे कामदार जैसे अपना अपनएके परमेश्‍वरमे ग्रहणयोग्य बानन भरमग्दुर प्रयत्न करओ।
\v 16 भक्तिहीन बात त्यागओ, काहेकी जा से आदमीनके और जद्धा बिनाभक्ति घेन लए जए हए ।
\v 17 बिनको बातचित सणोँ घाउ हानि फैलत जात हए । बिन मैसे हुमेनियस और फिलेतस हँए ।
\v 18 पुनरुत्थान अग्गु हुइगओ हए करके जे सत्यसे तर्के हँए , कित्तो जनैनको विश्वासके त जे खलबलाए रहेहँए ।
\v 19 "पर परमेश्वरको दृढ जग खड्ए रहातहए, और बा मे जा छाप लागो हए, “प्रभु अपन जातिके चिन्तहए,” और "प्रभुको नाउँ लेन बारे जित्तो अधर्मसे दुरए रहबएँ ।”
\v 20 बणो घरमे सोनो और चाँदीके बरतन इकल्लो ना होतहँएँ, पर कठ्ठा और मट्टीके फिर बारतन होतहँए, कोइ आदर और कोइ अनादरके ताहिँ प्रयोग होतहँएं ।
\v 21 जो चिज अनादरके हँए, अगर कोइ बासे अपनएके शुध्द करैगो तओ, बा आदरको कामके ताहिँ एक पात्र बनैगो, और घरको मालिकके ताहिँ चोखो, उपयोगी, और कोइ असल कामके ताहिँ तयार रएहए ।
\v 22 जहेमारे जवानीके अभिलाषा त्यागओ, और शुध्द ह्रदयसे प्रभुको नाउँ लेनेके संगसंग धार्मिकता, विश्वास, प्रेम और शान्तिको लक्ष्य राखओ ।
\v 23 पर मुर्ख और बेसमझको सवाल जवाफके इन्कार करओ -तुम जान्त हौ जिनसे लाडई होतहए ।
\v 24 परमेश्‍वरको सेवकके लणन्का होन ना पड्त हए, पर बे सब के ताहिँ दयालु, योग्य शिक्षक, सहनशिलत होनपड्त हए ।
\v 25 और नम्रता साथ अपन विरोधीनके सुधार्न बारो होन पड्त हए, और शायद परमेश्वर बिनके पश्चात्ताप करन, सत्यताके बुझन ज्ञान देतहए ।
\v 26 और बे चेतना पाएके दियाबलसके फन्दासे उमकंगे, जौन बिनके बाको इच्छाअनुसार चलनके कैदी बनाए हए ।
\c 3
आध्याय ३
\v 1 पर जा याद करओ, कि आखिरी दिनमे डरलागन बारो समय अबैगो ।
\v 2 काहेकी आदमी अपनए इकल्ले माया करन् बारे, रुपैया पैसाको लालच करन बारे, घमण्डी, ढिट, औरको बदनाम करन बारे, अइया-दौवाको आज्ञापालन ना करन बारे,बिना गुन भए और अपवित्र,
\v 3 स्वाभाविक प्रेमनभएके, खुशी ना कर पनबारे, औरेको बिजरो करन बारे, दुरचारी, क्रूर, अच्छी बातके घिणना करन बारे,
\v 4 विश्वासघाती, उत्ताउला, अहङाकारसे फुले, परमेश्वरसे जद्धा सुख-विलासके प्रेम करन बारे,
\v 5 भक्तिको भेष लेनो, पर बाको शक्तिके इन्कार करन बारे होमंगे । अइसे आदमीनसे अलगए बैठओ ।
\v 6 काहेकी बिन मैसे कोइ-कोइ घर-घर घुसके पापसे थिचरे और बिभिन्‍न पापके कब्जामे पणे कमजोर बैयरनके अपन अधीनमे करत हँए ।
\v 7 जौन बैयर सिखन त सदामान सिखत हँए, पर सत्यको ज्ञानमे कबहु आए ना पात हँए ।
\v 8 जैसे यान्‍नेस और याम्ब्रेस मोशाको विरोधमे खडा भएहँएँ ,आइसीयए जे झुठे शिक्षक सत्यके विरुद्धमे खडा होतहँएँ । बिनकी मन भ्रष्ट हुईगईहए, औ बे विश्‍वासके इन्कार कर्त हँए ,
\v 9 पर बे अदमीऔर जद्धा ना टिकंगे , काहेकी बे दुई आदमीको जैसो बिनको मुर्खता सबए के ठिन प्रकट हुइहए ।
\v 10 अब त तुम मिर शिक्षा, मिर बानी, मिरजीवनको लक्ष्य, मिर विश्वास, मिर धैर्य, मिर प्रेम, मिर स्थिरता , सहनशक्ति,
\v 11 मिर सतावटके और मिर कष्टनके एन्टिओखियामे, आइकोनियामे और लुस्त्रामे मिर उपर का पणन आओ और कैसे-कैसे सतावट सहो, ताहु फिर बे सबएसे प्रभु मोके बचाई।
\v 12 ख्रीष्ट येशूमे भक्तिसाथ जीवन बितानके इच्छा करन बारे आदमी सतावटमे पणत हँए।
\v 13 पर दुष्ट आदमी और ठगान बारे और खराब होत जयहँए,बे दुस्रेक दिमाक खराब करहँए और अपन फिर औरेनसे दिमाक खराब करबैहँए ।
\v 14 पर तुम त अपनए सिके और दृढसंग विश्वास करे जे बातमे लागेरहौ| बे कौनसे सिकेहौ, सो तुम अपनए जान्त हौ ।
\v 15 तुम बालक काल से पवित्र-धर्मशास्त्रसंग परिचित हौ, जौन ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वाससे मुक्तिके ताहिँ तुमके बुद्धिमान बनाए सकत हए।
\v 16 सबए पवित्र-शास्त्र परमेश्वरको प्रेरणासे भव हए, और जा सिकानके, अर्ती देनके, सच्यानके, धार्मिकतामे तालिम देनके ताँही लाभदायक होतहए,
\v 17 ताकि परमेश्वरको जन हरेक आच्छो काममे पूर्ण रुपसे उत्साहित हुइके शुद्ध होबए।
\c 4
आध्याय ४
\v 1 परमेश्वरके सामने और जिन्दा और मरेनको इन्साफ करन आनबारो ख्रीष्ट येशूके सामने, और बाको आगमन और राज्यके ध्यानमे धरके मए तुमके कडा आज्ञा देत हौँ:
\v 2 वचन प्रचार करओ, सजिलो और असजिलो दुनए बखतमे तत्पर बैठओ। सबए किसिमको धैर्यमे और शिक्षासे सुधारौ, दरपऔ और उपदेश देऔ।
\v 3 काहेकी अइसो समय आए रहोहए, जब बे ठीक शिक्षाके ना सहान बारे होमंगे । पर अपनएऔर के मन पणि बात इकल्लो सुनन चाहंगे, और अपन रुचीअनुसार शिक्षा देन बलो शिक्षकसे घिरङ्गे।,
\v 4 और सत्य बात सुननसे बारए जए हँए, कहानी घेन घुमके चले जए हँए।
\v 5 पर तुम दरिलो होबौ, कष्ट भोगओ, प्रचारको काम करओ, अपन सेवा पुरा करओ।
\v 6 काहेकी, मए त पुजनाके रुपमे अर्पण होन लागो हौ, और बिदाइको बेरा आइ गओ हए।
\v 7 मए उत्तम लणई लणो हौँ। मए दौड सकाए डारो हौँ| मए विश्वासके बचाए रहो हौ।
\v 8 मिर ताहिँ धार्मिकताको मुकुट धरोहए, जो धार्मिकताको न्यायधीश प्रभु बा दिन मोके देबैगो, और मोके इकल्लो नाए, पर बाको पुनरागमनके प्रिय मानन् बारे सबके देबैगो।
\v 9 मेरे ठिन आनके भरसक कोसिस करओ।
\v 10 काहेकी डेमास जा वर्तमान संसारके प्रेम करी मोके त्यागके बा थेस्लोनिकेमे गओ हए| क्रेसेन्स गलातियामे गव हँए, और तीतस त दलमातियामे।
\v 11 लुका इकल्लो मिर संग हए| मर्कूसके ढुणके तुमरे संगए लाबओ, काहेकी बा मिर सेवा करनमे खुबए जुगणी हए।
\v 12 पर तुखिकसके मए एफिससमे पाठओ हौँ।
\v 13 त्रोआसमे कार्पस ठिन मए छुडो पिछौडा और किताबनके विशेष करके चर्मपत्रनके तुम आबौ तौ तुमरे संग लैके आओ।
\v 14 तमौटे अलेक्जेन्डर मोके बहुतए खराबी करी| प्रभु बाके बाको कामअनुसार बदला देबैगो|
\v 15 बासे तुम फिर होशियार वैठओ, काहेकी बा हमर प्रचारको घोर विरोध करी|
\v 16 मिर पहिलो प्रतिवादमे कोइ मिर पक्ष लै ना, पर सब मोके त्यागीँ जा बातको दोष बिनके ना लागए !
\v 17 पर सब अन्यजाति सुन सकएँ कहिके प्रभु मेरे सँगमे खणा भव, और सबए रुपसे वचनको धोषणा करन मोके शक्ति दै| और मए बघटाको मुहूसे छुटकारा पओ|
\v 18 प्रभु मोके सब खराबीसे जुगाई हए, और बाको स्वर्गीय राज्यके ताहिँ मोके उध्दार करैगो| बाके सदासर्वदा महिमा होबए| आमेन|
\v 19 प्रिस्कीला और अकिलासके और ओनेसिफरसके घरानाके अभिवादन कहिदिओ।
\v 20 इरास्तस कोरिन्थमे बैठो,पर त्रोफिमसके त मए मिलेटसमे बेमारी हालतमे छोणो।
\v 21 हिउँतसे अग्गु आनके भरसक्त कोसिस करओ| युबुलस तुमके अभिबादन पठाइ हए, और पुडेस, लिनस, क्लौडिया और सब भैया फिर।
\v 22 प्रभु तुमर आत्मा संग रहबए| तुमरसंग अनुग्रह रहबए।

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\ide usfm
\h युहन्‍नाकी तिसरी चिठ्ठी
\toc1 युहन्‍नाकी तिसरी चिठ्ठी
\toc2 युहन्‍नाकी तिसरी चिठ्ठी
\toc3 3jn
\mt युहन्‍नाकी तिसरी चिठ्ठी
\c 1
\p
\v 1 प्यारो एल्डरसे मिर सङ्गी गयासके जौनसे मए सच्चो प्रेम करत हओ।
\v 2 प्रिय सङ्गी मए प्राथना करत हओ, की सबए बातमे तुमर भलो होबए और तुमरो स्वास्थ्य ठीक राहाबय तुमर आत्मीक जीवन ठीक हए कहिके मए जानत हओ।
\v 3 कित्तो जनी आएके तुमर जीवनको सत्य गवाही दईं, मए बहुत अनन्दीत भओ। तुम नेहात्यही सत्यको अनुकरण करत हओ।
\v 4 मिर लौड़ा लौड़ीया सत्यको अनुकरण करत हँए, कहिन बारी बात सुनन पानो और जादा अनन्दको मिर ताँही का बात हुइ सकत हए।
\v 5 मिर प्रिय तुम विश्‍वास योग्यके काम करत हओ जब तुम अपने दादा भइयाको, विशेष करके परदेशीनको सेवा करत हओ।
\v 6 बे मण्डलीके अग्गु तुमर प्रेमकी गवाही दई हँए। परमेश्‍वरके अग्गु मन पणन बारो कहिके विनके यात्रामे जान प्रवन्ध मिलाए दए हओ, कहिके तुम अच्छो करत हओ।
\v 7 काहेकी अविश्‍वासीनसे कछु ना लइके बे बक नाउके ताँही यात्रामे निकरे हँए।
\v 8 जहए बजैसे अइसे आदमीको सेवा सत्कार करन पडथहए, ताकी हम सत्यताके सहकर्मी बन सकए (हात वटानबारे)।
\v 9 मए मण्डलीके कछु बात लिखो रहऔ, पर तुमरे विचमे बडो होन ढुडन बारे डियोत्रिफस मिर अधिकारके ना मानत हए।
\v 10 जा कारन जब मए आमङ्गो बाको करो भओ कामको बातके उठामङ्गो। हमर विरुद्धमे वा खराब वचन बोलत जात हए। इत्कामे सन्तुष्ट ना हुइके बा भइयनके स्वागत करन इन्कार करत हए, और विनके स्वागत करन बारेनके फिर रोकत हए, और विनके मण्डलीसे बाहेर निकार देतहए।
\v 11 मिर प्रियो खराबीके अनुकरण मत करओ पर भलाई को अनुकरण करओ जौन भलो करत हए, बा परमेश्‍वरको हए, जौन खराबी करत हए बा परमेश्‍वरके ना देखी हए।
\v 12 डेमोत्रियासके ताँही त सबए आदमी गवाही दई हँए, और सत्य फिर जा गवाही देत हए। हम फिर गवाही देत हँए, और तुम जानत हओ की हमरो गबाही सत्य हए।
\v 13 मोके बहुत बात लिखन रहए पर मसी और कलमसे बे तुमके लिखत ना हऔं।
\v 14 पर तुमके बहुत जल्दी मिलनको आशा करत हऔं और हम आमने सामने मिलके बात करङ्गे।
\v 15 तुमके शान्ती मिलए। सबए सङ्गीनसे तुमके अभिवादन। सङ्गीनके नाउ लैके अभिवादन देबओ।

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\c 1
प्रेरतनके काम
अध्याय १
\v 1 प्याराे थियोफिलस, येशू काहन् और सिखान लागो सब बातमे मेरो सुरुकि किताबमे मए लिखो हओं।
\v 2 अपनए छाने भए प्रेरितनके येशू पवित्र आत्मासे आज्ञा दैके पिच्छु बो स्वर्ग उपर चलो गओ कुछ दिनतक सब बात जा किताबमे लिखिहए ।
\v 3 अपन दु:ख-भोगके पिच्छु बहुत अग्ठो प्रमाणसे बिनके सामुने बा अपनाएके जिन्दा प्रस्तुत करी। चालिस दिनतक बा बिनके ठिन दिखानो और परमेश्‍वरको राजके बारेमे बिनके बताई ।
\v 4 बिनके सँग खानके बैठो बा बिनके अइसो आढई, “तुम यरुस्लेमसे कहुँ मत जइऔ, पर पिता कहि भइ प्रतिज्ञाको आसरा करीओ जक बारेमे तुम मोसे सुन लए हौ ।”
\v 5 काहेकी यूहन्‍ना त पानी से बप्तिस्मा दै, पर अबकी थोरी दिनमे तुमर पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा होबैगो ।”
\v 6 जहेमारे जब प्रेरित इक्ठ्ठा भए, तओ बे बासे पुछीं, “हे प्रभु, का तुम इस्राएल राज्यके फिर से (पुनस्थापन) बनाए देहौ?”
\v 7 बा बिनसे कहि, “पिता अपन अधिकारसे तुको भौ दिन और समय जानन तुमरो काम ना हए ।
\v 8 पर पवित्र आत्मा तुममे अएहए तओ तुम शक्ति पए हौ, और तुम यरुशलेममे, सबए यहुदियामे, सामरियामे और पृथ्बीके अन्तिम छोर तक मिर साँची हुइहौ ।”
\v 9 ।” बा जा बात कहिके पिच्छु, बे देख्तय देखत् बा उपर चलो गओ और बादर मे बा बिनकि आँखी के अग्गु से लोप हुइगओ ।
\v 10 जब बे बाके बादरघेन जात एकटक लगाएके देखत रहएँ, तओ एकबरि सेतो लत्ता लगाए दुई आदमी बिनके जौने आएके ठाड़ीगए ।
\v 11 बे कहिँ, “गालीलके आदमीयों, तुम काहे बादर घेन ठाडे देखत् हौ ? जहे येशू जो तुम मैसे स्वर्गमे लै गओ हए, अभए जैसे तुम बाके स्वर्गमे जात देखेहौ, उइसी बा फिर आबैगो ।”
\v 12 तओ बे जैतुन कहान बारो पहडसे यरुशलेम मे घुमे । यरुशलेमसे जा पहड लगभग: एक किलोमिटार दुर पडत् हए ।
\v 13 सहेर भितरघुसके पिच्छु बे उपरके पणमे अपन बैठन बारो कोनोमे चढे । बे पत्रुस, यूहन्‍ना, याकूब अन्द्रियास, फिलिप और थोमा, बारथोलोमाइ और मत्ती, अल्फयसको लौड़ा याकूब और उग्रपन्थी दलको सिमोन और याकूबको लौड़ा यहूदा रहँए ।
\v 14 गजब बैयर और येशूकी अइया मरियम और बोके भैयानसँग जे सब एक मन हुइके लगातार प्रार्थना करत् रहँए ।
\v 15 बे दिनमे भैयनके बीचमे पत्रुस ठाड़ो {जे आदमीको संख्या लगभग: एक सय बीस रहए}, और कहि,
\v 16 "भैयारेओ, धर्मशास्त्रको वचन पुरा होनके रहए, जौन वचन येशूके पकड्न बारोको अगुवा यहूदाके बारेमे अग्गुयएसे दाउदके मुहुसे पवित्र आत्मासे मस्की ।
\v 17 काहेकी बाको गिन्ती हम्रीए सँग भओ रहए और जहे सेबामे बा हिस्सा पइ रहए ।
\v 18 बा आदमीके अधर्मको कमाइसे एक जामिन मोल लै, और मोडके बल गिरो और बाको भोण फट्के, और बाको सबय आँति-भोण निकरगव ।
\v 19 जहे बात यरुशलेमके सबय बाशिन्दानके पता हुइगव । बा जामिनको नाउँ बे अपने भाषामे आखेल्दामा धरी, औ रगतको खेत ।
\v 20 पत्रुस कहि, काहेकी भजनके किताबमे अइसो लिखोहए, 'बाको बैठनबारो ठाउँ उजाड होबए, और हुवाँ बैठन बारो कोइना होबए, और बाको कामको जिम्मेबार दुसरो लेबए ।'
\v 21 जहेमारे हमर सँगमे रहन बारे आदमी मैसे एक जनी के छानन् जारुरि हए, जौन आदमी प्रभु येशू हमर बीचमे रहिके भितर-बाहिर कर्त सब दिन हमर सँग रहए,
\v 22 औ अइसो आदमी जो यूहन्‍नाके बप्तिस्मा से लैके बा हमसे उपर लैजानके दिन तक हमर सँग रहए | बा आदमी हम्रे सँग सँगए बाको पुनरुत्थानको साँची होनपडैगो ।”
\v 23 बिनमैसे दुई जनै, औ बारसाबास कहान बारो योसेफ, जौनको कुलनाउँ युस्तस रहए, और मतियासको नाउँ प्रस्ताव करी ।
\v 24 बे अइसे प्रार्थना करीँ, “सब आदमीको ह्रदयको बात जान्‍न बारो प्रभु, जे दुई मैसे तुम कौनके छँटेहौ सो हमके दिखाए देओ,
\v 25 और बा जा सेवा और प्रेरितको काममे घुश पाए, जौन सेवासे यहूदा भड्कके अपन ठाउँमे मरीगओ ।”
\v 26 तओ बे दुईनके बीचमे चिट्टा डरीँ, और मतियासके नाउँमे पाड़ि गौ, और एघार प्रेरित संग बाको गिन्ती भओ ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जब पेन्तिकोसको दिन आओ, बे सब एक ठाउँमे इक्ठ्ठा हुइके बैठे रहएँ ।
\v 2 तओ स्वर्गसे एकबरि बड़ो आँधीको झोका जैसो एक आवाज आओ, और बे बैठो भओ पुरो घर भरिगओ ।
\v 3 आगीको लपत जैसो बिनके ठिन दिखानोऔर बट-बटके बे सबएन के उपर बैठे ।
\v 4 तव बे सब पवित्र आत्मासे भरिगए, और जइसे पवित्र आत्मा बिनके बारदन दै बहेकता बे अन्या भाषामे मस्कन लागे ।
\v 5 स्वर्गके तरे भए सब देशके ईश्‍वार भग्ता यहूदी बा बेरा यरुशलेममे बैठे रहएँ ।
\v 6 तओ जा आवाज सुनके भीड जमा हुइगै । बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए | कहाकी सब अपन-अपन भाषामे मस्कत सुनी ।
\v 7 बे सब अचम्मो मानके छक्क पडिगए, और अचम्मो मानके कहान लागे, “का जे सब मस्कन बारे गालीली त ना हएँ?
\v 8 तओ कैसे जे सबय हमर अपनी अपनीभाषामे मस्को हम सुन्तहएँ?
\v 9 हम हियाँ पार्थीके मादीके और एलामीके और मेसोपोटामियाके, यहूदियाके, कापाडोकियाके, पोन्टस और एशियाके बासिन्दा हएँ ।
\v 10 और फ्रिगिया, पामफिलिया, मिश्र और कुरेनीमे पडन बारे लिबियाके और आसपासके क्षेत्रके और रोमसे आए भए यहूदी और यहूदी परम्परा (मत) मानान् बारे दोनए हएँ,
\v 11 क्रेटके बासिन्दा और अरबी फिर हएँ, और हमरे अपन-अपन भाषामे परमेश्‍वारको महान कामको बयान बिनके कर्त सुनरहेहएँ ।”
\v 12 बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए और दोधारमे पडके एक दुसरे से अइसो कहान लागे, “जाको अर्थ का हए?”
\v 13 तओ और माजक करके अइसे कहिँ, “बे नयाँ दारुके नसा मे हएँ ।
\v 14 तओ पत्रुस एघार जनैनके संग ठाडके बडोसोरमे कहि, “यहूदियाके आदमी तुम, और यरुशलेमके बासिन्दा तुमके जा बात पता होबए, और मिर बात सुनओ ।
\v 15 काहेकी तुमर सोचो भव जैसो जे नसा ना हएँ, काहेकी हबए सुबेरेको नौ बजो हए ।
\v 16 पर योएल अगमवक्तासे कहो बात जहे हए,
\v 17 'आखिरी दिनमे अइसो हुइहए कहिके परमेश्‍वार कहातहए, मए सब आदमीनके उपर मिर आत्मा अखनाए देहौ, और तुमरे लौडा और तुमरी लौडिया अगमवाणी करेहएँ, और तुमरे जवान दर्शन दिख्हएँ, और तुमरे बुढेपाखे सपना देखंँगे ।
\v 18 हँ, मए अपन दास-दासीनके उपर बे दिनमे मिर आत्मा अखनए देहौ, और बे अगमवाणी करहएँ ।
\v 19 उपर बादर मे अचम्मोको काम और तरे पृथ्बीमे चिन्ह दिखैहौँ, औ रगत, आगी, और धुवाँको मुक्काला ।
\v 20 परमप्रभुको महान और गौरवमय दिन आनसे अग्गु दिन अन्धयारोमे और जोनी रगतमे बद्ल जएहए ।
\v 21 और जौन परमप्रभुको नाउँ लेहए, बा उध्दार पएहए ।'
\v 22 " इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्‍वार शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई । तुमके पतए हए कि परमेश्‍वार तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए । "
\v 23 जा परमेश्‍वार पहिलेसे ठहराओ भओ जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे ।
\v 24 बाके परमेश्‍वार मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी । काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए,
\v 25 काहेकी दाउद बाके बारेमे काहत हए, 'मए प्रभुके सबदिन मेर अग्गु देखो,काहेकी मए नाडगमगमौँ कहिके बा मिर दहिना हांत घेन हए ।
\v 26 जहेमारे मिर ह्रदय आनन्दित और मिर जीब खुशी हय । जहेमारे मिर शरीर फिर आशामे जिहए
\v 27 काहेकी तुम मिर प्रणाके पातालमे नाछोड़ैगो , न त तुम अपन पवित्र जानको शरीर सडन देहौ |
\v 28 तुम मोके जीवनकी डागर बताए हौँ, तुम मोके अपन उपस्थितिमे आनन्दसे गद्गद् करैगे |'
\v 29 ' "भैयारेओ , हमर पुर्खा दाउदके बारेमे मए तुमसे नेहत्य कहान चाहतहौ, कि बा मरो, गड़ो और आजको दिन तक उनको सर हैयाहए । "
\v 30 जहेमारे एक अगमवक्ता हुइके, बो जान्त रहए कि परमेश्‍वार कसम खाई रहए कि उनकि सान्तानसे उनको सिंहासनमे एक जनैके परमेश्‍वार बैठाबैगो ।
\v 31 अग्गुसे जा देखके बा ख्रीष्टको पुनरुत्थानके बारेमे कहि कि बा न पातालमे छुटो, न त बाको शरीर सडो ।
\v 32 जहे येशूके परमेश्‍वार जिन्दा करी । जा बातके हम सब साँछी हएँ ।
\v 33 जहेमारे परमेश्‍वारके दहिने हाँतघेन बा बैठो, और पितासे पवित्र आत्माको प्रतिज्ञा पाई, और बा जा अखनए दैहए, जो तुम देखे और सुनेहौ ।
\v 34 काहेकी दाउद त स्वर्गमे नाचढो पर बे अपनए कहात हएँ, 'परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, तुम मिर दहिने हातघेन बैठ
\v 35 जबतक मए तुमरे दुस्मनके तुमर टाँङगको पाउदान ना बनएहौ ।'
\v 36 जहेमारे इस्राएलको सबय परिवार जा पक्का करके जानए, कि येशू, जौनके तुम क्रुसमे टाँगे,परमेश्‍वर बाके प्रभु और ख्रीष्ट बनाई ।”
\v 37 जा बात सुनके बिनको ह्रदय टुटि गौ, तओ पत्रुस और प्रेरितसे बे कहिँ, “ए भैयओ, हम का करएँ?”
\v 38 पत्रुस बिनसे कहि, “पश्‍चताप करओ, और तुम पाप क्षमाके तहीँ येशू ख्रीष्टको नाउँमे तुम सब बप्तिस्मा लेओ, और तुम पवित्र आत्माको बरदान पाबैगे ।
\v 39 काहेकी प्रतिज्ञा तुमरे ताहिँ तुमर सन्तानके ताहिँ और दुर-दुरमे रहे सबके ताहिँ हए, सब जौनके प्रभु हमर परमेश्‍वर बुलाबैगो ।”
\v 40 और बहुत बातसे बो बिनके गवाही दै, और अइसे कहिके अर्ती दै, “जा दुष्ट पुस्तासे तुम अपनएके बचाओ ।”
\v 41 तओ जौन-जौन बाकी बातके ग्रहण करीँ बे बप्तिस्मा लै, और बा दिन लगभग: तीन हजार आदमी संख्यामे बढिगए ।
\v 42 बे प्रेरितके शिक्षा, संगति, और रोटी तोडन और प्रार्थनामे भक्तिकेसाथ लागेरहात् रहएँ |
\v 43 सबयके ह्रिदयमे डर पैदा भौ, और प्रेरितसे बहुत अचम्मोके काम और चिन्ह भए ।
\v 44 विश्‍वास करन् बारे जित्तो सब एकसंग बैठत रहएँ, और बिनको सबय चिज साझा रहए ।
\v 45 बे अपन सम्पति और मालमत्ता बेचके जौन-जौनके जो-जो चिजको जरुरत पणत् रहए सबके बे बाँट देतरहएँ ।
\v 46 बे एक मन हुइके मन्दिरमे एकसंग इकट्ठा होत रहएँ, और घर-घरमे रोटी तोड्त रहएँ, और बे खुशी और सुध्द ह्रदयसे मिलजुलके खात रहएँ,
\v 47 और परमेश्‍वारको प्रशंसा करत् और सब आदमीसे साहयता पात बैठत् रहएँ | उध्दार पानबारे प्रभुमे दिनए दिन बिनके संख्यामे बाढए देत रहए ।
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अध्याय ३
\v 1 पत्रुस और यूहन्‍ना दुपहारके तीन बजे प्रार्थनाको समयमे मन्दिरमे जातरहएँ|
\v 2 मन्दिर भितर घुस्नबारे संगए भीख माग्‍न बरो जलमतैसे एक जनै लङ्णा आदमीके बोकके लात रहएँ और रोजदिन मन्दिरमे सुन्दर नाउँको फाटकमे बैठार देत रहएँ ।
\v 3 पत्रुस और यूहन्‍नाके मन्दिरमे घुस्त देखके बो भीख मागी।
\v 4 यूहन्‍ना संग पत्रुस बाके एकटक लगाएके देखके कहिँ, “हमर घेन देख!”
\v 5 बिनसे कुछ पानकी आशा करके बा ध्यान दैके बिनके घेन देखि ।
\v 6 तव पत्रुस कहि, “सोनोचाँदी मिर ठिन नाहए| पर जो मिर ठिन हए, बहे मए तोके देत हौं| नासरत येशू ख्रीष्टके नाउँमे नेग |”
\v 7 !” बे बाको दहिना हात पक्ड्के बाके उठाईं । और तुरन्त बाके टाँगमे और गाँठीगुठीमे तागत आइगौ ।
\v 8 और तुरुन्तय उठके बा ठाड़ि गओ और नेगन लागो, और दौरत औ कुदन लागो और परमेश्‍वर कि स्तुति करत् बिनके संग मन्दिरमे घुसिगौ ।
\v 9 तओ सब आदमी बाके नेगत और परमेश्‍वर को प्रशंसा करत् देखीं ।
\v 10 बे बाके मन्दिरको सुन्दर फाटकमे भीख माग्त बैठन बारो जहे त हए कहिके आचम्मो मानी,औ चकान लागे ।
\v 11 बा आदमी पत्रुस और यूहन्‍नाके पिच्छुपिच्छु लगो देखके सब आदमी इत्तो अचम्मो मानके सोलोमन नाउँको डेहेरीमे एकसंग बे उनके ठिन दौरके आए ।
\v 12 जा देखके पत्रुस आदमीनसे कहि, “इस्राएलके आदमी तुम, जा बातमे काहे अचम्मो मानत् हौ? और हमर अपन शक्ति औ भक्तिसे हम जाके नेगन बारो बनाए जैसो अचम्मो मानके हमके काहे देखतहौ?
\v 13 अब्रहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्‍वर, हमर पुर्खनको परमेश्‍वर अपन सेवक येशूको महिमित करी, जौनके तुम त पकडबाए दए रहौ, और पिलातस बाके छोड्नके बिचार करे से फिर तुम बाके बिनके अग्गु स्वीकार न करे ।
\v 14 पर तुम पवित्र और धर्मी आदमीके अस्वीकार करके एक जनि ज्यानमाराके छोड्नके माग करे रहौ,
\v 15 और जीवनको कर्ताके तुम मारे हौ, जौनके परमेश्‍वार मरके जिन्दाकरी, हम ज बातके साँची हएँ।
\v 16 बाको नाउँके उपर करो विश्‍वास और बाके नाउँमे तुम देखे और जाने ज आदमीके तगड़ो बनाई । येशू से पाव विश्‍वाससे ज आदमी तुमरे सबके आग्गु पुरा अच्छो करी ।
\v 17 मेरे भैइऔ, मोके पता हए, कि तुम अन्जानमे अइसो करेहौ, और तुमरे शासक फिर उइसी करीं ।
\v 18 बाको ख्रीष्ट दु:ख भोगन पड्हए कहिके परमेश्‍वार सब अगमवक्ताके मुहुसे कहो अगमबाणी बा अइसे पुरा करी ।
\v 19 जहेमारे पश्चात्ताप करओ। और घुमओ, ताकी तुमरे पाप मिटएँ, और परमप्रभुक उपस्थितिसे आनन्दको समय आबए,
\v 20 और बा तुमके ताहिं अग्गुसे चुन लै ख्रीष्ट औ येशूके पठाबैगो ।
\v 21 परमेश्‍वार प्राचीनकालसे अपन पवित्र अगमवक्ताक मुहुसे कहिभई सब चिजको पुनस्थार्पना (फिरसे बनानो) ना होन बेरा तक ख्रीष्ट स्वर्गमे जरुर रहान पडैगो ।
\v 22 मोसा कहि रहए, 'परमप्रभु परमेश्‍वार मोके खडा करी जैसे, बा तुमरे ददाभैयाके बीचमे एक जनै अगमवक्ता तुमरे ताहिँ खड़ा करैगो । बा तुमसे जो-जो कहिहए बे सब बात तुमके सुनन पडैगो ।
\v 23 अइसो हुइहए, कि बा अगमवक्ताके ना सुनन बारे जित्तो सबै प्राणी आदमीनके बीचसे नास हुइहएँ ।
\v 24 "शमूएलसे लैके बासे पिच्छुके सब अगमवक्ता जित्तो मास्की हएँ, बे सब जेही दिनके घोषणा ( पक्की बात बतानो ) करी हएँ । "
\v 25 तुम बेहि अगमवक्ताक और बहे करारके सन्तान हौ, जौन बाचा परमेश्‍वार तुमरे पुर्खा अब्राहामसे अइसे कहिके बाँधीरहए, 'तुमरे सन्तानमे पृथ्बीके सबै परिवार आशिष पएँहएँ ।'
\v 26 तुम सब अपने दुष्टतासे घुमाएके तुमके आशिष देहौं कहिके परमेश्‍वार अपन सेवकन के ठडबाई और सबसे अग्गु तुमरे ठिन पठाई ।”
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जब पत्रुस और यूहन्‍ना आदमीनसे मस्कतए रहएँ, पुजारी, मन्दिरके कप्तान और सदुकी बिनके ठिन आए ।
\v 2 बे दिक्काने रहएँ, काहेकी येशूमे पूनरुत्थान होतहए कहि बात बे आदमीनके सिखात रहएँ और घोषणा ( पक्की बात ) करत् रहएँ ।
\v 3 तओ बे उनके पकड़ीं, और कल तक जेलमे रखाँई, काहेकी बा बेरा संझा हुइगओ रहए ।
\v 4 पर वचन सुनन बारे मैसे गजबए विश्‍वास करीं, और विश्‍वास करन बारे आदमीनको संख्या लगभग पाँच हजार हुइगओ ।
\v 5 कल उनके शासक, धर्म-गुरु और शास्त्री ( पण्डित ) यरुशलेममे ईकट्ठा भए रहएँ ।
\v 6 प्रधान पुजारी हन्‍नास, कैयाफा, यूहन्‍ना, अलेक्जेन्डर और प्रधान पुजारीके परिवारके जम्मए हुवाँ रहएँ
\v 7 । बे पत्रुस और यूहन्‍नाके बीचमे ठडबाएके पुछीं, “कौन शक्तिसे औ कौनके नाउँमे तुम जा करेहौ?”
\v 8 तओ पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके पत्रुस बिनसे कहि, “आदमीनके शासक ( मुखीया ) और धर्म-गुरु रेऔ,
\v 9 आज हम एक जनी लंगडा आदमीके उपर एक अच्छो काम करनके बारेमे बा कौन उपाएसे अच्छो भव करके पूछत् हौ तओ,
\v 10 तुम सबके और सब इस्राएलके सबै आदमीनके पता होबए, कि तुम क्रुसमे टाँगो भवके और परमेश्‍वार मरोसे जिन्दा करी, बहे नासरतको येशू ख्रीष्टके नाउँमे जा आदमी तुमरे ठिन अच्छो हुइके ठाडो हए ।
\v 11 । "ज बहे पत्थर हए, जौनके तुम बनान बारे रोके रहौ, बहे हबए कुनैठोको खाश-पत्थर होनके अओ हए
\v 12 ।"और कोइमे मुक्ति न हए, काहेकी हम मुक्ति पानके ताहीं स्वर्गके तरे आदमीनके बीचमे और कोइ नाउँ न दई हए ।”
\v 13 जब बे पत्रुस और यूहन्‍नाको हिम्मत देखीं और जे अनपढ और साधारण आदमी हएँ करके पता पाइँ, तओ बे अचम्मो मानी, और बे येशूके संगमे रहत रहएँ करके पता पाइँ ।
\v 14 तओअच्छो भओ आदमी बिनके संग ठाडोो भओ देखके बे कछु न मसकपाइँ ।
\v 15 पर बिनके बडी कचेहरी ( महासभा ) से बाहिर जानके आज्ञा दैके बे अइसे करके अपनए अपना मे सल्लहा करीं,
\v 16 "जे आदमीनके अब हमका करएँ? काहेकी नेहत्व जिनसे एक अचम्मो काम भौ हए कहिके यरुशलेमके सब बसिन्दानके पता हुइगओ हए, और हम जाके इन्कार नाकर पएँहएँ ।"
\v 17 पर जा बात जनतनमे ना फैलए कहिके 'फिर जा नाउँमे कोइ आदमीसे तुम कछु मतकहिओ' कहिके हम इनके चेताउनी देनपडैगो ।”
\v 18 "तव उनके बुलाएके ""अबसे येशूके नाउँमे मतमस्कियोऔर कोइ शिक्षा मतदिओ"" कहिके बिनके आज्ञा दै ।"
\v 19 पर पत्रुस और यूहन्‍ना बिनके उत्तर दैँ, “परमेश्‍वारकी बात सुनान से तुमर बात सुनान परमेश्‍वारकी नजरमे ठीक हए कि ना तुम अपनए बिचार करओ ।
\v 20 काहेकी हम देखे और सुनी बात हम ना कहिके रहि ना पएँ हएँ ।”
\v 21 बिनके साजय देनके कोइ उपाय ना हुइके बिनके और जद्धा धमकाएके छोड्दै, काहेकी जो घटना घटो रहए बहेके ताहिँ सब आदमी परमेश्‍वारको प्रशंसा करत् रहएँ ।
\v 22 काहेकी जौन आदमी अचम्मोक कामसे अच्छो भौ रहाए, बाकी उमर चालिस वर्षसे जधा रहाए ।
\v 23 बिनके छुटकरा करके पच्छु,पत्रुस और यूहन्‍न अपन संगी ठिन आए, और मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु कहिभइ बात सब उनके बतए दैं ।
\v 24 जब बे जा सुनी, तव बे एकसंग अपन परमेश्‍वरग घेन सोर निकारके कहिँ, “हे प्रभु, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए गजब चिज बनाइँ,
\v 25 जौन पवित्र आत्मासे अपन सेवक हमर पुर्खा दाउदके मुहूसे कहि, 'अन्यजाति काहे दिक्काने, और आदमी व्यर्थकी बात काहे कल्पना करीं?
\v 26 परमप्रभुके बिरुध्दमे और बाको अभिषिक्त जनके बिरुध्दमे पृथ्बीके राजा कहिके खड़ा हुइगए, और शासक एकसंग इक्ठ्ठा भए ।”
\v 27 काहेकी नेहत्व तुम अभिषेक करे भए के, तुमर पवित्र सेवक येशूके बिरुध्दमे हेरोद और पन्तियस पिलातस दोने जनै अन्यजाति और इस्राएलीनके संग जहे सहेरमे इक्ठ्ठा भए रहएँ ।
\v 28 बहे करनसे जो तुमर हातसे औ तुमर जुगाड़अनुसार अग्गुयएसे ठहेरओ रहए ।
\v 29 अब हे प्रभु बिनकि धम्कीके उपर नजर कर, और तुमरे दासनके पुरो हिम्तसे तुमरो वचन बोलन दे,
\v 30 और अच्छो करन् के तुमरी अपन हात फैलाएके अपन पवित्र सेवक येशूके नाउँसे चिन्ह और अचम्मोको काम होमएँ ।”
\v 31 बे प्रार्थना करके पिच्छु बे इक्ठ्ठा भौ ठाउँमे हलचल भौऔर बे सब जनी पवित्र आत्मासे भरिगए, और बे हिम्तसे परमेश्‍वारको वचन बोलीँ? ।
\v 32 विश्‍वास करन् बारेनके झुँड् सबय एकय ह्रदय और एकय आत्माके रहएँ, और बिन मैसे कोई फिर अपन सम्पति ज मिर हए कहिके ना कहात् रहएँ, पर बिनकि सब चीज सागोलकि रहएँ ।
\v 33 बे प्रेरित बड़ी शक्तिके संग प्रभु येशूक पुनरुत्थानको गवाही देतरहाएँ, और बिनके सबके उपर बड़ो अनुग्रह रहए ।
\v 34 बिनमैसे कोइके कछु चीजको कमी ना होत् रहए, काहेकी जित्तो जनी जग्गा जमिनको घरके मालिक रहएँ, बे सब बेचके बाको मोल लातरहएँ,
\v 35 और प्रेरितके पाउँमे धरदेतरहएँ, और जौन-जौनके जो-जो चीजको कमि पडत् रहए, सो सबयनके बाँटदेत रहएँ ।
\v 36 अब साइप्रस देशको लेबी कुलको योसेफ जौनके प्रेरित बारनाबास कहिके नाउँ धरीरहएँ{जोको अर्थ उत्साहको पुत्र हए},
\v 37 बा अपन जमिन बेचीँ और बा रकम लाएके प्रेरितके पाउँमे धरदै ।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 पर हननिया नाउँको एक जनी और बाकि बैयर सफीरा एक कुछ जमिन बेची,
\v 2 और बाको मोलसे अपन -बैयरको जानकारीमे कुछ हिस्सा अपनसंग धरी, और कुछ हिस्सा लाएएके प्रेरितनके पाउँमे धरदै ।
\v 3 । तओ पत्रुस कहि, “ए हननिया, पवित्र आत्मासे झुठ मस्कन और जमिन बेचके कुछ हिस्सा अपन संग धरन्बाली बात शैतान कैसे तुमर मनमे भरदै?
\v 4 बा बिचो नारहए तवका बा तेरो अपनो ना रहए ? और बा बेचके पिच्छु फिर बा तेरी अधिकारमे ना रहए का? अइसो काम करनके बिचार तिर मनमे कैसे आओ? तुम आदमीनके त नाए, पर तुम परमेश्‍वारके ठगेहौ ।”
\v 5 जा बात सुनके हननिया भुइँमे गिरिगौ और बा प्राण त्यागदै । जा सुनके सबयके उपर गजब भारि डर छईगओ।
\v 6 तओ बे जावन उठाएके बिनके लत्तासे लपेटके बाके बाहिर लैगए, और गड्दैॱ ।
\v 7 जा सब हुइगव रहए सो पता ना पाएके लगभग: तीन घण्टा पिच्छु बिनकी बैयर भितर आई ।
\v 8 पत्रुस बोसे पुछी, “मोके बताओ, तुम जमिन उतकएमे बेचेहौ? तव बा कहि, “हँ, उतकएमे बेचेहएँ ।”
\v 9 तओ पत्रुस बोसे कहि, “तुम प्रभुके आत्माके परीक्षा करनके कैसे मिल्के सल्लाह करलए? देखओ, तिर लोगाके गणन बारे मोखोमे हँए और बे तोके बोकके बाहिर लै जय हएँ ।”
\v 10 और तुरन्त बा उनके पाउमे गिरिगै और प्राण त्यागदै । जब जावन भितर आए, बाके मरीदेखके बाहिर बोकके लैगए, और बाहेक लोगा ठिन गड्दै ।
\v 11 सबय मण्डली उपर और जा बात सुनन बारे सबएनके उपर बहुत भारी डर छै गओ ।
\v 12 अब प्रेरितनके हातसे बहुत चिन्ह और अचम्मोको काम जनतनके बीचमे होन लागो, और बे सब सोलेमनके डेहेरिमे एकसंग जम्मा भए रहएँ ।
\v 13 पर और मैसे कोइ फिर बिनकेसंग मिलन आनके हिम्तय ना भै, ताहु फिर आदमी बिनके आदर करत् रहएँ ।
\v 14 प्रभुमे विश्‍वास करन बारे लोगा और बैयरन दुनेक भीड गजब जाद्धा बढन लागे ,।
\v 15 हियाँ तक्की आदमी सड्क-सड्कमे बेमारनके लाईँ, और पत्रुस आत बिनकी छाहीँ इक्ल्लो कोइ-कोइकि उपर पड्ए कहिके सिथ्री और खटियामे बिनके लिटाए देतरहएँ ।
\v 16 यरुशलेमके असपिस सहारके फिर गजब आदमी बेमार और भुत आत्मासे सताए भए लैके आत रहएँ और बे सब अच्छे होतरहएँ ।
\v 17 प्रधान पुजारी और बिनके संग होनबारे सब {जो सदुकी पन्थीके रहएँ} दिक्से भारके प्रेरितनके बिरुध्दमे ठाडिगए,
\v 18 और बिनके पकड्के सरकारी जेलमे डार दैं ।
\v 19 । तओ प्रभुको एक दुत रातके जेलको फाटक खोल्दै, और बिनके बाहिर लाएके कहि,
\v 20 "जाओ और मन्दिरमे ठाड के आदमीनके जा जीवनको सबय सन्देश आदमीनके सुनाओ ।” "
\v 21 जा सुनके बे सुबेरे मन्दिर भितर घुसे और शिक्षा देन लागे । तव प्रधान पुजारी और बिनकेसंग होनबारे आए, और महासभा, औ इस्राएलीनको पुरो सभाके ।”
\v 22 ।” पर अधिकृत बिनके जेलमे नपाएके लउटकेआएके जा खबर दै,
\v 23 "हम जेलमे अच्छेसे तरे आय औ मोखोमे बैठनबाले मोखोमे ठाडे देखे, पर फटक खुलत पेति हम भितर कोइके नादेखे ।”
\v 24 " जब मन्दिरके कप्तान और मुखिया पुजारी जा खबर सुनी तव जा सबको नतिजा का हुइहए कहिके बे प्रेरितनके बारेमे दुईधारमेँ पडिगए ।
\v 25 तव कोइ एक जनै आएके बिनसे कहि, “देखाओ, तुम जौन आदमीनके जेलमे धरेरहौ बे मन्दिरमे ठाडके आदमीनके शिक्षा देतहएँ ।”
\v 26 ।” तओ हाकिमके संगमे कप्तान जाएके बिनके जबरजत्ति ना लाइँ, काहेकी आदमी बिनके पत्थरसे मरेहएँ कहिके बे डरैगए, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 27 बे उनके लायके महासभाके अग्गु ठडबाइं, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 28 "हम तुमके जा नाउँमे कोइ शिक्षा मतदिओ कहिके कडा आज्ञा दए रहएँ, पर तुम अपन शिक्षासे सबय यरुशलेम भार सिखए, और बा आदमीको रगतको दोष हमरे उपर लान चहाँत् हौ ।”
\v 29 " तओ पत्रुस और प्रेरित कहिँ, “हम आदमीनको नाए पर परमेश्‍वारको आज्ञा पालन करनए पड़ैगो ।
\v 30 हमर पिता-पुर्खाको परमेश्‍वार येशूके मरोसे जिन्दा करिहए, जौनके तुम कठ्ठामे टाँगके मारेरहौ ।
\v 31 परमेश्‍वार इस्राएलके पश्‍चतापके ताहिँ और बिनको पापको क्षमा देन बाके राजा और मुक्तिदाता बनाएके अपन दहिना हात से उँचो करी ।
\v 32 जा सब बातके हम साँची हएँ, और अइसी करके पवित्र आत्मा फिर, जौनके परमेश्‍वार अपन आज्ञा पालन करन के दै हए ।”
\v 33 "तब् परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । "
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दु;ख मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं | बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं । अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।'
\v 35 ' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । "
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 "बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 " जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\v 39 "हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "
\v 40 " बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भओ हमके पता नाय ।'
\v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्‍वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\c 6
अध्याय ६
\v 1 बे दिनमे चेलनको संख्या बढत् गौ, तव हिब्रूनके बिरुध्दमे ग्रीक-यहूदी गनगन करीँ, काहेकी दिनको खाना बिनकी विधुवा चाहन बारो भोजन ना पात रहएँ ।
\v 2 तओ बाह्रओ चेलनको झुँणके बुलाएके कहिँ, “परमेश्‍वारको वचन प्रचार करन् छोडके खबान-पिबानको सेवा करन् हमर ताहिँ ठीक ना हए
\v 3 । जहेमारे भैयारेओ, तुम मैसे पवित्र आत्मा और बुध्दिसे भरे और सबको आदर पाए भए सात आदमी छानए जौनके हम जा काममे चुनएँ ।
\v 4 पर हम त प्रार्थना और वचनको सेवकाईमे पुरो समय देमंगे ।”
\v 5 ।” जा बात झुँडमैके सबयके मन पड़ो और इक्ठ्ठा भए जम्मनके अच्छो लागो, और बे पवित्र आत्मा और विश्वाससे भरिपुर्ण भए स्तिफनस, फिलिप, प्रखरस, निकनोर, तीमोन, पर्मिनास और एन्टिओखियाक यहूदी मत मानन् बारो निकोलाउसके छानी ।
\v 6 बे जे आदमीनके प्रेरितनके अग्गु लाईँ और प्रेरित प्रार्थना करी और बिनके उपर अपन हात धरीँ ।
\v 7 । परमेश्‍रको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ ।
\v 8 । स्तिफनस अनुग्रह और शक्तिसे भरपुर हुइके आदमीनके बीचमे बडे-बडे अचम्मोके काम और चिन्ह दिखइँ ।
\v 9 पर कोइ-कोइ त जो स्वतन्त्र-दलके सभाघरके {बिनको नाउँ जहे रहए}, और कुरेनी, अलेक्जेन्ड्रिया, किलिकिया और एशियाक आदमी रहाएँ, बे ठाड्के स्तिफनससे काहासुनी करन् लागे ।
\v 10 पर स्तिफन जौन बुध्दिसे और पबित्र आत्मा‌‌‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍की शक्तिसे मस्कत रहएँ, बे बाको सामना ना कर पाइँ ।
\v 11 तओ बे चूपएसे आदमीनके उक्साएके अइसो कहान लगाइँ, “मोसा और परमेश्‍वारके बिरुध्दमे जाके खराब बात मस्कत हम सुनेहएँ ।”
\v 12 तओ बे जनता, धर्म-गुरु और शास्त्रीके भडकाएके, और बिनके हुलदाङ्गा करी और पकडके महासभामे लाइँ ।
\v 13 बे अइसे कहिके झुठी साछीके अग्गु लाइँ, “जा आदमी पवित्रस्थान और व्यवस्थाके बिरुध्दमे बात करन् और मस्कन छोडीनैयाँ ।
\v 14 काहेकी जाके अइसे काहत हम सुने, 'नासरतको येशू जा ठाउँके नाश करैगो, और मोसा हमके दईभई रितिरिबज फिर बदल दिबैय हए ।”
\v 15 महासभामे बैठे बे सब बिनके निहारके देखिँ, और बिनको मुहू स्वर्गदुतको मुहू जैसो देखीँ ।
\c 7
अध्याय ७
\v 1 तओ प्रधान पुजारी पुछीँ, “का जे बात ठीक हएँ?”
\v 2 बे कहिँ, “ददाभैया और दौवा सुनओ । महिमाको परमेश्‍वार हमर पिता अब्राहाम बे हारानमे बैठनसे अग्गु मेसोपोटामियामे रहात दर्शन दै रहए,
\v 3 और बिनसे कहि रहए, 'तुम अपन देश और अपनो घरकुरियासे निकरके, जौन देश मए तुमके दिखएहौ, हुवाँए जाओ ।
\v 4 "तव बे कल्दीनके देशसे निकरके हारानमे आएके बैठे, और बिनको दौवको मृत्यु के पिच्छु परमेश्‍वार बिनके हुवाँसे जा मुलुकमे सारि, जहाँ हबए तुम बैठे हौ । "
\v 5 बिनके बा ठाउँमे जायजात त दुरए रहो, पाँव धरनके ठाउँतक न दै । पर बिनको सन्तान न होन से फिर बा जाएजात परमेश्‍वार बिनको सन्तान-दरसन्तानके निजी सम्पत्तिके रुपमे देनके प्रतिज्ञा करी ।
\v 6 परमेश्‍वार अइसे कहि, 'तेरो सन्तान दुसरेक मुलुकमे जाएके बैठन पडैगो, और बे बिनके कमैया बनाएके चार सौ बर्षतक सतामंगे ।'
\v 7 परमेश्‍वार कहि 'बे जौन जातिनके कमैया हुइके बैठंगे बा जातिके इन्साफ मए करंगो | तओ पिच्छु बे निकरके आएके जा ठाउँमे मिर आराधना करहँए ।'
\v 8 बा बिनसे खतनाको करार बाँधी, और अब्राहाम इसहाकको पिता हुइके आठौँ दिनमे इसहाकको खतना करीं, और याकूब बाह्रओ कुलको पिता भओ ।
\v 9 । "कुलपति( अपनी कुल ) योसेफसंग दिक्काएके बिनके मिश्रदेशमे बेच दै । पर परमेश्‍वार बिनकेसंग रहँए । "
\v 10 परमेश्‍वार बिनके सब कष्टसे छुटाएके मिश्रदेशको राजा फारोके ठिन बिनके कृपा करी और बुध्दि दै, और फारो बिनके मिश्रदेश और उनके सब घरको हाकिम बनाइँ ।
\v 11 तओ पिच्छु सब मिश्रदेश और कनानमे अनिकाल पड़के बहुत कष्ट भओ, और हमर पुर्खा अन्‍न न पाइँ ।
\v 12 पर याकूब मिश्रदेशमे अन्‍न हए कहिके सुनके हमर पुर्खा पहिलो चोटी हुवाँ पठाई ।
\v 13 दुस्रो चोटीको भेटमे योसेफ बिनके ददाभैयनके अपन परिचय दै, और योसेफको परिवार फिर फारोके ठिन हजिर भओ ।
\v 14 योसेफ अपन दौवा याकूबके और अपन जम्मए कुटुम्बके, जो पचहत्तर प्राणी रहँए, उनके ठिन बुलाइँ ।
\v 15 याकूब मिश्रदेशमे गव, और हुवाँए बा मरि गव, और हमर पुर्खा फिर हुनै मर गए ।
\v 16 तओ पिच्छु बिनकी मृत शरीर शकेममे लैगए, और अब्राहाम शकेममे हमोरको लौडनसे मोल लौ, सरमे धरीँ ।
\v 17 । पर जब परमेश्‍वार अब्राहामसे करो भओ करार पुरा होनको समय जौने आओ तव मिश्रदेशमे बे आदमी बढन लागे, और बिनकी संख्या बढिगई। "
\v 18 तओ मिश्रदेशमे योसेफके न चिन्‍न बारो दुस्रो राजा हुइगओ ।
\v 19 बा हमर जातिसे बहुत खराब व्यवहार करी, और हमर पुर्खानके, बिनके बच्चनके बाहिर लाएके धरन कर लगात रहए, और अइसी भर्खर जल्मे भए सब बच्चनके मारत रहए ।
\v 20 "बहे बेरा मोसाको जलम भओ । बा परमेश्‍वारको दीरष्टिमे सुन्दर रहए । बा तीन महिना तक अपन दउवाके घरमे पालो । "
\v 21 बाके बाहिर फेक्दैं तव फारोकी लौणिया बाके उठाएके लै गै, और अपन लौड़ा बनाएके पाली ।
\v 22 । मोशाके मिश्रीनको सब नेम मे शिक्षा दौगौ, और मोशा अपन वचन और काममे शाक्तिशाली भओ ।
\v 23 "जब बा चालिस वर्षको भओ, तव अपन इस्राएली ददाभैयनके भेटनके इच्छा बाके ह्रदयमे उठो । "
\v 24 अपन जात भैयन मैसे एक जनी उपर अन्याय भओ देखके, बा बाके रक्षा करी, और बा अन्याय करन् बारो मिश्रीके मारके अपन भैइयक उपर भओ आत्याचारको बदला लै
\v 25 । परमेश्वर मिर हातसे उनके उध्दार करीहए और मिर भैयाबन्धु जा सम्झएँ करके बो बिचार करी रहए | तओ बे न सम्झीं ।
\v 26 कल बेही आपसमे लडाइ करत् बेरामे बो आइगओ, और बिनके मिलानके कोसिस करके कहि, ए लोगौ , तुम त ददाभैया हौ, तओ काहे एक दुसरेके अन्याय करत् हौ?'
\v 27 "तओ अपन परोसीके उपर अन्याय करके बिनके अइसे करके ढकेल्दैं, 'हमरे उपर हाकिम और न्यायकर्ता होनके तुमके कौन नियुक करो? "
\v 28 कल बो मिश्रीके मारे जैसो तुम मोके फिर मारन् चाहत हौ?'
\v 29 ' अइसो जवाफ सुनके मोशा भाजके मिधान देशमे जाएके पर्देशी भओ। हुवाँ बिनके दुई लौडा जन्मे ।
\v 30 "चालिस वर्ष बितके पिच्छु सीनै पर्वतको उजाड-स्थानमे पजरत भिथ्राके ज्वालामे एक स्वर्गदुत बिनके ठिन दिखानो ।
\v 31 । " जब मोशा जा देखी तओ बा जा दर्शन से अचम्मो मानी, और बा देखन जौने पुग्तै परमपर्भु कि अइसी बाणी भई,
\v 32 'मए तुमरो पुर्खाको परमेश्वर हौ-अब्राहाम, सहाक और याकूबको परमेश्वर ।' मोशा थरथरान लागो, और बाके घेन देखनतक हिम्मत न पुगी ।
\v 33 "तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए । "
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दु;ख मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं । बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।
\v 35 ' "जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्‍वार भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई । "
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 "बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्‍वार मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 " जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\v 39 "हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ । "
\v 40 बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।'
\v 41 ' बे दिनमे बे एक बछ्रराकी मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्वर बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\v 43 ? तुम मोलोकको तम्बु और रेफन देवताको तारा, और तुम पुजनके ताँही बनाए भए मुर्ति उठाए लैगए । अब मए तुमके बेबिलोनसे बा पार परदेशी बनामङ्गो ।'
\v 44 ' "उजाड-स्थानमे हमर पुर्खाको गवाहीको मण्डप रहए | मोशा देखो नमुना जैसो परमेश्‍वारको आदेश अनुसार जा बनो रहए । "
\v 45 हमर पुर्खा फिर उनको पालो मे अन्यजातिको देश अधिकारमे लातय यहोशुके संगमे बा तम्बु लाईँ । दाउदको पालोतक बो हुवाँए रहो ।
\v 46 बे परमेश्‍वारको निगाह पाइँ, और याकुबको परमेश्‍वारके ताहिँ एक बासस्थान बनानके अनुमति मागी ।
\v 47 तव बाके ताहिँ भवन त सोलोमन बनाई ।
\v 48 "पर हातसे बनाओ भवनमे परमेश्‍वार बास ना करत् हए, जैसी अगमवक्ता कहिँ हँए, "
\v 49 'मिर सिंहासन स्वर्ग हए, और पृथ्बी मिर टाँगको पावदान, तुम मिर ताहिँ कैसो भवन बनएहौ? परमप्रभु कहातहए, मिर बिश्रामको ठाउँ कौन हए?
\v 50 50 का जा सब चीज मेरे हातसे बनाओ ना हए क?'
\v 51 ' "ए हठी आदमी तुम, कठोर ह्रदयके और बहिरा कान भए, तुम हर समय पवित्र आत्माको बिरोध करत् हौ| तुमरे पुर्खा जैसी करी तुम फिर उइसी करत् हौ । "
\v 52 अगमवक्ता मैसे कौनके तुमरे पुर्खा ना सताइँ? बे धर्मि आदमीक आगमन अग्गुसे घोषणा करन् बारेनके सबको हत्या करीँ । बाके तुम विश्वासघात करे, और बाके हत्या करे । बिनके सबके मारे, जौन बे धार्मिक आदमीनक आनबारो समाचार अग्गुसे सुनाइ रहएँ । अब तुम त बाके विश्वासघातक और ज्यानमारा भए हौ ।
\v 53 स्वर्गदुतसे सुम्पो भव व्यवस्था तुम पाएहौ, पर बाको पालन ना करे ।”
\v 54 ।” जब बे जा बात सुनी तव बे दिक्कए गए और दिक्कएके चुर हुइके किटकिटन लागे ।
\v 55 पर बा त पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके स्वर्गघेन एकटक लगएके देखी, और परमेश्‍वारको महिमा और येशूके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो देखी ।
\v 56 बा कहि, “देखाओ, स्वर्ग उघ्रो मए देखोहौ, और आदमीको पुत्रके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो मए देखतहौ ।”
\v 57 ।” तओ बे जोडसे चिल्लए उठे, और अपन-अपन कान मुदलैँ, और बे एकए संग बिनके उपर झाबटीँ ।
\v 58 बे बाके सहेरसे बाहिर निकार लैगए, और बिनके उपर पत्थर बर्साइँ| और गवाही बारे अपन कुर्ता शाऊल नाउँ भव एक जनै जवानके टाँग ठिन धरदैँ ।
\v 59 । जैसी बे स्तिफनसके पत्थर मारत् रहएँ, बा प्रार्थना करी, “हे प्रभु येशू, मिर आत्माके ग्रहण कर ।”
\v 60 बा घुटो टेकके जोरसे चिल्लएके कहि, “हे प्रभु, जा पापको दोष यिनके ना लागए ।” यितकय कहिके बा प्राण छोड् दै ।
\c 8
अध्याय ८
\v 1 बिनके हत्यामे शाऊल फिर सहमत रहए । बहे दिनसे यरुशलेममे भए मण्डलीके बिरुध्दमे बहुत भारी सतावट सुरु भव, और प्रेरित बाहेक बे सब यहूदिया और सामरियाके इलाकाघेन छिदर बिदर हुइगए ।
\v 2 भक्तजन स्तिफनसके लैजएके गाणी, और बाके ताहिँ बहुत भारि बिलाप करीँ ।
\v 3 तओ शाऊल त घर-घरमे घुसके मण्डलीके सतान लागो रहए । बा लोगा और बैयरके घिसियात् लैजाएके जेलमे डारत् रहए ।
\v 4 तओ बे बिग्दे भए चारओ घेन जाएके वचन प्रचार करीँ ।
\v 5 फिलिप त सामारियाको एक सहेरमे जाएके बिनके ख्रीष्टको प्रचार करी ।
\v 6 । फिलिपको कहो भओ वचन सुनके और बाको करो भओ चिन्ह देखके, भीड एक मनको हुइके बिनकी बातमे ध्यान दै ।
\v 7 काहेकी बहुत जनैसे अशुध्द आत्मा बणो जोणसे चिल्लएके निकरन लागे, और बहुत जनी पक्षाघातके रोगी और लंगडा फिर अच्छे भए ।
\v 8 जहेमारे बा सहेरमे बहुत आनन्द भओ ।
\v 9 ।पर बा सहिरमे एक सिमोन नवाकआदमी हुवाँ रहए । बा अग्गुसे बा सहेरमे जादु करके सामारियाके आदमीनके अचम्मो करे रहए, और मोए हानि कोइ न है करके कहात रहए ।
\v 10 बा आदमीके छोटेसे लैके बडे तक सब अइसे करके मानत रहएँ, “जा आदमी परमेश्‍वारको बा शाक्ति हए, जौनसे महाशक्ति कहात हँए ।”
\v 11 बे बाके मान्त रहएँ, काहेकी बहुत दिनसे बा अपनो जादुगरीसे आदमीनके अचम्मो करेपणेरहए ।
\v 12 पर जब बे परमेश्‍वारको राज्य और येशू ख्रीष्टको नाउँको सूसमाचार सुनान बारो फिलिपकी बातमे विश्‍वास करीँ, तओ लोगा और बैयर बप्तिस्मा लैं ।
\v 13 सिमोन अपनए फिर विश्‍वास करी । बा बप्तिस्मा लै, और बा फिलिपसंग लगो रहो, और चिन्ह और बणे बणे अचम्मोके काम करो देखके बाके अचम्मो लागो ।
\v 14 । सामरियाके आदमी परमेश्‍वारको वचन ग्रहण करके सुनके यरुशलेममे रहेभए प्रेरित पत्रुस और यूहन्‍नानके बिनके ठिन पठाइँ ।
\v 15 बे हुवाँ आएके बे पवित्र आत्मा पामए करके बिनके ताहिँ प्रार्थना करीँ ।
\v 16 काहेकी बा समय तक बिन मैसे कोइ उपर फिर बा नाए आओ रहए | बिनको बप्तिस्मा प्रभु येशूको नाउँमे इकल्लो भव रहए ।
\v 17 17 तओ बे अपन हात बिनके उपर धरीँ, और बे पवित्र आत्मा पाइँ ।
\v 18 अब प्रेरितनको हात धरत पवित्र आत्मा पातहएँ कहिके देखके सिमोन अइसे कहात बिनके रुपैया देन लागो,
\v 19 "मोके फिर शाक्ति देओ, और मए फिर जौनके उपर हात धरओं बे पवित्र आत्मा पामएँ ।”
\v 20 " तओ पत्रुस कहि, “तिर रुपैया तेरीसंग नष्ट हुइजाए, काहेकी परमेश्‍वारको बरदान रुपैयासे मोल ले सकत हयँ कहिके बिचार करत हए ।
\v 21 जाके बारेमे न त तेरो कोइ हिस्सा हए, काहेकी परमेश्‍वारके ठिन तेरो ह्रदय ठीक न है ।
\v 22 जहेकमारे तेरो अपनो जा दुष्टताको ताहिँ पश्‍चताप कर और प्रभुके प्रार्थना चढा, और शायद तेरो ह्रदयको अइसो बिचार क्षमा हुईजाए ।
\v 23 23 "काहेकी मए देखत् हौ, तए दुष्टसे भरो हए, और अधर्मको बन्धनमे हए ।''
\v 24 " तओ सिमोन कहि, “तुम मेरे ताहिँ प्रभुसे प्रार्थना करदेओ, और तुमर कही बात कोइ फिर बात मिर ऊपर न लागय ।”
\v 25 ।”पत्रुस और यूहन्ना गवाही दैके और प्रभुको वचन कहिके पिच्छु सामरियाके बहुत गाउँमे सुसमाचार प्रचार करत् बे यरुशलेममे घुमगए ।
\v 26 । तओ पिच्छु प्रभुको एक दुत फिलिपसे कहि, “उठ दक्खिँन यरुशलेमके गाजा घेन जान बारी डगरमे जाओ । हुवाँ उजाड् खेरोक् डगर हए ।”
\v 27 और फिलिप उठके गव, और एक जनी इथियोपियाली नपुंसकके भेटी, जो इथियोपिया देशकी महारानी कन्दाकी बणी पदधिकारी और समस्त सम्पतिको कोषाध्यक्ष रहए । बे यरुशलेममे आराधाना करन् गय रहएँ ।
\v 28 बे लौटत रहएँ, और अपन रथमे वैठके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् रहएँ ।
\v 29 । तओ पवित्र आत्मा फिलिपसे कहि, “जाओ और बो रथके संगमे लागओ ।”
\v 30 फिलिप बिनके ठिन दौणके गओ, और बिनके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् सुनके बिनसे पुछी, “तुम पढिबात बुझत् हौ?”
\v 31 तव बे कहिँ, “कोइ नाए बतए हए तव मए कैसे समझ पएँहौ?” और बे फिलिपके रथमे चढानके बिनके संगमे वैठनके अनुरोध करीं ।
\v 33 । और बिनको पढो भओ धर्मशास्त्रको खण्ड जा रहए, “जैसी भेडा कटनके लाईजातहए, और थुमा ऊन कत्रन बारेनके ठीन चुप रहतहए,
\v 32 बाको अपमानित अवस्थामे न्याय नएमिलो । बाको पुस्ताको बयान कौन करए? काहेकी बाको जिवन पृथ्बीसे हरण भओ ।”
\v 34 तओ बा नपुंसक फिलिपसे कहि, “कृपा करके मोसे कह, अगमवक्ता जा कौनके बारेमे कहिहए, बिनके अपने वारेमे कि और कोइके बारेमे?”
\v 35 तओ फिलिप अपनो मुहू खोलके धर्मशास्त्रको खण्डसे बिनके येशूको सुसमाचार सुनाई ।
\v 36 । और बे डगरमे जातपेती कुछ पानी ठिन आएपुगे । बा नपुंसक कहि, “देख हियाँ पानी हए, मोके बप्तिस्मा लेनके कौन रोक पए हए?”
\v 37 फिलिप कहि, “अगर सारे ह्रदयसे बिश्वास करेहौ तओ तुम बप्तिस्मा लए सक्तहौ ।”बा कही “येशु ख्रिष्ट परमेश्‍वार को पुत्र है कहिके मय बिस्वास करत हौं।
\v 38 “ रथ रोकनके आज्ञा दै, तओ फिलिप और नपुंसक दोनए पानीमे उत्रे, और बा बिनके बप्तिस्मा दै,।
\v 39 पर जब बे पानि से बाहिर आय, तओ प्रभुको आत्मा फिलिपके पकडके लैगओ । और बा नपुंसक बिनके फिर न देखी,, और बा खुशी होत अपन डगर लागो ।
\v 40 पर फिलिप अश्दोदमे दिखानो, और कैसरिया नपुगन तक सब सहेरमे सुसमाचार सुनात गव ।
\c 9
अध्याय ९
\v 1 पर शाऊल प्रभुक चेलनके बिरुध्दमे फिर धम्की और हत्याको धुनमे प्रधान पुजारीके ठिन गओ,
\v 2 और बा विश्वास करन् बारे लोग होएँ चाहुँ वैयर, जौन फेला पडए बिनके बाँधके यरुशलेममे लानके पांव कहिके दमस्कसके सभाघरमे पुर्जी मागी ।
\v 3 । जब शाऊल यात्रा करत दामस्कसके ठिन पुगो, अचानक स्वर्गसे एक ज्योति बिनके आसपास चमको
\v 4 । बा भिमे गीरिगौ, और बा अइसो सुनी, “शाऊल, शाऊल, तए मोके काहे सतात हए?”
\v 5 ?” बा कहि, “प्रभु, तुम कौन हौ?” और बा कहि, “मए येशू हौ, जौनके तै सतात है ।
\v 6 पर उठके सहेरमे जा, और तोके का करन् पणैगो सो तोके बातएहौं ।”
\v 7 बिनकेसंगमे जान बारे आदमी सोर त सुनी, पर कोइके ना देखके चकानलगे ।
\v 8 । तओ शाऊल भीमेसे उठो और आँखी खोली बा कोइके कछु फिर न देखि, और बे बिनको हात पकडके डोर्यएके दमस्कसमे लाइँ ।
\v 9 और तीन दिन तक बा न देखन बारो भओ, और न त खानु खाइ न पानी पिई ।
\v 10 । दमस्कसमे हननिया नाउँको एक चेला रहए । बिनसे प्रभु दर्शनमे कहि, “ए हननिया ।” बा कहि, “प्रभु, हाजिर हौं ।”
\v 11 तओ प्रभु बिनसे कहि, “उठ, और 'सिधा' नामको गल्लीमे जा, और यहूदाको घरमे शाऊल नाउँ भओ टार्सस-निवासीके ढुढ, काहेकी बा प्रार्थना कर रहोहए ।
\v 12 बा दर्शनमे हननिया नाउँको एक आदमी भितर आएके बे देखन बारे होमए करके अपने उपर उनको हात धरो देखी रहए ।
\v 13 तओ हननिया कहि, “प्रभु, जा आदमी यरुशलेममे तुमरे सन्तानके बहुत खराबी करी हए, सो मए बहुत अदमीसे सुनो हौ ।
\v 14 हियाँ फिर तुमरे नाउँ लेन बारे सबके बाँधनके अधिकार मुखिया पुजाहारी से बा पाई हए ।”
\v 15 तओ प्रभु बिनसे कहि, “जा, काहेकी अन्यजातिके राजा और इस्राएलके सन्तानके अग्गु मिर नाउँको प्रचार करन् बा छनो भौ मिर एक पात्र हए,
\v 16 काहेकी मिर नाउँको ताहीँ बा कित्तो कष्ट भोगैगो, सो मए बाके दिखाएहौं ।”
\v 17 ।” तओ हननिया जाएके बा घर भितर कुचो, और बाके उपर अपन हात धरके कहि, 'भैया शाऊल, जौन प्रभु येशू तुमके आतपेति डगरमे दिखानो रहए, बाके तुम देख पाओ और तुम पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबओ करके मोके पठाई हए,
\v 18 तुरन्त बाकि आँखीसे पपरा जैसो कुछ झरो, और बा फिर देखान बारो हुइगए| तव बा उठो और बप्तिस्मा लै,
\v 19 और खानु खाएके बा बल पाई । शाऊल गजब दिनतक दमस्कसमे भए चेलनसंग रहए ।
\v 20 और तुरुन्त बा सभाघरमे येशूको घोषणा अइसे करी, “बा परमेश्‍वारको पुत्र हए ।”
\v 21 तओ सुनन बारे जित्तो सब अचम्मो मानके कहिं, “जा नाउँके लेन बारे जित्तो यरुशलेममे सतात रहए और हियाँ फिर बिनके बाँधके मुखिया पुजारीके ठिन लैजान बिचार से आनबारो जहे न हए का ?”
\v 22 पर शाऊल और जद्धा शाक्तिशाली होतगव, और येशुय ख्रिष्ट है कहिके परमाण दैके दमस्कसमे रहन बारे यहूदीनके अचम्मो करदै ।
\v 23 और बहुत दिनके पिच्छु यहूदी बाके मारनके षड्यन्त्र रचीँ ।
\v 24 पर बिनको षड्यन्त्र शाऊलके पता हुईगव । बे बाके मारन् के ताहिँ रातदिन सहेरको फाटक ठिन लुक्के बैठत रहएँ ।
\v 25 पर बाको चेला बाके रातमे डल्बामे डारके दिबारसे लटकायके उतारदै ।
\v 26 बा यरुशलेमसे आएके पिच्छु बा चेलनसे मिलन कोशिश करी| पर बे चेला हँए करके न पत्यायके सब बिनसे डराइगए |
\v 27 पर बारनाबास बाके संग लैके प्रेरितके ठिन लैगओ | और शाऊल प्रभुके डगरमे देखी और प्रभु बासे मस्कि और ब दमस्कसमे हिम्मत से येशूको नाउँमे प्रचार करी बात बिनके बताएदै |
\v 28 शाऊल यरुशलेममे बिनके संगसंग खुल्लम खुल्ला नेगन लागो, और सहास से प्रभुको नाउँमे प्रचार करन् लागो,
\v 29 और बा ग्रीक-यहूदीनके संग बाद-बिवाद करत् रहए, पर बे बाके मारन ढुणत रहएँ |
\v 30 पर जा बात पता पाएके भैया बाके कैसरियामे लाइँ और हुवाँसे बाके टार्ससमे पठाएदैं |
\v 31 तओ अइसी सारा यहूदिया, गालील और सामरिया भर मण्डलीमे शान्ति भव और मण्डली पक्की भई । प्रभुको भयमे नेगत और पवित्र आत्माको सान्ति पाएके मण्डलीमे बृध्दि होतगव |
\v 32 पत्रुस यितए उतए सब ठाउँमे यात्रा करत् लुड्डामे भए सन्तनके ठिन फिर आएपुगो |
\v 33 बा हुवाँ एनियास नाउँको कोइ एक आदमीके भेटि, जो आठ वर्षसे पक्षाघातको रोगसे सिथरीमे पणो रहए |
\v 34 पत्रुस बासे कहि, “ए एनियास, येशू ख्रीष्ट तुमके अच्छो करेहए | उठ, और अपनो बिछ्ना मिला और बा तुरन्त उठिगव |
\v 35 लुड्डा और शारोनमे बैठन बारे जित्तो सब जनै बाके देखके प्रभुघेन घुमे |
\v 36 योप्पा नगरमे तबिता, औ डोरकास {हरिणी} कहान बारी एक चेला रहए| बा अच्छो काम करन और दान देनमे लागिरहत् रहए |
\v 37 बे दिनमे बा बिमार भै और बिनको मृत्यु हुइगव, और आदमी हँदबाएके बाके उपरके पाणके एक कोठामे धरीँ |
\v 38 लुड्डा योप्पाके जौने रहै बहेमारे चेला पत्रुस हुवाँ हए करके सुनके बिनके ठिन दुई आदमीनके अइसे बिन्ती करन पठाइँ, “हमर ठिन जलदी अइओ |”
\v 39 तव पत्रुस उठके बिनकेसंग गव| हुवाँ पुगके पिच्छु बे बाके उपरके पाणमे लैगए| बिधुवा सब बिनके ठिन ठाणके रोनलागीँ, और डोरकास बिनके संग होत बा बनओ भौ कुर्ता और लत्ता देखाइ |
\v 40 तओ पत्रुस बिनके सबके बाहिर निकारके घुटो टेकके प्रार्थना करी, और बा लाश् घेन घुमके कहि, “तबिता, उठ!” और बा आँखी उघारी, और पत्रुसके देखके उठके बैठी |
\v 41 बा बाके अपन हातसे पकणके झट्से उठाई, और सन्त और बिधुवानके बुलाएके बिनके जिन्दा दिखाई |
\v 42 अब जा बात सबै योप्पा भर पता चलगव, और बहुत प्रभुमे विश्‍वास करीं |
\v 43 और बा बहुत दिनतक एक सिमोन कहन् बारो चर्मकारसंग योप्पामे बैठो
\c 10
अध्याय १०
\v 1 कैसरियामे कर्नेलियस नाउँको एक आदमी रहए, जो इटालिया कहान बारो पल्टनको एक कप्तान रहए ।
\v 2 बा ईश्वरभक्त रहए,और बा, बिनको सब परिवार परमेश्‍वारको भय मान्तरहएँ । बा आदमीनके खुशीकेसाथ दान दैके परमेश्‍वारसे सबदिन प्रार्थना करत् रहए ।
\v 3 बा दुपाह्रके तीन बजे घेन दर्शनमे सफा रुपसे परमेश्‍वारको एक स्वर्गदुत अपने घेन आत अइसो कहात सुनी, “कर्नेलियस !”
\v 4 झसक्के बा उनके निहारके देखि और कहि, प्रभु कहौ ।” और बा बिनसे कहि, “तुमरो प्रार्थना और गरीबके दओ दान सम्झनाके रुपमे परमेश्‍वारको अग्गु पुगो हए ।
\v 5 अब आदमीनके योप्पामे पठओ, और पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठओ ।
\v 6 बा चर्मकार सिमोनके ठिन बैठो हए, जौनको घर समुन्द्र किंनरे हए ।
\v 7 जब बासे मसकन बारो स्वर्गदुत बिदा भओ, तओ अपन कामैया मैसे दुइ जनैके और लगातर बिनको सेवा-टहल करन बारो एक भक्त सिपैयाके बुलाई,
\v 8 और बिनके सब बात बताएके योप्पामे पठाइँ
\v 9 कल बे अपन यात्रामे सहेरके जौने आएपुगत्, दुपहरको बाह्र बजेघेन पत्रुस त प्रार्थना करन घरको पाणमे चढो ।
\v 10 बा भुखानो, और कुछ खानके मन करी, पर औरदुस्रे खानु तयार करत् बेरा बा ध्यानमे-मग्‍न हुइगव ।
\v 11 बा स्वर्ग खुलो और हुवाँसे चारौ कोनेमे बधो तन्‍ना जैसो पृथ्बीघेन झर्त देखी ।
\v 12 तव बा तन्‍नामे पृथ्बीके सब किसिमके चारटाँगके जनावर और घिस्टनबारे प्राणी और आकाशके चिरैचुरुंगी रहएँ ।
\v 13 तओ बा एक आवाज सुनी, “ए पत्रुस उठ, और मारके खा ।”
\v 14 तओ पत्रुस कहि, “नाए प्रभु, काहेकी मए कबही कछु अपबित्र औ अशुद चीज ना खओ हौँ ।”
\v 15 बा आवाज फिर दुस्रो चोटी सुनी, “परमेश्‍वार जो शुध्द करीहए बाके तुम अपवित्र काहे मन्त हौ ।
\v 16 तीन चोटीतक अइसो भव, और तुरन्त बा तन्‍ना स्वर्गघेन लैगओ ।
\v 17 जब पत्रुस अपनो देखो जा दर्शनको अर्थ क हुइहए कहिके मनएमन दुबिधामे पडोरहए, बहेबेरा कर्नेनियस पठए आदमी सिमोनको घर ढुडत् फाटक अग्गु ठडे,
\v 18 और पत्रुस काहन बारो सिमोन हियाँ बैठो हए कि ?” कहिके जोडसे पुछीँ ।
\v 19 जब पत्रुस दर्शनके बारेमे बिचार करत् रहए तव पवित्र आत्मा बासे कहि, “देख, तीन आदमी तुमके ढुड्त रहएँ ।
\v 20 उठ, और तरे जा, और नाहिचकिचाएके बिनके संग जा, काहेकी बिनके मए पठओ हौ
\v 21 तओ पत्रुस उत्रो, और आदमीनके ठिन जाएके कहि, “देखौ, तुम जौनके ढुडत् हौ बा आदमी महि हौ । तुमके हियाँ आनको करन का हए?”
\v 22 बे कहिँ, “एक जनै कप्तान कर्नेलियस, जो सुधो और परमेश्‍वारसे डरानबारो और सबय यहूदी जातिसे सम्मान पाओ एक आदमी हए, तुमके बा घरमे बुलाई हए और तुम बाके सन्देश सुनओ कहिके एक पवित्र स्वर्गदुतसे बाके आदेश मिलोहए ।
\v 23 तओ बा बिनके भितर बुलाएके बिनको सत्कार करी | कल पत्रुस उठके बिनकेसंग गव, और योप्पाके कुछ भैया बिनके संगमे रहएँ ।
\v 24 द‍‍ुर्सौ दिन बे कैसरिया पुगे । अपने कुटुम्ब और जौनेके नातेदारनके बुलाएके जम्मा करी कर्नेलियस बिनको डगर देख्त रहए ।
\v 25 जब पत्रुस भितर आओ तओ कर्नेलियस बासे भेट करी और बाके पाउमे दण्डवत करीँ ।
\v 26 तओ पत्रुस उनके अइसे कहत उठाई, “उठओ, मए अपनए फिर त आदमी हौ ।”
\v 27 ।” तओ बिनके संग बात करत् घर भितर गए, और हुवाँ बहुत आदमी जम्मा भव पाइँ ।
\v 28 तओ पत्रुस बिनसे कहि, “और जातिसे संगत करनो और बिनसे भेटघाट करनो एक यहूदीके ताहिँ कितो सही ना हए कहिके बात तुमके पतए हए, ताहु फिर परमेश्‍वार मोके कोइ आदमीसे अपवित्र औ अशुध्द मतमनिए कहिके दिखाई हए ।
\v 29 जहेमारे बुलातए खिन्क कोइ आफत्त नामानके मए तुमर ठिन आओ | तुम मोके काहे बुलए? अब बताओ ।”
\v 30 तओ कर्नेलियस कहि, “चार दिनअग्गु लगभग: जहे समय घरमे मए तीन बजेको प्रार्थना करत् रहौ, तओ चिललो कुर्ता पैधे एक आदमी मेरे ठिन ठाडरहो,
\v 31 और कहि, 'कर्नेलियस, परमेश्‍वाके ठिन तुम्रो प्रार्थनाको सुनाइ भओ हए, और तुम गरीबनके दओ दानको सम्झना भओ हए।
\v 32 जहेमारे योप्पामे आदमी पठायके पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठा । बो समुन्द्रके किनरे चर्मकार सिमोनके घरमे बैठो हए ।'
\v 33 तओ मए तुरन्तए तुमर ठिन आदमी पठओ। और तुम कृपा करके आए । अब प्रभुसे तुमके आज्ञा भए सबए बात सुनन हम सबए परमेश्‍वारके अग्गु हियाँ उपस्थित हएँ ।”
\v 34 तओ पत्रुस मस्कन लागो, “नेहत्तए मए देखत् हौ, कि परमेश्वर पक्षपात नाए करत् हए,
\v 35 पर सब जातिमे जो बासे डरात हए, और अच्छो काम करत् हए, बे बाके ठिन ग्रहणयोग्य होतहएँ ।
\v 36 परमेश्‍वार इस्राइलीनके पठाओ भओ सन्देश,औ ख्रीष्टसे प्रचार करो शान्तिको सुसमाचार तुमके पता हए । (बहे सबको प्रभु हए ।)
\v 37 यूहन्‍नाको करो प्रचारके पिच्छु, गालीलसे सुरु भव सबए यहुदिया भर प्रचार करो भव वचन जहे हए,
\v 38 कि परमेश्‍वासर नासरतको येशू पवित्र आत्मा और शक्तिसे अभिषेक करी । बा सबके अच्छो काम करतए और भुतप्रेतनसे सताए भयनके अच्छो करत चलो, काहेकी परमेश्‍वार बाके संग रहए ।
\v 39 । "और बा यहूदीयनके देशमे और यरुशलेममे करे भए सब बातकी हम साँचि हए । बाके बे कट्ठामे टलगाएके मारी रहएं । "
\v 40 बहेके परमेश्‍वार तिसरे दिनमे जिन्दा करके उठाई, और बाके प्रकट कराई,
\v 41 सब आदमीनके नाए, पर हमके परमेश्‍वास साँचिके रुपमे चुनि और बा मरके जिन्दा हुइके पिच्छु हम बाके संग खानपिन करे ।
\v 42 बा हमके जनतामे प्रचार करन्, और बा जिन्दा और मरेनको न्यायकर्ता होनके ताहिँ परमेश्‍वारसे नियुक्त भओ आदमी रहए करके गवाही देनके ताँहि आज्ञा दै हए ।
\v 43 सबए अगमवक्ता बाकि गवाही दैं हएं, कि बाके उपर विश्‍वास करन् बारे प्रत्येक बाके नाउँसे पाप-क्षमा पाबैगो ।”
\v 44 पत्रुस जे बात मसकतए मसकत वचन सुननबारे सबके उपर पवित्र आत्मा आइगव ।
\v 45 अन्यजातिनके उपर फिर पवित्र आत्माको वरदान अखनो देखके पत्रुसके संगमे आनबारे यहूदी विश्वासी अचम्मो मानीं ।
\v 46 । काहेकी अन्य भाषामे मसकके बे परमेश्‍वारको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तओ पत्रुस कहि,
\v 47 हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?”
\v 48 और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं । तओ बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ ।
\c 11
अध्याय ११
\v 1 यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं ।
\v 2 जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं,
\v 3 "खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे? "
\v 4 " तओ पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो:
\v 5 "मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्‍न रहौ, तओ एक बडो तन्‍ना जैसो चार कोनेमे पकडे तरे झरत भओ कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ ।"
\v 6 मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो ।
\v 7 । मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।'
\v 8 "तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।” "
\v 9 "तव बहे ‍अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।' "
\v 10 तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।
\v 11 "बहि बेरा कैसरियासे मेरेठिन पठए भए तिन जनै आदमी हम बैठो आएपुगे ।
\v 12 बिनके संगमे जान मोसे पबित्र आत्म कहि। जे छय जानै भइया फिर मिर संग लागे रहएँ,और हम बा आदमीको घरमे गए।
\v 13 बा हमके बताई, कि एक स्वर्गदुत उनके घरमे ठडके अइसो कहातए बा देखिँ, 'योप्पामे आदमीनके पठओ पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलओ ।
\v 14 बा तुमके वचन सुनए हए, जौनसे तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमरो पुरो परिवार ।'
\v 15 ' "जब मए मस्कान लागो, तव सुरुमे हमर उपर उत्रो कता पवित्र आत्मा यिनके उपर फिर उत्रीयाओ ।"
\v 16 तव प्रभु कहि बा वचन मोके याद भव, 'यूहन्‍ना त पानीको बप्तिस्मा दै, पर पवित्र आत्मामे तुमरो बप्तिस्मा हुइहए ।'
\v 17 ' प्रभु येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करत् परमेश्‍वर हमके जो बरदान दै हए, बिनके फिर बहे बरदान दै के पच्छु परमेश्वरके रोक्न बारो मए कौन हौ त?”
\v 18 जा बात सुनके पिच्छु बे चुप हुइगए, और अइसो कहात बे परमेश्‍वर महिमा करीँ, “अब त परमेश्‍वार अन्यजातिनके फिर जीवनके तहीँ पश्‍चताप दै हए ।”
\v 19 स्तिफनसके सम्बन्धमे सुरु भव सतावटके करन ईतए उतए छिदिर विदर भए बारेनके ताहिँ नाय, पर यहूदीनके इकल्लो वचन प्रचार करत्, फोनिके, साइप्रस और अन्टिओखियातक सफर करीँ ।
\v 20 पर बे मैसे कोइ-कोइ साइप्रस और कुरेनीके आदमी रहएँ । बे एन्टिओखियामे आएके ग्रीकनके फिर प्रभु येशू प्रचार करीँ ।
\v 21 प्रभुको बाहुली बिनके संग होनके करनसे विश्वास करन् बारेनको बहुत संख्यामे प्रभुघेन घुमिगए ।
\v 22 । जा सुसमाचार यरुशलेममे भए मण्डलीके कानमे पुगो , और बे बारनाबासके एन्टिओखियामे पठाइँ ।
\v 23 बे हुवाँ आएके परमेश्‍वारको अनुग्रह देखके खुशी भए, और बे सबके पुराे ह्रदयसे प्रभुमे विश्‍वासि बने रहन हौँसला दैं ।
\v 24 काहेकी बे अच्छाे, पवित्र आत्मा और विश्‍वाससे भरिपूर्ण भए आदमी रहएँ । आदमीको बाड़ो समुह प्रभूमे आईगव ।
\v 25 तव शाऊलके ढुड्न बारनाबास टार्ससमे गव ।
\v 26 जब बाके पाइँ तव बाके एन्टिओखियामे लाई |तव पुरो एक वर्षतक मण्डलीके आदमीके संग बे भेटघाट करतए रहे,और आदमीनको बड़ो समूहके शिक्षा दैं।चेला पहिलो चोटी एन्टिओखियामे ख्रिष्टीयन कहिलाइँ।
\v 27 तव बा बेरा अगमवक्ता यरुशलेमसे एन्टिओखियामे आए ।
\v 28 बिन मैसे अगाबस नाउँ भव एक जनै ठडके सारा संसारमे गजब भारी अनिकाल पड्न बारो हए कहिके पवित्र आत्मासे अगमवाणी करी । बा अनिकाल क्लौडियसको शसानकालमे अइसाेओ रहए।
\v 29 तव चेला सब अपनो-अपनो औकतअनुसार यहूदियामे बैठन बारे भैयनके सहेताके तहीँ भेटी पठानके ताहिँ पक्का सल्लाह करीं ।
\v 30 बे अइसी करीँ, और बारनाबास और शाऊलके हातसे बिनको भेटी एल्डरके ठिन पठाए दैं ।
\c 12
अध्याय १२
\v 1 बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए ।
\v 2 बा यूहन्‍नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी ।
\v 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ । जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए ।
\v 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै ।
\v 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्‍वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए ।
\v 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए । सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ ।
\v 7 "ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि । स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और "हल्दी उठ" करके बाके जगाई । तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ| "
\v 8 स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा।” तव बा उइसी करी । बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग ।”
\v 9 ।” और बा निकरके उनके पिच्छु लागो । स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए। पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ ।
\v 10 जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ ।
\v 11 जब पत्रुसको होश खुली तव बा कहि, “अब मोके नेहत्व पता भव, कि प्रभु अपन दूत पठाएके हेरोद राजाके हातसे, और यहूदी जो करन चाहत रहएँ बे सबसे मोके छुटकारा दै ।
\v 12 जा बात बिनके पता हुइके पिच्छु, बो मर्कूस काहन बारो यूहन्‍नाकी अइया मरियमके घरमे गओ । हुवाँ बहुत जनै जम्मा हुइके प्रार्थना करत् रहए।
\v 13 बा फाटक ढकढाकई रोदा नाउँकी नोकर्नी फाटक खोलन आई ।
\v 14 "पत्रुसको सोर चिनके पिच्छु बा खुशी हुइके फाटक ना खोलके भितर दौरत गई "पत्रुस फाटकमे ठणो हए" करके खबर दै। "
\v 15 तओ बे बासे कहिँ, “जा पागल हए ।” पर बक कहि बात नेहत्व हए करके बा जिद्दी करी । त्ओ बे कहिँ, “बा उनको स्वर्गदूत हुइहए ।”
\v 16 ।” पर पत्रुस त ढकढकात् रहो । फाटक खोलके बाके देखके बे अचम्मो मानीं ।
\v 17 बा "चुप लाग" कहिके हातसे इशरा करी, और प्रभु बाके कैसे जेलसे बाहेर निकारी सो बिनके बताई । जे बातको समाचार याकूब औ और भैयनके देबओ कहिके बा बिदा हुइके दुस्रो ठाउँमे गै भव ।
\v 18 " उजियारो हुइके पिच्छु पत्रुसके का भव करके सिपैयनके बीचमे बडो हलचल भव।
\v 19 हेरोद बाको ढुडके करके फिर नाए पाएके सिपैयनको जाँच करके बिनके ज्यानसजायको हुकुम करी। हेरोद त यहूदियासे कैसरिया जाएके हुवाँए बैठो ।
\v 20 हेरोद टुरोस और सीदोनके आदमीनसे बहुत दिक्कानो रहए । बे एक दल हुइके बिनके संग आए, और राजाको भितरको कर्मचारी बलस्तससे हातपाओ जोणके मिलापतके ताहिँ बिन्ती करीं। काहेकी बिनको देश अन्‍नके ताहिँ राजाके देशमे निर्भर रहए ।
\v 21 तुको भव दिनमे राजकीय कुर्ता पैधके हेरोद अपनो सिंहासनमे बैठो, और बिनके भाषण दै
\v 22 22 "आदमी जा त ईश्‍वारको बोली हए, आदमीको ना हय!” कहिके चिल्लान लागे | "
\v 23 23 पर परमेश्‍वारके महिमा ना देनके कारण उत्तिय खिँन प्रभुको एक स्वर्गदूत बाके मारी, और बिजर बिजर कीरा पणके मरीगओ
\v 25 पर प्रभुको वचन बढतए और फैलतए गओ ।
\v 24 बारनाबास और शाऊल अपन सेवा पुरा करके यरुशलेमसे लौटे बिनके संग मर्कूस कहान बारो यूहन्‍ना फिर गओ ।
\c 13
अध्याय १३
\v 1 एन्टिओखियाको मण्डलीमे अगमवक्ता और शिक्षक औ बारनाबास, काला कहान बारो शिमियोन, कुरेनीको लुकियस, राज्यको शासक हेरोदसँग बढो मनेन और शाऊल रहए ।
\v 2 बे प्रभुको आराधना करत् और उपवास बैठे समयमे पवित्र आत्मास कही, “मिर ताहिं बारनाबास और शाऊलके बा कामके ताहिं अलग करओ, जौन कामके ताहिं मए बिनके बुलाओ हौं ।”
\v 3 3 तव उपबास और प्रार्थना करके बे उनके उपर अपन हात धरके उनके बिदा करीं ।
\v 4 । तओ पवित्र आत्मासे पठाए भएके कारन बे सिलुकियामे गए और हुवाँ से जहाजमे चढके साइप्रस घेन गए ।
\v 5 सलामिसमे आए पुगके पिच्छु बे यहूदीनको सभाघरमे परमेश्वरको सुसमाचार प्रचार करीं। बिनके सहायत करन् यूहन्ना बिनके सँग रहए
\v 6 जव बे सबै टापूको मईंजल ( यात्रा ) करत पाफोस तक आएपुगे, तव हुयाँ बे एक जनी यहूदी झुठो अगमवक्ता बार-येशु कहान बारो एक जनी जादुगरके पाइँ ।
\v 7 बा जादुगर एक राज्यको शासक सर्गीयस पौलससँग बैठत रहए । सर्गीयस पौलस बुध्दिमान आदमी रहए । बा शाऊल और बारनाबासके बुलाएके परमेश्‍वारको वचन सुनन् इच्छा करी ।
\v 8 पर एलुमास जादुगर {काहेकी ग्रीक भाषामे बाको नाउँको अर्थ जहे हए} सर्गीयस पौलसके विश्‍वाससे भडकानके बिनको सामना करी ।
\v 9 पर शाऊल जौनसे पावल फिर कहात हैं, पवित्र आत्मासे भरके बाके उपर एक नजर लगाएके देखि,
\v 10 "तय दियाबलसको लौणा, सबै धार्मिकताको शत्रु, सबै छल और दुष्टतासे भरो ! का तए प्रभुको सुध डगरके टेंढो करन् न छोड़ैगो?
\v 11 " अब देख प्रभुको हात तिर उपर पणो हए, और तए कुछ देरतक घामुको उजियारो न देख पाएके अन्धरा हुइजए हए ।” और उतनीय खिन कोहरा और अँध्यारो बाके तोपलैं, और कोइ बाको हात पकणके डुरियाय देबए करके इतए उतए जान लागो ।
\v 12 तव राज्यको बा शासक जा भव देखके विश्वास करी, काहेकी प्रभुको शिक्षामे बा अचम्मो मानि रहए ।
\v 13 पावल और बिनके सँगी पाफोससे जहाज चढके पामफिलियाको पर्गामा पुगे, और युहन्‍ना ता बिनसे छुट्के यरुशलेम घुमिगओ ।
\v 14 पर बे पर्गासे निकरके पिसिदियाको एन्टिओखियामे आए, और शबाथमे* सभाघर भितर जाएके बैठे ।
\v 15 अब व्यवस्था और अगमवक्ताक किताबको पाठ पढ्के पिच्छु सभाघरके शासक बिनके ठिन अइसे कहिके पठाइँ, “ए भैयओ तुमरे सँग आदमीनके ताहीं ज्ञानको वचन कुछ हए कहे से कहओ ।”
\v 16 तव ठाणके पावल हातसे इशारा करके कहि, “हे इस्राएलके आदमी और परमेश्‍वारको डर मनन बारे, सुनाओ,
\v 17 इस्राएल जातिको परमेश्‍वार हमर पिता-पुर्खानके चुनके मिश्रदेशमे रहत बिनके महान बनाई, और बाको शक्तिशाली हातसे बिनके बा देशसे निकारके लाई ।
\v 18 उजाड-स्थानमे लगभग: चालीस वर्षतक बा बिनके रेखदेख करी ।
\v 19 । तव बा कनान देशमे सात जातिनके नाश करके बिनको देशको अधिकार करत लगभग: चार सय पचास वर्षतक बिनके दै ।
\v 20 "जा बात पिच्छु शमूएल अगमवक्ताको पालो तक बा न्यायकर्ता दै ।
\v 21 " तव पिच्छु बे राजा मागीं, और परमेश्‍वार बेन्यामीन कुलको कीशको लौंणा शाऊलके चालिस वर्षतक बिनके उपर राज्य करन दै ।
\v 22 बा बिनके हटाएके पिच्छु दाऊद बिनको राजा होनके खडा करी । उनके बारेमे परमेश्‍वार गवाही दैके कहि, 'मए यिशैको लौणाके दाऊदके मेरो ह्रदय अनुसारको आदमी पाओ, जौन मिर सबय इच्छा पुरी करैगो ।”
\v 23 जहे आदमीको आनबारो सन्तानसे बाको प्रतिज्ञा अनुसार, परमेश्‍वार ईस्राएलके ताहिं एक मुक्तिदाता, येशुके लाई |
\v 24 बा आनसे अग्गु यूहन्‍ना इस्राएलके सबय आदमीनके पश्‍चतापको बप्तिस्माक् प्रचार करी रहए ।
\v 25 25 यूहन्‍ना अपन काम निभ्टात् पेति कहि रहय, ”तुम का समझत हौ, मए कौन हौं? मए बा नैयाँ । पर मोसे पिच्छु एक जनी आबैगो, जौनको टाँगको जुत्तातक फिर खोलन लायकको मए नैयाँ ।'
\v 26 "ए अब्राहामके वंशके सन्तान, और तुमए मैसे परमेश्‍वारको डर मानन बारे ए भैयाओ, हमर ठिन जा मुक्तिको सन्देश पठाइ हय । "
\v 27 काहेकी यरुशलेमके बासिन्दा और बिनको शासक बाके न चिनके और हरेक शबाथमे पढनबारी अगमवक्ताक वचन न बुझके बाके दण्डको आज्ञा दैके बे वचन पुरा करीं ।
\v 28 ज्यान सजायको कोइ कारन न पाए से फिर बे बाके मारन पणैगो करके पिलातससे बिन्ती करीं ।
\v 29 और बाके वारेमे लिखो भव सब बात बे पुरा करके पिच्छु बे बाके कट्ठासे उतारके मरघट मे धरीं
\v 30 पर परमेश्‍वार बाके मरो से जिन्दा करी ।
\v 31 अपनेसँग गालीलसे यरुशलेममे आनबारे ठिन बा बहुत दिनतक दिखाईपडो, और बे हबाए जनतामे बाको साचीँ हैय हएँ ।
\v 32 । "परमेश्‍वार पिता-पुर्खासे करो भव बह प्रतिज्ञाको सुसमाचार हम तुमर ठिन लय हएँ । "
\v 33 औ कैसे परमेश्‍वार येशुके जिन्दा करके उठाई बा बात हम बिनके सन्तानके ताहिं पुरो कर दै, जैसी दुस्रो भजनमे लिखो हए, 'तै मिर पुत्र है, आजके दिन मए तोके जन्मओ हौं ।'
\v 34 बा ख्रीष्टके कबहू न सणय करके मरके जिन्दा करके बारेमे त अइसे कहि हए, 'मए तुमके दाऊदको दओ भव पवित्र और अटल आशिर्बाद देहौं ।'
\v 35 काहेकी औरो ठाउँमे फिर अइसो कहि हए, 'तुम अपन पवित्र जानको शरीर सणन न देहौ ।'
\v 36 काहेकी उनको अपनो पुस्तामे परमेश्‍वारको उद्देश्य अनुसार सेवा करके मरके पिच्छु उनको पिता-पुर्खाके सँग दाऊदके गाडीं, और बाकी शरीर सणीगई ।
\v 37 पर जौनके परमेश्‍वार मरो से जिन्दा करी बाकि शरीर त न सणी ।
\v 38 "जहेमारे भैयओ, तुमके पता होबए, कि जहे आदमीसे पाप-क्षमा होत है कहिके तुमरे ताहिं बताव गओ हए । "
\v 39 तुम विश्‍वास करन बारे बहे से सबै बातसे छुटकारा पाए हौ, जौन छुटकारा मोशाको व्यवस्थासे तुमरे ताहीं सम्भव न रहय ।
\v 40 जहेमारे होशियार रहबओ, नत अगमवक्तानकी किताबमे कही जे बात तुमरे उपर आए पणंगी:
\v 41 'ऐ बदनाम करन बारेऔ, देखओ और अचम्मो मनओ, और नाश हुईजाओ, काहेकी तुमरे समयमे मए एक काम करङ्गो, अइसो काम जौनके बारेमे कोइ बयान करदेहए फिर तुम कबहू विश्‍वास न करेहौ ।”
\v 42 ।” पावल और बारनाबास सभाघरसे निकरके जान लागो तव आनबारो शबाथमे फिर जा बात सुनाए देओ कहिके आदमीन बिन्से बिन्ती करीं ।
\v 43 बैठक निभट्के बहुत यहूदी और यहूदी मत मनन बारे भक्ता पावल और बारनाबासके पिच्छु लागे, और बे बिनके संग मस्कत बिनके परमेश्‍वारको अनुग्रहमे रहनके ताहिं बिन्ति करिं।
\v 44 दुस्रो शबाथमे लगभग सबए सहेर परमेश्‍वारको वचन सुननके उल्झपडे ।
\v 45 भीडके देखके, यहूदी दीकसे भरी गए और पावलकि कहि भइ बातके नमानि और बिनको बदनामि करीं ।
\v 46 पर पावल और बारनाबास साहस करके कहिँ, “परमेश्‍वारको वचन सबसे पहिले तुमके सुनान जरुरि रहए । तुम जाके इन्कार करके अपनएके अनन्त जीवनको योग्य नठाहिराएके हम अब अन्यजातिनके ठिन जएहंए ।
\v 47 काहेकी प्रभु हमके अइसो आज्ञा दै हए, पृथ्बीक औरो छोरतक मुक्ति पुगान मए तुमके अन्यजातिनके ताहिँ ज्योति होन जिम्मा दव हंव ।”
\v 48 जब अन्यजाति जा बात सुनीं, बे खुशी भए, और परमेश्‍वारको वचनको प्रशंसा करीं, और अनन्त जीवनके ताहिँ जित्तो जिम्मा पाएभए सब विश्‍वास करी ।
\v 49 प्रभुको वचन सब इलाका भर फैलगओ ।
\v 50 पर पावल और बारनाबासके बिरुध्दमे यहूदी भक्ता और जानन बुझन बारी बैयर और सहेरके मुखिया-मुखिया आदमीनके उक्साइँ, और उनके अपन साँधा सिमाना बाहिर कटए दैं ।
\v 51 पर बे त अपन टाँगको भुवा बिनके बिरुध्दमे झारके, आइकोनियनमे आए ।
\v 52 चेला आनन्दसे और पवित्र आत्मासे भरपुर हुइगए ।
\c 14
अध्याय १४
\v 1 अब आइकोनियनमे बे एकए संग यहूदीनको सभाघरमे घुसके अइसे कहिं, कि यहूदी और ग्रीकके बहुत भारी दल विश्‍वास करी ।
\v 2 पर विश्‍वास नाए करन बारे यहूदी त अन्यजातिनके भड्कएके भैयनके बिरुध्दमे बिनकि मन बिगाड्दैं ।
\v 3 प्रभुको भरोसामे साहससे मसकके बहुत समयतक पावल और बारनाबास हुवाँ रहे । प्रभु बिनके हातसे चिन्ह और अचम्मोके काम करवाएके अपन अनुग्रहको वचनको गवाही दै ।
\v 4 पर सहेरके आदमीमे फुट हुइगओ, और कोइ यहूदी घेन और कोइ प्रेरित घेन लागे ।
\v 5 अन्यजाति और यहूदी दोनए बिनके शासक के संग मिलके बिनके सतान और पत्थर मारन कोशिस करीं ।
\v 6 बे जा बात कि पता पाइ गए, और लुकोनियाक सहेर लुस्त्र, डर्बी और आस पासके जिल्ला होतए भाजके गए,
\v 7 और हुवाँ बे सुसमाचार प्रचार करतए रहे ।
\v 8 अब लुस्त्रा सहेरमे टाँग चलान नासकन बारो एक आदमी बैठो रहए । बो जन्माएको लगंडा रहए, और कबहू नाए नेंगि रहए
\v 9 । पावल मस्कत बो सुनत रहए | पावल बोके एक नजरलगएके देखी, और अच्छो होनबारो बाको विश्वास हए करके देखके ।
\v 10 बड़ो जोडसे चिल्लाएके कहि, "तेरो टाँगके भरमे सुध ठाण ।” औ बो तुरन्त उठी गओ और नेगन लागो।
\v 11 जब पावलको करोभव जा काम भीड देखी, तव बे लुकोनियाके भाषामे जोडसे चिल्लाएके अइसे कहिँ, “देवता आदमीके रुपमे हमर ठिन उतरके आए हंए ।”
\v 12 बे बारनाबासके जिउस देवता और पावलके हर्मेस देवता कहान लागे, काहेकी जे त मुखिया वक्ता रहए ।
\v 13 सहेर अग्गु भव जिउसको मन्दिरको पुजारी मूल फाटकमे बर्धा और फुलाको माला लैके हुवाँ आदमिनसे मिलके बलि-पुजा करन इच्छा करी
\v 14 पर जब प्रेरित, बारनाबास और पावल जा बात सुनीं तव बे अपनो कुर्ता फारके अइसे कहातए चिल्लाएके आदमीनके बीचमे दौड्तए गए और कहिँ,
\v 15 " आदमिओं, तुम काहे अइसो काम करत हौँ? हम फिर त तुमहि कता दु:ख-सुख भोगन बारे आदमी हंए, और तुमके जे बेकारकि बातसे जिन्दा परमेश्वर घेन घुमन ताहिं सुसमाचार सुनात हएं, जौन परमेश्‍वार स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए सब चीज बनाइ हए ।
\v 16 बा अग्गु बितेभए पुस्तामे सब जातिनके अपनि-अपनि रीतिअनुसार चलन दै ।
\v 17 तहु फिर बा अपनएके गवाही बिना नाए छोडी, काहेकी बा भलो करके तुमके स्वर्गसे पानीको वर्खा और फलवन्त ॠतु दै हए और तुमरो ह्रदयके भोजन और आनन्दसे सन्तुष्ट करी हए ।”
\v 18 जे बात कहिके बे मुस्किलसे बिनके बलि-पुजा चढानसे बे आदमिनके रोकीं ।
\v 19 पर कोइ-कोइ यहूदी एन्टिओखिया और आइकोनियनसे हुवाँ आए पुगे, और भीडके फुल्साएके पावलके पत्थरसे मारिं, और बो मरगव हुइहए करके सहेरसे बाहिर कढ़ेरत लैगए ।
\v 20 पर जब चेला बिनके आसपास ठाणके बिनके उठाइँ, और सहेर भितर घुसे, और कल बारनाबास संग निकरके डर्बीमे चलेगए।
\v 21 बे बा सहेरमे सुसमाचार प्रचार करके बहुत चेला बनाइँ, और बे लुस्त्रा, आइकोनियन और एन्टिओखियामे घुमे,
\v 22 चेलनको आत्माके तगड़ो करतए बिनके विश्‍वासमे बनेरहान ज्ञान दैं, और बहुत कष्ट सहेके हम परमेश्‍वारको राजमे घुसन पणत हए कहिके बिनसे कहिँ ।
\v 23 जब बे उनको सब मण्डलीमे एल्डरको जिम्मा दैं, तव प्रार्थना और उपवास सहित बे अपनए विश्‍वास करके प्रभुको जिम्मामे उनके सौँप दैँ ।
\v 24 तव पिच्छु बे पिसिदियासे हुइके पामफिलियामे आए ।
\v 25 पर्गामे वचन प्रचार करके बे अटालियामे उतरे ।
\v 26 औ हुवाँ से बे समुन्दरको मैजल करके एन्टिओखियामे गए, जहाँ बे पुरा करो भव कामके ताहिं परमेश्‍वारके अनुग्रहमे बिनके सौंपि रहंए ।
\v 27 जब बे एन्टिओखिया आएपुगे, तव मण्डलीके इकठ्ठा करीं, और परमेश्‍वार बिनके संगमे करोभव सब कामको बयान करीं, और कैसे बा अन्यजातिनके ताहिँ विश्‍वासको फाटक खोलदै सो सुनाइँ।
\v 28 बे हुवाँ चेलनसंग बहुत दिनतक बैठे ।
\c 15
अध्याय १५
\v 1 "अब कोइ आदमी यहूदीसे अन्टिओखीयामे आएके भैयनके अइसो शिक्षा देन लागे, "तुम मोसाके रिति अनुसार खतना नाभव तव तुमर उद्धार नाए हुइ हए ।"
\v 2 तव पावल और बरनाबासको बिनके संग बहुत मतभेद और वाद-विवाद हुइके पिच्छु, हुवाँ के भैया पावल और बारनाबास और कित्तो आदमिनके जा प्रश्‍नाको फैसलाके ताहिँ प्रेरित और एल्डर ठिंन यरुशलेम जान ताहिँ जिम्मा दैं ।
\v 3 मण्डलीक सदस्य बिनके हुवाँ से बिदा दैँ । बे फोनिके और सामरियासे हुइके जात अन्यजात प्रभुके ग्रहण करि भइ बात उनके अच्छेसे सुनाइ । जा खबर से हुँवाके ददाभैया गजब खुशी भए ।
\v 4 जब वे यरुशलेम आए पुगे, तव बिनके मण्डली, प्रेरित और एल्डर आदरभाव करीँ । परमेश्‍वार बिनके सँग करी सब बात खुलके वे बतांई ।
\v 5 तव फरिसी दलके कित्तो विश्वास करन बारे ठाणके कहिँ, "अन्याजतिनके खतना होन और बिनके मोशाको व्यवस्था पालन करन आज्ञा देन जरुरि हए ।"
\v 6 जा बारेमे सोच-विचार करन ताहिँ प्रेरित और एल्डर ईकठ्ठा भए ।
\v 7 "बहुत कहासुनि चलतपेति पत्रुस ठाणके उनसे कहि " भइया रेओ, तुम के पता हए, सुरुके दिनमे कैसे परमेश्‍वार मिर मुहसे अन्यजाती सुसमाचार को वचन सुनए और विश्‍वास करए करके तुमर बिच मैसे मोके चुनि हए ।
\v 8 हृदयकी बात जाननबारो परमेश्‍वार बिनके फिर हमर हानी पवित्र आत्मा दैके उनके ग्रहण करी बात दिखाई ।
\v 9 बा बिनके और हमर विचमे कोइ भेदभाव ना रखाइ पर बिनको हृदय विश्‍वास से शुद्द बनाइ ।
\v 10 जहेमारे चेलाको कँधामे जा जुवा धरके काहे परमेश्‍वारको परिक्षा करत हव? जा जुवा ना ता हमर पितापुर्खा बोकीं और ना हम बोक पाए हए ।
\v 11 पर हम विश्‍वास करत हए की प्रभु येशूको अनुग्रहसे हम उध्दार पाए हए जैसी बे फिर पाइँ हए ।”
\v 12 तव बैठकमे सब चुप बैठे, और अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वर बिनके विच चिन्ह और अच्मेको काम करी रहए बक बयान बारनाबास और पावल करीँ| बे जा बयाना सुनी ।
\v 13 "बे मसक के पिच्छु याकूब अइसो कहि," भैया रेओ, मिर बात सुनौ, "
\v 14 परमेश्वर अपने नाउँके ताहिँ अन्यजातिनसे एक जाति छाँटन कृपा करी बात सिमोन बताई रहए ।
\v 15 जहे बातसे अगमवक्ताक् वचन फिर मिलत हए, जैसो लिखो हए,
\v 16 जे बात पिच्छु मै फिर लौटङ्गो, और दाउदको उजणो घर फिर बनामंगो, बाको रहोबचो मै फिर बनए हौँ, और बाके फिर ठणबामंगो,
\v 17 और बाँकि आदमी प्रभुके ढुँणसकए, और सबए अन्याजाति फिर, जौन मिर नाउँ से बुलाए भए हँए,
\v 18 जा बात परमप्रभु कहत हए, जौन पुरानो समयसे जे बात बताइ हए, जौन सृष्टिको सुरुसे पता रहंए ।'
\v 19 "जहेमारे मिर फैसला जा हए, की परमेश्‍वार के घेन लौटनबारे अन्याजातिनके हम दु:ख ना देमए,
\v 20 पर बिनके जा बातलिख देमए, की बे मुर्तिपुजाके अशुध्द्से अलग रहए, व्यविचारसे अमेठ के मारो भव पशुको बुट्टी और रगतसे अलग रहए ।
\v 21 काहेकि पुस्तौसे सहरै पिच्छु मोशाको व्यवस्थाके प्रचार होत आओ हए, काहेकि जा सब सभाघरमे और सबए शबाथमे पढत हए ।'
\v 22 तव प्रेरित, एल्डर और सबए मण्डलीसे मिलके अपन बीचसे कित्तो आदमिनके, चुनके पावल और बारनाबास सँग एन्टिओखियामे पठान अच्छो मानि, और भैयान मैसे मुखिया आदमिनके यहूदा कहान बारो बारसाबास और सिलाशके चुनी
\v 23 और उनके संगमे बे जा चिठ्ठी पठाई: एन्टिओखिया, सिरिया और किलिकियामे रहन बाले अन्यजाति विश्‍वासि भैयानके प्रेरित और एल्डर को नमस्कार ।
\v 24 हम सुने हैँ, की हमर विचके कोइ-कोइ हमर आदेश बिना तुमर मन अस्थिर बनएके तुमके तमान बातसे दुःख दैं हँए ।
\v 25 जहेमारे हम सबको सबय सहमति से करो निर्णय अनुसार कित्नो आदमीनके चुनके बिनके हमर प्रिय बारनाबास और पावलके संगमे तुमरे ठिन पठान हमके ठिक लागो ।
\v 26 जे आदमी अइसे हए, जो हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके ताहि अपन ज्यान आफत मे डारी हँए ।
\v 27 जहेमारे हम यहूदा और सिलासके पठए हए । बे फिर बहे बात मुहसे बतए हँए ।
\v 28 काहेकि पवित्र आत्मा और हमके जा ठीक लागो, की जे जरुरि बातसे अलावा और जद्धी बोझ तुमके ना बोकए हए ।
\v 29 "तुम मुर्तिको बलि चढओ भव चिझ, रगत, घेट अमेठके मारो भव पशुको बुट्टी और व्याविचार से अलग रहिओ| जे बातसे अलग रहाईगे तव अच्छो होबैगो | बिदा ।"
\v 30 बिदाबारी भव तव बे एन्टिओखियामे आए, और समाजके एक साथ जमा करके बो चिठ्ठी दै रहए ।
\v 31 पत्रमे लिखो भव ज्ञानकी बात पढ़के बे खुशी भए ।
\v 32 यहूदा और सिलाश अपनए फिर अगमवक्ता रहए बहेमारे भैयानके और जद्धा वचनसे ज्ञान दैके बिनके तगडो करीँ ।
\v 33 जे थोरी दिन हुवाँ बिताईके पिच्छु, हुवाँके भैया जिनके पठान बारेनके खुशीके साथ बिदा दैके पठाई ।
\v 34 पर सिलाश के हुवाँ बैठन ठीक लागो ।
\v 35 पावल और बारनाबास त शिक्षा देतए और प्रभुको वचन प्रचार करत और बहुत आदमीके सँग एन्टिओखियामे बैठे ।
\v 36 । कुछ दिन पिच्छु पावल बारनाबास से कहि ," आबौ जौन जौन सहरमे प्रभुको वचन हम प्रचार करे रहए बे सहेरमे घुमके जाइके भैयानके भेट करए और बे कैसे हए देखए ।"
\v 37 बारनाबास मर्कुस कहान बारे यहुन्‍नाके उनके संगमे लैजान ईच्छा करी ।
\v 38 पर पावल मर्कुसके सँगमे लैजान ठीक ना मानी, काहेकी बा पामफिलियासे बिनके सँग छुटके गओ रहए, और बिनके संगमे काममे ना गव रहए ।
\v 39 उनके बिचमे इतनो बणो मनमुटाव भव, कि बे एक दुसरेसे छुटिगए, और बारनाबास मर्कुसके संगमे लैके साइप्रस घेन गओ ।
\v 40 पर पावल सिलासके चुनी, और भैयनसे परमेश्वरको अनुग्रहमे सौंपके बिदा भए ।
\v 41 मण्डलीनके तगडो बनातए बे सिरिया और किलिकिया भ्रमण करी ।
\c 16
अध्याय १६
\v 1 पावल डर्बी और लुस्त्रामे फिर आओ । हुवाँ तिमोथी नाउँ भव एक जनै चेला रहए । वो एक विश्‍वासि यहूदी बैयरको लौणा रहए, पर बाको दौवा ग्रीक रहए ।
\v 2 लुस्त्रा और आइकोनियनके भैयामे बाको नाउँ चलो रहए ।
\v 3 बाके पावल सँग लैजान इच्छा करी । बे ठाउँमे रहनबारे यहूदीयानके कारणसे पावल बाके लैजाएके खतना करी । काहेकि बाको दौवा ग्रीक हए कहिके बिनके सबके पता रहए ।
\v 4 अब बे सहेरके डगर हुइके जात बिनके यरुशलेमके प्रेरित और एल्डर करो निर्णय बिनके पालन करन कहिके सुनाए दै ।
\v 5 अइसी मण्डली विश्‍वासमे मजबुत होत और संख्यामे रोजदिन बढ्तैगए ।
\v 6 पवित्र आत्मासे एशियामे वचन प्रचार करन मनाही भव बे फ्रिगीया और गलातियाके इलाका हुइके गए ।
\v 7 माइसियाको सिमानामे आएके पिच्छु बे बिथिनियाघेन जान विचार करी । पर येशूक आत्मा बिनके ना जान दै ।
\v 8 तव माइसिया हुइके बे त्रोआसमे गए ।
\v 9 रातके पावल एक दर्शन पाई- माकेडोनियाक एक आदमि ठाणके बासे बिन्ति करत रहए,"माकेडोनिया आबौ, और हमके सहेता करौँ ।"
\v 10 जब बा जा दर्शन पाई, तुरन्तै हम माकेडोनिया जान तयार हुइगए । हम जा पक्का करे कि बिनके सुसमाचार प्रचार करन परमेश्‍वार हमके बुलाई रहए ।
\v 11 तव हम त्रोआससे जहाजमे चढके सुधे सामोथ्राघेन गए, और कल नियापोलिसमे आएपुगे,
\v 12 और हुवाँ से फिलिप्पीमे आएपुगे, जौन माकेडोनियाको प्रमुख सहेर और रोमी उपनिवेश फिर हए| हम बा सहेरमे कुछ दिन बैठे ।
\v 13 अब शबाथमे सहेरके फाट्कसे बाहिर नदीयक किनारेमे गए, काहेकी हुवाँ प्रार्थना करन ठाउँ हए कहिके हम अनुमान लगए रहए, और हुवाँ हम बैठे और जम्मा भई बैयरसँग बातचीत करन लागे ।
\v 14 तव थिआटीरा सहेरकी बैठनबारी, सुरमाहो ( बैजनी ) लत्ताकी व्यापार करन लिडिया नाउँकी एक ईश्‍वार भक्तानिया हमर वचन सुनी। पावल मस्कि बात ध्यानसे सुनै कहिके प्रभु बाकी हृदय खोलदै ।
\v 15 "जब बक और बक घरके सबैके बप्तिस्मा भव, तव बा हमके बिन्ती करी, " अगर तुम मोके प्रभुकी विश्‍वास याेग्गे मानत हौ कहेसे मिर घरमे आएके बैठौ |'' और बा हमके कर लगा ।
\v 16 " जब हम प्रार्थना करन ठाउँमे जात रहएँ, तब जादुगर करनबारी आत्मा भै एक कमैया लौणियासे हमरो भेट भव, जो तन्तर मन्तर करके बक मालिकके ताहीं गजब कमाईं करत रहए ।
\v 17 "बा पावल और हमर पिच्छु-पिच्छु लागी, और अइसो कहात् चिल्लाई, "जे आदमी सर्वोच्च परमेश्‍वर सेवक हएँ | जे तुमर ताहिं मुक्तिको डगर बतात हएँ ।" "
\v 18 "बा बहुत दिनतक अइसी करत रही | तव पावल खारुवाहाएके फन्‍न से घुम के बा दुष्टआत्मा से कही, "येशु ख्रीष्टके नाउँमे मए तोके बासे निकरन आज्ञा देत हौं ।" तव बा दुष्टत्मा बहे घणी निकर गव ।
\v 19 " पर बक मालिक बिनकी कमाइको आशा खतम भव देखके पावल और सिलासके पकणके बाजरके चौराहोमे शासक ठीन तानत लैगए ।
\v 20 "तव बिनके सहेरके हाकिम ठीन लाएके कहीं, " जे आदमी यहूदी हएँ, जे हमर सहेरमे गोलमाल मचात हएँ । "
\v 21 "जे आईसे आईसे रितिरिवाज सिकत हएँ जौन हम रोमीके ग्रहण करन औ पालन करन ठीक न हए ।
\v 22 " तव भीण मिलके बिनके झपटन लगे। सहेरके हाकिम बिनको लत्ता चिरके फेंकदैं, और बिनके छणी लगान हुकम दैं।
\v 23 बे बिनके बहुत छणी लगाएके बिनके झेल मे डारदैं, और झेलके हाकिम से जे कैदीनके कररो निगरानीमे धरनके हुकम दैं ।
\v 24 अइसो हुकम पाएके बे बिनके झेलके भितर भागमे लैजाएके बिनके टाँमे कट्ठा ठोंकके धरदै ।
\v 25 पर आधीरातमे पावल और सिलास प्रार्थना करतै परमेश्‍वारको भजन गात रहएँ, और कैदी सो सुनत रहएँ।
\v 26 तव एकबरी एक बणो हालाचाला गाव, और झेलको जग हालिगए, और तुरन्त सब फाटक खुले, और सबके बन्धन टुटगए।
\v 27 झेलके हाकिम निंधसे जग गव, और झेलके फाटक खुले देखके कैदी सबय भाजगए सोचके बा अपन हत्या करन विचार से अपन तरवार निकारी ।
\v 28 "पर पावल जोडसे चिल्लाइके कहि तुम अपने आपके कछु नोक्सनी मत करौ, काहेकि हम सब हिनै हैं ।"
\v 29 " तव दिया माँगके उनके ठीन कुदत् भितर आओ और डरसे थरथरात पावल और सिलासके अग्गु घुप्टा पणिगौ ।
\v 30 "बिनके बाहिर लाएके उनसे कहि, "उध्दार पानके ताहिं मोके का करन पणैगो ? "
\v 31 "और बे कहिं, "प्रभु येशु खीष्टमे विश्‍वास करऔ, और तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमर परिवार ।"
\v 32 " बे उनके और उनके घर मे भए जित्तो सबैके प्रभुको वचन
\v 33 सुनाइँ। तव रात के बहे समय बे उनके लैजाएके दुखौनो धोई दै । और बा और बिनको परिवार तुरन्त बप्तिस्मा लैं ।
\v 34 तव पिच्छु बिनके घरमे लाएके बिनके अग्गु खानु धरिदैं, और परमेश्‍वर विश्‍वास करलै कहिके उनको पुरो परिवारसँग बे आनन्द भए ।
\v 35 "जब उजियारो भव तव सहेरके सब हकीम सिपाहिनके जा आदेश दै के पठाईं, " बे आदमिनके छोड देओ ।"
\v 36 "तव झेलको हाकिम पावलके जा बात सुनाई, सहरके हाकिम तुमके छोडन को आदेश दै हए । जहेमारे अब निकरके शान्ति से जाओ ।"
\v 37 । "पर पावल बिनसे कहि, हम रोमी नागरिकके दोषी न ठहराएके बे आदमिनके अग्गु पीटीं और झेंलमे फिर डारीं, और अब हमके चुप्पएसे निकारन सोचत हओ ? जा न हुइहए । बे अपनाए आमै और हमके निकार के लैजामए ।"
\v 38 बे सिपाही हाकिमन के जे बात सुनाइँ। बे ता रोम के बासिन्दा हएँ कहिके सुनके बे डराइ गए।
\v 39 बे आएके उनसे क्षमा मागीं, और उनके बाहिर लैगए, और सहेर छोडके जानके बिन्ती करीं ।
\v 40 बे झेलसे बाहिर निकरके लिडियाके घरमे गए, भैयानसे भेटघाट करके और उनके हौसला दैके बिदा भए ।
\c 17
अध्याय १७
\v 1 पावल और सिलास अम्फिपोलिस और अपोल्लोनियाक डगर हुइके थेसलोनिकेमे आए | हुवाँ यहूदीको एक सभाघर रहए ।
\v 2 पावल अपन आदत अनुसार बिनके ठिन भितर गओ, और तीन हप्ता सम धर्मशास्त्रसे बिनसे बादबिबाद करतए रहो ।
\v 3 "ख्रीष्टके नेहत्तए दु:ख भोगन और मरके जिन्दा होन पड्तो, और जहे येशू, जौनको सुसमाचार मए तुमके सुनात हौँ बहे ख्रीष्ट हए कहान बारी बातको अर्थ खोलके बो प्रमाणित करदै । "
\v 4 बिनमैसे कित्तो जनै विश्‍वास करके पावल और सिलाश घेन लागे । बहुत बडि भीड ईश्‍वर भक्ता ग्रीक और कित्तो मुखनीया बैयर फिर लागि रहंए ।
\v 5 पर दिक्से भरके यहूदी सहेरके बदमासनके जम्मा करके हुल उठाएके सहेरमे खौलभौल मचान लागे, तव यासोनको घरमे लडाइ करके पावल और सिलाशके जनताके अग्गु लान सोचिँ ।
\v 6 बिनके फेला ना पारके, बे यासोन और कोइ-कोइ भैयनके सहेरके शासक ठिन अइसे कहात बरबारत घसिटके लाई, “संसारके लौटपौट करन बारे जे आदमी हियाँ फिर आइगए हँए ।
\v 7 बे यासोनके पहूना भए हएँ, और बे सबए येशू कहान बारो एक जनै दुस्रोवय राजा हए कहिके कैसरके हुकुमके बिरुध्दमे काम करत हएँ ।”
\v 8 ।” जा बात सुनके आदमी और सहेरके शासक घबडाए गए ।
\v 9 बे यासोन और बिनके संग भए बचे आदमीसे धरौटी लैके बिनके छोडदैं ।
\v 10 भैया तुरन्तए पावल और सिलाशके रातए के बिरियामे पठाए दैँ रहंए, और जब बे हुवाँ पुगे तब बे यहुदीनके सभाघर भितर गए ।
\v 11 हियाँ के यहूदी थेसलोनिके से जद्धा अच्छे रहए । काहेकी बे पुरा उत्सुकतासे वचन ग्रहण करीं, और बे बात ठीक हँए कि ना कहिके रोजदिन धर्मशास्त्रसे छानबीन करत् रहएँ ।
\v 12 काहेकी जिन मैसे बेढम, संगए गजब जनै उचे घरानाके ग्रीक बैयर और लोग सबए विश्वास करीं ।
\v 13 पर जब परमेश्‍वारको वचन पावलसे बेरियामे फिर प्रचार होत हए कहिके थेसलोनिके यहुदी पता पाई, तव बे हुवाँ फिर भीडके उचान और दबान आए पुगे ।
\v 14 तव भैया तुरन्त पावलके समुन्द्र घेन पठाए दैं | पर सिलाश और तिमोथी त हुवाँए बैठे ।
\v 15 पावलके पुगन जान बारे बिनके एथेन्सतक लाई । सिलाश और तिमोथी त जित्तो जल्दी बिनके ठिन आन पड्हए करके आज्ञा पाएके बे घुमिगए ।
\v 16 पावल बिनके एथेन्समे असियात रहएँ, बो सहेरमे मूर्तिए मूर्तिसे भरो देखके बाको आत्मा बाके भितर व्याकुल हुइगव ।
\v 17 जहेमारे बो यहूदी और ईश्वर भक्त जनै संग बैठकघरमे, और भेट भए सबएसंग सहेरमे रोजदिन बादबिबाद करत् रहए ।
\v 18 "इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी । बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो(गफाडी) का कहात हए?" और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए ।” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए । "
\v 19 तव बे बोके अरियोपागसमे लैगए और पुछी, “तुमर दओ भव जा नयाँ शिक्षा का हए, का हम जान पाए हँए?
\v 20 काहेकी तुम हमर कानमे अचम्मो बारी बात सुनत हौँ | जहेमारे जा बातको मतलब का हए सो हम जानन चाँहत हँए ।”
\v 21 सब एथेन्सबासी और हुवाँ बैठन बारे बिदेशी नयाँ-नयाँ बात कहान और सुनन बाहेक अपनो समय कोइ बातमे ना बितात रहए ।
\v 22 । पावल अरियोपगसके बीचमे ठाणके कहि, “एथेन्सके आदमी रेओ, तुमके मए सब बातमे बहुत धर्मात्मा देखतहौ,
\v 23 "काहेकी घुमफिर करत तुमरे पुजन बारी चीज मए देखो ।मए एक अइसो बेदी फिर पाओ जौनमे "ना जानन बारो देवताके ताहिँ लिखो हए । जहेमारे जौनके तुम ना जानके पुजतहौ उनके मए तुमर बीचमे बतात हंव । "
\v 24 " "परमेश्‍वार, जौन संसार और बामे भए सबए चीज बनाइ हए, बा स्वर्ग और पृथ्बीको प्रभु होनके कारणसे हातसे बनाइ भइ मन्दिरमे ना बैठत् हए, "
\v 25 बाके कोइ चीजको जरुरत पणो जैसो करके आदमीक हातसे बाको सेवा होन पणैगो करके मतसुचीओ । काहेकी बा सबके जीवन, सास और सब चीज देत हए ।
\v 26 बा एक जनीसे जम्मए पृथ्बीमे बास करन बारो आदमीनके हरेक जाति बनाई हए । बिनको बैठन बारो समय और सिमाना फिर तोक दैहए,
\v 27 बे परमेश्‍वारके ढुड़ए साइत बे ढुड़के पए हँए कि कहिके आसरामे अइसो करी । तहुं फिर हम कोइसे दुर ना हए ।
\v 28 काहेकी "हम बामे जीत हँए, और बामे चहल पहल करत हँए, और बामे हमरो अस्तित्व हए ।” तुमरे अपने कबि फिर कहिँ हँए, 'हम नेहत्व बाके सन्तान हँए । "
\v 29 तव हम परमेश्‍वारके सन्तान होनके कारणसे परमेश्‍वार सोनो, चाँदी और पत्थर जैसो हए कहिके हमके ना मानन पड़त हए। जे त आदमीनको कला और कल्पनाको जइसिकतइसि इकल्लो हँए ।
\v 30 अइसो अज्ञानताके समयके परमेश्‍वार ध्यान ना दै, पर अब सबए ठाउँमे सब आदमीके पश्‍चताप करनके आज्ञा दैहए ।
\v 31 काहेकी बा एक दिन तोक दैहए, जौन दिन बा अपनए नियुक्त कराे भव एक जनै आदमीसे धर्मिकतामे संसारको न्याय करैगो । बाके मरोसे जिन्दा करन बारो बा सब आदमीनके जाको प्रमाण दैहए ।”
\v 32 ।” "जब बे मरोसे जिन्दा होन बारेमे सुनी, तव कोइ-कोइ खिल्लि उडाईँ, पर औरे त "हम फिर जा बारेमे तुमर बात सुनंगे" कहिँ । "
\v 33 तव पिच्छु पावल बिनके बीचसे गैभव ।
\v 34 तव कोइ आदमी बो संग लागे, और विश्‍वास करीं । बिनमैसे अरियोपागसको डियनुसियस, दामारिस नाउँ भइ एक बैयर और और दुसरे फिर रहएँ ।
\c 18
अध्याय १८
\v 1 तव पिच्छु बो एथेन्ससे बिदा हुइके कोरिन्थमे गओ ।
\v 2 बो पोन्टस-बासिन्दा अकिलास नाउँ भव एक जनि यहुदिके भेटि। बो अपनी बैयर प्रिसिक्ला संग इटालियासे आओ रहए, काहेकी राजा क्लौडियस सबए यहूदीनके रोमसे निकर जान आज्ञा दै रहए । पावल उनसे भेटन गओ
\v 3 । एकए काम होनसे बे फिर उनके संग बैठे, और काम करीं । काहेकी उनको काम पाल बनान बारो रहए ।
\v 4 हरेक शबाथमे बे बैठकघरमे बादबिबाद करत रहए, और यहुदि और ग्रीकनके बुझान कोसिस करत् रहए ।
\v 5 जब सिलाश और तिमोथी माकेडोनियासे आए पुगे, पावल वचनको प्रचारमे व्यस्त रहए, और यहूदीनके येशूवय ख्रीष्ट हए करके बिनके ज्ञान देत रहए ।
\v 6 पर जब बे बिरोध करके निन्दा करन लागे, तव बे अपनो कपडा झटकिरके उनसे कहिँ, “तुमरो रगत तुमरि मुणम पडए मए निर्दोस हौँ | अब मए अन्यजातिनके ठिन जए हौँ ।”
\v 7 ।” तव बे हुवाँ से परमेश्‍वरके भक्ति करन बारो तीतस युस्तस नाउँ भव आदमीक घरमे गए | बाको घर बैठकघरके ढिगै रहए ।
\v 8 सभाघरको शासक क्रिस्पस सबए परिवार प्रभुमे विश्वास करी । और कोरिन्थी मैसे फिर बेढम पावलको वचन सुनके विश्वास करीं, और बप्तिस्मा लैं ।
\v 9 एक रात दर्शनमे प्रभु पावलसे कहि, “मत डराए, पर मस्कतए जा, और चुप मत लगाए,
\v 10 काहेकी मए तिर संग हौँ । और कोइ फिर तोके पकडके कछु हानि ना कर पए हए, काहेकी जा सहेरमे मिर बहुत आदमी हँए ।”
\v 11 औ परमेश्वरको वचन सिखातए पावल एक वर्ष छए महिनातक बिनके संग बैठो ।
\v 12 जब गलियोन अखैयाक शासक भव तव यहूदी एक मत हुइके पावलके पकडिँ, और बिनके अदालतमे लाइँ,
\v 13 "और अइसे कहिँ "जा आदमी व्यवस्थाके बिरुध्द परमेश्वरको आराधना करनके आदमीनके सिखात हए ।”
\v 14 जब पावल बोलन लागो रहए, तव गलियोन बे यहूदीनसे कहि, “यहूदी रेओ, अगर नेह्त्व जा कोइ अन्याय अथबा दुष्ट अपराधको बात हए तव मए तुमरी बात सुनन ठीक हुइतो ।
\v 15 पर शब्द, नाउँ और तुमर अपनो व्यवस्थाको सवाल भव के कारण तुम अपनए बिचार करओ । मए अइसो बातको न्याय ना करहौँ।”
\v 16 और बा बिनके अदालतसे भजाए दै।
\v 17 तव बे सब सभाघरके शासक सोस्थेनेसके पकणके अदालतके अग्गु मारीं, पर गलियोन बो बातकी कोइ वास्ता ना करी ।
\v 18 तव पिच्छु पावल बहुत दिनतक हुवाँ बैठो । तव भैयन से बिदा हुइके बा जहाजमे सिरिया गओ । बाके संग प्रिस्किला और अकिलास फिर रहंए । कोइ मनाओ भव करारमे बो किंक्रियामे अपनो बार छुलबाई ।
\v 19 बे एफिससमे आए पुगे, और पावल बिनके हुवाँ छोडके, और अपना त एक सभाघरमे घुसके यहूदीनसे बात बिबाद करन लागो ।
\v 20 । तव बे बाके और कुछ दिन बैठनके बिन्ती करीं पर बा बिनके मनाही करी ।
\v 21 बिनसे बिदा होत बे कहिँ, “परमेश्‍वारको इच्छा हुइहए मए फिरके तुमरे ठिन घुमके आए हौँ ।” तव बो जहाज चढके एफिसस हुइके गओ ।
\v 22 जब बे कैसरियामे उतरे तव उपर चढके मण्डलीके भेटघट करीं अभिबादन करके एन्टिओखियामे उतरे ।
\v 23 बा हुवाँ कुछ दिन बिताएके हुवाँसे निकरके गलातिया और फ्रिगीयाको इलाका हुइके सब चेलनके हौसला देत अलग अलग ठाउँमे गओ ।
\v 24 । अलेक्जेन्ड्रिया- निवासी अपोल्लोस नाउँको एक जनी यहूदी एफिससमे आओ। बो एक अच्छो वक्ता और धर्मशासत्रमे प्रख्यात(पोक्त) रहए ।
\v 25 बा प्रभुको मार्गको शिक्षा पाई रहए, और आत्मामे उत्साहित हुइके बा येशूके बारेमे ठीक ठीकसे बोलत और सिखात रहए । और बा यूहन्‍नाको बप्तिस्मा इकल्लो जानी रहए ।
\v 26 बा सभाघरमे साहससे मस्कन लागो । पर बिनको बात सुनके प्रिस्किला और अकिलास बाके अपन घरमे लाई और परमेश्‍वारको डगरको अर्थ और अच्छे से प्रष्टसे सम्झाए दैं ।
\v 27 बा अखैयामे जानके मन कर्त भैयनके बिनके ठिन जानके हौसला दै और बिनके सुईकार करके हुवाँक चेलनके उत्साह दैके चिठ्ठी लिखि । बे हुवाँ पुगे अनुग्रहसे विश्‍वास करन बारेनके बहुत सहेता करी ।
\v 28 काहेकी बो धर्मशास्त्रको वचनसे येशूए ख्रीष्ट हए करके बात देखाएके यहूदीनके सबके सामने कतै उत्तर ना आनबारो बनाए दै ।
\c 19
अध्याय १९
\v 1 अपोल्लोस कोरिन्थिमे रहए तव पावल भितारको इलाकासे एफिससमे आओ । हुवाँ बा एक आद चेलानके पाई ।
\v 2 "बो उन्से कहि, ''तुम विश्‍वास करे का तुम पवित्रा आत्मा पाए? बे बासे कहिँ, पवित्रा आत्मा होत हए कहिके बा हम सुने फिर ना हँए । "
\v 3 "औ बा उनसे कहिं तव तुम सब कैसो बप्तिस्मा लए ? "
\v 4 "तव पावल कहि, "यहुन्‍नासे दओ भव बप्तिस्मा ता पश्‍चतापको बप्तिस्मा रहए । बा पच्छु आनबरे आदमी और येशूमे विश्‍वास करिओ कहिके बा आदमिनके बतात रहए ।"
\v 5 जब बात सुनके बे प्रभु येशूके नाउमे बप्तिस्मा लैं ।
\v 6 जब पावल उनके ऊपर हाँथ धरी, तव पवित्रा आत्मा उनके उपर आओ, तव बे अन्य भाषामे मास्की और अगमवाणी करीं ।
\v 7 बे लगभग बाह्र आदमी रहँए ।
\v 8 पावाल साभाघरमे घुसके तिन महिना तक परमेश्‍वारको राज्याके बारेमे उनके सँग सहससे बादबिबाद करी और आदमिनके सम्झात रहो ।
\v 9 पर जब कोइ-कोइ ढिठ हुइके विश्‍वास नाकारी, और जा समाजके बारेमे हुइके झुणके अग्गु मसकन लगे, तव पावल बिनसे अलग हुइ गओ, और चेलाके संगमे लैजाएके टुरान्‍नसको स्कुलमे बादबिबाद करन लगे ।
\v 10 जा काम दुई साल तक चलत रहो, ओर एशियाके सबए बसिन्दा यहूदी और ग्रीक दोनौ प्रभुको वचन सुनी ।
\v 11 परमेश्‍वार पावलको हाथसे अचम्मेको अघ्टो काम करी ।
\v 12 हिँया तक की गस्ती या पिछौडा बाकि शरीरमे छुबाइके बेमार आदमिन ठिंन लैजात रहैँ,और पर उनकि शरीरसे रोग निकर जात रहै और दुष्टात्मा फिर निकर जात रहँए ।
\v 13 पर एकआद इतै उतै घुमघाम कारन बाले यहूदी झारफुक बाले भुतात्मा लगे भैनके प्रभु येशूको नाउ लेतए अइसो कहि, पावल प्रचार करो भौ येशूके नामसे मै तोके आज्ञा देत हौँ ।
\v 14 हुँवा एक आदमी स्केवास नाउ भव यहूदी प्रधान पुजहरिको सात लौँडा ऐसो करत रहै ।
\v 15 "तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, " येशूके मै चीनत हौ, और पावालके फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।"
\v 16 बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ , और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायल हुईके भाजगए ।
\v 17 जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ । और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भओ ।
\v 18 विश्‍वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई ।
\v 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो ।
\v 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ ।
\v 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी । बा कहि, "हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो"
\v 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो ।
\v 23 ।बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो ।
\v 24 काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ ।
\v 25 "तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, ''भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए ।"
\v 26 तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ ।
\v 27 तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी ।
\v 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है ।" कहिके चिल्लान लागे ।"
\v 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए ।
\v 30 पावल आदमिन के भीड मे जान मन् करी, पर चेला बाके जान ना दैं ।
\v 31 एशियाके तमान मुखिया आदमी पावलके मित रहैँ | बे पावलके रङ्गशाला भितर मत जाओ कहिके बिन्ति करके पठाईं ।
\v 32 तव बे अलग अलग बात करके चिल्लान लागे । काहेकी बो भीड मे हल्ला होत रहै, और तमान आदमी ता बे काहे जमा भै हँए बो फिर ना जानत रहएँ ।
\v 33 भीडके कित्तो आदमी अलेक्जेन्डरके अग्गु सारीँ, जौनके यहूदी ठण बाइँ रहए| अलेक्जेन्डर हातसे इशारा करके आदमीनके अग्गु बचानके ताहिँ कछु कहान इच्छा करी।
\v 34 पर बे बा ता यहुदी हए कहिके पता पाइके सबए जनि एकए सोरसे लगभग दुई घण्टा तक एफिसिनकी आर्तेमिस महान है कहातए चिल्लाइ ।
\v 35 नगरको हाकिम आदमिनके शान्त करके कहि, "एफिससके आदमी रेओ, एफिसीको सहेर त महान आर्तेमिसको मन्दिर और बादरसे गिरो भव बाकी मूर्तिको लखबरिया हए कहिके कौनक पता ना हए ?
\v 36 तुम जानत हौ जा बातके कोई मनाहिं ना करपाबैगो, तभई मारे तुम चुप रहाव और बिना सोचविचारके काम ना करव ।
\v 37 काहेकी तुम लाएभए जे आदमी मन्दिर ना लुटी हैँ और हमरी देविक अपमान फिर ना करी हैँ ।
\v 38 जहे मारे अगर देमेत्रियस और उनके सँग भए कारिगरके कोइके बिरुद्धमे कुछ उजुर है कहेसे अदालत खुली हैँ और न्यायधिस फिर हैँ, बे एक दुसरेके बिरूद्धमे मुद्दा लडै ।
\v 39 पर जासे अलावा और विषय ऊठान चाहत हव कहेसे जक फैसला लगातार सभामे होबैगो ।
\v 40 काहेकि आजको जा हुलदंगाकी दोष हमर उपर लगन खतरा है । काहेकी जा बिना कारणको दंगाफसादको कोइ सफाई हम ना दै पए हैँ ।
\v 41 इतका कहिके बे सभाके समापन करीं ।
\c 20
अध्याय २०
\v 1 जा खैलाबैला थमके पिच्छु पावल चेलनके बुलान पठाई, और बिनके शिक्षा दै, और बिनके संग बिदा हुइके माकेडोनिया घेन लागो ।
\v 2 हुवाँ के इलाकामे जाएके बिनके बहुत हौसला दैके पिच्छु बा ग्रीसमे गओ ।
\v 3 हुवाँ बा तीन महिना बिताइँ। बा सिरिया घेन जहाजसे यात्रा करत पेति यहुदी बाके बिरुध्दमे खराब सोच बनाई हंए करके पावल माकेडोनिया हुइके लौटनके पक्का करी ।
\v 4 तव बेरियाके-बासिन्दा पुरसको लौडा सोपात्रोस, थेसलोनिके से अरिस्तार्खस और सिकन्दस, डर्बीक गायस, औ तिमोथी और एसियाके तुखिकस और त्रोफिमस बिनके सँग गए ।
\v 5 बे अग्गु पुगके हमके त्रोआसमे असियात रहएँ ।
\v 6 तव हम त अखमिरी रोटीक तेवहारके दिनपिच्छु फिलिप्पीसे जहाजमे यात्रा करके पाँच दिनमे त्रोआसमे बिनके ठिन आए, और हुवाँ सात दिन रहे ।
\v 7 हप्ताको पहिलो दिनमे जब हम रोटी तोड़नके जमा भए रहँए, तव पावल त दुस्‍रे दिन जानके इच्छा करी रहए, बिनकेसंग आधी राततक बातचित करतए रहो
\v 8 हम जमा भए उपरको बैठ्काको कोठामे बहुत दिया रहएँ ।
\v 9 यूटीकस नाउँ भव एक जनई जवान झ्यालमे बैठो रहए ।पावल बहुत देरतक बात करत जात बा निधाए गओ और निधाएके बा तिस्रो तलासे गिरिगव और बाके मरो अवस्थामे उठाइँ
\v 10 तव पावल तरे उतरो, और घुप्टा हुइके बाके गलमैया डारी और कहि, “मत घबणाबओ काहेकी बा जिन्दए हए ।”
\v 11 तव बे उपर चढे औ रोटी तोडके खाएके सुबेरे उजियारो ना होन तक बहुत देर बातचित करके बैठे। तव पिच्छु बिदा भए ।
\v 12 औ बे बा जवानके जिन्दा अवस्थामे लैगए और बहुत शान्ति पाइँ ।
\v 13 हम अग्गुसे नईया तक गए । और नईयामे चढके हम अस्सोसमे गए ।हम पावलके हुँवा जहाजमे बैठान चहाँत रहएँ। पावल अइसी बन्दोबस्त करके बा अस्सोसतक पैदल गओ रहए ।
\v 14 और जब बे हमके अस्सोसमे भेटिं, हम बिनके जहाजमे चढाए, और मितिलेने मे आए।
\v 15 तव पच्छु हम हुवाँसे नईँयामे यात्रा करके अउ‌‍‌रो दिन खियसके ढिगै आए पुगे, और प्रसओ सामोसमे आए पुगे,
\v 16 एशियामे समय बिताएके बिचार नए हुइके बे एसिससमे नए घुसके जानके बिचार करी । काहेकी बे पेन्तिकोसके दिन यरुशलेम मे पुगन बे अणबाणत् रहँए ।
\v 17 मिलेटस से एफिससमे आदमी पठाएके मण्डलीक एल्डरनके बुलान पठाइँ ।
\v 18 जब बे बिनके ठिन आए बे बिनसे कहिँ, “एशियामे पौली टेको पहिलो दिनसे मए जम्माए समय तुमरे बीचमे कौन किसिमसे बिताओ सो तुम जानत् हौँ ।
\v 19 पुरा नम्रतामे आँसु बगात, यहुदीको षड्यन्त्रको परीक्षामे फिर मए प्रभुको सेवा करो ।
\v 20 तुमके फाइदा होन बारी बात तुमरे ठीन घोषणा करन मए पिच्छु हटो नए ।
\v 21 यहुदीनके और ग्रीकनके पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन घुमाए और हम प्रभु येशु ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करए करके बातको गवाही मए दओ हौँ ।
\v 22 "अब देखाओ, मए पवित्र आत्मामे बाधेत्ता हुइके यरुशलेम घेन जात हौँ, हुवाँ मोके-कैसो हुइहए सो मए नए जानत् हौँ ।"
\v 23 इतकए इकल्लो जानत् हौँ | कि हरेक सहेरमे कैद और कष्ट मिर उपर आत हए करके पवित्र आत्मा मोके गवाही देत हए ।
\v 24 तव मए अपनो जीवन कोइमोलको और अपने ताहि प्यारो नए मानो इतकए इकल्लो मए जानत् हौँ, कि परमेश्वरको अनुग्रहको सुसमाचारको गवाही देनके मेरो दौड और प्रभुसे मिलो मेरो सेवाकाइ मए पुरा करन सिकऔ ।
\v 25 "अब देखाऔ, मए जानत् हौँ कि तुम मैसे सब, जौन-जौनके मए राज्यको प्रचार करो, तुम मिर मुहू अब कबहू देखेहओ नए । "
\v 26 जहेमारे आजको दिन मए तुमके गवाही देतहौ, कि मए कोइ को रगतको दोषी नैयाँ ।
\v 27 काहेकी परमेश्‍वार पुरी इच्छा मे बातन मए पिच्छु हटोनए ।
\v 28 तुम अपन ताहिँ और अपने पुरा बगालके ताहि सावधान रहीओ। पवित्र आत्मा तुमके बगालको जिम्मा बारो बानइ हए करके बो अपन रगतसे किनके परमेश्‍वारके मण्डलीको रेखदेख तुम कराओ ।
\v 29 काहेकी मोके पता हए, कि मए जाएके पिच्छु डर लाग्न बारे वनकुत्ता तुमरे बीचमे घुसंगे, जौन बगालके बाँकी नए रखंगे ।
\v 30 30 तुमरी बीचसे भणकान बारी बात बोल्न बारे उठंगे, जौन चेलनके अपन पिच्छु लैजाए हए ।
\v 31 जहेमारे जा सम्झके होशियार हुइओ, कि तीन वर्षतक दिनरात आँसु बहात हरेक आदमीनके मए चेतउनी देतरहो ।
\v 32 "अब मए तुमके परमेश्वरको और बाको अनुग्रहको वचनमे सौप दओ हौँ, जौन तुमके सुधार करेहए और पवित्र करेहए सबएनके बीच उतरधिकार देबैगो ।"
\v 33 मए कोइ आदमीको सोनो, चाँदी, लत्ताको लोभ
\v 34 तुम अपनाए जानत हौँ कि मिर जे हातसे मेरो अपनाए और मिर संग भएनके अवश्याक्ता पुरा करो रहौँ ।
\v 35 मए सबए बातमे नमुना दओ हौँ, कि तुम फिर अइसी करके मेहेनत करके कमजोरके मद्दत करीओ । प्रभु येशुको वचन याद करीओ, कैसे करके बा अपनाए कहि हए, कि लेनसे देनके और धन्य हए ।”
\v 36 यितकए कहिके बो घुटो टेकी और बिनके सबके संग प्रार्थना करी ।
\v 37 बे सब रोइ, और पावलके गलौवा गलबैया डारके चुमी ।
\v 38 बिनसे फिर कहि, मिर मुहू दिखेहौ नए करके कहि पावल बे भैया जा बातमे बहुत शोक करी । और बे बोके जहाज ठिन पुगादैँ ।
\c 21
अध्याय २१
\v 1 उनसे बिदा हुइके हम जहाजमे चढके सिधे कोसमे आए, और कल रोडसमे और हुवाँ से पटारामे आए पुगे ।
\v 2 और फोनिके मे जान एक जहाज पाएके हम बामे चढके गए ।
\v 3 जब साइप्रस दिखानो, तव हम बाके दिबार घेन बापार सिरिया घेन लागके टुरोसमे उतरे । काहेकी जहाजके माल समान हुवाँ उतारन पणो रहए
\v 4 । चेलनके ढुणके पाएके बिनके संग हम सात दिन हुवाँ बैठे | पावलके यरुशलेममे नाजाबए कहिके बे पवित्र आत्माके द्वारा कही ।
\v 5 हुवाँ से हमर नेगनको बेरा भव पिच्छु हम बिदा हुइके अपन यात्रामे निकरे । अपन पुरो परिवार और बाल बच्चा समेत बे जम्मए हमके सहेर बाहिर तक पुगन आए, और हम समुन्द्र किनारे घुटो टेक्के प्रार्थना करे, और एक दुसरे से बिदा भए ।
\v 6 तव हम जहाजमे चढे, और बे अपन घर लौटगए ।
\v 7 टुरोससे समन्द्र-यात्रा करके हम टोलेमाइसमे आए पुगे ।हुवाँ भैयनसे मिलभेट करके बिनके संग एक दिन बैठे।
\v 8 दुसरो दिन हम बिदा हुइके कैसरियामे आए, और प्रचारक फिलिपके घरमे गए । बे सात जनि मैसे एक रहए, और हम बिनके संग बैठे ।
\v 9 अगमवाणी करन बारी बिनकी चार जनै बिहा नाभई लौणिया रहए ।
\v 10 हम हुवाँ कुछ दिन बैठत यहूदियासे आगाबस नाउँको एक जनि अगमक्ता आओ ।
\v 11 बा हमरे ठिन आएके पावलको फेटा लैके अपन हात-टाँग बाँधके कहि, “पवित्र आत्मा अइसे कहत हए, 'जा फेटा जौन आदमीको हए, बाके यरुशलेममे यहूदी अइसी करके बाँधंगे और अन्यजातिनके हातमे सौंपदेहंए’।”
\v 12 जा बात सुनके हम और बा ठाउँके आदमी मिलके बिनसे यरुशलेममे मत् जाओ करके बिन्ती करे ।
\v 13 पर पावल जवाफ दै, “तुम अइसे रोएके मिर मनके काहे छोटो(तोडत) बनात हौ? काहेकी प्रभु येशूके नाउँके ताहिँ जेल पणनो इकल्लो ना, पर यरुशलेममे मरन फिर मए तयार हौ ।
\v 14 "बाके मनाए नाए पाएके "प्रभुको इच्छा पुरा होबए करके हम चुप लागे ।"
\v 15 बे दिन पिछु हम तयार भए, और यरुशलेम घेन लागे ।
\v 16 हमर संगमे कैसरियाक कोइ-कोइ चेला फिर गए, और बे हमके साइप्रसको एक जनि पुरानो चेला मनासोन कहान बारोक घरमे ल्याइँ| बिनके संग हमके बैठन पणो रहए ।
\v 17 और जब हम यरुशलेममे आए गए, तव भैया हमके खुशी से स्वागत करीँ
\v 18 । दुसरो दिन पावल हमरसंग याकुबके ठिन गए । हुँवा सबए एल्डर एकठ्ठा
\v 19 रहंए।19बिनके मिलभेटके पिच्छु, पावल बाकि सेवकाइसे अन्यजातिनके बिचमे परमेश्‍वरके करो भव काम बिनके एकएक करके बयान करि।
\v 20 जा सुनके पिच्छु बे परमेश्‍वरकाे महिमा करीँ| तव बे कहिँ, “देखओ भैया यहूदीके बीचमे विश्वास करन बारे हजारौ हँए, और व्यवस्थाक बातमे बे सब जोसिलो हँए ।
\v 21 बे तुमर बारेमे फिर कुछ बात सुनिहए। सो का हए कि, अन्यजातिनके बीचमे वैठनबारे यहुदिनके तुम ‘मोशाके छोडदियो और बिनकि बच्चनके खतना मत करियो और रितिरिवाज मत मनियो’ कहिके सिखाइहए।
\v 22 अब का करएगे? तुम आए हौ कहिके बे नेहत्तय सुनंगे ।
\v 23 जहेमारे जो हम कहत हँए बहए करौ- भाकल करन बारे चार जनि हमर संग हँए ।
\v 24 यिनके लैके तुम फिर यिनके संगसंग शुध्द होबओ, और यिनके चाहन बारो खर्च तुम दै देओ, और जे बार कतरँए । अइसे तुम व्यवस्था पालन करत् देखत् तुमर बारेमे सुनके कोइ बात सच नाहए कहिके सबए पता पए हँए ।
\v 25 पर अन्यजाति जौन विश्वास करीं हँए, बे मुर्तिनके बलि चढावभव चिज, खुन, घेंट अमेठके मारोभव पशूको माशु और व्यभिचारसे अलग रहन पड़त हए कहिकी हमर छलफल करके हम चिठ्ठी लिखें हँए ।
\v 26 तव पावल वे आदमीनके लै गव, और दुसरो दिन बिनके संगएसंग अपनएके फिर शुद्ध करी, और शुध्द भए दिन कब् पुरो हुइहए, औ सबएके ताहिँ देनबारि भेटीको खबर देन बा मन्दिर भित्र घुसो ।
\v 27 । जब सातौ दिन पूरो होन लागो रहए,तव एशियक यहूदि पावलके मंदिरमे देखके पुरि भिडके उक्साँइ, और बाके पकणीँ ।
\v 28 "बे अइसे कहातए चिल्लान लागे "इस्त्राएलके आदमीयों, सहयोग करओ! आदमीके जहाँतहाँ हमार जात, हमार व्यवस्था और जा ठाउँको विरूध्द्मे शिक्षा दैके नेगन बालो आदमी जहे हए। इतका इक्लो ना, जा ग्रीकनके फिर मन्दिर भितर लाएके जा पवित्र ठाउँके अशुध्द बनाएदै हए ।"
\v 29 काहेकी जासे अग्गु बे एफिससको त्रोफिमस कहान बारो एक आदमीके बाके संग शहेरमे देखिरहँए जहेमारे बहेके पावल मन्दिर भितर लाइ हए कहिके बे सोचीँ ।
\v 30 तव सबए शहेरमे हलचल भव, और आदमी एकए संग दौरत आए| बे पावलके पक्ड़के मन्दिरसे बाहिर कढ़ेरत लाइं, और तुरनतए फाटक बन्द करीं ।
\v 31 जब बे बाके मारन कोशिस करनडटे रहएँ, तव सबए यरुसलेममे घप्चल मचो हए कहिके पल्टन के सेनापति ठिन जा खबरआयपुगो ।
\v 32 बा तुरन्तए सिपाही और कप्ताननके संगमे लैके बिनके ठीन दौरत आओ । बे सेनापती और सिपाहीनके देखिँ और पावलके मारन छोड़दइ ।
\v 33 तव बा सेनापति ढींगै आएके पावलके पकड़ी और दुइ साँकरसे बाके बाधनके हुकुम दैं । जा कौन हए और जा का करीहए कहिके बा पुछिं ।
\v 34 पर बा भीड मैसे कोइ एक बात और कुई दुस्रि बात कहिके किकीआईं और बा हल्लागुल्लासे घटना का हए कहिके सो पता ना पाएके पावालके ब्यारेकमे लैजानके आज्ञा दैं ।
\v 35 जब पावल खुडखुडीमे आइ पुगो तव भीडके दबाबके मारे सिपैया बाके उठाएके लैगए ।
\v 36 काहेकी आदमीनको भीड़ बाके खतम करदेओ' कहिके चिल्लत पिच्छु पिच्छु लागे रहँए ।
\v 37 ब्यारेक भितर पुगन पेति पावल सेनापति से कही, “हजुर, अनुमति देहौ , तव मए कुछ कहान चाहँत हौ ।” बा कहिँ, का तोके ग्रीक भाषा आत हए?
\v 38 का तए बहे मिश्री नैयाँ , जौन भर्खर बिद्रोहा मच्चाएके चार हजार बिद्रोहीनके जंगलमे लैगओ रहए?”
\v 39 ?” पर पावल जवाफ दै, “मए त किलिकियाको सहेर टार्ससको एक यहूदी आदमी हौ, छोटेमोटे सहेरको नागरिक नैयाँ | बिन्ती हए, जे आदमीनसे कुछ कहान मोके मन्जूरी देओ ।”
\v 40 40 जब बा मन्जूरी दैँ, तव खुण खुणीमे ठाड़के पावल आदमीनके हातसे इशारा करी । आदमी बिलकुल शान्त भए तव पिच्छु, बिनके बा हिब्रू भाषामेअइसे कही-
\c 22
अध्याय २२
\v 1 "भैयाऔ और दौवा, तुमर सामने मए अपन पक्षमे कहान बारी बात अब सुनओ ।”
\v 2 " बाके हिब्रू भाषा मे मस्कत सुनके बे और चुप हुइगए ।
\v 3 बा कहि, “मए किलिकियाको सहेर टार्ससमे जन्मो भव एक यहूदी हौ । पर जा सहेरमे गमलिएलको चरणमे बढो भव हौं । हमर पुर्खाको बिधिअनुसार मए ठीक-ठीक ज्ञान पाओ हौं । आज तुम परमेश्‍वर घेन जित्तो उत्साहित हौ, मए फिर उतिय उत्साहित रहौं
\v 4 । मए जा डगरके आदमीनके मरन तक सताओ, और लोग और बैयर दोनएके बाँधके जेलमे डारदओ ।
\v 5 प्रधान पुजारी और जम्मए महासभा फिर मिर पक्षमे गवाही देतहएँ । उनके तरफसे भैयनके नाउँसे पुर्जी पाएके मए बा हुवाँके विश्‍वसिनके बाँधके यरुसेलममे लाएके सजाए दिबानके ताहिं दमस्कसमे गओ रहौं ।
\v 6 "मिर यात्रासे दमस्कस ठिन आएपुगो लगभग: दुपाहर भव रहए, अचानक स्वर्गसे एक वाणी और ज्योति मिर आसपास चम्की,
\v 7 " और मए जमिनमे गिरगओ, तव मोसे अइसो कहात एक आवाज सुनो, “ए शाऊल, ए शाऊल, तए मोके काहे सतात् हए?”
\v 8 और मए पुँछो, 'हे प्रभु तुम कौनहौ?' और बा मोसे कहि, मए नासरतको येशू हौं, जौनक तए सतात हए ।”
\v 9 तव मिर सँग जित्तो जनी रहँए, बे ज्योति त देखि , पर बे बात न सुनी ।
\v 10 मए कहो, 'हे प्रभु, अब मए का कराऔं?' तव प्रभु मोसे कहि, 'उठ, दमस्कसमे जा, और तोके तुको भव काम बताए हौं ।'
\v 11 बा ज्योतिको तेज से मए कुछ न देखो, तव मिर संग होनबारे हातसे पकणके डुरियाएके मोके दमस्कसमे लियाइँ ।
\v 12 "हननिया कहानबारो एक जनी व्यवस्था अनुसार चलनबारो भक्ता आदमी जौन हुआँ वैठन बारे सब यहूदीनसे आदर पाओ रहए,। "
\v 13 बा मिर जौणे आऔ, और मिर ठिन ठाणके मोसे कहि, भैया शाऊल देखन बारो हुईजा ।' और मए बहे समय देखन लागो, और बाके देखो ।
\v 14 तव बा कहि, हमर पिता-पुर्खाक परमेश्‍वर बाको इच्छा तुमए जानन, और बे धार्मिक लोगके देखन, और बाको मुहुसे बोलि सुनन् के ताहिं तुमके नियुक्त करी हए ।
\v 15 काहेकी सबए आदमीके अग्गु बा तुमरे ताहिं जो देखे और जो सुने बाके ताहीं तुम गबाही होबैगो ।
\v 16 तए अब काहे आसिआत हए? उठ और बप्तिस्मा ले, और बाको नाउँको पुकारके अपन पाप धोएले ।'
\v 17 ''यरुशलेम से लौटके आएके पिच्छु मन्दिरमे प्रार्थना करत् पेति मए ध्यान-मगन भव ।"
\v 18 बा मोसे अइसे कहतए देखो, जल्दी करके यरुशलेमसे निकरके जा, काहेकी मिर बारेमे तुमके दौ भव बात कि गवाही बे ग्रहण न करेहँए ।”
\v 19 "मए कहो 'हे प्रभु, मए हरेक सभाघरमे जाएके तुमरे उपर विश्‍वस करन बारेनके जेलमे डारो हौं और मारपिट करो हौं करके सबके पतए हए ।"
\v 20 तुमर साक्षी स्तिफनसको रगतारोहन होत मए अपनए फिर जौणे बैठो हत्यामे सहामत हुइके, बाके मारन बारेनके लत्ता अगोर के मए बैठो रहौं ।
\v 21 तव प्रभु मोसे कहि, 'जाओ, काहेकी मए तुमके अन्यजाति के ठिन दुर-दुर तक पठामंगो ।”
\v 22 ।” बे पावल कि बात हियाँ तक सुनी, और अइसे कहात बे जोणसे चिल्लान लागे, “अइसो आदमी पृथ्बीसे हटिजाए । काहेकी बा बचन योग्यको न हए ।”
\v 23 बे अपन कुर्ता फारीं और धुधर उणाएके चिल्लान लागे ।
\v 24 सेनापति हुकुम करी, बा ब्यारेक भितर लावजाए, और कोर्रा लागएके जाँच करओ, काहेकी बाके बिरुध्दमे बे अइसे काहे चिल्लाए रहेहँए ।”
\v 25 और जब बे पावलके चमडाको रस्सीसे बाँधीं, तव पावल ठिन ठाडो भव कप्तानसे पुछीं, “का रोमी नागरिक और दोषी न ठहिरो आदमीके कोर्रा लगान ठीक हए?”
\v 26 कप्तान जा सुनके पिच्छु सेनापतिके ठिन आएके अइसे कहि, “तुम का करन डटेहौ? काहेकी जा आदमी ता रोमी नागरिक हए ।”
\v 27 तव सेनापति आएके पावलसे पुछी, “मोसे कहा, का तए रोमी नागरिक हए?” बा कहि, हाँ ।”
\v 28 सेनापति जबाफ दै, “मए ता जा नागरिक हक बहुत रुपैया तिरके किनो हौं ।” पावल कहि, “पर मए त जन्मएसे रोमी हौं ।”
\v 29 पर बाके जाँच करन तयार भए, और सबए तुरन्त हटिगए, और पावल एक रोमी नागरिक हए करके पता भव तओ सेनापति फिर डराए गव, काहेकी बा बाके बाँधी रहए ।
\v 30 पर दुसरे दिन यहूदी पावलके कौन खास कारणसे दोष लगाइँ हएँ सो जाननके ताहीं बाके खोल दैं, और सब मुखिया पूजारी महासभाके जमा होन आज्ञा करी, और पावलके तरे ल्याएके बिनके अग्गु ठाडबाईं ।
\c 23
अध्याय २३
\v 1 "पावल महासभा घेन एक नजर लगाएके देखि, और कहि, भैया रेओ, आज के दिन तक परमे‍श्‍वरकाे नजरमे मए शुध्द विचारसे जीवन बितात हौं । "
\v 2 जा बातमे प्रधान पूजारी हनानिया बाके जौने ठाणो बारेनके मुँहमे मारन हुकुम दै ।
\v 3 3 "तव पावल उनसे कहि, "हे चुना से लिपो भित । तुमके फिर परमेश्‍वर प्रहार करैगो । तुम व्यवस्था अनुसार मिर नेओ करन वैठके का व्यवस्थाके उल्टा मोके मारन हुकुम देत हओ?"
\v 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्‍वारको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय?
\v 5 "तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।"
\v 6 "पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं । मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए ।"
\v 7 बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ ।
\v 8 काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए ।
\v 9 "हुवाँ गजब हल्ला होन लागो, और फरिसी दलके कुछ शास्त्री ठाडके अइसे कहात बिबाद करन लगे, " जा आदमीमे हम कछु खराब न पाए हएँ । अगर आत्मा या स्वर्गदूत जाके अइसो कहि तव का ? "
\v 10 हुवाँ बडो मतभेद भव पिच्छु उनके हातसे पावलके नोचाखोचीं करहएँ कहिके डरसे सेनपति सिपैयनसे तरे जाएके बिनके उनके बीचसे जबरजत्ति से लाएके ब्यारेक भितर लैजाओ कहिके आज्ञा दै ।
\v 11 "दुसरे रातके प्रभु उनके जौने ठाडके कहि, " हिम्मत कर, पावल काहेकी जैसी तुम यरुशलेममे मिर विषयमे गवाही दऔ, उइसी तोके रोममे फिर गवाही देन पडैगो ।''
\v 12 जब सबेरे उजियारो भव यहूदी एक ठिन जमा हुइके पावालके न मारन तक कछु न खान और न पिन कसम खाइँ |।
\v 13 जा षड्यन्त्र करन बारे आदमी चालिससे फिर जाधा रहँए ।
\v 14 "बे मुखिया पुजारी और धर्म गुरु ठिन जाएके कहिं, ""पावालके न मारे बिना हम काछु न खामङ्गे काहेकि हम कसम खाए हँए ।"
\v 15 "जहेमारे तुम और महासभा मिलके सेनापतिसे कहौ, और बाके मुद्दाको निर्णय और ठिकसे करन पणैगो जा विचार बनाएके बाके निकारौ और बा हियाँ आतए हम बाके मारनके तयार रहङ्गे ।"
\v 16 तव पावलको भनेजा धोखा बारी बात पाएके ब्यारेक भितर जाएके पावलके बताए दै ।
\v 17 "तव पावल कप्तान मैसे एक आदमीके बुलाइके कहि, "जा जमान लौंडाके सेनापाति ठीन पठाए देओ, काहेकि जा बासे कछु काहन चाँहत हए । "
\v 18 "जहेमारे बा जाके लै जाएके सेनापति ठीन पुगाए देओ कहिके, बन्दी पावल मोके बुलाएके जा लौडाके तुमरे ठीन लैजान कहि हए, तुमके कहान बारी कुछ बात हए ।"
\v 19 सेना पति बाको हात पकडके एक घेन लैजाएके बासे पुछीँ, तोके मोसे काहन बारी बात का हए?
\v 20 बा कहि,"यहूदी पावलके बारेमे और अच्छेसे सोधपुछ करन बहाना करके कल बाके महासभामे लाएदेओ कहिके तुमसे बिन्ति करन सहमति करी हँए ।"
\v 21 पर तुम बिन कि बात मत मनिऔ, काहेकी बिनही मैसे चालिससे फिर जध्दी आदमी पावलके ना मारन तक कुछ खानपिन ना करन कसम खाइके बे मारनके ताहिं लुके बैठे हँए, और अव बे तिर वचन को आशा करके तयारीमे हँए ।"
\v 22 "जहेमारे सेनापति वा जवान लौडाके अइसो आज्ञा दैके पठाई," तए मोके जा बात बातओ हए जा कोइके मत बतैए । "
\v 23 23 "तव फिर बे कप्तान मैसे दुई आदमी के बुलाए के कहिं "आज रात नौ बजे घेन दुइ सय सिपैइया, सत्तरी आदमी घोडा चढनबारे और दुइ सय भालाबारेनके कैसरिया तक जान तयार करे रहओ ।"
\v 24 और पावलके ताहिं फिर घोडाको व्यवस्था करओ, और बाके सुरक्षासे हाकिम फेलिक्स ठीन पुगाबओ ।
\v 25 बे जा तरिका को चिट्ठी फिर लिखिं:
\v 26 ” मनानिय हाकिम फेलिक्सके, क्लोडीयस लुसियसको अभिवादन !
\v 27 जा आदमिनके यहूदी पकडके मारन ,ढुँड़त रहँए पर जा रोमी नागरिक हए कहिके मए पता पाएके फौज संग हुवाँ पुगके जाके छुटओ ।
\v 28 कौन सी बातमे बे जाके दोस लगाईं हयँ कहिके जानन ईच्छासे मै जाके बिनकि महासभामे लाओ।
\v 29 बे व्यवस्थाको प्रश्‍न बारेमे जाके दोष लागाइ रहएँ । पर ज्यान सजाय औ कैद करन पडै जैसो कछु दोष मै न पाओ ।
\v 30 "जा आदमीको बिरुध्दमे षड्यन्त्र हुइ रहो हए जा बातको खबर मोके मिलो, और जाके तुरन्त तुमर ठिन पठओ हौं, और जाके बिरुद्दमे दोष लगान बलेन के फिर तुमर अग्गु बयान देन पडैगो करके आदेस दौ हौं ।"
\v 31 जहेमारे आज्ञा पओ अनुसार सिपैइया पावालके रातैके एन्टीपाट्रिसमे पुगाइँ ।
\v 32 घोडाचढन बारेनके उनके संग जान हुँवा छोडके औरो दिन बे ब्यारेक लौटे,
\v 33 कैसरियामे पुगके पिच्छु बे हाकिमके चिट्ठी बुझाएके पावलके फिर उनके अग्गु हाजिर कराइँ ।
\v 34 बा जा चिट्ठी पढ़के तए कौन जिल्लाको हए कहिके पुँछी । बा किलिकियाक है कहिके पता पाएके पच्छु कही,
\v 35 तुमके अभियोग लगानबारे आएके पच्छु तुमरो मुद्दा सुनङ्गो।” तव बे बाके हेरोदको बनाओ भव दरबार मे रखैयौ कहिके हुकुम दै ।
\c 24
अध्याय २४
\v 1 पाँच दिनपिच्छु प्रधान पूजारी हननिया और तमान धर्म-गुरुनके, तर्तुल्स नाउँको एक जनी वकिल संग हुवाँ आए, और बे पावलके बिरुध्दमे हाकिमके अग्गु मुध्दा पेश करीं ।
\v 2 पावलके हुवाँ झिकाएके पिच्छु तर्तुल्स बिनसे अइसे कहात दोष लगान लागो, “सबसे माननीय फेलिक्स, तुमसे हम बणो शान्ति पात हँए, और तुम जा जातिके ताहीं सुधार सुरु करेहौ ।
\v 3 3 जा बात हर प्रकारसे सब ठाउँमे हम खुशीके साथ स्वीकार करत् हएँ ।
\v 4 पर तुम जद्धा समय न लैके हमर बिन्ती छुटकरीमे दया करके सुनदेबौ ।
\v 5 "काहेकी हम जा आदमीके इतए उतए दुख देत नेगत्, संसार भरेक सब यहूदीनके बीचमे आन्दोलन मचान बारो, और नासरी पन्थको मुखिया अगुवाके रुपमे पाए हँए
\v 6 |" जा मन्दिर अपवित्र करन फिर कोसिस करी रहए, पर जाके हम पकडे | हमरो व्यवस्था अनुसार कारबाही फिर करते,
\v 7 , पर सेनापति लुसियस हमरे ठिन आएके बडो जबरजस्तिके सँग बाके हमर हातसे छिनाएके लै गओ, और जाके बिरुध्दमे अभियोग लगन बारेनके तुमर ठिन आनके आज्ञा करी रहए ।
\v 8 अब तुम स्वयम जाको जाँच करैगे तव हम जाके लगओ दोषके जे सब बात बासे पता पाए सक्तहौ ।”
\v 9 बे यहूदी फिर जे बात सब ठीक हएँ करके समर्थन करीं ।
\v 10 हाकिम बाके मस्कन इशारा करके पिच्छु पावल जवाफ दै, “बहुत वर्ष पिच्छु तुम यहूदी जातिके न्यायाधीश होन बारी बात पता हुइके मए अपन पक्षमे खुशीसे कहात हौं ।
\v 11 तुम पता लगाए सक्तहौ कि मए यरुशलेममे आराधना करन जाएके बाह्र दिनसे जद्धा भओ नैयाँ ।
\v 12 जे न त मोके कोई आदमी संग बहस करत् पाईं, न मन्दिरमे औ न सभाघरमे और सहेरमे जनतनके उक्सात पाइँ,
\v 13 न त मोके हबाए दोष लगान बारी बातके जे प्रमाण दै पाई हँए ।
\v 14 पर जा मए तुमरे अग्गु स्वीकार करत् हौं, कि जौन डगरके जे एक पन्थ कहात हँए, बहे अनुसार व्यवस्थामे भव बात और अगमवक्ता कि किताबमे लिखो सब बातमे विश्‍वास करके मिर पुर्खानको परमेश्‍वारको आराधना मए करत् हौं ।
\v 15 धर्मी और अधर्मी दोनए मरके पुंनरुत्थान हुइहँए कहिके जे अपनए स्वीकार करो जैसो मए परमेश्‍वारमे आशा धरत् हौं ।
\v 16 जहेमारे परमेश्‍वार घेन और आदमी घेन मए सबदिन शुध्द विचार करन कोशीस करत हौं ।
\v 17 अब कुछ वर्ष पिच्छु अपन जातिनके ताहिं दान और भेटी देन मए आओ रहौं ।
\v 18 जे मोके मन्दिरमे पाएके शुध्द होनबारो बिधि मए पुरा करडरो रहौं | हुवाँ कोइ भीड न रहए, होहल्ला फिर न रहए । पर हुवाँ एशियाको कोइ यहूदी रहए,
\v 19 बे हियाँ तुमरे अग्गु हाजिर होन पडन रहए । मेरे बिरुध्दमे अगर कोइ बात हए कहेसे तव बे दोष लगाए सक्त रहयँ ।
\v 20 औ जे आदमी अपनए हियाँ आएके कहमए-मए महासभाके अग्गु ठाडो होत मिरमे का दोष पाइ रहयँ?
\v 21 केवल जहे एक बात इकल्लो हए, जो मए बिनके बीचमे ठाडके चिल्लाए के कहो रहौं, 'मरे भएनके पुनरुत्थानके बारेमे आज तुमरे ठिन मिर मुद्दा चलरहो हए ।”
\v 22 जा डगरके बिषयमे फेलिक्सके खास ज्ञान भव के बारेमे बा जा बात सुनके पिच्छु बिनके अइसो कहिके टारके पठाईं, “सेनापति लुसियस हियाँ आएके पिच्छु मए उनको मुद्दा फैसला करदेहौं ।”
\v 23 तव बा पावलके निगरानी मे धरएँ और बिनके कछु स्वतन्त्र देमए, और बिनके कोइ फिर संगीनके बिनके कोइ चीज कमि करन न रोकए कहिके कप्तानके आज्ञा दै ।
\v 24 कुछ दिन पिच्छु फेलिक्स बाकी यहूदी बाइयर द्रूसिल्लाके संगमे लैके आए, और बे पावलके बुलाएके ख्रीष्ट येशू उपरको विश्‍वासके बारे मे बिनसे सुनी ।
\v 25 पावल धार्मिकता, संयम और भावी इन्साफके बारेमे बिबाद करत फेलिक्स घबडयाइ गव, और अइसो कही, “हबए जाओ, जरुरत पडैगो तव मए तुमके बुलएहौं ।”
\v 26 पावलसे क पता रुपैयाँ मिलै हए कहिके आसरा फिर करी रहए । जहेमारे फिर बे बाके घरीघरी बुलाएके बातचित करत् रहएँ ।
\v 27 पर दुई वर्ष पिच्छु जब फेलिक्सको बदलामे पर्किअस फेस्तस आओ, तव फेलिक्स यहूदीनके खुशी करन ताहिं पावलके जेलमे डारके गओ ।
\c 25
अध्याय २५
\v 1 फेस्तस अपनो प्रान्तमे आएके तीन दिन पिच्छु कैसरियासे यरुशलेममे गओ
\v 2 मुखिया पुजारी और यहूदीनके मुखिया आदमी पावल के बिरुध्दमे दोष लगाइँ,
\v 3 और बिनके डगरमे मारन योजना बनाइके पावलके यरुशलेममे लाएदेमए कृपा होबए करके बिन्ती करीँ ।
\v 4 पर फेस्तस पावल कैसरियामे थुनामे पडोहए, और अपना फिर जल्दी जानके ताहिँ इच्छा भइ बातके बताइ ।
\v 5 बा कहि,”जहेमारे तुम मैसे भए नेता हुवाँ मिर संग जामए, और बा आदमीमे कछु खराबी हए कहेसे बाके दोष लगामए ।”
\v 6 बिनके बीचमे बे आठ-दास दिनसे जद्धा ना वैठके कैसरिया लौटे, और बाके दुस्रो दिन न्याय-आसनमे वैठके बे पावलके लिआन हुकुम करीं
\v 7 बे आएके पिच्छु यरुशलेमसे आएभए यहूदी बिनके आसपास ठाड गए, और पावलके बिरुध्दमे अनेक गहिरे आरोप लगाइँ, जौनको बे प्रमाण ना दै पाइँ ।
\v 8 पावल अपने पक्षमे मस्कत कहि, “मए यहूदीके व्यवस्थाको बिरुध्दमे, मन्दिरको बिरुध्दमे, और कैसरको बिरुध्दमे कछु अपराध ना करो हौँ ।”
\v 9 पर फेस्तस यहूदीनके खुशी करन ताहिँ पावलसे कहि, “का तुम यरुशलेममे जाएके हुवाँ मिर अग्गु जे बात के बारेमे इन्साफ होबए करके इच्छा करत हौँ?”
\v 10 तव पावल कहि, “मए कैसरको न्याय-आसनके अग्गु ठाडरहो हौँ, जहाँ मिर इन्साफ होन पडैगो । यहूदीनके मए कोइ खराबी ना करो हौँ, सो तुमके अच्छेसे पता हए ।
\v 11 अगर मए अपराधी हौँ, और मए ज्यानसजाए पानको योग्यको काम करो हौँ कहेसे मरनके मए मनाहि ना करत हौं । अगर जे मोके लगाए भए दोषमे कछु प्रमाण नाहए कहेसे मोके जिनके हातमे कोइ ना सौंप पए हए । मए कैसर ठिन जा बात पेश करत हौँ ।
\v 12 तव फेस्तस सल्लाहकारनसे सल्लाहा करके कहि, “तुम कैसरके ठिन पेश करे, तुम कैसरयके ठिन ज ए हौ ।
\v 13 कुछु दिन पिच्छु फेस्तसके अभिबादन करन राजा अग्रिपास और बरनिकी कैसरियामे आए पुगे ।
\v 14 बे हुवाँ बहुत दिनतक वैठके पिच्छु फेस्तस पावलको मुद्दा राजाके अग्गु अइसो कहतै पेश करी, “फेलिक्सको लाओ भव एक जनी बन्दी हियाँ हए,
\v 15 जौनके बारेमे मए यरुशलेममे रहत, मुखिया पुजारी और यहूदीनके धर्म-गुरु बाके बिरुध्दमे दोष लगाएके बाके दण्ड देन पणैगो कहिके अनुरोध ( बिन्ति ) करी रहएँ ।
\v 16 दोष लगानबारो दोष लगान बारेनके संग मुहए मुहू न हुइके, और अपनो बिरुध्दमे लागो दोषके बारेमे बोल्न मौका न पाएके कोई आदमीनके दण्ड देनको आज्ञा रोमीनको रीतिरिवाज न हए कहिके मए बिनके जबाफ दओ।
\v 17 जब बे जमा हुइके हियाँ आए, मए देर न करके दुसरे दिन न्याय-आसनमे वैठके बिनके हाजिर करनके हुकुम दओ।
\v 18 जब दोष लागन बारे ठाडे भय, मिर सोचो कता बिनके मुद्दामे कोइ खराब बातको दोष बाके न ला पाइँ।
\v 19 तव बिनको मतभेद त बिनहीको धर्मके बारेमे और मरो भव येशूके बारेमे रहए| जौनके पावल त अभेतक जिन्दा हय कहिके दाबी करत रहय।
\v 20 बहेमारे जा बातको जाँचबुझ करनबारे बारेमे मए अलमल्लमे परके जाके बारेमे छलफल करन यरुशलेममे जान बाको इच्छा हएकि कहिके बासे मए पुँछो।
\v 21 तव पावल सम्राटको फैसला न होन तक हिरासतमे धरओ कहिके बिन्ती करनके ताहीं बाके कैसर ठिन न पठान तक निगरानीमे धरन हुकुम दै।”
\v 22 तव अग्रिपास फेस्तससे कहि, “जा आदमीको बात मए अपनए सुनन पाईतो तव ठीक रहए|” और बा कहि, “कल तुम सुनिओ।”
\v 23 दुसरे दिन अग्रिपास और बरनिकी बणो सानसे सेनापति और सहेरके मुखिया आदमीनके संग सभाघरमे घुसे।और फेस्तसको हुकुम पाएके पावलके हाजिर कराईं ।
\v 24 फेस्तस कहि, “राजा अग्रिपास और हमर संग हियाँ भए सब उपस्थित सज्जनो, तुम जा आदमीके देखत हौ, जौनके बारेमे सबै यहूदीनके 'जा आदमी अबसे जिनको लायक न हय कहिके यरुशलेममे और हियाँ फिर मोसे बिन्ती करी रहएँ ।
\v 25 पर ज्यान सजाए पानके ताहीं जा कछु न करिहय कहिके मय न पाओ| और जा अपनए फिर सम्राट ( राजा ) के ठिन बिन्ति करी रहए जहेमारे मए जाके पठानके पक्का करो।
\v 26 जाके बारेमे मोके और मिर सम्राट ( राजा ) के लिखन बारो खाश बात कछु न हय जहेमारे मए जाके तुमर जौने, और खास करके, हे राजा अग्रिपास, तुमरे अग्गु लाओ हौं, और हम जाको जाँच करके पिछु सायद मए कछु लिखन बारी बात पाएहौं।
\v 27 काहेकी कैदीको बिरुध्दमे कोइ दोष न बताएके बाके पठान मोके कोइ खास बात न लगतहय।”
\c 26
अध्याय २६
\v 1 "अग्रिपस पावलसे कही, " तोके अपन पक्षमे मसकन अनुमति हए।" तव अपन हात फैलाईके पावल अपन बचाओ मे मसकन लागो :"
\v 2 "हे राजा अग्रिपस, यहूदी मोके लगए भए सब दोषके बारेमे आज तुमर अग्गु मए अपन बचाओ के बारेमे मसकन पएक मए अपनैक भाग्यमानी मानत हौं ।"
\v 3 यहूदिक सब रितिरिवाज और विवादकी बातमे तुम खास करके परिचित भौके मारे, मिर बयान ध्यानदैके सुनदेबौ कहिके मए विन्ती करत हौं ।
\v 4 "मिर जातीके विचमे और यरुशलेममे शुरुसे मिर विताओ भौ मिर जावनी अवस्थासे मिर जीवनशैली यहूदिनके पता हए ।"
\v 5 लम्बो समयसे बिनके सबय बात पात हए, कि हमर धर्मके सबसे कट्टर पन्थी दलमे मए एक फरिसी हुइके मिर जीवन बितओ हौं । बे चाहंते कहेसे जा बातकी गवाही दै सक्त हँए ।
\v 6 परमेश्‍‍वर हमार पुर्खानसे करो भव प्रतिज्ञा मे मए आशा करोके कारनसे आज मए जा मुद्दा मे ठाडो हौ ।
\v 7 हमार बाह्र कुल जा आशा पानके ताहिँ रात दिन एकै मनसे आराधना करत हँए, और जाहे आशाके ताहिँ हे राजा यहूदी मोके दोष लगाई हँए ।
\v 8 परमेश्‍वर मरेभएनके जिन्दा करात हए कहि बात काहे तुम कोइ ना पतियात हौ ।
\v 9 "नसरतके येशूको नाउँको बिरुद्दमे गजब कारबाही करन पडत हए कहिके मए अपनै के फिर विश्‍वास रहए।"
\v 10 मए येरुशलेममे अइसीयए करो, और मुखिया पुजारीसे हुकुम पाएके गजब सन्तके मए जेल खानामे डारो इकल्लो ना पर बिनके मारतए बिनके बिरुध्दमे मए मिर बिचार फिर दओ।
\v 11 तव सब सभाघरमे बिनके घरिघरि सजाय दैके बिनके विश्‍वास छोडानके कोशिस करत रहौ | उनके बिरुध्दमे क्रोधसे जलन हुइके बाहिरके सहेरमे फिर मए उनके सताओ ।
\v 12 आइसी मुख्या पुजारीसे हुकुम और आज्ञा चिठ्ठी पाएके मए दमास्कस घेन गौ,
\v 13 ए राजा दुपहरके मए स्वर्गसे दिनसे फिर उजियारो ज्योति देखो, मए और मिर संग यात्रा करन बारेनके चारौ घेन चमकत रहए ।
\v 14 "जब हम सबए जमिनमे गिरे रहँए,तव हिब्रु भाषामे मोसे अइसो कहात आवाज मए सुनो," शाउल, शाउल", तए काहे मोके सातात हए ? सुइमे लात मरहौ तव तुमके पीरए हए
\v 15 और मए कहो, हे प्रभु तुम कौन हौ ? प्रभु मोसे कहि मै येशू हौं, जौनके तए सतात हौ ।
\v 16 तव उठ और अपन टाँगमे ठाड् जा, कहिके मोए मे तुम देखे और मए तुमै देखओ जा बातके ताहिँ सेवक और साक्षी नियुत्ति कारन उदेश्यसे मए तुमर ठीन देखा पाणो हौं ।
\v 17 मए तोके तिर अपन जाति और अन्यजातिसे छुटकारा देमंगो , जौनके ठीन मए तोके पठमंगो ।
\v 18 कि तुम बिन कि आँखी खोल दओ और बे अन्धकरसे ज्योति घेन, और सैतान को शक्तिसे परमेश्‍वार घेन घुमएँ अइसीयए करके बे पाप क्षमा पमंगे और मिर उपर विश्‍वाससे पवित्र भव ठाउँ बे फिर पमंगे ।
\v 19 जहेमारे हे राजा अग्रिपस स्वर्गीय दर्शनके ताँहि मय अनाज्ञकारी ना भव ।
\v 20 पर पहिले दमस्कसमे, तव यरूशलेममे और सबए यहूदिया देश भर रहन बारे और अन्यजातिन के फिर पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन लौटौ और अपन पश्‍चताप योग्यके काम करओ कहिके मए प्रचार करो हौं |
\v 21 जहेमारे यहूदी मोके मन्दिरमे पकडके मारन कोशिस करीं।
\v 22 आजके दिन तक परमेश्‍वारसे मए सहायता पाओ । तबहि मारे छोटो बडो दोनौ के गवाही देत मए हिना ठाड़ो हौ। अगमवक्ता और मोशासे कहो वचन अवश्य पुरा हुइहए कहि बातके मए कछु ना कहो हौं ।
\v 23 "बे कहिँ हँए कि ख्रिष्टके दु : ख भोगन पडैगो, और मारके जिन्दा भव रहए पहिलो हुइके बा अपन जाति और अन्यजातिके ज्योतिको घोषणा करहए ।"
\v 24 " बा अपन वचओ के ताहिँ जे बात कहतए रहए तव फेस्तास बडो स्वरमे कहि," ए पावल तए बौराहा हए, तिर बहुत बुद्धि तोके बौराहा बनाए दै हए ।"
\v 25 "पर पावल कहि," सबसे आदरणीय फेस्तास, मए बौलाहा ना हौं, पर सत्य और अच्छी ज्ञान कि बात कहत हौं ।"
\v 26 काहिकी राजा अपनए जा बातके विषयमे जानत हए जौनके अग्गु मए निर्धक्कसे बोलत हौ, काहेकी जे कोइ बात बासे ना लुको हए, काहेकी जा बात गुपचुप मे ना करी ।
\v 27 "राजा अग्रिपस ,का तुम अगमवक्ताके उपर विश्‍वास करात हौ मए जनत हौं, तुम विश्वास करात हौं ?"
\v 28 "अग्रिपस पावलसे कहि, " का थोरि समयमे तए मोके ख्रीष्टियन बनान चाहत हौ?"
\v 29 "पावल जवाफ दै, " थोरि समयमे होबए या बहुत जे सँकार तोडके तुम इकल्लो ना पर आज मिर बात सुनन बारे सव मिर जैसो होमए कहिके मए परमेश्‍वारसे प्रार्थना करात हौं ।"
\v 30 तव राजा, हाकिम, बरनिकि और हुवाँ बैठन बारे जित्तो सबए उठे ।
\v 31 "तव बे निकरके अपनै अइसो कहत बात करी, "जा आदमी प्राण दण्ड पानबारो औ कैद माफीको कोइ काम ना करी हए ।"
\v 32 "अग्रिपस फेस्ताससे कहि," जा कैसर ठीन बिन्ती ना करतो तव जा आदमीके छोड देनेसे फिर हुइतो ।"
\c 27
अध्याय २७
\v 1 समूद्र-यात्रासे हम इटालिया जान पड़ैगो कहिके निर्णय हुइके पिछु बे पावल और कित्तो कैदीनके सम्राट अगस्टसको फौज के युनियस नाउँको कप्तानके जिम्मा लगए दै रहए ।
\v 2 एड्रामिटेनोस से एशियाक गजब बन्दरगाह (पानीजाहज स्टेसन) होत जानके एक जहाजमे चढके हम यात्रा सुरु करे अरिस्तार्खस नाउँ भव थेस्लोनिके एक जनी माकेडोनियामे हमर संग रहए ।
\v 3 दुस्रेदिन हम सिदोनमे लङगर डारे । युलियस पावलके दया दिखाई बाके संगी ठिन जाएके भवभरको सहायता लेनके अनुमति दै ।
\v 4 हुवाँसे जहाज फिर समुन्द्र घेन जान लागी, और आँधी चलनके कारनसे हम साइप्रसके आड लैके गए ।
\v 5 किलिकिया और पाम्फिलियाके पार समुन्द्रमे पुगके पिच्छु, हम लुकियाको एक सहेरमे माइरामे आए पुगे ।
\v 6 हुवाँ इटालिया जानके अलेक्जेन्ड्रियाको एक जहाज पाएके कप्तान हमके बामे चढाए दैं ।
\v 7 । बहुत दिनतक धीरे-धीरे जाएके कठिनसे क्नीडसमे आएपुगे और आँधी और अग्गु बढ्न ना देनके कारनसे क्रेटको आड लैके हम सालमोनेके किनारे किनारे हुइके गए ।
\v 8 कठिनसे बाके किनारे किनारे लगके हम सुन्दर बन्दरगाह कहान बारो ठाउँमे आइ गए | हुवाँ से लासिया सहेर जौने रहए ।
\v 9 समय बहुत बित गओ रहए, और समन्दर यात्रा फिर खतरनाक भव रहए, संगए प्रायश्चित-दिवसको उपवासको समय फिर बितजानके कारनसे, पावल बिनके
\v 10 अइसे कहात सम्झाई संगी जा समन्द्र-यात्रासे केवल जहाज और मालसामन इकल्लो
\v 11 नाए, पर हमर जिउ-ज्यानको समेत खतरा और नोकसनी हुइहए कहिके मए देखत् हौँ ।” पर कप्तान पावलकी बातसे जद्धा जहाज चलान बारो और जहाजको मालिकके जद्धा पतिआइ ।
\v 12 जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए ।
\v 13 जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे ।
\v 14 तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली ।
\v 15 जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए ।
\v 16 क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए ।
\v 17 बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी ।
\v 18 अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे ।
\v 19 और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे समान मिलए दै ।
\v 20 गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए । तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए ।
\v 21 गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए । तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो ।
\v 22 अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए ।
\v 23 काहेकी जौन परमेश्‍वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए ।
\v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्‍वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।'
\v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्‍वारमे विश्‍वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए ।
\v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।”
\v 27 तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ,
\v 28 और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहीराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ
\v 29 और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए ।
\v 30 जब नैया चलान बारे जहाजसे भाजन ढुडत रहए, और अग्गुसे लंगार गिर्नके बहानासे नैया समुन्द्रमे डरीरहए ।
\v 31 तव पावल कप्तान और सिपाहीसे कहि, “जे आदमी जहाजमे बैठहँए नाए कहेसे तुम वाँचनाए पाएहौ ।”
\v 32 तव सिपाही जहाजकी रस्सी काटदै, जहाजके जान दैं ।
\v 33 भुकभुको उजियारो होन लागो रहए, पावल बिनके खानु खानके कहि रहए । बो कहि, “आजको चौध दिन हुइगओ हए, तुम अलमलमे पणके भुखे कछु नाए खाएके बैठे हौ
\v 34 जहेमारे कछु खबओ करके मए तुमसे कहात हौँ । कुछ खाएहौँ तव तुम बल पाएहौँ, तुमरो मुडको एक बार फिर नष्ट ना हुइहए ।”
\v 35 जा बात कहिके पिच्छु बे रोटी लैँ और सबके अग्गु परमेश्‍वरकाे धन्यबाद चढाई और तोडके खान लागे ।
\v 36 तव बे फिर हौसला पाएके कुछ खानबारी चीज खाइँ ।
\v 37 [जहाजमे होनबारे हम जम्मा दुई सय छयहत्रर जनै रहए ।]
\v 38 बे अघाएके खाएके पिच्छु जहाज हलको करन ताहिँ समुन्द्रमे गेहुं फेक दैं ।
\v 39 उजियारो हुइके पिच्छु फिर बे बो ठाउँ चिन नाए पाइँ, पर बे एक ढाहो देखिँ | जाको बलौटे किनरे रहए । जहाजके हुवाँ किनारे लगनके योजना बे करीँ ।
\v 40 बे लंगार झारत्, और समुन्द्रमे रहन दैं । बहेबारे डभना बाधो भई रस्सी खोल्दै । अग्गु पाल उठाएके हव्वा घेन घुमाए दैं और जहाजके किनारेसे बढाइँ ।
\v 41 तव पानी तरे लुको रेताको रासमे जहाज ठुक्के हुवाँए धसिगै, अग्गुको भाग अट्क गव और चलाए नाए पाइँ, और पिच्छुको भाग त लाणुरसे झोका खाएके टुटान लागो ।
\v 42 कैदी पैरके भाजन लागे करके सिपाही बिनके मरनके सल्लाह करीँ ।
\v 43 तव कप्तान पावलके बचान मन करी बे अइसो करनसे रुकिगए | पैरन सिक्नबारे जहाजसे पहिले कुदके ढाहोमे जान हुकम बिनके दै,
\v 44 और बाँकी रहे भए चाहिँ पटरामे और जहाजको खुद्रामे बोपार जानके कहिँ अइसे सबसे अच्छेसे किनारे पुगिगए ।
\c 28
अध्याय २८
\v 1 हम अच्छेसे किनारे पुगे बो टापुको नाउँ माल्ट रहए काहेके हाम पता पए ।
\v 2 हुवाँक बासिन्दा हमके बहुत दया दिखाईं पानीक पड्के जाडो होनके कारनसे बिनके ताहिँ आगी पजार दै, और हमए सबके स्वागत करीँ ।
\v 3 पावल एक गडा कठीया जमा करी रहए और बा लाइके आगीमे डारदै । आगीक आँचसे एक साँप निकरके आओ, और बिनके हाथमे लिपट गौ ।
\v 4 "बा हुवाँ के बासिन्दा बिनके हाथमे साँप लिपटो देखके आपसमे कहन लागे, जा आदमी पक्का फिर ज्यानमार हुइहए । जा समूद्रसे बचके त निकरो पर इन्साफसे जा ना बच पाई ।"
\v 5 पर पावल बा साँपके आगीमे झट्किरदैं , और बाके कछु बिगार ना भऔ ।
\v 6 "पर बा को शरीर सुजैगो, औ बा इकबरी गिरके मरैगो कहिके बे सोचन लगे । तव बहुत देर तक सोचत रहँए तहु फिर बाको कछु बिगार ना भव देखके बे अपन विचार बदलके कहन लागे,""जा ता देवता हए ।"
\v 7 बा टापुक पब्लिस नाउँ भव मुखियक जगह जमिन बा ठाउँके किनारेमे रहए ।बे हमके स्वगत करीँ, और तिन दिन तक बाके घरमे हमर बेबस्ता करीँ ।
\v 8 पब्लिसको दौवा बुखार और आउँ रोगसे बेमार रहए । पावल बाके देखन गओ, और बाके ताहिँ प्रार्थना करि, औ अपन हात बक उपर धरके अच्छो करि।
\v 9 जा घटना पिच्छु बा टापुके और रोगी आदमी फिर आए, और अच्छे भए ।
\v 10 बे तमान तरिकासे हमर आदर करीँ । जब हम जहाजमे चढे, बे हमके आवश्यक पडो जित्तो समान जहाजमे डार दै।
\v 11 तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे ।जा जहाज जाडोक महिनामे जहेए टापु मे रहए ।जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए ।
\v 12 सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे ।
\v 13 हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे ।
\v 14 हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अइसी हम रोम मे आए पुगे ।
\v 15 हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्‍वारमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।
\v 16 जब हम रोममे पुगे, तव पावल के एक जनि सिपैयनके रेखदेखमे इकल्लो बैठनके अनुमति मिलो ।
\v 17 "तिन दिन पिच्छु पावल यहूदीक स्थानिय अगुवनके बुलान पठाई । बे जम्मा हुइके पिच्छु बा उनसे कहि, " भैया ओ, मए त अपन देश के आदमी, औ पिता पुर्खाक रितिरिवाजके विरुध्दमे कछु काम ना करो रहव । तहु फिर बन्दि हुइके यरुशलेमसे रोमीनके हातमे मोके सौंपि हँए ।"
\v 18 बे छानबिन करके पिच्छु मिर मे मृत्युदण्डको कछु कारण ना पाएके मोके छोडदेन मन करी रहए ।
\v 19 पर यहूदी बिरोध करनके कारणसे कैसर ठिन बिन्ति करन मोके कर लागो- मिर जातीक विरुध्दमे कोइ दोष लगान बारी बात ना रहए ।
\v 20 "जहेमारे मए तुमसे भेटके बात चित करन तुमके बुलाओ हौं । काहेकि इस्राएलको आशा जो हए बहेक ताहिँ जा साँकरमे मय बाधो हौं ।"
\v 21 "बे बासे कहि,"हम त तुमर बारेमे यहूदियासे कुछ चिठी नापाए हए । कोइ भैया आइके तुमर बिरुध्दमे कोइ खराब बात फिर सुनाइ नाहँए और बोली नाहँए ।
\v 22 "पर तुमर विचार का हए सो तुमसे सुनन चाहत हँए । काहेकि जा दलके बारेमे हमके इतकए पता हए, कि इतए उतएके आदमी जाके बिरुध्दमे इकल्लो मसकत हँए ।"
\v 23 तव बे बक ताहिँ एक दिन तोक दैं और गजब संख्यामे आदमी बाके डेरा मे आए । बा बिनके सबेरेसे सन्झा तक पुरो अपने बारेमे बताइ, और मोशक व्यवस्था और अगमवक्तक किताबसे परमेश्‍वारको राज्यक गवाही दै, और येशूक बारेमे बिनके विश्‍वास दिलान कोशिस करी ।
\v 24 बक कहि बात कितनो विश्‍वास करीँ, कितनो ना करीँ ।
\v 25 "बे अपसमे सहमति ना भए, और बिदा होन पेति पावल आखिरमे जा अपन मनकि बात बताइ, "तुमर पिता-पुर्खाके यशैया अगमवक्तासे पवित्र आत्मासे कहि वचन ठिकए रहए,"
\v 26 "जे आदमी ठीन जाएके काहो, "सुनन ता तुम सुनत हौ, पर कबहु ना समखत् हौ, देखन त तुम देखत हौं पर कबहु ना देख पात हौ ।"
\v 27 "काहेकि जे आदमिनको हृदय कमजोर हुइगौ हए, और बिनके कान बाहिरे हुइगए हए, और बे अपन आँखी मिचे हँए, नत बे अपन आँखी से दिखते, कानसे सुनते, हृदयसे समझते, और लौटते, और मए बिनके अच्छो करतो ।"
\v 28 "जहेमारे तुमके पता होबए, कि परमेश्‍वारको जा मुक्ति अन्यजातिन के ताहिँ पठाई हए, और बे सुनङ्गे ।"
\v 29 और बा जे वचन कहिके पिच्छु यहूदी आपसमे गजब काहसुनी करतए विदा भए ।
\v 30 पावल पुरो दुइ वर्ष तक अपनि खर्च मे रोम मे बैठो, और बक ठीन आन बारे सबैके बा स्वगत करी ।
\v 31 बा खुल्लम खुल्ला और बिना रोकटोकसे परमेश्‍वारको राज्यक प्रचार करत रहए और प्रभु येशू ख्रिष्टके बारेमे शिखात रहए ।

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\h Colossians
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\mt Colossians
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कलस्सीनके पावलकी चिठ्ठी
आध्याय १
\v 1 पावल, परमेश्‍वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके एक प्रेरित और हमर भाइया तिमोथीसे।
\v 2 ख्रीष्टमे भए कलस्सेक सन्तनके और विश्‍वासी भैयनके: परमेश्‍वर हमर पितासे अनुग्रह और शान्ति।
\v 3 तुमरे ताहिँ प्रार्थनामे हम अपन प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता परमेश्‍वरसे सबदिन धन्यवाद चढत् हँएँ।
\v 4 काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमर विश्वास और सबए सन्तानके ताहीँ तुमर प्रेमकी विषयमे हम सुने हएँ,।
\v 5 जौन ता तुमर ताँहि स्वर्गमे धारो भओ आशाके कारनसे हए। जहे विषयमे तुम आगुयएसे सत्यके वचन,आर्थत सुसमाचारमे सुने हओ।
\v 6 जो तुमर ठिन आओ। जा सुसमाचारको फारा फरत हए और जा संसार भर फैलत हए। औ तुम जाके सुनके सत्यतामे परमेश्‍वरकी अनुग्रहके जानो भओ दिनसे तुमरमे फिर जा बढरहो हए।
\v 7 जा सुसमसचार तुम हमर प्रिय संगी-दास इपाफ्राससे सिखे जैसे हौ,जो हमर प्यारो संगी या हमर ताहीँ ख्रीष्टको एक विश्वासी सेवक हए।
\v 8 इपाफ्रास हमके पवित्र आत्मामे भए तुमरे प्रेमके बारेमे हमके दिखाई हए।
\v 9 जा प्रेमको कारणसे ,हम जा सुने दिनसे तुमर ताहीँ प्रार्थना करन हम ना रुके हएँ।सबए ज्ञान आत्मिक समझमे, तुम बाको इच्छाअनुसारको ज्ञानमे पुरा होबओ कहिके हम बिन्ती कर्तहएँ।
\v 10 और बोके पूरा रुपसे खुसी करन प्रभुक योग्य जीवन जिबौ और सबै अच्छो काममे फरा फराऔ और परमेश्वरके ज्ञानमे अग्गु बढैगे कहिके हम प्रार्थना कर रहे हएँ।
\v 11 बाको महिमित शक्तिमे आनन्दसे सब सहनशिलता और धैर्यके ताहिँ तुम सब तगणे होबओ।
\v 12 हम जा प्रार्थना करत हएँ की तुम आनन्दसे पिताके धन्यवाद देहऔ, जौन तुमके ज्योतिमे विश्वासको हकदारमे सहभागी होन हमके ताहीँ योग्य बनाईँहएँ।
\v 13 बो हमके अन्धकारको राज्यसे छुटाइ, और अपन प्रिय पुत्रको राज्यभितर हमके लाइहएँ।
\v 14 बोमे हम उध्दार अथवा पापको क्षमा पाए हए।
\v 15 बो गौसक परमेश्वरको जैसो हए। बा सारा सृष्टिको जेठो हए।
\v 16 काहेकी बहेमे सब चीज सृष्टि भव हए| स्वर्गमे और पृथ्बीमे दिखान बाले और ना दिखान बाले चीज चहुँ राजकाज, चहुँ हक जमानो, चहुँ प्रधानता, चहूँ अधिकार, सब बोसे बहेके ताहिँ सिर्जेहए।
\v 17 बो सब चीजसे अग्गु हए, और बोमे सब चीज बाँधे हए।
\v 18 बो शरीर, अथवा मण्डलीको शिर हए, बा सुरु हए, मरेसे जीवित होनबारेमे बो जेठो हए, ताकि प्रत्येक चीज उपर बो सर्बोच्च होबए।
\v 19 काहेकी बाको अपन सबए पूरा रुपसे ख्रीष्टमे वास करी कहिके परमेश्‍वर खुसी भव,
\v 20 और परमेश्‍वर बाके क्रुसको रगतसे शान्ति करके पृथ्बीको होबए चँहु स्वर्गको होबए, बोसे सब चीजके अपने संग मिलापमे ल्याईहए।
\v 21 बिते समयमे खराब काम करके तुम पराए भए अपनो मनमे विरोधी भए रहौ।
\v 22 पर अपन अग्गु तुमके पवित्र, बिना खोट और निर्दोष दिखान ख्रीष्टको मासुको शरीरमे बाको मृत्युसे तुमके बो अब मिलापमे लाइहए।
\v 23 अगर तुम अपन विश्‍वासमे अच्छे और स्थिर भएरहौ और तुम सुने सुसमाचारको आशासे दुर ना जाएके विश्‍वासमे लगातार अग्गु बढ़न पड्त हए | जहे बो सुसमाचार हए, जो स्वर्गतरे सबए आदमीक प्रचार करी हएँ, जौनको मए पावल सेवक भौ हौँ।
\v 24 अब तुमरे ताहीँ मिर दु:ख भोगनमे मए आनन्द मनतहौ, और ख्रीष्टको कष्टको कमीके बाको शरीरको ताँहीँ मए अपन देहेमे पुरा कर्तहौँ।
\v 25 तुमरे खातिर मोके दओ ईश्वरीय कामअनुसार परमेश्‍वरको वचन सबए रुपसे प्रचार कर्न मए धर्म-सेवक भओ।
\v 26 युग-युग और पुस्तासे लुको रहो जा रहस्य अब बुक बच्चाके दिखाइ हए।
\v 27 जा रहस्यको महिमामय सम्पति अन्यजातिमे कित्तो महान हए, बो बात अपन सन्तनके दिखान ताहीँ परमेश्वर चुनि| जा रहस्य बा हए ख्रीष्ट तुममे हए, जो भविष्यक महिमाको आशा हए।
\v 28 बा बेहे आदमी हए जौनके हम घोषणा करत हएँ। पुरा दिमाक से हम सबएके सल्लाह देत हएँ और सिखात हएँ कि सबए आदमीनके ख्रीष्टमे पक्को बनाएके दिखाए सकएँ।
\v 29 मिर जीवनमे शक्तिशाली रुपमे काम करनबारो बाको तागतअनुसार मय मेहेनत करत हौ और अग्गु बढ़हौँ।
\c 2
आध्याय २
\v 1 तुम जा जनाओ करके मए चाहत हओ, कि कैसे तुम और लाउडिकियामे भए, और मिर मुहू ना देखे भए सबके ताहीँ मए कठोर परिश्रम कर्त हओ,
\v 2 कि प्रेममे एकएसंग बाँधके बिनको ह्रदय प्रोत्साहित होबए, और पक्का समझको परिपूर्णताको सम्पति और परमेश्‍वरको रहस्यको ज्ञान अथवा ख्रीष्टके प्राप्त करए।
\v 3 बोमे ज्ञान और बुध्दिको सब सम्पति लुकोहए।
\v 4 मए जा कहतहौ, कि डरपान बारो बोलीसे कोइ तुमके ना डरपाए पामँएँ।
\v 5 काहेकी शरीरमे मए अनुपस्थित हुइहौ ताहुफिर आत्मामे त मए तुमरे संग हौ, और तुमके अच्छो व्यावस्था और ख्रीष्टमे तुमरो विश्‍वासको स्थिरतामे मए रमात हौ।
\v 6 जहेमारे जैसी ख्रीष्टके तुम ग्रहण करे, उइसी बामे जीवन बिताओ।
\v 7 धन्यबाद देनमे प्रशस्त , तुमके शिक्षा दओ अनुसार बामे जर गणौ और बनौ और विश्‍वासमे दरिलो होबओ।
\v 8 ध्यान देओ, कि कोइ दर्शनशास्त्र और खोक्रो छलसे तुमके शिकार ना बनाबए , जो ख्रीष्टके अनुसार ना हए, पर आदमीनको परम्परा और बिश्‍वासको आधारभुत सिध्दान्त उपर अड़ो होतहए।
\v 9 काहेकी ख्रीष्टमे ईश्वरत्वको सारा परिपूर्णता शरीरमे वास कर्तहए।
\v 10 और बामे जीवनके परिपूर्णतामे तुम आए पुगेहौ। बा पुरा शासन और अधिकारको मुण हए।
\v 11 बामे तुमर खतना भओ रहए , जो आदमीसे मासुको शरीरमे नाभओ रहए , पर जा ख्रीष्टमे भओ रहए।।
\v 12 बप्तिस्मामे तुम बाके संग गड़े रहौ | मरो भओ से बाके जीन्दा करनबारो परमेश्‍वरको कार्यमे विश्‍वास कर्नबारे जहे बप्तिस्मामे तुम फिर बाकेसंग जीन्दा भए।
\v 13 तुम अपन अपराध और शरीरअनुसार बेखतनामे मरे रहौ, पर परमेश्वर हमर सब अपराध क्षमा करदै बाके संग जिन्दा करी,
\v 14 और हमर बिरुध्दमे लिखो तमसुक और बाके सब कानूनी दाबीके क्रूसमे किल ठोकके रद्द करदै|
\v 15 बो प्रधानतानके और शक्तिनके हराएके बिनके सबके उपर क्रूसमे जित पाई, और बिनके खुल्लमखुल्ला तमासा बनए दै।
\v 16 जहेमारे खान और पिनमे, अथबा तेवहरको दिन, अथवा अँधियारी रात अथवा शबाथ-दिन मानन् बारेमे कोइ आदमी तुमके दोष ना देबए।
\v 17 जा चाहिँ आनबारे बातको छाँही इकल्लो हए, पर वास्तविकता त ख्रीष्टमे हए।
\v 18 अपन शरीरके दु:ख देनबारी बातमे जिद्दी करके स्वर्गदुतके पुजन लगाएके, अपन दर्शनमे अनके, अपन अभिलाषी मनके बिनाकारणको घमण्डसे फुलके कोइ तुमके इनाम गुमानबारो ना बनाबए।
\v 19 बा मुणके ना पक्णे रहए।मुणसे लैके जोर्नी और ग्रन्थि हुइके पुरा शरीरमे काम लगन बारे तत्त्व फैलात हए और बिनके एक ठिन धरत हएँ; और शरीर परमेश्‍वरको दौभव बृध्दिअनुसार बढत् हए।
\v 20 अगर जा संसारके आधारभुत सिध्दान्तघेन ख्रीष्टसंग तुम मरे हौ तव, संसारको जौसो हुइके जिहौ?
\v 21 "मतपकणौ, मतचखओ, मतछुबओ "
\v 22 आदमीनके आज्ञामे और शिक्षाअनुसार, जा जम्मए चीज व्योवहार कर्तकर्त नष्ट हुइके जातहए।
\v 23 जे निती आदमी अपनएँ बनावभऔ धर्म और नरम और शरीरको कठोरताको ज्ञान हए।पर शरीरको अभिलाषाके काबूमे लान जे चीज कोइ मोलके ना हएँ।
\c 3
आध्याय ३
\v 1 जहेमारे अगर तुम ख्रीष्टसंग जिउठे हौ तव उपर कि बातके ढुँड़ौ , जहाँ ख्रीष्ट हए और परमेश्‍वरके दहिना बाँहँघेन बैठोहए।
\v 2 उपर कि बातमे मान लगओ| पृथ्बीमे भए बातमे नाए।
\v 3 काहेकी तुम मरे हौ, और तुमरो जीवन परमेश्‍वरमे ख्रीष्टसंग लुकोहए।
\v 4 ख्रीष्ट जो हमर जीवन हए, बा प्रकट होत तुम फिर बाके संग महिमामे प्रकट हुइहौ।
\v 5 जहेमारे तुमर मे जो संसारिक स्वभाव कि बात हए बिनके मरओ: व्यभिचार, अशुध्द्ता, कामुकता, खराब इच्छा और लोभ, जो मुर्तिपुजा हए।
\v 6 जे बातनके खातिर परमेश्वरको क्रोध आज्ञा ना मानन् बारेके उपर आतहए।
\v 7 तुम फिर जे बातमे जीतपेती एक समय अइसीयए बातमे नेगात राहौ।
\v 8 पर अब तुम फिर जे सब बात छोण देबौ: दिक्क, क्रोध, हिस, बेजत, अपन मुहूसे निक्रो फोहर बोली।
\v 9 एक दुसरेके मत ठगओ, काहेकी पुरानो स्वभाव बाको चालसमेत तुम त्यागेहौ,
\v 10 नयाँ बानी बैठारे हौ, जो अपन सृष्टि कर्ताके रुपअनुसार ज्ञानमे नयाँ होतहौ।
\v 11 हिना ग्रीक और यहूदी, खतनाके और बेखतनाके, अशिक्षित, असभ्य, कमैया और फुक्काको भेद ना रएहए, पर ख्रीष्ट सब बात और सब बातमे हए।
\v 12 जहेमारेपरमेश्‍वरके चुनेभएनके पवित्र और प्रिय हुइके तुम करुणा, दया, दुखमे, नरमपन और धैर्य धारण करओ।
\v 13 एक दुसरेके सहबओ, कोइ आदमीनके बिरुध्दमे कोइ दोषको कारन हए तव, एक दुसरेके क्षमा करओ | जैसी प्रभु तुमके क्षमा करी हए, उइसी तुमके फिर क्षमा कर्न पड्त् हए।
\v 14 जा सबसे जद्धा बरु प्रेम धारण करओ, जौन सब चीजके एकतामे एकसंग बाँधत हए।
\v 15 ख्रीष्टको शान्ति तुमरे ह्रदयमे राज्य कराए| नेहत्व, तुम शान्तिके ताहिँ एक शरीरमे बोलए गएरहौ| तुम धन्यबादी होबओ।
\v 16 ख्रीष्टको पुरा बुध्दिमानीसाथ एक दुसरेके सिकओ और अर्ती देओ, और परमेश्वर घेन अपनो ह्रदयमे रहोभव कृतज्ञतासाथ भजन, स्तुति और आत्मिक गाना गबओ।
\v 17 बात अथवा काम जो-जो कर्तहौ, सब बात बासे परमेश्‍वर पिताके धन्यबाद प्रभु येशूके नाउँमे करओ।
\v 18 बैयर तुम, प्रभुके दृष्टिमे सुहानबारो अपन लोगाके अधीनमे बैठओ।
\v 19 लोगा तुम, अपन बैयरके प्रेम करओ और बिनके घेन कठोर मतबनओ।
\v 20 लौँणा-लौँणिया तुम, प्रत्येक बातमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करओ। काहेकी जा बात प्रभुके प्रसन्न बनातहए।
\v 21 दौवा तुम, अपन लौँणालौँणियाके दिक्क मतउठओ, नत बे निराश हुइहँए।
\v 22 कमैया तुम, प्रत्येक बातमे जा संसारको अपन मालिकनके आँखी अग्गु खुशी बनान इकल्लो नाए, पर नेहत्व ह्रदयसे प्रभुको डरमे रहिके बिनके अधीनमे बैठओ।
\v 23 तुम जो कर्तहौ दिलदैके करओ, आदमीनको ना पर प्रभुको सेवा करे कता,।
\v 24 जा जनके कि तुम अपन उत्तरधिकार इनामके रुपमे पबैगे| तुम प्रभुको सेवा कर रहेहौ।
\v 25 काहेकी अपनो करो कुकर्मको फल कुकर्मी पबैगो, और जामे पक्षपात ना हए।
\c 4
आध्याय ४
\v 1 1 मालिक हो, तुमर फिर स्वर्गमे मालिक हए करके जानके अपन कमैयासे न्यायसंगत और उचित व्यवहार करओ|
\v 2 पाक्केसे सदामान धन्यबादसहित स्थिर हुइके प्रार्थनामे लागेरहौ।
\v 3 हमर ताहिँ फिर प्रार्थना करओ, ताकि ख्रीष्टको बो गुप्त प्रचार कर्नके परमेश्‍वरसे हमरे ताहिँ वचनको एक फाटक खोलदेबए, जौनके ताहिँ मए बँधो हौँ,
\v 4 और मए मस्कनबारो वचन खुलस्त करसिकओ।
\v 5 समयको सदुपयोग करतए, बाहिरके संग बुध्दिमानी साथ व्यवहार करओ।
\v 6 नून जैसो स्वदिलो करे कता तुमरो बोलीवचन सबदिन कृपालु होबए, ताकि प्रत्येकके कैसे जवाफ देन पड़ैगो, सो तुम जनओ।
\v 7 मिर बारेमे सब बात प्यारे भैयौ, विश्वासी धर्म-सेवक और प्रभुमे संगी-दास तुखिकस तुमसे कहिहए।
\v 8 जा इच्छासे मए तुमरे ठिन पठओ हौँ, कि तुम हमर बारेमे पता पाबओ, और बे तुमर मनके उक्सयहँएँ।
\v 9 बिनके संग ओनिसिमस आतहए, जो तुमर मैसे एक आदमी हए, और बे हमर विश्वासी और प्यरो भैया हए। हियाँको सब हालखबर बे तुमके बतमंगे।
\v 10 मिर संगी-कैदी अरिस्तार्खस तुमके अभिबादन पठाइँ हए| बारनाबासको भतिजो मर्कूसको फिर अभिबादन| बिनके बारेमे तुम आदेश पाइगए हौ, बे तुमरे ठिन आएके कहिँ बिनके स्वगात कराओ।
\v 11 युस्तस नाउँ भव येशू फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए | परमेश्वरको राज्यके ताहिँ मिर पक्ष मैसे यहूदी विश्वासी जेहे इकल्लो हए | यिनसे मोके सान्त्वना मिलो हए।
\v 12 तुमर मैसे एक जनै ख्रीष्ट येशूको दास इपाफ्रास फिर अभिबादन पठाइँ हए| बे अपन प्रार्थनामे परिश्रमसाथ सबदिन तुमके स्मरण कर्तहए, ताकि तुम परिपक्का होबओ, और परमेश्‍वरको सारा इच्छामे सम्पूर्ण रुपसे निर्धक्क हुइके बैठन सिकओ।
\v 13 काहेकी मए बिनके ताहिँ गवाही देतहौ, कि तुमर और लाउडिकिया और हिरापोलिसमे होनबारेनके ताहिँ बे घोर परिश्रम करी हँए।
\v 14 प्रिय बैदा लुका और डेमास फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए।
\v 15 लाउडिकियाके भैया और नुम्फास और बिनके घरमे भए मण्डलीके मेरो अभिबादन देओ।
\v 16 तुमरे बीचमे जा चिठ्ठी पढके पिछु लाउडिकियाके मण्डलीमे फिर जा पढन लगैयओ, और लाउडिकियाको चिठ्ठी फिर तुम पढिओ।
\v 17 "तुम प्रभुसे पाओ सेवाको काम पुरा करओ"" करके अर्खिप्पसके कहिदेओ।"
\v 18 18 मए पावल, जा अभिबादनचाहिँ अपन हातसे लिखतहौ। मिर सँकारके याद रखओ। तुमरेसंग अनुग्रह रहबए।

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\h Ephesians
\toc1 Ephesians
\toc2 Ephesians
\toc3 eph
\mt Ephesians
\c 1
एफिसिनके पावलको चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे फिलिप्पीमे भए बिशपनके और डिकनके सबाए सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह और शान्ति ।
\v 3 हर समय तुमके यद करत, मए मिर परमेश्‍वरके धन्यबाद देतहौ ।
\v 4 तुम सबके ताहिँ सबदिन मेरो हर प्रार्थनामे मए आनन्दसाथ प्रार्थना करत हौं ।,
\v 5 प्रेममे परमेश्‍वर हमके येशू ख्रिष्टके द्वारा अपनिए पुत्रके रुपमे ग्रहन करनके ताही पुरो पक्का करीहए । बा अइसो करिहए की बाको योजना करो भओ बातके करन बा खुशी भओ ।
\v 6 नतिजा जा हए, कि परमेश्‍वरको महिमाको अनुग्रहके बजेसे सबए बाको प्रशंसा कतर हए । जा अनुग्रहके बा अपन प्रियसे सेंतय हमके दैहए ।
\v 7 बाको अपार अनुग्रहके जैसो ख्रीष्टको खुनसे हमके बामे उध्दार, हमर पापको क्षमा पाबैगे ।,
\v 8 पुरी बुध्दि और समझसे पुरी तरिकासे जा अनुग्रह बा हमके प्रसस्‍तयसे दैहए ।
\v 9 कहेकी सबय बुध्दि और आन्तरिक समझमे ख्रीष्टमे धरो भव उदेश्य कता बा अपनो इच्छाकी लुकी बात हमके प्रघट करी हए ।
\v 10 ताकी बाको योजनाको समय पुरो हुइके पिछु, तब ख्रिष्टमे परमेश्‍वर स्‍वर्ग और पृथ्वीमे भए सब चीज एक संग बाके अधिनमे लाबएगो ।
\v 11 येशू ख्रिष्टमे हम परमेश्‍वरके सन्तानके रुपमे चुनेहए, जौन सबए बात अपन इच्छाके योजान कता पुरो करी, हम बाको योजना कता पहिलेसे चुने गए रहए ।
\v 12 हम ख्रीष्टमे पहिलेसे असरा धरन बारेनके बा अपनो महिमाको प्रशंसाके ताहिँ जि पामए करके बा नियुक्त करी हए और छानी हए ।
\v 13 तुम, जौनसे सत्यको वचन, औ अपन मुक्तिको सुसमाचार सुने, और बामे विश्‍वास करे, बहेमे तुम प्रतिज्ञा करो पावित्र आत्माको छाप लगाए हओ ।
\v 14 हम अपने उत्तराधिकार ना पान तक पवित्रा आत्मा हमर उत्तराधिकार पक्को प्रमाण हए । जा बाको महिमाके प्रशंसाके ताहीं हए ।
\v 15 तबए मारे प्रभु येशू ख्रीष्टमे रहो भओ तुमर विश्‍वास और सबए सन्त उपर तुमरो प्रेमके बारेमे मए सुनन्‍के समयसे
\v 16 मए तुमर ताही परमेश्‍वरमे धन्यबाद देन और मिर प्रर्थनामे तुमके सम्झना ना रुकोहओ ।
\v 17 मए प्रार्थना करत हओ, कि हमरो प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्‍वर, महिमाको पिता तुमके बाके बारेमे ज्ञान बुध्दि और प्रकाशको आत्मा देबए ।
\v 18 मए जा फिर प्रार्थना करत हौ, कि तुमर ह्रदयकी आँखी उजियारी होमए, और कौन आशाके तहीँ बा तुमके बुलाई हए, और सन्तनमे बाको माहिमित उत्तरधिकारको सम्पति का हए, सो तुम जान सकओ ।
\v 19 और हम विश्‍वास करन् बारेनके ताहिँ बाको शाक्तिको कबहु खतम ना होन बारो महानता का हए, सो तुम जान सकओ । बा शाक्ति बाको महान सामर्थको काम अनुसार हए, ।
\v 20 जो बा ख्रीष्टमे पुरा करी हए, जब बा ख्रीष्टके मरोसे जिन्दा करी,और स्वर्गके जगहमे अपन दहिना घेन बैठाई हए ।
\v 21 बा येशूके सब शासन, और अधिकार, और शाक्ति हर नाउँसे उपर, और जा युगके इकल्लो ताही ना, पर आनबारे युगके ताही फिर बा , सबसे उपर धरी हए ।
\v 22 और परमेश्‍वर सब बात बाके पाओ तरे धरदैं, और मण्डलीके ताहिँ बाके सब बातके उपर मुण बनाइ हए ।,
\v 23 जौन मण्डली बाको शरीर, बामे पूरो होत हए और बा सब चीजसे भरपूर होतहए ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 तुम अपन अपराध और पापसे मरे समय मे बा तुमके जिन्दा करी ।
\v 2 जाहेमे जा संसारको रीतिरीबाजके जैसो और आकाशको शाक्तिको मालिक तरहा, अनाज्ञाकारिताको सन्तान तरहाकाम करन बारो आत्माके जैसो तुम पहिले एक चोटी चलत रहओ । अभे काम करनबारो आत्मा अनुसार तुम अग्गु एक चलत् रहौ ।
\v 3 बिनमैसे हम सब फिर शरीर और मनकी इच्छा पुरो करके अपन पापमय स्वभावके लालचमे अग्गु जित रहए, और बाँकी आदमी जैसो हम स्वभाबएसे क्रोधको सन्तान रहए ।
\v 4 पर परमेश्‍वर, जो कृपामे धनी हए, बा अपनो महान प्रेमसे हमके प्रेम करी हए ।
\v 5 जहेमारे पापमे हम पापमे मरे भए रहए, ताहुँफिर बा हमके ख्रीष्टसंग जिन्दा करी-अनुग्रहसे तुम उध्‍दार पाए हओ ।
\v 6 और बाके संग हमके उठाई, और स्वर्गके जगहमे ख्रीष्ट येशूसंग बैठारी हए ।
\v 7 जा त ख्रीष्ट येशूमे हमर घेन बाको दयामे अपन अनुग्रहको असीमित सम्पति, आनबारो युगमे दिखान बारो हए ।
\v 8 कहेकी तुमअनुग्रहसे विश्‍वासके उध्दार बचाए गए हओ-,और जा तुम अपनाए से ना,पर जा त परमेश्‍वरको बरदान हए ।
\v 9 कर्म से ना, नित आदमी घमण्ड करहए ।
\v 10 कहेकी हम अच्छो कामके ताहिँ ख्रीष्ट येशूमे सिर्जे भए बाके हातके सिप हए । हम बाके जैसे चलऐं फिर कहेके परमेश्‍वर पहिलेसे बे तयार करी रहए ।
\v 11 जहेमारे याद करओ, अग्गु तुम शरीरमे गैरयहुदी होत पेती आदमीके हातसे खतना करनबारे तुमके "बेखतनाको" मनत् रहए ।
\v 12 याद करओ, तुम बा समय ख्रीष्टसे अलग, इस्राएलके नागरिक हकसे बाहिर भए रहओ, और प्रतिज्ञाको करारसे बिराने, आशा नभए और जा संसारमे परमेश्‍वर बिनाके रहौ ।
\v 13 तुम, एक समय ख्रीष्ट येशूसे दुर रहौ, अब ख्रीष्टको खुनसे बाके ठिन आए हौ ।
\v 14 कहेकी बा हमर शान्ति हए । बा हमके दोनोके एक बनाई हए, और अलग करन बारो भिदुष्मनको भित उजाड दै हए ।
\v 15 और बा व्यवस्थाके बाको आज्ञा और धार्मिक-बिधान सहित अपन शरीरसे खतम करी हए, कि जा दुईके बदलामे बा अपनाएमे एक नयाँ आदमी सृष्टि करए, और अइसी शान्ति बनाबए ।
\v 16 और बा क्रुससे हम दोनोके एक शरीरमे परमेश्‍वर संग मेल करके दुष्मनके हराई ।
\v 17 येशू आएके तुम दुर भए और जौने भए बारेनके मिलापको सुसमाचार सुनाई रहए ।
\v 18 काहेकी बासे हम दोनो एकै पवित्र आत्मामे पिता ठिन पहुच पाए हए ।
\v 19 अइसी अब तुम विदेशी और प्रवासी ना हओ, तव सन्तनके संग तुम संगी-नगरिक और परमेश्‍वरके परिवारके सदस्य भए हओ ।
\v 20 बा घराना प्रेरित और अगमवक्तानके जग उपर बैठके बनो गओ हए, और ख्रीष्ट येशू अपनाए त खास पत्थर हए ।
\v 21 बामे पुरो घर ठीक तरीकासे एकसंग जुडके प्रभुमे एक पवित्र मन्दिर होनकेताही एकसंग बनत जातहए ।
\v 22 और पवित्र आत्मामे परमेश्‍वरको वासस्थान होनके ताहीं तुम फिर बामे एकसंग बनत जात हौ ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 जहेमारे मए पावल, तुम अन्याजातिक पक्ष्यमे ख्रिष्ट येशू को एक कैदी हओ ।
\v 2 तुमर ताहिँ मोके परमेश्‍वरको दओ भओ अनुग्रहके जिम्मेवारीके विषयमे तुम फिर सुने हौ कहिके मोके लागो हए ।
\v 3 जौंन प्रकाशसे मोके पता करो खास बात हए जौंनके विषयमे मए तुमके अग्गुसे छोटोमे लिखो फिर रहओ ।
\v 4 जब तुम जा पढ़ईगे, ख्रीष्टको गुप्त बातके बारेमे मिर भितरकी समझ का है, सो तुम बुझलेबैगे ।
\v 5 जौन बात बाको पवित्र प्रेरित और अगमवक्ता के पवित्र आत्मासे अभए प्रगट भओ हए, बा और पुस्ताके आदमीके ना बताई रहए ।
\v 6 औ सुसमाचारसे ही अन्यजाति सह-उत्तराधिकारी हए ,, एकै शरीरको अंङ्ग और ख्रीष्ट येशूमे हुइके प्रतिज्ञाके सझेदार हए ।
\v 7 बाको शाक्तिको कार्यके जैसो मोके दाओ परमेश्‍वरको बाअनुग्रहको बरदानके जैसो जा सुसमाचारको मए सेवक बनो गओ रहओ ।
\v 8 सब सन्तमे मए सबसे छोटो हौ तब फिर ख्रिष्टको अगम्य सम्पतीको सुसमाचार अन्यजातिके प्रचार करौ कहिके मोके जा अनुग्रह दै |
\v 9 सब बात सृजानबारो परमेश्‍वरमे युग-युगसे लुको भओ रहस्यको योजना का हए, सो सब आदमीमै खुलासा करन अनुग्रह मोके दै ।
\v 10 ताकि अइसी मण्डलीसे परमेश्‍वरको तमान मेलक ज्ञान स्वर्गीय जगहमे शासक और अख्तियारवालेनके बीचमे प्रकट करियो |
\v 11 जा त ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे बा पुरो करो भओ अनन्तके उदेश्य जैसो रहए ।
\v 12 येशूके उपर धरो हमर विश्‍वाससे साहस और दृढ भरोसामे हम परमेश्‍वरमे घुसन पात हए ।
\v 13 जहेमारे मए तुमके निवेदन करत हौ, कि तुमर ताहिँ मए भोगरहोँ कष्टमे तुम हताश मतहोबओ । जा तुमर महिमा हए ।
\v 14 जहेमारे मए पिताके अग्गु अपन घुंटो टेकत हओ,
\v 15 जौनक पिछु स्वर्ग और पृथ्वीमे भए सब परिवार को नाउँ धरोहए ।
\v 16 बाको महिमाको प्रशस्तके जैसो तुममे बैठन बारो बाको अत्माकी शक्तीसे बा तुमके मजबुत करए कहिके मए प्रार्थना करत हओ ।
\v 17 और विश्‍वाससे ख्रीष्ट तुमर हृदयमे वास करए, और प्रेममे जर गणकाबै और पक्को होबए कहिके मए प्रार्थना करत हओ ।
\v 18 ताकि बाको प्रेममे सबए विश्‍वासी ख्रिष्टमे सन्तनकेसंग चौडाइ, लम्बाइ, उचाइ और गहिराइ का हए सो तुम समझ सकओ ।
\v 19 तुम ख्रिष्टके प्रेमको महानताके समझ सकओ, कहिके मए प्रार्थना करत हओ, जो ज्ञानसे फिर उत्तम हए । तुम परमेश्‍वरको सबए बातसे भर सकओ कहिके अइसो करओ ।
\v 20 बाके, जौन हमर भितर काम करन बारो बाको शक्तिके जैसो हमसे मागोभओ औ सोंचोसे जद्धा बहुतयत् से कर सकओ,
\v 21 बाहेके ही पुस्ता-पुस्तातक मण्डली और ख्रिष्ट येशूमे हमेसाके ताही महिमा होबए । आमेन ।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जहेमारे, प्रभुके ताहिँ एक कैदी होनके नातासे मए तुमके हृदयसे बिन्ती करत हौ, कि जौन बातमे तुम बुलाए गएहओ बेहे योग्य को जीवन बिताओ ।
\v 2 सबए दिनता, नम्रता और धैर्यताके संग एक दुसरेके प्रेममे सहेके ।
\v 3 शान्तिके बन्धनमे पवित्र आत्माको एकताके अच्छी तरीकासे धरनको कोसीस करओ ।
\v 4 शरीर एकै हए, और पवित्र आत्मा फिर एकै हए-जैसि तुमके बुलाई हए, एकै आशामे बुलाएगए रहओ, जौन आशा तुमर बोलावटके संग मिलोहए,
\v 5 एकै प्रभु, एकै विश्‍वास और एकै बप्तिस्मा,
\v 6 हम सबको एकै परमेश्‍वर और पिता, जो सबकेउपर, सबके बिचमे और सबमे हए ।
\v 7 हम हरेक्के ख्रिष्टके बरदानके नाप जैसो बरदान दैहए ।
\v 8 जहेमारे अइसो कहि है: “बा उँचेमे चढिगौ कैदिनके बन्दि बनाइके दास बनाएके धरी, और बाआदमिके वरदान दै ।"
\v 9 " बाअब "उचोमे जगहमे चढिगओ" कहो काअर्थ हए ? जबाहेक कि बा पृथ्वीके तरे भागमे फिर उतरिगओ । "
\v 10 बा जो तरे उतरो गौ रहए बहे ही साबए स्वर्गसे बेढम उपर चढीगौ, जहे मारे कि सब चिजके बा पूरी कर सकए ।
\v 11 तव येशूके बरदान जहे रहए, की कोइ प्रेरित, कोइ अगमवक्ता, कोइ प्रचारक, कोइ मण्डलीक पास्टर और कोइ शिक्षक हए ।,
\v 12 कि ख्रीष्टको शरीर बनए और सेवाको काम करन सन्त तयार होमए।
\v 13 जब तक हमसब विश्‍वासको और परमेश्‍वरको पुत्रको ज्ञानको एकताके ना पामङ्गे कहेसेऔर पक्को आदमी बनके ख्रिष्टको पुरोनाप तक ना पुगङ्गे कहेसे ।
\v 14 हम छलसे पच्छु-पच्छु ढकेले भए, धार्मिक- सिदान्तको सब हवा से और आदमीनको सब झनझट, चलाकीऔर फटहासे इतएउतए उणे भए बालक जैसे ना होमए ।
\v 15 बलकी प्रेमसे सत्य बोलतए सब बातमे हम हुवाँतक, औ ख्रीष्टतमे बढतय जामए, जो शिर(मुढ) हए ।
\v 16 बहेसे ही सबए शरीर सब जोर्नी से जुणो और बंधो भओ सब भाग ठीक-ठीक काम करन साहज होबैगो और प्रेममे बढतैजाओ ।
\v 17 अब मए जा जोण दइके प्रभुमे काहत हऔ, और प्रभुमे गवाही देतहऔ, कि अन्यजाति जैसे बे अपन विचारके व्यर्थमे जितहंए तैसी तुम अबसे उइसो मतजिबऔ ।
\v 18 बिनको हृदयको कठोरतासे लाओ भव बिनकी अज्ञानताके बजैसे बे परमेश्‍वरको जीवनसे अलग भए हंए, और बिनको समझ अन्धकारसे भरो हए ।
\v 19 बे कठोर हुइगए हंए, और सब किसिमको अशुध्द काम करन बारे लालचमे पणके बे छाणा हुइ गए हए ।
\v 20 पर ख्रीष्टके त तुम अइसे ना जाने हऔ ।
\v 21 येशूमे भओ सत्यताके जैसे बाके बारेमे तुम सुने और सिखे हऔ, कहिके मए मानत हऔं ।
\v 22 छली लालसासे भ्रष्ट भओ अग्गुको जीवनके ढाँचासंग मिलो भओ तुमर पुरानो स्वभावके त्यागऔ ।
\v 23 और अपन भितरको स्वभाबमे नयाँ होबऔ ।
\v 24 और परमेश्‍वरको स्वरूपमे सच्चो धर्मिकता और पवित्रतामे सृष्टि भओ नयाँ स्वभावके धारण करऔ ।
\v 25 जहेमरे झुट छोणके, सब अपन-अपन पणोसीसे सत्य बोलए, काहेकी हम एकै शरीरमे एक दुसरेके अङ्ग हंए ।
\v 26 क्रोध त करौ पर पाप मत करौ । दिन डुबनसे अग्गु तुमर दिक्क मिटजाबए ।
\v 27 और दियाबलसके (शैतान) मौका मतदेबऔ ।
\v 28 चुट्टा अबसे ना चुरामए । बरु बे मेहनत करंए । बा अपन हातसे इमान्दारीसे मेहनत करंए, और जरुरतमे पणेभएके साहेता करंए ।
\v 29 तुमर मुहुसे खराब बोली ना निकरए, पर समय सुहानजैसो और सुधार करके मिठो वचन इकल्लो बोलौ, जोकी सुनन बारेनके कृपा मिलए ।
\v 30 तव परमेश्‍वरको पवित्र आत्माके दु: खित मतबना्औ, जो मए उद्धारके दिनके तांही तुममे छाप लगाओ गओ हए ।
\v 31 सब तरहाके कड़ वहाटपन, क्रोध और दिक्क, हल्ला और बदनामी, सब मेलके हत्या हिंसा करन तुम छोण देबऔ ।
\v 32 जैसे परमेश्‍वर ख्रीष्ट तुमके क्षमा करी, उइसीए एक- दुसरेके क्षमा करके तुम एक दुसरेसे कोमल मनके और दयालु होबऔ ।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 जहेमरे तुम अच्छे बालकजैसे परमेश्‍वरको देखासेखी करन बारे होबऔ ।
\v 2 तुम प्रेममे चलौ, जैसे ख्रीष्ट फिर हमसे प्रेम करी, और परमेश्‍वरके तांही सुगन्धित भेटी और बलिदान हुइके अपनके हमर तांही अर्पण करी ।
\v 3 तव तुमर बीचमे व्यभिचार और सबए अशुध्द औ लोभको नाउँ फिर मतलेबऔ, जो सन्तके बीचमे होन ना सुहात हए ।
\v 4 नकी बात, मुर्ख बातचित औ बेफाइदाके ठट्ठा मतकरौ, जे सुहानबारी बात ना हंए । बरु धन्यवाद देनको काम होबए ।
\v 5 काहेकी जा तुम पक्का जानौ, कि कोइ व्यभिचारी कि अशुध्द आदमी औ लोभी आदमीके ( जो मूर्तिपूजक हए ) ख्रीष्ट और परमेश्‍वरको राज्यमे कोइ उत्तराधिकार ना हए ।
\v 6 कोइ तुमके खाली बातमे धोखा ना देबए, काहेकी बे बातके बजएसे अज्ञा ना मानन् बारेनके उपर परमेश्‍वरको क्रोध पणैगो ।
\v 7 जहेमरे बिनकेसंग साहभागी मतहोबऔ ।
\v 8 काहेकि एक चोटी तुम फिर अन्धकारमे रहऔ, पर अब प्रभुमे तुम उज्यारो हुइगए हऔ । ज्योतिके सन्तान जैसे नेगऔ ।
\v 9 काहेकी सब भलाइ, धार्मिकता और सत्यतामे ज्योतिक फल पात हए ।
\v 10 और प्रभुके मन पणन बारो काहए, बा सिखनके- कोसिस करऔ ।
\v 11 अन्धकारको खराब काममे भाग मतलेबऔ, पर बिनके प्रकट करदेबऔ ।
\v 12 काहेकी बिनके गुप्तमे करो भओ कामके बारेमे काहान फिर शर्मकी बात हए ।
\v 13 पर ज्योतिसे कोइ बात प्रकट होत बा सफा दिखात हए ,जो बात, प्रष्ट दिखातहए, बा ज्योति हए ।
\v 14 "जहेमरे अइसो कही हए: "ए निधमे पणेभए, जागऔ और मरेभए उठऔ, और ख्रीष्ट तुमके प्रकाश देबैगो ।"
\v 15 जहेमरे तुम कैसे नेगत हऔं कहिन बारी बातमे ध्यानसे देखओ- निर्बुध्दि आदमीजैसो ना, पर बुध्दिमानजैसो ।
\v 16 समयको पूरो सदुपयोग करऔ, काहेकी दिन खराब हंए ।
\v 17 जहेमरे मुर्ख मतहोबऔ, पर प्रभुको इच्छा का हए, सो सम्झौं ।
\v 18 दाखमधसे मत मात्तओ, कारन जा विलासिता हए, पर पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबऔ ।
\v 19 एक दुसरेसे भजन, गीत और आत्मिक गानमे बोलत और अपनो पूरो हृदयसे प्रभुके तांही गातए और धुन निकारत ,
\v 20 रोज सब बातके तांही हमर प्रभु येशूको नाउँमे परमेश्‍वर पिताके धन्यवाद चड़ाबओ
\v 21 ख्रीष्टके आदरके तांही एक- दुसरेके अधिनमे बैठऔ ।
\v 22 बैइयर हओ , प्रभुको अधिनमे रहो जैसो आ- अपन लोगाके अधिनमे बैठओ ।
\v 23 काहेकी लोगा बैइयरको शिर(मुढ) हए, जैसी ख्रीष्ट मण्डलीको शिर हए, जौन मण्डली बाकी शरीर हए, और बा अपनए बाको मुक्तिदाता हए ।
\v 24 जैसी मण्डली ख्रीष्टके अधिनमे हए, उइसी बैइयर फिर सब बातमे लोगाके अधिनमे राहामए ।
\v 25 लोगाओ , अपन बैइयरनके प्रेम करओ, जैसी ख्रीष्ट फिर मण्डलीके प्रेम करी रहए, और बाके तांही आपनैके अर्पण करी,
\v 26 जहेमरे कि बा मण्डलीके पानीसे धोएके वचनसे पवित्र कर सकए,
\v 27 और बा दाग औ धब्बा ना भओ, खोंटरहित, पवित्र और अइसी कोइ बात ना भओ शर्मथी मण्डली अपने ठीन प्रस्तुत कर सकए ।
\v 28 आइसी ही लोगा फिर अपन- अपन बैइयरके अपनी शरीरजैसी प्रेम करैं
\v 29 काहेकी कोइ आदमी कबही अपन शरीरके घृणना ना करत हए, पर बाके कदर करके पालनपोषण करत हए, जैसी ख्रीष्ट फिर अपन मण्डलीके तांही करत हए ।
\v 30 काहेकी हम बाके शरीरके अङ्ग हंए ।
\v 31 "जहेमरे आदमी अपन अइया- दैवाके छोणके अपनी बैइयरसंग मिलो रहत हए, और बे दोनो एक शरीर होतहंए ।"
\v 32 जा एक गहिरो रहस्यकि बात हए, तव जा बात मए ख्रीष्ट और मण्डलीके बारेमे मसकतहऔं |
\v 33 जो होनसे फिर तुम सब अपन बैइयरके अपनी हानी प्रेम करौ, और बैइयर फिर अपन लोगाके आदर करए ।
\c 6
अध्याय ६
\v 1 लौड़ा-लौड़ीयाओ, तुम प्रभुमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करौं, काहेकी जा अच्छो हए ।
\v 2 अपन दौवा और अइयाको इज्जत करओ । (जा प्रतिज्ञा संग पहिली आज्ञा हए),
\v 3 कि तुमके भलो होबए, और तुम जा पृथ्बीमे बहुत समय तक बच सकओ ।"
\v 4 दौवाओ ,तुम अपन लौड़ा लौड़ीयानके गुस्सा मतउठाओ, पर बिनके प्रभुको अनुशासन और शिक्षामे बणाबओ ।
\v 5 कमैयाओ, तुम डर और आदरके संग सच्चो ह्रदयसे ख्रीष्टके करो कता जा संसारके तुमरे मालिकको आज्ञापालन करौं ।
\v 6 आदमीनके अग्गु खुशी करन कता ना ,आँखीके अग्गु इकल्लो देखावटी काम मत करौं, पर ख्रीष्टको दास कता सच्चो ह्रदयसे परमेश्‍वरको इच्छा पुरो करओ ।
\v 7 आदमीनके तांही ना, पर प्रभुको तांही करो कता दिलसे सेवा करौं ।
\v 8 जा जानके कि चाहूँ बे कमैया होमए, चाहूँ फुकुवा होमए, जौन अच्छो काम कर हए, बा प्रभुसे सोहीबमोजिम इनाम पाए हए ।
\v 9 मालिकओ, तुम अपन कमैयासे अच्छो व्यवहार कराओ, और धम्की देन छोडओ, जा जानके कि तुम दोनेको मालिक स्वर्गमे हए, और बामे पक्षपात ना हए ।
\v 10 अब अन्त्यमे, प्रभुमे और बाको शाक्तिको सामर्थ्यमे बलवान होबओ ।
\v 11 दियाबलसके धूर्तताके विरुध्दमे खणा होनके परमेश्‍वरको सबए हातहरियार धारन करओ ।
\v 12 काहेकी हमरी लणाइ शरीर और खुनके बिरुध्दमे ना हए । पर शासकके बिरुध्द, शाक्तिनके बिरुध्द, वर्तमान अन्धकारके संसारिक शासकके बिरुध्द और स्वर्गीय जगहमे बैठन बारे दुष्ट आत्मिक सेनानके बिरुध्द हए ।
\v 13 जहेमारे परमेश्‍वरके हातहतियार उठाबओ, और अइसे खराबए दिनको सामना करन, और सब काम करके तुम अटल हुइके ठाण सकओ ।
\v 14 जहेमारे अटल होबओ ।अपन करेहाँओ मे सत्यकि पेटीसे कसके, धार्मिकताको झिलम लगाएके ठाणे होबओ ।
\v 15 और टाँगमे मेलमिलापको सुसमाचारको जुत्ता लगाएके तयार होबओ ।
\v 16 संगए विश्‍वासको ढाल उठाओ, जौनसे तुम दुष्टके सब अग्‍निबाणके बुताय सकत हओ ।
\v 17 मुक्तिको टोपी लगाबओ. और पवित्र आत्माको तरवार लेबओ, जो त परमेश्‍वरको बचन हए ।
\v 18 सबए प्रार्थना और निवेदनके संग सब समय पवित्र आत्मामे प्रार्थना करओ । जा उदेश्यसे लगनशील और हौस्यार हुइके सब सन्त्तनके तांही प्रार्थना करत राहाबओ ।
\v 19 मिर तांहि फिर प्रार्थना करीयो, कि जब मए अपन मुहूँ खोलतहऔ तव मोके बचन देबए, और मए निरधक्क हुइके सुसमाचारको गुप्त बातके घोषणा करसकऔं ।
\v 20 जौनके तांही मए साँकरसे बाँधो एक राजदुत हऔ, और जैसी मोके बोलन पणहए, उइसीए मए साहससे बोल सकऔ ।
\v 21 मए कैसो हऔं, और का कर रहो हऔं, बा तुमके फिर पता होबए कैहेनके तांही प्रभुमे प्यारो भैया और प्रभुमे विश्‍वासी सेवक तुखिकस तुमके सब बात बतै हए ।
\v 22 हमर हालचाल कैसो हए तुमके पता होबए और तुमर ह्रदयके उत्साहा मिलए जा बिचारसे मए बिनके तुमरे ठिन पठाओ हऔं ।
\v 23 परमेश्‍वर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे ददा भैयनके शान्ति और विश्‍वास सहीतको प्रेम होबए ।
\v 24 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अमर प्रेमसे सबएके उपर अनुग्रह होत राहाबए । [ आमेन ]

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\ide usfm
\h गलातीनके पावलको चिट्ठी
\toc1 गलातीनके पावलको चिट्ठी
\toc2 गलातीनके पावलको चिट्ठी
\toc3 gal
\mt गलातीनके पावलको चिट्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\v 1 मय पावल ख्रीष्टको एक प्रेरित जो आदमीसे या कोइ आदमीक द्वारा पठाओ न हऔं, बलुक येशू ख्रीष्‍ट और परमेश्‍वर पिता, जौन बाके मरे मैसे जिन्दा करी, बाके द्वारा पठाओ भओ हऔं ,
\v 2 मए और मिरसंग होनबारे सब भैयनके गलातियाके सबय मण्डलीनके जा चिट्ठी लिख रहो हऔं ।
\v 3 परमेश्‍वर पिता और हमर प्रभु येशू ख्रीष्‍टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति ।
\v 4 परमेश्‍वर और पिता कि इच्छा अनुसार बा जा वर्तमान दुष्‍ट युगसे हमके छुट्कारा देनके हमर पापके ताहिं अपनएके अर्पण करी ।
\v 5 परमेश्‍वरके सदिमान महिमा होत रहबए । आमेन !
\v 6 मोके अचम्मो लागत हए, कि ख्रीष्‍टको अनुग्रहमे तुमके बुलानबारेके यित्तो जल्दी छोड़के तुम दुसरो सुसमाचार घेन लगरहे हऔ ।
\v 7 वास्तवमे दुसरो सुसमाचार न हए, बल्कि अइसे कोइ-कोइ हँए, जौन ख्रीष्‍टको सुसमाचारके भ्रष्‍ट पाड़नके ढुड़त् हएँ ।
\v 8 हमर प्रचार करो सुसमाचारके बिपरित हमके औ स्वर्गसे आनबारो स्‍वर्गदूत प्रचार करेहए तहुँ फिर बा आदमी श्रापित होबए ।
\v 9 हम अग्गुसे कहो जैसो मए फिर और हबए फिर कहत हऔं, तुम जौन सुसमाचार ग्रहण करे हओ, बाके उल्‍टा और कोइ तुमके प्रचार करत् हए तव, बा श्रापित होबए ।
\v 10 का मए आदमीनको निगह ढुड़त् हऔं, कि परमेश्‍वरको ? औ का मए आदमीनके खुशी करन ढुँड़त् हऔं ? अगर मए और आदमीनके खुशी करन कोसिस करो हऔं तव मए ख्रीष्‍टको दास न हुइतो ।
\v 11 भईया, तुम जा जानओ करके मए चाहत हऔं, कि मए प्रचार करो सुसमाचार आदमीको सुसमाचार न हए ।
\v 12 काहेकी मए जा कोइ आदमीसे पाओ न हऔं, न जा मोके कोइ सिखाइ रहए, बलुक येशू ख्रीष्‍टको प्रकाशसे मए जा पाओ हऔं ।
\v 13 यहूदी धर्म मे रहत अग्गुको मेरो जीवनके बारेमे तुम सुनेहौ, कैसे मए परमेश्‍वरकी मण्डलीके भयानक रुपसे सताओ, और बाके नाश करनके ढुँड़ो ।
\v 14 हमर जातिमे, मिर नातेदारमे बहुतनसे मए यहूदी धर्ममे अग्गु बढो रहऔं, और मिर पिता-पुर्खाको परम्परामे मए बहुत जोसिलो रहऔं ।
\v 15 पर, मिर आइयाको गर्वसे ही मोके चुननके ताहीं परमेश्‍वर खुशी भओ ।
\v 16 अन्यजातिनके बीचमे बाको प्रचार करन् सिकओं कहिके अपन पुत्र मोए मे प्रकट करनके ताहीं बाको अनुग्रहद्वारा बा मोके बुलाई । मय तुरन्तय शरीर और रगतको सल्लाह ना लओ ,
\v 17 और न त मोसे अग्गु प्रेरितनके ठिन मए यरुशलेममे गओ, पर मय अरब देशघेन गओ, और पिच्छु दमस्कसमे घुमके आओ ।
\v 18 तव तीन वर्ष पिच्छु केफाससँग भेट करन् मए यरुशलेम गओ, और उनके सँग पन्ध्र दिनतक बईठो ।
\v 19 तव प्रभुको भईया याकूबके बाहेक और कोइ प्रेरितनके मए न मिलो ।
\v 20 परमेश्‍वरके अग्गु मए तुमके विश्‍वास दिलान चाहत हऔं, कि मए जो लिखोहऔं बा झुठो न हए ।
\v 21 तव पिच्छु मए सिरिया और किलिकियाके इलाका घेन गओ ।
\v 22 बा बेरा यहूदीनके ख्रीष्‍टके मण्डलीके मिर मुहूँ न देखि रहएँ ।
\v 23 बे बा बेरा सुनी इकल्लो रहएँ, “अग्गु हमके सतान बारो आदमी जौन विश्‍वास नाश करन ढुड़न डटो रहए, और हबए बहे विश्‍वासको प्रचार करन डटो हए ।"
\v 24 बे मेरे कारन परमेश्‍वरकी महिमा दईं ।
\c 2
\cl अध्याय २
\v 1 चौध वर्षपिच्छु बारनाबाससंग तीतसके लैके मए फिर यरुशलेम गओ ।
\v 2 ईश्‍वरीय प्रकाश पाओ अनुसार मए गओ, और बिनके जौने बहे सुसमाचार धरो, जो मए अन्यजातिनके प्रचार करो हऔं । ( पर जो बहुत जरुरी अगुवा जैसे दिखात रहएँ बिनकेसँग मए व्यक्तिगत रुपमे बोलो )। मए व्यर्थमे न दौड़ रहो हऔं, या दौड़न कहिके पक्का करनके ताहीं मय जा करो ।
\v 3 पर मिर संग होनबारो तीतस ग्रीक हए तहुँ फिर खतना होन पड़ैगो करके कोइ कर न लगाई ।
\v 4 खतनाको जा बात उठो, काहेकी कित्तो झुठे भईया हमर दल भितर चुप्पएसे घुसके ख्रीष्‍टमे भओ हमर स्वतन्त्रताको जासुसी करके हमके बन्धनमे लान चाँहत रहएँ ।
\v 5 सुसमाचारको सत्यता तुमके ताहिं सुरक्षित होबए करके बिनके जौने हम एक घण्टाके ताहिं फिर न झुके ।
\v 6 इज्जतदार दिखान बारे आदमी जो रहएँ -और बे जैसो भए से फिर मोके त कोइ फरक पड़त् न हए, परमेश्‍वर आदमीनको पच्छेपात करत् न हए-बे मिर सन्देशमे कुछु न थपीं ।
\v 7 पर और उल्टा, बे देखके, कि बेखतनन्के सुसमाचार प्रचार करनको बोझ मोके दई रहएँ, जैसी खतनन्के सुसमाचार प्रचार करन् को बोझ दई रहएँ ।
\v 8 परमेश्‍वर, जौन पत्रुसको प्रेरितपनसे खतनान्के बीचमे काम करी रहए, मोसे फिर अन्यजातिनके बीचमे करी रहए ।
\v 9 याकूब, केफास और यूहन्‍ना, जो मण्डलीके खम्मा रहएँ, बिनके उपर भव अनुग्रह पता पाएके पिच्छु मोके और बारनाबासके संगतिको दाहिना हात दईं । हम अन्यजातिके ठिन जानके और बे त खतनन्के ठिन जानके पक्का करीं ।
\v 10 केबल उनकी जहे इच्छा रहए, कि गरीबनके उपर हमर सम्झना रहबए । बहे करनके मए फिर उत्सुक रहऔं ।
\v 11 तव जब केफास एन्टिओखियामे आओ, तव मए उनके खुल्लमखुल्ला बिरोध करो काहेकी बे दोषी रहएँ ।
\v 12 याकूब पठाए भए आदमी आनसे अग्गु बा अन्यजातिनके संग खात रहए । तव जब बे आए पुगे तव बे अन्यजातिनसे पिच्छु हटके अलग हुइगए, काहेकी बे खतनाके दल बारेनसे डराइगए रहएँ ।
\v 13 और बाँकि यहूदी फिर उइसी कपटसे काम करीं हियाँतक, कि बारनाबास फिर उनके कपटमे पड़ गओ ।
\v 14 तव जब सुसमाचारको सत्यता अनुसार न चलो मए देखो, तव बिनके सबके अग्गु मए केफाससे कहो, “तुम यहूदी हुइके यहूदी हानि नाय कि अन्यजाति जैसो चलत हओ तव, अन्यजातिनके यहूदी जैसो चलनके कैसे कर लगए हओ ?”
\v 15 हम जन्मैके यहूदी हएँ, और अन्यजाति जैसे पापी न हएँ ,
\v 16 और फिर हम जन्त हएँ, व्यवस्थाको कामसे कोइ आदमी धर्मी न ठहिरैगो, पर येशू ख्रीष्‍ट के उपरको विश्‍वाससे धर्मी ठहिरैगो । जहेमारे हम फिर हमरो विश्‍वास ख्रीष्‍ट येशूमे धरेहएँ, ताकि हम व्यवस्थाको कामसे ना पर ख्रीष्‍टमे धरो भओ विश्‍वाससे धर्मी ठहिर सिकएँ, काहेकी व्यवस्थाको कामसे कोइ फिर धर्मी न ठहिरैगो ।
\v 17 हमजो ख्रीष्‍टमे धर्मी ठहरन चाहत हएँ, यदि अपनय पापी निकरे, तव का ख्रीष्ट पापको सेवक हए ? कबहु न हए ।
\v 18 काहेकी अपन उजाडो चीजके मए फिर बनायहऔं तव, अपना अपनएके मए अपराधी हऔं करके साबित करत् हऔं ।
\v 19 मय जो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्थाके ताहिं मै मरिगओ ताकि परमेश्‍वर के ताहीं जिन सकऔं ।
\v 20 मए ख्रीष्‍ट संग क्रुसमे टँगो हऔं, अब से जिनबारो मए न हऔं, पर ख्रीष्‍ट मोए मे जित हए । जौन जीवन शरीरमे मए हबए जित हऔं, बा परमेश्‍वरको पुत्रमे विश्‍वास करके जित हऔं, जौन मोके प्रेम करी हए, और मेरे ताहिं अपनएके अर्पण करी हए ।
\v 21 परमेश्‍वरके अनुग्रह के मए पन्छेयात न हऔं, काहेकी यदि व्यवस्थाके द्वारा धार्मिकता होती तव ख्रीष्‍ट के मरन व्यर्थएमे हुइतो ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\v 1 हे मुर्ख गलाती तुमके कौन मोहनी लगएके वशमे करलओ ? तुमरी आँखीके जौने येशू ख्रीष्‍ट क्रूसमे टाँगि बात सफा रुपसे बर्णन करो गओ रहए ।
\v 2 यित्कए इकल्लो मए तुमसे पुछन चाहत् हऔं, तुम पवित्र आत्मा व्यवस्थाके कामसे पाए, कि सुनो भओ वचनमे विश्‍वास करके पाए हओ ?
\v 3 का तुम यित्तो मुर्ख हओ, कि आत्मामे सुरु करके शरीरकी रिति से अन्त करईगे ?
\v 4 यदि बा सचमुच बिना अर्थको रहए तव का तुम व्यर्थमे यितनो बातनके अनुभव करे ?
\v 5 जकमारे, जौन तुमके पवित्र आत्मा देतहए, और तुमरे बीचमे अचम्मोको काम करत हए. का बा जा व्यवस्था अनुसारको कामनके कारन करी हए कि विश्‍वास करके सुनन के कारनसे ?
\v 6 आब्रहामके देखओ, “बा परमेश्‍वरमे विश्‍वास करत् रहए, और जा बाके ताहिं धर्मिकता गिनोहए ।"
\v 7 जहेमारे तुम जा जानओ, कि जौन जौन विश्‍वास करत् हएँ, बेहि अब्राहामके सन्तान हएँ ।
\v 8 "परमेश्‍वर अन्यजातिनके विश्‍वाससे धर्मी ठहिरात हएँ करके धर्मशास्त्र पहिले दिखाएके अब्राहामसे"तोए मे सब जाति आशिष पयँहएँ करके सुसमाचार अग्गुसे सुने ।"
\v 9 " जहेमारे विश्‍वास करन् बारे आदमी विश्‍वाससे अब्राहामसंग आशिषित होतहएँ ।
\v 10 व्यवस्था अनुसारको काममे भरोसा रखन बारे सब श्रापित होतहएँ । काहेकी अइसे लिखोहए, “व्यवस्थामे लिखी भई बातके पालन न करनबारे सबय श्रापित होतहएँ ।"
\v 11 अब जा सफा हए, कि "परमेश्‍वर कोइके फिर व्यवस्थाद्वारा धर्मी न ठहेरबाइगो, काहेकी "धर्मी आदमी विश्‍वासैद्वारा जिबईगो ।”
\v 12 व्यवस्था त विश्‍वाससे न अओ हए, पर जाके ठाउँमे, "जौन व्यवस्थामे भओ बात करत हए बा व्यवस्था अनुसार जिबईगो ।"
\v 13 हमर ताहीं स्रापित बनके ख्रीष्‍ट हमके व्यवस्थाको स्रापसे मोल तिरके छुटकारा करी, काहेकी कट्ठामे टाँगो हरेक श्रापित हए, करके लिखोहए ।
\v 14 बा हमके मोल तिरके छुटाई, ताकि अब्राहामके दओ आशिष ख्रीष्‍ट येशूसे अन्यजाति मे आबए, और हम विश्‍वाससे प्रतिज्ञाको पवित्र आत्मा प्राप्त कर सिकएँ ।
\v 15 भईया तुम, सबदिनको जीवनसे एक उदाहरण लेओ, एक चोटी पक्का हुइके पिच्छु आदमीनको इच्छा पत्र कोइ रद्द न कर पएहए, नत् बामे थाप पएहए ।
\v 16 "प्रतिज्ञा अब्राहाम और उनको सन्तानके दई हए । धर्मशास्त्र "सन्तानसे" न कहत हए, जत् बहुत आदमिनके संकेत् कर्त हए । पर धर्मशास्त्र "तुमर सन्तानसे" कहत हए, जा एक आदमीको इकल्लो संकेत देत हए, जो ख्रीष्‍ट हए । "
\v 17 मेरो कहाई को अर्थ जा हए, कि चार सय तीस (४३०) वर्षपिच्छु आओ व्यवस्था बासे अग्गु परमेश्‍वर पक्का करो भव करारके काटत् न हए, नत प्रतिज्ञा रद्द हुइ जातो ।
\v 18 काहेकी उत्तराधिकार व्यवस्थासे पईते तव प्रतिज्ञासे पानबारी बात न आती । पर परमेश्‍वर प्रतिज्ञासे अब्राहमके जा दईं ।
\v 19 तव व्यवस्थाको अवाश्यक्ता काहे पणो तओ ? जौन सन्तानके प्रतिज्ञा भओ रहए, बा न आन तक अपराधको कारनसे व्यवस्था थपिगओ । तव एक जनीके मध्यमसे स्वर्गदूतसे व्यवस्थाको स्थापना भओ ।
\v 20 अभे मध्यस्तकर्ता एकसे जाधा आदमिनके जनात हए, तब भी परमेश्‍वर एकय हए ।
\v 21 तव का व्यवस्था परमेश्‍वरको प्रतिज्ञाके विरुद हए का ? कबहु न हए । अगर जिन्दा करनके व्यवस्था दओ हुइतो तव धार्मिकता नेहत्य व्यवस्थासे आतो ।
\v 22 तव धर्मशास्त्र बतात् हए, कि सब चीज पापके कैदमे हए, ताकि जौन प्रतिज्ञा येशू ख्रीष्‍ट उपर विश्‍वाससे दओ हए, बा विश्‍वास करन बारेनके दओ हए ।
\v 23 पर विश्‍वास आनेसे अग्गु हम व्यवस्थाके वशमे रहएँ, और विश्‍वास प्रकट न होन तक हम थुने रहएँ ।
\v 24 विश्‍वाससे हम धर्मी ठहिर सकएँ करके व्यवस्था हमर संरक्षक हुइके हमके ख्रीष्‍ट तक डोरयनके जिम्मा दई ।
\v 25 पर अब विश्‍वास आओ हए तव अब हम संरक्षकके अधिनमे न हएँ ।
\v 26 काहेकी विश्‍वासे तुम सब ख्रीष्‍ट येशूमे परमेश्‍वरके सन्तान हओ ।
\v 27 काहेकी तुम मैसे जितनोनके ख्रीष्‍टमे बप्तिस्मा भओ हए, तुम सब ख्रीष्‍टके धारण करे हओ ।
\v 28 अब नत् यहूदी हएँ नत् ग्रीक, नत् कमैया हएँ नत् फुकुवा, नत् पुरुष न स्त्री हएँ, काहेकी ख्रीष्‍ट येशूमे तुम सब एक हओ ।
\v 29 अगर तुम ख्रीष्‍टके हओ तव तुम अब्राहामके सन्तान हओ, और प्रतिज्ञा अनुसार उत्तरअधिकारी हओ ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\v 1 मेरो कहाईको अर्थ जा हए, उत्तरधिकारी जब तक बालक हए, बा सब चीजको मालिक हुइहए ताहुँ फिर कमैयनसे फरक न हए ,
\v 2 पर पिताके ठहराओ समयतक बा अभिभावक और संरक्षकके अधीनमे होतहए ।
\v 3 हम फिर अइसी बालक रहएँ तव संसारको आधारभूत सिद्धान्तके बन्धनमे रहएँ ,
\v 4 पर जब ठीक समय आओ, तव परमेश्‍वर अपन पुत्र पठाई । बा एक बैयरसे जन्मो, पर व्यवस्था अनुसार जन्मो रहए ।
\v 5 व्यवस्थाके अधीनमे रहान बारेनके मोल तिरके छुट्यानके बा आओ, ताकि हम पुत्रको पुरा हक पाए सिकएँ ।
\v 6 "तुम पुत्र हुइके मारे परमेश्‍वर अपन पुत्रको आत्मा हमर ह्रदयमे पठाए दईं, जौन के "हे अब्बा, पिता !” कहिके पुकारत् हएँ ।"
\v 7 जहेमारे, परमेश्‍वरके तुम अब कमैया नहऔ, पर पुत्र हऔ, और पुत्र हौ तव एक उत्तरधिकारी फिर हओ ।
\v 8 अग्गु अग्गु जब तुम परमेश्‍वरके चिने न रहओ, तुम बिनके दास रहओ, जो स्वभावैसे ईश्‍वर न हएँ ।
\v 9 पर अब तुम परमेश्‍वरके चिनतहओ, औ पक्कय तुम परमेश्‍वरद्वारा चिनेहौ तव, और फिर काहे तुम बे कमजोर और सुरु-सुरुके खराब सिद्धान्त घेन घुमत हओ ? का तुम और फिर बिनको दास बनन चाँहत हऔ ?
\v 10 तुम तिथि, महिननके, ॠतु और वर्ष मान्त हओ ।
\v 11 मोके त् अइसो लागत हए, कि तुमरे ताहिं करो मेरो परिश्रम व्यर्थ भओ ।
\v 12 भईया तुम, मिर जैसे होबओ करके मए बिन्ती करत् हऔं, काहेकी मए फिर तुमरी जैसो हऔं । तुम मिर कोइ खराबी करे न हओ ।
\v 13 तुमके पता हए, कि शरीरके कारन मए पहिले सुसमाचार सुनात रहऔं ।
\v 14 अगर मिर बिमारी अवस्था तुमरे ताहिं एक परीक्षा रहए, और तुम मोके तिरस्कार न करे, न घिड़ना करे, परमेश्‍वरको स्वर्गदूतके रुपमे ख्रीष्ट येशू कता मोके स्वीकार करे ।
\v 15 तुमरो अनुभव करो आनन्द कितए गओ ? काहेकी मए गवाही दए सक्तहऔं, कि अगर सम्भव होतो तव तुम अपन आँखी तक निकारके फिर मोके दएदित्ते ।
\v 16 तव तुमसे सच्चो कहानके कारनसे क मए तुमर शत्रु हुइगओ हऔं का ?
\v 17 तुमके अपने घेन ताननके बे खुब जोस दिखात हएँ पर अच्छे इच्छासे ना । तुमके जद्धा उत्साहसे स्वीकार करएँ करके बे हमसे तुमके अलग करन् ढुड़त् हएँ ।
\v 18 अच्छो इच्छाके ताहिं जोसिलो होन अच्छो हए, पर मए तुमरे बीचमे होत इकल्लो जोस दिखानो अच्छो न हए ।
\v 19 मिर छोटे बालक तुम, ख्रीष्‍ट तुमरमे न बनन तक मए फिर प्रसवपिडामे हऔं ।
\v 20 हबए मए तुमरे सँग हुइके मेरो बोलनको तरीका बदलन सिक्तो तव कित्तो अच्छो हुइतो, काहेकी तुमर बारेमे मए अन्योलमे पड़ो हऔं ।
\v 21 तुम व्यवस्थाके अधीनमे रहन चाहन बारेनसे मए कहान चाहत् हऔं कि, व्यवस्था का कहत हए का तुमके पता न हए ?
\v 22 काहेकी लिखो हए, अब्राहमके दुई लउँड़ा रहएँ, टाहलुनिया घेनसे एक, दुसरो त स्वतन्त्र बैयरसे ।
\v 23 टाहलुनियाको लउँडा त शारीर अनुसार जन्मो रहए, पर स्वतन्त्र बैयरसे जन्मो लउँड़ा प्रतिज्ञासे ।
\v 24 जा बातके कहानीके रुपमे लए सक्त हएँ । बे बैयर दुई किसिमके करार हएँ । एक त सीनै पर्वतसे दासत्वके ताहिं सन्तान जन्मान बारी हागार हए ।
\v 25 हागार अरब देशको सीनै पर्वत हए, और वर्तमान यरुशलेमसँग बाको तुलना कर सिक्त हएँ । काहेकी बा अपन बालकनके सँग दासत्वमे हए ।
\v 26 पर उपरको यरुशलेम स्वतन्त्र हए, जो हमरी अईया हए ।
\v 27 काहेकी लिखो हए, “हे न जन्मान बारी बाँझी आनन्दसे चिल्ला, हे प्रसवपिडा पता न पान बारी, मन खोलके चिल्ला, काहेकी पति भै बैयरसे त्यागी भई बैयरके लउँड़ा-लउँड़िया बहुत हएँ ।”
\v 28 अब हे भैयओ, इसहाक जैसो हम फिर प्रतिज्ञाके सन्तान हएँ ।
\v 29 पर बा बेरा जैसी शरीर अनुसार जन्मेनके आत्मा अनुसार जन्मेनके सतात रहएँ, और हबए फिर अइसी हएँ ।
\v 30 पर धर्मशास्त्र कहात हए ? “टाहलुनियके और बाके लौड़नके निकार देओ, काहेकी दासीको पुत्र स्वतन्त्र बैयरको लउँड़ासंग उत्तरअधिकारी न हुइहए ।"
\v 31 जहेमारे भैयाओ, हम टाहलुनियाके न हएँ, पर स्वतन्त्र बैयरके सन्तान हएँ ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\v 1 स्वतन्त्रताके ताहिं ख्रीष्‍ट हमके स्वतन्त्र करी हए । जहेमारे तगड़े हुइके ठाड़ओ और फिर दासत्वके जुवा तरे मत पड़ओ ।
\v 2 मए पावल तुमसे कहत हऔं, तुम खतना लेहओ तव ख्रीष्‍टके तुमके कोइ फाइदा न हुइ हए ।
\v 3 खतना होनबारेनके मए फिरके चेताउनी देत हऔं, कि पुरो व्यवस्था पालन करन् बा बाध्य होतहए ।
\v 4 तुम जो व्यवस्थासे धर्मी ठहिरन चाँहत हओ, तव तुम ख्रीष्‍ट अलग भए हओ । और तुम अनुग्रहसे तरे गिरेहओ ।
\v 5 काहेकि हम पबित्र आत्मा के द्वारा बिश्‍वाससे धार्मिकताको आशाको प्रतिक्षा करत हएँ ।
\v 6 ख्रीष्‍ट येशूमे न त खतना कोइ मुल्यको हए, न बेखतना कोइ मुल्यको हए, और बा हए- प्रेमसे काम करन् बारो विश्‍वास ।
\v 7 तुम अच्छे दौड़त् रहओ । तव कौन तुमके सत्यता पालन करनके बाधा दओ ?
\v 8 तुमके बुलान बारेसे जा फकानो-फुल्सानोको काम न भओ हए ।
\v 9 थोरी सोडा जम्मए ढुक्लाके सोणा बनात हए ।
\v 10 मए प्रभुमे तुमके भरोसा करत् हऔं, कि तुम दुसरो तरीकासे बिचार न करत हऔं । तुमके भ्रममे पारन बारो जोनफिर हिए से फिर बा अपन दण्ड पयहए ।
\v 11 पर भईया, अगर मए और खतनाको प्रचार करत् हऔं तव मिर उपर जा सब सतावट काहे आओ ? फिर त क्रूससे आन बारो ठोकर चलेगओ हए ।
\v 12 तुमके बहकान बारे त बलुक अपन अँग काटेसे फिर हुइहए ।
\v 13 भईया रेओ, तुम त स्वतन्त्रताके ताहिँ बुलाए गए हऔ । केवल बा स्वतन्त्रता पापमय स्वभावके ताहिँ प्रयोग मत करओ पर प्रेममे तुम एक-दुसरेके सेवक बनओ ।
\v 14 काहेकी सबय व्यवस्था एकए वचनमे पुरा भव हए, “तए अपन परोसिनके अपनए कता प्रेम कर ।"
\v 15 पर तुम एक दुसरेके काटन और निलन करत् हओ तव होसियार होबओ, तुम अपनय एक दुसरेसे खतम होन न पणए ।
\v 16 पर मए कहात हऔं, पवित्र आत्मासे नेगओ, और पापमय स्वभावके लालच पुरा मत करओ ।
\v 17 काहेकी पापमय स्वभावके लालच पवित्र आत्माके विरुद्ध होतहए, और पवित्र आत्माको इच्छा पापमय स्वभावके विरुद्धमे । तुम जो करन् चाहत हओ बासे तुमके रोकन जा त एक दुसरेके विरुद्धमे होतहए ।
\v 18 पर यदि पवित्र आत्मा तुमके अगुवाइ करईगो तव तुम व्यवस्थाके अधीनमे न हुइहओ ।
\v 19 पापमय स्वभावके काम प्रत्यक्ष हएँ जो जेही हएँ- व्यभिचार, अपवित्रता, लम्पटपना ,
\v 20 मूर्तिपुजा, मन्त्रतन्त्र, दुश्मनी, झैंझगडा, ईर्ष्या, क्रोध, स्वार्थीपन, फूट, गुटबन्दी ,
\v 21 रीस, पियक्कडपन, अशलील मोजमज्जा, और अइसी जौनके बारेम मए तुमके चेताउनी देतहऔं, और अग्गु फिर दओ हऔं । जौन-जौन अइसो काम करत् हएँ, बे परमेश्‍वरको राज्यके हकदार न बनेहएँ ।
\v 22 पर पवित्र आत्माके फल त प्रेम, आनन्द, शान्ति, धैर्य, दया. भलाइ, विश्‍वास ,
\v 23 नम्रता और संयम हएँ । जे बातनके विरुध्दमे कोइ व्यवस्था न हए ।
\v 24 पर बे जो ख्रीष्‍ट येशूके हएँ, बे अपन शरीरके बाके लालसा और खराब अभिलाषा समेत क्रुसमे टाँगे होतहएँ ।
\v 25 यदि हम पवित्र आत्माद्वारा जीत हएँ तव, हम आत्माद्वारा ही चलएँ ।
\v 26 हम अहँकारी न बनएँ, एक दुसरेके रीस न उठामै, और एक दुसरेके ईर्ष्या न करएँ ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\v 1 भईया, अगर कोइ आदमी अपराधमे पक्राउ पड़िगओ तव तुम जो आत्मिक हओ, तुम नम्रताको आत्मामे बा आदमीके सुधार करिओ । अपनएके फिर बिचार करिओ, नत तुम फिर परीक्षामे पड़ेहओ ।
\v 2 एक दुसरेको भार उठाबओ, और अइसीय तुम ख्रीष्‍टके व्यवस्थाके पुरा करईगे ।
\v 3 काहेकी कोइ मुल्य न भओ आदमी अपनएके कोइ हौं करके मान्त हए तव बा अपनएके धोखा देत हए ।
\v 4 हरेक अपनिय कामको जाँच करन हए, तव इकल्लो बा और संग तुलना न करके अपनएके गर्व करन कुछ कारन होतहए ।
\v 5 काहेकी हरेकके अपनो भार अपनाएके उठान पड़ैगो ।
\v 6 वचनको शिक्षा पानबारो अपन सब अच्छो चीज वचन सिखान बारेन संग बाँटन हए ।
\v 7 धोखामे मत पडओ, परमेश्‍वरको ठट्ठा होत न हए, काहेकी आदमी जो लगात हए, बहेको कटनी फिर करत् हए ।
\v 8 जौन अपनो पापमय स्वभावके ताहिं लगात हए, बा अपनो पापमय स्वभावसे सर्वनाशको कटनी करईगो, पर जौन आत्माके ताहिं लगात हए, बा आत्मासे अनन्त जीवनको कटनी करईगो ।
\v 9 भलाइ करन् को काममे हम न थकएँ, काहेकी अगर हम हिम्मत न हरेहएँ तव ठीक समयमे हम कटनी करङ्गे ।
\v 10 जेहेमारे मौका पाए अनुसार हम सब आदमीनके भलाइ करत जामएँ, विशेष करके बिनके, जो हमर विश्‍बासके परिवारके हएँ ।
\v 11 देखओ, मए कित्तो बड़े-बड़े अक्षरसे अपने हातसे तुमरे ताहिं लिखो हऔं ।
\v 12 ख्रीष्‍टको क्रूसके कारण सतावटमे न पणएँ करके बाहिरसे सब ठीक दिखन चाहन बारे तुमके खतना करन् कर लगात हएँ ।
\v 13 काहेकी खतना करन् बारे अपनए व्यवस्था पालन न करत् हएँ, पर तुमरे शरीरमे घमण्ड करन् के ताहिं तुमरो खतना करो बे चाहत हएँ ।
\v 14 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको क्रूस बाहेक और कोइ फिर चीज उपर घमण्ड करन् बारी बात मोसे दूर रहबए, जौनसे मए त संसारके ताहीं, और संसार मिर ताहीं क्रूसमे टलंगो हए ।
\v 15 न त खतनाको कोइ महत्व हए, न बेखतनाको, पर नयाँ सृष्‍टि सब चीज हए ।
\v 16 अब जो जित्तो जा नियममे चल्त हएँ, बिनके उपर और परमेश्‍वरको इस्राएलमे शान्ति और कृपा रहबए ।
\v 17 अबसे उइसो कोइ मोके कष्‍ट न देबए, काहेकी मए अपन शरीरमे येशूको दाग धारण करत् हऔं ।
\v 18 भईया रेओ, हमर प्रभु येशू ख्रीष्‍टको अनुग्रह तुमरे आत्मासँग रहाबए । आमेन ।

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\id heb Regular
\ide usfm
\h हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc1 हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc2 हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc3 heb
\mt हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\v 1 प्राचीन कालसे हमर पिता पुर्खासंग अगमवक्ता द्वारा गजब और अलग अलग तरीकासे परमेश्‍वर मस्कत रहए ।
\v 2 पर जा आखिरी दिनमे बा अपन पुत्रसे हमसे मस्की हए । पुत्रके न सबए बातको उत्तरधिकारी नियुक्त करी हए, बहे से सबय सृष्‍टि रची फिर हए ।
\v 3 बा परमेश्‍वरको महिमाको प्रतिबिम्ब ( जैसो के तैसो ) और परमेश्‍वर जैसो स्वभावको प्रतिरुप हए, और सबय सँसारके अपन शक्तिके वचनसे समारत हए । पापके शुद्ध करके पिच्छु महिमित परमेश्‍वरको दहिना हात घेन उँचो स्थानमे बा विराजमान भओहए ।
\v 4 जैसी बाके पाओभओ नाउँ स्वर्गदूतसे अच्छो हए, उइसी बा बिनसे बहुत अच्छो ठहिरो हए ।
\v 5 का परमेश्‍वर स्वर्गदूतन मैसे कोईके कबहु आइसो कहिहए ? "तुम मेरे पुत्र हओ, मए आज तुमर पिता भओं हऔं ?" और फिर, “मए ऊनके ताहीं पिता हुइहऔं और बे मिर ताहीं पुत्र हुइहएँ ?"
\v 6 अपन पहिलो जन्मो भओके संसारमे लातय बा फिर कहात हए, “परमेश्‍वरके सबय स्वर्गदूत बाके आराधना करन पड़ईगो ।"
\v 7 स्वर्गदूतनके बारेमे बा आइसो कहात हए, “बा अपन स्वर्गदूतनके आत्मा और जौन अपन दासनके आगीको ज्वाला बनात हए ।”
\v 8 पर पुत्रके बारेमे त बा अईसो कहात हए, “हे परमेश्‍वर, तुमर सिंहासन सदामानके ताहिँ रहबईगो, और न्यायको राजदण्ड तुमरे राजको राजदण्ड हुइहए ।
\v 9 तुम धार्मिकतासे प्रेम करत हओ, और अधर्मके घिड़ना करत हओ । जहेमारे, हे परमेश्‍वर, तुमर परमेश्‍वर तुमके अनान्दको तेलसे अभिषेक करी हए और सहयोगी बनाइ हए ।”
\v 10 बा फिर कही, “हे परमप्रभु, तुम शुरुमे पृथ्बीको जग बैठारे हऔ, और स्वर्ग तुमर हातको काम हए ।
\v 11 बे त नष्‍ट हुइहएँ, पर तुम त सदिमान राएहऔ । बे लत्ता जैसे पुराने होत जयहएँ ,
\v 12 पिछौड़ा जैसो तुम बिनके लपेटेहओ, कुर्ता कता बे बदलेहएँ । पर तुम सदामान एकय हानी हओ, और तुमरो वर्षको अन्त कबहू न हुइहए ।”
\v 13 "पर कौन स्वर्गदूतसे बा अइसे कही, “तुम मिर दहिना हातघेन बैठओ, जब तक मए तुमर शत्रुनके तुमरे टाँगके पाउदान न बनएहऔं ?"
\v 14 का बे सब स्वर्गदूत मुक्ति पान बारेनके ताहीं ख्याल करन और सेवा करनके पठाए भयनके आत्मा न हएँ ?
\c 2
\cl अध्याय २
\v 1 जहेमारे, हम जो सुनेहएँ, बामे हमके सबसे जद्धा ध्यान देन हए । बहेमारे, बासे बहेकके हमके दुर न जानहए ।
\v 2 अगर स्वर्गदूत घोषणा करो सन्देश अटल रहए तव, और हरेक अपराध और अनाज्ञारिताके ताहिं ठीक दण्ड दई कहेसे,
\v 3 तव हम इतनो महान मुक्तिको वास्ता न रखङ्गे तव हम कैसे बचङ्गे ? जा मुक्ति सबसे अग्गु प्रभुसे घोषणा करी भई हए, और बाको वचन सुनन बारेनसे हमर ताहिँ पक्को साबित भओ ।
\v 4 बहे समयमे परमेश्‍वर जाके चिन्ह, अचम्मोको काम और बहुत शक्तिशाली कामसे और अपन ईच्‍छा अनुसार पवित्र आत्माके वरदान देनके द्वारा प्रमाणित करदई ।
\v 5 हम बात करत आए बा आनबारो संसारके परमेश्‍वर स्वर्गदूतके अधीनमे न धरी ।
\v 6 धर्मशास्त्रको कोइ एक ठाउँमे अइसो करके गवाही दई हए, “आदमी का हए, और तुम बाको वास्ता करत हओ ? औ आदमीको लउँड़ा कौन हए जौनके ताहीं तुम चिन्ता करत हओ ?
\v 7 तुम आदमिनके स्वर्दूतनसे कुछ छोटो बनाए हओ ; तुम बिनके महिमा और आदरको मुकुट पैंधाए दएहओ । और तुम बाके तुमर हातके कामके ऊपर धरे हओ ।
\v 8 तुम सब बात बाके अधीनमे धरे हओ ।“ काहेकी परमेश्‍वर सब चीज मानवजातीके अधीन धरदए रहओ । बा कोई भी चीज आदमीसे बाहिर रहन न दई । पर आज हम कोई फिर चीज आदमीके अधीनमे रहो न देख्त हएँ ।
\v 9 पर, बाके कुछ समयके ताहीं स्वर्गदूतसे कम बनाओभव हम देखे हएँ । बा येशू हए । काहेकी बाको दुःख और मृत्युको कारन येशू ख्रीष्‍टके महिमा और आदरको मुकुटको पईधाए गओ हए, जहेमारे, अभे परमेश्‍वरको अनुग्रहसे येशू ख्रीष्‍ट सबय आदमीके ताहिँ मृत्युको स्वाद चाखी ।
\v 10 जा ठीक रहए, कि परमेश्‍वर जौनके ताहिँ और जौनद्वारा सब चिज अस्तित्वमे अओहए । बा बहुत सन्तानके महिमा लान बाके दुःखसे बिनको मुक्तिके पुरा करन बा एक अगुवा बनाओ गओ ।
\v 11 काहेकी पवित्र बनान बारो और पवित्र बनाएके फिर सब एकए परिवार होमए जहेमारे बिनके भईया कहान येशू न शर्मानो ।
\v 12 बा कहात हए, "मिर भईयनके जौने तुमरो नाउँ मए घोषणा करङगो; मय सभाके बिचमे तुमर गीत गामङ्गो ।"
\v 13 और फिर, “मए बाके उपर मेरो भरोसा करङ्गो ।” और फिर “देखओ, जहियाँ मय और मिर लउँड़ा लउँड़ियानके जौनके परमेश्‍वर मोके दई हए ।"
\v 14 जहेमारे, पहिले परमेश्‍वरके लउँड़ा लउँड़िया मासु और रगतको एक भाग होनके बजेसे येशू फिर बहे बात बिनसे बाँटी । जहेमारे, येशू मृत्यु सहेके मृत्युके ऊपर होनबारेके या शैतानके नष्‍ट करदई ,
\v 15 मृत्युके डरसे और जीवनभर शैतानके दास हुईके जिनबारेनके ताहीं छुटकारा देन बा आइसो करी ।
\v 16 काहेकी वास्तबमे बा स्वर्गदूतनके वास्ता न करत हए, पर बा अब्राहमको सन्तानको वास्ता करत हए ।
\v 17 जहेमारे, बा भईयन जैसे बनन बाके ताहीं सब ठाऊँमे जरुरी रहए । जहेमारे, बा परमेश्‍वरको बात सम्बन्धी दया से भरो और विश्‍वसिलो हुईके परमेश्‍वरको महान पुजारी भओ । जहेमारे, बा सबय आदमिनको पापको क्षमा लान सिकी।
\v 18 काहेकी येशू अपनए कष्‍ट भोगी, और परिक्षित भओ, बा परीक्षामे पड़न बारेंनके बा सहायता कर सकत हए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\v 1 जहेमारे, स्वर्गीय बोलावटमे सहभागी भए पवित्र भईयाओ, हम पक्को से स्वीकार करो प्रेरित औ प्रधान पुजारी येशूके बिचार करओ ।
\v 2 जौन बाके नियुक्त करी, बा परमेश्‍वर घेन येशू बिश्‍वासयोग्य रहए, जैसी मोशा फिर परमेश्‍वरको घरानेमे बिश्‍वासयोग्य रहए ।
\v 3 परमेश्‍वर मोशा से जद्धा येशूके योग्य और महान महिमा दई रहए । काहेकी घर अपने से जाधा घर बनानबारोके जद्धा आदर होतहए ।
\v 4 काहेकी हरेक घर कोइ ना कोइ आदमीसे बनाओ होतहए, पर सब चीज बनान बारो त परमेश्‍वर हए ।
\v 5 जब भविष्यमे बोलन बारी बातकि गवाहीके ताहिं मोशा परमेश्‍वर सारा घरानामे दासके रुपमे विश्‍वसिलो रहए ।
\v 6 पर परमेश्‍वरको घरानाको जिम्मा पुत्र ख्रीष्‍ट लईहए । यदि हम पक्कासे बाके थामके रखयँ हएँ तव हम गर्वसंग कहे सकत हएँ, कि हम बाके घरानेके हएँ ।
\v 7 जहेमारे पवित्र आत्मा कहत हए, “आज तुम बाको बोली सुनेहओ तव ,
\v 8 उजाड-स्थानमे परीक्षाके समयमे विद्रोहोके दिनमे करे जैसो अपन ह्रदयके कठोर मत करओ ।
\v 9 जहाँ तुमर पुर्खा मिर परीक्षा करीं और चालीस वर्षतक मिर काम देखीं ।
\v 10 जहेमारे बा पुस्तासंग मए क्रोधित भओ, मय कहो, “बिनको ह्रदय जब फिर टेड़ो बनोरहत् हए, और बे मिर डगर न पहिचानी ।"
\v 11 जहेमारे मए अपन दिक्कमे कसम खाओ, 'मिर विश्राममे बे कबहू घुसन न पायँ हएँ ।”
\v 12 भईयाओ, होश करओ, तुम मैसे कोइमे भव दुष्‍ट और अविश्‍वासी ह्रदय तुमके जिन्दा परमेश्‍वरसे दुर न लईजाबए ।
\v 13 पर, जबतक "आजके दिन" कहानबारी बात हए, तब तक एक दुसरेनके उत्साह देओ । जहेमारे, तुमर मइसे कोईको फिर छलकपटको पापसे ह्रदय कठोर न होबए ।"
\v 14 अगर हम हमर सुरुको भरोसाके अन्ततक पक्केसे पकड़े रहएँ तव, हम ख्रीष्‍ट सहभागी होत हएँ ।
\v 15 जाके बारेमे आइसो कहो गओ रहए, “आज तुम बाको बोली सुनेहओ तव विद्रोहोके दिनमे करे जैसे तुमर ह्रदय कठोर मत करओ ।”
\v 16 सुननबारे कौन रहएँ, जौन परमेश्‍वरको आवाज सुनी औेर विद्रोहो करीं ? का बे सब बेही न हएँ और, जो मोशाको अगुवाईमे मिश्रदेशसे निकरके आए रहएँ ?
\v 17 जौन संग बा चालीस वर्षतक क्रोधित का न भओ रहए ? का बे पाप करनबारे संग न रहएँ, जौनकी मरी शरीर उजाड-स्थानमे पडी रहएँ ?
\v 18 बे बाके विश्राममे घुस ना पयँहएँ कहिके कौनसंग बा कसम खाई रहए, का बे बाके आज्ञा न माननबारे न हए ?
\v 19 और जहेमारे हम देख्तहएँ, बे अविश्‍वासके कारन बाको विश्राममे घुस न पाइँ ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\v 1 जहेमारे परमेश्‍वरके विश्राममे प्रवेश पानके प्रतिज्ञा होतए होत हम होशियार रहमएँ और तुम मैसे कोइ फिर बा प्रतिज्ञासे वन्चित न होबए ।
\v 2 काहेकी हमके फिर बिनके कता सुसमाचार प्रचार सुनाओ गओ हए । पर सुनो वचनसे बिनके कोइ फाइदा न भओ, काहेकी सुननबारे विश्‍वाससे जाके ग्रहण न करीं ।
\v 3 काहेकी हम विश्‍वास करनबारे त बा विश्राममे हम घुसङ्गे, जौन बा कहिहए, जहेमारे मय अपनो क्रोधसे अइसे कसम खाओ, 'मिर विश्राममे बे कबहू घुसन न पामङ्गे ।” यहाँतक बाको काम संसारके उत्पत्तिसे पुरा हुइगओ रहए ।
\v 4 काहेकी बा और कोइ ठाउँमे सातौं दिनके बारेमे जा हानी कहिहए, “परमेश्‍वर सब कामसे सातौं दिनमे विश्राम लई ।"
\v 5 और फिर अइसे खण्डमे बा कहिहए, "मिर विश्राममे बे कबहू न घुसेहएँ ।"
\v 6 जहेमारे, बाके बिश्राममे घुसन और कोईके ताहीं हबए बाँकी हए, और इस्राएली सुसमाचार सुनी, पर बे आज्ञापालन न करनके कारन जा बिश्राममे घुसन न पाइँ ।
\v 7 "फिर परमेश्‍वर "आज" कहिके एक दिन ठहेराइ हए, जब बा बहुत समय पिच्छु दाऊदसे अग्गु कहि बात फिर कहि, “आज तुम बाको बोली सुनके तुमर ह्रदय कठोर मतकरओ ।”
\v 8 काहेकी यदि यहोशू बिनके विश्राम दई होतो तओ परमेश्‍वर पिच्छुसे दुसरो दिनके बारेमे न कहतो ।
\v 9 जहेमारे परमेश्‍वरके आदमिनके ताहिं एक शबाथ दिनको विश्राम और बाँकी हए ।
\v 10 काहेकी परमेश्‍वरको विश्राममे घुसन जौन फिर अपन परिश्रमसे विश्राम लेतहए ।
\v 11 जहेमारे हम बा विश्राममे जानके ताहिं प्रयास करएँ, और कोइ फिर उइसी किसिमको अनाज्ञाकारितामे न पडय जैसी बे पड़े रहएँ ।
\v 12 काहेकी परमेश्‍वरको वचन जिन्दा और काम करन बारो हए, और कोइ फिर दुई धारे तरवारसे फिर जद्धा पैनो हए । जा प्राण और आत्मासे बाको जोड़-जोड़मे और हड्डीको गुदीतक भाग-भाग करके वारपार छेदन और ह्रदयको बिचार और इच्छा जाँचन सिक्त हए ।
\v 13 परमेश्‍वरको देखाइमे सृष्‍टि कोई चीज लुकी न हए । बाके नजरके अग्गु सब चीज सफा और खुल्ला हए, बाके हमके लेखा देन पड़ईगो ।
\v 14 जहेमारे, बादर पार करके जानबारो परमेश्‍वरको पुत्र येशू हमर महान प्रधान पूजारी हए बहेमारे, हम पक्केसे स्वीकार करो जा विश्‍वासके पकड़े रहएँ ।
\v 15 काहेकी हमरसंग हमरो कमजोरीमे हमके सान्त्वना न देन सिकन बारो एक जनी प्नधान पुजारी न हए । बाको सट्टामे, हमर संग एक जनी हय जो हमर जैसी परिक्षामे हुइके गओ, तव फिर बा पापरहित हए ।
\v 16 तव हम परमेश्‍वरको अनुग्रहके सिँहासनमे साहससंग जामएँ, ताकी घटीकमिके समयमे हम कृपा और अनुग्रह पान सिकएँ ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\v 1 काहेकी प्रत्येक प्रधान पूजारी आदमी मैसे छनो होत हए, और आदमीनके पक्षमे पापके ताहिं परमेश्‍वरमे भेटी और बलिदान चढानके नियुक्त करो हए ।
\v 2 अन्जान और खराब डगर घेन लागनबारेनसे बे नम्रतासे व्यवहार कर सिकतहएँ, काहेकी बे अपनए फिर कमजोरीसे घिरे होत हएँ ।
\v 3 जहेमारे आदमीके पापके ताहिं इकल्लो नाए, पर अपन पापके ताहिँ फिर बलिदान चढान बिनके कर लागत हए ।
\v 4 कोइ भी आदमी अपनए आप आदरलेन न सिकतहएँ, बाको सट्टामे, हारुनके जैसी बाके परमेश्‍वरद्वारा बुलाई हए ।
\v 5 आइसिय करके, ख्रीष्‍टके प्रधान पूजारी बनानके कारनसे नत बा अपनएके ऊँचो करी । पर बासे मस्कनबारो कही, “तय मिर पुत्र ह, आज मय तुमर पिता भओ हऔं ।”
\v 6 दुसरो ठाउँमे फिर बा कहिहए, “मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार तुम सब दिनके ताहिं पूजारी हओ ।”
\v 7 येशू अपन शारीरिक जीवनमे होत बाके मृत्युसे बचान सिकनबारे बा बड़ो दुखभरो आवाज और आँसुसंग प्रार्थना चढाई रहए, और बाकी आदरके कारनसे बा प्रार्थना और नम्र निवेदन सुनी ।
\v 8 बा पुत्र रहए, तहुँ फिर अपन भोगो कष्‍टसे बा आज्ञापालन करन सिकी ।
\v 9 और पक्को बनके बाको आज्ञापालन करन बारेनके सबके ताहिं बा अनन्त मुक्तिको स्रोत बनोहए ।
\v 11 मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार प्रधान पूजारीको पद परमेश्‍वरद्वारा बा पाई रहए ।
\v 10 हमर संग येशूके बारेमे कहानके त बहुत हए, पर तुमर सुनन शक्ति बन्द होन के कारनसे जाके बयान करन कररो हए ।
\v 12 काहेकी इतनो समय तक ता तुम शिक्षक हुइजाते, पर हबए फिर तुमके कोइ परमेश्‍वरको वचनको साधारण सिद्धान्त सिखान पड़रहो हए । तुमके कररो खानु नाय, दुध जरुरी हए ।
\v 13 काहेकि दुध इकल्लो पीके जीनबारे धार्मिकताको वचनसंग अनुभव न कर सकत हएँ, काहेकी बा अभेतक बालकए हए ।
\v 14 पर कररो खानु त परिपक्क आदमीनके ताहिँ हए । काहेकी यिनको परिपक्ताको समझनको तालिमसे बे खराब और अच्छो छुट्यान सिकनबारे होतहएँ ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\v 1 जहेमारे, सुरुमे सिको भओ ख्रीष्टको वचनके छोडके हम परिपक्कता घेन अग्गु बढएँ । परमेश्‍वरमे विश्‍वास और मरे कामसे पश्‍चातापको जग बैठानबारो काम न करएँ ।
\v 2 नत बप्तिस्माबारो शिक्षाको जग, हात धरनको काम, मरे आदमिनको पुनरुत्थान, और अनन्त न्यायको जग न बैठामएँ ।
\v 3 यदि परमेश्‍वर अनुमति दे हय तव हम जा भी करङ्गे ।
\v 4 काहेकी जौन एक चोटी ज्योति पाएके स्वर्गको वरदान चाखीं रहएँ, जो पवित्र आत्मामे सहभागी भए रहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हए ।
\v 5 और जौन परमेश्‍वरको अच्छो वचनको और आनबारो युगको शक्तिको स्वाद चाखीं रहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हए ।
\v 6 पर जो विश्‍वास छोडके पिच्छु हटे हएँ, बिनके फिर पश्‍चातापमे लान असम्भव हए । काहेकी बे फिर अपन ताहीं परमेश्‍वरके पुत्रके क्रूसमे टाँगत् हएँ, और खुल्लमखुल्ला बाको अपमान करतहएँ ।
\v 7 काहेकी जमिन अपने उपर जौन बर्सौनीयाँ पानी पितहए, जोमे लगातार पानी पडत हए और जमिनमे काम करन बारेनके ताहिँ मन पड़नबारो अन्‍न-बाली फरात हए, बा जमिन परमेश्‍वरसे आशीष पातहए ।
\v 8 पर यदि बा काँटो और सिउँडी फराय हए तव, बा बेकामको होतहए, और परमेश्‍वरको सराप पड़ सक्तहए और अन्तमे बाके जलाओ जयहए ।
\v 9 हम अइसी बात कए हएँ तहुँ फिर तुमर बारेमे त, प्रिय हो, मुक्ति सम्बन्धिके और अच्छी बातके बारेमे हम पक्के हएँ ।
\v 10 परमेश्‍वर अन्यायी न हए, और तुमरो काम और बाके ताहीं सन्तके सेवामे तुमर दिखओ प्रेम बा न भुलेहए । तुम और फिर उइसी सेवा कर रहे हओ ।
\v 11 और हम चाहत हएँ, कि तुम हरेक अपन भरोसाके ताहिं अन्त तक बहे परिपक्कता दिखाबओ ।
\v 12 जहेमारे तुम अल्छी मत होबओ, पर विश्‍वास और धैर्यसे प्रतिज्ञाके हकदार होनबारेनके देखासेखी करनबारे होबओ ।
\v 13 परमेश्‍वर अब्राहमसे प्रतिज्ञा करत कसम खान अपनेसे बड़ो और कोइ न पाई तव अपनो नाउँमे अइसे कसम खाई ,
\v 14 "मए नेहत्य तोके आशीष देहऔं, और तेरो वृद्धि करेहऔं ।"
\v 15 और अइसी धैर्य धारण करके अब्राहम प्रतिज्ञा करी भई बात पाई ।
\v 16 आदमी अपनेसे बड़ो नाउँमे कसम खातहए, और बा हरेक बाद-विवाद कसमसे पक्का करत रहत् हए ।
\v 17 परमेश्‍वर अपन प्रतिज्ञाके हकदारनके बदलन होन न सिकनबारो इच्छाके पक्का करके दिखान चाही । बा कसम खाएके बाके पक्का करदई ।
\v 18 बदलन होन न सिकन जे दुई बातमे परमेश्‍वरके असत्य ठहिरानो असम्भव हए । जहेमारे हम शरण लेनबारे हम अग्गु धरो आशा प्राप्त करन बडो हौसला पाए हएँ ।
\v 19 हमरसंग हमर आत्मा सुरक्षित और विस्वासिलो परिपक्कतामे गड़ो हए, आइसो परिपक्कता पर्दा भितरको पवित्रस्थानमे घुसत हए ।
\v 20 जहाँ मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार येशू सदाके ताहीं प्रधान पूजारी हुईके हमर ताहीं अगुवाके रुपमे येशू हमसे पहिले बा ठाऊँमे जायके बैठ गयहएँ ।
\c 7
\cl अध्याय ७
\v 1 जहे मलकिसेदेक शालोमके राजा और सर्वोच्च परमेश्‍वरको पूजारी रहए । अब्राहाम लडाईं जितके लौटत रहो समयमे मल्कीसेदेक बाके भेटके आशीर्वाद दई ।
\v 2 अब्राहाम मल्कीसेदेकके सब बातको दशांश दई । मल्कीसेदेकको नाउँको अर्थ होत हए, "धार्मिकताके राजा।" बाको दुसरो पद "शालेमको राजा" हए, या "शान्तिको राजा ।"
\v 3 बा बिनापिता, बिनामाता, बिनापिता-पुर्खा और जीबनको शुरु और अन्त न होन बारे आदमी हए । पर, बा परमेश्‍वरके पुत्र जैसो सब समयके पुजारी हए ।
\v 4 अब विचार करओ त, जे कैसे महान् पुरुष रहएँ, जौनके अब्राहाम कुलपिता फिर विजयमे हासिल करो भव चीजको दशांश दई ।
\v 5 एकघेन, पुजारी पदमे नियुक्त भव लेवी वंशके आदमी अपन ददा भईयासे दशांश लेन ताहिं आज्ञा व्यवस्था अनुसार पाई रहएँ, यहाँतक बे फिर अब्राहामके सन्तानसे आयहएँ ।
\v 6 पर दुसरोघेन, मल्कीसेदेक जौनको वंशावली बिनसे न रहए, जौन अब्राहामसे सबय दशांश पाई, और बा जौनके प्रतिज्ञा करो गओ रहए बाके आशीर्वाद दई ।
\v 7 जामे इन्कार करन कछु बात न हए, कि छोटो बडोसे आशीर्वाद पात् हएँ ।
\v 8 आइसो अवस्थामे मरणशील आदमी दशांश पात हएँ कहेसे, दुसरो घेन बा बातमे बा जीवित रहात् हएँ कहिके जा प्रमाणित करत हए ।
\v 9 कोइ जा फिर कहान् सिकत हए, अब्राहामद्वारा दशांश पानबारो लेवी फिर दशांश दई ।
\v 10 काहेकी मल्कीसेदेक अब्राहामके मिलतपेती लेवी अपन अपन पुर्खाकी शरीर भीतरय रहए ।
\v 11 अब अगर लेवीके पूजारी पदको सिद्धता पात हए तव (काहेकी जाके आधारमे आदमीनको व्यवस्था मिलो हए) हारुनको दर्जा अनुसार न हुइके फिर मलकीसेदेकको दर्जाअनुसार दुसरो पूजारी होनके का जरुरत पड़तहए ?
\v 12 काहेकी जब पूजारी पद बदलत हए, तब व्यवस्था फिर बदलन पड़तहए ।
\v 13 काहेकी जौनके बारेमे जा कहि हए, बा त दुसरो कुलको हए, जौन कुलसे कोइके फिर कबहु बेदीको सेवा न करी ।
\v 14 अब जा सफा हए, कि हमर प्रभु त यहूदाको कुलसे जन्मो रहए, पर पूजारीके बारेमे मोशा कबहु फिर न कही रहए।
\v 15 अगर मल्कीसेदेक जैसो दुसरो पूजारी खड़ो होनके हए तव जा बात और जद्धा सफा होतहए ,
\v 16 जो पुर्खौली सम्बन्धि नियमको आधारमे न हए, पर अविनाशी जीवनको शक्तिके आधारमे पूजारी बनोहए ।
\v 17 काहेकी बाको विषयमे धर्मशास्त्र आइसे गवाही देत हएः “मल्कीसेदेकके दर्जा जैसो तुम सदामानके ताहिं पूजारी हओ ।”
\v 18 काहेकी पहिलो आज्ञा खारेज भओ हए, काहेकी बा कमजोर और काम नलगनबारो रहए ।
\v 19 काहेकी व्यवस्था कोइ भी बातके सिद्ध न बनाई । और भविष्यके ताहीं उत्तम आशा हए, जौनसे हम परमेश्‍वरके जौने पुगन सकत हएँ ।
\v 20 और जा त बिना कसम भओ न हए । एकघेन, बे और कसमबिना पुजारी भए रहएँ ।
\v 21 पर दुसरोघेन, अग्गु पूजारी होनबारे त नेहत्य बिना कसम पूजारीको पद लए रहएँ, पर बा त कसम सहित पूजारी बनोहए, और बाके बारेमे परमेश्‍वर कहीहए, “परमप्रभु कसम खाईहए, और अपन मन बदली न हए, तुम सबदिनके ताहिं पूजारी हओ ।”
\v 22 जहेमारे येशूके उत्तम करारको परिपक्कता दओ हए ,
\v 23 एकघेन, अग्गुके पूजारी बहुत संख्यामे भय रहएँ, पर मृत्यु बिनके काममे लगेरहन न देत रहए ।
\v 24 पर दुसरे घेन, येशू सदामान रयहए, बाकेसंग एक पूजारी पद अटल रयहए ।
\v 25 जहेमारे, येशूद्वारा परमेश्‍वरके जौने आनबारे आदमिनके बचानके ताहीं बा पुरो रुपमे शक्तिशाली हए, काहेकी बा बिनके ताहीं मध्यस्ताको प्रार्थना चढ़ानके सबयदिन जिन्दा हए ।
\v 26 काहेकी आइसी किसिमको प्रधान पूजारी हमर ताहीं सुहात हए, जो पवित्र, दोषरहित, निष्कलङ्क, पापसे अलग और बादरसे भी फिर ऊँचो भओ हए ।
\v 27 और प्रधान पूजारी जैसो पहिले अपन पापके ताहिं और बाके पिच्छु आदमीनके पापके ताहिं बाके सबदिन बलिदान चढ़ानके न पड़ईगो । जब बा अपनएके अर्पण करी, तव बा जा सबदिनके ताहिं एकए चोटीमे पूरा करदई ।
\v 28 काहेकी व्यवस्था आदमीनके प्रधान पूजारीको रुपमे नियुक्त करी, जौनसंग कमजोरी होत रहएँ । पर बा व्यवस्था पिच्छु आओ कसमको वचनसे नियुक्त भओ पुत्र हए जो सदाके ताहीं सिद्ध बनाओ गओ हए ।
\c 8
\cl अध्याय ८
\v 1 अब हमके कहन बारी बात जहे हए: हमरसंग एक जनी प्रधान पूजारी हए, जो स्वर्गको सिंहासनके दहिना घेन विराजमान हए ।
\v 2 आदमीको बनाओ न, पर परमेश्‍वर बनाओ भओ सच्चो पवित्रस्थान, सच्चो पवित्रस्थानमे बा सेवक हए ।
\v 3 काहेकी हरेक प्रधान पूजारी भेटी और बलिदान चढानके नियुक्त करो होतहए । जहेमारे, जा प्रधान पूजारीसंग अर्पण करनबारो कुछ समान चढान जरुरी हए ।
\v 4 अब यदि ख्रीष्‍ट पृथ्वीमे होतो तव, बा सबैको पूजारी न होतो, काहेकी हुवाँ व्यवस्था अनुसार भेटी चढानबारे पूजारी त हईयेहएँ ।
\v 5 बे स्वर्गीय बातनको नकल और छाहींको इकल्लो सेवा करतहएँ । जैसी मोशा वासस्थान बनातपेति परमेश्‍वरद्वारा मोशाके चेतावनी दओ गओ रहए, परमेश्‍वर कही, “देख, तोके पहाड़मे दिखाओ गओ नमुना अनुसार तय हरेक चीज बनइये ।”
\v 6 पर अभे ख्रीष्‍ट पावभओ सेवाको काम और जद्धा ऊत्तम हए, काहेकी बा मध्यस्थता करो भओ करार बहुत उत्तम हए । जौन करारको जग उत्तम प्रतिज्ञामे स्थापना करो गओ हए ।
\v 7 काहेकी, यदि पहिलो करार खोटरहित होतो तव, दुसरो करारको जरुरतय न पड़तो ।
\v 8 काहेकी जब परमेश्‍वर आदमिनको दोष पाई, तव बा कही,, “देखओ, परमप्रभु कहात हए, बे दिन अमङ्गे, जब इस्राएलको घरानासंग और यहूदाको घरानासंग मए एक नयाँ करार स्थापना करेहऔं ।
\v 9 बे पुर्खानके संग मए बाँधो करार जैसो जा न हुइहए, जब मए बिनके हात पकड़के मिश्रदेशसे डुरियाएके लाओ रहऔं । काहेकी बे मिर करारके पक्के रुपसे न पछयाईं, और परमप्रभु कहात हए, बहेमारे मए बिनको वास्ता न करो ।
\v 10 परमप्रभु कहात हए, बे दिनपिछु मए इस्राएलको घरानासंग जा करार बाँधङ्गो, बिनके मनमे मिर व्यवस्था धरदेहऔं, और बिनके ह्रदयमे बा लिखदेहऔं, और मए बिनको परमेश्‍वर हुइहऔं, और बे मिर प्रजा होमङ्गे ।
\v 11 बे हरेक अपनो परोसीके न सिकामङ्गे, और अपन भईयाके परमप्रभुके चिनओ करके न कहान पडैगो । काहेकी बे मैसे छोटेसे लईके बडेतक सब मोके चिनङ्गे ।
\v 12 काहेकी बिनको करो भओ अपराध मए क्षमा करेहऔं, और बिनके करे भए पापनके सम्झना मय कबहु फिर न करङ्गो ।”
\v 13 "नयाँ" कहातपेती बा पहिलो करारके पुरानो बनाई । और जौन काम न लगनबारो और पुरानो हुइगओ हए, बा हरायके जान लागो हए ।
\c 9
\cl अध्याय ९
\v 1 अब पहिलो को करारमे आराधनाके ताहीं नियम और संसारिक वासस्थान रहए ।
\v 2 काहेकी एक पवित्र वासस्थन तयार भओ रहए, जौनको पहिलो कोठा भितर सामदान, टेबुल और भेटीकी रोटी रहए, जासे पवित्रस्थान कहत रहएँ ।
\v 3 पर्दाको पिच्छुघेन महापवित्र स्थान कहान बारो और दुसरो कोनो रहए ,
\v 4 जौनमे धूपके ताहीं एक सोनोको रहए । जामे करारको सन्दुक फिर रहए, जो पुरो रुपसे सोनोसे मोहोरो रहए । जाको भितरघेन रहो सोनोको वर्तनमे मन्‍न धरो वर्तन, गुम्टि लागो हारुनको लकडी और करारको शिला पाटी रहएँ ।
\v 5 करारको सन्दुक उपर ईश्‍वरीय महिमाके करुब प्रायश्‍चितको ढक्कनके छोपे रहएँ । जाके बारेमे हबए हम विस्तारसे न कहे पयहएँ ।
\v 6 जे चीजनके तयार करके पिच्छु पूजारी लगातार रुपमे बासस्थानको बाहिरी कोनोमे सदा अपन सेबाको काम करन भितर घुसत रहएँ ।
\v 7 पर प्रधान पूजारी इकल्लो हरेक वर्षको एक चोटी दुसरो कोनोमे घुसत रहए । बा रगत लईके अपन ताहिं और आदमीनके अन्जानमे करे अपराधके ताहिं बलि चढात हएँ ।
\v 8 पवित्र आत्मा दिखत् हए, कि पहिलो पवित्रस्थान रहनतक महा-पवित्रस्थानमे जानके डगर खुली न रहए ।
\v 9 हबए समयके ताहिं जा एक नमुना रहए । चढओ भओ भेटी और बलिदान दोनो आराधकको विवेकके परिपक्क न करन सिकी ।
\v 10 बे बहुत किसिमको उत्सवको शुद्धिकरन खान और पिन बातसंग इकल्लो सम्बन्धित हएँ । बे सबय शरीरके ताहीं नियम इकल्लो रहए, जौनके नयाँ किसिमसे न बनन तक एक एक करके रखो गओ रहए ।
\v 11 ख्रीष्‍ट आनबारो अच्छी चीजनके प्रधान पूजारी हुइके आओ, बा और जद्धा महान और सिध्द पवित्रस्थानमे प्रवेश करी, जौनआदमीके हातसे बनो न हए, जौन जा बनो संसारको न हए ।
\v 12 बक्रा और बछ्रानको रगतसे न हुइके बा अपन रगतसे सबएके ताहिं एकए चोटी बा महा-पवित्रस्थान भितर प्रवेश करी और हमर अनन्तको छुटकाराके सुरक्षित करी ।
\v 13 काहेकी यदि बक्रा और सड़बाको रगत और कुबारीको भुवा छिर्कत बे अशुध्द होतहएँ और बिनको शरीरके शुद्ध पारन बे परमेश्‍वरमे समर्पित होन पडहए कहिसे ,
\v 14 और कितनो जद्धा ख्रीष्‍टको रगत हमर विवेकके मरे कामसे शुद्ध करेहए, जीवित परमेश्‍वरको सेवा करन जौन अनन्त आत्माद्वारा निष्खोट बलिके रुपमे अपनय अर्पण करी रहए ?
\v 15 जहे कारनसे, बा नयाँ करारको मध्यस्थकर्ता हए । जा मृत्युको कारनसे स्वतन्त्र करायगए बिनको पापको सजायसे पहिलो करारमे रहत हएँ ताकि परमेश्‍वरद्वारा बुलायभए बारेनके प्रतिज्ञा करो अनन्त उत्तराधिकार पान सिकएँ ।
\v 16 काहेकी जहाँ इच्छा होत हए, हुवाँ बा बनानबारो आदमीको मृत्युके प्रमाणित करन पत् पड़तहए ।
\v 17 काहेकी एक इच्छा तव इकल्लो पक्का होतहए, जब हुवाँ मृत्यु भओ होत हए, काहेकी जबतक जाके बनानबारो जिन्दा होत हए, तबतक जाको कोई जोड न होत हए ।
\v 18 जहेमारे, पहिलो करार फिर रगतबिना पक्का होन न सिको ।
\v 19 काहेकी जब मोशा आदमिनके व्यवस्थामे भओ हरेक आज्ञा दई, बा बछ्रा और बक्रानको रगत, पानी, लाल ऊन और हिसप लईके बा मुठा औेर सबय आदमी दोनोके उपर छर्कीं ।
\v 20 तब बा कही, “जा करारको रगत हए, जौन परमेश्‍वर तुमर ताहीं आज्ञा करी रहए ।"
\v 21 अइसी करके, बा पवित्रस्थान और सेवामे चलन बारे सबय बरतनके उपर उइसी किसिमसे रगत छिर्कीं ।
\v 22 और व्यवस्था अनुसार रगत हरेक चीजके शुद्ध करतहए । रगत न बहाएके पापको क्षमा न होत हए ।
\v 23 जहेमारे, स्वर्गमे भय चिजनके नक्कलनके जनावरके बलिदानसे शुद्ध करन पड़तो काहेकी स्वर्गमे भय चीजनके अपनय और कित्तो जद्धा उत्तम बलिदानसे शुद्ध करन जरुरत पड़ो ।
\v 24 काहेकी ख्रीष्‍ट हातसे बानओ भओ महा-पवित्रस्थान भितर न घुसो, जो त सच्चो पवित्रस्थानको नकल इकल्लो हए, पर, बा अपनय स्वर्ग भितर घुसो, और हमर ताहीं बा परमेश्‍वरके अग्गु उपस्थिति हए ।
\v 25 येशू अपनय ताहीं बारम्बार बलि चढानके ताहीं हुवाँ न गओ रहए, जैसी प्रधान पुजारी हरेक वर्ष दुसरेको रगत लैके महा-पवित्रस्थान भितर घुसत हएँ ।
\v 26 नत, संसारको उत्पतिसे बा बहुतचोटी दु:ख भोगन पड़तो । पर जा युगके अन्तमे एकचोटी बा अपनय बलिदानसे पापके हटान बा सदाके ताहिं एकय चोटी प्रकट भओ हए ।
\v 27 जैसी हरेक आदमीनके एक चोटी मरनो पक्का हए, और बाके पिछु न्याय आत हए ।
\v 28 उइसीय, ख्रीष्‍ट फिर बहुत जनीके पाप उठानके सदाके ताहीं एकए चोटी बलि हुइगओ । बा पापसंग सामना करन दुसरो चोटी बा न दिखाबईगो, पर मुक्तिके ताहीं धैर्यसंग बाके ताहीं ईन्ताजार करन बारेनके ताहिंहए ।
\c 10
\cl अध्याय १०
\v 1 काहेकी व्यवस्था अब आनबारो अच्छी बातनको एक छाहीं इकल्लो हए, बे अपनयमे सच्चे चीज त न हएँ । पुजारी वर्षैपिच्छु लगातार रुपमे चढ़ानबारे आइसे बलि परमेश्‍वरके जौने जान कबहु पुरो न बनान सिकी ।
\v 2 नत का बलि चढ़ानबारो काम बन्द न हुइतो ? उइसो होतो तव, आराधक एकए चोटीमे सदा के ताहीं शुद्ध हुइते, बिनके और पापको चेतना न हुइतो ।
\v 3 पर बे बलिदान हरेक वर्षै पिच्छु पापनको सम्झना करात हएँ ।
\v 4 काहेकी सण्बा और बक्रानको रगतसे पाप हटान असम्भव हए ।
\v 5 जब ख्रीष्‍ट संसारमे आओ, बा कही, “बलि और भेटी तुम न चाहे, पर तुम मिर ताहिं एक शरीर तयार करेहओ ।
\v 6 पापके ताहीं नत पुरै होमबलि न बलिदाननमे तुम खुशी भए ।
\v 7 तव मए कहो, 'देखओ, किताबको मुठामे मिर बारेमे लिखो जैसो तुमरी इच्छा पुरा करन मए हियाँ आओ हऔं ।”
\v 8 बा पहिले कहि, “ पापके ताहीं नत बलिदान, न भेटी और न होमबलि तुम चाहे, नत जे बातनमे तुम खुशी भए ।” (जे त व्यवस्था अनुसार चढ़ात् हँए ) ।
\v 9 तव बा कही, “देखओ, तुमरी इच्छा पुरी करन मए आओ हऔं ।” दुसरो अभ्यासके स्थापित करन बा पहिलो अभ्यासके बा खारेज करतहए ।
\v 10 दुसरो अभ्यासमे हम बाको इच्छासे सदाके ताहीं येशू ख्रीष्‍टके शरीरको बलिदानद्वारा परमेश्‍वरमे समर्पित भएहएँ ।
\v 11 दुसरेघेन, हरेक पूजारी हरेक दिन परमेश्‍वरको सेवा करन खड़ो रहतहए । बा सदा उईसिय भेटी चढात रहत हए, जौन कबहू फिर पापके उठाय लैजान न सकत हए ।
\v 12 दुसरोघेन, ख्रीष्‍ट पापके ताहिं सदाके ताहिं एकए बलिदान चढाएके बा परमेश्‍वरको दहिना हातघेन विराजमान भओहए ।
\v 13 और बाके शत्रुनके अपन पाउदानमे न करनतक बा असियात रयहए ।
\v 14 काहेकी बा एकए बलिसे परमैश्‍वरमे समर्पित भयनके सदाके ताहिं सिद्ध बनाई हए ।
\v 15 और पवित्र आत्मा फिर हमके गवाही देतहए, काहेकि पहिले बा कही,
\v 16 मय बिनके संग बाँधनबारो मेरो करार जहे हए, बे दिन पिच्छु, परमप्रभु कहातहए । बिनको ह्रदयमे मए मेरो व्यवस्था धरदेहऔं, और बिनके मनमे फिर बा लिखदेहऔं ।”
\v 17 मय कबहु फिर बिनको पाप और बिनके दुष्‍‍टकाम न समझङ्गो"
\v 18 अब जहाँ जे बातनको क्षमा होतहए, हुवाँ पापके ताहिं कोइ बलिदान जरुरत न पड़तहए ।
\v 19 जहेमारे भईयाओ, हमरसंग येशूको रगतसे महा-पवित्रस्थान भितर घुसन साहस हए ।
\v 20 पर्दा औ बाको अपनो शरीरद्वारा बा हमर ताहिं एक नयाँ और जीन्दा डगर खोल्दईहए ।
\v 21 परमेश्‍वरको घरमे हमरसंग महान पूजारी भओहए बहेमारे,
\v 22 हमर ह्रदय अशुद्ध विवेकसे छिड़काओसे हमर शरीरके शुद्ध पानीसे धोएके विश्‍वासको पुरो भरोसामे हम सच्चो ह्रदय लईके परमेश्‍वरके जौने जामएँ ।
\v 23 हमर स्वीकार करो आशाके दुईधारमे न हुईके पक्केसे थामे रहएँ, काहेकी प्रतिज्ञा करनबारो परमेश्‍वर विश्‍वासयोग्य हए ।
\v 24 हम एक दुसरेके प्रेम और अच्छे कामके ताहिं कैसे उत्साहित करएँ बा बात उपर बिचार करएँ ।
\v 25 कित्तोनके संगतिमे न जानके बानी होतहए, पर हम एक-दुसरेसंग ईकट्ठा होनके न छोड़एँ । पर प्रभुको दिन जौने आनके कारन जितनो हुईसकए एक दुसरेनके और जद्धा उत्साह देमएँ ।
\v 26 काहेकी अगर सत्यताको ज्ञान पाएके फिर हम जान-जानके पाप करेहएँ तव पापके ताहिं कोइ बलिदान बाँकी न रहतहए ,
\v 27 बाको सट्टामे, इन्साफको डरौनो आसरा और परमेश्‍वरके विरोधीनके भसम करनबारो क्रोधको अगनी इकल्लो रयहए ।
\v 28 मोशाको व्यवस्थाके उल्लंघन करनबारो जो कोई दुई वा तीन साक्षीनके गवाहीमे दया बिना मरत हए ।
\v 29 परमेश्‍वरके पुत्रके टाँगसे कुल्चँनबारे, परमेश्‍वरमे समर्पित करो करारको रगतके अपवित्र बनानबारे और अनुग्रहको आत्माके अपमान करनबारे जो कोई भी और कित्तो जद्धा कडो दण्ड पयहएँ ।
\v 30 "काहेकी "बदला लेनो काम मेरो हए, मए बदला लेमङ्गो ।" करके कहान बारेके हम चिनत् हएँ । और फिर, परमप्रभु अपन आदमीनके इन्साफ करेहए ।"
\v 31 जिन्दा परमेश्‍वरके हातमे पड़नो डरलागन बारी बात हए ।
\v 32 बे अग्गुके दिनके सम्झओ, पर तुम ज्योति पाएके पिछु फिर तुम दुःखको कठिन समयमे कैसे सहेरहओ ।
\v 33 तुम सबयके अग्गु निन्दित और तमासा बने रहौ और उइसी समस्यामे पड़ेनके संग तुम सहभागी भए रहओ ।
\v 34 काहेकी कैदीनके उपर तुम दया दिखाए, अपन सम्पति लुटत् फिर आनन्दसंग सहे, जा जानके कि तुमरसंग जद्धा उत्तम और सदा रहनबारो सम्पत्ति हए ।
\v 35 जहेमारे, अपन भरोसाके मत त्यागओ, जौनमे बड़ो इनाम हए ।
\v 36 तुमके धीरज धरन जरुरी हए । बहेमारे, परमेश्‍वर तुमसे जो प्रतिज्ञा करी रहए, बाको ईच्छाके पुरा करके पिच्छु, बा पाबईगे ।
\v 37 "काहेकी कुछ समयमे जो आनबारो हए, बा जरुर आबैगो और देर न करईगो ।
\v 38 पर मिर धर्मी आदमी त विश्‍वाससे जिबईगो, और अगर बा पिछु हटेहए तव मए बासे खुशी न हुइहऔं ।"
\v 39 पर हम पिच्छु हटनबारे और विनाशमे पड़न बारे मैसे न हएँ, पर विश्‍वास करके बचाय भयन मैसे हएँ ।
\c 11
\cl अध्याय ११
\v 1 अब विश्‍वास त आशा धरो बातको पक्को और अभेतक न देखो बातको मजबुत भरोसा हए ।
\v 2 काहेकी हमर पुर्खा बिनको विश्‍वासके ताहीं आइसे ही प्रमाणित भए रहएँ ।
\v 3 विश्‍वाससे हम समझत हएँ, कि सबय संसार परमेश्‍वरको आज्ञाद्वारा सृष्‍टि भओ रहए । जहेमारे, जो दिखत हए बे दिखनबारी बातनसे न बनो हए ।
\v 4 विश्‍वासद्वारा हाबिल परमेश्‍वरसे कयिनसे जद्धा ग्रहणयोग्य बलि चढाई, और बहेसे हाबिल धर्मी ठहिरो । बिनको बलि स्वीकार करके परमेश्‍वर अपन सहमति जनाई । बा मरिगओ तहुँफिर विश्‍वासद्वारा बा अभौ मसक रहोहए ।
\v 5 विश्‍वाससे मृत्यु न देखके हनोक स्वर्गमे उठाए लओगओ, और बा कहुँ न मिलो, काहेकी परमेश्‍वर बाके ऊठाए लईगओ रहए ।" बाके उठानेसे अग्गु परमेश्‍वरके बा खुशी करी बात प्रमाणित भओ रहए ।
\v 6 विश्‍वास बिना परमेश्‍वरके खुशी करन असम्भव हए । काहेकी जो परमेश्‍वरको ढिंगई आतहए, बा परमेश्‍वर हए और बाके ढुड़नबारेनके बा ईनाम देतहए करके विश्‍वास करन हए ।
\v 7 विश्‍वाससे नोआ अभेतक न देखो बातके बारेमे परमेश्‍वरद्वारा बाके सन्देश दओ गओ रहए । बा भक्तिमय सम्मानसंग अपनो घरानाके बचान एक जहाज बनाई । अइसी करके बा संसारके दोषी ठहराई और विश्‍वास अनुसार बा धार्मिकताको उत्तराधिकारी भओ ।
\v 8 विश्‍वाससे अब्राहाम आज्ञापालन करी, और बा उत्तराधिकारके रुपमे पानबारो ठाओंघेन गओ । अपनय कहाँ जात हऔं पता न पाएके फिर तहुँ बा गओ ।
\v 9 बा विश्‍वासद्वारा एक परदेशी हानी प्रतिज्ञाको देशमे बईठो । बा पाल बनाएके इसहाक और याकूबसंग बहे प्रतिज्ञाको सङ्गी उत्तराधिकारीके रुपमे बईठो ।
\v 10 काहेकी बे जग भओ सहेरको देखन डटे रहएँ,, जौन सहरको बनानबारो और निर्माण करनबारो परमेश्‍वर अपनए हए ।
\v 11 विश्‍वाससे सारा बाँझी हुइके फिर गर्भधारण करनके शक्ति पाई । बा एकदमै बुढी हुइके फिर अईसो भओ रहए । काहेकी बिनके प्रतिज्ञा करनबारोघेन बे विश्‍वासयोग्य भए रहएँ ।
\v 12 जहेमारे, मरनए मरन शरीरमे एक आदमीसे बादरको अनगिन्ती तारा और समुद्र किनारेको अनगिन्ती रेता जैसे सन्तान जन्मे, जौनके गिनन न सकत हएँ ।
\v 13 जे सबय प्रतिज्ञा न पायके फिर बे सबय दुरसे स्वागत करीं, पृथ्वीमे परदेशी और प्रवासी इकल्लो हएँ कहिबात स्वीकार करतय बे विश्‍वासमे मरे ।
\v 14 काहेकी जौन अइसी बात कहात हएँ बे एक स्वदेश ढुड़रहे हएँ कहि बात सफा होतहए ।
\v 15 सचमे बे अपनय निकरके गए देशके ताहीं सोचत रहएँ, बिनके घुमके जान मौका मिलन रहए ।
\v 16 पर बे और उत्तम देश औ एक स्वर्गीय देशको इच्छा करतहएँ । जहेमारे, परमेश्‍वर बिनको परमेश्‍वर होन न शर्मात हए, काहेकी बा बिनके ताहिं एक सहेर तयार करी हए ।
\v 17 अपनो जाँच होत विश्‍वासद्वारा अब्राहाम इसहाकके बलि चढ़ाई, जो बाको इकल्लो लउँड़ा रहए जौनके बा बलिदान चढाई । बहे प्रतिज्ञा पाई रहए ।
\v 18 जा बहे अब्राहाम रहए जौनके बारेमे अइसे लिखो रहए, “इसहाकद्वारा तेरो सन्तानको नाउँ रयहए ।"
\v 19 परमेश्‍वर इसहाकके मरेसे फिर जिन्दा कर सिक्तहए करके अब्राहाम के पता रहए, और साङ्केतिक अर्थमे कहातपेति बा बिनसे अपन लउँड़ा फिर्ता पाई रहए ।
\v 20 आनबारे चीजनके बारेमे इसहाक विश्‍वासद्वारा याकूब और एसावके आशीर्बाद दई ।
\v 21 विश्‍वासद्वारा मरन बेरामे याकूब योसेफके हरेक लउँड़नके आशीष दई । लट्ठीकी चुटियामे अडेस लगायके याकूब परमेश्‍वरको आराधना करी ।
\v 22 विश्‍वासद्वारा योसेफ अपन जीवनके अन्त घेन मिश्रसे इस्राएलीनको प्रस्थान होन विषयमे मस्की रहए और बाको अस्थिके बारेमे बिनके आदेश दई रहए ।
\v 23 मोशा जनमतय बाके अईया- दऊवा बा सुन्दर होनके कारनसे विश्‍वाससे बाके तीन महिनातक लुकाएके धरीं, और बे राजाको हुकुमके डर न मानी ।
\v 24 जवान हुइके पिच्छु विश्‍वाससे मोशा फारोकी लउँड़ा लउँड़िया कहाबानके इन्कार करी ।
\v 25 बाको सट्टामे, पापको क्षणिक सुख भोगनेस त परमेश्‍वरके आदमीनके संगै दुःख भोगन रोजी ।
\v 26 मिश्रदेशको धन-सम्पतिसे फिर ख्रीष्‍टके पिछुआनके निन्दित होन बा मूल्यवान ठानी । काहेकी बा अपन आँखीके इनाम घेन लगाइ रहए ।
\v 27 विश्‍वासद्वारा मोशा मिश्रदेश छोडी । बा राजाको क्रोधसे न डराई, काहेकी एक जो नदेखनबारेके देखो जैसो करके बा पक्को बनोरहो ।
\v 28 बहेमारे, नाश करनबारो इस्राएलीनके पहिले जन्मे भय जेठे लउँड़नके छुन न सकएँ करके विश्‍वाससे बे निस्तार- तेवहार और रगत छिट्कावको पालन करीं ।
\v 29 विश्‍वाससे बे सुखीभई जमीनमे नेगोजैसो लाल समुद्र पार करीं । जब मिश्री फिर अइसी करन कोसिस करीं तव बे डुबगए ।
\v 30 बे सात दिनतक यरीहोको दिबारके आसपास घुमके पिच्छु विश्‍वासैसे बा दिबार ढलिगओ ।
\v 31 राहाब वेश्‍या विश्‍वासद्वारा जासुसनके अच्छेसे सत्कार करनके कारन बा अनाज्ञाकारीतनके संगमे नाश न भई ।
\v 32 और जद्धा मए का कहऔं ? यदि मय गिदोन, बाराक, शिमशोन, यिप्ता, दाऊद, शमूएल और अगमवक्तानके बारेमे कैहओं तव, मोके समय न पुगहए ।
\v 33 विश्‍वासद्वारा बे राज कब्जा करीं, न्यायसे काम करीं और प्रतिज्ञानके पाईं, बे बघटनके मुहुँ बन्द कर दईं ।
\v 34 बे आगीको ज्वालाके निभाईं, तरवारकी धारसे बचे, रोगनसे अच्छे भए, युद्धमे वीर भए और विदेशीके सेननके भजाईं ।
\v 35 बईयर अपने मरेभयनके पुनरुत्थानद्वारा जिन्दा पाइँ । और जद्धा उत्तम पुनरुत्थान जीवन पानके बे छुटकाराके स्वीकार न करीं । जहेमारे, बे सजाय भोगीं ।
\v 36 औरनके निन्दा, कोर्रा, बन्धन और कैद जैसे और बात सहीं ।
\v 37 बिनके पत्थरसे मारीं । बिनके दुई भाग करनके चिरो गओ । बिनके तरवारसे मारीं । बिनके भेड़ा और बक्राको खाल लगाएके नेगन पडो और बहुत किसिमको दु:ख, क्लेश और अमानवीय बात सहन पडो ।
\v 38 जा संसार बिनके ताहिं योग्य न रहए । बे उजाडस्थान, पहाड़, गुफा और जमीनके दरारनमे भटकट फिरे ।
\v 39 यहाँतक जे सब आदमी बिनके विश्‍वासके कारन परमेश्‍वरद्वारा बड़ो प्रशंसा पाइँ, तब भी बे प्रतिज्ञा करो चीज पान न सिकीं ।
\v 40 हमरबिना बे सिद्ध न होमएँ कहिके परमेश्‍वर हमर ताहिं और अच्छी बात अग्गुसे योजना करी रहए ।
\c 12
\cl अध्याय १२
\v 1 जहेमारे, हम यित्तो बहुत साक्षीनको बादर घेरे होनके कारनसे हर किसिमको बोझ और हमके सजिलोसे अल्झानबारो पापके पन्छ्यमएँ । हमर अग्गु धरो दौड़के धैर्यसंग दौड़एँ ।
\v 2 हमर विश्‍वासको कर्ता और सिद्ध करनबारो येशूके देखएँ, जौन अपन अग्गु धरो आनन्दके ताहिं अपमानके सही और क्रूसको कष्‍ट भोगी, और बा परमेश्‍वरको सिंहासनको दहिनाघेन विराजमान हए ।
\v 3 जहेमारे, पापीनसे बाके विरुद्धमे भए यित्तो वादविवादके सहनबारेके विचार करओ । जहेकारन, तुम अपन मनमे कमजोर मत होबओ, और हरेस मत खाबओ ।
\v 4 तुम पापके विरुद्धमे अभेतक रगत बहान पड़न अवस्था न आए हओ या जक ताहीं संघर्ष करन न पडो हए ।
\v 5 और तुमके पुत्र हानी उत्साह देनबारो शिक्षाके तुम भुले हओः “हे मिर पुत्र, परमप्रभुको ताडनाके हलुको मत सम्झए, जब बासे तुम सुधरईगे, तओ हारेस मतखाओ ,
\v 6 काहेकी जौनके परमेश्‍वर प्रेम करतहए बे हरेकके ताडना देतहए, और बाके ग्रहण करनबारो हरेक लउँड़ाके बा दण्ड देतहए ।”
\v 7 तुम कष्‍‍टके अनुशासन जैसे सहो । परमेश्‍वर तुमरसंग लउँड़ा कता व्यवहार करत हए । काहेकी दउवा अनुशासन न करो कौन लउँड़ा हुइहए ?
\v 8 पर यदि तुम अनुशासन विनाके हओ तव तुम अपन दउवाके खास लउँड़ा न हओ पर व्यभिचारमे जन्मे लउँड़ा हओ ।
\v 9 जा से जद्बा हमके अनुशासन करनबारो हमर शारीरिक दउवा अनुशासनकर्ताको रुपमे रहए, जौनके हम आदर करे । जहेमारे, का हम हमर आत्माको पिताके और जद्धा आज्ञा पालन न करन चहिय का ?
\v 10 काहेकी एकघेन, हमर दउवा कुछदिन तक हमके अनुशासनमे धरीं जौन आइसो करन बिनके ठीक लागो । पर दुसरो घेन, हम बाको पवित्रताके बाँटन सिकएँ कहिके परमेश्‍वर हमर भलाईके ताहिं अइसो करत हए ।
\v 11 जा समयमे कोइ भी अनुशासन आनन्दको न होत हए, पर दु:खय होतहए, तब भी जो होएसे फिर जाके द्वारा तालिम पाए भएनके ताहिं अन्तमे जाएके जासे धार्मिकताको शान्तिसे भरो ईनाम मिलतहए ।
\v 12 जहेमारे, ढिले हात उठाओ, और कमजोर घुटोंके तगडे बनाओ ।
\v 13 अपन नेगनबारो डगर सुध बनाओ, कि जो लंगड़ा हए, बाको पाँव न मरकय, पर अच्छो हुइजाए ।
\v 14 हरेक संग शान्तिमे बैठन कोशिस करओ, और पवित्रताबिना कोइ भी परमप्रभुके न देख सकत हए ।
\v 15 ध्यान देओ, कि कोइ आदमी परमेश्‍वरको अनुग्रह पानसे बन्चित होन न पडए, और तीतोपनको जर उमरके कोइके फिर दुःख न देबए, और बहुत जनीके दोषी न बनाबए ।
\v 16 होसियार रहओ । कोइ फिर एकछाक खानुके ताहिं अपन जलम अधिकार बेचनबारो एसावजैसो अधर्मी न होबए औ यौन अनैतिक न होबए ।
\v 17 काहेकि तुमके पता हए, कि पिच्छु जायके बा आशिर्वादको उत्तराधिकार पान इच्छा करी तव बाके न मिलो, काहेकी बा आँशु बहाएके फिर विलाप करी तहुँ फिर पश्‍चात्ताप करनके मौकासमेत न पाई, हियाँतक कि बा आँसु बहाएके फिर जाके ढुँड़ीरहए ।
\v 18 काहेकी तुम जलरहो पहाड, अन्धकार, बादर और छुन न सिकनबारो पहाड़मे न आए हओ ।
\v 19 तुम तुरहीको फुँको बड़ो आवाज भव ठाउँमे फिर न आए हओ, न त आइसो आवाज सुनन ठाउँमे आए हौ जौनके सुनके बे और दुसरो शब्द न मस्को जाए कहिके बिन्ति करीं रहएँ ।
\v 20 काहेकी "अगर कोइ जनावर बा पहाड़ छुईं कहिसे बाके पत्थरासे मारनय पड़हय" कहिके आज्ञा बे सहन न करपाईं ।
\v 21 मोशा कही कि बा हुवांक दिखाई अइसो भयानक रहए, "मए डराएगव और डरसे काँपत हऔं" कही ।
\v 22 बाको सट्टामे, तुम त सियोन पहाड़मे आएहौ और जिन्दा परमेश्‍वरको सहर स्वर्गीय यरुशलेममे, और दसौं हजार स्वर्गदूतके आनन्द-उत्सवमे आएहओ ।
\v 23 तुम स्वर्गमे नाउँ दर्ता भए सुरुमे जलमन बारेके सभामे, सबको न्यायकर्ता परमेश्‍वर ठीन, और सिद्ध पारे भए धर्मी आदमीके आत्मानके ठिन आएहओ ।
\v 24 और नयाँ करारके मध्यस्थकर्ता येशूके ठिन और हाबिलको खुनसे और उत्तमसंग बोलनबारो छिड़को रगतमे आएहओ ।
\v 25 देखओ, तुमरसंग जौन मसक रहोहए, बाके तुम इन्कार मत करओ । काहेकी अगर पृथ्वीमे बिनके चेतावनी देनबारेक इन्कार करनबारे न उमक पाईं कहेसे स्वर्गसे चेतावनी देनबारेक अस्विकार करङ्गे कहेसे हम कैसे उम्कन सिकङ्गे ?
\v 26 कोइ समय बाको आवाजसे पृथ्वी हिलगओ, पर अभे बा अइसो कहिके प्रतिज्ञा करिहए और कही, "और एक चोटी मय पृथ्वी ईकल्लो न, पर स्वर्गके फिर हलामङ्गो ।"
\v 27 "और एक चोटी " कहान बारो वचन जा दिखात हए, कि हलान सिकन बारी चीज जो सृष्‍टि भयँ हएँ, सबय निकारो जयहए, और हलान न सिकनबारे चीज पक्के रहामङ्गे ।"
\v 28 जहेमारे, एक हलान न सिकन बारो राज पाएके हम कृतज्ञ होमएँ और जा किसिमसे आदर और श्रद्धासंग परमेश्‍वरके आराधना करएँ ।
\v 29 काहेकी हमर परमेश्‍वर भसम करन् बारो आगी हए ।
\c 13
\cl अध्याय १३
\v 1 भाईचारा-प्रेम बनो रहाबए ।
\v 2 अपरिचितनके अथिति-सत्कार करन् मत भुलिओ, काहेकी पता न पाएके कित्तो जनी स्वर्गदूतनके अतिथि सत्कार करि रहँए ।
\v 3 तुम अपनए फिर बिनके संग कैदमे पड़े हानि सम्झना करओ । जौन बिनके अत्याचार करीं तुम फिर बिनके शरीरमे भए जैसे बिनको सम्झना करओए ।
\v 4 सबय बिहाके आदर करएँ । वैवाहिक सम्बन्ध न गडबडबओ , काहेकी यौन दुराचारी आदमीके और व्यभिचारीनके परमेश्‍वर न्याय करईगो ।
\v 5 तुमर चालचलनके रुपैयापैसाको लालचसे अलग करिओ । तुमरसंग भओ चीजनमे सन्तुष्‍ट हुइयो । काहेकी परमेश्‍वर अपनय आइसो कहिहए, “मए तुमके कबहु न छोड़ङ्गो, नत मए तुमके त्यागङ्गो ।"
\v 6 हम सन्तुष्‍ट होमएँ । जहेमारे, हम साहससंग कहे सकत हएँ, “परमप्रभु मिर सहायक हए, मए न डरामङ्गो । आदमी मोके का कर सकत हएँ ?
\v 7 तुमके परमेश्‍वरको वचन सुनानबारे तुमर अगुवानके विचार करओ, और बिनको रहनसहनको अन्तके ध्यान देओ, और बिनको विश्‍वासको देखासिखी करओ ।
\v 8 येशू ख्रीष्‍‍ट कल, आज और सदामान एक हानी हए ।
\v 9 गजम किसिमको और अचम्मो शिक्षा तुमके दुर न लैजाबए । पर खानपिन सम्बन्धित बिधिसे जिनबारेनके जा कुछ सहायता न करत हए, काहेकी अनुग्रहसे बनो भओ हृदय अच्छो होतहए ।
\v 10 हमरसंग एक वेदी हए, जौनसे पवित्रस्थानमे सेवा करन बारेनके खान अधिकार न हए ।
\v 11 काहेकी पाप क्षमाके ताहिं प्रधानपुजारीद्वारा जनावरनको खून पवित्रस्थानमे लाओ जात रहए । पर बिनको शरीर छाउनीसे बाहिर जलावजात रहए ।
\v 12 जहेमारे, येशू फिर अपन खूनसे आदमीनके पवित्र करनके ताहीं सहेरको फाटक बाहिर कष्‍‍ट भोगी ।
\v 13 जहेमारे, हम फिर बाकेसंग छाउनी बाहिर जामएँ, और बाको सहो भओ निन्दामे सहाभागी होमएँ ।
\v 14 काहेकी हमरसंग हियाँ कोई स्थायी सहेर न हए । पर, हम आनबारो सहेरको हम प्रतिक्षामे हएँ ।
\v 15 जहेमारे, येशूद्वारा परमेश्‍वरके महिमा देन हम सदा बलिदान चढामएँ, बाको नाउँके अंगीकार करके महिमा देन हमर ओठको फल हए ।
\v 16 और हम एक दुसरेके भलाइ करन और सहायता करन न भुलएँ । काहेकी अइसीय बलिदानसे परमेश्‍वर बहुत खुशी होत हए ।
\v 17 तुमर अगुवानके अधीनमे बैठओ और आज्ञापालन करओ, काहेकी जौनके हिसाब देन पड़ईगो करके बे तुमर आत्माको रेखदेख करत हएँ । जा काम तुमर अगुआ आनन्दसंग तुमर वास्ता करएँ । दु:ख न मानके, नत बासे तुमके कोइ फाइदा न हुइहए ।
\v 18 हमरे ताहिं प्रार्थना करओ, काहेकी हममे सफा विवेक हए कहिके पक्का हुन सिकएँ और सब बातमे ठिक किसिमसे जीन सकएँ ।
\v 19 और जद्धा काम करओ कहिके मय तुमके उत्साह देत हओं । जहेमारे, मए तुमरे ठिन जल्दी लौटके आमङ्गो ।
\v 20 अब भेडाको महान गयाँरो हमर प्रभु येशूको अनन्त करारको खूनद्वारा मृत्युसे जीवनमे लानबारो शान्तिको परमेश्‍वर ।
\v 21 बाको इच्छा पुरा करन तुम हरेकके सुसज्जित करए । येशू ख्रीष्‍टद्वारा परमेश्‍वरके देखाइमे जा बात मन पड़नबारो हए बहे करओ । बाको महिमा सदा होत रहाबए । आमेन ।
\v 22 अब भईयाओ, मए तुमके उत्साह देत हओं, कि जे उत्साहके वचनके पालन करओ, जौन मय तुमके छुटकरीमे लिखो हऔं ।
\v 23 तुमके जा पता होबय, कि हमर भईया तिमोथी स्वतन्त्र हुइ गओ हए । यदि बा जल्दी अबईगो तव, मए बाके संगमे तुमके भेटन अमङ्गो ।
\v 24 तुम सब विश्‍वासिनके और अगुवानके अभिवादन करओ । इटालियाबारे तुमके अभिवादन पठाई हएँ ।
\v 25 तुमर सबके संग परमेश्‍वरको अनुग्रह रहाबए ।

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\id jas Regular
\ide usfm
\h James
\toc1 James
\toc2 James
\toc3 jas
\mt James
\c 1
याकुबको चिठ्ठी
याकुब १
\v 1 परमेश्‍वार और येशू खीष्टको सेवक याकूबसे: ठाउँ-ठाउँमे बिग्दे भए बाह्र कुलनके अभिवादन ।
\v 2 मीर भैया रेओ तुमर उपर मेलमेल के आफतबिफत आएपडेसे बिनके पुरो आनन्दकि बात सम्झऔ ।
\v 3 काहेकी तुम जान्त हौ, तुमरो विश्‍वासको जाँच धैर्य उत्पन्‍न करत् हए ।
\v 4 धैर्यको पुरा काम करन देओ, ताकि तुमर मे कोइ बातको अभाव नाए हुइके तुम परिपक्को और पूरो होबओ ।
\v 5 पर तुमरमैसे कोइके बुद्धिकि जरुरत हयकहेसे उद्धार चितसे नदिक्कान बारो प्रभुसेबा मागय बा बाेके देबैगो।
\v 6 पर बो एकु फिर शंखा नाए करके विश्‍वासकेसाथ मागए । शंखा करन बारेनके आँधी गिरात बैठात् करत् समुन्द्रको लाढुरा जैसो हुइहए ।
\v 7 अइसो आदमी जा नाए सोचए, कि बो प्रभुसे कछु पए हए ।
\v 8 काहेकी दोहोरो मन भव आदमी बाके सब चालचलनमे अस्थिर होत हए ।
\v 9 दीन अवस्थाको भैया अपन उँचो अवस्थामे गर्भ करए,
\v 10 और धनी त अपने दीन अवस्थामे गर्भ करए, काहेकी आदमी घाँसको फुला जैसो अइलिआए जात हए ।
\v 11 काहेकी चटक्का घामुसे दिन निकर्त हए, और घाँसके अइलबाए देत हए | फुला झर्त हए और बाको सोभा नष्ट होतहए । उइसीअए धनी आदमी फिर अपन कामधन्धामे नष्ट हुइके जात हए ।
\v 12 बो आदमी धन्य हँए, जो आपत- विपतमे अटल रहात् हए, काहेकी जाँचको सामना करके पिच्छु बो जीवनको मुकुट पए हए, जो परमेश्‍वार बोके प्रेम करन बारेनके देनके बाचा करी हए ।
\v 13 परीक्षा होत कोइ फिर अइसे नाए कहाबए, “परमेश्‍वारसे मिर परीक्षा भव हए ।” काहेकी कोइ खराब चीजसे परमेश्‍वारको परीक्षा होत नैयाँ, और बो अपनए कोइ कि फिर परीक्षा कर्त नैयाँ ।
\v 14 पर सब आदमी अपन खराब इच्छासे लोभसे परीक्षामे पड्त् हए ।
\v 15 तव खराब इच्छासे गर्भधारण करके पिच्छु बो पाप जन्मात हए । और पाप पुरो बढके पिच्छु बो मृत्यु लात हए ।
\v 16 मिर प्यारे भैया तुम, धोखामे मत पड्ओ ।
\v 17 सबए अच्छो दान और सब सिध्द वरदान स्वर्गसे हए, जा वरदान ज्योतिको पितासे आत हए । बादलत रहन बारी छाहीँ जैसो बामे कोइ हेरफेर नैयाँ ।
\v 18 बो अपने इच्छासे सत्यको वचनसे हमके जन्म दैहए, जा हेतुसे कि हम बाको सृष्टिको एक पहिलो फराजैसो बन्‍न सिकएँ ।
\v 19 मिर प्यारे भैया, जा बात जानऔ: सबए आदमी सुन्‍नमे जल्दी, बोलनमे ढिलो और दिक्कनमे मद्दो होन पणत् हए ।
\v 20 काहेकी आदमीको दिक्क परमेश्‍वारको धार्मिकता लात नैयाँ ।
\v 21 जहेमारे सब खराब बात और सब दुष्टताके हटओ, और तुमर ह्रदयमे बुओ वचनके नम्रता पुर्वक धारण करओ, जौन तुमरो प्राणके उध्दार कर सिकत हए ।
\v 22 पर वचन पालन करन बारे होबओ, और सुन्‍नके अपनएके धोखा मत देबओ ।
\v 23 कोइ आदमी वचन सुन्त हए पर पालन नाए करत् हए तव, बो एक अइसो आदमी जैसो हए, जौन अपन चेहरा दरपनमे देख्त हए,
\v 24 काहेकी बो अपनएके देखत् हए और चलोजात हए, और बो कैसो रहौ करके बो तुरन्त भुल जात हए ।
\v 25 पर बो आदमी जौन स्वतन्त्रता देन शुध्द व्यवस्थाके देख्त हए और बामे लागो रहात् हए, और सुनके भुलत् नैयाँ पर काम करनबारो फिर होतहए, बो तौ अपने करे काम मे आशिष पए हए ।
\v 26 अगर कोइ आदमी अपनएके धर्मी साम्झत हए, और अपन जिभमे लगाम लगात नैयाँ, तव अपन ह्रदयके धोखा देतहए तव बो आदमीको धर्म व्यर्थ हए ।
\v 27 परमेश्‍वार और पिताके अग्गु शुध्द और पवित्र धर्म जहे हए: अनाथ और विधुवानके बिनके दुःखमे रेकदेख करीओ और अपनएके संसारसे निष्कलं रखैओ ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 मिर भैया रेओ, प्रभु येशू ख्रीष्ट, महिमाको प्रभु उपर तुम विश्‍वास करत् हौ तुम कोइ उँचनिच मत दिखओ ।
\v 2 अगर कोइ आदमी सोनोक उगठी और अच्छो-अच्छो कपणा लगएके तुमरे सभामे आओ, और कोइ एक जनै गरीब फिर फटोफटओ कपणा लगाएके आओ तव,
\v 3 "तुम बो अच्छो कपणा लगान बारेके आदर करके, “हियाँ अच्छो ठाउँमे बैठओ" कहात हौ, और बो गरीबके चाहिँ "हुवाँए ठाढो रहौ"चहुँ "मिर पाउठिन वैठ" कहातहौ तव, "
\v 4 का तुम अपनि बीचमे उँचनिच नादिखए और खराब विचार भए नेव करन बारे नाभएका?
\v 5 ? मिर प्रिय, सुनओ, का परमेश्‍वार संसारके गारीबनके विश्‍वासमे धनी बनाएके बा राज्यके उत्तरधिकार होनके चुनिका नायाँ? बहे राज्य बोके प्रेम करन बारेनके बो देनके प्रतिज्ञा करीका नायँ?
\v 6 पर तुम ता गरीब आदमीनके अपमान करेहौ । का धनी तुमके अत्याचार नकरत् हय? का बे तुमके अदालतमे लैजत नैयाँ?
\v 7 का बे बहे आदरणीय नाउँको अपबाद करत् नैयाँ का, जौन नाउँसे तुम बोलावट पाए हौ?
\v 8 "अगर अपन पणोसीके अपनए कता प्रेम करओ" करके पवित्र-धर्मशास्त्रको राजकीय व्यवस्थाके नेहत्व पुरा कर्त हौ तव असलए करत् हौ ।"
\v 9 अगर तुम भेदभाव दिखत हौ तव तुम पाप करत् हौ, और व्यवस्थासे अपराधी ठैहेर्त हौ ।
\v 10 । काहेकी जौन पुरो व्यवस्था पालन करत् हए पर एक बातमे चुक्त हए तव, व्यवस्थाके सब बातमे दोषी ठैहेर्त् हए ।
\v 11 "काहेकी जौन "व्यभिचार मत करए" कहिहए, बा "हत्या मत करओ" फिर कहि । और अगर तुम व्यभिचार नाए करेहौ पर हत्या करेहौ तव, तुम व्यवस्थाके अपराधी हुइहौ । "
\v 12 जहेमारे तुमर बोली और व्यवहार स्वतन्त्रताको व्यवस्था बमोजिम न्याय पानबारे जैसे होबओ ।
\v 13 काहेकी जौन आदमी कृपा करी नैयाँ, बाको न्याय कृपाविना हुइहए । कृपा न्याय उपर बिजय होत हए ।
\v 14 "मिर भैया तुम, अगर कोइ आदमी "मेरे ठिन विश्‍वास हए" कए हए, पर काम नाए करेहए तव, जासे का फाइदा? का बाको विश्‍वास बाके बचाए पए हए? "
\v 15 अगर कोइ भैया या बाहिनिया फटे-फटाए कुर्ता लगाए हए, और बोके दिनको खानुको कमि हए,
\v 16 "और तुमर मैसे कोइ बोसे,शान्तिसे जाव, भरक्के बैठीए, पेट भरके खाओ" इकल्लो कएहौ, पर "
\v 17 अइसी विश्‍वास फिर काममे प्रघट हुइहए नाए तव बो विश्‍वास मरो हए ।
\v 18 पर कोइ कए हए, “तुमर संग विश्‍वास हए, मिर त काम हए ।” काम बिनाको तुम्रो विश्‍वास मोके दिखओ, और मए करो कामसे मए अपन विश्‍वास तुमके दिखए हौ
\v 19 तुम विश्‍वास करत् हौ कि परमेश्‍वार एकए हए | बो अच्छो हए । भूतात्मा फिर विश्‍वास करत् हए और थरथर कामत् हँए ।
\v 20 मुरख तुमर, कामविनाको विश्‍वास व्यर्थ हए करके बातको प्रमाण चाँहत हौ?
\v 21 जब हमर पुर्खा अब्राहम अपन लौणा इसाहकके वेदीमे अर्पण करीं, तव बे कामसे धर्मी नाएठहिरे का?
\v 22 तुम देख्त हौ, कि बिनको कामके संगसंग विश्‍वास पक्को रहए, और कामसे नाए विश्‍वास पुरो भव रहए ।
\v 23 "पवित्रधर्मशास्त्रको अइसो कहान बारो वचन पुराे भव, “अब्रहाम परमेश्‍वारमे विश्‍वास करी, और जा उनके ताहिँ धार्मिकता गिनो" और बो परमेश्‍वारको संगी कहलानो । "
\v 24 तुम देख्त हौ कि कामसे आदमी धर्मी ठाहिर्तहए विश्‍वाससे इकल्लो नाए ।
\v 25 उइसी करके राहाब ब्याभिचारिणी फिर, जब बे गुप्तचरनके सत्कार करके दुस्री डगरपठाए दै, तव कामसे बाे धर्मी ठ्हिरी नैयाँ का ?
\v 26 जैसी शरीर आत्मासे अलग होतए मरी होतहए, उइसी करके विश्‍वास फिर कामसे अलग होत मराे होतहए ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 भैया, तुमरे मैसे जाधा जनै शिक्षक मत होबओ, काहेकी तुम जान्त हौ, हम शिक्षा देनबारेनको न्याय और अग्ठो से हुइहए ।
\v 2 काहेकी हम सब तमान भुल कर्त हँए । जौन आदमी अपनए कहान बारी बातमे भुल नाए कर्त हए, बो अपन पुरी शरीरमे फिर लगाम लगान सिक्त हए, और बो सिध्द आदमी होतहए ।
\v 3 अगर घोणानके बशमे करन बिनके मुहूमे लगाम लगयहँए तव बिनको पुरी शरीरके जितए मन पणो उतै लान सिकैगे ।
\v 4 देखओ त, जहाज जो तेज हावासे चल्तहँए, बे बण-बण हँए तहुसे फिर एक छोटो पखनासे जहाज चलान बारो अपन इच्छा अनुसार जिताए मन लागो उतै लै जात हए ।
\v 5 उइसी जीभ फिर एक छोटो अङग् हुइके बणी बणी बात को अभिमान कर्त हए । देखओ, एक छोटि आगीको चिल्गीँ बणाे वनके फिर स्वाहा करदेत हए ।
\v 6 जीभ फिर एक आगी हए | जा शरीरकी अङग् मैसे अधर्मको एक दुनियाँ हए ।जा पुरी शरीरके खराब कर्त हए और जीवनको पुरी क्रममे आगी लगए देत हए और नरक कि आगीमे बो जल्त हए।
\v 7 सब किसिमके पशुपक्षी,घिस्रनबारे जन्तु और समुद्रके जीवजन्तुनके तह लगाए सिक्त हए, और आदमी जातिनसे तह लगो हए ।
\v 8 पर जीभके कोइ आदमी तह नाए लगा पाई हँए । खराब विषसे भरो जा चन्‍चल दुष्ट हए ।
\v 9 । जा से हम प्रभु और पिताको प्रशंसा कर्त हए, और जहे से परमेश्‍वारके रुपमे बने भए आदमीनके हम सराप्त हँए ।
\v 10 एकए मुहुसे आशिर्बाद और सराप निकर्त हए | मीर भैयओ, अइसो नए होनके हए ।
\v 11 का पानीको मूलसे एकए नलसे मीठो और तीतो पानी निकर्त हए का?
\v 12 मेरे भैयओ, का गुलरके हाँगासे जैतुन और दाखके हाँगामे गुलरके फरा पाए हए का? तीतो पानीके मूलसे मीठो पानी ननिकार हए।
\v 13 तुमर मैसे बुध्दिमान और ज्ञानी कौन हए? अपन अच्छो जीवनसे बुध्दिको नम्रतामे बो अपनो काम दिखाबए ।
\v 14 अगर तुमरे ह्रदयमे कपट और स्वार्थी अभिलाषा हए तव जा बातमे घमण्ड मत करओ, और सत्यके झुठो मत बनओ ।
\v 15 जा बुध्दि स्वर्गसे आनबारी बुध्दि नैयाँ । पर जा त संसारिक, आत्मिक नाय और शैतानिक हए ।
\v 16 काहेकी जहाँ दिक्क और स्वार्थपूर्ण अभिलाषा होतहए, हुवाँ भाँडभैलो और सब मेल,मेलक भ्रष्ट काम होतहए ।
\v 17 पर जौन बुध्दि स्वर्गसे आत हए बो पहिले शुध्द होतहए, तव बो शान्तिप्रिय, कोमल, बिचारशील, कृपापूर्ण और अच्छो फरासे भरो, पक्षपातरहित और कपटरहित होतहए ।
\v 18 शान्ति कायम राखनबारे शान्तिमे बोतहए, और बे धार्मिकताको फसल बटोर्त् हए ।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 तुमरे बीचमे लडाइँ और झगडा कौन बात ल्यातहए? का जा सब तुमर शरीरको अगंमे सङर्ष करन बारे अभिलाषासे का नाआए ?
\v 2 तुम इच्छा कर्तहौ, पर तुम पात नैयाँ । तुम हत्या कर्तहौ और लोभ कर्तहौ, पर पात नैयाँ । तुम झगडा कर्तहौ और लडाइँ कर्तहौ | तुमरे संग होत नैयाँ, काहेकी तुम परमेश्‍वारसे नाय मगत ।
\v 3 तुम मगत हौ पर पात नैयाँ, काहेकी अपन अभिलाषा पुरा करन् के गलतसे मगतहौ ।
\v 4 व्यभिचारी आदमीओ, संसारसंगको मित्रता परमेश्‍वारसँगको शत्रुता हए कहिके कहान बाली बात का तुमके पता नैयाँ? जहेमारे जो संसारसे संगी होन चाहत हए बो अपनएके परमेश्‍वारको शत्रु बनात हए ।
\v 5 का तुम जा सम्झतहौ, कि पवित्र-शास्त्र व्यर्थमे अइसो कहिहए, हमरमे परमेश्‍वार धरी आत्माके ताहिँ बो बहुत दीक करत हए,
\v 6 पर बा बहुत अनुग्रह देतहए? जहेमारे पवित्र-शास्त्र अइसे कहात हए, “परमेश्‍वार अभिमानीनको बिरोध करत् हए, पर नम्रनके अनुग्रह करत् हए ।”
\v 7 जहेमारे अपनएके परमेश्‍वारके अधीनमे धरओ । दियाबलसकि विरोध करओ, तव बो तुमर मैसे निकरके भजैगो ।
\v 8 परमेश्‍वारके ढिगैँ आओ, और बा तुमरे ढिगै अबैगो । पापीओ! तुम अपने हात चोखो करओ दुई मनके आदमीओ! तुम अपने ह्रदय शुध्द करओ ।
\v 9 दु:खी होबओ, शोक करओ, और रोबओ | तुमर हँसी शोकमे, और तुमरो आनन्द उदासमे बदलए ।
\v 10 प्रभुके ठिन अपनएके विनम्र बनाबओ, और बा तुमके उचो बनाबैगो ।
\v 11 भैयाओ, एक दुसरेके बिरुध्दमे खराब बात मत कहाबओ, औ अपन भैयाके दोष लगात हए बो व्यवस्थाके बिरुध्दमे कहात हए, और बो व्यवस्थाको दोष दिखत् हए । अगर तुम व्यवस्थाको दोष दिखात हौ तव त तुम व्यवस्था बमोजिम चल्नबारे नयहँ, पर व्यवस्थाके न्याव करनबारे हुइगए ।
\v 12 व्यवस्था देनबारो न्यायकर्ता त एकए हए, जौन बचान और नाश करन् फिर सिक्तहए पर अपन परोसिक दोष लगान बारे तुम कौन हौ?
\v 13 "आज और कल हम फलानो सहेरमे जयहए, हुवाँ एक वर्ष बितए हँए और व्यापार करके नाफा करेहँए"
\v 14 कहानबारे अब सुनओ, कल का हुईहए तुम नाए जन्तहौ । तुमरी जिन्दगी का हए? तुम त् धुवाँ हौ, जो यघरी दिखातहौ, और हरए जात हौ ।
\v 15 जा के बदलामे त तुमके अइसो कहान रहए, “अगर परमेश्‍को ईच्छा हुइहए तव हम बचंगे और अइसे उइसे करंगे ।”
\v 16 पर हबए तुम अ-अपन शेखीमे धाक लागतहौ । अइसो सब शेखी खराब हए ।
\v 17 जहेमारे जौन भलाइ करन् जानके फिर नाए कर्तहए बो पाप कर्तहए ।
\c 5
अध्याय ५
\v 1 धनी आदमी! सुनओ, तुमरे उपर आए पणन बारे कष्टनके ताहिँ रोबओ और विलाप करओ ।
\v 2 तुमर धन सड़ो हए, और तुमर लत्ता किरक् खबो हए ।
\v 3 तुमर सोनो चांदीमे काइ लागो हए, और बहे काइ तुमर बिरुद्धमे साक्षी हुइ हए, और आगी हानी तुमर शरीर खए हए | तुमर ताहीँ दिन के धन जम्मा करे हौ ।
\v 4 । जौंन खेतके आदमी तुमर खेत को बालि काटी हए,बो धोका बाजी करके नाए दै तुमारो ज्याला कहैगो, और बो बालि काटन बालेक पुकार सेना को परमप्रभु को कान तक पुगो हए ।
\v 5 तुम जा पृथ्वीक सुख विलास और मोजमज्जा मे मस्त हुइके बैठे हौ ।
\v 6 तुमर विरोध नाए करन बारे धर्मात्माके दोषी ठहराईके तुम मारे हौ
\v 7 जहेमारे भैया रेओ, प्रभु को आगमन नाए होन तक धैर्य धारण करओ । देखओ भूमीक बहुमुल्य फल को आशा करके तुम अग्गु और पिच्छुक बर्ष नाए होनतक धैर्य धारण करके आसरा देखत रहात हएँ ।
\v 8 तुम फिर धैर्य धारण करओ ।अपन हृदयके स्थिर करओ, काहेकी प्रभुको आग्मान ढिॅगै आइगव हए ।
\v 9 भैया रेव एक दुसरे के बिरुद्ध मे गनगन मत करओ, नत् तुम दोषी ठहरैगे, देखओ न्याएकर्ता फाटक मे हए ।
\v 10 भैयओ, कष्ट भोग और धैर्यको उदहारण कैसे होन पाडत् हए, सो प्रभुक नाउमे मस्कन बारे अगमवक्ता के देखओ ।
\v 11 देखओ धैर्य धारण करन बारेके हम धन्यको काहत हँए, अय्युबको स्थिरताके बारेमे सुने हौ, और प्रभुके अभिप्राय देखे हौ, कि प्रभु कित्तो करुणामय और कृपालु हए ।
\v 12 " मिर भैया तुम सब से अग्गु स्वर्गको या पृथ्वीको और कोइ बात को कसम मत खाओ, पर दोषी ठहरनके तुमर 'हए' त 'हए' और "नाय" - त "नाय" होबए ।"
\v 13 का तुमर मे कोइ कष्ट भोगत हय? बो प्राथना करए । का कोइ आन्दित हए? बो प्रशंसाको गित गाबए ।
\v 14 का तुमर मैसे कोइ बिमार हए? बो मण्डलीके एल्डरके बुलाबए । बे प्रभुके नाउँमे बोके तेलसे अभिषेक करके बोकि ताहिँ प्रार्थना करए ।
\v 15 और विश्‍वासको प्रार्थना से बेमारिक बचए हए ।, और प्रभु बोके अच्छो बनाए हए, और अगर बो पाप करी हए कहेसे बोके क्षमा हुइहए ।
\v 16 जहेमारे एक दुसरे संग अपन अपन पाप स्वीकार करओ । तुम अच्छो होन ताहिँ एक दुसरे के ताहिँ प्रार्थना करओ । धार्मि आदमी को प्रार्थना शक्तिशली और प्रभावशाली होतहए ।
\v 17 एलिया फिर त हाम्री हानि स्वभाव भव आदमी रहए । बे पानी नाए बर्षए कहिके भक्ति साथ् प्रार्थना करिरहए और तिन बर्ष छ महिना तक पृथिवीमे पानी नए बर्षओ ।
\v 18 बो फिर प्रार्थना करी, और बादर से बर्षा हुइगओ, और जमिन उब्जनी दै ।
\v 19 मिर भैया रेव, अगर तुमर मैसे कोइ सत्य से भडकके जात कोइ बाके घुमाएके लिअए हौ कहेसे ।
\v 20 बो जानए कि जौन आदमी पापी बोके गलत डगरसे घुमाएके लाबैगो, मृत्यूसे बचाबैगो और अनगिन्ती पापके तोपैगो ।

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\h John
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\mt John
\c 1
यूहन्‍नासे लिखो भओ सुसमाचार
अध्याय १
\v 1 सुरुमे बचन रहए, बचन परमेश्‍वरसँग रहए, और बचनए परमेश्‍वर रहए।
\v 2 बा सुरुवएसे परमेश्‍वरसंग रहए।
\v 3 सब चिज बहेसे बनो, और बनो कोई चिज फिर बा बिना ना बनो।
\v 4 बामे जीवन रहए, और बो जीवन आदमीक ताँही ज्योति रहए।
\v 5 ज्‍योति अँधीयारोमे चमकत हए, और अँधीयारो बाके ना जित पाई।
\v 6 परमेश्‍वरसे पठाओ एक आदमी रहए, जौनको नाउँ यूहन्‍ना रहए।
\v 7 बासे सब विश्‍वास करएँ करके बा ज्योतिकी गवाही देनके ताँही साँची बनके अओ।
\v 8 यूहन्‍ना अपनाए ज्योति ना रहए, पर बा ज्योति के गवाही देन अओ।
\v 9 बा सबए आदमीनके ज्योति देनबारो और संसारमे आनबारो सच्चो ज्योति रहए।
\v 10 बा संसारमे रहए, और संसार बहेसे बनो, तहुँ संसार बाके ना पहिचान पाईं।
\v 11 बा अपन आदमी ठिन अओ, तहुँ अपने आदमी बाके ग्रहण ना करीं।
\v 12 तव जित्‍नो बाके ग्रहण करीं और बाको नाउँमे विश्‍वास करीं, बा उनके परमेश्‍वरको सन्तान होनके अधिकार दै।
\v 13 बे ना रगतसे, ना शरीरकी इच्छासे, और ना आदमीके इच्छासे , पर बे परमेश्‍वरसे जन्मे रहएँ।
\v 14 और वचन देहेधारी भओ, और हमर बिचमे बास करी। हम पितासे आओ भओ एकए पुत्र जैसो और अनुग्रह और सत्यसे पुरो महिमा देखे।
\v 15 यूहन्‍ना बाके बारेमे गवाही देत जोडसे कहि, “मोसे पिच्छु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकी बा मोसे अग्गुको हए जौनके बारेमे मए कहो, बा बहे नए हए।”
\v 16 काहेकी बाको पूर्णतासे हम सब अनुग्रह उपर अनुग्रह पाए हएँ।
\v 17 काहेकी व्यवस्था परमेश्‍वर मोशासे दई, अनुग्रह और सत्यता येशू ख्रिष्टसे आओ।
\v 18 कोई फिर परमेश्‍वरके कबहु ना देखि हएँ। पिताको छातीमे अडास लागन बारो एकए परमेश्‍वर बाके चिनाई हए।
\v 19 "यहूदी यरुशलेमसे पुजारी और लेवीके "तुम कौन हौ ?” करके पुछ्न पठाईं, तव यूहन्‍नाकी गवाही जा हए। "
\v 20 "बा खुलके कही, और इन्कार ना करी, और "उत्तर दै "मए ख्रीष्ट ना हौं। "
\v 21 "तव बे उनसे कही, “तव तुम कौन हऔ ? का तुम एलिया हौ ?” बा कही ,"मए ना हौं।” बे कहि का तुम अगमवक्ता हौ ?” बा कही, मए ना हौं।”
\v 22 तव बे बिनके कही तुम कौन हऔ ताकि हमके पठान बारेके हम जबाफ दए पामए। तुम अपने वारेमे का काहत हौ ?”
\v 23 "बा कहि "मए उजाड-स्थानमे चिल्लान बारो एक आबाज हौ। "परमप्रभुके ताहीं डगर सुध करओ' जैसो यशैया अगमवक्ता
कहि।"
\v 24 उनके पठाए भए फरिसीनसे रहएँ।
\v 25 " बे बासे पुँछी "और कहिं "तुम ना ख्रीष्ट , ना एलिया, ना अगमवक्ता हौ फिर तव, काहे बप्तिस्मा देतहौ ?”
\v 26 " और यूहन्‍ना उनके यईसी जबाफ दै, “मए पानीसे बप्तिस्मा देतहौं,। तव तुमर बीचमे न‍ चिनो कोई ठाडो हए,।
\v 27 मोसे पिच्छु आनबारो बहे हए। बाके जुत्ताको तनी खोलन लायकको मए ना हओ।”
\v 28 यर्दन नदीया पार बेथानियामे जा बात भओ रहए, जहाँ यूहन्‍ना बप्तिस्मा देत रहए।
\v 29 दुसरे दिन यहून्‍ना येशूके अपन घैन आत देखि और कहि, “देखओ, संसारको पाप उठान बारो परमेश्‍वरको थुमा !
\v 30 मोसे पिछु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकि बा मोसे अग्गुसे हए कहिके मए कहो बहे हए।'
\v 31 मए अपनए बाके न चिनो, तव बा इस्राएलमे प्रघट होबए कहिके मए पानीसे बप्तिस्मा देत आओ।”
\v 32 यूहन्‍ना अइसे गवाही दै, “मए पवित्र आत्मा स्वर्गसे कबुतरके रुपमे उतरतै आत और बाके उपर बैठत देखो।
\v 33 मए बाके ना चिनो रहौं, पर पानीसे बप्तिस्मा देनके पठान बारो मोके कहि ,तुम जौनके उपर पवित्र आत्मा उतरत आए और बाके उपर बैठत देखए हए, पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा देन बारो बहे हए।”
\v 34 मए देखो भओ, और बहे परमेश्‍वरको पुत्र हए कहिके गवाही दओ हओं।"
\v 35 फिर दुसरे दिन यूहन्‍ना आपनो दुई जनी चेलाके संग ठाडो रहए।
\v 36 बे येशूके बहे डगर हुईके जात देखीं और यूहन्‍ना कहि, “देखौ, परमेश्‍वरको मेम्‍ना !”
\v 37 यूहन्‍ना अइसो कहात जे दुई चेला सुनी और बे येशूके पिच्छु लगगए।
\v 38 तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी , और बिनसे कही, “तुम का ढुड्त हऔ ?” बे बासे कहीं, “रब्बी {जौनको अर्थ हए गुरुजी} तुम कहाँ रहत हऔ ?”
\v 39 बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे।” तव बे आए, और बाको बैठन बारो ठाऊँ देखिं। बे बहे दिन बाके संग बैठे, काहेकी लगभग चार बजिगव रहए।
\v 40 यूहन्‍नाको कहो सुननबारे और येशूक पच्छु लागनबारे बे दुई जनी मैसे एक जनी सिमोन पत्रुसको भईया अन्द्रीयास रहए।
\v 41 अन्द्रीयास अपन भईया सिमोनके पाईके कहि “हम मसिहके (जौनको अर्थ हए, ख्रीष्ट) के पाएगयँ हएँ।”
\v 42 बा अपन भईयाके येशू ठिन लाई। और येशू बाके देखि और कहि, “तए यूहन्‍नाके लौंड़ा सिमोन हए,। तए केफास (जौनको अर्थ हए, पत्रुस) कहोजाइगो।”
\v 43 दुस्रो दिन येशू गालीलमे जान बा जगहके छोड्न चाँहत रहए। और फिलिपके पाएके येशू बासे कही, 'मिर पिच्छु लाग।”
\v 44 अन्द्रियास और पत्रुस कता फिलिप फिर बेथसेदा सहेरके रहएँ,।
\v 45 फिलिप नथानेलके पाएके कहि, “जौनके बारेमे मोशा व्यवस्थामे और अगमवक्ता फिर लिखिरहँए, योसेफको पुत्र नासरतको येशूके हम पाएगएँ हए।”
\v 46 नथानेल उनसे कहि, “का नासरतसे कछु अच्छी बात आए सकत हए ?” फिलिप बासे कही,”आएके देखओ।”
\v 47 येशू नथानेलके अपने घेन आत देखि और बा उनके बारेमे कहि, “एक जनी पक्को इस्राएलीके देखओ, जोमे कोई झुठ ना हए।”
\v 48 नथानेल पुँछी, “तुम मोके कैसे चिनलए ?” येशू बाके जवाफ दैके कही, “फिलिप तोके बुलानसे अग्गु, गुलरको रुखा तरे मए तोके देखो रहौं।”
\v 49 नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्‍वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ।”
\v 50 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके गुलरके रुखा तरे देखनके कारनसे का तुम मोके विश्‍वास करत हऔ ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे।”
\v 51 येशू कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्‍वरके स्‍वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे।”
\c 2
अध्‍याय २
\v 1 तिसरे दिन गालीलके काना नगरमे एक विहा रहए। येशूकी अइया हुवाँ रहए।
\v 2 येशू और बाके चेलनके फिर विहाको निउतो दै रहँए।
\v 3 दाखमध खतम हुइगओ तव, येशूकी अइया बासे कही, “बिनके संग दाखमध ना हए।”
\v 4 येशू उनसे कही, “हे नारी, मोके का करन पडैगो बा मत कहाए। मिर बेरा ह्बाए ना आओ हए।”
\v 5 बाकि अइया चाकरन से कहि, “ऊनको कहो जैसो तुम करओ।”
\v 6 अब यहूदीनको शुद्धकरन होन बारो चालचलनके ताहिं हुवाँ लगभग: सौ लिटर अपानबारे छ्य मौना रहँए।
\v 7 "येशू उनसे कहि, " "मौनाके पानीसे भरओ।” बे मौनाके मोहोणो तक पानी भरीं।"
\v 8 तव बा नोकरन से कही, “थोडी अखनाएके विहाको मुखियाके ठिन लइजाबओ।” बे अइसिए करीं।
\v 9 विहाको मुखिया दाखमधसे बनो बा पानी चाखी, पर जा कहाँ से आओ हए सो बाके पता ना रहए, ( पर पानी भरन बारो चाकरन के पता रहए )। तव विहाको मुखिया दुलहाके बुलाएके कही,
\v 10 और बासे कही "सब आदमी अग्गु अच्छो दाखमध देतहँए और आदमी बहुत पिलेतहएँ पिच्छु कमसल दाखमध बांट्त हएँ, पर तय ता अच्छो दाखमध ह्बाए तक धरे हए।”
\v 11 येशूक चिन्ह मैसे जापहीली चिन्ह येशू गालीलके कानामे करी रहए। अइसे बा अपन महिमा प्रगट करी, और बक चेला बाके उपर विश्‍वास करीं।
\v 12 पिच्छु येशू अपन अइया,बाकी भैयन और चेलन संग कफर्नहुममे गओ, और कुछ दिन हुवाँ बैठो।
\v 13 यहूदीनको निस्तार-चाड जौने रहए, और येशू यारुशलेममे गओ।
\v 14 बा मन्दिरमे बर्धा, भेडा और कबुतर बेचन बारे पाईगओ और रुपैया साटन बारे फिर बहे ठाउँमे बैठे रहएँ।
\v 15 जहेमारे बा रस्सीकी एक पैना बनाएके भेडा और बर्धा सहित बे सबके, मन्दिरसे बाहेर निकारके रप्टाई दैं, और बा पैसा साटन बारेन कि टेबुल पलट दै।
\v 16 कबुतर बेचन बारेनसे बा कही, “हियाँसे जे सब चिज लैजाओ। मिर पिताके घरके बजार मत बनाऔ।
\v 17 बाके चेलनके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद आई, “तुमर घरकी जोस मोके जलात हए।”
\v 18 यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,“तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ ?
\v 19 येशू जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ,। और मए तीन दिनमे जाके ठडबाय देहौं।”
\v 20 तव यहूदी अधिकारी कहान लागे, “जा मन्दिर बनान् के छयालीस वरष लागो हए, और तुम जाके तीन दिनमे खडा करदे हऔ का ?”
\v 21 पर बा अपन शरीरकी मन्दिरके वारेमे बतात रहए।
\v 22 जब बा मरके जिन्दा भव, तव कि बा कही जा बात
बाकी चेलनके याद भओ और बे धर्मशास्त्र और येशूकी कहि भई बातके उपर विश्‍वास करीं।
\v 23 बा निस्तार- चाडकी बेरा यरुशलेममे रहए, बाके करेभए काम देखके बहुत जनी बाको नाउँमे विश्‍वास करीं।
\v 24 पर येशू बिनको भरोसा ना करी, काहेकी बा बिनके सबके चिनत रहए।
\v 25 काहेकी आदमीके बारे मे बाके कोईकि गवाहीकी जरुरत ना रहए। काहेकि आदमीकि हृदयमे का होथए, बा जान्त रहए।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 अब हुँवा निकोदेमस नाउँको एक आदमी रहँए बा यहूदी महासभाको एक अगुवा रहए।
\v 2 जा आदमी रातके येशू ठिन आओ, और बासे कही, “गुरुजी, हम जान्त हँएं तुम परमेश्‍वरसे आए भए एक शिक्षक हौ, काहेकि परमेश्‍वर संगमे ना हुइहए तव तुमर करेभए जे चिन्ह कोई ना कर पाएँ हँएं।”
\v 3 येशू बाके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ नयाँ हुइके ना जन्मैगो तव बा परमेश्‍वरको राज ना देख पाएहएँ।”
\v 4 निकोदेमस बासे कही, “आदमी बुढो हुइ जएहए तव कैसे जलम हए ? का बा अपन अइयाके गरभ मे दुसरे दाँओ घुसके जलम ले हए का ?”
\v 5 येशू जवाफ दै ,“नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ पानी और आत्मासे ना जलमेहए तव परमेश्‍वरके राजमे ना घुस पएहए।
\v 6 शरीरसे जन्मो शरीर हए, और पवित्र आत्मासे जन्मो आत्मा हए।
\v 7 मए तुमके तुम फिर जलमन पडैगो कहात हौँ अचम्मो मत मानौ।
\v 8 हावा जितए चहात हए उतै बहत हए। तुम हावाकि अवाज त सुनत हौ, पर बा कहाँसे आत हए और कितए जात हए, सो ना जानत हौ। पवित्र आत्मासे जलमो सब उईसियए हुई हँए।”
\v 9 निकोदेमस जवाफ दै, और बासे कही, “जा बात कैसे हुइ पएहए ?”
\v 10 येशू बाके जबाफ दैके कही, “ का तय इस्राएलको गुरु हए तहुँ फिर जे बात ना समझत हय ?
\v 11 नेहत्य, मए तोसे कहात हौं, हम जो जानत हँए बहे कहात हँए, और हम जो देखे हँए, बहेकी गवाही देत हँए, पर तुम हमर गवाही स्वीकार ना करत हौ।
\v 12 मए तुमसे पृथ्वीको बात कहो, तहुँ फिर तुम विश्‍वास ना करे, तव तुमके स्वर्गकि बात बतए हौँ तव कैसे विश्‍वास कर हौ ?
\v 13 स्वर्गसे उतरके आन वालो आदमीको पुत्र बाहेक कोई फिर स्वर्गमे ना गव हए।
\v 14 जैसी मोशा उजाड ठाउँमे साँपके उठाई , उईसी आदमीको पुत्र उपर उठओ जयहए,
\v 15 और जौन बाके उपर विश्‍वास करहँए, सब अनन्त जीवन पाएँ हँए।
\v 16 "काहेकी परमेश्‍वर संसारसे अईसो प्रेम करी, कि बा अपन एकलौटा पुत्र दै, ताकि बाके उपर विश्‍वास करनवारे कोइ फिर नाश ना होबए, पर बा अनन्त जीवन पाबए।
\v 17 काहेकी परमेश्‍वर संसारके दण्‍ड देन ना, पर संसारके बचान ताँही आपनो पुत्र दै।
\v 18 जौन बाके उपर विश्‍वास करहए, बा दोषी ना ठहरैगो, पर बामे विश्‍वास ना करन बारो अगुसे दोषी ठहिरगौ हए, काहेकि बा परमेश्‍वरको एकलौटा पुत्रके नाउँमे विश्‍वास ना करी हए।
\v 19 फैसलाको कारन जहे हए: ज्योति संसारमे आओ हए, और आदमी ज्योतिसे जद्धा अन्धियारोके मन पडाइँ , काहेकी बिनकी काम खराब रहए।
\v 20 काहेकी खराब काम करन बारो सब ज्योतिके नफरत करत हँएं। और ज्योतिमे ना आत हय, ताकि बाके काम प्रकट ना होबए।
\v 21 सत्यसे जिन बारो आदमी ज्योतिमे आतहए, और परमेश्‍वरमे करी भई बाको काम प्रकट होबए।
\v 22 तओ पिछु येशू और बाके चेला यहूदीयामे गए, और हुवाँ बा बिनके संग कुछ दिन बैठी, और बप्तिस्मा दै।
\v 23 यूहन्‍ना फिर सालीमके जौने एनोनमे बप्तिस्मा देत रहए, काहेकी हुवाँ बहुत पानी रहए। हुवाँ आदमी बाके ठिन आत रहँएं और बे बप्तिस्मा लेत रहँएं।
\v 24 काहेकि यूहन्‍ना बा बेरा जेलमे ना पडो रहए।
\v 25 हुँवा यूहन्‍नाके कुछ चेला और एक जनी यहूदी बिच सुध्दीकरणके बारेमे बिबाद हुइगओ।
\v 26 यूहन्‍नाके ठिन आएके बे बासे कहीँ, “गुरुजी, यर्दन नदीयाकि बा पार जो तुमरसंग रहए, जौनके बारेमे तुम गवाही दए रहौ, देखओ, बा बप्तिस्मा दएरहो हए, और सब बाके ठिन जाएरहे हँए।”
\v 27 यूहन्‍ना जबाफ दै, “आदमीके स्वर्गसे ना देन तक बा कोई चिज कर ना पएहए।
\v 28 मए ख्रीष्ट ना हौं, पर मए बासे अग्गु पठाओ भओ हौं' करके मिर गवाही तुम अपनए देत हौ।
\v 29 दुलहीन त दुलहाकि हए,। दुलहाके ठिन जो ठाणो होत हए, और बाको अवाज सुनन बारो सँगी दुलहाको आवाज सुनके गजब खुशी होत हए। तव मिर आनन्द अब पुरा होबैगो।
\v 30 बा बढैगो, और मोके घटन पड्हए।
\v 31 "उपरसे आन बारो सबसे उँचो हए। पृथ्वीसे होन बारो पृथ्वीको हए, और पृथ्वीकी बात बोल्त हए। स्वर्गसे आन बारो बा सबसे उँचो हए।"
\v 32 बा जो देखत और सुनत हए, बाकी गवाही बा देत हए, पर बाकी गवाही कोई ग्रहण ना करत् हँए।
\v 33 जौन बाकि गवाही ग्रहण करी हए, परमेश्‍वर सत्य हए कहिके प्रमाण देत हए।
\v 34 काहेकी जौनके परमेश्‍वर पठात् हए, बा परमेश्‍वरको वाणी बोल्त हए, काहेकी परमेश्‍वर बिना नाप पवित्र आत्मा दै हए।
\v 35 पिता पुत्रके प्रेम करत हए, और सब चिज बाके हातमे दै हए।
\v 36 जौन पुत्रके उपर विश्‍वास करहए, बाके संग अनन्त जीवन हए। जौन पुत्रको आज्ञापालन ना करहए, बा जीवन ना देखैगो, और परमेश्‍वरको क्रोध बाके उपर पड्हए।
\c 4
अध्‍याय ४
\v 1 यूहन्‍नासे येशू बहुत चेला बनात हए और बप्तिस्मा फिर देन डटो हए कहिके फरिसी लोग सुनी हँए कहिके पता पाई।
\v 2 { वास्तबमे येशू अपनाए बप्तिस्मा न देत रहए, पर बाके चेला फिर बप्तिस्मा देत रहएँ }
\v 3 बा यहूदिया छोड्के फिर गालीलमे लौट गओ।
\v 4 पर बाके सामरिया हुइके जानके जरुरी रहए।
\v 5 और बा याकूब अपन लौड़ा योसेफके दइ भई जमिनको कछु हिस्सा जौने भओ सामरियाको सुखार कहाँन बारो सहेरमे आए पुगो।
\v 6 हुवाँ याकूबकी कुइयाँ रहए। येशू अपनी यात्रासे थक्गौ और कुइयाँ ठिन वैठो रहए। और दुपाहर भओ रहए।
\v 7 एक सामरी बैयर पानी भरन हुवाँ आई। और येशू बासे कही, “मोके पानी पिन दे।”
\v 8 बाके चेला सहेरमे खान बारी चिज किनन गए रहँए।
\v 9 जाकेपिच्छु सामरी बैयर बासे कही, “तुम यहूदी हुइके फिर मए एक सामरी बैयरकि हातसे कैसे पिन बारो चिज मागत हऔ ?” { यहूदी सामरी संग कुछु सम्बन्ध ना करत हएँ। }
\v 10 येशू बासे कही, “तय परमेश्‍वर को वरदान चिन्तो और तोसे पानी मागन बारो आदमीके चिन्तो तओ तए बासे माँगतो, और बा तोके जिन्दा पानी दित्तो।”
\v 11 बैयर बासे कही, “महाराज, तुमर संग निकारन बारो भाँडा ना हय और कुइयाँ फिर गहिरी हए। तव तुम कहाँसे बा जिन्दा पानी लए हऔ ?
\v 12 का तुम हमर पुर्खा याकूबसे बडे हऔ ? बा हमरे तांहि जा कुइयाँ बनाए दै, और बा अपना फिर पानी पिई और बाकी सन्तान और उनके गोइडंगर जहे कुइयाँके पानी पिई।”
\v 13 येशू बाके जवाफ दै, और कही, “जा पानी पिन बारेनके फिर्के प्यास लगहए,
\v 14 पर जौन-जौन मिर दओ पानी पिहए बा कबही प्यासो ना हुइहए। जौन पानी मए बाके दए हऔ, बा बाँकी अनन्त जीवनके ताँहीं निकरन बारो पानीको मूल बनजए हए !”
\v 15 " बैयर बासे कही, “हजुर, मोके बहे पानी देबओ, और मए प्यासो नाहोमौ, और हियाँ पानी भरनके आन ना पडए। “
\v 16 येशू बासे कही, “जा तए अपन लोगाके बोलएके लिआ।”
\v 17 बैयर बासे कही, “मिर लोगाए ना हए।” येशू बासे कही, तिर लोगा ना हए करके तए ठिकए काहत हए,
\v 18 काहेकि तिर पाँच जनै लोगा हुइडारी हँएं, और जौन हबए तिर संग हए, बा तिर लोगा ना हए। जा तए ठीकए बताओ हए।”
\v 19 बैयर बासे कही, “हजुर, तुम अगमवक्ता हौ कहिके मए देखत हऔ।
\v 20 हमर पुर्खा जा डँगामे आराधना करत रहए, पर आदमीकी आराधना करन वालो ठाउँ यरुशलेम हए कहीके तुम काहत हऔ।”
\v 21 येशू बासे कही, “ए बैयर, मोके बिश्‍वास कर, बा बेरा आएरहो हए, तुम पिताके ना जा डँगामे ना यरुशलेममे आराधना करहौ।
\v 22 तुम जो ना जान्त हौ सो आराधना कर्त हौ। हम जो जानत हँएं बहेको आराधना कर्त हँएं , काहेकी उद्धार त यहूदीनसे आत हए।
\v 23 अव बेरा आए रहो हए, और बा बेरा हबै हए, जव सँच्चो आराधक पिताके आत्मा और सत्यतासे आराधना करहैँ। काहेकी अईसी आराधना करन बारो आराधकके पिता ढुँडत हए।
\v 24 परमेश्‍वर आत्मा हए और बक आराधना करन बारो आदमी बाकी आत्मा और सत्यतामे आराधना करन पडत हए।”
\v 25 बैयर बासे कही, “मए जानत हौँ, कि मसीह अबैगो { जोनसे ख्रीष्ट कहात हए }, और जब बा अबैगो, तव बा हमके सब बात बताए देहए।”
\v 26 येशू बासे कही, “तुमसे मस्कन बारो, मए बहे हऔ।”
\v 27 "उतिए खिन बाके चेला आएगए, और बा एक बैयरसे बात करत देखके,बे छक्क पडीँ “और तुम का चाहत हऔ ?” अथवा “तुम बा बैयरसे काहे बातचित करत हौ ? कहिके कोई ना कहीँ।
\v 28 तव बा बैयर अपन घल्ला छोडके सहर घेन गई, और आदमीनसे कही,
\v 29 "आओ मिर करे भए सबए काम मोके बताए देन बारो आदमीक देखओ,। कहु बा ख्रीष्ट ता ना हए ?” "
\v 30 तव बे सहरसे बाके ठिन आए।
\v 31 बहे बेरा चेला बासे अईसे बिन्ती करत रहए “रब्बी, खाए लेओ्।
\v 32 पर बा उन्से कही, “मिर झौन खानबारो चिज हए, जो तुम ना जानत हओ।”
\v 33 तभै चेला एक आपसमे कहिं, “का कोई बाके ताहिं खानु नालाई हय, लायी है र ?”
\v 34 येशू बिनसे कही, “जो मोके पठाइ हए, बहएको ईच्छा और बहएको काम पुरा कर्नोही मिर खानु हए।
\v 35 अभए फिर चार महिना हए और बाकेबाद कटनी करनकी समय अए हए कहिके का तुम ना काहत हओ? मए तुनसे काहि रहो हओ, खेतके देखओ, काहेकि कटनीके ताही बे अगुए पकगय हय।
\v 36 जौन कटनी कर्थए बहय मजदुरि पाथए, और अनन्त जीवनके ताहिं फल बटुल्थए, ताकी बोन बारे और कटनी करन बारे एक संग रमए सकए।
\v 37 काहेकी 'एक जनै बोबैगो, और दुसरो कट्नी करैगो,' कहिके वचन जहेमे सच्चो हए।
\v 38 मए तुमके हुँवाँ कटनी करन पठाओ, जहाँ तुम मेहेनत ना करेहओ। औरे आदमी मेहेनत करिहए, और बिनको मेहेनत को फल तुम पाए हौ।''
\v 39 'मए जो करो बा मोके सबए बात कहिदै हए'' कहिके बा बैयर् कि गवाही के कारन बा नगर मैके सामरी मैसे गजब बाके उपर विश्‍वास करीं।
\v 40 जहेमारे जब् सामरी बाके ठिंन आए, तव बे बाके बिन्हिक संग बैठन बिन्ती करीं, और बा दुई दिन हुवाँ बैठो।
\v 41 और बाकी वचन के कारन और गजब बाके उपर विश्‍वास करीं।
\v 42 बे बा बैयर से कहीं, ''अब तुमर कहि बात से हम विश्‍वास नाए करे, पर हम अपनए सुननके कारनसे नेहत्य बा संसारको मुक्तिदाता हए कहिके हम जाने हैं।
\v 43 दुई दिन पिछु हुवाँसे निकरके बा गालीलमे गओ।
\v 44 काहेकी { येशू अपनए गवाही दइ, कि अपने ठाऊमे कोई अगमवक्ताके आदर ना होत हए।}
\v 45 जब बा गालीलमे आओ, तव बा यरुशलेममे तेवहारको बेरा जो करी रहए, बे सब काम देखके गालिली बाके स्वागत करी, काहेकी बेहुं हुवाँ तेवहारमे आए रहएँ।
\v 46 तव पिछु बा फिर गालीलके काना नगरमे आओ, जहाँ बा पानीके दाखमध बनाई रहए। कफर्नहुममे एक जनै बडो अधिकारी रहए, बक लौड़ा बिमार रहए।
\v 47 येशू यहूदियासे गालीलमे आओ हए करके सुनके बा बाके ठिन गव, और मिर लौड़ाके आएके अच्छो करदे कहिके बिन्ती करी, काहेकी बाको लौड़ा मरनए लागो रहए।
\v 48 तव येशू उन्से कही, “तुम चिन्ह और अचम्मोक काम नदेखे तक कोई रितिसे विश्‍वास नाकरैगे।”
\v 49 बा बडो अधिकारी बासे कही, “हजुर, मिर लौड़ा मरनसे अग्गुयए आए देव।”
\v 50 येशू बासे कही, “जाओ, तुमर लौड़ा बचजाए हए।” येशू बासे कही वचनमे बा आदमी विश्‍वास करि, और अपन डगर गओ।
\v 51 और बा जातए पेति बाको लौड़ा बचिगओ कहत बाके बतातए नोकर बासे भेट् करीं।
\v 52 कित्तो खिनसे बक अच्छो लागन लागो कहिके जब बा बिनसे पुछी तव बे कहिं, “कल दूपाहरसे एक बजे घेन जाडो बाके छोड दै।”
\v 53 येशू बासे “तुमर लौड़ा अच्छो हुइ जए हए” कही रहए बहय घडीसे अच्छो भव करके दौवा पता पाई। और बा औ बक सारा परिवार विश्‍वास करीं।"
\v 54 येशू यहूदियासे गालीलमे आएके बासे करो जा दुस्रो चिन्ह रहए।
\c 5
अध्‍याय ५
\v 1 तव पिच्छु यहूदीनकी तेवहार रहए, और येशू यरुशलेम मे गओ रहए,
\v 2 यरुशलेममे भेडा-फाटक जौने एक ताल रहए छानी सहिंतको पाँच बडेरी हए। जौनसे हिब्रू भाषामे बेथस्दा कहात् हँए।
\v 3 बा हुवाँ अनेक रोगी, और अन्धरा, लंगडा, पक्षाघाती हुवाँ पडे रहए। [ बे पानी कित्तो बेरा छलके हए करके आसरा देखत रहएँ।
\v 4 काहेकी परमप्रभुक एक दुत समय समयमे जल कुण्डमे उतरके पानी हलाए देत रहए, और पानी छलको खिनक जो पहिले पानी भितर घुसत रहए, तव जैसो रोग होबए फिर, बा अच्छो हुइ जात रहए।]
\v 5 हुवाँ अठतीस वर्षसे बिमार भओ एक आदमी रहए।
\v 6 जब येशू बाके हुवाँ लेटो देखि और लम्बो समयसे बा जा दसामे हए करके जानके येशू बासे कही, “का तए अच्छो होन चाहँत हए ?”
\v 7 बा बिमार आद्‍मी बासे कही, हजुर, जौन बेरा पानी छलकत हए मोके जल कुण्डमे डारन बारो मिर कोइ ना हए, मए जातए जात मोसे अग्गु दुस्रो आदमी पानीमे घुसिजात हए।
\v 8 येशू बासे कही, “ठाड, और अपन बिछ्ना उठा, और नेग।”
\v 9 तुरन्तए बा आदमी अच्छो हुइ गओ, और अपनी बिछ्ना बोकके बा नेगन लागो। बा दिन शबाथ –दिन रहए।
\v 10 तव अच्छो भओ आदमीसे यहूदी कहीं, “जा ता शबाथ - दिन हए, तोए बिछ्ना बोकन ठिक ना हए।”
\v 11 बा उनसे जबाफ दैके कही, “जौन मोके अच्छो करी बहे मोसे कही, 'अपन बिछ्ना बोकके नेग।”
\v 12 बे बासे पुछीँ, “तोसे बिछ्ना बोकके नेगन कहाँन बारो आदमी कौन हए ?”
\v 13 तव अच्छो भओ आदमी बा कौन हए करके चिन ना पाई रहए, काहेकी बा ठाउँमे भिड रहए बहे मारे येशू हुवाँसे गओ रहए।
\v 14 तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भओ हए। अब पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी ना आबए।”
\v 15 बाके अच्छो करन बारो त येशू हए कहिके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दै।”
\v 16 तहिमारे यहूदी येशूके खेदो करन लागे, काहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए।
\v 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ।”
\v 18 जहेमारे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार करन लागे, काहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो ना, तव अपनाएके परमेश्‍वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्‍वरके पिता कही रहए।
\v 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, पुत्र अपनाए कछु ना कर पाए हए, पर पिताके जो करत् देखेहए बहे करेहए, काहेकी पिता जो करेहए, पुत्र बहे करेहए।
\v 20 काहेकी पिता पुत्रके प्रेम करत् हए, और बा अपनो करी रहो सब काम पिताके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा पुत्र दिखए हए, और तुम अचम्मो मानेहौ।
\v 21 काहेकी जैसे पिता मरेनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी पुत्र फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए।
\v 22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय ना करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम पुत्र के दै हए,
\v 23 ताकि सब पुत्रके आदर करो, जैसे बे पुत्रके आदर करङ्गे। जौन पुत्रके आदर ना करहए ताओ बाके पठान बालो पिताके फिर आदर ना करैगो।
\v 24 "नेहत्य, मए तुमसे काहत हौ, जौन मिर बचन सुने हए और मोके पठान बारेके उपर विश्‍वास करेहए, बाके संग अनन्त जीवन हए। बा न्यायमे ना पडैगो, और मृत्यु से बा जीवनमे प्रवेश करए हए।"
\v 25 "नेहत्य, मए तुमसे काहत हौँ, बा बेरा आईगओ हए, और बा बेरा हबै हए, जब मरे भए परमेश्‍वरको पुत्रको अबाज सुनेहए, और सुनन बारे बचङ्गे। "
\v 26 काहेकी जैसी पिता अपनए जीवन हए उईसी, बा पुत्रक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए।
\v 27 और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, काहेकी बा आदमीक पुत्र हए।
\v 28 जा बातमे अचम्मो मत मानओ, काहेकी बेरा आईगओ हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनङ्गे ,
\v 29 और बे गड्डामैसे बाहेर निकर अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुकरम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए।
\v 30 "मए अपनाए कछु ना करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करङ्गो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, काहेकी मए अपन इच्छा ना ढुड्त हौ, पर मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ।"
\v 31 "पर मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य ना हुइहए।"
\v 32 मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।
\v 33 "तुम यूहन्‍ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही
दैहए्। "
\v 34 मए ग्रहण करो गवाही आदमीक ना हए, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ।
\v 35 यूहन्‍ना पजरत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए।
\v 36 "पर मिर संग जो गवाही हए, बासे फिर बडि हए। काहेकी जौन काम पुरा करन पिता मोके दैहए, बा काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए काहेकी पिता मोके पठाई हए।"
\v 37 मोके पठान बारो पिता अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए। बा आबाज तुम कबहु ना सुनेहौ, और बाको रुप कबहु ना देखेहौ।
\v 38 बाको बचन तुमरमे ना रहत हए, काहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर विश्‍वास ना करत हौ।
\v 39 तुम धर्मशास्त्रमे ढुड्तहौ, काहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम काहतहौ। मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए,
\v 40 तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार करत हौ।
\v 41 "मए आदमीसे महिमा ग्रहण ना करङ्गो ,"
\v 42 पर परमेश्‍वरको प्रेम तुमरमे ना हए करके मए जानत हौ।
\v 43 मए अपने पिताके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण ना करत हौ। और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ।
\v 44 तुम कैसे विश्‍वस करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुड्त हौ, और बा सम्मान कि खोजी ना करतहौ, जो एकए परमेश्‍वरसे आतहए।
\v 45 "जा मत समझिओ कि मए पिताके अग्गु तुमके दोष
लगएहौ। तुमके दोष लगान बारो त मोशा हए, जौनमे तुम अपन आशा धरेहौ।"
\v 46 काहेकी तुम मोशाके विश्‍वास करते, तव मोहूके तुम विश्‍वास करते, काहेकी बा मिर बारेमे लिखिरहए।
\v 47 पर तुम बाकी लिखि बातमे विश्‍वास ना करे तव, मिर बातमे कैसे विश्‍वास करेहौ ?”
\c 6
अध्‍याय ६
\v 1 जे बातके पिच्छु येशू गालील, औ तिबेरियास समुन्द्रके बा पार गओ।
\v 2 और एक बहुत भारी भिड बाके पिछु लाग गई, काहेकी बा रोगीनके उपर करो चिन्ह बे देखत रहए।
\v 3 येशू डाँगामे गओ, और अपन चेलनके संग बैठो।
\v 4 यहूदीन को अथबा निस्तार तेउहर ढिंगै रहए।
\v 5 तव येशू अपन चारै घेन देखि एक बडो भिड अपने घेन आत देखके फिलिपसे कही, “यिनके खबानके ताहिँ हम कहाँ से रोटी किनए ?”
\v 6 बा उनके जाँच करन ताहिँ कहीरहए, काहेकी बा जो करन लागो रहए, सो बाके पता रहए।
\v 7 फिलिप बाके जवाफ दै, “प्रत्येक थोडी थोडी पैहए ताहुफिर दुई सौ चाँदीके डलरको रोटीसे ना पुगए हए।'
\v 8 बक चेला मैसे एक जनै सिमोन पत्रुसको भैयाँ अन्द्रियास कही,
\v 9 हियाँ एक लौड़ा हए, बक संग जौकी पाँच रोटी और दुई मछ्री हँए। पर उतकसे इतोन के का पुगेहए ?”
\v 10 येशू कही, “आदमीके बैठन लगओ।” हुवाँ बहुत घाँस भओ बाँगर रहए। तव फिर पाँच हजार लोग हुँवा बैठे
\v 11 तव येशू रोटी लै, और परमेश्‍वरके धन्यबाद चढएके पिच्छु बैठन बारेनके बाँट्दै। और फिर मछ्री बे इच्छा भरके खाइँ।
\v 12 जब आदमी पेटभरके खाइँ, बा अपन चेलन से कही, “उब्रेभए खुद्रा बटोरओ, और कोई खराब ना होबए।”
\v 13 उब्रेभए जौके पाँच रोटीके खुद्रा बे बटोरके बाहृ डलैया भरिगए।
\v 14 बहेमारे बाको करो चिन्ह देखके बे आदमी कहन लागे, “संसारमे आनबारो अगमवक्ता नेहत्य जहे हए।”
\v 15 बे आएके बाके जबरजस्तीसे लैजएके राजा बनान ढुड रहेहए करके पता पाएके येशू फिर इकल्लो डँगामे गओ।
\v 16 संझा हुइगव तव बाके चेला समुन्द्र घेन गए।
\v 17 और नैयाँमे चढके बे समुन्द्र पार कफर्नहुम घेन गए। तव बा बेरा अँध्यारो हुइगव रहए, और येशू हबए तक बिनके ठिन ना अओ रहए।
\v 18 और बहुत भारी आँधी चलत रहए, समुन्द्र लडुरा लेत रहए।
\v 19 पाँच- छ किलोमिटर नैयाँ अग्गु चलाएके लैगए रहए, पिछु बे येशूके समुन्द्र उपर नेगत नैयाँ घेन आत देखि, और बे डरएगए।
\v 20 फिर बा उन्से कही, “मए हौ, मत डराबओ।”
\v 21 बे बाके खुशीसे नैयाँमे बैठई, और बे जात रहए बा ठाँउमे नैयाँ तुरन्त पुग्गए।
\v 22 समुन्द्र पार रहे भिड बे कल हुवाँ एकए नैयाँ देखि। बिनके पता रहए, कि येशू अपन चेलन संग नैयाँमे ना चडो हए, और बक चेला इकल्ले गए रहए।
\v 23 तव तिबेरियाससे और नैयाँ बिनके ठिन आए, जहाँ प्रभु धन्यबाद चढाएके उनके रोटी खबाई रहए।
\v 24 येशू और बाके चेला हुवाँ ना हए करके पता पाएके बे आदमी येशूके ढुड्त नैयाँमे चढके कफर्नहुममे गए।
\v 25 बे बाके समुन्द्रके बा पार पाएके बासे पुछी, “रब्बी, [गुरु तुम
हियाँ कब अए ?”]
\v 26 येशू उनके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे काहत हौ, तुम चिन्ह देखके ना, पर तुम पेटभरके रोटी खाएके मारे मोके तुम ढुड्त हौ।
\v 27 नष्ट होन बारो भोजनके तही परिश्रम मत करौ, बल्कि अनन्त जीवन तक रहन बारो भोजनके तही परिश्रम करौ, जो आदमीक लौड़ा तुमके दएहए। काहेकी परमेश्‍वर पिता बाके उपर अपनो छाप लगाई हँए।”
\v 28 बे बासे कही, “परमेश्‍वर के चहान बारो काम करन हमके का करन पडैगो ?”
\v 29 येशू बिनसे कही, “परमेश्‍वरको काम जहे हँए जौनके बा पठाई हए बाके उपर बिश्‍वास करओ।”
\v 30 जहेमारे बे बासे कही, “तुम का चिन्ह देखए हौ, सो हम देखए, और तुमए बिश्‍वास करए ? तुम का करत हौ ?
\v 31 हम पिता-पर्खा उजाड-स्थानमे मन्‍न खाइँ, जैसी लिखो हए, 'बा बिनके खानके ताहिँ स्वर्गसे रोटी दै।”
\v 32 येशू उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे काहतहौ, तुमके स्वर्गसे रोटी देन बारो मोशा ना हए, बल्कि स्वर्गसे तुमके खास रोटी देन बारो मिर पिता हँए।
\v 33 काहेकी परमेश्‍वरको रोटी बहे हँए, जो स्वर्गसे उतरके अतहए, और संसारके जीवन देतहए।”
\v 34 बे बासे कही, “प्रभु जा रोटी हमके सब दिन दिए।”
\v 35 येशू बिनसे कही, “जीवनको रोटी मए हौ, मेरे जौणे आन बारे ना भुखए हए, और मिर उपर बिश्‍वास करन बारे कबहु प्यासे ना हुँइहँए।
\v 36 मए तुमसे कहो हौ, तुम मोके देखे हौ, और फिर बिश्‍वास ना करत हौ।
\v 37 पिता मोके दएभए सब मेरे ठिन अए हँए, और मेरे ठिन आन बारेके कोई रितिसे मए ना छुडेहौ।
\v 38 अपन इच्छा पुरो करन मए स्वर्गसे उतरके ना अओ, बल्कि मोके पठान बारेको इच्छा पुरो करनके अओ हौ।
\v 39 और मोके पठान बारेको इच्छा जहे हए, कि बा मोके बा मोके जो दै हए, बा मैसे कोईके फिर मए ना खोमाओ, बल्कि बिनके अन्तके दिनमे जिन्दा करौ।
\v 40 काहेकी मिर पिताको इच्छा जहे हए, कि पुत्रके देखनबारे और बाक उपर बिश्‍वास करनबारे, सबए अनन्त जीवन पामए और मए अन्तके दिनमे जिन्दा करङ्गो।”
\v 41 यहूदी बाके बिरुदमे बर बारान लागे, काहेकी बा कही रहए, “स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी मही हौ।”
\v 42 बे कही, “का जा योसेफको लौड़ा, येशू ना हँए ? जाके अइया और दौवाके का हम ना चिनत् हँए ? हभए जा कैसे कहत हए मए स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी हौँ कहत हए ?”
\v 43 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “तुम आपसमे मत बर बाराओ।
\v 44 मोके पठान बारो पिता ना खिचन तक कोई मिर ठिन ना आए पैहए है, और मए बाके अन्तके दिनमे जिन्दा करेहौ।
\v 45 और बे सब जनै परमेश्‍वरसे सिखे गए हए,' कहीके अगमवक्ताको किताबमे लिखो हए। प्रत्येक जौन पितासे सुनिहए और सिखे बे मेरे ठिन आमङ्गे।
\v 46 पिताके कोई आदमी ना देखिहँए, केवल बा इकल्लो देखिहए जो परमेश्‍वरसे अओ हए, बा पिताके देखिहए।
\v 47 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, जौन बिश्‍वास करेहए बाके संग अनन्त जीवन हए।
\v 48 मए जीवनकी रोटी हौ।
\v 49 तुमर पिता पुर्खा उजाड स्थानमे मन्‍न खाई ताहु फिर बे मरके गए।
\v 50 स्वर्गसे उतरन बारो रोटी जहे हए, जौन जा खाए हए बा ना मरैगो।
\v 51 स्वर्गसे उतरन बारी जिन्दा रोटी मही हौ। कोई फिर जा रोटी खाए हए ,बा सदिमान जिहए। और जौन रोटी मए संसारके जीवनके ताहिँ दओ हौ, बा त मिर देहे हए।”
\v 52 तव यहूदी आपसमे बहस करन लागे, “जा आदमी कैसे हमके अपनी देहे खान देहए ?”
\v 53 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे काहतहौ, तुम आदमीके पुत्रको देहे ना खान तक, और बाको खुन ना पिन तक, तुमरमे जीवन ना हुइहए।
\v 54 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारे संग अनन्त जीवन हए, और अन्तके दिनमे मए बाके जिन्दा करेहौ।
\v 55 काहेकी मिर देहे नेहत्य खानबारी हए, और मिर खुन नेहत्य पिन बारो हए।
\v 56 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारो त मिर मे रहमङ्गे, और मए बिनमे रहमङ्गो।
\v 57 जैसे जिवन देन बारो पितामोके पठाइ औेर उइसी मए पिताके कारनसे जित हओ, अइसिए मोके खान बारो फिर मिर कारन से जिबैगो।
\v 58 स्वर्गसे आन बारी जा रोटी अइसी ना हए, जो पिता पुर्खा खाइँ ताहु फिर
मरगए। जा रोटी खान बारो सदिमान जिहए।”
\v 59 बा जा बात कफर्नहुमके सभाघरमे शिक्षा देतपेती कही रहए।
\v 60 जा सुनके बाके चेला मैसे बहुत कही, जा वचन कठोर हए, कौन जा ग्रहण कर पैहए हए ?”
\v 61 तव बाके चेला जाके वारेमे बरबारात् हए करके जानके येशू बिनसे कही, “का जा बात तुमरे ताहिँ ठोकरके कारण हुइरहो हए ?”
\v 62 तुम आदमीके पुत्रके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे रहओ का ?
\v 63 जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा ना हए। जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बा आत्मा और जीवन हए।
\v 64 पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्‍वास ना करत हए।” कहेकी कौन कौन बिश्‍वास ना करत हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए कहिके येशूके सुरुसे पता रहए।
\v 65 और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे ना द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन ना आए पाएहए।”
\v 66 तव पिच्छु बक चेला मैसे बहुत जनि पिच्छु हटे, और बाके संग नेगन छोडी।
\v 67 येशू बाहृ जनि से कही, “का तुम फिर मोके छोडन चँहत हओ ?
\v 68 सिमोन पत्रुस जबाफ दैके कही, “हे प्रभु, हम कौन ठिन जाए ? तुमर संग त अनन्त जीवनको बचन हए्।
\v 69 और हम बिश्‍वास करे हँए, और जाने हँए, तुम परमेश्‍वरके पवित्र जन हौ।”
\v 70 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “का मए अपनए तुमके बाहृओ जनिके ना छानो ? और तुमर मैसे एक जनि त धोखे बाज हए।
\v 71 जा बा सिमोन इस्करियोतको लौड़ा यहूदाके वारेमे कही रहए, काहेकी बा बाहृा मैसे एक जनि रहए ताहु फिर बा बाके धोखा देन तही तयार रहए।”
\c 7
अध्‍याय ७
\v 1 तव पिच्छु येशू गालीलमे घुमफिर करी, तव बा यहूदियामे जानके ना चाहि, काहेकी यहूदियाके बाके मारनके दाउमे रहए।
\v 2 और यहूदियनको छाप्रोबासको तिउहार जौने आए गओ रहए।
\v 3 बहेमारे येशूके भैया बासे कही, “जा ठाउँ छोडके यहूदियामे जा, और तुमर करे भए काम तुमरे चेला फिर देखँए।
\v 4 "जौन आदमी अपन नाउँ कमान चहतहए तव बा चुप्पयसे कोइ काम ना करत हए। तुम जा काम करत हौ तव अपनए के संसारमे प्रघट करओ।"
\v 5 काहेकी बाके भैया फिर बक उपर बिश्‍वास ना करत रहए।
\v 6 येशू बिनसे कही, “मिर समय ना अओ हए, पर तुमर ताहिँ तव सब समय अच्छो हए।
\v 7 संसार तुमके अच्छो मानत हए, पर मोके तव अच्छो ना मानए हए, काहेकी संसारके बारेमे और बक काम खराब हए् कहिके मए गवाही देतहौ।
\v 8 तुम जा तिउहरमे जाओ। मए जा तिउहरमे ना जाओ हओ, काहेकी मिर समय हबए ना अओ हए।”
\v 9 बिनके अइसी कहिके बा गालीलमे रहो।
\v 10 तव बाके भैया तिउहरमे गए, बाके पिच्छु बा फिर खुल्लम खुल्ला ना, पर चुप्पेसे गओ।
\v 11 "तिउहरमे यहूदी बाके ढुड्त रहए, "और पुछी बा कहाँ हए ?”
\v 12 " भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो। कोइ कहात् रहए,“बा अच्छो हए।” और कहत रहए, “ना हए, जा आदमीके बाहकत् हए।”
\v 13 पर यहूदीनके डरके मारे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोलत ना रहए।
\v 14 तिउहरके बीचमे येशू मन्दिर भितर घुसगओ और शिक्षा देन लागो।
\v 15 यहूदी अचम्मो मानत अइसे कही, “जा त कबही
इत्तो ना सीखो हए, जा आदमी कैसे इत्तो विध्या हासिल करी ?”
\v 16 तव येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मेरो शिक्षा मिर ना , बल्कि बाको हए, जौन मोके पठाई हए।
\v 17 अगर कोई आदमी परमेश्‍वरको इच्छा पालन करन चाहत हए तव, मिर शिक्षा परमेश्‍वरसे अओ हए कि मिर अपनए घेनसे हए सो बा जानैगो
\v 18 जौन अपनाएसे बोल्त हए, बा अपनो सम्मान ढुड्त हए, बल्कि जौन अपने पठान बारेके सम्मान ढुड्त हए, बा सत्य हए, और बामे कपट ना हए।
\v 19 का मोशा तुमके व्यवस्था ना दै ? पर तुम कोई बा व्यवस्था पालन ना करे। तुम काहे मोके मारन ढुड्त हौ ?”
\v 20 भिड बा से कही , तुमके भुत लागो हए। कौन तुमए मारन ढुड्त हए ?”
\v 21 येशू जबाफ दैके बिनसे कही, “एक काम मए करो, और तुम सबए अचम्मो मानत हौ।
\v 22 मोशा तुमके खतनाको रिति दैहए् { होन त बा मोशाको तरपसे त ना, बल्कि पिता पुर्खासे हए }, और फिर शबाथ दिनमे तुम आदमीके खतना करत हौ।
\v 23 मोशाको व्यवस्था भङग् ना होबाए कहिके बल्कि कोइ आदमी शबाथ दिनमे खतना करेहए तव, मए एक आदमीक शबाथ-दिनमे पुरो अच्छो करदौ, कहिके का तुम मोसे दिक्कात् हौ ?"
\v 24 मुहू देखके ना, बल्कि ठिक किसिमसे इन्साफ करओ।
\v 25 यरुसलेमके कुइ कुइ आदमी कही, “का जा बहेत ना हए्, जौनके तुम मारन ढुडत रहौ ?
\v 26 देखौ तव जा त खुल्लम खुल्ला बोल रहोहए, पर बे बासे कुछ्ना कहत हँए ! का जा नेहत्य ख्रीष्ट हए करके धर्मगुरु पता ना पाई ?
\v 27 पर हम जनत हँए, जा आदमी कहाँ से अओ हए। पर जब ख्रीष्ट आबएगो बा काहँ से आबएगो कोइ फिर नाजानङ्गे।”
\v 28 जब येशू मन्दिरमे सिकात रहे तव, बा जोड्से चिल्लएके कही, “तुम मोके चिनत हओ, और मए कहाँ से अओ हौ, बा फिर तुम जानतहौ मए अपनी इच्छासे ना अओ हौ, बल्कि जौन मोके पठाइ हए बा सत्य हए। तुम बाके ना चिनत हौ,
\v 29 बल्कि मए बाके चिनत हओ, काहेकी मए बासे अओ हौ, और बा मोके पठाई
हए।"
\v 30 बहेमारे बे बाके पकडन ढुड्त रहए, पर कोई बाके उपर हात ना डारी, काहेकी बाको बेरा ना अओ रहए।
\v 31 पर भिडके बहुत आदमी बाके उपर बिश्‍वास करी। बे कही, “जब ख्रीष्ट अए हए, तव का जे करे भए चिन्ह से ,बड़ो चिन्ह बा कर पाएहए ?”
\v 32 भिड बाके बारेमे चर्चा करत फरिसी सुनी। तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी बाके पकडन् मन्दिरके पहरेदारके पठाइँ।
\v 33 येशू उन्से कही, “हबाए कुछ समय तक मए तुमर संग हौ, तव पिच्छु मए मोके पठान बारे ठिन जामंगो।
\v 34 तुम मोके ढुडेहओ, तव ना पैहौ , और जहाँ मए हुइँहौ, हुवाँ तुम ना आए पैएहौ।”
\v 35 तव यहूदी आपसमे कही, “जा कहाँ जानके तयारी हँए, और हम जाके ना पैहँए ?” का जा ग्रीकनके बीचमे बिगदे बैठे यहूदीके ठिन जाएके ग्रीकनके शिक्षा देन चाहत् हए ?
\v 36 बिनको कहो जा वचन का हए ? 'तुम मोके ढुणेहओ, तव ना पैहौ , और जहाँ मए हुइँहौ, तुम अए ना पैहौ ?”
\v 37 अब तिउहरके पच्छुको दिन औ तिउहरको खास दिनमे, ठड्के येशू जोडसे चिल्लएके अइसे कही, “अगर कोई प्यासो हए तव बा मिर ठिन अबाए और पिबैए।
\v 38 जौन मिर उपर बिश्‍वास करतहए, तव धर्मशास्त्र कहो जैसो 'बाके हृदय भितरसे जिन्दा पानीकी नदिया बहाबैगी।”
\v 39 तव जा बात बा पवित्र आत्माके बारेमे कही रहए, जौन पवित्र आत्मा बाके उपर बिश्‍वास करन बारेनके पान रहए। काहेकी पवित्र आत्मा अभए तक ना मिलो रहए, काहेकी येशूको महिमा अभए तक ना भओ रहए।
\v 40 जा बात सुनन बारे कोई कोई आदमी कहन लागे, “जता नेहत्य अगमवक्ता हए।”
\v 41 और कहन लागे, “जा ख्रीष्ट हए।” पर कोई कोई कहन लागे, “का ख्रीष्ट गालीलसे अओ हए ?
\v 42 का धर्मशास्त्र ना कही हए कि ख्रीष्ट दाऊदके वंशसे और दाऊदके गाउँ बेथलेहेमसे आबैगो ?”
\v 43 जा बजैसे आदमीके बीचमे फुट हुइगओ।
\v 44 बा मैसे कित्तो बाके पकडन् ढुड्त रहए, पर बाक उपर कोई फिर हात ना लगाई।
\v 45 "तव मन्दिरके पहरेदार और मुखिया पुजाहारी फरिसीके ठिन आए। बे उन्से कही " तुम बाके काहे ना लाए ?”
\v 46 पहरेदार जबाफ दैं, “जा आदमी जैसो ता कोई आदमी कबहु ना बोलिहए !”
\v 47 फरिसी बिनसे कहन लागे, “का तुम फिर बहेकगए ?
\v 48 का धर्मगुरु औ फरिसी मैसे कोई बाके उपर बिश्‍वास करी हँए ?
\v 49 पर जा भिड, जौन व्यवस्था ना जानत, बा श्रापित हए।”
\v 50 बिन मैसे एक जनी निकोदेमस, जो पहिले एक दाओँ येशू ठिन अओ रहए, बा कही,
\v 51 "का हमर व्यवस्था पहिले आदमीक बात ना सुनाके, और बा का करी हए, सो ना जानके बाके न्याय करत हओ का ?” "
\v 52 बे उनके जबाफ दै, “का तुम फिर गालीलके हौ ? धर्मशास्त्रमे ढुड्के देखौ, तव तुम जानइगे, कि गालीलसे कोइअगमवक्ता ना अए हए।”
\v 53 (नोट: उत्कृष्‍ट प्राचीन प्रतिलिपीहरूले यूहन्‍ना ७:५३-८:११लाई हटाएका छन्। )तव सब आदमी अपन अपन घर गए।
\c 8
अध्‍याय ८
\v 1 \1 येशू जैतुनके डाँगामे गओ।
\v 2 बा सबेरे फिर मन्दिरमे गओ, और सब आदमी बाके ठिन आए, और बा बैठो, और बिनके शिक्षा देन लागो।
\v 3 शास्त्री और फरिसी व्याभिचारमे पकडओ पडी एक बैयरके ल्याईं, और बाके बीचमे ठढबाँई।
\v 4 बे येशूसे कही, “गुरुजी, जा बैयर व्यभिचार के काममे पक्राउ पडी हए।
\v 5 व्यवस्थामे मोशा अईसी आदमीनके पत्थरसे मरन हमके आज्ञा दै हँए्। तुम जाके बारेमे का काहत हौ ?”
\v 6 पर बे बाकी जाँच करनके ताही, बाके उपर दोष लागामए कहिके बे अईसे कही रहए। येशू लोहोकके उङ्गरीसे जमीनमे लिखी।
\v 7 पर बे बासे पुछ्त रहए, तव बा ठहरके बिनसे कहन लागो, “तुमर मैसे जौन पाप ना करी हए, बहे जा बैयरके पहिले पत्थरसे मारए।”
\v 8 और फिर लोहोकके बा उङ्गरीसे जमीनमे लिखि।
\v 9 तव बे जा सुनी, तव बड़ेसे लैके छोटे तक एकएक करके गैभए, और येशू बा बैयर संग इकल्लो रहीगओ, और बा बैयर बाके अग्गु ठाढीरही।
\v 10 येशू बा बैयरके देखके कही, “ए बैयर, बे कहाँ गए ?” का कोई तोके दण्ड ना दैं ?
\v 11 बा कही, “प्रभु कोई ना दओ।” येशू कही, “मए फिर तोके दण्ड ना देहौ, जा और फिर पाप मत करीए।”
\v 12 येशू फिर उन्से कही, मए संसारको उजियारो हओ। मेरे पिच्छु लागन बारे अन्धकारमे ना नेगङ्गे , बल्कि बे जीवनको ज्योती पामङ्गे।”
\v 13 तव फरिसी बासे कही, “तुम अपने बारेमे गवाही दए रहए हओ। तुमरी गवाही सत्य ना ठहरएगी।”
\v 14 येशू जबाफ दैके कही, “मए अपने बारेमे गवाही देतहौ, तहु फिर मिर गवाही सत्य हए, मए जन्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और मए कहाँ जए रहो हौ। पर तुम ना जान्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और कहाँ जए रहो हौ,
\v 15 तुम आदमीक देखके न्याय करत हौ। मए कोईको न्याय ना करत हौ।
\v 16 मए न्याय करे हओ तहु फिर मिर न्याय सत्य ठहीरएगो। काहेकी न्याय करन बारो मए इकल्लो ना हओ, बल्कि मए हौ, और मोके पठान बारो पिता हए।
\v 17 तुमरे व्यवस्थामे फिर दुई आदमीको गवाही सत्य ठहीरत हए करके लिखो हए।
\v 18 अपन बारेमे मए अपनाए गवाही देतहौ, और मोके पठान बारो पिता मेरे बारेमे गवाही देत हए।”
\v 19 बे बासे कही, “तुमर पिता कहाँ हए ?” येशू जबाफ दै, “तुम ना त मोके चिनत् हौ ना मिर पिताके। तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते।”
\v 20 जा बात बा मन्दिरमे शिक्षा देत पेती भेटी चढान बारो बक्‍सा ठीन कहीरहए। और कोई बाके ना पकडीं, काहेकी बाको बेरा ना अओ रहए।
\v 21 बा फिर उन्से कही, “मए चलो जए हौ, और तुम मोके ढुड्गेँ, और तुम अपन पापमे मरैगे। जहाँ मए जएहौ, तुम ना अए पएहौ।”
\v 22 यहूदी कहीं, “जा ता आत्मा हत्या करहए कि का ?" काहेकी जहाँ मए जएहौ, तुम अए ना पएहौ' कहीके कहत् हए।
\v 23 और येशू उन्से कही, “तुम तरेके हौ। मए उपरको हौ। तुम जा संसारके हौ। मए जा संसारको ना हओ।
\v 24 मए तुमसे कहो, 'तुम अपन पापमे मरैगे,' काहेकी मए बहेहौ करके तुम बिश्‍वास ना करन तक अपने पापमे मरैगे।”
\v 25 बे बासे पुछी, “तुम कौन हौ तव ?” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ, जो मए तुमके सुरुसे लैके कहत अओ हौ।
\v 26 मए तुमरे बारेमे कहन और न्याय करन बहुत हए। बल्कि मोके पठन बारो सत्य हए, और बासे मए जो सुनो बहे बात मए संसारके बतात् हौ।”
\v 27 पिताके बारेमे कहिँ हए कहिके बे ना सम्‍खीं।
\v 28 येशू कही, “जब तुम आदमीक पुत्रके उपर उठए हओ, मए बहे हौ कहिके तुम पता पैहौ, और मए अपने अधिकारमे कुछ ना करत हौ, पर पितासे सिखी बात मस्कत् हौ कहिके जानैगे।
\v 29 मोके पठान बारो मिर संग हए। बा मोके इकल्लो ना छोडि हए, काहेकी मए सब दिन बाके खुशी करन बारो काम करत हौ।”
\v 30 येशू जा बात कहत् समय बहुत जनी बाके उपर बिश्‍वास करीँ।
\v 31 येशू अपन उपर बिश्‍वास करन बारे यहूदीनसे कही, “तुम मिर वचनमे राहबैगे कहीसे तव तुम नेहत्य मिर चेला हौ।
\v 32 तव तुम सत्य काहए कहेसे जानैगे, और सत्य तुमके स्वतन्त्र
करैंगो।”
\v 33 बे बासे कही, “हम अब्राहमके सन्तान हँए, और हबाए तक कोईके बन्धनमे ना पडे हए। 'तुम स्वतन्त्र हुईहौ कहिके कैसे कहत हौ ?”
\v 34 येशू बिनसे कही, “नेहत्य, मए तुमसे काहत हौ पाप करन बारे सब पापके कमैयां हए।
\v 35 कमैयां सब दिन घरमे ना रहात हए, पर पुत्र सब दिन घरमे रहत हए।
\v 36 जहेमारे पुत्र तुमके स्वतन्त्र कर हए कहेसे तव तुम नेहत्य स्वतन्‍त्र हुइहौ।
\v 37 मए जानत हौ, तुम अब्राहामके सन्तान हौ। पर तुम मोके मारन ढुड्त हौ, काहेकी मिर वचन तुमरे ठिन ठाउँ ना पात हए।
\v 38 जो जो माए मिर पितासे करत देखो हौ, बहे मए कहत हौ। तुम फिर जो अपन पितासे सुनेहौ, बहे करत् हौ।”
\v 39 बे बासे कहिँ, “हमर पिता त अब्राहाम हए।” येशू बिनसे कही, “तुम अब्राहामके सन्तान हौ त, अब्राहाम जो काम करी हए, बहे करते।
\v 40 मए परमेश्‍वरसे सुनो भओ सत्य तुमसे कहो हौ, पर हबाए तुम मोके मारन ढुड्त हौ। अब्राहाम त अईसो काम ना करी।
\v 41 तुमर पिता जो काम करी तुम फिर बहे काम करत् हौ।” बे बासे कहिँ, “हम व्यभिचारसे जन्मे ना हए। हमर पिता एकए हए, बा परमेश्‍वर हए।
\v 42 ” येशू बिनसे कही, “परमेश्‍वर तुमर पिता होतो तव तुम मोके प्रेम करते, काहेकी मए परमेश्‍वरसे निक्रो हौ। मए अपन इच्छासे ना अओ हौ। बल्कि बा मोके पठाई हए।
\v 43 तुम मिर बचन काहे ना समझत हओ ? काहेकी तुम मिर वचन सुनिए ना पातहौ।
\v 44 तुम अपन पिता दियाबलसके हौ, और तुम अपन पिताक इच्छा पुरा करन् तुमरी इच्छा हए। बा त सुरुसे ही हत्यारो हए, और सत्यसे बाके कोई वास्ता ना हए। काहेकी बामे कोई सत्यता ना हए। जब बा झुट बोल्तहए, बा अपनी स्वभावके जैसो बोलत् हए, काहेकी बा झुठो हए और झुटको पिता हए।
\v 45 मए सत्य बोल्तहौ, पर तुम मोके बिश्‍वास ना करत् हओ।
\v 46 तुम मैसे कौन मोके पापको दोष लगात हए ? बल्कि मए सत्य बोल्तहौ तव, कहे तुम मिर उपर बिश्‍वास ना करत् हओ ?
\v 47 जौन परमेश्‍वरको हए, बा परमेश्‍वरको बाणी सुनत् हए। तुम परमेश्‍वरके नाहऔ, जहेमारे तुम ना सुनत् हओ।”
\v 48 यहूदी बासे कहिँ, “का हमर जा कहाई ठिक ना हए, का तुम सामरी हौ और तुमके भुत लागो हए का ?”
\v 49 येशू जबाफ दै, “मोके भुत लागो ना हए, बल्कि मए अपन पिताके आदर करत् हौ, पर तुम मोके अनादर करत् हौ।
\v 50 मए अपन महिमा ना ढुडत् हौ, एक जनै हए जौन महिमा ढुडत् हए और फैसला करङ्गे।
\v 51 नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अगर मिर वचन पालन करैगो तव बा कबहू ना मरेहए।”
\v 52 यहूदी बासे कहिँ, “अब हम जानत हँएँ ,कि तुमके भुत लागो हए।अब्राहाम और अगमवक्ता मरी गए, पर तुम काहत हौ 'अथावा कोई मिर वचन मानत हए कहेसे बा कबही मृत्यु ना चाख्हए।'
\v 53 तुम हमर मरो भओ पिता अब्राहामसे तुम महान ना हओ, हओ त ? अगमवक्ता फिर मरीगौ,। तुम त अपनएके मए कौन हौँ कहिके कहत हौ ?”
\v 54 येशू जबाफ दै, “अगर मए अपनो महिमा करतो तव मिर महिमा व्यर्थ हुइतो। मोके महिमा देन बारो पिता हए, जौनके तुम हमर परमेश्‍वर' कहात हौ।
\v 55 तुम बाके ना चिने हौ, पर मए बाके चिनत हौ। मए बक ना चिन्तहौ कएहौ तव मए फिर तुमरी सरह झुठा ठहिरंगो। पर मए बाके चिन्तहौ, और बाको वचन पालन करत् हौ।
\v 56 तुमरो पुर्खा अब्राहाम मिर दिन देखनके तही हौसियत रहै, और बा देखि तव खुशी भओ।”
\v 57 बहेमारे यहूदी बासे कहिँ, “तुम हबए पचास वर्ष पुगे ना हौ, तव का तुम अब्राहामके देखेहौ ?”
\v 58 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अब्राहामसे अग्गुकी मए रहौँ।”
\v 59 तव बे बाके मरनके ताँही पत्थर उठाइँ, पर येशू लुक्के मन्दिरसे बाहेर निकरिगओ।
\c 9
अध्‍याय ९
\v 1 हुवाँसे जातपेति येशू एक जनै जन्मएको अन्धराके देखी।
\v 2 बाके चेला बासे पुछिँ, “रब्बी, कौन पाप करो, जा कि जक अईया-दौवा, और जा अन्धरा जन्मो ?”
\v 3 येशू जबाफ दै, “न त जा पाप करी ना जक अइया - दौवा, पर जामारे भओ कि परमेश्‍वरको काम जा आदमीके जिवनमे प्रकट होबए।
\v 4 मोके पठान बारोको काम हमके दिन होतए करन पडत् हए। रात आतहए, जब कोई काम ना करपात हए।
\v 5 मए संसारमे रहन तक मए संसारको ज्योति हौ।”
\v 6 येशू जा बात कहिके बा भिमे थुकी, और थुकसे मट्टी गमजके बाकि आँखीमे लगाई दै।
\v 7 और बा बासे कही, “जा, सिलोआमके तालमे धो। बा जाएके धोई, और देखन बारो हुइके आइ गओ।
\v 8 बाके पडोसि और बाके पहिले भिकारीके रुपमे देखन बारे कहिँ, जा त बैठके भिक मगन बारो जहे ना हए ?
\v 9 कोई कहिँ , जहे हए।” और कोई कहीँ, “ना हए, जा ता बहे कता दिखात हए।” पर बा कही, “मए बहे हौँ।”
\v 10 बे बासे कहिँ, “तिर आँखी कैसे खुलिगई तओ ?”
\v 11 बा जबाफ दै, “येशू कहन बारो एक आदमी मट्टी गमजके मिर आँखीमे लगाएके मोसे कही, 'सिलोआममे जा और धओ।” बहेमारे मए जाएके धोओ, और देखन बारो हुइगओ।”
\v 12 बे बासे कहिँ, “बा कहाँ हए तओ ?” बा कही, “मोके पता ना हए।”
\v 13 बे अग्गु अन्धरा रहय बहे आदमीक बे फरिसीन ठिन ल्याइँ।
\v 14 येशू मट्टी गमजके बक आँखीमे लगाई बाकी आखी खोल्दै बा शबाथ-दिन रहए।
\v 15 फरिसी बासे पुछी, “तए कैसे देखन बारो भओ ?” बा उन्से कही, “बा मिर आँखीमे मट्टी गमजके लगए दै, और मए धओ और देखन बारो हुइगव।”
\v 16 कोई फरिसी मैसे कहिँ, “जा आदमी परमेश्‍वरसे ना अओ हए, काहेकी बा शबाथदिन पालन ना करत् हए।” तव और कहीँ, “एक पापी आदमी कैईसे चिन्ह कर पए हए ?” बहेमारे उनके बीचमे फुट होन लागो।
\v 17 जहेमारे बे बा अन्धरा से फिर पुछीँ, “बा अब बक बारेमे तए का कहत हए ? काहेकि बा तिर आँखी खोलदै,? ” अन्धरा आदमी जबाफ दैके कहि, “बा ता अगमवक्ता हए।”
\v 18 यहूदी अपन दृष्टि पानबारोको अइया दौवाके ना बुलान तक बा अन्धरा रहए , और बा देखन बारो हुइगव हए कहिके बे तहुँ विश्‍वास ना करिँ।
\v 19 बे बाके अइया-दौवासे पुछी, “ तुम जन्मत के अन्धरा हओ ? जा का तुमर लौड़ा बहे हए कहतहौ ? तव अब कैसे जा देखन बारो हुइगव ?”
\v 20 बाके अइया-दौवा उन्से कहिँ, “हम जानत हए जा हमर लौड़ा हए, और अन्धरा जन्मो रहए।
\v 21 पर अब जा कैसे देखन बारो भओ हमके पता ना हए, और जक आँखी कैसे खुलीगै बहु फिर हमके पता ना हए। जाको उमेर पुगीगव हए, जहेसे पुछौ। अपने बारेमे जा अपनए बोलैगो।”
\v 22 बाके अइया-दौवा जहे बात कही, काहेकी बे यहूदीनसे डरात् रहएँ। काहेकी कोई फिर बा ख्रीष्ट हए करके स्वीकार करेहए तव, बाके सभाघरसे निकार देहए करके यहूदी अग्गुसे सहमत भए रहए।
\v 23 जहेमारे बाके अइया- दौवा कही, “जाको उमेर पुगीगव हए जहेसे पुछौ।”
\v 24 तव बे बा अन्धरा आदमीके दुस्रो चोटी बुलाएके कहिँ, “परमेश्‍वरके महिमा दे। हम जान्तहए जा आदमी पापी हए।”
\v 25 तब बा जबाफ दै, “बा पापी हए कि ना हए, मए ना जान्तहौ। पर एक बात मए जान्तहौ कि मए अन्धरा रहौ, और अब देखतहौ।”
\v 26 तव बे बासे कहिँ, “बा तोके का करी ? बा तिर आँखी कैसे खोलदै ?”
\v 27 बा उनके जबाफ दै, “मए तुमरे अग्गु कहीदओ हौ, ताहु तुम ना सुने। और तुम फिर काहे सुनन चाँहत हौ ? तुम फिर बक चेला होन ना चाहात हओ, कि चाहात हओ का ?”
\v 28 बे बाके बेज्जत करी और कहिँ, “तए बक चेला हए, हम त मोशाके चेला हँएं।
\v 29 हमके पता हए परमेश्‍वर मोशासे मस्की रहए, पर हमके पता ना हए जा आदमी कहाँ को हए।”
\v 30 बा आदमी बिनके जबाफ दैए और कहिँ , “बा मिर आँखी खोलदै कैसो अचम्मोकी बात ! बा कहाँ से अओ हए तुम ना जान्त हौ, पर।
\v 31 हम जान्तहए कि परमेश्‍वर पापीनको बात सुनत ना हए, पर परमेश्‍वरके भय मानन् बारे और बाकी इच्छा पालन करन बारे आदमीनको बात परमेश्‍वर सुन्तहए।
\v 32 संसारमे सुरुसे लैके अईसो जन्मत अन्धरा आदमीके आँखी कोई खोलि जा बात कबहु ना सुने।
\v 33 अगर जा आदमी परमेश्‍वरसे ना अइतो तव बा कुछु ना करपातो।”
\v 34 बे बाके जबाफ दैके कहिँ, “तए ता बिलकुल पापमे जन्मो रहए, और का हबए तए हमके सिकान चाहत हए ?” तव बे बाके सभाघरसे बाहेर निकार दैँ।
\v 35 बे बाके सभाघरसे बाहेर निकरदै करके येशू सुनलै, और बे बाके भेटके कही, “का तए आदमीके पुत्रके उपर बिश्‍वास करत् हए ?”
\v 36 बा जबाफ दैके और कही, “प्रभु, बा कौन हए ? मए बक उपर बिश्‍वास करंगो ?”
\v 37 येशू बासे कही, “तए बाके देखो हए, और तोसे बोलन बारो बहे हए।”
\v 38 तव बा आदमी कही, “प्रभु, मए बिश्‍वास करत् हौ,” और बा बाके आराधना करी।
\v 39 येशू कही, “मए न्यायके तही जा संसारमे अओ, कि ना देखन बारे देखए और देखन बारे चाहिँ अन्धरा होमए।”
\v 40 जा बात सुनन् बारे और बाके जौने होन बारे फरिसीन मैसे कोई कोई बासे कहिँ, “का हम फिर अन्धरा हँए ?”
\v 41 येशू बिनसे कही, “तुम अन्धरा हुते तओ पापके दोषी हुतेना, पर तुम हम देखतहै कहतहौ, बहेमारे तुममे पाप रहत् हए।
\c 10
अध्‍याय १०
\v 1 "नेहत्य, मए तुमसे कहत हौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर ना घुसेहए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए।
\v 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बकरेहेरा हए।
\v 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको अवाज सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ लैके बुलात हए, और उनके बाहेर लैजात हए।
\v 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकारके , बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिच्छु लागत हँए, काहेकी बे बाको अबाज चिन्तहए।
\v 5 बे दुसरे आदमीके पिच्छु ना जात हँए, पर बासे बे दुर भाजंगे। काहेकी बे दुसरे आदमीक अवाज बे ना चिन्तहए।”
\v 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे ना समकपाईँ।
\v 7 तव फिर येशू फिरसे उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ।
\v 8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात ना सुनि।
\v 9 फाटक मही हौ, अगर मोसे कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बचिजए हए, बा भितर बाहेर जैहए और अच्छे ठाउँमे चुगन पए हए।
\v 10 अगर चुट्टाके ता चुरान, मरन और नाश ना करन हुइतो तौ बा ना आइतो। मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्तको जीवन पामए करके मए अओ।
\v 11 मए अच्छो बकरेहेरा हौ। अच्छो बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन ज्यान देत् हए।
\v 12 भाडाको आदमी चाहिँ भेडाके अपनो बकरेहेरा ना होतहए। बा ता गुलहा आत देखके भेडा छोडके बा भाजैगो, और गुलहा भेडाके पकणलेहए, और तितर बितर करदेहए।
\v 13 बा भाजैगो, काहेकी बा भाडाको आदमी हए, तहीमारे बा भेडाक रेखदेख ना करहए।
\v 14 "मए अच्छो बकरेहेरा हौ, मए अपन भेडाके चिन्तहौ, और मिर भेडा मोके चिन्त हए्। "
\v 15 जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेडाके ताहिँ अपन ज्यान फिर देहौँ।
\v 16 "मिर और भेडा हँए, जो जा सारमे ना हए। बिनके फिर मोके लान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुण और एकए बकरेहेरा होमएँ।
\v 17 तबहीमारे पिता मोके प्रेम करत् हए, काहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ।
\v 18 कोई फिर मोसे मिर ज्यान लए ना पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यान अर्पण करत् हौ। अपन ज्यान अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, जाके लेनकी अधिकार फिर मिर संग हए। जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौँ।”
\v 19 जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ।
\v 20 बिन मैसे बहुत कहत रहएँ, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलियाए गव हए। और तुम जक बात काहे सुनत् हौ ?”
\v 21 और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता ना होतहए। का भुत कोईकी आँखी खोलपए हए का ?”
\v 22 बाकेपच्छु यरुशलेममे मन्दिर समर्पणको तेउहर रहए।
\v 23 जा हिउँतको समय रहए और येशू मन्दिर भितर सोलोमनके डेहेरिमे टहेलत् रहए।
\v 24 तव यहूदी बाके चारौतरफ घेरे और कहीँ "तुम हमके, “कब तक दोधरमे राखेहओ ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके सबके सामने बतए देबओ।”
\v 25 येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्‍वास ना करत् हौ। मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए्।
\v 26 पर तुम विश्‍वास ना करत् हौ, काहेकी तुम मिर भेडा मैसे ना हौ।
\v 27 "मिर भेडा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिच्छु आत हएँ। "
\v 28 बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नास ना हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके ना लैजए पैहए।
\v 29 मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बडो हए। मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए ना पए हए।
\v 30 पिता और मए एक हँए।”
\v 31 यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ।
\v 32 येशू बिनसे कही, “मए अपन पितासे बहुत् अच्छाे काम दिखओ, बे कौन कामके तहीँ तुम मोके मारनके पत्थर उठातहौ ?”
\v 33 यहूदी बाके जबाफ दै, “अच्छो कामके ताहीँ हम तुमके पत्थरसे थोनी मारत् हए, तए ईश्‍वरकी-निन्दा करनके करणसे, काहेकी आदमी हुइके फिर अपनाएके परमेश्‍वर बनात् हए।
\v 34 येशू उनके जबाफ दैके कही, का तुमर व्यवस्थामे अइसो ना लिखो हए, “मए कहो, तुम देव हौ' ?
\v 35 अगर जौनके ठिन परमेश्‍वरको वचन अओ, बे देव कहेलातहए् करके { धर्मशास्त्र भङ्ग हुईनाए पए हए }
\v 36 पिता पवित्र बनएके संसारमे पठओ भओ आदमी मए हौ' करके कैसे परमेश्‍वरको निन्दा हुइहए ?
\v 37 अगर मए मिर पिताको काम ना करोहौ तव मिर उपर बिश्‍वास मत करौ।
\v 38 और अगर मए पिताको काम करत् हौ तहु फिर तुम मिर उपर बिश्‍वास ना करत् हौ तव जे काम के उपर बिश्‍वास करौ, तव तुम पता पैहौ, और बुझेहौ, कि पिता मिरमे हए, और मए पितामे हौ। ”
\v 39 बे भिड बाके पकडन कोसिस करी, तव बा उनके हातसे छिपट गऔ।
\v 40 और बा फिर यर्दनके पार बा ठाउँमे गव जहाँ यूहन्‍ना पहिले बप्तिस्मा देत रहए, और बा हुवाँ बैठ गऔ।
\v 41 तव बहुत आदमी बाके ठिन आन लागे, और बे कही, “यूहन्‍ना कोई चिन्ह ना करी, पर यूहन्‍ना यिनके बारेमे जो जित्तो कही बा नेहत्य हए।”
\v 42 और हुवाँ बहुत बाके उपर बिश्‍वास करीं।
\c 11
अध्‍याय ११
\v 1 लाजरस नामको एक आदमी बिमारी रहए। बे मरियम और उनकी दिदी मार्थाको गाउँ बेथनियामे रहए।
\v 2 प्रभुके महाकुवा तेल लागन बारी और बाको पाउ अपन बारसे पाेछ्न बारी मरियम जहे रहए। जहेक भैया लाजरस बिमार रहए।
\v 3 जे दुई दिदी येशूके ठिन अईसे करके समचार पठाइँ, “प्रभु, जौनके तुम प्रेम करत् रहौ,बा बिमार हए्।”
\v 4 तव जा सुनके येशू कही, “जा बिमार मृत्युमे ना पुगहए, पर जा परमेश्‍वरको महिमाके ताहिँ हए, ताकि जासे परमेश्‍वरको पुत्रको महिमा होबए्,।”
\v 5 येशू मार्था और बाकी बहिनीयाँ और लाजरसके माया करत् रहए,
\v 6 तव लाजरस बिमार हए करके सुनी तव बा जहाँ रहए, हुवाँ और दुई दिन हुवाँए बैठो।
\v 7 तव पिच्छु बा चेलासे कही, “लेओ, अब हम फिर यहूदियामे घुमके जएँ।”
\v 8 चेला बासे कहिँ, “रब्बी, हबैत यहूदि आदमि तुमके पत्थर मारन् समरे रहए, और फिर तुम हुवाँ जएहौ ?”
\v 9 येशू जबाफ दैके कही, “का दिनमे बाहृ घण्टा ना होत हँए ? दिनमे नेगत पेती ठेस का ना लागत हए, काहेकी बे संसारको उजियारो देखंगे,
\v 10 रातमे नेगन बारेन् के ठेस लागत हए, काहेकी बे आदमीमे उजियारो ना होतहए |”
\v 11 तव पिच्छु बा बिनसे कही, “हमर नातेदार लाजरस निदमे पडो, और बाके निदसे जगान मए हुवाँ जातहौ ताकि मए बक जगाय सकौ।''
\v 12 चेला बासे कहिँ, “प्रभु, बे निदमे पाडेहए् तव बे अच्छो हुइँहए।”
\v 13 येशू बिनके मृत्युके बारेमे कहीरहए, तव बे नेहत्य के सोत हुइहए करके बताई रहए।
\v 14 येशू उनके ठिकएठिक कहि, “लाजरस मरीगव हए्।
\v 15 तुम विश्‍वास करओ करके तुमरे तही मए हियाँ ना भओमे खुशी हौ। जो होबएसे फिर हम बिनके ठिन जएँ हयँ।”
\v 16 तव दिदुमस कहन बारो थोमा अपन संगी-चेलन से कही, “लेओ, हम फिर जए और येशूसंग मरए।”
\v 17 जब येशू अए पुगो, तव लाजरसके गड्डामे गडो चार दिन हुइगव करके पता पाई।
\v 18 बेथानिया यरुसलेमसे लैके जौडे लगभग तीन किलोमिटार के दुरमे रहए।
\v 19 बहुत यहूदी मार्था और मरियमके ठिन बाके भैयाके बारेमे शान्‍ती देनके अए रहए।
\v 20 येशू अए रहो हए करके सुनके मार्था गइ बाके भेठी् तव मरियम घरमे बैठीरही्।
\v 21 तव मार्था येशूसे कही, “प्रभु, तुम हियाँ हुइते तव मिर भैया ना मरतो।
\v 22 पर मए हबए फिर जान्तहौ, तुम परमेश्‍वरसे जो मागैगे, परमेश्‍वर तुमके देहए।”
\v 23 येशू बासे कही, “तुमर भैया फिर जिन्दा हुइजएहए।”
\v 24 मार्था बासे कही, “मए जान्थौ, कि बा अन्तके दिनमे जिन्दा हुइके उठैगो।”
\v 25 येशू बासे कही, “पूनरुथान और जीवन मही हौ। मोके विश्‍वास करन बारे मरङ्गे ताहु फिर जिन्दा हुइजए हए।
\v 26 और जिन बारो और मिर उपर बिश्‍वास करन बारो प्रत्येक कबहु ना मारैगो। का तुम विश्‍वास करत् हौ ?”
\v 27 बे बासे कही, “हँ प्रभु, मए बिश्‍वास करतहओ, तुम जा संसारमे आन बारे ख्रिष्ट परमेश्‍वारके पुत्र हौ।”
\v 28 इतकए कहेके बा गईभै, और अपनी बहिनिया मरियमके बुलाएके चुप्पएसे कही, “गुरुज्यू आइगव हए, और तोके बुलाए रहो हए।”
\v 29 जा बात सुनके मरियम जलदिसे उठके बाके ठिन गइ।
\v 30 तब तक येशू गाउँमे ना पुगो रहए, पर बा हुवाँए बैठो रहए जहाँ मार्था बाके भेटी रहए।
\v 31 तभई, बाकेसंग घरमे बैठेभए और बिनके शान्ती देनके अए भए यहूदी जब मरियमके झट उठ्के बाहिर जात देखके, बे कही बा मरघटमे रोनके गइ हुइँहए करके, बाके पिच्छु गए।
\v 32 तव फिर जब मरियम येशू रहए बा ठाउँमे आई और बाके देखि, तव अईसे काहत बा बाके पाउमे पडी, “हे प्रभु तुम हियाँ होते तव मिर भैया मरतो ना।”
\v 33 जब येशू बाके संग आनबारे यहूदीन के फिर रोत देखि, तव बा आत्मामे गजब व्याकुल हुइगव और गजब दुखित हुइगव।
\v 34 बा बिनसे पुछी, तुम बोके कहाँ धरेहौ ?”
\v 35 येशू रोइ।
\v 36 जहेमारे यहूदी कहिँ, “देखौत्, बा लाजरसके कित्तो माया करत् रहए।”
\v 37 तव कोई कोई कही, “का अन्धराके आँखी खोलदेन बारो जा आदमीके फिर मरनसे ना बचए पैतो का ?”
\v 38 तव येशू फिर बहुत व्याकुल हुइके मरघटमे गव। बा मरघटैयाको एक गड्डामे रहए। बाको मुहू एक पत्थरसे तुपोरहए
\v 39 येशू कही, “पत्थर हाटाओ।” मरो भओ आदमीक दिदी मार्था कही, “हे प्रभु अबत् बा गिन्धान लागो हुइहए, काहेकी बाके मरे चार दिन हुइगव हए।”
\v 40 येशू बासे कही, “का मए तुमसे ना कहो रहओ, 'तुम बिश्‍वास करैगे तव परमेश्‍वरको महिमा देखैगे ?”
\v 41 तभई बे पत्थर हटाइँ। और येशू उपर नजर उठाएके कही, “हे पिता, मए तुमके धन्यवाद देतहौ, काहेकी तुम मिर बिन्ती सुने।
\v 42 मोके पता हए, कि तुम मेरी बिन्ती सबदिन सुनत् हौ। पर हियाँ भिडके खातिर मए जा कहो हौ, ताकि तुम मोके पठाए हौ करके जे बिश्‍वास करए।”
\v 43 और जा बात कहिके पिच्छु बा उचे सोरसे चिल्लानो, “लाजरस बाहिर निकर।”
\v 44 बा मरो आदमीको बाको हात-टाँग पट्टीसे बधे और मुहुमे लत्ता लिप्टोमे कही, “बाको बन्धन खोल्देओ, और बाके जान् देओ।”
\v 45 मरियमके ठिन अए भए बहुत यहूदी येशू करीरहए बे काम देखके बोके उपर बिश्‍वास करीँ।
\v 46 पर बिन मैसे कोई फरिसीके ठिन गए, और येशू करी भए काम बतए दै।
\v 47 तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी महासभाके सदस्यनके बोलाएके और उन्से कहिँ, “अब हम का करए ? काहेकी जा आदमी बहुत चिन्ह कर रहोहए।
\v 48 जाके अईसीय छोड देहय तव सब जाके उपर बिश्‍वास कर‍्ए‍ हए और रोमी आएके हमर पवित्र स्थान और हमर जातिनके दोनए के लेहए।”
\v 49 पर बिन मैसे एक जनै, कैयाफा, जो बा समय मे प्रधान पुजाहारी रहए, बा उन्से कही, “तुम कुछ्नाए जानत् हौ !
\v 50 समस्त राष्ट नष्ट होनसे बरु जनताके ताहिँ एक जनै मरनो तुमरे तही कल्याण हुइहए करके तुम बुझत् ना हए।”
\v 51 जा बा अपने तर्फ से ना कही रहए, पर बा वर्षमे प्रधान पुजाहारी भओके कारण राष्टके ताहिँ येशू के मरन पाणैगो करके अगमवाणी बोलिरहए।
\v 52 राष्टके तहीँ इकल्लो बा ना कही रहए, पर बिगदे भए परमेश्‍वरके सन्तानके एक संग जम्मा करनके तही जा कही रहए।
\v 53 जहेमारे बा दिनसे बे बाके मरनके विचार करन लागे।
\v 54 बहेमारे येशू फिर यहूदीनके बीचमे खुल्लमखुल्ला ना नेगन लागो, तव हुवाँ से उजाड-स्थानके नजिकमे एफ्राइम कहन बारो सहेरमे गओ, और हुवाँए बैठो।
\v 55 यहूदीनके निस्तार तेवहार नजिकए रहए, और गाउँ-गाउँसे बहुत जनै अपन-अपनके सुध्द करनके ताही निस्तार तेवहारको सुरु होन अग्गु यारुशलेममे गए।
\v 56 तव बे येशूके ढुणन लागे, और बे मन्दिरमे ठाडे आपसमे कहन लागे, तुमके कैसो लागत हए, का बा तेवहारमे अए हए ?”
\v 57 मुखिया पुजाहारी और फरिसी चाहिँ येशूके पकडनके ताहिँ बा कहु फिर होबए करके खबर करीओ करके आज्ञा दैं रहए।
\c 12
अध्याय १२
\v 1 निस्तार तेवहरके छ दिन अग्गु येशू बेथानियमे अओ। हुवाँ लाजरस बैठत रहए, जौनके येशू मरके जिन्दा करी रहए।
\v 2 बेहेमारे बाके ताहिँ हुवाँ साँझकी खानु तयार करीं। मार्था सेवा- सत्कार करत रहए, और लाजरस चाहीँ बाके संग खानु खानबारो मैसे एक रहए।
\v 3 तव मरियम आधो लिटर जितका किमति जटामसीको सुगन्धित महकुवा तेल ल्याएके येशूके पाउमे मिसली, और बाको पाउ अपन बारसे पुछी, और महकुवा तेलको बास्‍नासे घर भरिगओ।
\v 4 तव बाको चेला मैसे एक जनै, बाके पकडान बारो यहूदा इस्करियोत कही,
\v 5 "जा महकुवा तेल तीन सौ चाँदीको सिक्कामे बेचके जा रकम गरीबके दैदेते ?” "
\v 6 पर बा गरीबके ख्याल करके जा ना कही रहए, काहेकी बा चुट्टा रहै, और रुपैयाकी थैली बहे धरत् रहै, और हुवाँएसे चुरात् रहै।
\v 7 येशू उन्से कही, “यिनसे कुछ मत कहओ, मिर दफनके-दिनके ताहिँ जाके रहन देओ।
\v 8 काहेकी गरीबत् सब दिन तुमरे संग रए हए, पर मए त् सब दिन तुमर संग ना रएहौ।”
\v 9 यहूदीनको गजब भारि भिड येशू हुवाँ हए करके पता पाइँ, और बे येशूके ताहिँ ना, पर लाजरसके देखनके फिरअए रहए जौनके येशू जिन्दा करी रहए,।
\v 10 जहेमारे मुखिया पुजाहारी लाजरसके फिर मारनके ताहिँ सल्लाह करन लागे।
\v 11 काहेकी बहे मारे यहूदी मैसे बहुत जनै छुटके जाएके येशूमे बिश्‍वास करन लागे रहए।
\v 12 कल तेवहारमे आनबारो बहुत भारि भिडमे येशू यरुसलेममे आत् हए करके सुनी्।
\v 13 और आदमी खजुरीके हाँगा लैके बाके भेटन गए और बडो आवजमे चिल्लात निकरे, “होसन्‍ना ! धन्य परमप्रभुके नाउँमे आनबारो इस्राएलको राजा !”
\v 14 और गद्हा एक बछरा पाएके येशू बक उपार चढो, अइसो लिखो हए,
\v 15 "सियोनकी लौड़ीया, मत डरओ। देखौ, तुमर राजा गद्हाक् बछराके उपर सबार हुइके अए रहोहए।” "
\v 16 जा बात बक चेला पहिले ना बुझिँ। पर येशूको महिमा भओ जा बात बाके बारेमे लिखो रहए, और जा बात बिनके ताहिँ करी हए कहिके बे सम्झीँ।
\v 17 बा हबाए लाजरसके मरघाटसे बुलएके मरो भओके जिन्दा करिहए करके बाके संगमे होन बारी भिडके आदमी बाके बारेमे गवाही देतरहँए।
\v 18 बा जा चिन्ह करी हए करके जा बात सुनके फिर भीड बाके भेट्न गै रहए।
\v 19 तव फरिसी एक-दुस्रेसे कहन लागे, “देखौ, तुमसे कुछ ना हुइहए। देख्तहौ, संसार बाके पिच्छु लगगए हए !”
\v 20 हबए तेवहारमे आराधना करन जान मैसे कोई कोई ग्रीक फिर रहए।
\v 21 बे गालीलके बेथसेदा निवासी फिलिपके ठिन आएके अइसे करके बिन्ती करी, “हजुर, हम येशूके भेट्न चाहतहए।”
\v 22 फिलिप जएके अन्द्रियाससे कही, और अन्द्रियास और फिलिप जाएके येशूसे कहिँ।
\v 23 येशू उनके जवाफ दै, “आदमीको पुत्रको महिमित होनके समय आएपुगो हए।
\v 24 नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, गेहुको दाना मट्टीमे पणके ना मरैगो तव बा एकए रहतहए। अगर बा मरीगौ तव बा बहुत फल फलत हए।
\v 25 अपन प्राणके माया करन बारे बा गुमएहँए, पर अपन प्राण जा संसारमे तुच्छ मानन् बारे चाहिँ अनन्त जिवनके ताहिँ बा सुरक्षित् धरंगे।
\v 26 कोई मिर सेवा करेहए तव बा मोके पछेयाबए और मए जहाँ हौ, मिर सेवक फिर हुवाँए हुइहए। कोई मिर सेवा करेहए तव पिता बाके कदर करेहए।
\v 27 "अब मिर प्राण व्याकुल हुइगव हए, और मए का कहौ ? 'हे पिता, मोके जा घडीसे बचाएले ? पर जहे कारणसे ना मए जा घडीतक अएपुगो हौ। "
\v 28 हे पिता, तुमर नाउँको महिमा करओ।” तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज अओ, “मए बा महिमा करो हौ, और फिर करंगो।”
\v 29 हुवाँ ठढी भै भिड जा सुनके कही, “जा बादल गरजो हए !” और कहिँ, “स्वर्गदुत बासे बोलिहए !”
\v 30 येशू जबाफ दै, “जा आबाज मेरे ताहिँ ना हए, पर तुमरे ताहिँ हए।
\v 31 अब जा संसारको न्याय हुइहए। जा संसारको शासक बाहेर फिकोजए हए।
\v 32 और अब मए पृथ्वीसे उणजाए हौँ, और मए सब आदमीके अपने घेन तानङ्गो।”
\v 33 बाको मृत्यु कौन प्रकारसे हुइहए, सो संकेत देनके बा अइसो कही रहए।
\v 34 भीड बासे पुछी, “ख्रीष्ट सदामान रहबैगो करके व्यवास्थसे हम सुने हँए। तुम कैसे कहेसकत् हौ, आदमीक पुत्र उणनाए
पणैगो ? जा आदमीक पुत्र चाहिँ कौन हए ?”
\v 35 तब येशू बिनसे कही, हबए कुछ देर तक उजियारो तुमर संग हए। उजियारो हए तब तक नेगन घुमन करओ, ताकी अन्धकार तुमके ना तोपए। कोई अन्धकारमे नेगैगो, तव अपनाए कहाँ जए रहो हए, सो पता ना पैहए।
\v 36 जब तक उजियारो तुमर संग हए उजियरोमे बिश्‍वास करओ, और तुम उजियारोके सन्तान होबओ।” जा बात कहीके, येशू हुवाँसे गईभओ, और उन्से लुक्के बैठो।
\v 37 बा उनके सामने बहुत चिन्ह करीरहए, ताहु फिर बे बाके उपर बिश्‍वास ना करीं।
\v 38 जा नेहत्य होनरहए, काहेकी अगमवक्तको वचन पुरा होबए, “हे परमप्रभु, हमर सन्देश कौन बिश्‍वास करो ? और परमप्रभुको बहुबल कौनके प्रघट करी हए ?”
\v 39 जहेमारे बे बिश्‍वास ना कर पाइँ, काहेकी यशैया फिर आइसे कही,
\v 40 "बा उनकी आँखी बन्द करदै हए, और उनको हृदय कठोर करीदै हए, जहे मारे बे आँखीसे ना देखि, और हृदयसे ना सम्झि, नत बे घुमजाए्ते और मोके बिनके अच्छो करन पणैगो।”
\v 41 यशैया जा बात कही, काहेकी बे येशूके महिमा देखि, और बाके बारेमे कही।
\v 42 तहु फिर शासक मैसे बहुत येशूके उपर बिश्‍वास करीं, तव फरिसीके डरके मारे, और बे साभाघरसे निकरदेहए करके डरके मारे तव स्वीकर ना करी।
\v 43 काहेकी परमेश्‍वरको प्रशंसासे जद्धा आदमीको प्रशंसा बे जद्धा रुचात रहए।
\v 44 येशू बडो आवाजमे चिल्लएके कही, “मोके बिश्‍वास करए हए बा मोके ना, पर मोके पठान बारे उपर बिश्‍वास करत् हँए।
\v 45 जौन मोके देखत हए, बा मोके पठन बारेके देखत हए।
\v 46 मए संसारमे उजियारो हुइके अओ हौ, ताकि मिर उपर बिश्‍वास करन बारे अन्धकारमे ना रहमए्।
\v 47 कोई मिर वाणी सुनेहए, और बा पालन करेहए ना तव, मए बाको न्याय ना करेहौ। काहेकी मए संसारको न्याय करन ना अओ हौ, संसारके बचान अओ हौ।
\v 48 जौन मोके इन्कार करए हए और मिर वचन ग्रहण ना करैगो बा न्याय करन बारो एक जनै हए। मए बोलो मिर वचन अन्तके दिनमे बाकी न्याय करेहए।
\v 49 काहेकी मए अपन तर्फ से मस्को ना हऔँ, तव मोके का कहन हए, और का मस्कन हए मोके पठन बारो पिता अपनए मोके आज्ञा दैहए।
\v 50 मए जान्तहौ, कि बाको आज्ञा अनन्त जिवन हए, जहेमारे मए बहे मस्कत हौँ, पिता मोसे जो कहत हए बहे अनुसार मस्कत हौँ।”
\c 13
अध्‍याय १३
\v 1 निस्तार-तेवहर अग्गु जा संसारसे बिदा हुइके पिताके ठिन जानके समय हुइगौ करके येशू जानत रहए, जा संसारमे भए अपन जातिनके प्रेम करके बो बिनके अन्त तक प्रेम करी रहए।
\v 2 और संझाके खानुखान बेरा सैतान सिमोनके लौड़ा यहूदा इस्करियोतके मनमे बाके पकडए देनके ताँहि बिचार अग्गुसे डारदै रहए।
\v 3 पिता सब चिज बाके हातमे दैहए, और बा परमेश्‍वरके तर्फ से अओ हए, और परमेश्‍वर कहाँ जए रहो हौ करके येशू जान्त रहए।
\v 4 और बा साँझको खानु खाएके उठो, और बाहिरको कुर्ता एक घेन धरके एक तौलिया अपन करेहओ मे लपेटी।
\v 5 तव बा तसलामे पानी अखनए दै, और चेलानको गोडो धोन लागो, और अपने करेहौमे लपेटी तौलियासे बिनको गोडो पनोछन् लागो।
\v 6 जब बा सिमोन पत्रुसके ठिन अओ, तव बा कही, “प्रभु का तुम मिर गोडो धुईहौ ?”
\v 7 येशू बिनके जबाफ दै, “मए का करत् हौ, तुम हबाए ना जानैगे, पर पिच्छु बुझैगे।”
\v 8 पत्रुस बासे कही, “तुम मिर गोडो कबहू धुईओ मत।” येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए धुईहौ ना तव मोसे तुमर कोई हिस्सा ना हए।”
\v 9 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, मिर गोडो इकल्लो ना, कि मिर हात और मुड समेत धोएदेबो।”
\v 10 येशू बासे कही, “हदानो भओ आदमीके गोडो बाहेक और कुछ ना धोन पड्त हए, बा पुरा शुध्द हए।और तुम शुध्द हौ, पर सबत् ना हए।”
\v 11 काहेकी बाके बिश्‍वासघात करन बारेके बा चिनत् रहए। “जहेमारे बा कही रहए, “तुम सब शुध्द ना हओ।”
\v 12 बिनको गोडो धोएके अपनो बाहिरी कुर्ता लगाएके बैठो। तव बा उन्से कही, “का तुम जान्तहौ मए तुमर ताहिँ का करो ?
\v 13 तुम मोके गुरु और प्रभु, कहत् हौ, बा तुम ठिकै कहत् हौ काहेकी मए बाहे हौ।
\v 14 अगर तुमर प्रभु और गुरु हुइके मए तुमर गोडो धो हौ तव तुम फिर एक दुसरेके गोडो धोन पडैगो,
\v 15 काहेकी मए तुमर ताहिँ एक उदाहरण दओ हौ, और मए तुमर ताहिँ करो, तुम फिर उईसी करओ।
\v 16 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, नोकर अपन मालिकसे बाडो ना होतहए, और खबर लानो खबर पठान बारोसे बाडो ना होत् हए।
\v 17 अगर तुम जा बात जाने और बा करे तव तुम धन्यके हुइहौ।
\v 18 "मए तुमसे सबके बारेमे ना कए रहो हौ, मए कोईके छानो हौ बिनके मए चिनत् हौ। पर धर्मसस्त्र पुरा होबए करके जा भओ, कि 'मेरी रोटी खान बारो मिर उपर अपन लात उठाई।'
\v 19 "जा होनेसे आग्गु मए तुमसे कहत हौ, ताकि जब बा होनके अए हए, मए बहे हौ करके तुमके बिश्‍वास होबए।"
\v 20 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, 'जौनके मए पठएहौ, बाके ग्रहण करन बारो मोके ग्रहण करत् हए, और मोके ग्रहण करन बारो मोके पठन बारेके ग्रहण करत् हए।”
\v 21 जा बात कहिके पिच्छु येशू आत्मामे व्याकुल हुइगव और बा गवाही देत कहन लागो, “नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुमए मैसे एक जनै मोके पकडाए देहए।”
\v 22 बा काके बारेमे कही हए करके पता ना हुइके चेला एक दुसरेके देखत देखत रहिगए।
\v 23 बाके चेला मैसे येशूके प्रेम करन बारो चेलाचाहिँ येशूके छातीमे अडेस लागए रहए।
\v 24 तव सिमोन पत्रुस बासे इशारा करके पुछी, “बा जा काके बारेमे कही हए ?”
\v 25 येशूके छातीमे अडेस लागएके बा से पुछी, “प्रभु बा कौन हए ?”
\v 26 येशू जबाफ दै, “जौनके मए रोटीको खुद्रा डुबाएके देतहौ, बहे हए।” तव बा रोटीको खुद्रा डुबएके दै, और निकरके बा सिमोनको लौड़ा यहूदा इस्करियोतके दै।
\v 27 रोटीको खुद्रा लैके पिच्छु शैतान बाके भितर घुसगओ। तव येशू बासे कही, “तोके जो करन हए, सो जल्दी करडार।”
\v 28 तव बा काहे बासे अईसे कही भोजन करन बैठे कोई फिर ना समख पाई।
\v 29 काहेकी कोई-कोई जा सोची, कि यहूदासंग पैसाको थैली हए, जहेमारे येशू बासे तेवहारके ताहिँ सामान किननके, अथवा बा गरीबके कुछ देबए करके कही हए।
\v 30 तव यहूदा इस्करियोत रोटी खाइ बा हुनासे तुरन्त बाहेर निकर
गओ। बा बेरा रात पडिगव रहए।
\v 31 जब बा बाहिर गव तव येशू कही, “अब आदमीके पुत्र महिमित भओ हए। और परमेश्‍वर बामे महिमित हुइगव हए।
\v 32 अगर परमेश्‍वर बामे महिमित हुइगव हए तव परमेश्‍वर अपनएमे महिमित बनए हए और बाके तुरन्त महिमित बनए हए।
\v 33 "छोटे बालका, कुछ देर तक मए तुमर संग हौ, ! तुम मोके ढुडैगे, और जैसो मए यहूदीनसे कहो, और हबए तुमसे फिर मए कहतहौ, 'जहाँ मए जाए रहो हौ, हुवाँ तुम अए ना पैहौ।”
\v 34 " एक नयाँ आज्ञा मए तुमके देतहौ: तुम एक दुसरे के प्रेम करौ। तुमसे मए जैसी प्रेम करो हौ, तुम फिर एक दुसरेके उइसी प्रेम करौ।
\v 35 अगर तुम एक दुसरेके प्रेम करेहौ जहेसे सब जानंगे, कि तुम मिर चेला हौ।”
\v 36 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ येशू जबाफ दै, 'मए जहाँ जए रहो हौ, तुम हबए मोके ना पछुयए पैहौ, तव पिच्छु त तुम मोके पछुयए हौ।”
\v 37 पत्रुस बासे कही, 'प्रभु, मए काहे हबए तुमके ना पछुयए पैहौ ? तुमरे ताहिँ मए अपन प्राण दै देहौ।”
\v 38 येशू जबाफ दै, “का तए अपन प्राण मिर ताहिँ देहए ? नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम मोके तीन दओ इन्कार ना करे तक मुर्गा ना बासैगो ”
\c 14
अध्‍याय १४
\v 1 तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होबए। तुम परमेश्‍वर उपर बिश्‍वास करतहौ, मिर उपर फिर बिश्‍वास करओ।
\v 2 मिर पिताके घरमे बैठन ठाउँ बहुत हए। अइसो ना होतो, का मए तुमसे कहतो और, कि तुमर ताहिँ ठाउँ तयार करन मए जए रहो हौ ?
\v 3 और जाएके मए तुमरे ताहिँ ठाउँ तयार करके पिच्छु मए फिर अए हौ, और तुमए मए अपने ठिन लैजएहौ, और जहाँ मए हुइहौ, हुवाँ तुम फिर हुइहौ।
\v 4 जहाँ मए जाए रहो हौ, तुम हुवाँ जानके डगर चिनैगे।”
\v 5 थोमा बासे कही, हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ, हम कैसे जानेहए, तव हम डगर कैसे चिनेहए ?”
\v 6 येशू बिनसे कही, “डगर, सत्य और जीवन मही हौ। मोए बिना कोई फिर पिताके ठिन ना अए पैहए।
\v 7 तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते। अबसे बाके चिन्त हौं, और बाके देखेहौ।”
\v 8 फिलिप बासे कही, “हे प्रभु, हमके पिता देखए दे। इतो भएसे हमके पुगजए हए।”
\v 9 येशू बिनसे कही, “फिलिप, इतो दिनतक मए तुमर संग रहो, ताहु फिर तुम मोके चिन ना पाए ? जौन मोके देखो हए, बा पिताके देखिहए। तुम कैसे कहेपए हौ, हमके पिता देखए दे ?”
\v 10 मए पितामे हौं, और पिता मोएमे हए करके का तुम बिश्‍वास ना करतहौ ? जौन बाणी मए तुमसे कहत् हौ बा मए अपनी अधिकार मे ना बोलो हौ पर मिरमें बास करन बारो पिता अपनो काम करत् हए।
\v 11 मोके बिश्‍वास करओ, कि मए पिता मे हौ, और पिता मोएमे हए। नत जे कामके खातिर विश्‍वास करओ।
\v 12 "नेहत्य मए तुमसे काहत् हौ , जौन मोके विश्‍वास करत् हए, बा मए करो काम फिर करैगो, और बिनसे बडो काम फिर करैगो, काहेकी मए पिता के ठिन जाए रहो हौ। "
\v 13 तुम मेरे नाउँ मे जो मागैगे तओ पुत्र मे पिता कि महिमा होबए कहिके बा मए देए हओ।
\v 14 अगर तुम मेरे नाउँ मे जौन चिज मगेहौ तव मए
करेहौं।
\v 15 तुम मोके प्रेम करत हौ तव मिर आज्ञा पालन करैगे।
\v 16 मए पिता से बिन्ती करंगो, और बा तुमके दुसरो सल्लहाकार देबैगो, और बा तुमर संग सदा सर्बदा रहबैगो, जो
\v 17 सत्यको आत्मा हए, जौनके संसार ग्रहण ना करपैहए, काहेकी संसार बाके ना त देखिहए ना चिनिहए। तुम बाके चिनत् हौ, काहेकी बा तुमरसंग बास करत् हए. और तुमर मे रहबैगो।
\v 18 "मए तुमके टुहुरो ना छुडे हौ। मए तुमरे ठिन लौटके
अमंगो। "
\v 19 अब कुछ दिन पिच्छु संसार मोके कबहु ना देखहए, पर तुम मोके देखैगे। और मए जित हौ तुम फिर जिबैगे।”
\v 20 बा दिन तुम जानैगे, कि मए मिर पितामे हौ और तुम मोएमे, और मए तुमरमे हुइ हौ।
\v 21 मोके प्रेम करन बारो बहे हए जोन संग मिर आज्ञा हए और बे पालन करत् हए। और मोके प्रेम करन् बारेके मिर पिता प्रेम करत् हए। मए बाके प्रेम कर् हौ और मए अपनएके बाके ठिन प्रकट करेहौ।”
\v 22 यहूदा { इस्करियोत चाही ना हए } येशूसे कही, “प्रभु, तुम का कहत हौ, तुम अपनए हमर मे प्रकट करैगे, और संसारके चाहिँ ना ?”
\v 23 ” येशू बाके जबाफ दैके कही, “जौन मोके प्रेम करेहए, बा मिर वचन पालन करेहए, और मिर पिता बाके प्रेम करेहए, और हम बाके ठिन अमंगो, और बक संग बैठंगो।
\v 24 मोके प्रेम ना करन बारो मिर वचन पालन ना करैगो। जौन वचन तुम सुन्तहौ, बा मिर ना हए, बोत् मोके पठान बारो पिताको हए।
\v 25 "जा बात तुमर संग रहतए मए तुमसे कहो हौं। "
\v 26 पर सल्लाहकार, अर्थात् पवित्र आत्मा, जौनके पिता मिर नाउँमे पठए हए, बा तुमके सब बात सिखए हए, और मए तुमसे कहो बात तुमके याद दिलए हए।
\v 27 शान्ति मए तुमरे संग छोडे हौ। मए अपन शान्ति तुमके देहौ। संसार दै जैसो मए तुमके ना देतहौ। तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होए और ना घबडाबै।
\v 28 "मए तुमसे कहो 'सुने हौ मए जाए रहो हौ, और मए तुमरे ठिन फिर अमंगो'। तुम मोके प्रेम करते तव मए पिताके ठिन जात हौ करके सुनते तुम रामईते, काहेकी पिता मोसे गजब महान हए। "
\v 29 अब जा होनेसे अग्गु मए तुमसे कहे रहो हौं, और जब जा होनके अएहए तुम बिश्‍वास करसकौ।
\v 30 मए तुमसे बहुत ना बुलेहौ काहेकी जा संसारको शासक अए रहोहए। बाके मिर उपर कोइ शक्ती ना हए।
\v 31 पर मए पिताके प्रेम करत् हौ,और जैसो पिता मोके आज्ञा करी हए बहे करतहौ करके संसार जानए। उठओ, और हियाँ से जाबौ।”
\c 15
अध्‍याय १५
\v 1 “मए सच्चो दाख हौ, और मिर पिता दाखबारीको किसान हए।
\v 2 मिर मे होन बारे फरा ना फरानबारे सबए हाँगाके छाँटत हए और फरा फरान बारे सबए हाँगाके और जद्धा फरा फरामए करके बा छानैगो हए।
\v 3 मए तुमसे कहो भओ वचनसे तुम अग्गुएसे सुध्द हुइगएहौ।
\v 4 मिर मे रहओ, और मए तुमरमे रए हौ। जैसी दाखको पेडमे हाँगा ना रहत हए तव बा अपनए फरा ना फराए सकत् हए, उइसी तुमहु मिर मे ना रहेसे तव तुम फिर फरा ना फराए सकत् हौ।
\v 5 "मए दाखको पेड हओ, तुम हाँगा हौ। अगर कोइ मिर मे रैहे और, मए बामे रहौ तव बा बहुत फरा फरैहे, काहेकी मोसे अलग रहिके तुम कुछ ना कर पैहौ। "
\v 6 कोइ आदमी मिर मे ना रएहए तव, बा हँगा बाहेर मिलजहए, और बा सुकजए हए। उइसे हँगा आदमी बटोरत हए, और आगीमे डारदेत हए, और बे जरजात हए।
\v 7 तुम मेरेमे रहौ तव, और मिर बात तुमरमे रएहए तव तुम जो इच्छा लागत हए सो मागौ, और तुमरे ताहिँ करो जाए हए।
\v 8 तुम बहुत फरा फराएके मिर चेला हौ करके प्रमाणित करेहौ तव जहेमे मिर पिताको महिमा हुइहए।
\v 9 "पिता जैसी मोके प्रेम करिहए, उइसी मए फिर तुमके प्रेम करो हौ। तुम मिर प्रेममे रहौ।
\v 10 " अगर मिर आज्ञा पालन करेहौ तव तुम मिर प्रेममे रहौ, जैसी मए मिर पिताको आज्ञा पालन करो हौ और बाको प्रेममे रहत हौ।
\v 11 मए जा बात तुमसे जा मारे कहो हौ, कि मिर आनन्द तुमरमे पुरो होबए, और तुमर आनन्द पुरो होबए।
\v 12 " जा मिर आज्ञा जहे हए, कि मए तुमसे जैसी प्रेम करो, तुम फिर एक दुसरेन से उइसीए प्रेम करओ। "
\v 13 अपन संगीके ताहिँ जौन अपन ज्यान देहए बासे बडो प्रेम और कोइ ना हए।
\v 14 मए तुमरे ताहिँ जो आज्ञा करत् हौ, बे तुम करैगे तव, तुम मिर संगी हौ।
\v 15 अब से मए तुमसे नोकर ना कएहौ। काहेकी बाको मालिक का करत् हए नोकर ना जनत् हए। पर मए तुमसे संगी कएहौ, काहेकी जो मए मिर पितासे सुनो सब बात तुमके बताए दओ हौ।
\v 16 मोके तुम ना चुने, पर मए तुमके चुनो और तुमके नियुक्त करो, काहेकि तुम जाओ, और फरा फराबओ, और तुमर फरा फरोरहाबए। जहेमरे तुम पितासे मिर नाउँमे जो मागैगे, बा तुमके सो देहए।
\v 17 मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुम एक दुसरेनके प्रेम करौ।
\v 18 “अगर संसार तुमके नफरत ( घृणा ) करत् हए तव, तुम जानौ, कि तुमके नफरत (घृणा) करनसे अग्गु बा मोके नफरत ( घृणा ) करत् हए।
\v 19 अगर तुम जा संसारके होते तव संसार तुमके अपनए तरह मनके प्रेम करतो। पर तुम जा संसारके ना हओ। मए तुमके संसारसे चुनो, जहेमरे संसार तुमके नफरत
( घृणा ) करत् हए।
\v 20 मए तुमसे कहो वचनके याद करियो, “नोकर घरको मालिकसे बडो ना होत हए।' बे मोके सतए हए तव तुमके फिर सतए हैँ। बे मिर वचन पालन करेहए तव बे तुमरो वचन फिर पालन करेहैँ।
\v 21 पर जा सब मिर नाउँके खातिर तुमके करेहए, काहेकी बे मोके पठान बारेनके ना चिनत् हैँ।
\v 22 मए ना अइतो तव और उनके ना बतैतो तव बे पापके दोषी ना हुइते, पर अब ता अपन पापके ताहिँ बिनके कोइ बहाना ना हए।
\v 23 जौन मोके नफरत (घृणा ) करत् हए, बा मिर पिताके फिर नफरत ( घृणा ) करत् हए।
\v 24 अगर कोइ ना करो काम मए बिनके बीचमे ना करतो, तव बे पापके दोषी ना होते। पर अब बे मोके और मिर पिताके दोनएके देखिरहए और नफरत ( घृणा ) करीहए।
\v 25 पर व्यवस्थामे लिखो जा वचन पुरा होनके जा भव हए, 'बे बाके बिनाकरण नफरत ( घृणा ) करी।'
\v 26 "जब सल्लाहकार अए हए, जौनके मए पिताके तरफ से तुमरे ठिन पठए देहौँ अर्थात सत्यको आत्मा, जो पितासे अए हए, बहे मिर बारेमे गवाही देहए। "
\v 27 तुम सुरुसे मिर संग हौ, तुम फिर मिर साक्षी हौं।
\c 16
अध्याय १६
\v 1 "तुम पच्छु मत हट्ओ कहिके मए तुमके जा बात कहो हौ।"
\v 2 बे तुमके सभाघरसे बाहेर निकार देहए। नेहत्य अइसो समय अबैगो, जब तुमके मारन बाले सबए परमेश्‍वरको सेवा करत् हँए कहिके कहमंगे।
\v 3 बे जा काम करङ्गे, काहेकी बे ना पिताके ना मोके चिन्त्
हँए।
\v 4 पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए। पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ।
\v 5 "अब मए मोके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, पर औ तुम कहाँ जातहौ ?' कहिके तुम कोइ मोसे ना पुछ्त् हौ।"
\v 6 ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमारे तुमर ह्रदय शोकसे भरिगौ हए।
\v 7 ताहु फिर मए तुमसे सच्ची बात कहत् हौ, मोए जान मे तुमर हित हुइहए। काहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाह देन बारो तुमरे ठिन ना अए हए। पर जाएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ।
\v 8 जब सल्लाह देन बारो अए हए, बा संसारके पाप, धर्मिकता और न्यायके बारेमे दोषी ठहरए हए।
\v 9 पापके बारेमे, काहेकी बे मिर उपर बिश्‍वास ना करत् हँए,
\v 10 धार्मिकताके बारेमे, काहेकी मए पिताके ठिन जए रहो हौ, और फिर तुम मोके फिर ना दिख्हौ।
\v 11 और न्यायके बारेमे, काहेकी जा संसारके शासकको न्याय हुई गओ हए।
\v 12 "मए तुमसे कहन बारी बात गजाब हए, पर हबए तुम जा बात सहे ना पैहौ। "
\v 13 जब बा सत्यको आत्मा अए हए, तव बा तुमके सब सत्यतामे डुरिअए हए काहेकि बा अपन तर्फ से ना कहेहए। पर बा जो सुनेहए, बहे बुलेहए, और होन बारी बात तुमके बताए देहए।
\v 14 बा मिर महिमा करेहए, काहेकी जो मिर हए, बा मोसे लैके तुमके बताए देहए।
\v 15 जो चिज पिता संग हए, बा मिर हए। जहेमरे मए काहत हौ, जो मेरो हए बा मोसे लैहए और जो तुमके बताई देहए कहिके मए कहो हौँ।
\v 16 "थोरी देर पिच्छु तुम मोके फिर ना दिखहौ , और थोरी देरमे फिर मोके देखैगे।”
\v 17 "तव बाके कोइ-कोइ चेला एक दुसरे से कहिँ, “बा हमसे जा का कही हए ? 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ , और फिर थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ, ' और मए पिताके ठिन जाएरहो हौँ कहिके बा हमसे का कहि हए ?”
\v 18 बे कँहीँ, “बा, थोडी देरको मतलब का हए ? हम ना जानत् हँए, बा काके बारेमे कहत हए।”
\v 19 बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “ 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके जेहेक बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ ?
\v 20 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करहौ, पर संसार रमएहए। तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे बदल जएहए।
\v 21 बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, काहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मात हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए काहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहएँ।
\v 22 तही हबए तुमके शोक होतहए, पर मए फिर तुमसे मिलङ्गो, और तुमर मन खुशी हुइहए। और कोइ तुमर आनन्द तुमसे ना छिनए पैहए।
\v 23 बा दिन तुम मोसे कुछु ना मागैगे। नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुम मिर नाउँमे पितासे जो मगैगे, बा तुमके
देबैगो।
\v 24 हबए तक तुम मिर नाउँमे कुछ ना मागे हौ। मागौ, तव तुम पबैगे। अइसीय तुमर आनन्द पुरा होबए।
\v 25 "जा बात मए तुमके कहानीमे कहो हौ। पर समय अए रहो हए, अब मए तुमसे फिर कहानीमे ना कएहौ , पर पिताके बारेमे तुमके स्पस्ट बताए हौ। "
\v 26 बा दिन तुम मेरे नाउँमे मगैगे। मए तुमके ताहिँ पितासे बिन्ती करदेहौ करके तुमसे ना कएहौ,
\v 27 काहेकी पिता अपनए तुमके माया करत् हए, काहेकी तुम मोके माया करेहौ, और मए परमेश्‍वरके तरफ से अओ हौ करके बिश्‍वास करेहौ।
\v 28 मए पितासे अओ, और संसारमे अओ, और फिर मए संसारके छोडके पिता के ठिन जए रहो हौ।”
\v 29 ”बाके चेला कहिँ, “ देखऔ अब तुम स्पष्ट बोल्तहौ कहानीमे ना बोल्त हौ।
\v 30 अब हम जानत हए,कि तुम सब बात जनत हौ, और अब तुमसे पुछ्न कोइ जरुरत ना हए। जहेमारे हम बिश्‍वास करत् हए, कि तुम परमेश्‍वरसे आए हौ।”
\v 31 येशू उनके जबाफ दै, “का तुम अब बिश्‍वास करत् हौ ?
\v 32 देखौ तुम समय अए रहो हए, वास्तबमे अइगौ हए, अब तुम बिगद के अपन घरमे चले जएहौ और मोके इक्ल्लो छोड्देहौ। तहु फिर मए इकल्लो ना हौ, काहेकी पिता मिर संग हए।
\v 33 मए तुमसे जा बात जा मारे कहत हौ, कि मोए मे तुमके शान्ति होबए। संसारमे तुमके संकट हुइहए, पर साहस करौ, मए संसारके जितो हौ।”
\c 17
अध्‍याय १७
\v 1 जा बात कहिके पिच्छु येशू स्वर्ग घेन आँखी उठाएके कही, “हे पिता, समय हुइगौ हए, तुम पुत्रको महिमा प्रकट करौ, और पुत्र तुमर महिमा प्रकट करए।
\v 2 काहेकी तुम बाके सब आदमीक् उपर आधिकार दए हौ, ताकी तुम बाके दए भए सबके बा अनन्त जीवन देबए।
\v 3 अब अनन्त जीवन जहे हए, कि बे तुमए, इक्ल्लो सत्य परमेश्‍वरके चिनए, और तुमर पठाऔ भओ येशू ख्रीष्टके चिनए।
\v 4 जौन काम तुम मोके दए हौ, बा पुरा करके तुमके पृथ्वीमे मए महिमित करो हौ।
\v 5 अब हे पिता, संसारको सृष्टि होनसे अग्गु तुमरे अग्गु मिर जौन महिमा रहए, बहेमारे अपन उपस्थितिमे मोके महिमित करौ।
\v 6 “संसारसे जौन आदमी तुम मोके दए हौ, बिनके तुमर नाउँ मए प्रकट करदओ हौ। बे तुमर रहए, और तुम बिनके मोके दएहौ, और बे तुमर वचन पालन करीहएँ।
\v 7 बिनके अब पता हए, कि तुम मोके दओ भओ प्रत्येक बात तुमसे अओ हए।
\v 8 काहेकी जौन वचन तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, और बे बा ग्रहण करी हए। और मए तुमसे अएहौ कहिके बे सच जान्त हए और मोके पठाई हए कहिके बे बिश्‍वास करी।
\v 9 मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ। काहेकी बे तुमर हएँ।
\v 10 मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और जो तुमर हए बा मिर हए। मिर महिमा बिनमे प्रकट भओ हए।
\v 11 "मए फिर संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए। मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ। पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखाबौ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए। "
\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो। बिनको रक्षा करो। और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भओ, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए
\v 13 "पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ। पर मए जा बात संसारमे कहि रहोहौँ , कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए। "
\v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत ( घृणा ) करी, काहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौँ।
\v 15 तुम उनके संसारसे लाएजाओ कहिके मए ना करत् हौ, पर बिनके दुष्टसे बचाबओ कहिके मए तुमसे प्रार्थना करत हौँ।
\v 16 बे संसारके ना हए, जैसी मए फिर संसारको ना हए।
\v 17 बिनके सत्यतामे अपन ताही सौपदेओ, तुमर वचन सत्य हए।
\v 18 जैसी तुम मोके संसारमे पठए, मए फिर बिनके संसारमे पठओ हौ।
\v 19 बिनके ताँही मए अपनाएके सौपदओ हौँ , ताकी बे फिर तुमर सत्यतामे पवित्र होमए।
\v 20 "मए इनके ताहिँ इकल्लो प्रार्थना ना करत् हौ, पर इनके सन्देश से मिर उपर बिश्‍वास करन बारेनके ताहिँ फिर प्रार्थना करत् हौ, "
\v 21 कि बे सब एक होमए। हे पिता, जैसी तुम मोए मे हौ, और मए तुममे, उइसी बे फिर हमरमे होमए, और तुम मोके पठएहौ करके संसार बिश्‍वास करए।
\v 22 जौन महिमा तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, ताकि हम एक भए कता बे फिर एक होमए।
\v 23 मए बिनमे, और तुम मोएमे, और बे पुरारुप से एक होमए, और तुम मोके पठए हौ, और मोके प्रेम करे कता तुम बिनके फिर प्रेम करेहौ करके संसार जानए।
\v 24 "पिता, मए इच्छा करत् हौ, कि तुम मोके दए भए नाके मए जहाँ हौ मिरसंग रहमए, और मिर महिमा देखए, जौन महिमा, संसारके सृष्टि होनसे अग्गु मोके प्रेम करेरहौ बा मारे तुम मोके दएरहौ। "
\v 25 "धर्मीक पिता, संसार तुमके ना चिन्तहए, पर मए तुमके चिन्तहौ, और तुम मोके पठए हौ करके जे जन्त हए। "
\v 26 मए तुमर नाउँ जिन्मे प्रकट करो हौ, ताकि जौन प्रेमसे मोके तुम प्रेम करे, बा बिन्मे रहए, और मए उनमे रहौ।”
\c 18
अध्‍याय १८
\v 1 जा बात कहिके येशू अपन चेलाके संग किद्रोन उपत्यकाको बा पार गओ। हुवाँ एक बगिया रहए। येशू अपन चेलासंग हुवाँ पर गओ।
\v 2 बाके पकणान बारो यहूदा फिर बा ठाउँ चिने रहए, काहेकी येशू अपन चेलासंग हुवाँ बैठन जाए करत रहए।
\v 3 तव दिया, उँका और हतियार लैके पुलिसके फिर एक दल और खास पुजाहारी और फरिसीनके पठए भए पहारेदारके लैके यहूदा हुवाँ अओ।
\v 4 तव अपने उपर आन बारी सब बात पता पाएके येशू अग्गु अओ, और बिनसे कही, “तुम कौनके ढुणतहौ ?”
\v 5 बे बासे कहिँ, “नासरतके येशूके।” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ।” और बाके बिश्‍वासघात करन बारो यहूदा फिर सिपाहीके संग ठाडो रहए।
\v 6 "जब बा उन्से मए बहे हौ" कही, तव बे पिच्छु हटिगए और भिमे गिरिगए।"
\v 7 "फिर बा बिनसे पुछी, “तुम काके ढुडत् हौ ?” बे कहिँ, "नासरतके येशूके।”
\v 8 येशू जबाफ दैके कही, “मए तुमसे कहिदओ, मए बहे हौ। अगर तुम मोके ढुडत् हौ तव जे आदमीके चहिँ जान देओ।”
\v 9 " जा तुम मोके दए भए मैसे एक फिर मए ना गुमओ" करके कहीरहए बो वचन पुरा होबए करके जा भओ। "
\v 10 जब सिनोम पत्रुस अपन ठिन भओ तरवार निकारके मुखिया पुजाहारीको कमैयाक दहिना कान चट्टै काटदै। बा कमैयाको नाउँ माल्खस रहए।
\v 11 येशू पत्रुससे कही, “तरवार म्यानमे धर। का पिता मोके दओ कचौरा मए ना पिमओ ?”
\v 12 तव पिच्छु सिपाहीकी दल, बिनके कप्तान, और यहूदीनके पहरेदार येशूके पकडी, और बाँधी।
\v 13 पहिले बे बाके हन्‍नासके ठिन लैगए, जो बा सालको प्रधान पुजाहारी कैयाफाको सासुरो
रहए।
\v 14 जा बहे कैयाफा रहए, जौन जनाताके ताहिँ एक आदमी मरनसे कल्याण हए' करके यहूदीनके सल्लाह दै रहए।
\v 15 सिमोन पत्रुस और येशूको दुस्रो चेला येशूके पिच्छु लागो। तव दुस्रो चेलाके प्रधान पुजाहारीको चिनजान रहए। और येशूसंग प्रधान पुजाहारीके आँगनमे घुसो।
\v 16 तव पत्रुस बाहेर फाटकमे ठाडो रहए। तव दुस्रो चेला जो प्रधान पुजाहारीसे चीनजान रहए, बाहिर निकरके फाटकमे बैठन बारी लौड़ियासे कही पत्रुसके भितर लिआ।
\v 17 तब फाटकमे बैठी लौड़िया पत्रुससे कही, “का तुम फिर बहे आदमीके चेला मैसे एक जानै हौ ?' बा कही, “मए ना हौँ।”
\v 18 तव बा कमैया और पहरेदार आगीको आहरा तापत रहए, काहेकी जाडो रहए। और पत्रुस फिर बिनके संग ठाणो आगी तपन लागो रहए।
\v 19 अब प्रधान पुजाहारी येशू बाके चेला और बाके शिक्षाके बारेमे पुछी।
\v 20 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए संसारमे खुल्लमखुल्ला कहो हौ। मए सब दिन सभाघरमे और मन्दिरमे शिक्षा दओ हौ। जहाँ सब यहूदी इकठ्ठा होतहए। मए गुप्तमे कुछ ना कहो हौ।
\v 21 मोसे काहे पुछत् हौ ? मए बिनसे का कहो सो सुननबारेन से पुछओ। मए कहो बात उनके पता हए।”
\v 22 येशू जा बात कहत रहए तव नजिकमे ठाडो पहरेदार मैसे एक जनै अइसो कहत येशूके थप्पड लगाई, “का प्रधान पुजाहारीके अइसे जबाफ देतहए ?”
\v 23 येशू बासे कही, “मए बेठिक कहो हौ तव प्रमाण देओ, अगर मए ठिक कहो हौ तव तुम मोके काहे मारत् हौ ?”
\v 24 तव हन्‍नास बाके बाधे अबस्थामे प्रधान पुजाहारी कैयाफा ठिन पठए दए।
\v 25 जब सिमोन पत्रुस ठाहरके आगी ताप्त रहए। बे बासे कहीँ, “का उनके चेला मैसे एक जनै फिर ना हौ ?” बा इन्कार करके कही, “मए ना हौ।”
\v 26 प्रधान पुजाहारीको कमैया मैसे एक जनै, जौनक् नातेदारको कान पत्रुस काटी रहए, बा पुछी, का मए तुमके उनके संग बगियामे ना देखो का ?”
\v 27 तव फिर पत्रुस इन्कार करी। और तुरुन्त मुर्गा बस्दै।
\v 28 तव बे येशूके कैयाफाके घरसे राज्यपालकी महल घेन लैगए। बा समय सुबेरे रहए बे राज्यपालकी महलमे ना घुसे काहेकी बे अशुद्ध ना होमए पर निस्तार तेवहर खाएलेमए।
\v 29 जहेमरे बिनके ठिन बाहेर निकरके पिलातस कहिँ, “जा आदमीके विरुध्दमे तुम का अभियोग लगए हौ ?”
\v 30 बे उन्से कहिँ, “अगर जा आदमी अपराधी ना होतो तव हम जाके तुमरे ठिन ना सुम्पते।”
\v 31 बहेमारे पिलातस बिनसे कही, “तुम जाके लैजओ, और तुम अपन व्यवस्था बमोजिम जाको इन्साफ करौ।” यहूदी उन्से कहिँ, “कोइ आदमीके प्राणदण्ड देनके हमर ताही न्यायसङ्गत ना हए।
\v 32 बाको मृत्यु कौन तारिका से हुइहए कहिके येशू संकेत करके बाको कहो वचन पुरा होबए करके अइसो भओ रहए।
\v 33 तव पिच्छु पिलातस फिर राज्यपालको महल भितर घुसो, और बा येशूके बोलाएके कहि, “का तुम यहूदीके राजा हौ ?”
\v 34 येशू जबाफ दैके कही, “तुम अपनए अईसो कहत् हौ, कि मिर बारेमे तुमसे और कोई कहो ?”
\v 35 पिलातस जबाफ दै, “का मए यहूदी
ना हौ का ? तुमरअपनिए मनई और मुखिया पुजारी तुमके मेरे हातमे सोपदै हए। तुम का करे ?
\v 36 येशू जबाफ दै, “मिर राज्य जा संसारको ना हए। मिर राज्य जा संसारको होतो तओ मिर सेवक मिर ताहिँ लड़ते, और मए यहूदीनके हातमे ना सौपतओ। पर मिर राज्य जा संसारको ना हए।
\v 37 तव पिलातस बासे कहि, “का तुम राजा हौ त् ?” “ येशू कहिँ तुमहि मोसे राजा काहत हओ ? जहेके ताहिँ मए जन्मो हओ, और जहेके ताहिँ सच्चो गवाही देन मए जा संसारमे अओ हौँ। हरेक जो सत्यको पक्षमा हए, बा मिर आवाज सुनैगो।”
\v 38 पिलातस बासे कही, “सत्य का हए ?” इत्कए कहिके बा यहूदीनके ठिन बाहिर निकर गओ, और बिनसे कही, “मए जा आद्‍मीमे कोइ दोष ना पाओ।
\v 39 पर निस्तार-तेवहरमे मए एक जनै तुमरे ताहिँ छोडदेनके तुमर चलन हए। तव का तुम चाहत् हौ, कि यहूदीक राजाके छोड्देओ ?”
\v 40 पर बे फिर अइसे करके चिल्लाएके कहीँ, “बाके ना, बारब्बाके |” बारब्बा डाँकु रहए।
\c 19
अध्‍याय १९
\v 1 तव पिलातस येशूके लैगए और बाके कोर्रा लगानके लिअई,।
\v 2 और सिपाही काँटोको मुकुट गुथके बाके मुणमे लगाए दै, और बाके बैजनी रंङको कुर्ता पैँधए दै,
\v 3 और बाके नजिक आएके कहिँ, “प्रणाम, यहूदीको राजा !” और बे बाके थप्पण मारि।
\v 4 फिर बाहिर निकरके पिलातस बिनसे कहि, “देखौ मए जाके तुमर ठिन बाहेर ल्याए रहो हौ, और तुमके बातान चाहत् हौ, मए जामे कोइ दोष ना पात् हौ।”
\v 5 तव काँटोको मुकुट और बैजनी रंङको कुर्ता पैधएके येशू बाहिर अओ, और पिलातस बिनसे कहि, “देखो जा आदमी !”
\v 6 जब मुखिया पुजाहारी और पहरेदार बाके देखीँ, बे अइसे करके चिल्लन लागे, “बाके क्रुसमे टाँग्ओ, बाके क्रुसमे टाँगओ !” पिलातस बिनसे कहि, “तुमहीँ जाके लैजाएके क्रुसमे टाँगओ, काहेकी मए जामे कोइ दोष ना पाओ !”
\v 7 यहूदी उनके जबाफ दै, “हमर एक व्य्वस्था हए, और बा व्यवस्था अनुसार जा मरन पणैगो, काहेकी जा अपनएके परमेश्‍वरको पुत्र बनाइ हए।”
\v 8 जा बात सुनके पिलातस और डरए गओ।
\v 9 बा फिर राज्यपालको महल भितर घुसो और येशूसे पुछी, “तुम कहाँसे आए हौ ?” तव येशू उनके कुछ जबाफ ना दै |
\v 10 जहेमरे पिलातस बासे कही, “का तुम मोसे ना बोलैगे ? तुमके छोड् देनके अधिकार मिरसंग हए, और तुमके क्रुसमे टाँगनकि अधिकार फिर मिरसंग हए करके तुमके पता ना हए ?”
\v 11 येशू बाके जबाफ दैके कही, “तुमके उपरसे नदित्तो तव मिर उपर तुम कोइ अधिकार ना हुत्तो। जहेमारे मोके तुमरे हातमे सौप्देनो और जद्धा पापको दोषी हए। "
\v 12 तव पिच्छु पिलातस बाके छोडदेनके और जद्धा प्रयत्‍न करी। पर यहूदी अइसो काहत चिल्लान् लागे, “अगर तुम जा आदमीके छोडदे हओ तव तुम कैसरके संगी ना हओ। अपनएके राजा हौ करके दाबी करन् बारो प्रत्येक कैसरके बिरुध्दममे खडा होतहए।”
\v 13 "पिलातस जा बात सुनके येशूके बाहेर ल्याई, और बा ""पत्थरको पाटी"" कहन बारो ठाउँमे {जोसे हिब्रुमे गब्बथा कहत् है} न्याय आसनमे बैठो। "
\v 14 बा समय निस्तार-तेवहरको तयारीको दिन रहए। दिनमे करीब बाह्र बजो रहए। पिलातस यहूदीनसे कहि, “देखौ, तुमर
राजा !”
\v 15 "तव बे अइसे काहत् चिल्लाने "लैजाओ, लैजाओ, जाके क्रुसमे टाँग्ओ !” पिलातस बिनसे पुछी, “का मए तुमर राजाके क्रुसमे टागओ ?” मुखिया पुजाहारी जबाफ दैँ, “कैसर बाहेक हमर राजा और कोइ ना हए।” "
\v 16 तव बा उनके क्रुसमे टाँगन् बिनके हातमे सौपदै। जहेमरे सिपाही येशूके जिम्मा लैँ।
\v 17 बा अपन क्रुस अपनए बोकके खप्परे कहाँन् बारो ठाउँमे गओ, जौनके हिब्रु भाषामे गलगथा कहत् हए।
\v 18 हुवाँ बे बाके क्रुसमे टाँगी और बाके संग और दुई जनैके टाँगी, एक जनैके एक घेन और दुस्रो जनैके दुस्रे घेन और बीचमे येशूके।
\v 19 पिलातस एक दोष पत्र फिर लिखिके क्रुसके उपर टास्दै। बामे बहे लिखो रहए, “नासरतके येशू, यहूदीको राजा।”
\v 20 तव बहुत यहूदी जा दोष पत्र पढीँ, काहेकी येशू क्रुसमे टाँगो भओ ठाउँ सहेरके नजिकए रहए। जा हिब्रु, ल्याटिन और ग्रीक भाषामे लिखोरहए।
\v 21 यहूदीके मुखिया पुजाहारी पिलातससे कहिँ, “ 'यहूदीक् राजा' कहान बारो का ना हए, तव जा मए यहूदीको राजा हौ कही' करके लिखओ।”
\v 22 पिलातस जबाफ दै, “मए जो लिखो, सो लिखो।”
\v 23 जब सिपाही येशूके क्रुसमे टाँगी, तव बे बाको कुर्ता लैके प्रत्येक सिपाही एक-एक होन करके चार भाग करीँ। बाको बाहिरको कुर्ता फिर लैं, तव बा कुर्ता सिओ ना भओ उपरसे लैके तरेतक बुनो सिग्रो रहए।
\v 24 जहेमारे बे अपसमे कहिँ, “जाके चाहिँ ना फाडए, पर जा कौनक् होत हए करके चिट्टा डराए।” धर्मशास्त्र पुरा होबए करके जा भओ रहए : “बे मिर कुर्ता अपनए-अपनएमे बाँटी, और बाहिरको कुर्ताको चिट्टा डारीँ।”
\v 25 जहेमारे सिपाही जा काम करीँ। और येशूके क्रुसके नजिक बाकी अइया, कि बहिनीया, क्लोफासकी बैयर मरियम और मरियम मग्दलिनी ठाढी रहए।
\v 26 जब येशू अपनी अइयाके और बाके माया करन बारो चेला नजिकमे ठाडोभऔ देखि, तव बा अपनी अइयासे कहि, “नारी, देख, तुमरो लौड़ा !”
\v 27 तव बा चेलनसे फिर बा कहि, “देख, तेरी अइया !” तओ बा समयसे बे चेला उनके अपन घरमे लैगए।
\v 28 तव पिच्छु येशू सब बात अब पुरो हुइगओ, करके जानके धर्मशास्त्र पुरो होबए करके कही रहए, “मोके प्यास लागो।”
\v 29 हुवाँ सिर्कासे भरो एक बर्तन धरो रहए। जहेमरे सिर्कासे भरो स्पञ्ज एक हिसपको हाँगामे बे बाके मुहुमे पुगाएदै।
\v 30 जब येशू सिर्का लै, तव बा कहि, “अब निभट गओ,” और बा मुडिया निहुराएके अपन आत्मा त्याग दै।
\v 31 बा दिन तयारीको दिन रहए। तभहीमारे यहूदी सबाथमे
{ खास करके जा शबाथमे, जौन महत्वपूर्ण रहए } मृत शरीर क्रुसमे ना रहए करके पिलातससे बिन्ती करी, और बे टाँग तोड्के बिनकी शरीर लानके माग करी।
\v 32 तव सिपाही आएके बाके संग क्रुसमे टाँगे भएनके टाँग तोडी, पहिले एक जनैको, तव पिच्छु
दुस्रोको।
\v 33 जब बे येशू के ठिन अए बे देखि, कि येशूको मृत्यु अग्गु हुइगओ रहए, और बाको टाँग ना तोडी।
\v 34 तहु फिर सिपाही मैसे एक आदमी बाको कोखमे भला मेली और तुरन्त खुन और पानी निकरो।
\v 35 तुम फिर बिश्‍वास कर सकौ करके जा देखन बारे गवाही दैहएँ। और बाको गवाही सच्चो हए, और सच्चो बोलत् हौ करके बो जानत् हए।
\v 36 "बाको कोइ फिर हड्डी ना टुटहए” करके धर्मशास्त्रको वचन पुरो होबए करके जा बात भऔ।"
\v 37 और फिर दुस्रो ठाउँमे धर्मशास्त्र कहत हए, “जौनके बे भाला मेली हएँ, बे बोके देखिहए।”
\v 38 तव पिच्छु अरिमाथियाको योसेफ, जो यहूदीन् के डरसे गुप्तमे येशूको चेला रहए, बे पिलातससे येशूको मरि शरीर लैजान पाओ करके बिन्ती करी। पिलातस बाके अनुमति दै, तव बे आएके बोकी मरि शरीर लैगए।
\v 39 और अग्गु बोके ठिन रातके आनबारो निकोदेमस फिर हुना आऔ बा लगभग: तेत्तिस किलो मुर्र और एलवा मिलाएके लाई।
\v 40 अइसे बे येशूको शरीर यहूदीन् के दफन-करन ताहीँ रितिअनुसार मसालकसंग सुती लत्तामे बाँध।
\v 41 बो क्रुसमे टाँगो ठाउँमे एक बगिया रहए। और बो बगियामे एक नयाँ चिहान रहए और हुना कोइके कबहु ना गणी रहँएँ।
\v 42 काहेकी यहूदीन् के तयारीको दिन रहए, और बो चिहान फिर ढिँगै रहए, और बे येशूके बहे मरघटमे धरी।
\c 20
अध्‍याय २०
\v 1 हप्ताकोपहीली दिन सुबेरे अँध्यारो रहए मरियम मग्दलिनी गड्डामे आइँ |
\v 2 बे सिमोन पत्रुस और येशूके माया करन् बारे और चेलनके ठिन दौडके गै, और बे कहिँ, “बे प्रभुके गड्डासे बाहिर लैगए, और बोके कहाँ जीन धरे हए, सो हम जन्तए नैयाँ।”
\v 3 तव पत्रुस और दुस्रो चेला बाहिर निकरके गड्डा घेन गए।
\v 4 बे दोनाए संगसंगए दौरे , तव दुस्रो चेला पत्रुससे अग्लेछा कटके गड्डामे अग्गु पुग्गओ।
\v 5 गड्डा भितर निहुरके देखि, तव बे सुती कपडा इकल्लो पडो् देखि, तव बे भितर ना घुसे।
\v 6 सिमोन पत्रुस बोके पिच्छु पिच्छु अओ, और गड्डा भितर घुसो, और बे फिर मलमलसे लिप्टो कपडा इकल्लो हुवाँ पडो देखि।
\v 7 बाको मुणमे बधो गस्ती चाहिँ मलमलको कपडाके संग ना रहए, पर अलग एक ठाउँमे लिप्टो धरो रहए।
\v 8 तव गड्डामे पहिले दुस्रो चेला फिर भितर कुचो, और बा देखि और विश्‍वास करी।
\v 9 काहेकी बे बा मृतकसे जिन्दा हुइके उठन पणैगो करके धर्मशस्त्रको वचन हबए तक ना बुझिँ।
\v 10 तव पिच्छु बे चेला अपन घर घुमगए।
\v 11 तव मरियम गड्डाके बाहेर रोत ठाणी रहए। बा रोत निहुरके देखि,
\v 12 और जहाँ येशूको मृत शरीर धरो रहए, हुवाँए सेतो कुर्ता लगए दुई स्वर्गदुत एक मुण घेन और दुस्रो पाव घेन बैठो बे देखिँ।
\v 13 बे बिनसे कहिँ, “बैयर, काहे रोतहए ? कौनके ढुणत् हए ?” बे बिनसे कहिँ, “बे मिर प्रभुके लैगए, और बोके कहाँ धरि हँए, मए ना जानत् हौ”।
\v 14 जा बात सुनके बे पिच्छु घुम गए, और बे येशूके ठाणो देखिँ, तव येशू हए करके बे ना चिनि।
\v 15 येशू बिनसे कहि, “ नारी, तए कहे रोत हए ? कौनके ढुणत् हए ?” बो बाके रेकदेख करन बारो बताई, “हजुर, तुम बोके हियाँसे लैजाएके कहाँ धारेहौ मोके बतए देओ, और मए बोके लैजाएहौ।”
\v 16 "येशू बिनसे कहि, “मरियम, बे घुमी और बाके हिब्रूमे कहिँ, “रब्बोनी,” अथबा ("हे गुरुज्यू !”)।
\v 17 येशू बिनसे कहि, “मोके मत छोबौ, काहेकी मए हबए तक पिताके ठिन ना गओ हौँ। पर मिर भैयन् के जाएके बिनसे कहेदेओ, “कि मए मिर पिता और तुमर पिता, और मिर परमेश्‍वर और तुमर परमेश्‍वरके ठिन जाए हौँ।”
\v 18 मरियम मग्दलिनी चेलान ठिन आईँ, और बिनसे बाकि कही भइ बात बताई और कहि मएँ प्रभुके देखो।
\v 19 हप्ताको सुरुकी दिन संझा , घेन यहूदीके डरसे चेला फाटक बन्द करके भितर बैठे रहए, येशू आएके बिनके बीचमे ठड़गौ,और बा से कही, तुमके शान्ती !”
\v 20 इतो बात कहिके बा उनके अपन हात और कोख फिर दिखाई। प्रभुके देखके चेला बहुत खुशी भए।
\v 21 तव येशू फिर बिनसे कही, “तुमके शान्ती होबए ! जैसी पिता मोके पठाई, उसी मए तुमके फिर पठत् हौ |”
\v 22 जब येशू ऐसो कहिके बा बिनके उपर शास फुक्कदए और बिनके कहि, “पवित्र आत्मा लेओ।
\v 23 जौनकी पाप तुम क्षमा करत हौ, बिनकी क्षमा हुइहए, और जौनक् पाप तुम क्षमा ना करेहौ क्षमा ना पाएहए।
\v 24 येशू अओ तव बाह्र जनै मैसे एक जनै, दिदुमस कहन बारो थोमा तव, बिनके संग ना रहए।
\v 25 " पिच्छु और चेला बासे कहिँ, "हम प्रभुके देखे” तव बा बिनके बताए, “जब तक मए बाके हातमे किलको डोब ना दिखेहौ,और किलको डोबमे उगंरी ना डरंगो और , बाके कोखमे मिर हात ना डारेहौ, तब तक मए बिश्‍वास ना करेहौ।”
\v 26 "आठ दिन पिच्छु बाके चेला फिर घर भितर रहएँ। और थोमा फिर बिनके संग रहए। फाटक बन्द रहए, बहे अवस्थामे येशू भितर घुसिगओ, और बीचमे ठड़िगौ,और कहि “तुमके शान्ती !”
\v 27 तव पिच्छु बा थोमासे कहि, “तुमर उगंरी हियाँ घसोर, और मिर हात देख। तुमर हात मिर कोखामे डार संका मत कराए, बिश्‍वास कर।”
\v 28 थोमा बासे कहि, “ मिर प्रभु और मिर परमेश्‍वर !”
\v 29 येशू बिनसे कहि, “तुम मोके देखके मिर उपर बिश्‍वास करे हौ ? धन्य हए बे जो मोके ना देखि हए, तहु फिर बिश्‍वास करत् हए।”
\v 30 येशू और बहुत चिन्ह चेलनके सामने करी रहए, जौन जा किताब ना लिखि हए।
\v 31 पर जा लिखोहए, कि तुम येशू परमेश्‍वरको पुत्र, ख्रीष्ट हए करके बिश्‍वास करौ, और बिश्‍वाससे बाके नाउँमे तुम जीवन पाबओ।
\c 21
अध्‍याय २१
\v 1 तव पिच्छु चेलाके ठिन तिबेरियास समुद्रके ढिंगै येशू फिर अपनके प्रकट करी। बा अपनएके अइसे प्रकट करी:
\v 2 सिमोन पत्रुस, दिदुमस कहन बारो थोमा, गालीलको काना नगरको नथानेल, जबदियाक दुई लौड़ा और बाके चेला मैसे और दुई जनै एकसंग रहए।
\v 3 सिमोन पत्रुस बिनसे कहि, “मए मछ्री मारन जात् हौ।” बे उनसे कहि, “हम फिर तुमरसंग अए हए।” बे जाएके नैयाँमे चढिगए, पर बा रातभर बे कुछु ना पाइँ।
\v 4 सुबेरे होन लागो रहए, येशू किनारे ठाड़ो रहए। तव चेला बा येशू हए करके ना चिन पाई रहए।
\v 5 "येशू बिनसे कहि, “बालका हओ तुमर संग कए मछ्री हए ? ”बे बाके जबाफ दै, "ना हए।” "
\v 6 बा बिनसे कहि, “जाल नैयाँके दाहिने घेन, फेकओ तव पैहौ।” तव बे जाल डारीँ, और माछ्रीको ढेरीके मारे बे जाल ना तान पाई।
\v 7 "येशूले प्रेम करन बारो चेला पत्रुस कहि, “बोता प्रभु हए।” “बा प्रभु हए" अइसी सुनके सिमोन पत्रुस अपन बाहिरी कुर्ता करेहओ मे लपेटके, काहेकी बा कुर्ता खोलेरहए, और समुद्रमे कुदपणो। "
\v 8 और चेला नैयाँमे बैठके जाल तान्त् रहए। बे किनारेसे दुर ना रहए, पर लगभग सय मिटर जित्तो रहए।
\v 9 जब बे किनारेमे उत्रे, तव बे कुइला अंग्रामे मछ्री धरो और रोटी देखी।
\v 10 येशू बिनसे कहि, 'तुम भर्खर पक्णे मछ्री मैसे कुछ ल्याबओ।”
\v 11 तव सिमोन पत्रुस नैयाँ मे चढ़के एक सय त्रिपन्‍न बड़ी-बड़ी मछ्री भरी जाल डीणेमे ल्याइँ, इत्तो रहए ताहु फिर जाल ना फटो।
\v 12 "येशू बिनसे कहि, “आऔ और खाऔ”। चेलन मैसे कोइ फिर ""तुम कौन हौ ?” कहिके बाके पुछनके आँट ना करी, काहेकी बे बा प्रभु हए करके जानत् रहए। "
\v 13 येशू अओ और रोटी लैके बिनके दै, और उइसी करके मछ्री फिर दै।
\v 14 मृतकसे जिन्दा उठ्के येशू चेलाके ठिन प्रकट भओ तिसरी चोटी रहए।
\v 15 जब बे खाए डारीँ, तव येशू सिमोन पत्रुससे कहि, “यूहन्‍नाको लौड़ा सिमोन, का तुम इन्से जद्धा प्रेम करत् हौ ?”बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ। बा बासे कहि, “मिर भेडान् के खबओ ”
\v 16 बा फिरके दुसरे दओ बिनसे कहि, “यूहन्‍नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ ?” बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ।” बा बासे कहि, “मिर भेडाके रेकदेख कर।”
\v 17 "बा बासे तिस्रो दाउँ कहि, “यूहन्‍नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ।” पत्रुस दु:खित हुइगव, काहेकी येशू बासे कहि, "का तुम मोके प्रेम करत् हौ ?” कहिके तिस्रो दाउँ पुछी रहए बा बासे कहि, “प्रभु तुम सब जानत् हौ। मए तुमके प्रेम करत् हौ करके तुमके पत्तए हए।” येशू बासे कहि, “मिर भेडाके खबओ। "
\v 18 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, जब तुम जवान रहौ अपन लत्ता पैधत रहौ, और जहाँ इछ्या लागत हुवाँए जात रहओ। तव जब तुम बुढे हुइहौ, तव तुम अपन हात पसरेहौ, और दुसरे तुमर लत्ता पैधाए दैहए, और तुम जहाँ जान ना चहात हओ हुवाँ लैजाए हँए।”
\v 19 पत्रुस कौन मेलकि मृत्युसे बे परमेश्‍वरको महिमा करेहए, कहीके चिन्‍ह करन येशू यईसो कहि रहए। इतकए कहिके बा बासे कहि, “मिर पिच्छु लाग।”
\v 20 पत्रुस पिच्छु घुमके देखि येशूके प्रेम करन् बारो चेला औ खानु खात पेती बाके छातीमे अडेस लैके बैठो और बासे, “प्रभु तुमके पक्डान बारो कौन हए ?” कहिके पुछन बारो चेला बाको पिच्छु पिच्छु आत देखि।
\v 21 पत्रुस बाके देखी, और येशूसे कहि, “प्रभु, जा आदमी का करैगो ?”
\v 22 येशू बिनसे कहि, “अगर मए ना आमौ तबतक असरा देखत् रहियौ करके मिर इच्छा हए तव का भओ ता ? मिर पिच्छु लागौं।”
\v 23 "जहेमरे, बे चेला ना मरहएँ कहिके जा बात भैयानके बीचमे फैलगो। येशू बे ना मरेहए ना कही रहए, पर "मए ना आमौ तवतक आसरा दिखिओ करके मिर इच्छा हए फिर तुमसे का ?” कहि रहए।
\v 24 जा बातकि गवाही देनबारो और जे बातके लिखन बारो जा
बहए चेला हए, और हम जानत् हएँ कि बाकी गवाही सच्ची हए।
\v 25 येशूके करेभए और फिर गजब काम हएँ। यदि बे सब लिखे हुईते तओ, मोके अइसो लग्तो, बे लिखीभइ किताब संसारभर् फिर ना अपएतो।

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\id jud Regular
\ide usfm
\h Jude
\toc1 Jude
\toc2 Jude
\toc3 jud
\mt Jude
\c 1
यहुदाकी चिठ्ठी
अध्याय 1
\v 1 येशू ख्रीष्टको दास, याकूबको भैया यहूदासे बुलओ भओ, औ परमेश्‍वर पितामे प्यारो और येशूके ताँही ख्रीष्टमे सुरक्षासे धरो भओ ,
\v 2 कृपा, शान्ति और प्रेम तुममे प्रसास्त होत जाबए।
\v 3 प्रिय हो, हम सब सहभागी भए उध्दारके बारेमे लिखन ताँही मए बहुत उत्साहीत भओ हओं, अइसिए सन्तके सदाकालके ताँही सौंपो भओ विश्‍वासके रक्षा करओ कहिके निबेदन करन तुमके लिखन मोके ठीक लागो।
\v 4 काहेकी बहुत पहिलेसे दण्डको भागीदार भए ,कोइ-कोइ आदमी गुप्त रुपमे तुमरे बीचमे घुसेहँए | जो ईश्‍वरहिन आदमी हँए, जौन हमर परमेश्‍वरको अनुग्रहके बिलासितामे बदल देत हँए, और हमर एक इकल्लो स्वामी और प्रभु येशू ख्रीष्टके इन्कार करत् हँए।
\v 5 तुम जे सब बात एक चोटी जाने होते, ताहुँ फिर अभए मए तुमके याद दिलान चाहत हओं , मिश्रदेशसे बचाएके लाए भए आदमी मैसे विश्‍वास ना करन बारेके परमप्रभु पच्छुसे खतम करदई।
\v 6 अपन अधिकारको मार्यदा कायम ना करके उचित वस्सथान छोड़न बारेनके स्वर्गदुतके बा पातालको अन्धकारमे न्यायको बा बणो दिनतके अनन्त बन्धनमे धरीहए।
\v 7 जैसी सदोम और गमोरा और बिनको आसपासके शहेर जौन व्यभिचार कर्के गलत काम वासनामें फसे रहँए, बे अग्‍नी कुण्डको दण्ड भोगके उदाहरण बने हँए।
\v 8 अइसीए करके सपना देखन बारे आदमी अपनो शरीर अशुध्द बनात हँए, अधिकार इन्कार करत हँए और स्वर्गीके प्राणीके निन्दा करत हँए।
\v 9 तव प्रधान दुत मिखायल फिर मोसाक लाहासके बारेमें शैतानसे विवाद करके बाके निन्दापूर्ण दोस लगान साहस ना करके , “तोके प्रभु डँटए” कही रहए।
\v 10 पर बे आदमीअपनए ना सम्‍झी बातके निन्दा करत् हँए ! "और निबुध्दि जनवार कता पाकृतिक ज्ञानसे जानन् बारि बातसे जे बिनास होतहँए।
\v 11 बिनके धिक्कार हए ! काहेकी बे कयिनको चालमे नेगत् हँए, लोभके खातिर बालामके भुलमे फसत हँए और कोरहके बिद्रोहमे जैसो नास होत हँए।
\v 12 बिनके प्रेमभोजमे लुके भए कलङ्क् हँए। बे अपन इकल्लो ख्याल करके सरम ना मानके खात और पित हँए। बे आँधीसे उणएके लैजान बारो पानी बिनाको बादलके जैसे हँए, जाणोके समयके फल बिनाके रुखा कता, जो दुई चोटी मर गए, और जर समेत उखण गए हँए।
\v 13 बे समुन्द्रमे आनबारो लणूरा जैसे हँए, जौन बे अपनए निर्ज्लताको झाग उग्लत हँए, बे बुते भए, औ हराने भए ताराके जैसे हँए, जौनके ताँही पातालको अन्धकार अनन्तके ताँही बचाएके धरो हए।
\v 14 "आदमसे सातओ पुस्तको हनोक फिर जे आदमीके बारेमे अइसे अगमवाणी बोलिरहए, "देखओ, परमप्रभु अपन असंख्या पवित्र जानके सँग आए रहोहए, "
\v 15 सबको इन्साफ करन, सबए आदमीनके दण्ड देन, जौन अधर्मी रितिसे भक्तिहिन काम करी हँए, और बे भक्तिहिन आदमीके दण्ड देन, जौन बाके बिरुध्दमे कठोर बात बोलि हँए।”
\v 16 बे गनगन करन बारे, असन्तोषी, घमण्डी बात बोलन बारे और लोभके ताँही आदमीको चुगली करन बारे जेहि हँए।
\v 17 पर प्रिय हो, तुम त हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको प्रेरितनसे पहिलेकी कहो बातके सम्झओ।
\v 18 बे बिनसे कही , “आखिरी समय मे अपनाए भक्तिहिन बासनाके पिछु लागन बारे खिल्ली उणान बारे हुइहँए।”
\v 19 बे फुट लान बारे, संसारिक आदमी और पवित्र आत्मा ना भए आदमी जेहि हँए।
\v 20 पर प्रिय हो , तुम त अपनएके बहुत पवित्र विश्‍वसमे बनात लैजाओ और पवित्र आत्मामे प्रार्थना करओ।
\v 21 अपनाएके परमेश्‍वरके प्रेममे धरओ और अनन्त जिवानके ताँही हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको कृपाके आसरा करओ।
\v 22 दोधारमे होन बारेनके दया दिखओ।
\v 23 औरनके आगीसे तानके निकरके बचाबओ, कोइ कोइनके दया दिखात हौशियार रहिओ, पापमय स्वभावसे अपवित्र भए लत्ता समेतके घृण्ना करओ।
\v 24 अब, जौन तुमके पापमे फसनसे बचाए सक्त् हए, और जौन तुमके आनन्द सहित बाके महिमाके अग्गु निर दोस हुइके दिखाए सकन बारो के,
\v 25 "बहे एक इकल्लो परमेश्‍वर, हमर मुक्तिदाता" येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुसे महिमा, प्रभुत्व, पराक्रम और अधिकार युग-युग पहिलेसे आज और सदा सर्बदा होत राहबए| आमेन |"

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\id luk Regular
\ide usfm
\h Luke
\toc1 Luke
\toc2 Luke
\toc3 luk
\mt Luke
\c 1
लुकासे लिखो भओ सुसमाचार
अध्याय १
\v 1 हमर बीचमे घटे भए घटनाको पुरो विवरण सँग्रह करनको काम बहुत जनी अपने हातमे लईं हँए ।
\v 2 बे जो सुरुसे बचनको प्रत्यक्ष गवाहा और सेवक रहँए, बे जा बात हमके सैंपदईं रहँए ।
\v 3 माननीय थियोफिलस, मए सुरुसे सावधनीसे सब बातके ढुड़ो हँऔं, और तुमके ताँही लैनसे लैन मिलाएके घटे भए घटना मोके लिखान अच्छो लागो,।
\v 4 ताकी तुमके सिकाओ भाओ जे सत्य बिषय तुमके पता होबाए।
\v 5 यहूदीयको राजा, हेरोदके पालामे,अबियाको कुलको जकरिया नाउँ भओ एक जनी पूजारी रहए । बाकी बैइयर हारुन-वंशकी रहए । बाको नाउँ एलीशिबा रहए ।
\v 6 बे दोनो परमेश्‍वरके अग्गु धर्मी रहँए, और परमप्रभुको सबए आज्ञा और धार्मिक-विधानमे निर्दोष हुइके नेगत रहँए ।
\v 7 पर बिनको कोइ सन्तान ना रहए, कहेकी एलिशिबा बाँझी रहए, और बे दोनेन्‍को उमेर ढल् गओरहए ।
\v 8 जब जकरिया परमेश्‍वरके अग्गु अपन दलके पालामे पूजारीको काम करत् रहए,।
\v 9 तव बाहुँवाको रितिके जैसो चिठ्ठासे पूजारीक् सेवाके ताँही मन्दीर भितर धुप जलानके ताँही छानत रहँए । ,और बा चिट्टा डारत पेती परमप्रभुके मन्दिरभितर घुस्के धूप जलानको काम जकरियाके पड़ो ।
\v 10 जब बा धूप जलात रहए, बा समयआदमीको सबए भीड़ बाहिर प्रार्थना करत रहए ।
\v 11 ठिक बहे समय परमप्रभुक् एक जनी स्वर्गदूत धूप-वेदीके दाहिनाघेन ठाणो देखि ।
\v 12 जकरिया बा स्वर्गदुतके देखके घब्रीयए गऔ, और डराए गऔ ।
\v 13 पर दूत बासे कही, “मतडराबए जकरिया,काहेकी तिर प्रार्थनाकी सुनाई हुइगई हए। अब तिर बैइयर एलीशिबा तिर ताँही एक लौड़ा जन्माबैगी, और ताए बाको नाउँ यूहन्‍ना धारीए।
\v 14 तोके खुशी और आनन्द होबैगो, और बेढब जनी बा के जन्ममे रमांमङ्गे।
\v 15 कहेकी बा परमप्रभुके अग्गु महान होबैगो । बा दाखमध और कुछु फिर मध कबहू ना पिबैगो, और अपनी आइयाके गर्भसे बा पवित्र आत्मासे भरोभओ होबैगो ।
\v 16 बा इस्राएलके सन्तानमे बहुतनके बिनके परमप्रभु परमेश्‍वरघेन घुमाबैगो ।
\v 17 दौवाको मन लौड़ा-लौड़ीयघेन और अनाज्ञाकारीनके धर्मीऔ बुध्दीघेन लैटान और प्रभुक ताँही योग्य बनाएके एक जाति तयार करन बाके अग्गु बा एलियाको आत्मा और शक्तिमे जाबैगो ।”
\v 18 तव जकरिया दूतसे कही, ''जा मए कईसे जानङ्गो्? मए बूड्ढों हुईगओ और मेरी बैइयरकी उमेर फिर ढल गइ हए ।”
\v 19 स्वर्गदूत बासे कही, ''मए गब्रिएल हऔं, मए परमेश्‍वरके अग्गु ठड़ोरहत हऔं। तोसे बात करन और जा ख़ुशीकी समाचार सुनान मोके पठाई हए।
\v 20 जौन दिन तक जे बात पूरो ना हुइहए, तब तक तए गूँगो होबैगो और मसक ना पाएहए,काहेकी तए मीर वचनउपर विश्‍वास ना करो, जउन वचन अपने समयमे पूरो होबैगो| ।”
\v 21 औ जकरीय लम्मो समय तक मन्दीरके भितर रहो तव आदमी अचम्मो मानके बाको इन्तजार करीं ।
\v 22 बा बाहिर निकरके आतै बिनसे मस्कनए ना पाई और बा मन्दिरमे दर्शन देखि हए कहिके बे सम्झीं । बा बिनके इशारा करन लगो, तव बा गूँगो हिइगओ।
\v 23 बाको सेवाको दिन पुरो हुइके पिछु बा अपन घर गईभओ।
\v 24 अइसीए बाकी बैइयर एलीशिबा गर्भवती भई, और पाँच महीना तक लुक्के बइठी और आइसो कही ।,
\v 25 "आदमीक बिचमे मीर कलङक् हटान ताँही अब परमप्रभु मिरउपर आईसी कृपा करी हए।
\v 26 " छैटौँ महीनामे परमेश्‍वर गब्रिएल स्वर्गदूतके गालीलको नासरत नाउँको शहेरमे पठाई ।
\v 27 बा एक कन्य- लौड़ीयठीन गओ बाकी मगनी दाऊदके घरानाको योसेफ काहानबारो एक आदमीसे भओ रहए । बा कन्यको नाउँ मरियम रहए।
\v 28 स्वर्गदूत बाकेठिन जाएके कही, “हे कृपा -पात्र तोके अभिवादन ! परमप्रभु तीरसँग हए।”
\v 29 पर बा जा बातसे गजब चिनतीत् हुइगई, और जा कईसो किसीमको अभिवादन हए कहिके मनमे सोचन् लागी।
\v 30 स्वर्गदूत बासे कही, “मतडराबए,मरियम, काहेकी तए परमेश्‍वरसे कृपा पाओ हए।
\v 31 अब देख तेरो गर्भधारण होबैगो, और एक लौड़ा जन्मा बइगो, और तए बक नाउँ येशू धरैगो।
\v 32 बा माहान होबैगो और परमप्रधानको पुत्र कहेलाबैगो और परमप्रभु परमेश्‍वर बाको बक् पुर्खा दाउदको सिंहासन देबैगो।
\v 33 बा याकूबके वंशउपर सदाके ताँही राज्य करैगो, और बाको राज्यको अन्त कबहु ना होबैगो।”
\v 34 मरियम स्वर्गदूतसे कही, “जा कईसे होबैगो, काहेकी मए एक कन्या हऔं ।”
\v 35 स्वर्गदूत बाके जवाफ दैइके कही, “पवित्र आत्मा तिरमे अबैगो, और सर्वोच्चकी शक्तिको छाँइ तीरउपर पणौगी । बहेमरे जो जन्मैगो, बा पवित्र,औ परमेश्‍वरको पुत्र कहेला बैगो।
\v 36 देख, तीर नातेदार एलीशिबा फिर बुड़ेवस्थामे लौड़ा गर्भधारण करिहए, और जो बाँझी कहेलात रहए, बा अभए छैटौँ महीनामे हए ।
\v 37 काहेकी परमेश्‍वरके ताँही कछु बात असम्मभ ना हए ।”
\v 38 तव मरियम कही, “देख,मए परमप्रभुकी दासी,मोके तुमर वचन जैसो होबए । तव स्वर्गदूत बाकेठीनसे बिदा हुइगओ ।
\v 39 बे दिनमे मरियम जल्दीसे पहाड़घेन यहूदियाक् एक गाउँमे गई,।
\v 40 और जकरियाको घरमे घुस्के एलीशिबाके अभिवादन करी।
\v 41 जब एलीशिबा मरियमकी अभिवादन सुनी तब बाको गर्भको बालक उछल पड़ो, और एलीशिबा पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण भई,।
\v 42 और एलीशिबा जोड़से कही, “बैइयर मइसे ताए धन्यकी हए, और तीर गर्भको फल धन्यको होबए।
\v 43 मीर उपर कैसे अइसो कृपा भओ कि मेरी प्रभुकी आइय मीरठीन आइ?
\v 44 काहेकी देख, तीर अभिवादन मीर कानमे पड़तए खिनक् बालक मीर गर्भमे आनन्दसे उछलपड़ो ।
\v 45 बे धन्यकी हए, जो परमप्रभु बिनसे कहीभई बात पूरो होबैगो कहिके विश्‍वास करीं।”
\v 46 तव मरियम कही, “मीर प्राण परमप्रभुको गुणगान करत हए,।
\v 47 और मीर आत्मा मीर मुक्तिदाता परमेश्‍वरमे रमाहट करतहए।
\v 48 काहेकी बा अपनी दासीकी दिन्तामे कृपा-दृष्टि करी हए,। देख अब से सबए पुस्ताके मोके धन्यकी काहामङ्गे।
\v 49 काहेकी बा, जो शक्तिशाली हए, बा मीर ताँही महान काम करी हए | बाको नाउँ पवित्र हए।
\v 50 बाको डर मानन् बारेक् उपर बाको कृपा पुस्तासे पुस्तातक् राहाबैगो।
\v 51 बा अपनी बाहुलीको सामर्थ्य प्रकट करी हए। बा मन भितरको कल्पनामे घमण्ड करन बारोक् छरपष्ट करी हए।
\v 52 बा शक्तिशालीनके बिनकी सिंहासनसे हटाई हए,। और दीनन्के उठाइ हए।
\v 53 भुकेनके बा अच्छी चीजसे तृप्त करी हए, और धनीके बा रितो हात पठाई हए।
\v 54 बा अपनो कृपा स्मरण करके अपनो सेवक इस्राएलके सहायता दई हए,।
\v 55 और हमर पुर्खाके कहोभओ हानी, अब्राहाम और बाकी भावी सन्तानके सदाकालके ताँही दया देखाई हए।”
\v 56 मरियम बाकेसँग लगभग: तीन महीना बैठके अपने घर घुमी।
\v 57 अब एलीशिबाको लरकौरी होन बेरा आयो, और बा एक लौड़ा जन्माई।
\v 58 परमप्रभु बाकउपर बाके बाड़ो अनुग्रह दिखाइ रहए कहिके सुनी बाकी परोसी और नातेदार बक संग रमाई।
\v 59 आठौँ दिनमे बे बालकके खतना करन आए। और बाको नाउँ बाको दौवाको नाउँजैसो जकरिया धरन लगे रहँए,।
\v 60 पर बाकी आईया कही, “ना, जक नाउँ यूहन्‍ना होबैगो।”
\v 61 बा बिनसे कही, “तिर नातेदारमे आईसो नाउँ भओ कोई ना हए।”
\v 62 तव बे बाको दौवासे इशारा करके पुछिं तए जाको नाउँ का धरन चाँहत हए ?
\v 63 बा एक लिखनबारो मगाई "जाको नाउँ यूहन्‍ना हए'' कहिके लिखदाई| बे सब अचम्मो पड़ीगए।
\v 64 तुरन्ताए बाको मुह खुलीगओ और बाक् बोली खुलगई और बा परमेश्‍वरको प्रशंसा करन लगो।
\v 65 बक पड़ोसीमे डर छैगओ। यहूदियाको जम्माए पहाड़ी मुलकभर जा घटनाको चर्चा फैलगओ।
\v 66 जा बात सुनके सबए जा बालक पिछु कइसो होबैगो कहिके अपन मनमे गुनी। काहेकी परमप्रभुको बाहुली बाके उपर रहए।
\v 67 बाको दौवा जकरिया आत्मासे भरके अगमवाणी बोलन लागो,
\v 68 " इस्राएलको परमप्रभु, परमेश्‍वरको प्रशंसा होबए, काहेकी बा आओ हए, और अपन आदमीके उध्दार दईहए।
\v 69 बा हमर ताँही आपन दास दाऊदकी वंशमे एक शक्तिशाली मुत्तिदाता खड़ा करदईहए,।
\v 70 जैसी बा प्राचीन कालसे आपन पवित्र अगमवक्ताके मुहुसे बोलिरहए,।
\v 71 कि हमर दुस्मनसे और हमके घृणा करन बारेक् सबएके उद्धार करैगो।
\v 72 बा हमर पुर्खानके कृपा दिखन ताँही, और अपनो पवित्र करार स्मरण करन ताँही,।
\v 73 जैन शपथ बा हमर पुर्खा अब्राहामसँग खाई रहए,।
\v 74 और बिना डरके हम हमर शत्रुके हातसे मुक्त होमए, और बाके अग्गु अपन सारो जिवन भर ।
\v 75 हमर सबए जीवनभर पवित्रता और धार्मिकतामे बाके अग्गु बाको सेवा करन ताँही योग्यको बनान् कहिके कसम खाइ।
\v 76 हे बालक, तए सर्वोच्चको अगमवक्ता कहेलाबैगो, काहेकी तए प्रभुके अग्गु अग्गु बाको डगर तयार करत जाबैएगो,।
\v 77 बाको जातिनके पाप-क्षामासे मुक्तिको ज्ञान देन ताँही।
\v 78 हमर परमेश्‍वरको कोमल कृपाके बजैसे, स्वर्गसे सबेरेको जोत हमर उपर पड़ैगो ।
\v 79 और अन्धकार और मृत्युकी छाँईमे बैठन बारेनके ज्योती मिलैगी । और हमर पाँओ शान्तिक् डगरघेन डूर्‍या बएगो।”
\v 80 तव बालक यूहन्‍ना बढ़ताए और आत्मामे ताग्तीलो होतए गओ, और इस्राएलीठीन खुला रुपमे देखा ना पड़न तक बा उजाड-स्थानमे बैठो।
\c 2
अध्याय २
\v 1 बे दिनमे कैसर अगस्टस बिनको सबए साम्राज्य मे जनगणना लेन हुकम जारी करी।
\v 2 कुरेनियस सिरियाको हाकिम होन समय जा पहिलो पटकको जनगणना रहए।
\v 3 सबए जनी नाउँ दर्ता करन अपनो-अपनो शहेरमे गए।
\v 4 योसेफ फिर गालीलको नासरतसे यहूदियाको बेथलेहम कहन बारो दाऊदको शहरमे गओ, काहेकी बे दाऊदके कुटुम्ब और वंशको रहँए।
\v 5 नाउँ दर्ता करन बा अपनसँग मगनी भई मरियमके लैके गओ और मरियम गर्भवती रहए।
\v 6 बे बाहुनए होत्, मरियमके बालक जन्मान बेर भओ।
\v 7 बा आपनो जेठो लौड़ा जन्माई और बाके लत्तासे लपेटके ड़ोणमे धरदई, काहेकी बिनके ताँही घरमे ठाउँ ना रहए।
\v 8 बाहे इलाकामे गंयारो रहँए, बे चउरमे बैठे रातके अपन बगालकी लख्बारी करत रहँए।
\v 9 प्रभुक् एक जनी स्वर्गदूत बिनकेठीन देखा पड़ो, और प्रभुक् तेज बिनके असपस चम्को, तव बे बेढम डराएगए।
\v 10 तव स्वर्गदूत बिनसे कही, “मतडराबऔ, काहेकी देखऔ, आज मए तुमे बड़ो आनन्दको सुसमाचार सुनामङ्गो, जो सबए आदमीक ताँही होबैगो।
\v 11 आज दाऊदके शहेरमे तुमर ताँही एक जनी मुक्तिदाताको जन्म भओहए,जो ख्रीष्ट प्रभु हए।
\v 12 तुमके चिहीना जा होबैगो तुम एक बालकके लत्तासे लपेटो भऔ और डोंणमे लेटोभऔ पाबैगे।”
\v 13 तव एकदमसे बे स्वर्गदूतसँग स्वर्गीके सेनको एक दल दिखाने ।बे अइसो काहत परमेश्‍वरको स्तुति करत रहँए, ।
\v 14 "सर्वोच्चमे परमेश्‍वरकी महिमा, और पृथ्वीमे जौन आदमीसँग बा खुशी हए, बिनके शान्ति।"
\v 15 जब स्वर्गदूत बिनसे बिदा हुइके स्वर्गमे गए, तव गंयारो आपसमे कहीँ, “आओ, हम बेथलेहेमतक जाँए, और हुँआ घटोभओ जा घटना और परमप्रभु हमके बताईभैइ बात जाएके देखैँ।”
\v 16 बे एकदमसे गए, और मरियम और योसेफ दोनोके, और बालकके डोंणामे सोतभओपाईं।
\v 17 जब बे जा देखिँ, तव जा बालकके बारेमे जो बात बिनसे कहेके बे बिनके बताए दईं।
\v 18 गयारोसे बताईभइ बात सुनन् बारे सब अचम्मो मानी।
\v 19 पर मरियम जे सब बात समखतए मनमे धरी।
\v 20 जइसी बिनसे कहीं रहए उइसीए सबए बात सुनी और देखि रहए, परमेश्‍वरकी महिमा और स्तुति करतए गयारो लैटे।
\v 21 आठौँ दिनमे बालकको खतना होत बाको नाउँ येशू धरीं, जौन नाउँ गर्भमे आनसे अग्गु स्वर्गदूत दइ रहए।
\v 22 मोशाक् व्यवस्था जैसो बिनके शुध्द होनको समय पूरो होतए बे बाके परमप्रभुके अग्गु सौपन यरूशलेममे लाईं।
\v 23 जैसो प्ररमप्रभुके व्यवस्थमे लिखोहए, “पहिलो जनमनबारो हरेक जेठो परमप्रभुक् ताँही पवित्र कहेलाबैगो।”
\v 24 तव एक जोड़ा ढुकुर(धौंरीया) की कबुतरके दुई बाच्चा करके परमप्रभुके व्यवस्थामे कही जैइसो बे बलिदान चढ़ान आए।
\v 25 यरूशलेममे सिमियोन नाउँ भओ एकआदमी रहए । बा इस्राएलको सान्त्वनाके आशा करनबालो धर्मी और भक्तजन रहए। और पवित्र आत्मा बाके उपर रहए।
\v 26 परमप्रभुक् ख्रीष्टके ना देखेन तक् बा ना मरैगो कहो प्रकाश बा पवित्र आत्मासे पाई रहए।
\v 27 एक दिन बा पवित्र आत्माके प्रेरणासे मन्दिरभितर आओ। जब आइया- दौवा बालक येशूके बाके ताँही व्यवस्थाक् जैसो विधि करन ताँही मन्दिरभितर लाईं।
\v 28 तव बा बाके अपन गोदीम् लई, और परमेश्‍वरको धन्यवाद दइके कही,
\v 29 "अब हे परमप्रभु, अपनो वचनके जैसो तुम अपनो दासके शान्तिसे बिदा देबाऔं।
\v 30 काहेकी मीर आँखी तुम्हरो उध्दार देखिहए ।
\v 31 जो तुम सबए आदमीके अग्गु तयार करे हओ ।
\v 32 तुमर जन इस्राएलक् और अन्यजातिके ताँही प्रकाश देन बारी ज्योति हए ।"
\v 33 औ बाको दौवा और आइया बाके बारेमे बोलीभइ बातमे अचम्मो मानी।
\v 34 सिमियोन बिनके आशीर्वाद दई, और बाकी अइया मरियमसे कही, “देख, जा बालक इस्राएलमे बेढ़मके पतन और उत्थानके ताँही और बहुतनके विरोधमे बोलन ताँही एक चिन्हके ताँही नियुक्त करिहए।
\v 35 ताकी बहुतनके हृदयके विचार प्रकट होमए, ताकी तरवारसे बिनको अपनो हृदय फिर छिदैगो।”
\v 36 आशेरके कुलमे फनुएलकी लौड़ीय हन्ना नाउँकी एक वृध्दा अगमवादिनी रहए ।, जो कुमारी समयमे विहा करके सातै वर्ष तक् लोगासँग बैठी रहए।
\v 37 औ विधुवा रहिके बाको चौरासी वर्ष पुगो रहए। बा मन्दिर ना छोड़त् रहए, पर उपवास और प्रार्थनाकेसँग रातदिन उपासना करत रहए।
\v 38 बाहे समय बा आएके परमेश्‍वरके धन्यवाद दई ।, और यरूशलेमको उध्दारको आसा करन बारे सबएके, बालकके बारेमे बताई ।
\v 39 जब बे परमप्रभु व्यवस्थाके जैसो सबए काम करके निभटाई, तव बा गालीलको अपनो शहेर नासरतमे घुमगए।
\v 40 बालक बुध्दिसे भरिपूर्ण हुईके बढ़तए और तागत् वर होत एगओ, और परमेश्‍वरको अनुग्रह बाकेउपर रहए।
\v 41 बाकी अईया-दौवा निस्तार-तेवहारमे हरेक वर्षमे यरूशलेममे जात रहँए।
\v 42 जब येशू बाह्र वर्षको भओ, तव बे तेवहारको रीतिरीबाज जैसे यरूशलेममे गए।
\v 43 तेवहारको दिन निभ्टातए पीछु बे लौटत बालक येशू यरूशलेम मे रहीगओ जा बात बाके अईया-दौवा पता ना पाईं।
\v 44 बा यात्रीनके दलमे हए कहिके बे एक दिनकी डगर गए । बाके बे नातेदार और चिनजानके बिचमे ढुंणी।
\v 45 पर ना पाएके बे बाके ढुणन फिरसे यरूशलेममे लौटे।
\v 46 तीन दिनपच्छु बे बाके मन्दिरमे शिक्षकनके बीचमे बैठके बिनकी बात सुनत बिनसे प्रश्‍न करत पाईं।
\v 47 सुनन् बारे सबए बाकी समझशक्तिमे और बाके उत्तरमे अचम्मो पणत रहँए।
\v 48 बाके देखके बाकी अईया-दौवा चकित भए। और बाकी अईया कही, “लौड़ा, तए हमके जा का करो ? देख ! तीर दौवा और मए तोके ढुणाके हैरन हुईगाए ।”
\v 49 बा बिनसे कही, “तुम मोके कहे ढुणतहओ ? का मए अपन पिताके घरमे हऔं कहिके तुमके पात ना रहए ?”
\v 50 पर बा बिनसे कहीभई बात बे ना सम्झीं।
\v 51 तव बा बिनकेसँग नासरतमे गईभऔ, और बिनको आज्ञाकारी हुइके बैठो । बाकी अईया जे सब बात अपने मनमे धरलईं ।
\v 52 तव येशू बुध्दिमे, कदममे और परमेश्‍वर और आदमीके अनुग्रहमे बढ्ताए गओ ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 कैसर तिबेरिअसके शासनकालमे पन्धौँ वर्षमे पन्तियस पिलातस यहूदियाक हाकिम रहए । बाहे समय हेरोद गालीलको शासक रहए, और बाको भैईया फिलिप इतुरिया और त्राखोनितिसको शासक रहए,तव लुसानियास अबिलेनेको शासक रहए ।
\v 2 हन्‍नास और कैयाफाक प्रधान पूजारीगिरीको समयमे परमेश्‍वरको वचन उजाड-स्थानमे जकरियाक् लौड़ा यूहन्‍ना ठीन आओ ।
\v 3 बा पाप-क्षमाके ताँही पश्‍चातापको बप्तिस्मा प्रचार करतए यर्दन नदीयके आसपासके सब इलाका हुइके आओ ।
\v 4 यशैया अगमवक्ताको वचनके पुस्ताकमे अइसो लिखोहए, “उजाड-स्थानमे एक जनीक् चिल्लन बारोको आवाज, परमप्रभुक् डगर तयार करऔं, बाक डगर सुध बनाबऔं ।
\v 5 सबए गड्डा भरेजामए, और सबए पहाड और सब उची जगह बरोबर बनेजामङ्गे| और टेंहणी डगर सुध होमङ्गे, और खराब डगर बनो जएहँए,
\v 6 और सबए आदमी परमेश्‍वरको मुक्ति देखङ्गे ।‍"
\v 7 जहे मारे बक़ठीन बप्तिस्मा लेन अनबारे भीडसे बा कही,''ए साँपके बच्चा, आनबारो क्रोधसे भाजन तुमके कउन चुतौनी दई ?
\v 8 जकमारे पश्‍चात्तापको सुहानबारो फल फलाबऔ, और तुम अपनए 'हमरो पिता अब्राहम हए' काहान् पिच्छु मतलागऔ, काहेकी मए तुमसे काहातहऔं, परमेश्‍वर जे पत्थरसे अब्राहमके ताँही सन्तान उत्पन्न कर सकत् हए |
\v 9 अभए कुणहारी रूखक् जरमे पणगई हए, बहे मारे अच्छे फल ना देनबारे सबए रुखा उदरे जामङ्गे, और आगीमे फेंके जए हँए ।‍"
\v 10 आदमी यूहन्‍नासे पुछीं, “तव हम का करए ?”
\v 11 बा बिनसे कही,'' जौन ठीन दुई जोण कठीया हए, बा ना होनबारेके एक दए देबए, और जौन ठीन खानबारो हए, बा फिर अइसी करए ।"
\v 12 कर उठानबारे फिर बप्तिस्मा लेनआए, तव बासे पुछी, “गुरुजी हम का करँए ?”
\v 13 बा बिनसे कही,''तुमके कहोसे जाधा मतलेबऔ ।”
\v 14 सिपैया फिर पुछीं,''हम का करँए ?” बा बिनसे कही, “कोइक उपर अत्याचार करके, और झूठो दोष लगाएके मतलुटऔ । अपन तनखामे सन्तुष्ट राहा बऔ ।”
\v 15 तब आदमी प्रतीक्षा करत रहँए, और सब अपन मनमे यूहन्‍नाके बारेमे शायद जाहे त ख्रीष्ट ना हएकी कहिके विचार करत रहँए ।
\v 16 तव यूहन्‍ना बे सबके जवाफ दइ, “मए तुमके पानीसे बप्तिस्मा देतहऔं, पर एक जनी मोसे शक्तिशाली आए रहो हए, जैनके जुताकी तनी खोलनको लायकको मए ना हऔं । बा तुमके पवित्र आत्मा और आगिसे बप्तिस्मा देबैगो ।
\v 17 फटकन बारो सुपो बाके हातमे हए, जौनसे बा अपनो आँगन अच्छेसे सफा करैगो । और गेहूँ अपनो बक्खारीमे जम्मा करैगो,पर भुसा बा ना बुतन् बारी आगिमे जलबैगो ।
\v 18 अइसीए और बहुत अर्तिसे शिक्षा दैके यूहन्‍ना आदमीनके सुसमाचार प्रचार करी ।
\v 19 पर शासक हेरोद अपनी भैयाकी बैइयर हेरोदियासके धरनके कारण और बा करोभओ सबए दुष्कर्मके ताँही यूहन्‍ना बिनके ढाँटी रहए ।
\v 20 यूहन्‍नाके जेलखानमे डारके बा सबसे दुष्कर्मउपर और एक दुष्कर्म बढ़ाइ रहए।
\v 21 जब सबए आदमी बप्तिस्मा लईं, तव येशू फिर बप्तिस्मा लैके प्रार्थना करत रहए, तव स्वर्ग खुलगओ ।
\v 22 और पवित्र आत्मा शारीरके रुपमे ढुक्कुर जैसो बाके उपर उतरके आओ । तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज आओ, “तए मिर प्यारो पुत्र हए तोसे मए बेढम खुशी हओं ।”
\v 23 येशू अपनो सेवाको काम शुरू करत बा करीब तीस वर्षक् रहए । आदमी बाके योसेफको लौड़ा हए कहिके काहात रहँए । योसेफ एलीक् लौड़ा रहए ।
\v 24 एली मत्ततको लौड़ा,मत्तत लेवीको लौड़ा, लेवी मल्कीक् लौड़ा,मल्कीक यान्नाको लौड़ा,यान्ना योसेफको लौड़ा,
\v 25 योसेफ मत्ताथियासको लौड़ा, मत्ताथियास आमोसको लौड़ा, आमोस नहूमको लौड़ा, नहूम इसलीको लौड़ा, इसली नग्गैको लौड़ा,
\v 26 नग्गै माथको लौड़ा, माथ मत्ताथियासको लौड़ा, मत्ताथियास सेमैनको लौड़ा, सेमैन योसेखको लौड़ा,योसेख योदाको लौड़ा रहए,
\v 27 योदा योआननको लौड़ा, योआनन रेसाको लौड़ा, रेसा यरुबाबेलको लौड़ा, यरूबाबेल शाल्तिएलको लौड़ा, शालतिएल नेरीको लौड़ा,
\v 28 मल्कीको लौड़ा नेरी , अद्दीको लौड़ा मल्की, अद्दी कोसामको लौड़ा, कोसाम एलमादमको लौड़ा, एलमादम एर् को लौड़ा,
\v 29 एर् यहोशूको लौड़ा, यहोशू एलीएजरको लौड़ा,एलीएजर योरीमको लौड़ा, योरीम मत्तातको लौड़ा, मत्तात लेवीको लौड़ा रहए,
\v 30 लेवी शिमियोनको लौड़ा, शिमियो यहूदाको लौड़ा, यहूदा योसेफको लौड़ा, योसेफ योनानको लौड़ा, योनान एल्याकीमको लौड़ा,
\v 31 एल्याकीम मलेआको लौड़ा, मलेआ मिन्नाको लौड़ा, मिन्ना मत्ताथाको लौड़ा, मत्ताथा नातानको लौड़ा, नातान दाऊदको लौड़ा,
\v 32 दाऊद यिशैको लौड़ा, यिशै ओबेदको लौड़ा, ओबेद बोअजको लौड़ा, बोअज सल्मोनको लौड़ा, सल्मोन नहशोनको लौड़ा,
\v 33 नहशोन अम्मीनादाबको लौड़ा, अम्मीनादाब आरामको लौड़ा, आराम हेस्रोनको लौड़ा, हेस्रोन फारेसको लौड़ा, फारेस यहूदाको लौड़ा,
\v 34 यहूदा याकूबको लौड़ा,याकूब इसहाकको लौड़ा, इसहाक अब्राहामको लौड़ा, अब्राहाम तेरहको लौड़ा, तेरह नाहोरको लौड़ा,
\v 35 नाहोर सरुगको लौड़ा,सरुग रऊको लौड़ा, रऊ पेलेगको लौड़ा, पेलेग एबेरको लौड़ा, एबेर शेलहको लौड़ा,
\v 36 शेलह केनानको लौड़ा, केनान अर्पक्षदको लौड़ा, अर्पक्षद शेमको लौड़ा, शेम नोआको लौड़ा, नोआ लेमेखको लौड़ा,
\v 37 लेमेख मतूशेलहको लौड़ा, मतूशेलह हनोकको लौड़ा, हनोक येरेदको लौड़ा, येरेद मह्लालेलको लौड़ा, मह्लालेल केनानको लौड़ा
\v 38 केनान एनोशको लौड़ा, एनोश शेतको लौड़ा, शेत आदमको लौड़ा, आदम परमेश्‍वरको लौड़ा रहए ।
\c 4
अध्याय 4
\v 1 येशू पवित्र आत्मासे भरीपूर्ण हुइके यर्दनसे- लौटो, और आत्मा बाके उजाड-जगहामे लैगओ ।
\v 2 और चालीस दिन तक उजाड-जगहामे दियाबलससे* बा परीक्षित भओ। बे दिनमे बा कछु ना खाई रहए, और बा समय के पिछु बा भुकानो रहए ।
\v 3 तव दियाबलस बासे कही, “तए परमेश्‍वरको पुत्र हए कहेसे जा पत्थरके आज्ञा कर, और बा रोटी बनए ।"
\v 4 येशू बासे कही , “लिखोहए, आदमी रोटीसे इकल्लो जीवित ना रहत हए ।”
\v 5 बा बाके एक उँचो जगहामे लैजाएके एकए चोटी जगत् के सब राज्यके दिखाई ।
\v 6 दियाबलस बासे कही, “मए जा सबए अधिकार और जा गौरव तोके देमङ्गो । काहेकी जे सब मोके सुम्पि हए, और मए जउनके इच्छा करतहओं , बाहेके देतहओं ।
\v 7 तए मोके दण्डवत करैगो कहेसे ,जा सब तिर होबैगो ।"
\v 8 पर येशू बासे कही, “लिखोहाए, तए परमप्रभु अपन परमेश्‍वरके इकल्लो दण्डवत करीए, और बाकी इकल्लो सेवा कर' ।”
\v 9 ” तव बा बाके यरूशलेममे लैगओ मन्दिरकी चुटियामे धरी, और बा कही, “तए परमेश्‍वरको पुत्र हए कहेसे बाहुनसे कुद ।
\v 10 काहेकी लिखोहए, 'बा तिर रक्षा करन अपन स्वर्गदूतके आज्ञा करैगो ।'
\v 11 और 'बे तोके हातए-हात रोकङ्गे, नत तिर टाङ् पत्थरमे ठुकैगे' ।”
\v 12 येशू बासे कही, “आइसो कहो गओ हए, "तए परमप्रभु अपन परमेश्‍वरके परीक्षा मतकरीए'|”
\v 13 दियाबलस बाके सबए परीक्षा करके पिच्छु दुसरो समय ना आनतक बाके छोडके चलो गओ ।
\v 14 येशू पवित्र आत्माकी शक्तिमे गालीलमे लौटो, और बक विषयकी बात आसपासके सबए जगहामे फैलगओ ।
\v 15 बा सभाघरमे शिक्षा देन लगो, और सब बाकी प्रशंसा करत रहँए ।
\v 16 एक दिन येशू नासरतमे आओ, जहाँ बा बड़ो भओ रहए । बा अपनो आदत जैसे शबाथ-दिनमे सभाघरमे गओ और धर्म शास्त्र पढन ठाड़ो ।
\v 17 बाके यशैया अगमवक्ताकी किताब दइ। बा किताब खोली, और जा बात लिखीभइ खण्ड निकारी।
\v 18 "परमप्रभुक् आत्मा मिरउपर हए, काहेकी गरीबके सुसमाचार सुनान् ताँही बा मोके अभिषेक करी हए । कैदीनके छुटकाराको घोषणा करन, और अन्धारनके दृष्टि देन, अन्यायमे पड़ेभएनके स्वतन्त्र करन ताँही,
\v 19 और परमप्रभुक् खुशिको वर्ष घोषणा करन ताँही बा मोके पठाईहए ।”
\v 20 बा किताब बन्द करी, और एक जनी सेवकके दैके बा बैठो । सभाघरमे भए सबकी नजर बाके उपर पड़ी ।
\v 21 तव बे बासे कही, “आज धर्मशास्त्रको जा वचन तुमके सुनतए सुनत पूरो हुइगओ हए ।”
\v 22 सब बाके सराहना करी, और बाके मुहसे निकरीभइ कृपापूर्ण वचनमे अचम्मो मानी । और बे कहीं, “जा योसेफको लौड़ा ना हए का?”
\v 23 बा बिनसे कही, “निहात्या, तुम मोसे जा काहाबत् काहाबैगे, ए वैध, अपनएके आच्छो कर। कफर्नहुममे ताए जो जित्तो करो कहीके हम सुने रहओ, बे हियाँ अपने शहेरमे फिर कर'| ।”
\v 24 तव बा कही, “निहात्या मए तुमसे काहातहओं," कोई फिर अगमवक्ताके बिनको अपने जगहमे स्वगत ना होतहए ।
\v 25 पर वास्तबमे मए तुमसे काहातहओं, इस्राएलमे एलियाके समयमे बेढम विधुवा रहँए, बाहे समय जब साढ़े तीन वर्ष वृष्टि रुको, यितोतके सबए देशमे बाड़ो अनिकाल पड़ोरहए ।
\v 26 पर एलिया सिदोन देशके सारपतमे भई एक विधुवा ठीन इकल्लो पठाओ गओ, और कोइकेठीन ना पठाइ।
\v 27 एलिया अगमवक्ताके समयमे इस्राएलमे बेढम कोड़रोग भए रहए,पर सेफिर सिरियाली नामान इकल्लो अच्छो भओ, और कोई अच्छो नाभए ।
\v 28 जा बात सुनके सभाघरमे भए सब जनी दिक्कके मरे चूर हुइगए।
\v 29 बे उठे और बाके शहेरसे बाहिर निकारके जौन पाहाडमे बिनको शहेर बनो रहए, बाहेकी चुटियामे लैजाएके बाके तरे ढकेलन सोँची।
\v 30 पर बा बिनके बीचसे निकरके चलोगओ ।
\v 31 बा गालीलको एक शहेर कफर्नहुममे गओ । शबाद-दिनमे बा बिनके सभाघरमे शिक्षा देत रहए ।
\v 32 बे बाकी शिक्षा मे अचम्मो पड़े, काहेकी बा अधिकारसे बोलत रहए ।
\v 33 सभाघरमे अशुध्द भूतात्मा लगो भओ एक आदमी रहए,और बा बेढम जोणसे किकीयाअनो,
\v 34 "हे येशू नासरी, तिर हमसे का काम ? का तए हमके नष्ट करन आओ हए ? मोके पाता हए । तए परमेश्‍वरको पवित्र जन हए ।”
\v 35 " तव येशू बाके डँटके कही, “चूप लाग, और बासे निकरके जा ।”बा आदमीके बिचमे फतफत बाएके बाके कछु नुकसान ना करके बा भूतात्मा बासे निकरके गओ ।
\v 36 तव बे सब अचम्मो परे, और एकदुसरेसे आइसो कहीन लागे, “जा कैसो वचन हए ? जा त अधिकार और शक्तिसे अशुध्द आत्माके आज्ञा करत हए, और बे निकर जात हँए ।”
\v 37 बाकी चर्चा आसपास मुलुकमे हरेक जगाहामे फैलगइ ।
\v 38 सभाघरसे निकरके बा सिमोनके घरमे घुसो । सिमोनकी सासके बहुत बुखार आत रहए, और बे बक ताँही बासे बिन्ती करी ।
\v 39 बाके ठिन ठाणके बा बुखारके डाँटके कही, और बुखार बाके छोड़दई, और तुरन् तए उठके बा बाक् सेवा करन लागि ।
\v 40 तव दिन डूबन समय बहुत किसिमके रोग लागेभए सबए बेमारीनके बे येशूके ठीन लाईं । बा बिनके हरेक के उपर अपन हात धरके बीनके अच्छो करी ।
\v 41 बेढम आदमीनसे फिरभुत किकीआत और अइसो कहत निकरे, “तए
परमेश्‍वरको पुत्र हए ।”पर बा बिनके जोणसे बोलन ना दई, काहेकी बे बाके ख्रीष्ट हए कहिके चिनत रहँए ।
\v 42 सबेरे उजियारो भओ ,बा निकरके एकान्त जगाहामे गओ । भीण बाके ढुणत बाकेठीन पुगे और हमके छोड़के मतजओं, कहीके बाके रोकन कोसीस करीँ ।
\v 43 पर बा बिनसे कही, “मोके परमेश्‍वरको राज्यको सुसमाचार और शहेरमे फिर सुनान् पणैगो, कहेके मए जहेके ताँही पठाओ गओ हओं।"
\v 44 तव बा यहूदियाक् सभाघरमे प्रचार करन लगो ।
\c 5
अध्याय 5
\v 1 आदमी परमेश्‍वरको वचन सुनन् बाके चारओघेन धक्कामुक्की करत रहँए, और बा गनेसरेत तालके किनारे ठणो रहए ।
\v 2 बा तालके किनारेमे दुई नैया देखी । पर मछर्‍या त नैयाके बाहिर बैठे अपन जार धोत रहँए ।
\v 3 बे दुई मैसे एक नैया त सिमोनकी रहए । बामे चढके बा नैयाके किनारेसे थुरदुर लैजानके कही । बा नैयामे बैठके भीड़के शिक्षा देन लागो ।
\v 4 मसक्के पिछु, बा सिमोनसे कही, “गहिरो घेन लैजाएके मच्छी फसान तँहीअपनो जार डारओ ।”
\v 5 पर सिमोन कही, 'गुरुजी, हम रात भार मेहेनत करके फिर कछु ना पए । तहुँ फीर तुमर कहेसे मए जार डारत हऔं।”
\v 6 तव जब अइसो करी, तव बहुतए मच्छी फसईं, और बिनको जार फटन लागो ।
\v 7 बे दुसरी नैयामे भए मछर्‍यानके आएके सहेता करन इशारा करीं । और आएके बे दोने नैया मच्छीसे भरी, हिनातकि नैया डुबन् लगी ।
\v 8 तव जा देखके येशूक पाउमे घुबटा पड़के सिमोन पत्रुस कही, “हे प्रभु, मिरठीनसे चलोजाओ, कहेकी मए पापी आदमी हओ ।”
\v 9 यित्तो माछरी मारके देखके बे और बाके सँग राहन बारे सब अचम्मो मानी ।
\v 10 "अइसीए करके जब्दियाक् लौड़ा याकूब और यूहन्ना फिर अचम्मो पणे। बे सिमोनसे साझेदार रहँए । येशू सिमोनसे कही, "मत डराए, अब अग्गुके तए आदमीके पकणैगो ।”
\v 11 तव बे अपन नैयां कीनारे लाईं, बे सब चीज त्यग्के, और बाके पीच्छू लागे ।
\v 12 जब बा कोई एक शहेरमे रहए, तव कोड़ रोग भरो एक आदमी येशूके देखके बाके पँवमे घुबटा पँड़के बिन्ती करी, “हे प्रभु, तुम्हरी इच्छा हए कहेसे मोके आच्छो कर सकत हओ ।”
\v 13 बा अपन हात फैलाके और कही "मए इच्छा करतहओ तए अच्छो हुईजा" कहिके बाके छुई, और तुरन्तए बाको कोड़रोग बासे हट गओ ।
\v 14 बा बिनके आदेश दई, “ जा कोइके मत बतैए । पर जएके पूजारीठीन अपनेके दिखा, और मोशाके व्यावस्थाहानी आज्ञा करी भइ अपने आपके पुजारीनके दिखा ।आदमीनके तए आच्छो भओ प्रमाणके ताँही भेटी चढा।”
\v 15 पर बाको चर्चा और जाद्धा जेहेन तेहेंन फैलगओ, और बेढम भरी भीण बाकी बात सुनन् और अपन-अपन रोगसे अच्छो होन जमा होत आए ।
\v 16 पर येशू त सुनसान जगहामे जाएके प्रार्थना करत रहए ।
\v 17 एक दिन बा शिक्षा देत रहए, गालीलमे और यहूदियामे हरेक गाउँ और यरूशलेमसे आए फरिसी और शास्त्री बाके ठीन बैठे रहँए । परमप्रभुकी अच्छो करन बारी शक्ति बाकेसंग रहए ।
\v 18 कुछ आदमी एक लुन्जा आदमीके खटियामे लाई, और बे बाके भीतर लान और बाके अगु धरन चाँही ।
\v 19 पर भीणके बजैसे बाके भितर लैजान कोई डगर ना पाएके बे छनी उपर चढ़ी, और बे छनि उत्कारके बाके खाटीया समेत येशूके अग्गु धरीं ।
\v 20 तव बा बिनको विश्‍वास देखके कही, “ए आदमी, तिर पाप क्षमा हुईगओ ।”
\v 21 तव शास्त्री और फरिसी पुछन लागे, “ईश्‍वार-निन्दा करन बारो जा कौन हए ? पाप त परमेश्‍वर बाहेक और कौन क्षमा कर सकत हए ?”
\v 22 पर येशू बिनकी सवाल प़ता पएके बिनके जवाफ दैके कही, “तुम अपन हृदयमे काहे सवाल करहओ ?
\v 23 तुमर पाप क्षमा भओ' कहीनो कि औ उठके नेग' कहीनो, कौन सहज हए ?
\v 24 और आदमीको पुत्र पृथ्वीमे पाप क्षमा करनको अधिकार हए कहीके तुम जानओ ।” तव बा लुन्जासे कही, “मए तोसे काहत हओं, उठ और अपन खाटीया उठाएके घरए जा ।”
\v 25 तव बा तुरन् तय बिनके अगु उठो, और जौन खाटीयामे बा पणो रहाए बा उठके परमेश्‍वारकी महिमा करतए बा अपन घरघेन गओ ।
\v 26 तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे परमेश्‍वारकी महिमा करीं, और भयभीत हुइके आइसो कहीं, “आज हम अचम्मो काम देखे।”
\v 27 तव जे बातपच्छु बा द्वारे गैभओ और लेवी नाउँ भओ एक जनी कर उठानबारो कर अड्डामे बैठोभओ देखी और बासे कही मिर पिच्छु लाग ।.
\v 28 तव बा सब चीज छोडके, और उठके बाके पाछु लागो।
\v 29 लेवी अपनो घरमे बाके ताँही बाणो भोजकी योजना करी । बा हुना कर उठानबारे और बाणो संख्यामे बाकेसँग बैठे रहँए ।
\v 30 फरिसी और बिनके शास्त्री बाके चेलनके विरुध्दमे आइसो कहिके गन गनान् लगे, “तुम कर उठानबारे और पापीसँग काहे खानपिन करत हओ ?”
\v 31 पर येशू बिनसे कही, “निरोगीनके वैधकी जरुरत् ना पणतए, पर रोगीनके इकल्लो ।
\v 32 मए धर्मीनके ताँही ना, तर पापीनके पश्‍चतापके ताँही बुलान आओ हऔं ।”
\v 33 बे बासे कहीं, “यूहन्नाके चेला बारम्बार उपबास बैठत हँए और प्रार्थना करत रहँए । फरिसीके चेला उइसी करत हँए, पर तुम्हर चेला खात हँए और पीत हँए ।”
\v 34 येशू बिनसे कही, “का दुल्हासँग रहनतक बरैइतीयनके उपवास बैठन लगात हओ ?
\v 35 पर आइसो दिन आमङ्गे जब दुल्हा बिनसे अलग होबैगो । तव बे बा दिनमे उपवास बैठङ्गे ।”
\v 36 बा बिनसे एक काहानी फिर कही: “कोई आदमी नयां लत्ता पुरानो लत्तामे नाथिगरत हए, नत बा नयांके फारदेहए, और नयां थिगरा पुरानोसे मिलत फिर ना हए ।
\v 37 कोई आदमी नयाँ दाखमध पुरानो चमड़ाकी मशकमे ना डारत हए, नत नयाँ दाखमधसे चमड़ा फूट जैहए, और दाखमध गीर जैएहए, और मशक फिर खराब हुई जैएहए ।
\v 38 नयाँ दाखमध नयाँ चमड़ाके मशकमे धरन पणत हए ।
\v 39 कोई आदमी पुरानो दाखमध पिके नयाँके चाहा ना करत हए, काहेकी बा काहात हए "पुरानो अच्छो हए ।”
\c 6
अध्याय 6
\v 1 शबाथ दिनमे बा अन्नके खेतघेनसे जात रहए, और बाके चेला बाली तोणके हातमे मिजलके खान लागे ।
\v 2 पर फरिसीमैसे कोई-कोई बिनसे कहीं, “शबाथ-दिनमे जो करन ठिक ना हए बा तुम काहे करत हऔं ?”
\v 3 येशू बिनके जवाफ दैके कही, “ का तुम जा फिर ना पढे हओ, दाऊद जब बा अपनए और बाके सँग रहन बारे भुखाने रहँए, तव बा का करी ?
\v 4 कईसे परमेश्‍वरके घरमे घुस्के चढाइ भइ रोटी निकारके बे खाई, और बिनके सँग होनबारेनके फिर दइ, जो पूजारी बाहेक औरके खान मनाही रहए ।”
\v 5 तव बा बिनसे कही, “आदमीको पुत्र शबाथको प्रभु हए ।”
\v 6 दुसरो शबाथमे सभघरभित्र घुसके बा शिक्षा दई । बा हुवँ एक जनी आदमी रहए बाको दाहिना हात सुखो रहए ।
\v 7 बा शबाथमे अच्छो करनो काम करैगो कहिसे बाके दोष लगन नियतसे शास्त्री और फरिसी बाके चुबकेसे सुनत रहँए ।
\v 8 पर बा बिनकी नियत पाता पाएगओ रहए, और सुखो हात भओ आदमीसे कही, “हीन आ और ठाड़ ।” तव बा उठो, और ठाड़ो ।
\v 9 तव येशू बिनसे कही, “मए तुमसे पुच्छ्तहऔं, शबाथमे अच्छो करन औ खराब करन, प्राण बचान औ नाश करन का अच्छो हए ?”
\v 10 तव बा चारौघेन देखके बा आदमीसे कही, “ताए हात फैला ।” औ बा उइसी करी, और बाको हात सुध हुइगऔं ।
\v 11 पर बे दिक्कके मरे चूर हुइगए, और येशूके का करऐँ कहिके आपनए सल्लाहा करन लगे ।
\v 12 बे दिनमे बा पहाडघेन प्रार्थना करन गओ, और परमेश्‍वरके सँग प्रार्थना करके पूरी रात बिताई|
\v 13 सबेरो भओ बा अपन चेलानके अपनठीन बुलाएके बिनमैसे बाह्र जनीके छानी, और बा बीनके प्रेरित नाउँ दइ रहए ।
\v 14 प्रेरितके नाउँ रहएः सिमोन, जौनके बा पत्रुस नाउँ फिर दई, और बाको भैया अन्द्रियास,याकूब और यूहन्‍ना, फिलिप और बारथोलोमाइ,
\v 15 मत्ती और थोमा, अल्फयसको लौड़ा याकूब, और सिमोन, जो उग्रपन्थी काहात रहँए,
\v 16 याकूबको लौड़ा यहूदा, और यहूदा इस्करियोत, जो विश्‍वासघाती भऔं ।
\v 17 बा बिनके सँग तरे उतरके बराबर जग्गामे ठण बाई । बाके चेलानको एक बड़ी भीड़, और सबए यहूदिया और यरूशलेम, और समुन्द्र तटवर्ती टुरोस और सिदोनको इलाकासे बड़ी भीड़ रहँए ।
\v 18 बाकी वचन सुनन् ताँही और आ-अपन रोगसे अच्छो होन आए रहँए । भुत आत्मासे सताए भए फिर अच्छो भए ।
\v 19 सबए भीड़ बाके छुन ढुणत रहँए, काहेकी शक्ति बासे निकरत रहए, और बिनके सबके अच्छो करत रहए ।
\v 20 तव बा अपन चेलनके उपर नजर करके कही: “धन्य तुम जो दीन होनबारे, काहेकी परमेश्‍वरको राज तुम्हरीए हए ।
\v 21 धन्य तुम, अभए भुकाँनबारे, काहेकी तुम तृप्त होबैगे । धन्य तुम रोनबरे, काहेकी तुम हाँसैगे ।
\v 22 धन्य तुम, जब आदमी तुमके आदमीको पुत्रके ताँही घृणा करङगे, और बहिष्कार करङगे, और खिसबामङ्गे, और दुष्ट काहामङ्गे तुम्हर नाउँके अपमान करङ्गे ।
\v 23 "बा दिनमे रमाबऔ,और ख़ुशीसे कुदऔं, काहेकी स्वर्गमे तुम्हर इनाम बणो हए । काहेकी तुम्हर पुर्खा अगमवक्तानके अइसीए करत रहँए ।
\v 24 पर धिक्कार, तुम धनीनके ! काहेकी तुम अपनो सुख-चैन पाईगैए हओ ।
\v 25 धिक्कार, तुम अभए तृप्ता भए ! काहेकी तुम भुकाबैगे । धिक्कार, तुम अभैए हाँसन बारे ! काहेकी तुम शोक करैगे और रोबैगे ।
\v 26 धिक्कार, तुमके, जब सब आदमी तुम्हरी प्रशंसा करङ्गे ! काहेकी अइसीए बिनके पुर्खा झूठो अगमवक्तानके फिर करी रहँए ।
\v 27 पर तुम सुनन् बारेसे मए काहाथाऔ, अपन शत्रुसे प्रेम करोऔ, और घृणा करन बारेके भलाइ कराऔं ।
\v 28 सरापन बारेके आशीर्वाद देबऔं और दुर्व्यवहार करन बारेनके ताँही प्रार्थना कराऔं ।
\v 29 तुम्हर एक गलौवामे चट्कन बारेनके दुसरो फिर रोक दोबऔ, और तुमाहर पिछौड़ा लेनबारेनके तुम धोती फिर लैजान दाबऔ ।
\v 30 तुमसे मागन बारे सबके देऔं, और तुमसे समान लेनबारेनसे फिर मतमागाऔं ।
\v 31 जाउन आदमीसे तुम जैसो करान चाँहत हओ ,तुम फिर बिनसे अइसी कराऔं ।
\v 32 तुम से प्रेम करन बारेनसे प्रेम करत हऔं कहेसे, तुम्हे का फाइदा भाओ ? काहेकी पापी फिर आपनेके प्रेम करन बारेसे प्रेम करत हँए । "
\v 33 तुमर भलाई करन बारेके भलाई करत हओ कहेसे, तुमे का फाइदा भऔ ? काहेकी पापी फिर अइसीए करत हँए ।
\v 34 यदि फिर्ता पान आशा करके कोइके ऋण देत हऔं कहेसे, तुमके का फाइदा भऔं ? काहेकी फिर उत्कए पान आशा करके पापी पापीके ऋण देत हँए ।
\v 35 पर अपने दुश्मनके प्रेम करऔं,और बिनके भलाई करऔ। फिर पान आसरा ना करके ऋण देओ, और तुमर इनाम बणो हुइहए, और तुम सर्बोच्चके सन्तान हुईहऔ, काहेकी बा घमन्डी और स्वार्थी उपर कृपालु हए ।
\v 36 तुमर पिता जैसो कृपालु हए तुम फिर कृपालु होबओ।
\v 37 दुसरेके न्याय मत करऔ और तुमर फिर न्याय ना हुइहे । दुसरेके दोषी मत बनाबओ, और तुम फिर दोषी ना ठहरैगे। क्षमा करओ, और तुमके फिर क्षमा करो जए हए ।
\v 38 औरनके देबएगे, और तुमके फिर दओ जाबैगो। आदमीके बहुत परिमाणमे खाँद-खाँदके डटके हलाएके, उफानत भओ तुमर कुठियामे धरो जैहए । काहेकी जौन नापसे तुम देहओ, बहे नापसे तुम फिर फिर्ता पैहओ।”
\v 39 तव बा बिनसे एक कहानी फिर कही: “ का आँधरा- आँधराके डुर्‍याय लेहए ? का बे दुने गड्डामे ना पणङ्गे ?
\v 40 चेला आपन गुरुसे बणकर ना होत हए, पर पुरो सिक्के बा आपने गुरुजैसो होबैगो।
\v 41 अपन भैयाके आँखीमे भओ कुरा तुम काहे देखत हऔं, पर आपन आँखीमे भओ लठ्ठा पता ना पातहऔं ?
\v 42 तुम आपन आँखिमे लठ्ठा नदेख्तहओ कहेसे, अपनो भैयाके ,ए भैया, तिर आँखीमे पणो कुरा मोके निकारन देए , कहिके तुम कइसे कहे सकत हऔं ? ए कपटी, पहिले आपन आँखीसे लठ्ठा निकार, तव तए अपन भैयाक आँखीमे भओ कुरा निकारन ताँही अच्छेसे देखैगे।
\v 43 कोई अच्छो रुखा खराब फरा ना फरात हए, न त खराब रुखा अच्छो फरात हए , "
\v 44 हरेक रुखा बाके फरासे चिनत हए। काहेकी काँटोके झाँगसे कोई गुलर ना बटोरत हए, नत झाडीसे अंगूर बटोरत हए।
\v 45 अच्छो आदमी आपनो हृदयसे अच्छो भण्डारसे अच्छो चिज निकारत हए, और खराब आदमी आपनो हृदयसे खराब भण्डारसे खराबए चिज निकारत हए। काहेकी जौन बातसे हृदय भरोहोत हए, आदमीक मुहसे बहे निकरत हए ।
\v 46 मिर कही बात ना करत हऔ तव काहे मोके "प्रभु, प्रभु" काहत हऔ ?
\v 47 जौन मिरठीन आत हए, मिर वचन सुनत हए और बहे जैसो करत हए, बा कैसो आदमी हए, मए तुमके बतामङ्गो ।
\v 48 बा आदमी घर बनान् बालो आदमी जैसो हए, जौन गहिरो खोदके चट्टान उपर जग डारी ।जल प्रलय भओ, तव जब बाहण आओ, और बा घरमे ठुक गओ, तव बा घरके हला ना पाई, काहेकी बा पक्को बनो रहए।
\v 49 पर जौन सुनत हए और फिर बा जैसो ना करत हए, बा एक जनी आइसो आदमी हाए, जौन जमिन उपर बिनाजगको घर बनाई । जब बा घर उपर बाहण आइके ठोकी, तव बा घर तुरन्त गिर गओ, और बा घरको बणो सत्यानाश भाओ ।
\c 7
अध्याय 7
\v 1 अपनी सबए बात आदमीनके सुनाईके बा कफर्नरहुममे घुसो।
\v 2 कोई एक कप्तानको एक अच्छो कमैयाँ रहए, जौन बीमार हुइके मरन बारो रहए।
\v 3 जब येशूके बारेमे बे सुनी, तव बाको कमैयाँके अच्छो करदेबए कहिके बा यहूदीन के धर्म गुरुसे बिन्ती करन पठाई।
\v 4 बे येशू ठिन आएके आइसे कहिके बा से नम्रहुइके बिन्ती करी , ''बे तुमर जा कृपा पानके योग्यके हँए ।
\v 5 काहेकी बे हमर जातिनके प्रेम करत हए,और बा बहे हए जो हमर सभाघर बनाई रहए।''
\v 6 येशु बिनके संग गओ । कप्तानके घरके जौने बा होतए, ,कप्तान बिनके सङ्गिनके बाके ठिन एइसो कहेके पठाई ,”हे प्रभु दुःख मत उठाबओ काहेकि तुमके मिर घरमे लान योग्यको मए ना हऔं ।
\v 7 मए अपनै फिर तुम्हरठीन अनको योग्य ना रहऔं । पर वचन कहि देओ, और मेरो चाकर अच्छो हुई जै हए ।
\v 8 काहेकी मए फिर अख्तियार तरे बैठन बारो आदमी हऔं, तव मेरे अधीनमे सिपैय हँए । मए एकके 'जा' काहात हऔं, तव बे जात हँए, और दुसरे से 'आ' काहात हऔं, तव बे आत हँए । मए कमैयाँसे 'जा' कर' काहात हऔं, तव बा करत हए।”
\v 9 जा बात येशू सुनके बासे अच्मो मनी, और घुमके अपन पिछु आनबारे भीणसे कही, “ मए तुमसे काहात हऔं, मए इस्राएलमे फिर यित्तो बाणो विश्‍वास ना देखो रहऔं ।”
\v 10 जब पठाएके आदमी घरए घुमके आए,बे बा कमैयाँके अच्छो भओ पाईं ।
\v 11 बा के कुछ समय पिछु येशू नाइन नाउँके शहेरमे गओ । और बाके चेला और एक बड़ी भीड़ बाके सँग गई ।
\v 12 जब बा बजरके मोखेके ठीन पुगो, एक विधुवको एक लौड़ाको लाह्स लैजात रहँए । शहेरकी बहुत बड़ी भीड़ बिनके सँग रहए ।
\v 13 जब प्रभु बिनके देखि, बा बहुत दयासे भरगओ तव बिनसे कही, “मतरोबऔ।”
\v 14 तव जौने जएके बा खटिया छुई और बोकन बारे चुप्पए ठाण गए। बा कही, “ए जबान, मए तोसे काहात हऔं, 'उठ'।”
\v 15 तव मरो आदमी उठके बैठ गओ, और मस्कन लगो। येशू बाके आईयके जिम्मा लगाए दई।
\v 16 "तव सब अच्मो मानी । और परमेश्‍वरकी महिमा करीं, और कहीं, “एक जनी महान अगमवक्ता हमर बिचमे प्रकट भओ हए,”और परमेश्‍वर अपन प्रजा उपर कृपा करीहए ।”
\v 17 बाके विषयकी जा चर्चा सारे यहूदिया और किनारे किनारेके सब जिल्लामे फैल गओ ।
\v 18 यूहन्‍नाके चेला जा सब बातको समाचार बिनसके बताईं ।
\v 19 अपने चेला वाहेक दुई जनीके यूहन्‍ना प्रभुठीन जा पुछन पठाई, “ जौन आन बारोहए, का बा तुमहीं ह्औं ? का हम और कोईके आसरा करैं ?”
\v 20 जब बे आदमी येशूठीन आए, तव बे कहीं, “बप्तिस्मा देनबारो यूहन्‍ना हमके जा पुछन तुमर ठिन पठाई हए, 'ज़ौनआन बारो हए, का तैए बहे हए ? की हम दुसरेक आसरा करैं ?”
\v 21 बहे समयमे येशू बहुत रोग, कष्ट और भुतआत्मासे छुटाई, और बेढब आँन्‍धनके दृष्टि दई ।
\v 22 तव बा बिनसे कही, “ जाओ, और जो तुम देखे और सुने, जएके यूहन्‍नासे कहे देओ । औ आँधरा देखत हँए, लङ्गड़ा नेगत हए, कोणरोग अच्छो होत हँए, बहिरा सुनत हँए, मरेभए जिन्दा हुइके उठे हँए, गरीबनके सुसमाचार सुनाइ हए ।
\v 23 बा धन्यको हए, जो मिरमे बाधाको कारन ना पत हए।
\v 24 यूहन्‍नासे पठाएभए चेला चले जानके पिछु बे यूहन्‍नाके बारेमे भीणसे काहान लागो , “तुम उजाड- स्थानमे का देखेन गए ? का हबासे हलाए रहो निगालीके ?
\v 25 तव तुम का देखन निकरे ? का अच्छो लत्ता लगावभओ आदमीके देखन ? देखै चमकन बारो लत्ता पैधन बारो और सुख बिलासमे बैठन बारे त राजदरबारमें होत हँए ।
\v 26 तव तुम का देखन निकरे ? का अगमवक्ताके ? हाँ ,मए कहत हओ, एक अगमवक्तासे माहान फिर हियँ हए ।
\v 27 जा बहे हए,जौनके बारेमे लिखो हए, 'देख, मए मेरो दूतके तुमर अग्गु- अग्गु पठामङ्गो, जौन तुमर ताँही डगर तयार करैगो ।'
\v 28 मए तुमसे काहात हऔं, 'स्त्रीनसे जन्मो भओ युहन्‍नासे माहान कोई ना हए, तव बा फिर जो परमेश्‍वरके राजमे छोटो से छोटो हए, बा बिनसे और माहान हए'।”
\v 29 तव सब आदमी और कर उठानबरे जा सुनके परमेश्‍वरकी सत्यताके स्वीकार करीं, काहेकी बे यूहन्‍नासे बप्तिस्मा लईं रहँए।
\v 30 तव फरिसी और ब्यबस्थके पण्डित यूहन्‍नासे बप्तिस्मा ना लेनके बजैसे, परमेश्‍वरको कामके आपने ताँही अस्वीकार करीँ।
\v 31 येशू कही,''जा पुस्ताके आदमीके मए कौनसे दँजऔं ? बे कौन जैसे हँए ?
\v 32 बेता बजारम बैठन बारो बच्चाकता हँए, जौन एक दुसरेके आइसे कहिके डँटत हँए, 'हम तुमर ताँही बसुली बजाए और तुम ना नाचे। हम बिलैनाकरे, और तुम ना रोए।“
\v 33 बप्तिस्मा देनबरो यूहन्‍ना आओ, तव बा ना रोटी खात रहए ना दाखमध पित रहए। तुम 'बाके भुत लागो हए, काहात हओ।
\v 34 आदमीक लौड़ा खात और पित, आओ और तुम काहात हओ, "देख, एक घिचुवा और पियक्कड़, कर उठानबरो और पापीनको सँगी ।"
\v 35 पर बुध्दि बिनके सबए सन्तनसे प्रमाणीत होत हए ।"
\v 36 फरिसी मैसे एकजनी बाके खानु खान न्युतो दइ, और बा बे फरिसीके घरमे जाएके खान बैठो ।
\v 37 बा बाजरमे एक पापी स्त्री रहए । येशु फरिसीके घरमे खान बैठो रहए कहिके सुनी, और एक सिङगमरमरकी शीशीमे अत्तर लैके बा हूना आई ( माहकुवा तेल ) ।,
\v 38 पिच्छुघेनसे बाके पाउँ ठीन ठाणके, रोत बाकी पाउँ आँसुसे भिजान लागी, और अपन मुड़के बारसे पोछत बाके पाउँके चुमी, और बा अत्तर लगान लागी ।
\v 39 बाके न्युतो देनबारो फरिसी जा देखके मनैमनमे अइसो काहान लगो, “जा अगमवक्ता हुईतो ता जाके छुन बारी कैन और कैसी स्त्री हए कहिके जा जान जातो, काहेकी जा त पापीन हए।”
\v 40 येशू बा फरिसीसे कही, “ए सिमोन मोके तोसे कुछ काहान हए ।”बा कही, “गुरुजी काहा बऔ।
\v 41 येशू बासे कही "कोई साहुके दुई कर्जिदार रहँए, एक जनी पाँच सय रुपैया और दुसरो पचास रुपैया कर्जा लई रहए।
\v 42 पर बिनकेठीन तिरन कुछु ना रहए बा बिनके माफी दइ। बताबऔ त, जे दुई मैसे कौन बाके जाधा प्रेम करैगो ?”
\v 43 सिमोन कही, “मए काहात हऔं, जौन जधा माफी पाओ । बा बिनसे कही, “तुम ठीक विचर करे ।"
\v 44 तव बा स्त्रीघेन घुमके बा सिमोनसे कही, “बा स्त्रीके देखत हओ ? मए तिर घरभित्र आओ, पर तए मोके पाउँ धोन पानी ना दओ, और जा मीर पाउँ आँसुसे भिजाई, और अपन बारसे पोंछी ।
\v 45 तए मोके चुम्‍न ना करो , पर जा त, मए हियँ जबसे आओ, मिर पाउ चुम्‍न करन ना छोड़ी हए।
\v 46 तए मिर मुणमे तेल ना लगा दाओ, पर जा मिर टाङ्गमे अत्तर घिसी हए ।
\v 47 जहेमरे मए तुमसे काहात हऔं, जाके पाप, जो बेढब रहँए, क्षमा हुइ गए, काहेकी जा स्त्री जाधा प्रेम दिखाई । पर जौनके थोरी क्षमा करत हए, बा थोरी ही प्रेम कतहए।”
\v 48 तव बे बा स्त्रीसे कहीं, “तिर पाप क्षमा हुईगए हँए।”
\v 49 खान बैठनबारे अपने अपनेमे काहान लागे, “पाप क्षमा करन बारो जा कौन हए ?”
\v 50 बा स्त्रीसे कही, “तिर विश्‍वास तोके बचाई हए, शान्तिसे जा ।”
\c 8
अध्याय 8
\v 1 जक् पिछु बा बाजर- बाजर और गाउँ-गाउँ होत प्रचार करत और परमेश्‍वरको राज्यको सुसमाचार सुनात घुमन लागो। बाक़े सँग बाह्रा जनी चेला रहँए ।
\v 2 कित्तो स्त्री फिर बाके सँगमे रहँए, जो दुष्टआत्मा और रोगसे अच्छो भए रहँए । जे रहँए: मग्दलिनी कहेन बारि मरीयम, जोसे सात भूत निकारी रहए ।
\v 3 हेरोदको कारिन्दा खुजासकी बैइयर योअन्ना, और सुसन्ना । और बे औरनके अपन सम्पतिसे बाकी सेवा करत रहँए ।
\v 4 जब बड़ी भीड़ जमा भाई और बाजार-बाजार से आदमी बक ठीन आए, बे बिनसे एक काहानी कही ।
\v 5 "एक जनी बिज बोन निकरो, और बोत-बोत कुछ डगर के किनारेमे पड़े, और बे आदमीके टाँगसे चिबद गए, और चिरैयाँ आएके खाए दईं ।
\v 6 और बिज पत्थर बारी जमिनमे पड़े , और बे जमे खिंनक् सूक गाए, काहेकी बा जमिन बिना आदकी रहए।
\v 7 कोई बिज काँटोके बिचमे पड़े, और बिनके सँग काँटो फिर बढ्तए गऔ, और बिनके बड़न ना दई ।
\v 8 कित्तो अच्छी जमिनमे पड़े , और जमे सय गुणा फल फलाई।” इतकए काहात बा जोणसे चिल्लाएके कही,” जौनके सुनन् कान हए बा सुनए ।”
\v 9 बिनके चेला जा काहानीको अर्थ का हए बासे पुछीँ ।
\v 10 तव बा कही, “तुमके त परमेश्‍वरके राज्यको भेद जानन् ज्ञान दइ हए, पर औरकेसँग मए काहानीमे बतात हऔं, की ' बे देखके फिर ना देखैं, और सुनके फिर ना सम्झैं ।'
\v 11 अब काहानीको अर्थ जा हएकी: बिज परमेश्‍वरको वचन हए ।
\v 12 डगरकी किनरे गिरो बिज बे हँए, जैन सुनत हए, तव बे वचन सुनके विश्‍वास ना करए और ना बचए कहिके दियाबलस अएके बिनकी हृदयसे वचन लैचालो जातहए।
\v 13 पत्थरबरी जमिनमे पणनबरी बेहे हँए, जैन वचन सुनके ख़ुशीसे ग्रहण करत हए । पर बाको जर ना होनके कारनसे, और बे थोरी समयके ताँही बे विश्‍वास करत हँए, पर परीक्षाके अग्गु बे अलोप हुइजात हँए।
\v 14 कांटोके बिचमे पणन बारी बेही हँए, जैन सुनत् हँए, पर पीछु जा जीवनकी चिन्ता, धान, सुखचैनमे पणके बड़न ना पात हँए, और बिनको फल ना पक पात हए ।
\v 15 पर अछी जमिनमे पणन बारे बेहि हँए, जैन वचन सुनके अच्छो मन और भलो हृदयमे बाके जुगाए रहत हँए, और आसासे फल फलात हँए।
\v 16 कोई दिया पजारके बर्तनसे ना तोपत हए, की खटिया तरे ना धरत हए पर भितर आनबारेके उज्यारो होबए कहिके आरोमे धरत हए ।
\v 17 कोई बातके लुकाएके ना धर सकत हए ,जो उजागर ना होत हए, और कोई बात लुकि ना राहात हए, जो ना दीखई देबए औ उज्यारेमे ना आत हए ।
\v 18 जहेमरे हौसीयर होबऔं, तुम कैसे सुनत हऔ, काहेकी जौनसँग हए, बाके और दए जाबैगो, और जौनसँग ना हए, बाकेसँग जो हए कहिके बा समझत हए, बा फिर बासे छिनो जाबैगो ।”
\v 19 बाकि आइया और भैया बके जौणे आए, पर भीडके मारे बक जौणे आए ना पाई ।
\v 20 बासे कोई कहीं,'' तुमर आइया और भैया भेट करन ताँही बाहिर ठणे हँए ।”
\v 21 और बा बिनसे कही, “मिर आइया और मिर भैया बेहि हँए, जौन परमेश्‍वरको वचन सुनत हँए, और बा पालन करत हए।”
\v 22 एक दिन बा अपन चेलासँग नैयाँमे चणे रहए, और बा बिनसे कही, “हम तालके बापार जमंए।” और बे नैयाँमे चढ़के गए।
\v 23 नैयाँमे जातए जात बा निधाए गऔ । तालमे आँधीबियर चलन लागी । नैयाँ पानी से भरन लागी, और बे आफतमे पण गए।
\v 24 तव बे जौने आइके बाके आइसे काहात जगाई,” गुरु,गुरु, हम डूबन लागे ।” बा उठके आँधी और पानीकी लहर के डँटी, और बा रुक गाऔ औ सब शान्त हुइ गऔ ।
\v 25 बा बिनसे कही,” तुमार विश्‍वास काहाँ गाऔ ?” बे डराए गए, ताव आचम्मो मानी और एक दुसरेसे काहान लगे,” जा कौन हए ? जौन आँधी और पानीके आज्ञा देत हए, तव बे जक आज्ञा मानत हँए ?”
\v 26 बा गेरासेनके देशमे आइगाओ, जौन गालीलके दूसरे पारमे पणत् हए ।
\v 27 जब बा पखासे उतरो तव बा बजारकी एक जनी आदमीसे भेटी, जौनकेभूत लागो रहए | काहेकी बा लम्मे समयसे बा आदमी कपड़ा ना लगात रहए ,और घरमे फिर ना बैठत रहए ,बलकी बा मरघटमे बैठत राहत रहए ।
\v 28 बा येशूके देखी, और जोणसे बुलाई बाके जौणे घुपटा हुईके बाणो जोणसे कही, “हे सर्वोच्चो परमेश्‍वरको पुत्र येशू, तीर मोसे का काम ? बिन्ती करत हओं, मोके मत सता बए ।”
\v 29 काहेकी खराब आत्मा बा आदमीसे निकरके जान ताँही आज्ञा दइ रहए । बाके बेढब चोटी भूत पक्णी रहए। बा देखरेखमे धरो रहए । बा साँकरसे खुँटामे बाँधो राहात रहए, पर बा बे बन्धान तेण देत रहए। तव भूत बाके मरुभूमि घेन लैजात रहए।
\v 30 येशू बासे पुछी,'' तीर नाउँ का हए ?” बा कही, “फौज ।” काहेकी गजब भूत बामे फसेपणे रहँए ।
\v 31 बिनके अतल कुण्डमे मत पठाबऔ कहिके बिनसे बा बिन्ती करी ।
\v 32 औ बहे डँगामे सोराको एक बड़ो बगाल चुगत रहए। तव बे सोराकी भितर घुसनदे कहिके बिन्ती करी, और बा मन्जूर भओ ।
\v 33 तव भूत बा आदमीसे निकरके बे सोराके भितर घुसगए, और बा बगाल खल्लासे समुन्द्रघेन हुरट गए और डुबके मर गाए।
\v 34 तव जो भओ रहए बा देखके सोरा चुगानबारे भाज गए, और जाएके बजार और गाउँ होत जा बात बताए दईं ।
\v 35 तव जो भओ रहए बा देखन ताँही आदमी येशूके ठीन आए, और जैन आदमीसे भूत निकरो रहए, बाके लत्ता लगाएके सफा मनको हुके येशूक चरणमे बैठो पाईं रहँए, और बे अचम्मो मानी और डराए गए ।
\v 36 तव जौन घटना घटो भओ रहए, बे आदमी देखीं रहँए औ कैसे दुष्ट आत्माके काबुसे बा आदमी बचाओ गऔ, जा बातके दुसरेनके बताईं ।
\v 37 गेरासेनसके आसपासके गाउँके आदमी येशूके बिनके गाउँसे चलोजा कहिके बिन्ती करीं, काहेकी बे गजब डराए गए रहँए।
\v 38 तव जैन आदमीसे भूत निकरो रहए, बा बाकेसँग जान पाँओ , कहिके बा बिन्ती करन लागो । तव येशू बाके आइसो कहिके बिदा दई,
\v 39 "तए अपने घर चलोजा, और परमेश्‍वर तिर ताँही कित्तो बाणो काम करीहए, बा माहान कामके याद कर ।”
\v 40 येशू लैटके आओ , भीण बाके स्वागत करी, काहेकी बे सब बाके आसरा देखत रहँए ।
\v 41 यइरस नाउँको एक जनी सभाघरको शासक आएके येशूक पांवमे पणो, और बाके घरमे आबए कहिके बीनके बिन्ती करी ।
\v 42 काहेकी बाह्रा वर्षकी पुगी बाकी एक लौड़ीया रहए, बा मरन लगी रहए । येशू जातपेति आदमी बाके धक्का मुक्की लगात रहँए ।
\v 43 बाह्रा वर्षसे रगत बाहानबारी दुखिया एक स्त्री ,बा अपन सबए पैसा डाक्टरके दाबाइमे खर्चा कर डारी रहए ,पर बाके कोइ फीर अच्छो ना कर पाईं रहँए ।
\v 44 बा पच्छुसे आएके बाको लत्ताको एक कुन्छ छुई, और तुरन्त बाको रगत बाहान बन्द हुईगऔ ।
\v 45 "येशू कही, "मोके कौन छुओ हए ?” जब सब इन्कार करीं,” , तव पत्रुस और बिनकेसँग होनबारे कहीं, “गुरुजी भीण तुमके घेरके धक्का मुक्की कर रहे हए।”
\v 46 तव येशू कही, “कोई मोके छुओ हए, काहेकी शाक्ति मोसे निकरके गईहए मए पाता पाओ हऔं।”
\v 47 ” तव अपना लुकन ना सकन बारि बात पता पाएके बा स्त्री काँप्ताए आई और बाके अगु घुप्टा पण गई, और कैसे बा बाके छुई, बे सब आदमीके अग्गु बताई।
\v 48 बा बासे कही, “लौड़ीया , तिर विश्‍वाससे तए अच्छो भओ हए, शान्तिसे जा।”
\v 49 बा मस्कत रहए, सभाघरके शासकके घरसे एक जनी आदमी आए पुगो और कही, “तुमर लौड़ीया मर गई । अब गुरुके कष्ट मत दे ।”
\v 50 तव येशू जा बात सुनके याइरससे कही, “मत डराबए, विश्‍वास इकल्लो कर, और बा अच्छी होबैगी।”
\v 51 जब बा घरमे पुगो तव बा पत्रुस, याकूब, यूहन्‍ना और बाच्चाको दौव और आइया बाहेक और कोईके बाकेसँग भितर आन ना दई ।
\v 52 सब जनी रोत रहँए और बिलखात रहँए, तव बा कही, “मतरोबऔ, बा मरी ना हए, पर सोत हए ।”
\v 53 बा मरीगई हए जानके, फिर बे बाकी खील्ली उड़ान लागे ।
\v 54 पर बा लौड़ीयाके हातमे पकड़के आइसे काहात बुलन लागो,'' ललो, उठ।”
\v 55 औ बाको प्राण घुमके आएगऔ, और बा तुरून्त उठी, और बा बाके कछु खानके देनके ताँही कही ।
\v 56 बाकी आइया और दौव अचाम्मो मानी, पर जो भओ रहए बा कोईसे मत कहीएओ कहीके बा आदेश बिनके दाई |
\c 9
अध्याय 9
\v 1 तव बा बाह्रा चेलानके एकसँग बुलाई , और बिनके सबके भूतके निकारन और रोग अच्छो करन बारो शक्ति और अधिकार दइ ।
\v 2 बा बिनके परमेश्‍वरको राज्यको सुसमाचार प्रचार करन और बेमारनके अच्छो करन पठाई ।
\v 3 बा बिनसे कही, “तुम अपन यात्रामे अपनसँग कछु मतलेओ ना लाट्ठी, ना झोला, ना रोटी, ना पैसा, न त दुइ जोण लत्तालेओ ।
\v 4 जैन घरमे तुम घुस्त हऔ,और बा ठाऊँ ना छोणज तक हूँए से ही बिदा होबऔ।
\v 5 जहाँ तुमर स्वागत ना होत हए तुम बा शहेरसे निकरत अपन टाङ की धुधर बिनके बिरोधमे गवाहीक ताँही झराए देओ ।”
\v 6 तव बे बिदा भए, और सुसमाचार प्रचार करत और सबघेन रोगीनके अच्छो करत गाउँ- गाउँ गए ।
\v 7 जे सब घटनाके बारेमे सुनके शासक हेरोद घब्राएय गओ, काहेकी यूहन्‍ना मरके जिन्दा उठो रहए कहिके कोई- कोई काहात रहँए ।
\v 8 और कोई काहात रहँए, “एलिया दिखानो हए,” तव और काहात रहँए, “पहिलेक अगमवक्ता मैसे एक जनी उठो हए ।”
\v 9 तव हेरोद कही, “यूहन्‍नाको मुण मए काटन लगाओ, तव जा कौन हए जौनक बारेमे मए आईसी बात सुनत हओ ?” तव बे बा कौन हए, भेट्न इच्छा करी।
\v 10 तव प्रेरित घुम्के बे अपनी करी भई सबए बात बाके बताई। बा बिनके सँगए लैके बेथसेदा काहान बारो शहेरसे अलगै गओ ।
\v 11 तव जा पता पाइके भीण बाके पच्छु लागी । बा बिनके स्वागत करी, और परमेश्‍वरके राज्यकेे बारेमे सुनाई, और जौन -जौनके अच्छो होन जरुरी रहए बिनके अच्छो करी ।
\v 12 जब दिन बूणन लागो, और बाह्रा जनि आएके बासे कहीं, “भिड़के बिदा देबओ, और बे जाइके आस पासके बस्ती और गाउँ मे बास बैठन और भोजनकी व्यवस्था करँए, काहेकी हियाँ हम सुनसान ठाउँमे हँए ।”
\v 13 तव बा बिनसे कही, “तुमही बिनके खानु देओ ।” तव बे कहीं ,''हमरसंग पाँच रोटी और दुई मछरीसे इकल्लो और कछु ना हए, आदमीको जा इत्तो बणो भिड़के जाएके खानु मोल लेन और कछु उपाय ना हए ।
\v 14 बे ज़म्मा पाँच हजार लोग रहँए । तव बा अपन चेलानसे कही, “बिनके पचास पचासकी लाईनमे बैठान लगाबओ।”
\v 15 बे फिर आईसी करीं, और सबके बैठाईं ।
\v 16 तव बा पाँच रोटी और दुई मछरी लैके स्वर्ग घेन देखके आषिस दइ, और तोडके आदमीके बाटओ कहिके चेलानके दइ ।
\v 17 और सब खाईके अघाए गए, और चेला उबरो भओ टूक्रा बाह् डाल्बा उठाई।
\v 18 एक चोटी येशू इकल्लो प्रार्थना करत रहए, चेला बाके सँग रहँए, और बा बिनसे पूछी, “आदमी मोसे कौन हए ,काहात हँए?”
\v 19 बे कहीं, “कोई बप्तिस्मा देनबारो यूहन्‍ना काहात हए, कोई यलिया और कोई, अग्गुक् अगमवक्ता मैसे एक जनी फिर उठो हए कहिके काहात हँए।”
\v 20 बा बिनसे कही, “तव तुम का काहात हओ ? मए कौन हऔ ?” तव पत्रुस कही, “परमेश्‍वरको ख्रीष्ट !”
\v 21 तव बा बिनके आज्ञा दैके कही, और सँगए चितौनी फीर दई , काहेकी बे जा बात कोइके ना बतामंए ।
\v 22 तव बा कही, “आदमीको लौड़ाके बेढम दु:ख उठान पणैगो, और बो धर्म-गुरुसे, मुख्य पुजारी और शास्त्रीसे तुच्छ समझो जए हँए, बे मारंङ्गे और तिसरो दिनमे मरोसे जिन्दा हुइके उठैगो।
\v 23 तव बा सबसे कही, “कोई मीरपच्छु आन इच्छा करैगो कहेसे बा अपनएके इन्कार करए, और रोजदिन अपन क्रुस बोकके मिर पच्छु लागाए।
\v 24 काहेकी जैन अपन प्रण बचान इच्छा करत हए, बा बाके गुमाबैगो। तव जौन मिर ताँही अपन प्रण गुमाबैगो, बा बाके बचैहए।
\v 25 काहेकी सारा जगत पाएके अपनैके नाश करौगो औ गुमाबैगो कहेसे, आदमीके का फाइदा होबैगो ?
\v 26 पर कोई मोसे और मिर वचनसे शर्माबैगो कहेसे आदमीको लौड़ा फिर अपनो महिमामे, और पिताकी और पवित्र दूतगणकी महिमामे आत बाके सँग शर्मा बैगो ।
\v 27 तव नेह्त्य मए तुमसे काहात हओऔ, हिंया ठाणनबारे कोई-कोई हँए, जो परमेश्‍वरके राज्य ना देखनसे अग्गु मरनको स्वाद चाखन ना पामङ्गे ।
\v 28 जा बातके कमसे कम आठ दिनपिच्छु पत्रुस, यूहन्ना और याकूबके अपनेसँग लैके प्रार्थना करन जातए जा बात कही ।
\v 29 जब बा प्रार्थना करत रहए बिनको रूप बदल गओ, और बिनकी झुला सेतो हुइके चम्को उज्यारो भऔ।
\v 30 तव बासे दुई जनी बातचित करत रहँए, बे मोशा और एलिया रहँए ।
\v 31 बे महिमित रुपमे दिखाने और बे येशूसे उठाएके लैजानके बारेमे बातचित करत रहँए । जा बात बिनके यरूशलेममे जाएके पूरो करन रहए ।
\v 32 तव पत्रुस और बकसँग होनबारे निधाए गए रहँए । तव बे उठेके पिच्छु बे बाके सँग ठणेभए दुई जनी आदमीके और बक महीमा देखिँ ।
\v 33 तव बे दुई आदमी बाके सँग बिदा हुइके जानलागे पत्रुस येशूसे कही, “गुरुजी हमके हिनाऐ बैठन अच्छो हए । हम तिन राहन बारो बना मए- एक तुम्हर ताँही, एक मोशाक ताँही और एक एलियाके ताँही ।” बे काके बारेमे काहात रहए बिनके पता ना रहए।
\v 34 बा जा बत बेलतए बेलत एक बादर आएके बाके तोपदई, बा बादर भितर घुसन लगो बे अच्मो मनगाए।
\v 35 "तव बादर से आइसे कहिके एक आवाज निकरो, " जा मीर पुत्र हए, जौनके मए छनो हओऔ । जाको वचन सुनऔ।”
\v 36 जा शब्द आएके पिच्छु येशू बहुँवा इकल्लो रहए। बे चूपचाप रहँए, और बे जा देखिभैई बात बे दिनमे कोइसे फिर ना कहीं ।
\v 37 दुसरे दिन जब येशू और बे चेला पहाड़से उतरे,एक बाड़ी भीड़ बासे भेटन आई ।
\v 38 भीड़से एक जनी आदमी चिल्लाएके कही,''गुरुजी मए तुमसे बिन्ती करत हऔ, मीर लौड़ा के उपर कृपा-दृष्टी करओऔ । काहेकी बा मीर इकलो लौड़ा हए ।
\v 39 देखाओऔ, एक दुष्टआत्मा बाके पक्णत् हए, और बा अचानक किंकिंयात हए, और बा अईठत हए और बा फुपना निकरन लगत हए। बाके बा लदबद छोड़त हए।
\v 40 बा दुष्टात्माके निकार देओ कहिके मए तुमर चेला से बिन्ति करो, पर बे ना निकार पाईं ।
\v 41 ” तव येशु जावफ दई,” अविश्‍वासी और हाठी पुस्ता, मए कब तक तुमर संग रहमङ्गो, और तुमके कब तक सह मओं ? तुमर लौड़ाके हीना लाओ ।”
\v 42 पर बक आतै खिना भुतात्मा बा के जमिनमे गिराए दई और अइठान लागो । पर येशु बा अशुध्द आत्माके डँटी, और बा बालकाके अच्छो बनाएके बाको दौवाके सौँप दई ।
\v 43 परमेश्‍वर को माहानता देखके बे सब हक्का चक्का पड़े । येशुको करो भओ हरेक काममे सब आदमी छक्क पड़के देखिं, बा अपन चेलानसे कही,
\v 44 जे बचन तुमर कानको गहिराइ तक पुगए कहिके आदमी को लौड़ा पक्णाओ पणन लागो हए ।”
\v 45 पर बे जा बातके ना समझ पाईं और जा ना समझ पामै कहिके जा गुप्तमे धारे रहए । बे जा बारेमे बा से पुछन डरात रहँए ।
\v 46 बा समय बे मैसे बडो कौन हए, जा बारेमे आपसमे बादविवाद चलो ।
\v 47 पर येशु बिनको मानके विचार पता पाएके एक बालकके लैके अपन ठीन लाई,
\v 48 और बिनसे कही, “ जौन मिर नाउँमे जा बालक के ग्रहण करैगो, बा मोके ग्रहण करैगो, और जौन मोके ग्रहन करैगो ,बा मिर पठान बारोके ग्रहण करैगो । काहेकी तुम सबए मैसे जौन सबसे छोटो हए, बाहे सबसे बडो हए ।”
\v 49 तव यहुन्‍ना कही, “गुरुजी, एक आदमी तुमर नाउँमे भुत निकारत हम देखे, और हम बासे मनाही करे । काहेकि बा हमर संग तुमर अनुसरण ना करत हए ।”
\v 50 तव येशु उनसे कही,” उनके मनाही मात करऔ, काहेकि जौंन तुमर बिरुद्द ना हए, बा तुमर पक्ष मे हए ।”
\v 51 बाको स्वर्गारोहणको दिन जौने आइगओ रहए, बा यरुशलेमघेन जान निर्णय करी ।
\v 52 तव बा समाचार लानबारे आदमीके पहिलेसे पठाई रहए | बे गए, और बाक ताँही सबए बात तयार करन सामरीको एक गाउँमे घुसे ।
\v 53 पर यरुशलेमघेन जान बाको दृढ़ विचार करी ,पर बाके अपने आदमी बाके स्वागत ना करीं।
\v 54 तव जा देखके बाक चेला याकूब और यूहन्ना कहीं, “प्रभुजी, का तुम चाहत हओ कि स्वर्गसे आगी बर्साएके जे भस्म होमाए कहिके हम आज्ञा करँए ?”
\v 55 पर घुमके बा बिनके ढँटी ।
\v 56 तव बे दुसरे गाउँघेन गए ।
\v 57 बा डगरमे जातपेती, एक जनी आदमी बासे कही, “हे प्रभु, तए जहाँ जए हए मए तिर पिच्छु लागङ्गो।”
\v 58 तव येशू बासे कही, “सेराके भार होत हए, और आकाशके चिरैयँनके घुस्ला, पर आदमीक् लौड़ाके ता मुण धरन ठाउँ फिर ना हए।”
\v 59 बा दुसरेसे कही, “मिर पच्छु लाग ।” पर बा कही, “पहिले मिर दौवाके गाडन जान दे ।”
\v 60 बा बासे कही, “मुर्दनके अपने मुर्दा शरीर गाड्न देओ, तव तुम जएके परमेश्‍वरके राज्यको सुसमाचार प्रचार करओ ।”
\v 61 दुसरो फिर कही, “प्रभु, मए तुमर पच्छु लागङ्गो, पर पहिले अपन घर बारेन्से बिदा लेनदेओ।”
\v 62 तव येशू बासे कही, “अपन हात हरमे लगाईके पच्छु देखन बारो कोइ फिर परमेश्‍वरके राज्यको योग्य ना होत हए ।”
\c 10
अध्याय 10
\v 1 जाके मारे प्रभु और सत्तरी जनीनके नियुक्त करी, और जाहँ बा अपनए जान चाहत रहए शहर और गाउँमे अपनेसे अग्गु बिनके दुई-दुई जनी करके पठाई ।
\v 2 बा बिनसे कही, “फसल त प्रसस्त हए, पर खेतहरा थोड़ी हँए । जहेक मारे फसलके प्रभुसे प्रार्थना करओ, और बा अपन फसलमे खेतहराके पठाए देबए ।
\v 3 जाओ, देखओ, मए तुमके गुलहाके बिचमे भेडक बच्चा कता पठात हऔ ।
\v 4 न त पैसकी थैली, न त झोली, ना जुता बोकओ, न डगरमे कोइसे अभिवादन करओ ।
\v 5 "जौन घरमे घुसऔ पहिले काहबऔ, जा घरमे शान्ति होबए !' "
\v 6 अगर हुँवा प्रिय आदमी हँए तव तुमरी शान्ति बाके सँग राहाबैगी, पर यदी ना हए कहेसे बा शान्ति तुमर ठीन घुमके अए हए।
\v 7 "बिनके दओ चिज खाए पिएके बा घरमे बैठऔ। काहेकी खेतहर अपनो मजदूरीको योग्य होत हए । एक घरसे दुसरे घरमे मत घुसऔ । "
\v 8 "जब तुम कोइ शहेरमे घुसऔ, और बे तुमके स्वागत करए कहेसे , तुमर अग्गु धरो भोजन खाओ, "
\v 9 हुवाँ भए रोगीनके अच्छो करऔ, और बिनसे काहाबओ, 'परमेश्‍वरको राज्य तुमर ठीन आएगऔ हए ।'
\v 10 ' पर जब तुम कोइ शहेरमे घुसै गे, और बे तुमके स्वागत ना करङ्गे कहेसे, तव निकरके बा शहेरके सडकमे जाओ, और कहबओ,
\v 11 "हमर टांगमे चिम्टो तुमर शहेरको भुआ समेत हम तुमर विरुध्दमे झार देत हँए । तव फिर जा जानौ, कि परमेश्‍वरको राज्य जौने आइगौओ हए ।"
\v 12 मए तुमसे काहातहऔं, बा दिन बा शहेरसे सदोमको हालत सहरान बारो हुइ हए ।
\v 13 "धिक्कार तोके खोराजीन ! धिक्कार तोके, बेथसेदा ! काहेकी तुमरमे भओ समर्थ्यको काम टुरोस और सिदोनमे करोभओ देखते तव बे अग्गुसे भाङ्ग्रा लागएके भुवामे बैठके पश्‍चात्ताप करते । "
\v 14 पर न्यायके दिनमे तुमसे त टुरोस और सीदोनको हालत सहन बारो हुइ हए ।
\v 15 और तए, कफर्नहुम ! का तए आकाशमे उचो होबैगो का ? तए पतालमे गिरैगो ।
\v 16 जौन तुमर बात सुनत हए, बा मेरो बात सुनत हए । जौन तुमके अस्वीकार करहए, बा मोके अस्वीकार करहए, और जौन मोके अस्वीकार करहए, बा मोके पठान बारोके अस्वीकार करतहए।
\v 17 बे सत्तरी जनी आनन्दसे घुमके आएके अइसो कहीं, “प्रभु जी, तुमर नाउँमे भूत फिर हमर बशमे आतहँए ।”
\v 18 बा बिनसे कही, “मए शैतानके स्वर्गसे बिजुलीकत गिरत देखो।
\v 19 मए तुमके साँप और बिछी कुचलनके और शत्रुको सबए शक्ति उपर अधिकार दओ हऔं, और कोइ बातसे तुमके नुकसान ना हुइहए।
\v 20 तहुंफिर दुष्टात्मा तुमरे वंशमे हँए कहिके खुसी मत होबऔ, पर तुमर नाँउ स्वर्गमे लिखो हए कहेके खुसी होबओ।"
\v 21 बा बेरा येशू पवित्र आत्मामे उत्साहित भओ, और कहि, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्बीको परमप्रभु, मए तुमके धन्यवाद चढात हऔ, काहेकी तुम जा बात बुद्धीमान और समझदारसे लुकाएके धरे बालकनके प्रकट करे । काहेकी, पिता तुमके जहे अच्छो लागो।
\v 22 मिर पिता सब चिज मोके सुम्पदै हए। पुत्र का हए कहिके पिता बाहेक कोइ ना जानत हए, पिता कौन हए कहिके पुत्र बाहेक, और पुत्र बाहेके जौने प्रकट करन इच्छा करत हए, और बा बाहेक कोइ पिताके ना जानत हए ।”
\v 23 चेला घेन घुमके बा बिनसे चुपकेसे कही, “धन्य हए बे आँखी, जौन तुमरी देखिभई जा बात देखत हँए ।
\v 24 काहेकी मए तुमसे काहात हऔ, बहुत अगमवक्ता और राजानके तुम देखत हओ, वे देखन इच्छा करीं रहए, पर देख ना पाईं और बे सुनन इच्छा करीं, पर सुन ना पाईं।”
\v 25 ” व्यवस्थाको एक जनी पण्डित बाके परीक्षा करन ठाणो रहए और जा सवाल करी, “गुरुजी, अनन्त जीवन पान ताँही मोके का करन पणैइगो ?”
\v 26 बा बिनसे कहि, व्यवस्थामे का लिखो हए ? तुमका पढत हओ ?”
\v 27 बा कही, “तए परमप्रभु, अपन परमेश्‍वरके अपन सारे हृदयसे, अपने सारे प्राणसे, अपन सारे समझसे और अपने सारे मनसे प्रेम कर, और अपनो पड़ोसिके अपन कता प्रेम कर।”
\v 28 बा बिनसे कही, '' तुम ठिक ज़वाफ दए । अइसीए करओ, और तुम जिबैगे।"
\v 29 तव बा अपनएके धर्मी दिखानके इच्छा करके येशूसे कही, " मेरो पणोसी कौन हए ?”
\v 30 येशू ज़वाफ दैके कही,'' एक आदमी यरुशलेमसे यरीहोघेन जात रहए । बा डाँकुनके फेला पणीगऔ। बे बाके नङ्गो करके पिटीं, और अधमरो करके छोडदईं ।
\v 31 ठीक एक जनी पुजाहरी बहे डगर हुइके जात रहए, और बा अधमरा आदमीके देखके दुसरो घेन घुमके गओ ।
\v 32 अइसीए करके एक जनी लेवी फिर बहे ठाउँमे आएके बाके देखी बा फिर दुसरे घेन घुमके चलो गओ।
\v 33 पर एक जनी सामरी बा यात्रमे जात रहए बा आदमीक भओ जगाहामे आए पुगो, और बाके देखके बाको मन दयासे भर गओ ।
\v 34 और बाके ठिन जाएके तेल और दाखमध लगाएके बाके घाउमे पट्टी बाँध दई, और अपन गदहा उपर चढाएके बाके एक धर्मेशालामे लाई, बाके रेखदेख करी।
\v 35 दुसरे दिन बा चाँदीके दुई सिक्का धर्मशालाके मालिकके दइके कही, “इनको रेखदेख करीओ और जाधा खर्च लागैइगो मए घुमके आइके तुमके तीर देहऔं ।”
\v 36 येशू पुछके कही, “तुमर विचारमे जे तिन जनी मैसे डाँकुके हातमे पणो आदमीक पणोसी कौन ठहीरो ?”
\v 37 बा कही, “बाके उपर दया दिखान बारो आदमी ।” तव येशू बिनसे कही, "जाओ और तुम फिर आइसीए करओ।”
\v 38 बा जातै जात बा कोइ गाउँमे घुसो, और मार्था नाउँ भइ एक बैइयर बा अपन घरमे स्वागत करी ।
\v 39 मरियम नाउँ भइ बिनकी एक बहिनियाँ रहए। बा येशूके पाउँ ठीन बैठके बाको वचन सुनत रहए ।
\v 40 पर मार्था सेवा- सत्कारको बहुत काममे इरझी राहात रहए, बा येशू ठिन आएके कही, ''प्रभुजी मिर बहिनियाँ सेवा-सत्कारको काममे मोके इकल्लो छेड़े पणे हए, तुम के पता ना हए ? बासे कहे देओ, और बा मोके साहेता करए।”
\v 41 तव येशू जवाफ दैके बासे कही, “मार्था, मार्था तुम बहुत बातके बारेमे चिन्ता करत हओ, और घबणात हओ।
\v 42 पर जरुरत त एकए बातकी हए, बहे अच्छी बातके मरियम छाने हए, जो बिनसे कबही ना छिनएगो ।"
\c 11
अध्याय 11
\v 1 बा कोई एक जगहामे प्रार्थना करत रहए । बा जब प्रार्थना कर डारी, तव चेलन मैसे एक चेला कहि, “हे प्रभु ,युहन्ना अपन चेलनके सिखाओ जैसो प्रार्थना करन हमके फिर सिखा ।“
\v 2 “ येशू उनसे कही, "जब तुम प्रार्थना करत हओ तव अइसे कहीयो' हे पिता, तुमर नाउँ पबित्र होबए । ,तुमर राज्य आबए ।
\v 3 हमर दिन भरको रोटी हमके रोज दिन दिए ।
\v 4 हमर पाप क्षमा करिए, काहेकी हम फिर हमर बिरुद्धमे अपराध करन बारेन के क्षमा करत हंए। हमके परिक्षामे पड़न मत दिओ’ ।
\v 5 और बा उनसे कही , तुम मैसे कोइक एक सङ्गि हए बे आधि रातके बाके ठिन जाइके काहात हए। सङ्गि मोके तिन रोटी सापट देओ ।
\v 6 काहेकी मिर एक जनि सङ्गि यात्रासे मिर ठिन आओ हए, और बाके खान देन मिर ठिन कछु ना हए ।'
\v 7 बा भितर से जवाफ देत हए, मोके मत झोझिंया । फाटक पहीलेसे बन्द हुईगओ हए,और मिर लौड़ा लौड़िया मिर सँग सितरीमे हँए । मए उठके तोके कछु ना दए पए हऔ ।“
\v 8 मए तुमसे काहात हऔ, बा उठके तुमके कछु ना देनसे फिर ,तुम बा के सँगी होनके बजैसे फिर लगातार मागएगे बा ऊठके और तुमके जितनो जरुरत हए उतनो जरुर रोटी देबएगो ।
\v 9 मए तुमसे काहात हऔ, मगओ त तुमके मिलैगो । ढुणैगेता तुम पाबैगे ,खटखटाबैगेता तुमर ताँही खुलो जाबएगो ।
\v 10 काहेकी सबए जौन मागत हए ,तव बा पात हए । जौन ढुड़त हए तव बाके मिलत हए,और जौन खटखटात हए , बाके ताँही खुलत हए।
\v 11 तुम मैसे कौन अईसो दौउव हुई हए, जौनको लौउड़ा रोटी मागत हए तव पत्थर देहए ,कि मछरी मागहए ता मछरीक बदला साँप देहए ?
\v 12 औ अण्डा मंगत हैता बाके बिछी देहए ?
\v 13 तुम दुष्ट हुईके अपन लौड़ा लौड़ियाके अच्छी चिज देन जनत हओ कहेसे , तुमर स्वर्गीय पिता बासे मागन बारेन के कित्तो जाधा पबित्र आत्मा ना देबएगो का ?
\v 14 बा एक भुत निकारत रहए,जो गुगा रहए, भुतात्मा निकरो तव बा गुगा आदमी मसकन लगो, जा देखकेआदमी अचम्मो मान गए ।
\v 15 पर बे मैसे कोई त ,कहओ, " भुतको मालिक बालजिबुल से भुतके निकारत हए ।"
\v 16 पर कितनो आदमी बाकी परिक्षा करन ताँंही स्वर्गसे एक चिन्ह माँगीं।
\v 17 पर येशू बिनको बिचार पता पाएके बा उनसे कही,जौन राज्यमे फुट होत हए, बा उजाड़ होत हए । जौन घरमे फुट होत हए, बा खतम् हुइ जात हए।
\v 18 शैतान के फिर अपने मे मिलाप नाहुई हए कहेसे ,उनको राज्य कैसे टिकैगो ? काहेकी तुम काहात हओ, कि मए,बालजिबु (भुतनको मालीक)से भुत भजात हओ ।
\v 19 मए बालजिबुल से भुत निकारत हओ कहेसे तुमर लौड़ा लौड़िया कौनसे, बिनके निकरात हए ? काहेकी बे तुमर न्याय करङ्गे ।
\v 20 पर यदी मए परमेश्‍वरको नाउँसे भुत निकारत हओ कहेसे परमेश्‍वरको राज्य तुमर ठिन आएगौ हए ।
\v 21 हतियार लैके तयार हुईके बलवान आदमी अपन घरको रक्षा करत हए कहेसे, बक माल समान सुरक्षित होबएगो ।
\v 22 अगर बासे फिर बलवान आदमी आईके बाके लणाई करके बाके जितैगो कहेसे, बे धरे भए बक जम्मए हतियार छिनाएके लैजात हए , और बक मालसमान लुटके लैजात हए ।
\v 23 जौन मिर पक्षमे ना हए, बा मिर बिरुद्धमे हए,और जौन मिर सँग ना बटोरैगो,बा बिगदात् हए ।
\v 24 जब अशुद्ध आत्मा आदमीसे निकरके जात हए कहेसे बाआराम जगह ढुणत हए , बा कोइ जगहा ना पाएके बा काहात हए मए अपन पुराने जगह मे जएहओं जाहँसे मए आओ हओं बा हुँव लौटके चलोजामङ्गो ।
\v 25 घुमके पिछु बा अपन घर सफा और अच्छो देखत हए ।
\v 26 तव बा अपनेसे फिर जद्धा दुष्ट और सात आत्मा संगमे लात हए,और बा आदमीक पच्छुके दशासे पहिलेसे जद्धा खराब होत हए ।
\v 27 बा जा बात कहतए काहत ,भिड मैसे एक बैइयर चिल्लाएके कही”धन्य बा बैइयर जौन तोके गर्भधारण करी और अपन दुध पिबाई ।"
\v 28 पर बा कही, "बलकी बे धन्य हँए,जौन परमेश्‍वरको बचन सुनत हँए,और पालन करत हँए ।"
\v 29 भिड जमा होतै जात बा कही “जा पुस्ता दुष्ट पुस्ता हए ।जा चिन‍्ह ढुणत हए , पर योनाको चिन्ह बाहेक जाके और कोई चिन्ह ना मिलैगे ।
\v 30 काहेकी जौन तरिकासे (रितसे) योना निनबेके आदमिक ताँहीं चिन‍्ह भओ रहए। बहे तरिकासे (रितसे)आदमीक पुत्र फिर जा पुस्ताके ताँही चिन‍्हा हुई हए।
\v 31 दख्खिन देशकी रानी आदमीके विरुध्दमे दोषी ठहारान ताँही उठएगी, काहेकी बा पृथ्बिक किनारेसे सोलोमानको बुद्धि सुनन ताँही आई रहए । पर देखओ,हियां एक आदमी हए , जो सोलोमानसे महान हए ।
\v 32 निनबेक आदमी न्यायमे जा पुस्ताकसँग ठाड़के जाके दोष लगामङ्गे । काहेकी बे योनाको प्रचार मे पश्ताप करीं,और देखओ हिया एक आदमी हए,जो बा योनासे फिर महान हए ।
\v 33 “कोई दिया पजारके गुप्त जगहामे औ ब्रतन तरे ना धरैगो, पर भितर जानबारे सबएके उजियारो देबए कहिके आरोमे धरत हँए ।
\v 34 तुमर शरिरको दिया तमुर आँखी हए, तुमर आँखी ठिक हए त तुमर सबए शरीर उजियारो हुईहए, पर खराब हए कहेसे ,तुमर शरीर फिर अँध्यारो हुई हए ।
\v 35 जहे मारे साबधान राहाबओ, तुमरमे भओ उजियारो अँध्यारो ना होबए।
\v 36 अगर तुमर शरीर उजियारोसे पुरा हए कहेसे ,औ कोई भाग अँध्यारो ना हए कहेसे ,बा सबए उजारो हुई हए ,अइसिए करके दियाके जैसो तुमर पुरी शरीर फिर उजियारो चम्कए । ।
\v 37 जब बा बोल डारी रहए, फरिसी बाके अपने घरमे खानके ताँही बुलाईं । बाके पिछु येशू गओ और आड़ लैके बइठ गओ ।
\v 38 खानु खानसे पहिलेहात ना धोनके बजैसे फरिसी अचम्मो मानगए ।
\v 39 पर प्रभु उनसे कही, तुम फारिसी कटोरा और गिलासके बहेर त माजत हओ, पर भितर त लुट और दुष्टतासे भरे हओ ।
\v 40 हे मुर्ख आदमी तुमके जौन बहेरको भाग बनाई, बहे फितरको भाग फिर बनाई हए कि ना ?
\v 41 पर भितरको दान स्वरुप देबओ ,और तुमर ताँही सब चिज शुद्ध हुई जए हए ।
\v 42 पर तुम फरिसिनके धिक्कार ! काहेकी तुम पुदिना,आरुद और हरेक जडिबुटीको दशांश देत हओ, पर परमेश्‍वरको प्रेमऔर धार्मिक्ताके बेवास्ता करत हओ । पर तुमके परमेश्‍वरको प्रेम और धार्मीक्ता तराहा काम करन रहए । बे काम करन तुम कमजोर मत होबओ ।
\v 43 “तुम फरिसीके धिक्कार ! काहेकी तुम सभा घरमे मुख्य मुख्य आसन और बजारमे आभिवादन लेन तुमके अच्छो लगत हए” ।
\v 44 “तुमके धिकार ! काहेकी तुम बा मरघटके गड्‍‍डा हानी हओ, जो ना दिखात हए,और चालए ना पाएके आदमी बिनके उपर नेगत हए”।
\v 45 “ब्यबस्थाको पण्डित मैसे एक आदमी बा से कही, “ गुरु जी जा बात कहिके तुम ता हमर फिर बेज्जत करत हओ ।
\v 46 बा कही, “तुम ब्यबस्थाके पण्डितनके फिर धिक्कार ! बोकन ना सीकन बारो बोझ आदमीक उपर लादत् हओ ,पर तुम अपनए एक उङगरिसे फिर बा बोझके ना छुईत हओ ।
\v 47 “तुमके धिक्कार ! काहेकी तुमर पुर्खनके मारके अगमवक्तानके मृत्युके गड्डा तुम बनात हओ , पर बिनके मारन बारे बीनके पुर्खा रहए ।
\v 48 आईसी तुम अपन पुर्खाको साक्षी हओ,और उनकेसँग सहमत जनाए, काहेकी बे बा समयके अगम बक्तानके मारि रहँए और जौनको मृत्युको गड्डाके तुम आज तकके ताँहीं यादगार बनाए हओ ।
\v 49 जहेमारे परमेश्‍वरको विवेकसे फिर काहात हए, मए उनके ठिन अगमवक्ताको और प्रेरितके पठामङ्गो और बे मैसे कोइके बे मरत हँए और कोइके सतामङ्गे।
\v 50 संसारको सुरुसे सबए अगमवक्ताको हत्याको लेखा जा पुस्तासे लेमङ्गे ।“
\v 51 हँ , मए तुमसे काहात हऔ ,हाबिलको खुनसे लैके वेदी और पबित्रा ठउँमे मरे भए जकरिया तक्को खुनको लेखा जा पुस्तासे लेमङ्गे ।
\v 52 “ तुम ब्यबस्थाके पण्डितके धिक्कार ! काहेकी तुम ज्ञानको चाभी लेन त लए, पर तुम अपनए फिर भितर घुस ना पाए और घुसन बालेनके फिर रोकत हओ ।
\v 53 जब बा हुवाँसे निकरो तब शास्त्री और फरिसी बाको घोर बिरोध करत , बहुत बिषयमे बासे पुछन लगो ।
\v 54 और बाको मुहुसे निकरी भई बातमे बाके पकणन दाउमे बैठे ।
\c 12
अध्धाय १२
\v 1 जहए समयमे जब हजारौकि भिड़ जम्मा भओ , यित्तो तक्की एक दुसरेके चिबदान लागे , बा पहिले अपन चेलानसे काहान लागो, “ तुम फरिसीको खमिरसे होशियार बैठओ । बा खमिर बिनको कपट आचरणको हए ।
\v 2 लुकी भइ अईसी कोइ बात ना हए, जो प्रकट ना हुईहए , छिपो कोई बात ना हए ,जो पता ना लागत हए ।
\v 3 जहेमारे जो तुम अँध्यारोमे कहे हओ, बा उज्यारोमे सुन हए । गुप्त कोनेसे कही बात घरके छानीसे प्रचार होबैगो ।
\v 4 मेरे संगीयो, मए तुमसे काहात हऔ, बिनसे मत डराबओ जौन शरिरमे मारत हए, पर बासे पच्छु और कुछ ना कर पएहए ।
\v 5 पर कैनसे डरान पणत हए, मए तुमके चेताउनी देहँऔ । बहेसे डरान पणत हए, जौन शरिरके मारके पिच्छु नरकमे फेकदेनको अधिकार हए । मए तुमसे काहात हओ, बिनसे डराबओ ।
\v 6 का दुई पैसामे पाँच चिरइयाँ ना बिकत हए ? बे मैसे परमेश्‍वर एकौके फिर ना भुलत हए ।
\v 7 पर तुमर त मुणक बार समेत गिने हँए । जहेमारे मत डराबओ ,तुम बेढम चिरइयाँसे जाद्धा मोलके हओ ।
\v 8 मए तुमसे काहात हऔ , सबए जो मोके आदमीक सामने स्वीकार कर हए, बाके आदमीक पुत्र फिर परमेश्‍वरके दुतके अग्गु स्वीकार करएगो ।
\v 9 “पर जौन मोके आदमीक अग्गु आस्वीकार करहए , परमेश्‍वरके दुतके अग्गु आस्वीकार होबैगो ।
\v 10 हरेक जौन आदमीक् पुत्रके बिरुद्धमे बोलैगो, बके क्षमा होबैगो , पर जौन पबित्र आत्माके बिरुद्धमे निन्दा करैगो ,बाके क्षमा ना हुईहए ।
\v 11 जब बे तुमके सभा घर,शासक और अधिकारीक सामने लामङ्गे,तव तुम कैसे और का जवाफ दे हओ, औ का काहान पणैगो बा चिन्ता मत करियो ।
\v 12 काहेकी बहे समय तुमके का काहान पणैगो पबित्र आत्मा तुमके सिखाबैगो ।
\v 13 भिड़से एक जनि बासे कही, “गुरु जी मिर ददासे कहे देओ,और बा अंशबण्डा कर देबए ।”
\v 14 “तव बा बासे कही” , मित्र कौन मोके तुमर उपर न्याय करन, औ तुमर सम्पत्ति बाँटदेन बारो बनाओ ?"
\v 15 “बा बिनसे कही”,हौंशियार राहाबऔ, सब तरह के लालच से बचके काम करओ, काहेकी आदमीक जिन्दगी बाके धन सम्पत्तिके प्रशस्तामे ना राहत हए।"
\v 16 बा बिनसे एक काहानी कही, कोई एक धनी आदमीको जमिनमे बहुत उब्जनी भओ ।
\v 17 बा मनए मनमे गुनन् लगो, मेरो अन्‍न धरन ताँही बिच्चा मिर ठिन ना हए ,अब मए का करओ ?
\v 18 तव बा कही , 'मए अईसो करङ्गो अपन बखारी फोणके और बणी बनामङ्गो,और मिर सब अनाज और माल समान बहेमे धरङ्गो ।
\v 19 तव मए अपन प्राणसे काहामङ्गो ' ए प्राण बेढम बर्ष तक् प्रशस्त सम्पत्ति तेरे ताँही जमा करो हओ । सुख-चैनमे बैठ ,खा,पी और मजा कर ।'
\v 20 “तव परमेश्‍वर बासे कही, ए मुर्ख आज रातके तेरो प्राण तोसे छिन ले हए ,और जो चिज तै अपन ताँही जम्मा करो हए, बा कौन को हुई हए ?
\v 21 अपन ताँही धन-सम्पत्ति जम्मा करन बारो , पर परमेश्‍वरके अग्गु धनी ना होनबारो आदमीको अवस्था अईसी हुई हए ।”
\v 22 बा अपन चेलासे कही ,“जहेमारे मए तुमसे काहात हऔ , अपन प्राणके ताँही का खामौ और शरीर के ताँही का पैधओ कहिके चिन्ता मत करओ।
\v 23 काहेकी प्राण भोजन से और शरीर लत्तासे बणो हए ।
\v 24 कौवानके विचार करऔ ; बे ना बोत हँए , ना काटत हँए , ना त कुठिया ,ना बखारी हए ,तव फिर परमेश्‍वर बिनके खबात हए । तुम चिरैयानसे बहुत मोलके हऔ ।
\v 25 तुमर मैसे कोई फिकरी करके अपन आयुके एक घडी तक थप सकत हऔ ?
\v 26 जहेमारे तुम यितका छोटो काम करन फिर ना सकत हऔ कहेसे , और बातकी चिन्ता काहे करत हऔ ?
\v 27 लिली फुलाके विचार करऔ , कैसे बे बढत हँए, न त बे परिश्रम करत हँए , ना त मेहनत करत हँए , पर मए तुमसे काहात हऔ, सोलोमन राजा फिर अपनो सारे गौरवमे जे मैसे एक विभुषित ना रहए
\v 28 पर आज होन बारो और कल आगीमे डारदेनो मैदानक घाँसके परमेश्‍वर अइसो आभुषित करत हए कहेसे , ए अल्पविश्वासि , बा तुमके और कित्तो जाद्दा आभुषित कर हए ।
\v 29 का खैहऔ और का पिहऔ कहिके तुम ढुड़त मत बैठऔ और चिन्तित फिर मतहोबऔ ।
\v 30 काहेकी संसारके सब आदमी जा बातके ढुणत राहात हँए । तुमर पिता जानत हए कि तुमके जे बातकी जरुरत हए ।
\v 31 पर परमेश्‍वरके राज्यके ढुणऔ , और जे सब बात फिर तुमके देबैगो ।
\v 32 छोटो बगाल, मतडराबऔ । काहेकी तुमके राज्य देनके ताँही तुमर पिता खुशि हए ।
\v 33 तुम अपन सम्पत्ति बेचके दान देबऔ । अपन ताँही खराब ना होनबारी थैली बनाबऔ । स्वर्गमे कबहु नष्ट ना होन बारो धन स्वर्गमे इघट्टा करओ । हुना चुट्टा ना चुरात हँए और किरा फिर ना लागत हए ।
\v 34 काहेकी जहाँ तुमर धन हए , हुँवा तुमरो मन फिर होतहए ।
\v 35 तुम अपन करहाँओ कसऔ और तमर दिया पजरी राहा बए।
\v 36 तुम बे आदमीक जैसे होबऔ , जो अपनो मालिक भोजसे घुमके आतए और फाटक खटखटात हए ,बे जल्दी बक ताँही फाटक खोलदेत हए ।
\v 37 बे नोकर धन्यके हए , जौन मालिक घर आएके बिनके जगो पात हए । नेहत्य मए तुमसे काहातहऔ , बे अपन फेटा कसके बिनके खान बैठात हए , और आएके बिनके सेवा करत हए ।
\v 38 अगर बे आधीरातमे बासे और देरमे आएके फिर नोकरके जगो पातहए कहेसे बे धन्यके हँए।
\v 39 पर जा जानओ , कि चुट्टा कौन बेरा आतहए कहिके घरके मालिक जान्ते तओ बे जगके बैठते और चुट्टानके घर फोरन और घुसन ना देते ।
\v 40 तुम फिर तयार राहाबओ , काहेकी तुमके ना सोँचो समयमे आदमीको पुत्र आबैगो ।
\v 41 पत्रुस कही ,”हे प्रभु , का जा काहानी हमर ताँही इकल्लो बताए हओ, कि और सबके ताँही ?”
\v 42 प्रभु कही,”बा विश्‍वासयोग्य ‍और बुद्दिमानी भण्डारे कौन हए , जौन बक मालिक अपन परिवारके खास समयमे बिनके भागमे पणो खानु देनताँही खटाबैगो ?
\v 43 बा दास धन्यको हए , जो बक मालिक आतपेती अइसीए करत पाबैगो ।
\v 44 नेहत्य मए तुमसे काहात हओ , बे बक अपन सारो सम्पति उपर अधिकार देबैगो ।
\v 45 तव बा दास अपन मनमे ,मिर मालिकके आन देर हुईहए कहेसे कमैया और टाहलुनके मारत हए, और बा खात पितए दाखमध्से मत्तात हए ।
\v 46 बा आशा नाकरो दिन मे बक मालिक घुमकेअबैगो , जो समय बक पता ना होबैगो ।और बक दण्ड देबैगो , और बा अविश्वासीनके ताँही तयार करोभओ जगहमे बाको नियुक्ति करैगो ।
\v 47 अपने मालिकके इच्छा जानके तयार ना रहनबारो और बिनको इच्छाजैसो ना रहनबारो दास त जाद्दा पिटाई खए हए ।
\v 48 पर मालिकके इच्छा ना जानके पिटाई खान योग्यके काम करनबारो थोडी पिटाई खाबैगो । प्रत्येक जौनके बेढम दइ हए , बासे मागेगो , और हरेक जौनके बेढम सौपी रहए , बासे जद्दी लेबैगो ।
\v 49 मए पृथ्वी उपर आगी बर्षान आओ हऔ ,और मए जो चाँहत रहओ बा हुइगऔ हए ।
\v 50 एक बप्तिस्मा हए ,जो मोके लेनए पणैगो । बा पुरा ना होन तक मोके बेढम कष्ट भोगन पणैगो ।
\v 51 का तुम सम्झात हऔ कि मए पृथ्वीमे शान्ति लान आओ हाऔ ? , मए तुमसे कहत हंऔ ,कि पर मए अलग-अलग करन आओ हंऔ ।
\v 52 कहेकी अब उइसो एक , परिवारमे पांच जनी एक दुसरेमे फुट हुईहए , तीन जनिके विरुद्दमे दुई और दुई जनीके विरुध्दमे तीन ।
\v 53 बिनके बिचमे फुट हुईहए दौवाक् विरुध्दमे लौड़ा और लौड़ाके विरुध्दमे दौवा , आइया लौड़ीयाके विरुध्दमे और लौड़ीया आइयके विरुध्दमे सास बहुक विरुध्दमे और बहु सास के विरुध्दमे ।
\v 54 येशू भीणसे फिर कही, “तुम पछारघेन बादर उठत भओ, देखके जल्दी कहत हऔ,“पानी पणैगो ,और उइसीए होत हए ।
\v 55 जब दख्खिन को हवा चलत हए तव तुम कहत हऔ ,घामो होबैगो, और उइसीए होतहए ।
\v 56 ए कपटीओ , तुम आकाश और पृथ्वीक लक्षणके बतान जानत हओ , पर वर्तमान समयके बारेमेअर्थ लगान काहे ना जानत हऔ ?
\v 57 कौन बात ठीक हए कहिके तुम अपनए कहे निर्णय नकरत हओ ?
\v 58 “तुम उजुर करनवालेसंग हाकिम ठीन जानसे पहले , डगरमे बासे मिलाप करओ ,न त बा तुमके न्यायधिश ठीन तानके लैजाएहए ,और न्यायधिश तुमके अफसरके हातमे सैँप देहए , और अफसर तुमके जेलखानामे डार देहए ।
\v 59 मए तुमसे काहतहऔ, तुम एक-एक पैसा ना तिरन तक बाहुनासे ना छुट पाबैगो ।”
\c 13
अध्धाय 13
\v 1 बहे समय हुवाँ बहुत जनी आए रहँए , जौन बे गालीलीके बारेमे बासे कहीँ , जो पिलातस हत्या करके बिनको खुन बलि भव पशुको खुनकेसंग मिलाएदैइ रहए ।
\v 2 तव येशु बिनके जवाफ दाईके कही ,“बे अइसो कष्ट भोगी कहेसे , का तुम मानत हओ , जे गालीली और सब गालीलीसे जाध्दा पापी हँए ?
\v 3 मए तुमसे काहात हओ , अइसो ना हए , पर तुम पश्‍चत्ताप ना कर हओ कहेसे तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।
\v 4 औ का तुम मानत हओ , बे अठार जनी , जो सिलोआममे धरहरा गिरनसे मरे रहँए , का बे सब यरुशलेमवासी मैसे जध्दा पापी रहंए ?
\v 5 अइसो ना हए , पर मए तुमसे काहात हओ , तुम पश्‍चत्ताप ना करहओ कहेसे , तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।
\v 6 येशू जा काहानी कही ; “कोई आदमी अपनो दाखबारींमे एक दाख लगाई रहए । बा पेणमे फल फरो हए कि कहिके बा आओ,
\v 7 तव बा मालिसे कही , तीन वर्ष हुइगओ , मए जा दाखको फल ढुणत हओ ,पर ना पाओ । जाके काटके गिराएदेओ , जा जमिन कहे अगोटे हए ?
\v 8 पर माली कही , “हजुर , जाके और एक वर्ष रहन देओ । मए जाके आसपास खोदके मल डारंङ्गो,
\v 9 और तव फल फरहए कहेसे ठिकै हुईहए, ना फरहए कहेसे तुम जाके काटके गिराय दीओ ।"
\v 10 येसू शबाथ-दिन कोई एक सभाघरमे बा शिक्षा देत रहए।
\v 11 हुवाँ एक बैइयर रहए,जोके अठारा बर्षसे बाके कमजोर करन बालो भुत लगो रहए । बा ढुकी हुईगई रहए,और अपन पुरो रुपसे सुध ना हुई पात रहए।
\v 12 येशु बाके देखी ,और बुलाएके कही “ए नारी ,तए अपनो कमजोर से मुक्त भओ ।"
\v 13 तव बा बक उपर अपनो हात धरी,और बा तुरन्तै सुध हुईगई और परमेश्‍वरको प्रशंसा करन लागी।
\v 14 सभाघरके शासक गुस्सा भए, काहेकी येशु शबाथ-दिनमे अच्छो करि रहए,और बे आदमीसे कहीं , “काम करन छै दिन हए । जहेमारे जा छै दिन भितर आएके अच्छो होबओ,शबाथ- दिनमे ना ।"
\v 15 पर प्रभु जवाफ दई, कपटी तुम ! तुमर मैसे कौन शबाथ दिनमे सार और तबेलासे अपन बर्धा कि गधा खोलके पानी पिबान ना लैजात हए ?
\v 16 अब्राहम कि जा लौड़ीया जो अठारा बर्ष तक शैतानके बन्धनमे रहए , शबाथ-दिनमे जा बन्धनसे ,बा मुक्त होन ना हया का ?"
\v 17 जब बा जे बात कही, बके बिरोधी सबए सरम मे पणगए, पर बाको करोभओ सब महिमामए काममे आदमी आनन्दित भए ।
\v 18 तव येशू कही “परमेश्‍वरको राज्य का जईसो हए ? बाको तुलना मए कासे करओ ?
\v 19 बा रायाक् बिजको एक दाना जईसो हए , जो एक आदमी लाएके अपन बारिमे लगाई,और बा बढके एक रुखा हुईगओ और आकाशके चराचुराङ्गी (चिराईया)बाको हाँगामे घुरघुसला बनाई ।"
\v 20 फिर बा कही “परमेश्‍वरको राज्यके मए कौनसे तुलना करऔ ?
\v 21 बा खमिर जैसो हए,जो एक स्त्री पच्चिस किलो चुनमे मिलाई,और पुरो चुन खमिर हुईगओ।"
\v 22 अब शहर-शहर और गाउ-गाउ हुईके यात्रा करतए शिक्षा देत बा यरुशलेम घेन गओ।
\v 23 कोई एक जनी बासे पुछि, “प्रभु का उद्धार पान बारे थोरि ही हँए ?" पर बा बिनसे कही
\v 24 पतरो फाटकसे जान प्रयाहस करओ ,काहेकी मए तुमसे काहात हऔं , गजब जनि घुसन ढुणङ्गे , पर ना जाए पए हँए ।
\v 25 एक चोटी घरको मालिक उठके फाटक बन्द करके पिच्छु ,तुम बाहिर ठाणके अईसी काहात फाटक ढक ढकाबईगे , प्रभु हमर ताँही फाटक खोलदेओ , ताकि हम भितर अए सकैं। , और बा जवाफ दैके तुमसे काहाबैगो “मए तुमके ना चिनत हऔं औ तुम काहांसे आए हओ ?
\v 26 तव तुम काहा बैइगे हम तुमर सामने खाए और पिए ,और हमर गल्लीमे तुम शिक्षा दए रहओ ।'
\v 27 बा कही , 'मए तुमसे काहात हऔ ,तुम कहाँसे आए हओ, मए तुमके ना जानत हऔं । दुष्ट काम करनबारे, मोसे दुर होबऔ ।'
\v 28 “जब तुम अब्राहम इसहाक,याकुब और सब अगमबक्ताके परमेश्‍वरको राज्यभितर देखैगे, तव तुम अपनए बाहिर फेंके जईहऔ ,तव तुम बिलाप करै गे और दाँत किटकिटा बैगे ।
\v 29 आदमी अगार पछार सिरे और दखिन्नसे आएके परमेश्‍वरको राज्यको भोजमेस बैठाङ्गे।
\v 30 देखओ,पच्छुबारे अग्गु और अग्गु बारे पिछु हुई हँए ।
\v 31 तुरन्तय कुछ फरिसी आएके बासे कहीं, हिनासे निकरके चले जाबऔ, काहेकी हेरोद तुमके मारन चाहात हए ।
\v 32 बा बिनसे कही, “जाएके बा सेरा से काहा ,देख आज और कल मए भुतके भजामङ्गो और अच्छो करन बारो काम करङ्गो,तव तिस्रो दिन मेरो काम पुरो हुइहए ।
\v 33 तव फिर आज कल और परसौ फिर मए लगातार देन जरुरी हए ,काहेकी येरुशलेमसे बाहिर कोई एकअगमबक्ताके मारन उचित ना हए ।
\v 34 यरुशलेम ए यरुशलेम तए अगमबक्ताके मारत हए,और तिर ठिन पठाए भएके उपर पत्थर बर्सात हए ! जैसे मुर्गिया अपन बच्चनके पखमा तरे लुकात हए, उइसिए मए कित्तो चोटी तिर बालकके लेन इच्छा करो, पर तए ना मानो ।
\v 35 देख , तेरो घर उजणो हए । मए तोसे काहात हऔं, जब तक तए, "धन्य हओ प्रमप्रभुको नाउँमे आनबारो " ना कै हए , तब तक मोके न देखैगे ।"
\c 14
अध्धाय १४
\v 1 एक शबाथ दिनमे-बा फरिसीके कोई एक जनि शासकके घरमे रोटी खान गओ ।फरिसी बाकी सेवामे बैठे रहँए ।
\v 2 मिर्गी रोगसे पिडित भओ एक जनी आदमी बक अग्गु रहए ।
\v 3 येशु व्यवस्थापक पण्डितसे और फरिसीसे पुछी “शबाथमे अच्छो करन उचित हए कि ना ?
\v 4 पर बे चुप लागे रहए ।और बा रोगिके शरिरमे हात धरके अच्छो करी और बाके जान दइ ।
\v 5 तव बा बिनसे कही, "तुमर मैसे अपन बर्धा औ गधा सबाथ-दिनमे कुईयामे गिर गओ कहेसे बाके तुम ना निकारए गे ?"
\v 6 तव बे जा बातको जवाफ ना दएपांई ।
\v 7 तव भोजमे आए भए पहुना आदरको स्थान छानि देखके बा बिनके एक काहानी कही ।
\v 8 “बिहाको भोजमे आए भए पहुना आदरको निउतो पाए हऔ कहेसे आदरको स्थानमे मत बैठऔ ! तुमसे जाधा ईज्जत बारो आदमी बा हुवाँ निउतो पाई हुईहए ।
\v 9 जब बुलाए भए दोनो जनीआमङ्गे बा तुमसे आएके काहाबैगो , जिनके बैठन ठउँ देबऔ' और तुम त शर्मके मारे सबसे तरेको जगहमे बैठन पणैगो ।
\v 10 पर जब तुम निउतो पाएहओ , जाएके तरेके ठाउँमे बैठओ , और मेजमान आएके तुमसे काहाबइगो ; ए मित्र उपर जाएके बैठऔ । बा समय (बेरा) तुमरसंग खानु खान बैठन बारेक सामने तुमर इज्जत होबैगो ।
\v 11 काहेकी हरेक जो अपनएके उचो बनातहए बा निचो होबैगो , और अपनएके निचो बनान् बारो उचो बनैगो ।
\v 12 तव बाके निउतो देनबारेसे फिर बा कही ; तुम सबेरे औ सन्झाके भोज लगातपेती, अपन मित्रके , अपन ददाभैयाके औ तुमर कुटुम्बके औ धनी पडोसीके निउतो मतदेबौ नत बे फिर सट्टामे तुमके निउतो दैके तुमर गुन चुकाए देहंए ।
\v 13 पर जब तुम भोज लगातपेती , गरिब , लुला , लङड़ा , अन्धा के बुलाबओ ,
\v 14 और तुम अशिष पाबैगे , काहेकी बे तुमर गुण घुमाए ना पामङ्गे । पर मृत्यृसे धर्मीको पुनरुत्थान होत तुम जाको प्रतिफल पाबैगे ।“
\v 15 बाकेसंग खान बैठन बारे मैसे एक जनी जे बात सुनके कही, "बा धन्य हए , जो परमेश्‍वरको राज्यमे भोज खाबैगो ।"
\v 16 पर बा बासे कही ; कोइ एक आदमी सन्झीको एक बणो भोज तयार करी ,और बेढमके निउतो दई ।
\v 17 जब भोज तयार भओ बा अपन नोकरके भोजन खान समयमे निउतो पाए भएके अइसो बुलान पठाई ; सब चिझ तयर हए ।'
\v 18 पर बे सब समान रुपमे एकैहानी बाहाना बनान् लागे । पहिलो बासे कही , मए एक खेत मोल लओ हऔं, मोके बा देखन जान पणैगो , मए बिन्ती करत हऔ, मोके माफ करऔं ।
\v 19 फिर दुसरो कही ,मए पाँच गोई ब्रधा मोल लओ हऔं , मए बे देखन जएहऔं । मए बिन्ती करत हऔं , मोके माफ करओ
\v 20 फिर एक और कही, मए बिहा करो हऔं , जहेमारे मए ना अए पएहऔं ।'
\v 21 तव नोकर आएके अपन मालिकके जा बात कहेदैइ तव बा दिक्काएके अपन नोकरसे कही , शहेरके डगरमे और गल्लीमे जल्दी जाओ, और गरीब , लुला ,अन्धरा लङड़ाके हिया भितर लाबओ
\v 22 तव नोकर कही , हजुर तुमर आज्ञा करो भओ जैसो काम भव हए , फिरभि और ठाउ खाली हए।'
\v 23 मालिक नोकरसे कही , मेन डगर और गल्लीमे हुईसे जाएके आदमीके भितर आन कर लगाओ , और मिर घर भरए ।
\v 24 काहेकी मए तुमसे काहात हऔं , निउतो पाएभएसे कोई फिर भोजको स्वाद चाखन ना पामङ्गे ।'
\v 25 आदमीको बड़ो भीड़ बकसंग जात रहए , और बा घुमके बिनसे कही ,
\v 26 अगर कोई मिरठीन आबैगो , और अपन दौवा अईया , बैइयर , लौड़ा लौड़ीया और ददाभैया , दिदीबहिनीयाके अपन प्राणके समेत तुच्छ ना ठानैगो कहेसे , बा मेरो चेला ना हुईपए हए।
\v 27 जौन आदमी अपन क्रुस बोंकके मेरे पिच्छु ना लगत हए कहेसे , बा मेरो चेला ना हुईपए हए ।
\v 28 तुम मैसे कौन हए, जौन कोई एक धरहरा बनान इच्छा करत हए कहेसे , बा धरहरा बनाएके खतम करन खर्च अपनठीन हए कि नाहए कहिके का बा अग्गुसे हिसाब ना करहए का ?
\v 29 नत बा जग बैठाएके पिच्छु निभटाए ना पईहए कहेसे बाके ,देखके सबए बासे अइसो कहीके हँशी उड़ए हँए और काहमङ्गे,
\v 30 ’जा आदमी बनान त लागो पर निभटाए ना पाइ।'
\v 31 औ कौन राजा हुइहए जो राजासँग लडई करन जात अपनसँग भव दश हजार बाके विरुद्धमे आनबारो बीस हजार सेनासे लाड़ाई कर पएहए कि ना कर पएहए कहिके पहले बैठके सल्लाह ना करहए का ?
\v 32 बा ना कर पएहए कहेसे , बा दुसरो राजा दुर होत मिलापको शर्त पुछन राजदुत पठाबैगो ।
\v 33 जहेमारे तुमर मैसे अपनसँग भओ सब चिझ ना छोणैगो कहेसे बा, मेरो चेला ना हईपए हए।
\v 34 नुन अच्छो हए, और नुनको स्वाद चलो गओ कहेसे , कासे बा नुनाईन हुइहए ?
\v 35 बा ना ता जमिनके ताँही , ना खादके ताँही काम लागनबारो हुईहए । आदमी बाके फ्यंक्के मिलकाएदेत हँए । जौनके सुनन के कान हए , बे सुनए ।”
\c 15
अध्धाय १५
\v 1 अब सबए कर उठानबारे और पापी बाको वचन सुनन बाकेठीन आत रहँए ।
\v 2 " जा आदमी त पापीके ग्रहण करत हए , और बिनके संग खानपिन करत हए “ कहीके फरिसी और शास्त्री गनगन करन लागे ।
\v 3 तव येशू बिनके जा काहानी कही ।
\v 4 " तुमर मैसे कोइ आदमी हुइहए , जौनको एक सौ भेडा रहँए बिन मैसे एक हरात हए, उनानसौके वनमे छोडके हराओ भओ भेडाके ना पानतक्क बाके ढुणत राहत हए ?
\v 5 हराओ भओ भेडा पाएके पिच्छु खुशी होत बाके अपनो कँधामे धरत हए ।
\v 6 और घरमे आएके बा अपन संङ्गी और पडोसीनके बुलात हए , और बिनसे काहात हए , मिरसंग रमाओ काहेकी मए अपनो हरानो भेडा पाओ हऔं ।
\v 7 मए तुमसे काहात हऔं, अइसी पश्‍चात्ताप ना करन बारे उनानसौ धर्मी जन के ताँही पश्‍चात्ताप करन बारो एक जनी पापीके ताँही स्वर्गमे गजब आनन्द हुइ हए ।
\v 8 कौन बैइयर हुई हए जौनके ठीन दश चाँदीके सिक्का मैसे एक हराए गओ, तव दिया पजारके बा बाके ना पानतक घर बुढारके मेहनतसे ना ढुणहए तव ?
\v 9 हराओ भओ सिक्का पाएके पिच्छु बा अपन सङ्गी और पडोसीनके बुलाएके काहात हए , मिरसँग रमाओ , काहेकी मए मेरो सिक्का पाएगओ हऔं ।
\v 10 मए तुमसे काहात हऔं , अइसीए पश्‍चात्ताप करन बारे एक जनीके ताँही परमेश्‍वरके स्वर्गदुतके अग्गु आनन्द होत हए ।"
\v 11 येशू बिनसे कहि ,“कोई आदमीक दुई लौड़ा रहँए ।
\v 12 छोटो त दौवासे कही ,दौवा ,मेरो भागमे पणन बारो धन-सम्पत्तिको हिस्सा मोके देएओ ।' तव बा अपन सम्पत्ति बिनके बाँटदैई ।
\v 13 बहुत दिन नाहोतय सबए धन-सम्पत्ति बटोरके छोटो लौड़ा दुर देशमे चलो गऔ, और बा हुना मोजमजा करनमे अपन सम्पत्ति उड़ाए डारी ।
\v 14 बा सबए रुपैयापैसा खर्च करडारी रहए । बहे समय बा देशमे बडो अनिकाल पड़ो रहए , और बाके घटीकमी होन लागो ।
\v 15 बा गओ , और बा देशको एक जनी नागरीक ठिन काम मांगी । बा अपन खेतमे सोरा चुगान पठाई ।
\v 16 सोरा खान बारो चुगासे बा अपन पेट भरन चाहात रहए , औरकोई बाके कछु ना देत रहए ।
\v 17 जब बक होस खुलो , तव कही, मिर दौवाके गजब काम करनबारे नोकर चाकर पेट भरके खाएके , उबर जात हए , पर मए त भुकसे मर रहो हऔं !
\v 18 मए उठके अपन दौवाठीन जएहऔं, और बासे कएहऔं, 'दौवा,मए स्वर्गके विरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हऔं ।
\v 19 अब मए तुमर लौड़ा काहानको योग्य ना हऔं । मोके तुम काम करन बारे नोकर चाकर मैसे एक बिनही कता बनाए लेबओ ।'
\v 20 तव बा उठके अपन दौवा ठीन गओ । बा दुर होत बक दौवा बाके देखी , बा दयासे भरगओं ,और दौड़के गओ बाके गलबैइयां डारके बाके चुम्बन करी ।
\v 21 लौड़ा अपन दौवासे कही ,“दौवा मए स्वर्गके बिरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हऔं । मए अबसे तुमर लौड़ा काहानको योग्या ना हऔं ।'
\v 22 पर,“दौवा त अपन कमान बारे नोकरसे कही , जल्दी सबसे अच्छो लत्ता लाएके बाके पहींदाए देबओ , बाके हातमे औँगुठी और जुत्ता लगाएदेबओ ।'
\v 23 और तजानो भव पशुके मारओ, हम खाएके आनन्द मना मए । ,
\v 24 काहेकी जा मेरो लौड़ा मरो रहए , फिर जिन्दा भओ हए ,हरानो रहए ,और मए पाए गओ हऔं । तौबे आनन्द मनान लागे ।'
\v 25 बा समय बाको जेठो लौड़ा खेतमे रहए और बा घर ठीन पुगो तव नाचगानाको आवाज सुनी ।
\v 26 बा चाकर मैसे एक जनिके अपन ठिन बुलाई ; जा का होत हए कहिके पुछी ।
\v 27 बा बासे कही, तुमर भैया आएगओ हए,और तुमर दौवा पालो भओ मोटो पशु मारी हए । काहेकी बा सहीसलामत् घुमो हए ।
\v 28 पर बा दिक्काई गओ, और भितर जान ना मानी, और बाको दौवा बाहीर जाईके बाके मनान लागो ।
\v 29 पर बा दौवासे कही ,देख ईत्तो साल मए तुमर सेवा करो,और तुमर अज्ञा कभी उल्लंगन ना करो, तहु फिर मए अपन सङ्गी सँग आनन्द मनानके तुम मोके एक बकरा फिर कभी ना दए।
\v 30 पर तुमर सम्पत्तिके बेश्यनके सँग उड़ान बारो तुमर लौड़ा आतए तुम पालो भओ मोटो पशु बाके ताँही मारे ।'
\v 31 तव बा बासे कही, ' लौड़ा तए त मिर संग हर समय हए और मिर सबए सम्पत्ति तेरी हए ।
\v 32 पर हमके आनन्द और खुसी होन ठिक हए , काहेकी जा तेरो भैया मरगओ रहए ,फिर जिन्दा भओ हए, हरानो रहए ,और अभए पाएगए हँए ।"
\c 16
अध्धाय 16
\v 1 येशु अपन चेलासे कही, “कोइ धनी आदमीक एक जनी व्यवस्थापक रहए । तभैमारे अपन मालिकको धन सम्पत्ति उड़ाए रहो हए जा आभियोग वक विरुद्धमे लागो रहए ।
\v 2 तव मालिक बाके बुलाइके कही, तिर विषयमे जा मए का सुन रहो ,जा का हए ? व्यवस्थापकको कामको हिसाब मोके दे अब अग्गु तए व्यवस्थापक ना राहाबएगो ।'
\v 3 तव व्यवस्थापक अपन मन मनै कही, अब मए का करऔ काहेकी मिर मालिक मोसे व्यवस्थापकको काम छिनाए रहो हए । जोतन खोदन मिर ताकत ना हए, भिख मागन मोके शरम लगत हए ।
\v 4 अब मोके का करन पणैगो मोके पता हए । व्यवस्थापन को कामसे निकारके आदमी मोके अपन घरमे कैसे स्वागत करँए कहीके मए अइसो करङ्गो ।'
\v 5 तव बा मालिकको ऋणीनके एक-एक के बुलाई, और सुरु बालोसे कही, तिर मालिकको ऋण कित्तो हए ?'
\v 6 बा कही, तिन हजार लिटर तेल । तव व्यवस्थापक बासे कही , तिर तमसुक ला , और जल्दी बैठके पन्ध्रा सय लिटर लिख ।'
\v 7 फिर दुसरे से कही , तिर कर्जा कित्तो हए ? बा कही, तिन सय पचास कुन्टल गेहुँ ।' बा जासे कही , तिर तमसुक ला और तिन सय कुन्टल लिख ।'
\v 8 अब बाको मालिक बा अधर्मी व्यवस्थापकको तारीफ करी काहेकी बा चलाकीसे काम करी रहए । काहेकी जा संसारको आदमी अपनी पुस्ताके और आदमीसंग व्यवहार करत ज्योतिके सन्तानसे और जध्धा चलाक होत हंए ।
\v 9 मए तुमसे काहात हऔं , अपने ताँही संसारको धनसे मित्र बनाबओ, और जब धन नास हुईहए , तव बे तुमके अनन्त वासस्थानमे स्वागत करहँए ।
\v 10 जौन थोरी बातमे इमानदार होत हए, बा जध्धामे फिर इमानदार होत हए, और जो थोरी बातमे बेइमान होत हए, बा जध्धामे फिर बेइमान होत हए ।
\v 11 जहेमारे तुम संसारिक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे , तुमके सच्चो धनको जिम्मा कौन देहए ?
\v 12 अगर तुम दुसरेक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे , तुमर अपनो धन तुमके कौन देहए ?
\v 13 कोई फिर सेवक दुई मालिकको सेवा ना करपए हए, काहेकी बा एकके घृणा करके दुसरेके प्रेम करत हए , औ एकके प्रती भक्ती दुसरेके तुच्छ मनहए तुम परमेश्‍वर और धन दोनेको सेवा ना कर सकत हओ । "
\v 14 धनके लोभी फरिसी जा सब बात सुनके बाको हँशी करी ।
\v 15 तव बा उनसे कही , आदमीनके अग्गु अपनेके धर्मी ठहरानबारे तुम ही हओ । पर परमेश्‍वर तुमर हृदयके जानत हए, काहेकी आदमीनके विचमे जो उच्च गिनोगओ हए , परमेश्‍वरके नजरमे बा तुच्छ ठहरैगो ।
\v 16 यूहन्‍ना आनसे अग्गु अगमवक्ता और व्यवस्था काम करत रहए । बे दिनसे परमेश्‍वरको राज्यको सुसमाचार प्रचार करी रहए, और सब आदमी बा राज्य भितर जवर जस्ती घुचनके कोसिस करत हँए ।
\v 17 स्वर्ग और पृथ्वी बितके चली जाबएगी पर व्यवस्थामे लिखो भओ वचनसे एक अक्षर फिर रद्द ना होबएगो । ।
\v 18 जौन अपनी बैयर छोडके दुसरीसे व्यहा करत हए, बा व्यभिचार करत हए, और लोगासे छोडी बैयर व्यहा करन बारे फिर व्यभिचार करत हए ।
\v 19 एक सेट आदमी रहए , जो वहुमुल्य लत्ता पतरो मलमल पैधंके रोजदिन मनोरन्जनमे राहत रहए ।
\v 20 बाके फाटक ठीन लाजरस नाउँको एक आदमी गरिबके लाइके धरदेत रहँए ।
\v 21 बा सेट आदमीको टेबुल मैसे गीरो भओ टुक्रा खाइके लाजरस अपन पेट भरन इच्छा करत रहए और कुत्ता फिर आईके बाको घाउ चाटत रहँए ।
\v 22 बा गरीब आदमी मरगओ , और स्वर्गदुत बाके लैजाइके अब्रहामके संगमे धरी, बा सेट आदमी फिर मरो और गाणोगौ ।
\v 23 नरकमे कठोर कष्ट भोगत पेती बा अपन नजर उठाइके देखि और दुरसे अब्रहाम और बक छातीमे आड लओ भओ लाजरसके देखि ।
\v 24 और बा जोडसे चिल्लाएके कही , हे पिता अब्रहाम , मिर उपर दया करके लाजरसके पठाई दे , और बा अपन उँगरीको पोरा पानीमे डुबाईके मिर जिभके जुणो बनाए देबए, काहेकी मए जा ज्वालामे भयक्ङर दुःख पाए रहो हऔं ।'
\v 25 पर अब्रहाम कही , तए याद कर , तय अपन जीवन कालमे अच्छि अच्छी बातके , भोग करो और जा लाजरस दु;खए दु;ख भोगी , बा अब हिया अराममे हए , और तए कष्टमे हए ।
\v 26 जे सब बातसे ,औ हिंयासे तिर ठिन , बा पार जान बारे ना जाए पामए , और हुनासे हिंया हमर ठिन ना आए पामए , कहेके हमर और तुमर विचमे एक गजब गहिरो गड्डा हए ।'
\v 27 बा कही , पिता जहेमारे मए तुमके विन्ती करत हऔ, तुम बाके मिर दौवाके घरमे पठाए देबओ ,
\v 28 काहेकी मिर पांच भइया हँए , और बिनके चेतावनी देबओ , नत बिनके फिर जा डरलागन बारो कष्टमे आन ना पणए ।'
\v 29 पर अब्रहाम कही , विनके संगमे मोशा और अगमवक्ताको किताब हँए बे बा सुनंए ।'
\v 30 पर बा कही, नाए पिता आब्रहाम , मरे मैसे कोई एक आदमी विनके ठिन जैहै कहेसे , बे पश्‍चात्ताप करङ्गे ।'
\v 31 बा बासे कही, मोशा और अगमवाक्ताको बात बे ना सुनङ्गे कहेसे , मृत्युसे कोई जिन्दा हुइहे काहा बएगो कहेसे ,बे विश्‍वास ना करङ्गे ।"
\c 17
अध्धाय 17
\v 1 येशु अपन चेलन से कही, “ पाप करन लगान बारेके परिक्षा निहात्तय आतहए । पर धिक्कार बा आदमीके जौनके द्वाराबे आतहँए ।
\v 2 जौन आदमी जे छोटो मैसे एकके पाप करन लगात हए, बाके घाटीमे चकियाको पटा बाधके , बाके समुद्रमे फेक देनो बाके ताँही ठिक हुईहए ।
\v 3 अपन बारेमे होशियार बैठओ । तुमर भईया अपराध करहए तव बाके डाटओ,और बा क्षमा मागत हए कहेसे, तव तुम बाके क्षमा करिओ
\v 4 अगर तुमर सँगमे दिनमे सात चोटी तुमर बिरुद्धमे अपराध करि,और सातओ चोटी तुमरे ठिन घुमके आएके मए पश्‍चात्ताप करत हऔं ।करके कहेहए ,तव तुम बाके क्षमा करिओ ।
\v 5 प्रेरित प्रभु से कही “ हमर बिश्‍वस बढाई देवओ।"
\v 6 प्रभु कही ,"तुमरमे रायाको दाना जित्तो फिर विश्‍वास हुईहए तुम तुतको रुखाके ,तए उखडके समुद्रमे जा 'कए हओ , बा मानलेहए ।
\v 7 तुमर मैसे कौनको नोकर खेत जोतके कि भेडा चुगाईके अए हए तव बा नोकरसे तुरन्त आएके खान बैठ कए हए का ?
\v 8 का बा बासे अईसे ना कए हए ? मिर ताँही खानू तयार कर फेटाकस ,और खान पिन ना करन तक मेरो सेवा सत्कार कर । तव फिर तए खान पिन कर ।
\v 9 बा अपन नेकरके धन्यबाद ना देहए काहेकी हम कछु ना कहिके बा हमर ताँही करइगो ?
\v 10 अईसि तुमके अढाओ काम पुरा करके पिच्छु तुम फिर अईसि कएहओ ! हम बिनालायकके दास हए, हम त अपन कर्तव्य ईकल्लो पालन करहँए ।"
\v 11 येशु यरुशलेम घेन जात रहए । जा यात्रामे बा सामरिया और गालिलको सिमाना हुईके गओ ।
\v 12 बा एक गाँउमे घुसत दश जनी कोढीसँग बाको भेट भओ । दूरसे ठाणके बे ।
\v 13 जोडसे चिल्लाएके कही ,हे येशु गुरुजी , हमर उपर कृपा करओ ।"
\v 14 बा बिनके देखके कही “ जाओ जाएके पुजहारी ठिन अपनएके देखाओ । बे जातए जात अच्छे हुईगए ।
\v 15 बिनमैसे एक जनि अपना अच्छो होत देखी ,और जोडसे परमेश्‍वरको महिमा करत घुमो ।
\v 16 और येशुके धन्यवाद देत येशुके पाउमे घुपटा पडके बाके धन्यवाद दई । बा एक सामरी रहए ।
\v 17 येशू कही , "का अच्छे भए दश जनि ना रहँए ? और नौ जनि कहाँ गए ?
\v 18 का जा बिदेशी बाहेक घुमके आनबारे ,परमेश्‍वरको प्रशंसा करन और कोई ना हँए ?
\v 19 और बा बासे कही “उठ और अपन डगर लाग । तेरो बिश्‍वास तोके अच्छो करी हए ।"
\v 20 परमेश्‍वरको राज्य कब अए हए करके फरिसिको प्रश्‍नको जवाफमे बा बिनसे कही ,परमेश्‍वारको राज्य देखन जैसो ना आबैगो
\v 21 नाता आदमी कए हए , “देखओ हियाँ हए ! औ हुवाँ हए ! काहेकी देख्ओ, परमेश्‍वरको राज्य तुमर बिचमे हए ।"
\v 22 बा चेलनसे कही , “बे दिन आमङ्गे , जब तुम आदमीको पुत्रके कोई एक दिन देखन इच्छा करैगे ,तव तुम ना दिख् हओ ।
\v 23 आदमीनके तुम कए हओ , देखओ बा हुवा हए ! औ बा हिंया हए !' पर तुम मत जबओ, और , बिनके पिछु मत लगिओ ।
\v 24 काहेकी जैसी बिजली चमकत्त हए बादरको एक किनारे दुसरे किनारे तक उज्यारो करत हए ,आदमीको पुत्र फिरअपनो आन दिनमे उईसीए हुईहए ।
\v 25 पर पहिले बा बहुत कष्ट शहन पणैगो । और जा पुस्तासे बहिस्कृत हुईहए ।
\v 26 नोआको दिनमे जैसो भओ रहए ,आदमीको पुत्रको दिनमे फिर उईसी हुईहए ।
\v 27 नोआ जहाज भीतर ना घुसन तक बे खात पित और विहामे जात रहए औ जलप्रलय आओ और सबएके खतम करदई ।
\v 28 लोतके दिनमे फिर उईसी भओ रहए, आदमी खात रहँए ,पित रहँए , किनमोल करत रहँए, लगात रहए ,तमान बातके बनात रहए ।
\v 29 तव जौन दिन लोत सदोमसे निकरो, आकाशसे आगी और गन्धन बर्सो और सबके खतम करदई ।
\v 30 आदमीको पुत्र प्रकट होन दिनमे अईसी हुईहए ।
\v 31 बा दिन जो घरके उपर हए, बाको मालमत्ता घरभितर हए कहिके बे बिनके लेन तरे ना आमए । उईसी खेतमे होनबारे फिर घुमके ना आमाए ।
\v 32 लोतकी बैयरके याद करओ ।
\v 33 जौन अपन प्राण बचान ढुणैगो , सो बा गुमाबैगो और जौन अपनो प्राण गुमाबैगो, बाके बा बचाबैगो ।
\v 34 मए तुमसे काहत हऔं , रातके समयमे दुई जनि एक सँग हुईहए । एक जनि चलो जएहए और दुसरो छुटजए हए ।
\v 35 दुई जनि बैयार एकसँग चकिया पिसत हुईहँए । एक चली जएहए,दुसरी छुटजए हए ।
\v 36 (दुई जनि आदमी खेतमे हुईहँए,एक जनि चलो जए हए, दुसरो छुट जए हए ।)
\v 37 और बे बासे पुँछि, "कहाँ प्रभु ? "बा बिनसे कही," जँहा डोमर होत हए, हुवा गिद्धा फिर ईकट्टा होतहए ।"
\c 18
अध्धाय 18
\v 1 बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कही ,
\v 2 बा बिनसे कही, "कोई एक सहरमे परमेश्‍वारको डर ना माननबारो ,और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधीश रहए ।
\v 3 बहे शहरमे एक बिध्वा रहए। बा बिनके ठिन आत रहए,और काहत रहए, 'मेरो वादिके अग्गु मेरो न्याय करदेओ ।'
\v 4 बा कुछ समय तक त ना मानी, और पिच्छुसे बा अपन मनसे कही मए परमेश्‍वारको डर ना मानत हऔं और आदमीको ख्याल फिर ना करत हऔं ।
\v 5 पर जा बिध्वा मोके हैरान करडारिहए । जहेमारे, मए जाको न्याय करत हऔं, नत जा ईकल्ली आएके मोके दिक्क बनाबएगी ।"
\v 6 प्रभु कही, “सुन बा अधर्मी न्यायधिश का काहत हए ।
\v 7 का परमेश्‍वर बाके जो रात दिन पुकारन बारे अपने चुने भएके न्याय ना करैगो का ? का बा बिनके ताँही देर करहए का ?
\v 8 मए तुमसे काहत हऔ , बा जलदिए तुमरो न्याय करहए । तहु फिर आदमीक् पुत्र आन पेती का बा पृथ्बीमे बिश्‍वास पएहए का ?"
\v 9 अपन उपर भरोसा करन बारे और अपनैके धर्मी बनानबारे औरनके तुच्छ बनानबारे कोई कोईके बा जा काहानी सुनाई रहए । ,
\v 10 " दुई आदमी प्रार्थना करन मन्दिरमे गए एक जनि फरिसी और दुसरो कर उठानबारो।
\v 11 फरिसी ठाणके अइसे प्रार्थना करी , हे परमेश्‍वर मए तुमके धन्यवाद देत हऔं ,मए और आदमीक जैसे फटहा, अन्यायी,व्यभीचारी औ जहे कर उठानबारो जैसो फिर नाहऔ ।
\v 12 मए हप्तामे दुई चोटी उपवास बैठत हऔ । मए पाओ भओ सब चिजको दशांश देत हऔं ।'
\v 13 कर उठानबारो दुरसे ठाडके स्वार्गघेन आँखी ना उठाएके अईसे काहात अपन छाती पिटी , हे परमेश्‍वार मए पापीके उपर दया कर ।'
\v 14 मए तुमसे काहत हऔं ,जा आदमी ता दुसरेसे धर्मी ठहरके अपन घरघेन गओ। काहेकी जौन अपनेके उचो बनाबैगो, बा छोटो होबैगो,पर जौन अपनैके छोटो बनाबैगो बा उचो होबैगो ।
\v 15 येशु छुईदेए कहिके आदमी बच्चनके बक ठिन लाई । तव चेला जा देखके बिनके डाँटी हप्काई ।
\v 16 येशु बिनके अपन ठिन बुलाइके कही , " छोटे बालकनके मिर ठिन आनदेओ, बिनके मत रोकओ काहेकी परमेश्‍वारको राज्य अइसिएनके ताँही हए ।
\v 17 निहात्तय मए तुमसे काहत हऔं , जौन एक बालक जैसो परमेश्‍वारके ग्रहण ना करहए ,बा कोई रितिसे बा भितर प्रबेश ना करपए हए ।"
\v 18 कोई एक जनि शासक येशुसे अइसो कहिके पुछी " हे असल गुरु, अनन्त जिवन पान ताँही मोके का करन पणैगो ?"
\v 19 येशु बासे कही, “ तए मोसे काहे असल काहत हए , एक परमेश्‍वार छोडके कोइ असल ना हए ।
\v 20 तए आज्ञा त जानतै हए - तए व्यभिचार मत कर ,हत्या मत कर ,ना चुरान ,झुटो गवाही मतदिओ, अपन दौवा और अइयाको आदर करियो । "
\v 21 बा कही, जे सब त मए मेरी जवानीके समयसे पालन करो हऔ।"
\v 22 जा सुनके पिच्छु बासे कही, तोके और एक बातको कमी हए । तिरसँग जो जित्तो हए बे सब बेचके गरिबके बाटदे,और तिर ताँही स्वार्गमे धन होबैगो, और आ मेरे पिच्छु लाग ।"
\v 23 पर जा बात सुनके, बा शासक बेढम उदाश भओ, काहेकी बा गजब धनी रहए ।
\v 24 तव येशू बाके देःखके बहुत दुखित भओ और कही, " धन समपत्ती होनबारेक परमेश्‍वरको राज्य भितर घुसन बेढम अगठो हए !
\v 25 काहेकी धनी आदमीके स्वार्गके राजमे घुसनसे ता ऊटके सुईको भारसे छिरन सजिलो हए !"
\v 26 तव सुनन बारे कही तव कौनको उद्धार हुईपए हए ?
\v 27 बा कही,आदमिके ताँही जो असम्बभ हए, बा परमेश्‍वरके ताँही सम्भब हए ।
\v 28 तव पत्रुस कही “देखओ अपन घर छोड़के हम तुमर पच्छु लागे हँए ।"
\v 29 तव बा बिनसे कही,सच्ची मए तुमसे काहत हओ,जौन घर औ बैयर औ अईया दौवा लौड़ा लौड़ीयाके परमेश्‍वरके राजके ताँही छोड़त हए ।
\v 30 बा जहए समयमे बेढम जद्धा प्रतिफल पाबैगो और आन बरो युगमे अनन्त जीवन हांसिल करैगो ।"
\v 31 येशु बाह्रा जनीके अलग लैजाए के कही, “देखऔ हम येरुशलेम घेन जात हँए और आदमीको पुत्रके बारेमे आगमबक्ता लिखो भओ हरेक बात पुरो होबैगो ।
\v 32 काहेकी बाके अन्यजातिनके हातमे सोंप देहँए और बे बाके मजाक उड़ाए हए और बकसँग गलत व्याबाहर करङ्गे बक उपर थुकङ्गे ।
\v 33 बे बक कोर्रा लगामङ्गे और मारङ्गे,तव तिसरो दिनमे बा मरके जिन्दा हुईके उठईगो ।"
\v 34 तव चेला जा बातके एकओ फिर ना सम्झि । बिनके ताँही जा बात लुकाएके धरी रहए ,तव जा कहिभइ बात बिनके सम्झमे ना आओ ।
\v 35 बा एरिहो के ठिन पुगो बा हुना एक जनि अन्धा आदमी डगरके किनारेमे बैठके भिक मागत रहए ।
\v 36 बा डगरसे एक भिड किनारेसे जात सुनी, “ जा का हए ?" काहेकी बा पुँछी ।
\v 37 आदमी बासे कहीँ, “ नासरत को येशु इतएसे जाए रहोहए ।"
\v 38 तब बा अईसे काहत चिल्लाई , “ हे येशु दाउदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।"
\v 39 अग्गु अग्गु नेगन बारे बासे कहीं चुप लाग, कहीके डाँटी” तव बा और जोड़से चिल्लाई, “हे दाऊदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।"
\v 40 येशु रुक गओ और बाके अपन ठिन लान आज्ञा दई बा झौने आएके पिच्छु बा बासे पुच्छी,
\v 41 तए का चाँहात हए ? मए तिर ताँहीं का करऔ” ? बा कही, प्रभु मए देखलेमऔ ।"
\v 42 तव येशु बासे कही, तए देखन बारो हुईजा तिर बिश्‍वास तोके अच्छो करि हए ।
\v 43 तव तुरन्तए देखन बारो भओ और परमेश्‍वरको प्रशंसा करतए बाके पिच्छु लागो । जा देखके सब आदमी परमेश्‍वरको प्रशंसा करीं ।
\c 19
अध्धाय 19
\v 1 येशु येरीहो हुईके हुनासे जात रहए ।
\v 2 हुवाँ जखायस नाउँ भओ एक जनी आदमी रहए बा कर उठान बारो मैसे मुख्य आदमी रहए, और धनि रहए ।
\v 3 येशु कौन हए कहिके बा देखन चांहात रहए पर ठुम्को हुईके भिडके कारनसे देख ना पाई ।
\v 4 बा बाके देखन अग्गु अग्गु दैडके एक गुलरको रुखामे चढ़ो , काहेकी येशु बहे डगर हुईके जात रहए ।
\v 5 जब येशु बा ठाउँमे आएपुगो, तव बा उपर देखके बासे कही, “ ए जखायास” जल्ली उतरके आ , काहेकी आज मोके तिर घरमे बैठन हए ।
\v 6 बा जल्दीसे उतरके आएगओ । और खुसीसे बाको सत्कार करी ।
\v 7 जब आदमी जा देखीँ बे सबए अईसो कहत बरबरान लागे, “बा पापीके घरमे पहुना हुईके गवओ हए ।"
\v 8 जखायास उठके प्रभु से कही, “ देख प्रभु मए अपन समपत्तिको आधो भाग गरिबनके देहऔं, और कोईसे अन्नयाए करके कछु लओ हऔ कहेसे मए बाको चार गुणा फिर्ता करदेहऔ” ।
\v 9 तव येशु बासे कही, “आज जा घरमे मुक्ति आओ हए काहेकी जा फिर आब्रहामको लौड़ हए ।
\v 10 जहए मारे आदमीको लउड़ा हराओ भओके ढुड़न और बचान आओ हए ।"
\v 11 बे जा बात सुन्तए बा बिनसे एक काहानी काहान लागो , बे यरुसलेमके जौने रहँए, और आदमीके परमेश्‍वरको राज्य तुरन्त प्रकट होन लागो कहिके समझि रहँए ।
\v 12 बा कही , " एक जनी खानदानी आदमी एक राजके पाईके लौटन के आन कहिके और कोई दुरके देशमे गओ ।
\v 13 बा अपन दश जनि नोकरके बुलाईके बिनके सोनोको सिक्का दईके कही ,जब तक मए लौटके ना आए हऔं, जहेसे व्यपार करिओ ।
\v 14 पर प्रजा बिनके अच्छो ना मानत रहँए और बे बिनके पिच्छु पिच्छु अईसो कहिके दुतनके काहान पठाई”,बे हमर उपर राज ना करए कहिके हम चाँहात हँए ।
\v 15 तव राज्य अधिकार पाईके लौटके पिच्छु अपन पैसा दएभए नोकरनके अपन ठिन बुलान हुकम् दई, व्यपारसे बे कित्तो नफा करि कहेके बा जाँनन् चाहत रहए ।
\v 16 तव पहिले आन बारो अईसो कही 'मालीक, तुमर सिक्कासे और दश सिक्का कमाओ हऔं ।'
\v 17 बा बासे कही, 'क्ष्याबास अच्छो नोकर, तए दश शहेरके उपर अधिकार पए हए ।'
\v 18 दुसरो आईके अईसे कही’ , मालिक तुमर सिक्कासे और पाँच सिक्का कमाओ हऔ ।'
\v 19 “बा बासे कही , 'तए फिर पाँच शहेरमे अधिकार करहए ।'
\v 20 एक और आईके आईसे कही, मालिक, देख,तुमर सिक्का हियाँ हए बा मए रुमालमे बाधके धरेहऔं ।
\v 21 मए तुमसे डराए गओ, काहेकी तुम कठोर आदमी हऔं । जो ना धरे हओ, बा लेत हओ । जो ना बोत हओ हुवासे कटनी करत हऔं ।'
\v 22 “बा बासे कही , तिर मुहु की बातसे मए तेरो न्याय करङ्गो ए दुष्ट नोकर जो धरो न हऔं बा लेत हऔं और जो बोओ नहऔं बा कटत हऔं , ' मए कठोर आदमी हऔ कहेके तय जानत रहए ।
\v 23 तव मिर सिक्का बैंकमे काहेना धरो ? मए अईके ब्याज समेत बा पातो ।'
\v 24 “तव जौने ठणन बारेनसे बा कही, हुवासे बा सिक्का लैके दश सिक्का होन बारेके दई देबओ ।'
\v 25 बा बिनसे कही, हजुर, बाके सँग त दश सिक्का हईए हँए ।'
\v 26 मए तुमसे काहत हऔं ,जौन सँग हए बाके और जद्धा देहए पर जौन सँग ना हए बाके सँग भओ फिर बासे छिनो जाएहए ।
\v 27 पर मए बिनके उपर राज करन ना चाहान बारेन के मिरबे सत्रुनके हिया लाबौ और बिनके मिर अग्गु मारओ’ ।"
\v 28 येशु जा बात कहिके येरुसलेम घेन गऔ ।
\v 29 जब बा बेथाफागे और बेथानिया के जौने जैतुन काहान बारो डगामे पुगो रहए, बा अपन चेलामैसे दुई जनिके अईसो कहेके पठाई,
\v 30 अग्गुके गाउँमे जाबऔ और भीतर जातए जात तुम गधाको एक बच्छरा बंधो पाबैगे, जौनके उपर हभैतक कोई आदमी ना चढ़ी हए । बाके खोलके हिना लाबऔ ।
\v 31 कोई काहाबए जाके काहे खोलत हऔ ?'कहेके तुमसे पुछए तव कहियो प्रभुके जाकी जरुरत हए।"
\v 32 बे पठाए भए गए, और बा बिनसे जैसे कही उईसियाए पाईं ।
\v 33 बे बछराके खोलन लागे तव बछरक मालिक बिनसे पुछी”, तुम जा बछराके काहे खोलत हओ ? "
\v 34 बे कहीं, “ प्रभुके जाकी जरुरत हए ।"
\v 35 चेला बाके येशु ठिन लाईं, और अपन लत्ता बछराके उपर धरके येशुके बक उपर बैठारीं ।
\v 36 बा जात पेती ,अपन लत्ता डगरमे बिछाईं ।
\v 37 बा जैतुन ड़ँगामे अएपुगो चेलाकी सबए भिड बाके देखके सबए शक्ति शाली कामके ताँही खुसी होत, परमेश्‍वरको प्रशंसा करत बडे जोरसे चिल्लान लागे ।
\v 38 “परम प्रभुके नाउँमे आनबारो राजा धन्यको हए ! स्वार्गमे शान्ति प्रमधाममे महिमा ।"
\v 39 औ भिडके कोई कोई फरिसि बासे कहीं,” हे गुरु तुमर ,चेलनके डाँटओ।"
\v 40 पर बा कही, “मए तुमसे काहात हऔं जे चुप लग् हँए तव पत्थर फिर चिल्लाए उठङ्गे ।"
\v 41 जब येशु जौने आए पुगो और शहेरके देखी बा बाके ताँही रोई ,
\v 42 "यदी तए जा दीनके बारेमे पता पातो, शान्ति कौन बातसे लातहए कहेके बात जानत होतो ! पर अभए जा बात तिर नजरसे लुको हए ।
\v 43 काहेकी तिर उपर अईसे दिन अमङ्गे, जब तेरो सत्रु तेरो आस पाश जमा हुईके बाधँके घेरा लगामङ्गे , और सबए घेनसे पकडके तोके बँधङ्गे ।
\v 44 बे तोके और तिर भितर बैठन बारे तिर सन्तानके जमिनमे उठाईके पटङ्गे और एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर फिर न हुईहए , काहेकी तेरो अपनो उपर भओ परमेश्‍वरको कृपा दृष्टिके तय चीन न पाओ ।
\v 45 तव बा मन्दिर भितर कुचो और किनबेच करन बारेनके निकारी,
\v 46 और बिनसे कही, “ धर्मशास्त्रमे लिखो हए, 'मेरो घर प्रर्थाना को घर हुईहए, ' पर तुम ता जाके डाकुको अड्डा बनाए हओ ।"
\v 47 बा हरेक दिन मन्दिर मे शिक्षा देत रहए । पर मुख्य पुजारी शास्त्री और जन्तानके प्रमुख आदमी बाके मारन ।
\v 48 ढुड़ी बे बाके मारन ताँहीं कोई उपय न पाँई, काहेकी सबए आदमी बाके बचनमे ध्यान दैके सुनत रहँए ।
\c 20
अध्धाय 20
\v 1 येशू मन्दिरमे आदमीनके शिक्षा देत रहए। और बिनके सु-समाचार प्रचार करत रहए। धर्म गुरुके संग मुखिया पुजारि और सास्त्रि बाके ठिन आए।
\v 2 बासे पुछीं हमके बता कैन अधीकारसे तुम जा काम करत हऔं ,और तुमके अधीकार देन बारो कौन हए ?"
\v 3 बा बिनके जबाफ दई, मए फिर तुमसे एक बात पुछत हऔं, मोके उत्तर देबओ।
\v 4 यूहन्‍नाको दओ भओ बप्तीस्मा स्वर्गसे रहए कि आदमी से ?"
\v 5 बे आपसमे बाहस करन लागे, "यदि हम स्वर्गसे काहामङ्गे कहेसे, तओ बे कए हँए,काहे बिश्‍वास ना करत हऔं ?'
\v 6 आदमीनसे काहा मङ्गे तव, सब आदमी हमके पत्थर मरहए, काहेकी यूहन्‍ना अगमवक्ता हए, कहीके विश्‍वास करत हए ।"
\v 7 जहे मारे बे जवाफ दई, ”हम ना जानत हए कहाँसे आओ हए ।"
\v 8 तओ येशु बिनसे कही, ” महु फिर तुमके कौन अधिकारसे जा काम करत हऔं, कहिके ना बतए हऔं।"
\v 9 बा आदमीनसे जा काहानी कही, ”एक आदमी दाखबारी लगाई और अधीया दैके, बहुत दिनके ताँही परदेश गओ।
\v 10 फरा पकन समयमे बा अपन हिस्साको फरा लेन अपनो एक नोकरके दाखबारीको मालिक अपनो अधीया बारो ठीन पठाइ, तव अधिया बारो बाके पिटके खाली हात पठाए दइ।
\v 11 बा फिरऔरदुसरे नोकर के पठाइ, तव बे बाके फिर पिटी बेजत करके खाली पठाई दइ।
\v 12 बा तिसरेके फिर पठाई बे बाके फिर घाएल बनाएके निकार दइ।
\v 13 और दाखबारीको मालीक , ’अब मए का करओ ? मए अपन प्यारो लौड़ा पठए हओं। शायद बाके बे आदर करङ्गे की। '
\v 14 तव अधीया बारे बाके देख्के आपस मे बात करी , 'जा त हकबारो हए, हम जाके मारडारए और सम्पतीको हक हमर हुइहए ।'
\v 15 और बे बाके दाखबारीके बाहिर लैजाएके मारी ।अब दाखबारीको मालीक बिनके का कर हए ?
\v 16 बा आएके अधिया बारेनके मरहए, और दाखबारी औरेनके देहए ।“आदमी जा सुनके कही, अइसे कबहु ना होबए।“
\v 17 तब बा बिनके देखके कही, ”जा धर्म शास्त्राको कहिनको अर्थ का हए ”जौन पत्थरके भवन बनान बारे खारिच करि रहँए, बहे त कोनेको मुण पत्थर बनो।
\v 18 बा पत्थर उपर गिरन बारे हरेके चकनाचुर हुइ जए हँए, तव जौन उपर बा गिरएगो बा बाके भुआ बनए देहए।"
\v 19 तव शास्त्री और मुखिया पुजहारी बहए बेरा बाके पकणन ढुणी । बिनके पता रहए, कि जा काहानी बिनके बिरुध्दमे कही रहए, तव बे आदमीसे डरात रहँए।
\v 20 बे मौका देखन लागे, और धर्मि हुइके चुपरन बारे जासुसके बे बिनके ठीन पठाई । येशुसे कही बातके गलत सावित बानाएके , बहए बातमे बाके फसाएके अधिकारीनके और हाकिमके हातमे बाके सौपङ्गे करके बे दाओ देखत रहँए ।
\v 21 बे बासे पुछी” गुरुजी हम जानत हए तुम ठीक बोलत हओ और ठीक सिखात हओ, कोइको पक्षपात नकरत हओ, पर सत्यके सँग परमेश्वरको डगर सिखात हओ ।
\v 22 हमके कैसरके कर तिरन ठीक हए कि ना ?”
\v 23 येशू बिनको कपट समझके कही,
\v 24 मोके एक सिक्का दिखाबओ, जामे कौनको चित्र और कौनको नाउँ लिखो हए, ? ”बे कही, कैसरको।"
\v 25 बा बिनसे कही,”जहए मारे जो कैसरको हए बा कैसरके देबओ और जो परमेश्‍वरको हए बा परमेश्‍वरके देओ।"
\v 26 आदमीके अग्गुबे बाके बातमे फसाए ना पाई, और बाके बातमे बे अचम्मो मानके छक्क पणके कछु ना कहेपाँइ।
\v 27 तओ पिच्छू बाके ठिन कोइ सदुकी आए । मरके पुनरुत्थान ना होत हए, कहिके बिनको बिचार रहए। बे बासे पुछी,
\v 28 ”गुरुजी मोसा हमके लिखिरहए, कि कोई आदमीको विवाहित ददा बिना सन्तान मरत हए कहेसे, भईया बाके बैयरसे बिहा करके ददाको सन्तान खणा करन पणत रहए ।
\v 29 सात भईया रहँए जेठो एक बैयरलाई और बिना सन्तान मरगऔ
\v 30 और मझलोसे,
\v 31 और सझलोसे बहए बिहा करी और उइसे करके बे सातओ जनि बिना सन्तान मर गए
\v 32 पिच्छु बा बैयर फिर मर गई,
\v 33 जहए मारे मरके पुनुरुत्थान हुइहए, बा बैयर बिन मैसे कौन कि बैयर हुइहए ? काहेकि बा सातौ जनिकी बैयर भइरहए ।"
\v 34 येशु बिनसे कही , जा युगमे, आदमी बिहा करत हए, और बिहा कर देत हए ।
\v 35 पर बा युग तक पुगन योग्य ठहेरन बारे और मरके जिन्दा हुइके उठन योग्य होन बारे ना विहा करत हँए, ना विहा कर देत हँए।
\v 36 बे फिर मरत ना हँए कहेकी बे स्वर्गदुतके सामान होत हँए, और पुनरुत्थानके सन्तान होनके कारन बे परमेश्‍वरके सन्तान हँए ।
\v 37 पर मरन बारे जिन्दा हुइके उठङ्गे कही बात मोसा फिर झुणाके विवरनमे परमप्रभु अब्राहमको परमेश्‍वर,इसाहकको परमेश्‍वर और याकुबको परमेश्‍वर कहेके दिखाइ दइ।
\v 38 बा मरन बारेन को परमेश्‍वर ना हए, पर जीन्‍दनको परमेश्‍वर हए, काहेकी सब बाके ताँही जित हए ।"
\v 39 और शास्त्रि मैसे कोइ कोइ कहीँ गुरुजी तुम ठिकए कहे।"
\v 40 तब पिच्छु कोइ बासे प्रश्‍न पुछनको हिम्मत ना करी।
\v 41 येशू बिनसे कही ,”ख्रीष्ट दाउदको पुत्र हए कहेके बे कैसे काहत हए ?
\v 42 काहेकी भजनके पुस्तकमे दाऊद अपनए कहीहए,” परमप्रभु मिर प्रभुसे कही ,”तुम मिर दहिना हात घेन बैठओ।
\v 43 जब तक तुमर शत्रुनके तुमर पाउदान ना बना मङ्गो।'
\v 44 अइसिए दाऊद ख्रीष्टसे प्रभु कहत हए, फिर कैसे बा दाऊद को पुत्र भओ ?"
\v 45 ४५ और सब आदमी सुनत करत बा अपन चेलनसे कही,४६
\v 46 लम्बो कुर्ता पैधके इतए उतए नेगत,और बजारमे अभिबादन ढुणत,और सभाघरमे प्रमुख आसन और भोजमे आदरको स्थान रुचान बारे शास्त्रीनसे होसियार रहबओ।४७
\v 47 बे बिधवनको घर हणपत हए, और लम्बो देखावटी प्रार्थना करत हए ।जो जध्धा दण्ड पामङ्गे।
\c 21
अध्धाय 21
\v 1 बा धनीके देखि अपन-अपन भेटी दान पात्रमे धरत देखि।
\v 2 बा गरीब बिधवाके हुँवा दुई पैसा चढात फिर देखि।
\v 3 तब बा कही निहात्य मए तुमसे काहात हऔ,जा गरीब विधवा औरनसे सबसे जाधा चढाइ हए।
\v 4 काहेकी जे सब अपने बहुतमैसे भेटी चढाई हए ,पर जा गरीबी मैसे अपन सबए जिविका दई।"
\v 5 अब कोइ-कोइ सुतरे -सुतरे पत्थर और दानमे पाएभए समान सजाए भए मन्दीरके बारेमे बात करन लागे, येशु काहान लागो।
\v 6 तुम जो देखे हऔं, अइसो समय आबैगो जब एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर ना राहाबैगो ,बे सबए भसम हुइ जएहए ।"
\v 7 बे बासे पुछी, गुरुजी जे सब कब हुई हए ? और जे सब बात होत तव का चिन्ह हुइहए ?
\v 8 बा कही, होसीयार रबहो, तुमके कोइना बह काबए । मिर नाउँमे तमान आदमी मए बहए हऔं, और समय जौने आएगओ हए, कहीके कए हँए । उनके पिछु तुम मत लागऔ ।
\v 9 तुम जब लड़ाई और खैलाबैला कि बात सुनएगे तव तुम मत डराबऔ, काहेकि पहिले जे घटना होनए पणैगो, पर अन्त्य तुरुन्तए ना होबएगो ।"
\v 10 तव बा बिनसे कही, “ राष्ट के बिरुध्दमे राष्ट और राज्यके बिरुध्द राज्य उठँङ्गे ।
\v 11 भैयङ्कर हालाचाला आमङ्गे तमान जघामे भुक्मरी और हैजा आमङ्गे,भैयङ्कर लड़ाई होमङ्गे, औ बादरमे बणे बणे चिनह होमङ्गे ।
\v 12 पर जे सब बात होनसे अग्गु आदमी तुमके पकण्ङ्गे, और सतामङ्गे और तुमके सभा घरमे सौप देहँए, और झेलमे डार देहँए। तुमके मिर नाँउ के बजैसे राजा और हाकिमके अग्गु पुगए हँए ।
\v 13 पर तुमर ताँही जा एक गवाही देनको अवसर हुइहए ।
\v 14 जहय मारे अपन बचावके ताँही का काहामङ्गो सो अग्गुसे मत सोंचओ कहिके अपने मनमे पक्का करऔ ।
\v 15 काहेकी मए तुमके अइसो मसकनके ताँही बचन और बुद्धी देहओं। कि तुमर बिरोधि उत्तर ना दै पै हँए, और खन्डन फिर ना कर पै हँए ।
\v 16 पर तुमर अइया- दौवा और दादा भैया, नातेदार और सँगी फिर तुमके पकणा बाए देहँए, और तुम मैसे कोइ-कोइके बे मारङ्गे ।
\v 17 मिर नाउँके ताँही तुमके सब आदमी घृणा करङ्गे।
\v 18 पर तुमर शरीरके एक बार फिर नष्ट ना हुइहए।
\v 19 तुमर धैरियके द्वारा अपनो प्राण पाबैगे औ बचा बएगे।
\v 20 पर जाब तुम येरुसलेमके,सेनानसे घिरो देखैगे, तव बाको बिनास जैने आए गैहए कहिके जानऔ ।
\v 21 तब यहुदियमे होनबारे पाहाण घेन भाजँए । शहेर भितर होनबारे बाहिर भाजँए, और बाहिर गाउँमे होनबारे शहेर भितर ना घुसए ।
\v 22 काहेकी लिखो भौबात सब बात पुरो होन हए , बे बदला लेनके दिन हुइहँए ।
\v 23 हाय बा दिन मे गर्बबति और दुध खबान बारी बैइयरऐं ! काहेकि बा देशके उपर बणे- सङ्कट आबएगो,और बे आदमीके उपर क्रोध आए पणैगो ।
\v 24 बे तरवारसे मारेजामङ्गे, और सब देशमे बे कैदी बनाएके लैजामङ्गे और गैर यहुदीयनको समय पुरो ना होन तक बे यरुसलेममे कैदी बनायके धरङ्गे ।
\v 25 शुरज, जोनि और तारामे चिहना दिखाइ देमङ्गे,और समुन्द्रको गरजन और छालसे ‘पृथ्वीके राष्ट शंकष्टमे पणके व्याकुल होमङगे
\v 26 संसारमे होनबारो घटनाको अशंकासे आदमी बेहोस होमङ्गे काहेकी बादरको शक्ती डगमगाबैगो ।
\v 27 तव आदमीक लैड़ाके शक्ती और मह महीमासंग बादरमे आत बे देखङ्गे।
\v 28 जब जे बात होमङ्गी,तव उठओ और अपन मुणीयाके उपर उठएके देखओ, काहेकी तुमर उद्धार जौने हए।"
\v 29 येशू उनसे एक काहानीमए कही गुलरको रुखा और सबै रुखाके देखओ,
\v 30 बिनको पतझर देखके तुम अपनै पता पएहओ, कि, ग्रिष्म ऋरु जौने हए।
\v 31 जहेमारे तुम फिर जब जा बात होत देखैगे, तव परमेश्‍वरको राज्य जौनेहए कहीके पता पाबैगे।
\v 32 निहात्या मए तुमसे काहात हऔ, जे सब घटना पुरो ना होनतक जा पुस्ता ना बितैगो ।
\v 33 आकास और पृथ्वी बित जैहए, पर मिर बचन ना बितैगो ।
\v 34 पर तुम अपने बारे मे होशियार राहबओ । नित भोक बिलास सराबी पन और जिवनको चिन्तासे तुमर मन नाभरए, नित तुमर उपर बा दिन इकबरीए फाँसि हानि आए जएहए।
\v 35 काहेकी अइसीए त सारे पृथ्वीभरमे बैठन बारे सबए जनीके उपर फाँसी हानि आए पणैंगो ।
\v 36 पर आनबारो जा सब बासे उम्कन ,और आदमीके पुत्रके अग्गु ठाणंन सामर्थ होन ताँही, सब समय प्रार्थना करत राहबओ।"
\v 37 येशु दिनमे मन्दीर मे शिक्षा देत रहए, और रातके जैतुन काहान बारो डंगा मे रात गुजारत रहए ।
\v 38 बक बचन सुनन् ताँही सबए आदमी सबेरे से मन्दीर मे आत रहँए ।
\c 22
अध्धाय 22
\v 1 अखमीरी रोटिको तेवहार जौने आएगओ रहए । जौनसे निस्तार तेवहार काहात हँए ( दासत्वसे छुटकाराको दिन ) ।
\v 2 मुख पुजारि और शास्त्री बाके कइसे मारै कहिके सल्लाहा करत रहँए, पर बेआदमीनसे डरात रहँए ।
\v 3 बाह्र जनी मैसे यहुदा इस्करियोत के भितर शैतान घुसगओ ।
\v 4 येशूके बिनके हात मे कैसे पकण बामओ कहिके मुख पुजारि और कप्तानके ठिन जाएके बा सल्लाहा करी ।
\v 5 बे खुशी भय, और बाके रुपैया देन कबुल करीं ।
\v 6 बा सहमत हुइगओ, और भिण ना भओ बेरामे बाके पकणन मौका ढुणन लागो ।
\v 7 अखमिरी रोटीको तेवहारको दीन रहए जौनदीनसे निस्तारको थुमा (बकरा) बलीदान चणांन पणंत रहए ।
\v 8 बा पत्रुस और यूहन्‍नाके अइसे कहिके पठाइ, ”जाएके हमर ताँही निस्तार तेवहारको भोज (खानु) तयार करऔ,
\v 9 बे बासे कहीं, ”हम जा भोज (खानु) कहाँ तयार करँए ?
\v 10 बा उनसे कही, "सुनओ , जब तुम शहेर मे घुसओ, पानीको घल्ल बोकन बरो एक जनी आदमीसे मिलैगे । बा जौन घरमे घुसैगो हुँआ तक बाके पिच्छु लगियो।
\v 11 तब तुम बा घरको आदमीसे कहियो, ’गुरु तुमसे पुछत हए , मोके अपन चेलन सँग निस्तार तेवहारको भोज खान बारो कोठा काहँ पर हए ?'
\v 12 बा तुमके उपर तल्लामे सजोसजाओ भओ बणो कोठा दिखाबैगो, और हुँवए तयार करीओ ।
\v 13 अइसिए बे गए और बा कहो हानी पाइगए , और बे निस्तार तेवहारको भोजको खानु तयारी करीं ।
\v 14 और जब समय आओ, बा प्रेरितनके सँग भोजन करन बैठो।
\v 15 बा उनसे कही, "मए दुःख भोगनसे अग्गु जा निस्तार तेवहारको भोजन तुमर सँग खान बणो इच्छा करो रहओं ।
\v 16 काहेकि मए तुमसे काहात हऔ , परमेश्‍वरके राज्यमे जा पुरो ना होन तक मए जा भोज फिर ना खामङ्गो ।"
\v 17 तव येशू कटोरा लइ,और जब बा धन्या बाद चढाएके बा कही,”जा लेबओ ,और तुम आपस मे बँटओ ।
\v 18 काहेकि मए तुमसे काहत हऔ, परमेश्‍वरको राज नाआन तक अब मए अङ्गुरको रस ना पिमङ्गो।"
\v 19 और बा रोटी लई, और धन्या बाद चढएके बाके तोडी और उनके अइसो कहिके दई , तुमर ताँही दौ भओ जा मिर शरीर हए ।मिर यादमै जा करीओ।
\v 20 अइसी कहिके खाएके बा कटोरा लैऔर कही, ”जा कटोरा तुमर ताँही बहो भओ मिर खुनमे भओ नयाँ करार हए ।
\v 21 पर ध्यान देबओ । मोके धोका देन बारो जहे टेबुलमे हए ।
\v 22 काहेकि आदमीको लौड़ात कहो भओ समयमे जान पणत हए । पर बा आदमीके धिक्कार हए जौनसे बाके विश्‍वासघात होबएगो ।"
\v 23 और बिन मैसे कौन अइसे करैगो बे अपनए सवाल करन लागे ।
\v 24 अब बे मैसे सबसे बड़ो कौन हए कहिके बिनके बिचमे बाद बिवाद होन लागो ।
\v 25 बा बिनसे कही,अन्या जातिक राजा उनके उपर अधिकार करत हए, और बिनके उपर अधिकार चलान बारेनसे आदरको अगुवा काहत हए ।
\v 26 पर तुम मे अइसो मत होबऔ । तुम मैसे जैन बड़ो हए, बा सबसे छोटो बनए और सबसे जरुरि बात काहए कहेसे बा सेबा करन जैसो होबए ।
\v 27 काहेकि बड़ो कैन हए ? खानु खान बैठन बारो कि सेवा करन बारो ? का खनु खान बैठन बारो ना हए ? पर मए त तुमर बिचमे एक जनी सेवा करन बारो जैसो हऔं ।
\v 28 पर मिर परिक्षामे मोके साथ देन बारे तुमहीं हऔ ।
\v 29 जैसे मिर पिता मोके एक राज्या दै हए ,मए फिर तुमके दे हऔ ।
\v 30 ताकि मिर राज्यामे तुम मिर टेबुलमे खाबैगे और पिबैगे, और इस्राएलके बाह्रए कुल मए न्याय करके सिंहासनमे बैठैगे ।
\v 31 सिमोन, हे सिमोन देख शैतान तुमके गेहुं हानि निखारन बारो अनुमती मागी हए ताकि बा तुमके अपने हातमे कर सकए ।
\v 32 पर मए तिर विषवास ना डगमगाए कहिके तिर ताँही प्रार्थना करो, और तुम फिर घुमके तुमर भैयानके मजबुत करीओ ।
\v 33 तव पत्रुस बा से कही, "हे प्रभु मए तिर सँग झेल खानामे और मृत्यु तक जान तयार हऔं ।"
\v 34 तव बा कही , "पत्रुस, मए तोसे काहत हऔ, तए मोके ना चिनत हए, कहिके तिन चोटि इनकार ना करन तक, आज मुर्गा ना बासैगो ।"
\v 35 येशु बिनसे कही,जब मए तुमके थैलि और झोलि और जुता बिना पठाओ रहओ, का तुमके कोइ चिजको कमी भओ ? बे कहि ना भओ ।
\v 36 बा कही,पर अब जौनके थैलि हए ,बा बाके बोकए, उइसी झोला फिर बोकए । और जौनक सँग तरवार ना हए,और बा अपनो लत्ता कपडा बेचके तरवार लेबए ।
\v 37 काहेकि मए तुमसे काहत हऔ, बा अपराधी सँग गिनैगो, कहिके मिर बारेमे जो अगमवाणी लिखि हए बा पुरो होनए हए । हाँ मिर बारेमे लिखो बात पुरा हुइ रहो हए।
\v 38 तब चेला कहीँ, हे प्रभु देख, हियँ दुई तरवार हँए। "और बा कही, इतका होएसे पुग जए हए ।"
\v 39 बाहेर निकरके रोज दिन हानी डंगामे गओ।और बके चेला फिर पच्छु-पच्छु लागे ।
\v 40 बा ठाँउमे पुगके बा उनसे कही , "तुम प्रार्थना करे राहबओ, और परिक्षामे मत पणऔ ।"
\v 41 बा बिनसे प्रायःतिस मिटर दुर जाएके घुटो टेकके प्रार्थना करि ।
\v 42 "हे पिता, तिर इच्छा हए कहेसे, जा कटोरा मिर ठिनसे हटाए दे । पर मेरि इच्छा ना, पर तिर इच्छा पुरी होबए ।"
\v 43 तव स्वर्गसे एक दुत बाके बल देन बाके ठिन दिखाइ पणो ।
\v 44 गजब सँकष्टमे पणके आग्रह पुर्वक बा प्रार्थना करन लागो, और बक पसिना खुनको बुदा बुदा हानी जमिनमे गिरत रहए।
\v 45 जब बा प्रार्थनासे उठके चेला ठिन आतपेति, बा बिनके शोकके बजैसे निधानो देखि ।
\v 46 और बा उनसे पुछी, तुम काहे निधाए रहेहऔ ? उठऔ और परिक्षामे ना पणन ताँही प्रार्थाना करऔ ।"
\v 47 देखओ बा मसकतय मसकत एक भिण हुंवा आएगइ । बाह्र चेला मैसे एक जनी यहुदा कहिन बारो अग्गु अग्गु आओ । बा येशूके चुमन, बाके ठिन आओ ।
\v 48 पर येशु बासे कही, यहुदा का तय आदमीक पुत्रके चुम्बनसे विशवा घात करन चाहत हए ?"
\v 49 तव बक जौने जौनेमे भए जो होत रहए ,ब देखि , बे कहीँ, "प्रभु का हम तरवरा चलामए ? "
\v 50 बे मैसे एक आदमी प्रधान पुजारिक नोकरके मारी,और बक दहिना कान काट दई ।
\v 51 पर येशु कही, " हुइगओ ,"अब अइसो मत करऔ ।"और बा आदमीक् कान छुइके, बा बाके अच्छो कर दई।
\v 52 और बाके बिरुद्धमे आए भए मुख पुजारि, मन्दीरके कप्तान और धर्म गुरुसे बा कही," का तुम डँकुके विरुद्धमे आए हानी तरवार और लठ्ठी लैके आए हऔ ?
\v 53 मए रोज दिन मन्दीरमे तुमर सँग रहऔ, तुम मिर बिरुद्धमे हात ना उठाए । पर अब तुमर समय हए,और अन्धकारको शक्ति जहे हए ।"
\v 54 बे येशुके पकणके लैगए, और बाके प्रधान पुजारिके घरमे लाईं । पर पत्रुस दूरसे बाके पिछु पिछु लागो ।
\v 55 हुंवा आगनके बिचमे आगि पजारके आदमी जमा हुइके बैठे रहँए ।पत्रुस फिर उनके बिचमे बैठो ।
\v 56 एक नेकर्नि आगिके उजियारेमे बाके बैठो देखके अच्छेसे देखी, और कही, "जा आदमी फिर बिनके सँग रहए ।"
\v 57 पर पत्रुस अएसो कहिके इन्कार करी , ए नारि, मए बाके ना चिनत हऔ ।"
\v 58 थोरि देर पिच्छु दुसरो बाके देख्के कही ,तए फिर बेहि मैसे कोइ एक हए । तव पत्रुस जवफ दई,”ए आदमी, मए ना हऔं ।"
\v 59 लगभग एक घण्टा पिच्छु और एक जनी जोर दैके अइसो कही, "निहात्य जा आदमी बहेके सँग रहए, काहेकि जा फिर गालीलीएको हए ।"
\v 60 पर पत्रुस कही, ए आदमी, तुम का काहत हऔ ,मए ना जानत हऔं ।" बा मस्कतै मस्कत मुर्गा बास्दै ।
\v 61 और प्रभु घुमके पत्रुसके देखी । आज " मुर्गा बासनसे अग्गु तए मोके तीन चोटी इन्कार करहए । कहीके प्रभुको कहो भओ बचन याद भओ । "
\v 62 और बा बाहीर निकरके धर धरउटी रोन लागो ।
\v 63 तव येशुके पक्रके आदमी बाके खिसबांइ और पिटीं ।
\v 64 बाकी आंखीमे पट्टीसे लपेटके बासे पुछी, तोके मारन बारो कौन हए ? "ले अगमवाणी कहा !
\v 65 बे बा के बिरुद्धमे घृनापूर्ण बात कहीं और बाके उपर ईश्‍वार -निन्‍दाको आरोप लगाईं ।
\v 66 उज्यारो होतए जमा भए ,जनतनके धर्म गुरु, मुखीय पुजारी और शास्त्री दोने बाके अपन महासभामे लै गए।
\v 67 और कही,” तए ख्रीष्ट हए कहेसे हमके बता ।" बा उनसे कही, मए बतए हऔं कहेसे फिर तुम ना पतियए हओ ।
\v 68 मए सवाल करङ्गो कहेसे, फिर तुम जवाफ ना देहऔं ।
\v 69 पर आदमीको पुत्र परमेश्‍वरको शक्तीको दहिना घेन बैठैगो ।
\v 70 तव बे सब कही, तव का तए परमेश्‍वरको पुत्र हए ?" बा बिनके उत्तर दई, तुमही काहत हऔ । "
\v 71 बे कही," हमके अब और का शाक्षीको जरुरत हए ? कहेकी हम बहेके मुहसे सुन लए ।"
\c 23
अध्धाय 23
\v 1 बे सबए दलके उठे, और बाके पिलातस ठिन लैगए ।
\v 2 बे बाके उपर अइसो कहिके आरोप लगान लागे, जा आदमी हमर देशके बहकात हम पाए गए । जा कैसरके कर तिरनसे रोकत हए, अपनेके मए ख्रिष्ट, एक राजा हऔं कहिके काहत हए ।"
\v 3 पिलातस बासे पुछी, का तए यहुदिक राजा हए ? "येशु “जबाफ दैके कही, तुमही अइसो काहत हऔ ।
\v 4 तव पिलातस मुख्य पुजारि और भिडसे कही, मए जा आदमीमे कछु दोष ना पाओ ।
\v 5 तव बे बणे जोर दैके कहीं ,जा सारा यहुदिया और गालीलीसे जा जगाहा तक शिक्षा देत आदमीके भडकात हए ।"
\v 6 तव पिलातस जा सुनके, जा आदमी गालीलीको हए कि, कहिके पुछी ।
\v 7 तव बा हेरोदको इलाकाको आदमी हए, कहिके पता पएके पिलातस येशूके हेरोद ठिन पठाइदै ।
\v 8 जब येशुके देखी हेरोद बेढम खुशी भऔ । काहेकि बा बाके बारेमे सुनी रहए, बेढम दिनसे बाके देखन इच्छा करत रहए, और बा कुछ अचम्मो काम करो भओ देखन आशा करत रहए ।
\v 9 हेरोद येशूसे बेढम सवाल पुछी, और येशू बाके कछू जवाफ ना दई ।
\v 10 मुख पुजारी और शास्त्री ठाणके येशूके जोणतोणसे दोष लगान लागे ।
\v 11 हेरोद अपन सिपैया सँग मिलके बासे घृणापुर्ण व्यवहार करी, और बाको हँशी उड़ाइ। पिच्छु बाके अच्छो कपडा पहिदायके पिलातस ठीन घुमाएके पठाए दई।
\v 12 बहे दिन पिलातस और हेरोध दोनो आपसमे मित्र भए। काहेकि अग्गु बिनके बिचमे दुश्मनि रहए।
\v 13 तव पिलातस मुख पुजारी शासक,और जनताके जमा करी।
\v 14 बा बिनसे कही ,तुम आदमीके भणकान मारे जाके मिर अग्गु लाए। तुमारे अग्गु मए शोद पुछ करो, तुम इनके उपर लगाओ भओ दोष मए ना पाओ।
\v 15 हेरोद फिर दोष ना पाई, कहिके बे जाके हमर ठिन घुमाइ दई। अब देखओ जा मृत्यु दण्ड पानको योग्या कछु काम ना करी हए।
\v 16 जहेमारे मए जाके सजाए करके छोड देहऔ।
\v 17 तेवहारको उपलक्षमे बिनके ताँही पिलातस एक जनी कैदीके छोड़देन पडत रहए।
\v 18 बे सब एकसँग अइसो कहिके चिल्लाईं ”जाके हमरे बिचसे हटाए देओ, और हमर ताँही बारब्बाके छोड देबऔ ।"
\v 19 बारब्बा शहेरमे भओ विद्रोह और हत्याको काण्डमे झेलमे थुनो भओ एक आदमी रहए ।
\v 20 येशुके छोणन इच्छा करके पिलातस फिर उनके सम्झाइ ।
\v 21 पर बे अइसो काहत चिल्लाईं बाके क्रुसमे टाँग देओ, बाके क्रुसमे टँगदेओ । "
\v 22 तव बा तिसरो चोटी बिनसे कही, "काहे , जा आदमी का खराब करी हए ? मए त जाके मृत्यु दण्ड देन कोइ बजैए ना पाओ, जहेमारे मए जाके सजाय करके छोड देहऔं ।"
\v 23 तव बे बणो जोरसे चोल्लाईं बाके क्रुसमे टँगन पणैगो, कहिके माग करन लागे । बिनको चिल्लानो सफल भऔ।
\v 24 तव पिलातस बिनको मांग पुरा करदेन फैसला करी ।
\v 25 पिलातस बारब्बाके छोड दई,जो विद्रोह और हत्या काण्डमे झेलमे पणो रहँए बहेके छोड देओ कहिके बे माँग करी रहँए ,पर येशुके त बे बिनके इच्छामे सौप दई।
\v 26 बे बाके बाहुनासे लैजात पेती, गाँउसे आनबारो शिमोन नाउँको कुरेनि निबासीके पकणी, और क्रुस बोकके बाके पिच्छु पिच्छु जान लगाईं।
\v 27 आदमीको बणो भिण बाके पिच्छु लागो, बा मे बैइयर फिर रहँँए जो , बिलखात रहँए और रोत रहँए ।
\v 28 तव बिनके घेन घुमके येशु कही, यरुसलेमके लौड़ीय , मिर ताँही मत रोबओ, पर तुम अपन ताँही और अपन लौड़ा-लौड़ीयाके ताँही रोबऔ ।
\v 29 काहेकि बे दिन आन बारे हँए, जब आदमी काहामङ्गे धन्या बाँझी और गर्भधारन ना करन बारी कोख और दुध ना खबान बारी बैइयर ।
\v 30 तव बे पाहडसे काह मङ्गी हमर उपर गिर और डँगासे काहा मङ्गी हमके तोप ।'
\v 31 काहेकी बे ता, हरो रुखा होत जा काम करत हँए, तव सुक्खा होत का करङ्गे ?"
\v 32 अब बे दुई अपराधीनके फिर बाके सँग मृत्यु दण्ड देन ताँही लैगए रहँए ।
\v 33 जब बे खप्पेर कहिन बारो ठउँमे आए,तव हुँव बे बाके क्रुसमे टाँगी,और बे अपराधी मैसे एक आदमीके दहीना घेन और दुसरेके दिब्रा घेन क्रुसमे टाँगी ।
\v 34 तव येशु कही, "हे पिता, यिनके क्षमा करीए, काहेकि जे का करत हँए सो ना जानत हँए ।" तव बे बाको कपणाको चिट्टा डारीं ।
\v 35 आदमी ठाणके देखत रहँए , शासक बाको मजाक उड़ाईं, " जा परमेश्‍वरको ख्रिष्ट हए कहिसे जा औरनके बचाई, औ अब अपनेके बचाबए ।"
\v 36 सिपैया फिर आएके बाके सीर्का देत अइसो कहिके अपमान करीं,
\v 37 तए यहुदिक् राजा हए कहेसेत अपने आपके बचा ।
\v 38 जा यहुदिनको राजा हए कहीके " हुवां बाके उपर दोष-पत्र फिर रहए ।
\v 39 क्रुसमे टँगो अपराधि मैसे एक जनी अपराधि बाके अपमान करत कही, " का तुम ख्रीष्ट ना हऔ, तुम अपनेके और हमके बचाओ ।"
\v 40 तव बा के ढाँटके दुसरो कही , "तय फिर दण्डमे पणो हए, तहुं फिर परमेश्‍वरको डर ना मानत हए ?
\v 41 हमर दण्ड त न्यायसे हए, काहेकि हम त अपनो कामको ठिक फल भोग रहे हँए, पर जा आदमी ता कोइ गलत काम ना करी हए ।"
\v 42 तव बा कही , हे येशु तुम अपने राज्यमे आबओ तव मेके सम्झीओ ।
\v 43 बा बासे कही सच्ची मए तुम से काहत हऔं, आजै तुम मिर सँग स्वर्ग लोकमे हुइ हऔ ।
\v 44 लगभग दुपाहरको बाह्र बजो रहए, और तीन बजे तक सारे देशमे अन्धकारसो छैगऔ ।
\v 45 दिनको तेज कम हुइगऔ, और मन्दीरको पर्दा बिचसे फटके दुई भाग हुइगऔ ।
\v 46 येशू बणो जोरसे चिल्लाइके कही, “हे पिता मए मेरो आत्मा तुमारे हातमे सौपत हऔ । यितकै कहिके बा अपने प्रान त्याग दई ।"
\v 47 जा सब देख के कप्तान अइसो काहत परमेश्‍वरको महिमा करी ,नेहात्य जा धर्मी आदमी रहए ।"
\v 48 जा ठाउँमे आएभए सबए भिड हुवाँपर भओ घटना देख्के बे अपनी छाती पिटतए घुमगए ।
\v 49 तव बक चिनेजाने और गालीलसे बाके पिच्छु आनबारे बैइयरंए दूरसे ठाणके जा घटना देखीं रहँए ।
\v 50 योसेफ नाउँ भव एक जनी अच्छो आदमी रहए ।बा माहा सभामको सदस्य फिर रहए ।
\v 51 बा बिनके सल्लाह और कर्यमे सहमति ना दई रहए । बा यहुदीनको अरिमाथीया शहरको आदमी रहए । बा परमेश्‍वरको राज्यको डगर देखत रहए ।
\v 52 बा आदमी पिलातस ठिन जाएके येशुको लास मागी ।
\v 53 बा को लास तरे उतारके मलमलको कपडामे लपेटके,और चट्टानमे ढोडर बनाएके एक चौरामे (चीहान) धरी, जहँ कबहु कोइके ना धरि रहँए ।
\v 54 बा तयारीको दिन रहए, और शबाथ-दिन शुरु होन लागो रहए ।
\v 55 गालीलसे बाके सँगमे आन बारि स्त्री पिच्छु पिच्छु गईं , और बा मृत्युके गड्डामे येशूकोशरीरके कैसे धरि रहए,बाके देखिं ।
\v 56 तव घुमके बे सुगन्धीत मलहिन और अत्तर तयार करके , तव व्यवस्थाके कहो जैसो शबाथमे बे विश्राम करीं ।
\c 24
अध्धाय 24
\v 1 1 हप्ताक् पहिलो दिन सबेरे बे बैइयर तयर करके सुगन्धीत मसला मरघटैयामे लैके आईं ।
\v 2 बे पत्थर गड्डासे हटो पाईं ।
\v 3 तव बे भितर घुस्के प्रभु येशुक शरीर ना पाईं ।
\v 4 जब बे जाके बारेमे अलमल्लमे पणगइ रहँए, अचानकसे चमकन बारो लत्ता पैधे दुई लोग बिनके ठिन ठाणगए ।
\v 5 बे डराए गईं और जमिन घेन मुण झुकाईं ,तव बे दुई लोग कहीं,” तुम जिन्दाके मरेनके बिचमे काहे ढुणत हओं ? "
\v 6 बा हियँ ना हए , पर जिन्दा हुइके उठगओ हए ! गालीलमे होत बा तुमसे का कही रहए, बा याद करओ ।
\v 7 कि आदमीक पुत्रके पापीआदमीके हातमे सौंपङ्गे और क्रुसमे टँगङ्गे, और तीसरो दिनमे जिन्दा हुईके उठन जरुरि हए ।"
\v 8 तब बे बैइयर बाको बचन सम्झीं ।
\v 9 और मरघटैयासे घुम्के बे जा सब बात एघार चेलनके और सबएके बताई दईं ।
\v 10 बे बैइयर ,मरियम मग्दलिनी, योअन्‍ना और यकुब कि अईया मरियम रहँए । बिनके सँग और बैइयर फिर जा बात प्रेरितके बताईं ।
\v 11 तव बे जा बातके बेकार हए कहिके सम्झीं और बे विश्‍वास ना करीं ।
\v 12 तव पत्रुस उठके मरघटैयामे दौणके गओ, और निहारके देखि, सुती लत्ताक् पट्टी इकल्लो देखी । तब पत्रुस बा घटना देखके अचम्मो मानके बा गइभओ ।
\v 13 बहे दिन बाके चेला मैसे दुई जनी यरुशलेमसे प्रायः साठी किलोमिटर दुरको इम्माउस नाउँको एक गाउँ घेन गए रहँए ।
\v 14 घटे भए सब घटनक् बारेम् बे अपसमे बातचित करीं ।
\v 15 बे अपसमे बातचित करत और बहेस करत समय येशु अपनए बिनके ठिन आएके बिनके सँग गओ ।
\v 16 पर बिनकी आँखी बाके ना चिनन् बारी बनाए दई रहए ।
\v 17 येशू बिनसे कही ,” तुम नेगत आपसमे का बहस करत रहओ ? बे उदास हुईके ठौण रुकी गए ।
\v 18 बे दुई मैसे क्लोपास बाके जवाफ दई, ”जे दिनमे यरुशलेममे भए बातके पता ना पान बारे आदमी का तुम इकल्ले हओ ?"
\v 19 बा बिनसे पुछी, का बात , बे जवाफ दईं येशु नासरिके बारेमे बा एक अगम वक्ता रहए , और परमेश्‍वर और सब आदमीके अग्गु काम और बचन मे शक्तीशाली रहए ।
\v 20 तव मुखीया पुजारि और हमर शासक बाके मृत्यु दण्डके ताँही सौँपी, और बाके क्रुसमे टाँगी ।
\v 21 इस्राएलको उद्धार करन बारो बहे हए, कहिके हम आसा करे रहँए । जा सब बात छोडके जा घटना घटके आज तिसरो दिन हए ।
\v 22 जा बाहेक हम मैसे कोई कोई बैइयर अचम्मो बताईं हँए । बे आज सबेरे चिहानमे गईं रहए ।
\v 23 और येशुक शरीर ना पाईं, बे आएके हमके सुनाईं, हम स्वर्गदुतके देखे, बा येशु जिन्दा हुइगओ हए कही ।
\v 24 हम मैसे कोई-कोई मरघटैयामे गए,और बे बैइयर जो कहीं रहँए, उइसी पाए, पर बाके ना देखे ।"
\v 25 येशू बिनसे कही,” अबुझ आदमी तुमर ह्रदय यित्तो सुस्त काहे भओ हए, का अगमवक्ता कही बातमे विश्‍वास ना करत हऔ ?
\v 26 का ख्रिष्टके जा कष्ट भोगनो और अपनी महिमामे प्रवेश करन जरुरी ना हए का ?"
\v 27 तव मेशा और सब अगमवक्तासे सुरु करके बा धर्म शास्त्रमे अपने बारेमे लिखी बातको अर्थ बिनके खोल दई ।
\v 28 बे जौन गाउँमे जात रहँए, बाके जौने पुगे। बा और दुर जानके चाहत रहए, जैसो व्यवहार करी ।
\v 29 तव बे बाके अइसो कहीके कर लगाईं, ”हमर सँग बैठओ, काहेकी साँझा होन लागो, और दिन बहुत ढल गओहए ।" और बा बिनके सँग बैठनके घर भितर घुसो ।
\v 30 जब येशु बिनके सँग खान बैठो बा रोटी लैके आशिर्वाद दई, और तोडके बिनके देन लागो ।
\v 31 तव बिनकी आँखी खुली, और बे बाके चीनी । और बा बिनके नजरसे अलोप हुइ गओ ।
\v 32 बे आपसमे कहीं, बा हमर सँग डगरमे बात चित करत,और हमके धर्म शास्त्रको अर्थ ,खोल देन पेती का हमर हृदय भिरत जलन ना भओ रहए का ?"
\v 33 बहे बेरा बे उठके और यरुशलेम घुमे । और एघार चेला और बिनके सँग जम्मा भएनके भेटीं,
\v 34 और बिनसे अइसो कहीं, ” प्रभु सँच मे जिवित हुइके उठीगओ और सिमोन ठिन दिखानो रहए ।
\v 35 तुमर डगरमे भई बात और रोटि तोड़ात पेती कैसे प्रकट भओ ,सो बात फिर बताए दईं ।
\v 36 बे जा बात काहत पेती येशु बिनके बिचमे प्रकट भओ रहए, और बे डरके मारे घबणाए गए । और बिनसे कही तुमके शान्ती होबए ।"
\v 37 बे झस्के, और डरके मारे घबणाए गए, और हम त प्रेत देखे रहँए कहिके सम्झीं ।
\v 38 तव बा बिनसे कही, " तुम काहे बिचल्लीत होत हऔ,और तुमर ह्रदयमे काहे सवाल उठात हओ ?
\v 39 मिर हात और मिर पाओं देखै, महि हऔ, मोके छुइके देखओ । काहेकि प्रेतनको मासु और हड्डी ना होत हए, तव तुम देखत हऔ, मिर त हँए । "
\v 40 अइसीए कहिके पिच्छु बा बिनके अपन हात और पाँओ दिखाई ।
\v 41 तव खुशिसे पत्यान ना सकन जैसो बे अचम्मो पणत समय बा बिनसे कही, का तुमर ठिन हियाँ कुछ खान बारो चिज हए ।
\v 42 बे बाके पकाओ भओ एक मछरी दईं ।
\v 43 तव बा बाके लैके बिनके अग्गु खाई ।
\v 44 बा बिनसे कही ,”तुमर सँग होत पेति मए तुमसे बोलो रहओ, कि मोसाको व्यावस्ता,अगमवक्ता और भजनके किताबमे मिर विषयमे लिखो सबए बात पुरो होन पणैगो ।"
\v 45 तव धर्मशास्त्र समझन ताँही बिनको दिमाँकके खोल दई ।
\v 46 बा बिनसे कही ,अइसो लिखो हए की ख्रिष्ट दुःख भोगैगो और तिसरो दिनमे मृत्युसे जिन्दा होन पणैगो ।
\v 47 तव यरुशलेमसे सुरु करके सब जातिनके बाको नाउँमे पश्‍चाताप और पाप क्षमाको प्रचार होन पणैगो।
\v 48 तुम जा बातके साक्षी हओ ।
\v 49 देखओ, मए मिर पिताको प्रतिज्ञा तुमर ठिन पठात हऔ, पर उपरसे शक्ती ना पान तक तुम हियाँ शहरमे बैठे रहीओ ।"
\v 50 तव पिच्छु बा बिनके बेथनियँ तक लैगओ,और अपन हात उठएके बिनके आर्शिवाद दई ।
\v 51 बा बिनके आर्शिवाद देतए देत, बा बिनसे छुटिगओ और स्वर्गमे चले गओ ।
\v 52 बे बाको उपासना करीं,और बणो आन्‍नद साथ यरुशलेम लौटआए ।
\v 53 और बे परमेश्‍वरको प्रशँसा करत मन्दिरमे रोज रहन लागे ।

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\h मर्कूससे लिखो भओ सुसमाचार
\toc1 मर्कूससे लिखो भओ सुसमाचार
\toc2 मर्कूससे लिखो भओ सुसमाचार
\toc3 mrk
\mt मर्कूससे लिखो भओ सुसमाचार
\c 1
\cl अध्याय १
\v 1 जा परमेश्‍वरको पुत्र येशू ख्रीष्‍‍टको सुसमाचारको सुरुवात हए ।
\v 2 यशैया अगमवक्ताके किताबमे अइसो लिखो हए' ''देख, मै मेरो दूतके तिर अग्गु-अग्गु पठामङ्गो, जौन तेरो डगर तयार करैगो ।"
\v 3 "उजाडस्थानमे एक जनी चिल्लान बारोको आवाज, "परमप्रभुको डगर तयार करओ, बाके डगर सुध बनाबओ ।“
\v 4 यूहन्‍ना उजाड-स्थानमे बप्‍तिस्मा देतय और पाप-क्षमाके ताहिं पश्‍चात्तापको बप्‍तिस्माको प्रचार करतय आओ ।
\v 5 यहूदियाके पुरय इलाकासे और यरुशलेमके सबय आदमी बाके ठिन गए । बे अपन अपन पाप स्वीकार करतय बासे यर्दन नदियामे बप्तिस्मा लईं ।
\v 6 यूहन्‍ना ऊँटको बारसे बिनो लत्ता पैंधत रहए और करेहाँवमे खलरी को फेंटा बाँधत रहए, और बा टिंढा और बनको शहत खात रहए ।
\v 7 बा अइसे कहातय प्रचार करी, ''मिर पिच्छु कोइ आन डटो हए जो मोसे शक्तिशाली हए, और मय त बाको जूताको तनी लोहोक्के खोलनके योग्य फिर न हऔं ।
\v 8 मय तुमके पानी से बप्तिस्मा दव हऔं, पर बा तुमके पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा देबैगो ।
\v 9 बे दिनमे येशू गालिलके नासरतसे आओ, और यूहन्‍नाद्वारा यर्दन नदियामे बप्तिस्मा लई ।
\v 10 जइसे येशू पानीसे निकरो, बा स्वर्ग उघरो, और पबित्र आत्मा कबुतरके रुपमे अपन उपर उतरत देखी ।
\v 11 और स्वर्ग से अइसो एक आवाज आओ, ''तए मिर प्यारो लउँड़ा हय, तोसे मै गजब खुसी हऔं ।"
\v 12 बक पिच्छु पबित्र आत्मा बाके उजाड-स्थानमे लैगओ ।
\v 13 बा शैतानद्वारा परीक्षित होतय चालिस दिनतक उजाड-स्थानमे रहो । बा जङ्गली जनावर संग रहो और स्वर्गदूत बाकी सेवा सत्कार करीं ।
\v 14 अब यूहन्‍ना पक्वड़ाव पड्के पिच्छु परमेश्‍वरको सुसमाचार प्रचार करतय येशू गालीलमे आओ ।
\v 15 और कही, ''समय पूरा हुइगओ हय, परमेश्‍वरको राज जौंड़े आईपुगो हए । पश्‍चात्ताप करओ और सुसमाचारमे विश्‍वास करओ ।
\v 16 गालील समुन्‍द्र किनारे जातैपेती बा सिमोन और बाको भइया अन्द्रियास के समुन्द्र मे जार डारत् देखि, काहेकी बे मछेरहा रहएँ ।
\v 17 येशू उनसे कही, "आबओ मेरे पिच्छु लागओ और मए तुमके आदमीनको मछेरहा बनामङ्गो ।
\v 18 तुरन्तय बे अपनी जार छोडीं और येशूके पिच्छु लग्गए ।
\v 19 जैसी येशू नेग्गे थोरी अग्गु पुगो, बा जब्दियाके दुई लउँड़ा याकूब और बाके भइया यूहन्‍नाके देखी, बे नैयाँमे बैठके जार थिगरत रहएँ ।
\v 20 बा उनके बुलाइलै, और बे बिनको दउवा जब्दिया के नैयाँ चलान बारेनसँग नैयाँमे छोडीं, और बाके पिच्छु लग्गए ।
\v 21 और बे कफर्नहुममे आए, और विश्रामदिनमे येशू सभाघरमे गओ और शिक्षा देन लागो ।
\v 22 बे बाको शिक्षामे अचम्मो मानी, काहेकि बा उनके शास्‍‍त्री जैसो ना, पर अधिकार भओ आदमी जैसो सिखान डटो रहए ।
\v 23 बहे समय सभाघरमे अशुद्ध आत्मा भओ एक आदमी रहए ।
\v 24 बा अइसो कहत् चिल्लान लागो, ''हे नासरतको येशू हमसे तोसे का लेनदेन? का तए हमके नाश करन आओ हए ? तय कौन हय कहिके मय चिनत हऔं । तय परमेश्‍वरको पवित्र जन हए ।"
\v 25 येशू अइसो कहतय बाके डाँटी, ''चुप लाग, और बक मैसे निकरजा ।"
\v 26 और अशुद्ध आत्मा बा आदमीके फत्फत्बाई, और बा अशुद्ध आत्मा बडो जोडसे चिल्लायके बा आदमी मैसे निकरगओ ।
\v 27 तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे अइसे कहत अपनैमे सोधपुँछ करन् लागे, 'जा का हए ? अधिकारसहितको एक नयाँ शिक्षा ! बा अशुद्ध आत्मनके फिर आज्ञा करत हए, और बे बाको आज्ञा मानत हएँ ।"
\v 28 और जलदीय येशू को चर्चा गालीलके इलाकाके आसपास चारौ घेन फैल्गओ ।
\v 29 अब बा तुरन्त सभाघर से निकरके याकूब और यूहन्‍नाके सँगमे सिमोन और अन्द्रियास के घरमे गओ ।
\v 30 सिमोन की सास बुखारसे भरी रहए, और बे बाके बारेमें येशूके बाताईं ।
\v 31 जहेमारे, बा ढिंगै आएके बक् हात पकड़के बाके उठाई, और बुखार बाके छोड्दई । और बा बिनकी सेवा करन लागी ।
\v 32 बहे संझाके दिन डुबनसे पच्छु, आदमी बाके जउड़े बेमार और भुत लगेभए जम्मै के लिआईं ।
\v 33 पुरो शहरके घरके फाटक में जमा हुइगय रहएँ ।
\v 34 अनेक किसिमके रोग से दुखीभय बहुत बिमारीन के बा अच्छो करी, और बहुत भुतनके निकारी, पर भुत बाके चिनन् के कारन से बा उनके बोलन ना दई ।
\v 35 सुबेरे उजियारो होनसे बहुत अग्गु उठ्के बा बाहिर एकान्त ठाहोंमे गओ, और हुआँ प्रार्थना करी ।
\v 36 सिमोन और बाके सँग होनबारे बाके ढुड़तय गए ।
\v 37 बाके पाएके पिच्छु बे कहनलगे, “सब तुमए ढुँड़ रहे हएँ ।”
\v 38 तव बा उनसे कही, "हम जउँड़े के और सहरमे जामएँ, ताकि हुवाँ फिर मय प्रचार करन पामओं, काहेकी जहेक ताहीं मय आओ हऔं ।"
\v 39 बा उनके सभाघर में प्रचार करतय और भुतनके निकारतय सबय गालील भर गओ ।
\v 40 और एक जनी कोढ रोग लगो आदमी बाके ठिन आएके घुँटो टेक्के अइसे बिन्ती करी, “तुम इच्छा करैगे तव मोके अच्छो कर सकत हओ ।"
\v 41 येशू दयासे भरके अपनो हात बढाएके बाके छुई, और बासे कही, “मए इच्छा करत् हऔं, तय अच्छो हुइजा ।"
\v 42 बहे समयमे बाको कोढ रोग बासे हटीगओ, और बा अच्छो हुइगओ ।
\v 43 येशू बाके कडो आज्ञा दैके अइसे कहिके तुरन्त पठाई,
\v 44 "देख तय कोइसे मत कहिए, तय जाएके अपनय पुजारी ठिन दिखा, और मोशाको करो आज्ञा अनुसार बिनके गवाहीके रुपमे तिर शुद्धिकरणके ताहिं भेंट चढा ।"
\v 45 पर बा निकरके गओ, और बाके बारेमे खुल्लम खुल्ला प्रचार करन लागो, और येशू फिर सहेर में खुलेआम न जान पाई । जहेमारे, बा एकान्त ठाहोंमे रहो, और आदमी चारौं घेनसे बाके ठिन आए ।
\c 2
\cl अध्याय २
\v 1 कुछ दिन पिच्छु जब येशू कफर्नहुममे घुमके आओ, और आदमी बा घरमे हय करके सुनी ।
\v 2 और इतनो आदमी जम्मा भए, कि बाहुवाँ फाटक के बाहिर फिर कोइ ठाउँ ना रहए, और येशू उनके वचन प्रचार करी ।
\v 3 और कुछ आदमी बाके ठिन आए, जौन एक जनी पुरो लुन्जाके लान डटे रहएँ, चार जनी आदमी बाके बोके रहएँ ।
\v 4 भीड़ के कारन येशूके जौडे ना पुग पाइँ तव बे, बा आदमीके बा होनबारो ठाउँको उपरको छानी उतकीं और उत्को भओ ठाउँसे लुन्जाके बाको सोनबारी खटिया समेत तरे उतारदईं ।
\v 5 येशू उनको विश्बास देखके बा लुन्जा से कही, "ए लउँड़ा तेरो पाप क्षमा हुइगओ हए ।"
\v 6 पर हुवाँ बइठे भए कुछ शास्‍त्री मैसे बिनके मनमे अईसो विचार करीं ।
\v 7 “जा आदमी कइसे अइसो बोल सकत हए ? जा त ईश्‍वर-निन्दा करी । परमेश्‍वर बाहेक और कौन पाप क्षमा कर सकत हए ?“
\v 8 और बे आपसमे का सोचन डटे हएँ कहिके येशू तुरन्तय अपनो आत्मामे पता पाएके बा उनसे कही, "तुम अपने मनमे काहे अइसो विचार करत हओ ?"
\v 9 लुन्जा आदमीसे का कहन सजिलो हए, 'तेरो पाप क्षमा भओ' कहन कि 'उठ और अपन खटिया उठा और नेंग कहन ?"
\v 10 पर आदमीको पुत्रके पृथ्वीमें पाप क्षमा करनके अधिकार हय करके तुम जानौ ।“ तव बा लुन्जा से कही ,
\v 11 मय तोसे कहत हऔं , उठ अपनो बिछना उठा, और तए घरे जा ।“
\v 12 बा आदमी उठो और तुरन्तय अपन बिछना उठाई और सबय आदमीनके के अग्गुसे घर गइभओ । तहिमारे, सब जनी अचम्मो मानी, और बे परमेश्‍वरको महिमा दईं, और बे कहीं “हम त अइसो कबहू ना देखे रहएँ ।“
\v 13 बा फिर एक चोटी समुन्द्रके किनारे गओ और आदमीको एक गजब भारी भीड़ बाके ठिन आए और बा उनके शिक्षा देन लागो ।
\v 14 तव पिच्छु जातएपेति बा अल्फयसको लउँड़ा लेवीके कर उठानबारो ठाहोंमे बइठो देखी और बासे कही , मेरे पिच्छु लाग ।“ बा उठो और बाके पिच्छु लाग्गौ ।
\v 15 जब येशू लेवीके घरमे खानुखान बैठो रहए, कर उठान बारे गजब जनी और पापी फिर येशू और बाके चेलनकेसंग खानुखान डटे रहएँ, काहेकी बाके पिच्छु लागन बारे बहुत रहएँ ।
\v 16 जब शास्‍त्री, जो फरिसी रहएँ, बे येशूके पापीन और कर उठान बारेनसंग खानु खात देखीं, बे बाके चेलन से कहीं, "बा काहे पापीन और कर उठान बारेनसंग खाथ हए ?"
\v 17 जा सुनके येशू उनसे कहि, “ जो आदमी शरीरमे तगड़ो हए, बाके बैदाको जरुरत न पड़त हए, पर रोगिनके इकल्लो बैदाको जरुरत पड़त हए । मए धर्मीनके बुलान न आओ हऔं, पर पापिन के ताहीं आओ हऔं ।“
\v 18 यूहन्‍नाके चेला और फरिसी उपवास बैठे रहएँ । कुछ आदमी आएके बासे कहीं, "यूहन्‍नाके चेला और फरिसीके चेला उपवास बैठत हएँ, पर तुमरे चेला काहे उपवास बैठत न हएँ ?
\v 19 येशू उनसे कही, का दुलहा उनके सँग होनतक बरैतिया उपवास बैठत हएँ ? जब दुलहा उनके सँग होनतक बे उपवास न बैठ सकत हएँ ।
\v 20 पर समय अएहए , जब दुलहा उनसे उठाए लओ जयहए, बे दिनमे बे उपवास बैठङ्गे ।
\v 21 कोई फिर पुरानो कपड़ामे नयाँ कपडा को थिग्रा न लगात हएँ, औ नयाँ पुरानो से फटके निकरत हए, और फटो और बेकार हुईजात हए ।
\v 22 कोइ फिर नयाँ दाखरस पुरानो खलरीके मश्कामे न डारत् हएँ , नत बा दाखरस खालको मश्काके फुटाए देहए, और दाखरस और मश्का खराब हुईजय हएँ । पर नयाँ दाखरस नयाँ बरतनमे डारओ ।“
\v 23 एक विश्रामको दिन येशू अन्‍नको खेत हुइके गओ और बाके चेला नेगतै नेगत् अन्‍नके बाली तोड़न लगे ।
\v 24 जा देखके फरिसी बासे कहीं, "देख बे विश्रामके दिनमे जो करन ठीक न हए बहे काहे करन डटे हएँ ?“
\v 25 बा उनके कही, “जब दाउद और उनकेसंग होनबारे समस्यामे पड़े और भुक लागो समय बे का करीं कहिके का तुम कबही न पढे हऔ ?
\v 26 प्रधान पुजारी अबियाथार के होतय बा कइसे परमेश्‍वर के भवन भितर गओ और उपस्थितिको रोटी खाई, जो पुजारी से बाहेक औरन के खान ठीक न रहए, और कुछ रोटी बाकेसंग होन बारेनके फिर दई ?
\v 27 येशू कही , “विश्रामदिन आदमीनके ताहीं बनो रहए, आदमी विश्रामदिनके ताहीं ना ।
\v 28 जहे कारन आदमिनको लउँड़ा विश्रामदिनको फिर प्रभु हए ।“
\c 3
\cl अध्याय ३
\v 1 बा फिर सभाघर भितर गओ, और हुवाँ सुखो हात भओ एक आदमी रहए ।
\v 2 बा बाके विश्रामदिनमें अच्छो करेहए करके बाके दोष लगान कुछ आदमी बाको चूहा लेतरहएँ ।
\v 3 येशू सुखो हात भओ आदमी से कहि, “उठ और हियाँ सबयके बीचमे ठाड़जा ।"
\v 4 तव बा आदमिनसे कही, "विश्रामदिनमें अच्छो करन या खराबी करन्, जीवन बचान या मारन् कौन ठीक हए ?” पर बे चुप लागे रहे ।
\v 5 बिनके कठोर हृदयके कारन दु:खी होतय बा गुस्साएके आसपास उनके घेन देखी, और बहे आदमी से कही, “तेरो हात बढा ।” बा हात बढाई और येशू बाके हातके पहिलेको जैसे बनाइ दई ।
\v 6 तुरन्तय फरिसी निकरके गए और बे बाके मारन हेरोदसंग बाके विरोधमे षड्यन्त्र रचीं ।
\v 7 तव येशू अपन् चेलन संग समुन्द्र घेन गओ, और जब बे बा कररहो भओ सबय बात सुनी तव गालीलसे आदमीनकी बहुत भारी भीड़ बाके पिच्छु लागी ।
\v 8 यहूदिया, यरुशलेम, इदुमिआ, यर्दनपार और टुरोस और सिदोनके आसपाससे आए आदमीनको बहुत भारी भीड़ बाको अचम्मो काम के बारेमे सुनन बाके ठिन आए ।
\v 9 भीड़के कारन बा अपन चेलनसे अपने ताहीं एक छोटी नैयाँ तयार करन लगाई, ताकि बे बाके न चिब्दामय ।
\v 10 काहेकी बा बहुतन्के अच्छो करी । बहेमारे, कष्‍टमे परे भए बाके छूनके ताहीं हौसलासंग बाको जौने गए ।
\v 11 जब अशुद्ध आत्मा बाके देखत रहएँ, घुप्‍टा पड्के अईसे चिल्लात रहएँ, “तय परमेश्‍वरको पुत्र हए ।"
\v 12 बाके कोइ पहिचान न पामएँ करके बिनके बा कडो आज्ञा दई ।
\v 13 येशू डँगामें चढो, और बा अपने चाहन बारेनके बुलाई, और बे बाके ठिन आए ।
\v 14 बा बाह्रओं जनीके नियुक्त करी, (जौनके बा प्रेरित नाउँ दई), ताकि बे बाकेसंग रहन सिकएँ और बा बिनके प्रचार करन पठान सिकए,
\v 15 और भुतनके निकारन अधिकर होबए ।
\v 16 और बा जे बाह्र जनीके नियुक्‍त करीः सिमोन, जौनको नाउँ बा पत्रुस धरिरहए;
\v 17 जब्दियाको लउँड़ा याकूब और याकुबको भईया यूहन्‍ना, जौनके बा उनके बोअनर्गेश, या गर्जनको लउँड़ा करके नाउँ दई;
\v 18 और अन्द्रियास, फिलिप, बारथोलोमाइ , मत्ती, थोमा, अल्फयसको लउँड़ा याकूब, थेदियस, सिमोन कनानी,
\v 19 और यहूदा इस्करियोत जौन बाके धोका फिर दई ।
\v 20 तव येशू घरघेन गओ, और फिर बहुत भीड़ जम्मा हुईगई । जहेमारे, बा खानु खान तक फिर न पाई ।
\v 21 जब येशूके परिवारके जा सुनी, तव बाके लैजानके बे गए, काहेकि बे कहीं, "बाको मन ठिगानामे न हए ।"
\v 22 यरुशलेमसे आए भए शास्त्री कहीं, “ बाके बालजिबुलको भुत लगोहए" और "बा भुतनके मालिकद्बारा भुत निकारत हए ।”
\v 23 तव येशू बिनके अपने ठिन बुलाई और बिनके कहानीमे कही, “ शैतान शैतानके कैसे निकार सकत हए ?
\v 24 यदि कुई राजको अपनयमे फुट हुईहए तव, बा राज टिक न सकतहए ।
\v 25 यदि कुई घर अपनयमे फुट हुईहए तव, बा घर टिक न सकतहए ।
\v 26 और यदि शैतान अपनय विरुद्धमे खड़ो भव हए तव बा टिक न पयहए, पर बाको अन्त आयजात हए ।
\v 27 पर कोई फिर पहिले बली आदमीके न बाँधके बाके घरमे घुसन और बाको सम्पत्ति लूट न पएहय, बक पिच्छु बा बाको घर लुटैगो ।
\v 28 नेहत्य, मय तुमसे कहत हऔं, कि आदमीनको सन्ताननके सबय पाप क्षमा करो जयहए, बिनके करे सबय ईश्‍वर-निन्दा फिर क्षमा करे जयहएँ,
\v 29 पर पवित्र आत्माके विरुद्धमे करनबारो ईश्‍वर-निन्दा कबहु क्षमा न हुइहए, पर बा अनन्त पापको दोषी हुइहए ।
\v 30 येशू अइसे कही, काहेकी बे अइसे कहन डटे रहएँ "बाकेसँग अशुद्ध आत्मा हए । "
\v 31 बाकी अईया और बाके भईया हुवाँ आए, और बाहिरय ठाड़के बाके बुलान पठाईं ।
\v 32 एक भीड़ बाके आसपास बैठीरहए, और बे बासे कहीं, “देख तुमर अईया और तुमर भईया बाहिर हएँ, और बे तुमके ढुड़ रहे हएँ ।”
\v 33 बा उनके जबाफ दैके कही, मिर अईया और भईया कौन है ?
\v 34 और बाके आसपास चारौंघेन देखके बा कही, “देखओ, मिर अईया और मिर भैइया जेहीं हएँ ।
\v 35 काहेकी जौन परमेश्‍वरको इच्छा पालन करत हए, बेही मिर भईया और बहिनीया और मिर अईया हएँ ।”
\c 4
\cl अध्याय ४
\v 1 फिर बा समुन्द्रके किनारे शिक्षा देनलागो । बाके चारौघेन भीड़ यितनो भरी रहए की बा समुन्द्रमे भई एक नैयाँमे चढो और बामे बईठगओ । आदमी समुन्द्र के किनारेके ढाहोमे बईठे रहएँ ।
\v 2 और बा उनके कहानीमे बहुत बात सिखाई और बा सिकातपेति उनसे आईसे कही,
\v 3 "सुनौ 'देखओ, एक आदमी बीज बोनके निकरो ।"
\v 4 और बोत पेती कुछ बीज डगर में पड़ेे और चिरैचुरगनि आएके बा बिजके खाएडारीं ।
\v 5 और कुई बीज पथरिली जमीनमे पड़े, जहाँ बहुत मट्टी न रहए, और मट्टीकी गहेराई न हुईके, बे जल्दी जमिगए ।
\v 6 पर जब घामु एकदम जोडसे नीकरो और पिच्छु पिङगा डुङ्गए, जर न हुइके बे अइल्याए गए ।
\v 7 कुई बीज काँटोनके झाँङ्गन के बिचमे पड़े । काँटोनको झाँग बढे और पेंड़ बाँझे हुइगए, और बे कोइ फरा न फराईं ।
\v 8 पर कोई बीज अच्छी जमिनमे पड़े, और जमे और बढके तीस गुना, साठ गुना, और सय गुना फरा दईं ।
\v 9 और बा कही, “जौनको सुनन बारो कान हए, बा सुनए ।”
\v 10 जब येशू इकल्लो भओ, तओ बाके ढिंगइ के आदमी और बाह्र जनी चेला बा कहानीके बारेमे पुछीं ।
\v 11 बा उनसे कहि, “परमेश्‍वरको राजको भेद तुमके दवगओ हए, पर बाहिर बारेनके हरेक बात कहानीमे दवगओ हए ।
\v 12 जहेमारे, जब बे देखन त देखत हएँ, पर देख न पात हएँ, और जब बे सुनन त सुनत हएँ, पर समझ न पातहएँ, नत् बे पश्‍चात्ताप करते, और परमेश्‍वर बिनके क्षमा कर दित्तो ।”
\v 13 और बा उनसे कही, “ का तुम जा कहानी न समझे ? तओ और कहानीको अर्थ कैसे समझैगे ?
\v 14 बीज बोनबारो वचन बोत् हए ।
\v 15 बीज बोतय डगर घेन पडे कोइ बीज जेही हएँ । जब बे वचन सुनत् हएँ और तुरन्तय शैतान आत् हए और बिनमे बोओ भओ वचन छिनाएके लैचलो जात् हए ।
\v 16 अइसि करके पथरेली जमीनमे बोए भए जेहि हएँ, जब बे वचन सुनत् हएँ, तव बे जाके तुरन्तय खुशीसे ग्रहण करलेत् हएँ ।
\v 17 उनको अपनो जर नलगनके कारन थोरी देर तक बे टिकत् हएँ । जब वचनके कारन संकट औ सतावट आत् हए, तओ बे तुरन्तय ठेस खातहएँ ।
\v 18 काँटोके झाँगके बिचमे बोए भए जेहिं हएँ, जौन वचन सुनत् हएँ,
\v 19 पर संसारको चिन्ता और धनको लोभ और चीजको लालच आएके वचनके दबाए देत् हए, और बे न फरत हएँ ।
\v 20 अच्छी जमिनमें बोए भए जेहि हएँ, जौन वचन सुनत हएँ, जाके ग्रहण करत् हएँ, और फरा फरात हएँ और कोइ तीस गुना, कोइ साठ गुना, और कोइ सय गुना ।”
\v 21 येशू उनसे कहि, “का तुम दिया पजारके खटीया तरे धरन के ताहिं घर भीतर लात हओ ? तुम जाके लात हओ और आरेम धरत हओ ।
\v 22 कुई चीज लुकाएके न धर पयहएँ, जौन जानि न जाबए, और कोइ छिपी भई चीज न हए जौन खुलस्त न हुइ हए ।
\v 23 अगर कोई आदमीके सुननबारो कान हए, तओ बा सुनए ।”
\v 24 बा उनसे फिर कहि, “तुम जो सुनत हओ, काहेकी बहेमे ध्यान देओ । काहेकी जौन नापसे तुम नापत हओ, बहे नापसे तुमके फिर नापो जयहए, और बा तुमके और जद्धा दओ जयहए ।
\v 25 काहेकी जौनकेसंग हए, बाके और जद्धा करके दओ जयहए और जौनकेसंग न हए, बाकेसंग भओ फिर छिनो जयहए ।”
\v 26 येशू कही, “परमेश्‍वरको राज अईसो हए- कोई एक आदमी जमीनमे बीज बोत हए ।
\v 27 और बा रातमे सोत हए और दिन होतय उठत हए, रातदिन बा बीज जमत हए और बढत हए, तव बा कईसे बढत हए, बा न जानत हए ।
\v 28 जमीन अपनए अन्‍न ( फरा ) फरात हए, पहिले पिङ्गा तओ बाली, बक पिच्छु बालीमे पुरो दाना लगत हए ।
\v 29 जब अन्‍न पकजात हए, तओ तुरन्तय बा हँसियासे काटत् हए काहेकी कटनीको बेरा आएजात हए ।”
\v 30 बा फिर कहि, “परमेश्‍वरको राजको तुलना कौनसंग करएँ और कौन कहानी से जाको बयान करएँ ?
\v 31 जा त भादीको दाना जैसो हए, जो जमीनमे बोत् हएँ । पृथ्वीभरमे सब बीजसे छोटो है तहुँ फिर,
\v 32 जब बा बोत् हएँ, तव बा बढत् हए, और सब सागपातसे बड़ो होत हए, और बाके बडे बडे हाँगा होत हएँ, और बादरमे उडनबारी चिरईंया बाके छाहींमे घरघुस्ला बनात् हएँ ।
\v 33 बिनके समझन बारी बा अईसी बहुत कहानी कहिके उनके वचन सुनाई ।
\v 34 कहानी बिना बा उनसे कुछ न बताई । पर बा गुप्तमे होतय बा अपन चेलनके सबय बातको अर्थ खोलदई ।
\v 35 "बा दिन सन्झाके बा चेलन से कहि, "तालके बोपार जामएँ ।”
\v 36 तव भीड़से बिदा लैके पिच्छु, बा जौन नैयाँमे बैठो रहए बहेमे चेला बाके अपने सँग लईगए । और फिर नैयाँ बाकेसंग रहएँ।
\v 37 और बहुत भारी आँधी चली, और लडुरा नैयाँमें लड़न लगे, हियाँतक कि नैयाँमे पानी भरन लागो ।
\v 38 पर येशू नैयाँके पिच्छुके भागमे एक सिरहींन लगाएके सोतरहए । बे कहीं, “गुरुजी, हम मरन लगे तहुँ फिर तुमके चिन्ता न हए ?"
\v 39 और बा जगो और आँधीके डाँटी, और समुन्द्रसे कही, “शान्त हो और थमिजा ।“ और आँधी थमीगई और हुवाँ शान्त हुईगओ ।
\v 40 बा उनसे कहि, “तुम काहे डरात् हओ ? का तुमरसंग अभौ विश्‍वास न हए ?"
\v 41 बे बहुत डराई गए और आपसमे कहन लागे, “जा कौन हए काहेकि आँधी और समुन्द्र फिर यिनको कहो मानत हएँ ?”
\c 5
\cl अध्याय ५
\v 1 और बा समुन्द्रके बोपार गेरासेनस के मुलुक मे आओ ।
\v 2 येशू नैयाँसे बाहिर उतरके तुरन्तय मरघटसे अशुद्ध आत्मा लगो भओ एक आदमी बाके भेटी ।
\v 3 और बा मरघटमे बैठत रहए । कोई फिर साँकरसे बाके बाँध् न पात रहएँ ।
\v 4 काहेकी बाके बहुत चोटी किला और साँकरसे बाँधे रहएँ, और बा साँकरके खण्डी-खण्डा करदेत रहए । कोई आदमी बाके बसमें कर न पात रहएँ ।
\v 5 बा रात और दिन सदामान मरघट और डाँगामे चिल्लात अपनय के पथरा से काटतै नेगत रहए ।
\v 6 और जब बा येशू के दूरसे देखलै तओ दौड़के अओ, और बाके ढोक लागी ।
\v 7 और गजब जोड़से चील्लाएके बा कही, “हे सर्वोच्च परमेश्‍वरको पुत्र येशू मोसे तुमके का पड़ी हए ? मय परमेश्‍वरको कसम खाए के तुमसे बिन्ती करत् हऔं, कि मोके दुःख मतदेबए ।"
\v 8 काहेकी बा बासे कही, “ए अशुद्ध आत्मा, बा आदमी मैसे निकरके अईजा ।”
\v 9 और बा बासे पूँछी, “तेरो नाउँ का हए ?” तौ बा कहि, “मेरो नाउँ फौज हए, काहेकी हम बहुत हएँ ।"
\v 10 तव भुतात्माके बा ईलाका से बाहिर न निकारय करके बे बासे नहोरा पड़न लागे ।
\v 11 हुवाँ जाउँड़ेको डाँगामे सोराको एक बहुत भारी बगाल चुगत् रहए ।
\v 12 तव भूतात्मा अइसे कहिके बासे बिन्ती करीं, हमय सोरन के ठिन् जानदे, और हम बा भितर कुचङ्गे ।"
\v 13 बा उनके अनुमति दई, और अशुद्ध आत्मा बाहिर निकरके सोरनके भीतर घुसिगए, और लगभग दुई हजार सोरनको बा बगाल ढाहों मैसे समुन्द्र घेन हुरे, और समुन्द्रमे डूबके मरीगए ।
\v 14 और सोरा चुगानबारे भाजे, और सहर और गाउँ- गाउँमे खबर दईं । और का भओ हए, सो देखन आदमी हुँवा आए ।
\v 15 तव बे येशू ठिन आए, और देखिं की भुत लागो आदमी अच्छो मनसे कपड़ा लगाए बैठो रहए। बाके देखके बे डराईगए ।
\v 16 और जौन जे देखि रहएँ, बे भुत लगो आदमी और सोरनके का भओ रहए, बा बताएदईं ।
\v 17 और उनको इलाकासे चलो जा कहिके आदमी येशूसे बिन्ती करन लागे ।
\v 18 बा नैयाँमे घुसन् लागो तव भुत लागो आदमी बाके संग रहन ताहिं बिन्ती करी ।
\v 19 तव बा बाके अनुमति न दई, तव बासे कहि, “तय अपने घरमे जाएके तेरे संगीनके प्रभू तेरे ताहीं करो भओ महान् काम और तोके दिखाव भओ बडो दया के बारेमें बिनके बताएदे ।"
\v 20 और बा आदमी नेगिदई, और येशू बाके ताहीं कितनो बड़ो काम करीरहए बा डेकापुलिस भर प्रचार करन लागो, और सबय आदमी अचम्मो मानी ।
\v 21 जब येशू फिर नैयाँमे समुन्द्र के बोपार गओ, तव एक गजब भारी भीड़ बाके आसपास जम्मा हुईगए । बा त समुन्द्र के किनारे रहए ।
\v 22 सभाघरके शासक के बीचसे याइरस नाउँको एक जनी बाके ठिन आओ, और बाके देखके बाके पावमे घुप्‍टा पड़िगौ,
\v 23 और अइसे करके बिन्ती करी, “मेरी छोटी लउँड़िया मरन् लगी हए, आएके बाके ऊपर तुम हात धरदेबौ, तव अच्छी हुईजय हए और बचीजए हए ।"
\v 24 तव येशू उनके संग गओ । एक बडी भीड़ बाके पिच्छु लागी और आदमी बाके आसपास ढकेला ढकेली करनलागे ।
\v 25 और बाह्र वर्ष से रगत बहन बारो रोग बारी एक बईयर बहुँआ रहए ।
\v 26 बा बहुत बैदनके हातसे बहुत कष्‍ट पाएके, अपन सँग भओ सबय धनसम्पति खर्च करके अच्छि न भई बलुक और खराब हालतमे पुग्गई ।
\v 27 पर बा येशूके बारेमे सुनी रहए, और भीड़के पिच्छुसे आएके बाको कुरता बा छुई ।
\v 28 काहेकी बा मनए मनमें कहि मै बाको कुरता छुइलेहौं तव मय अच्छो हुईजाए हऔं ।
\v 29 और तुरन्त बाको रगत बहन बन्द हुईगओ और अपनो शरीरको रोग अच्छो भओ करके पता पाएगई ।
\v 30 अपने मैसे शक्ति बाहिर निकरो झट्टए येशू पता पाएके भीड़में पिच्छु घमके पुछीं, “कौन मेरो लत्ता छुइहए ?"
\v 31 चेला बासे कहिं, “भीड़ ढकेला ढकेली करत तुम देख्तै हऔ । और तहूँ फिर तुम कहत् हऔ, “कौन मोके छूओ ?"
\v 32 बाके छुन बारो कौन हए, करके बा चारौघेन देखन लागो ।
\v 33 तव अपनक जो भओ रहए, बा पता पाएके बा बैइयर डराएके थर थरत आएके येशूके अग्गू घोप्‍टा पड़िगै, और बा सबय सच्ची बात बताईदई ।
\v 34 "तव बा बासे कही "ए लउँड़िया, तिर विश्‍वास तोके अच्छो करी हए । शान्तीसे जा । तेरो रोग अच्छो हुईगओ हए ।”
\v 35 तव बा बोलतपेती, शासकके घरसे आदमी आएके कहीं, तुमरी लउँड़िया त मरिगै । गुरुजीके अब कष्‍ट काहे देत हऔ ?”
\v 36 पर बे कहि भई बातमे ध्यान न दैके येशू सभाघरके अगुवासे कही, “मत डराबै, विश्‍वास इकल्लो कर ।"
\v 37 और बा पत्रुस, याकूब और याकूबको भईया यूहन्‍नासे बाहेक और कोईके अपनेसंग आनके अनुमति न दई ।
\v 38 बे सभाघरके शासकके घरमे आए, और बा खैला बैला करनबारे, और रोनबारे और बहुत जोड्से बिलकात देखी ।
\v 39 भीतर कुच्के बा उनसे कही, “तुम काहे खैला बैला करत् हओ और रोतहओ ? लौणिया मरी न हए, बा सोए रहि हए ।"
\v 40 तव बे बाकी बात सुन्के हसीं । तव बा उनके सबके बाहिर निकारी, और लौणियाक दउवा और अईया और बाकेसंग होन बारेनकेसंगमे लइके लउँड़ियाके ठाउँमे भीतर गओ ।
\v 41 और लउँड़ियाक हात पकडके बा बासे कही, “तलिता कूमी, “जौनको अर्थ हए, “ए बालिका, मै तोसे कहत् हओं उठ् ।"
\v 42 और लौणिया तुरन्तै उठीगै और नेगन् लागी ( बो बह्रा बर्षकी रहए ) । और बहे समय बे अचम्मो मानी ।
\v 43 बा उनसे कहि जा कोई पता न पामएँ कहिके कडो आज्ञा दई । और बालिकाके कुछ खान देओ करके बिनसे कही ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\v 1 बा हुवाँ से निकरके बा अपने गाउँमे घुमो । बाके चेला बाके पिच्छु लागे ।
\v 2 विश्रामदिनमे बा सभाघरमे सिकान लागो । बहुत जनी सुननबारे अचम्मो मानके कहीं, “जा आदमी जा सब कहाँसे पाई ? जाको दव जा ज्ञान कईसो हए ? जाके हातसे करे भए काम कित्तो शक्तिशाली ?
\v 3 का जा बहे बडही न हए ? का जा मरियमको लउँडा और याकूब, योसेफ, यहूदा और सिमोनको ददा न हए ? का जक बहिनिया फिर हमरी सँग न हएँ ?” और बे बासे चिरक पड़े ।
\v 4 तौ येशू उनसे कहि, “अगमवक्तन के अपनो देश और अपने नातेदारनके बीचमे और अपने घरमे बाहेक अन्तय कहूँ अनादर न होत् हए ।
\v 5 और बा हुवाँ कोई कोई रोगीन ऊपर अपने हात धरके उनके अच्छो करनके अलाबा और कोई शक्तिशाली काम न करन पाई ।
\v 6 उनको अविश्‍वास देखके बा अचम्मो पड़िगौ । और बा गाउँ गाउँमे सिखातै चलोगौ ।
\v 7 7 बा बाह्र जनीके अपने ठीन बुलाई और बिनके दुई दुई करके पठाई । बिनके अशुद्ध आत्मा उपर अधिकार फिर दई ।
\v 8 उनके बा अइसो आज्ञा दई: “यात्राके ताहींसंगमे कुछ मत लियौ, न त रोटी, न झोला, न गोझामें पैसा, पर एक लट्ठी जारुर लिऔ,
\v 9 जुता लागैओ, पर और जद्धा लत्ता मतलिओ ।”
\v 10 बा उनसे कहि, “जब कोई घरमे घुसैगे, जबतक बा गाउँसे न निकरैगे तबतक हुवाएँ बैठियो ।
\v 11 अगर कोई ठाउँमें तुमए स्वागत न हुईहए तव और आदमी तुमरो वचन सुनन् ईन्कार करहएँ तव‍, बा ठाउँसे तुम निकरके उनके विरुद्धमे गवाहीके ताहिं अपने पाँवको धुधर झार दिओ ।"
\v 12 तव बे बाहिर निकरके गए और आदमी अपन पापसे पश्‍चात्ताप करके लौट आमएँ कहिके प्रचार करीं ।
\v 13 बे बहुत भुतनके निकारीं, और बहुत रोगीनके तेलसे अभिषेक करके अच्छो करीं ।
\v 14 हेरोद राजा येशूके बारेमे सुनी, काहेकी बाको नाउँ प्रचलित हुईगओ रहए । कितनो कहात रहएँ, “बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्‍ना मरके जिन्दा हुईगओ हए, जहेमारे त उनसे अइसो शक्तिके काम हुइ रहो हए ।
\v 15 "तव और कहीं, “जा एलिया हए ।” और कहिं, "जा त पुरानो समयके अगमवक्ता हानी एक अगमवक्ता हए ।"
\v 16 पर जब हेरोद जा सुनी तव उनसे कही, “यूहन्‍ना, जौनको मुड मय काटनके लगाओ, बहे जिन्दा हुईगओ हए ।"
\v 17 काहेकी हेरोद अपने भईया फिलिपकी बैइयर हेरोदियासके कारन यूहन्‍नाके पकणन लगाएके बाके बाँधके जेलमें डारिरहए, काहेकी बा हेरोदियाससे बेहा करी रहए ।
\v 18 काहेकी यूहन्‍ना हेरोदसे अईसे कहिरहए, “अपनी भईयाकी बैइयर के अपनी बैइयर बनान तोके ठीक न हए ।"
\v 19 जहेमारे हेरोदियास बाके ऊपर रीस धरेरहै, और बाके मारन चाहत रहए, पर मारन न सिकी रहए ।
\v 20 काहेकि यूहन्‍ना एक धर्मात्मा और पबित्र आदमी कहत रहएँ, हेरोद बासे डरात रहए, और बाके सुरक्षित करे रहए । यूहन्‍नाको शिक्षा सुनके बा बहुत अचम्मो मानत रहए, और खुशीसे सुनत रहए ।
\v 21 तव अच्छो मौका बा समय आईगओ, जब हेरोद अपनो जनम दिनमे अपने ऊँचेपदके पदाधिकारिन, अधिकृतनके, और गालीलके मुखिया-मुखिया आदमीनके बहुत भारी पाटीदई ।
\v 22 काहेकी जब हेरोदियासकी अपनी लौंडिया भीतर आएके नाची, तौ बा हेरोद और उनके पाहुनन्के खुशी करदई । तव राजा बा लौंडियासे कहि, “तोके जो इच्छा लागत हए बो माग, और मय तोके देऔं ।”
\v 23 बा कसम खाएके बासे कहि, तय मोसे जो मागैगो मय मेरो आधो राजतक तोके देमङ्गो ।
\v 24 और बा बाहिर निकरके अपनी आईयासे पूँछी, “मय का माँगौं ?” बा कहि, “बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्‍नाको मुँड़ ।"
\v 25 तव बा दौरके जल्दीसे भीतर राजा ठीन आई, और आइसे करके माँगी, “ तुम मोके हबाए बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्‍नाको मुँड थारीयामे देबौ करके मय ईच्छा करत हऔं ।”
\v 26 राजा बहुत दुखी हुईगऔ, तव बा अपनो कसम और पाटीमे बैईठन बारे पाहुनन्के कारन बा लौंडियाके दओ बचन तोड़ नपाई ।
\v 27 राजा तुरन्त गारदको एक जनी सिपाहीके पठाई और यूहन्‍नाको मुँड़ लानके हुकम दई । और बा जेलमे गौ यूहन्‍नाको मुँड़ काटी,
\v 28 और बाको मुड़ थरीयामे लाएके लौंडियाके दई, और बा लौंडिया अपनी आईयाके दई ।
\v 29 यूहन्‍नाके चेला जब जा बात सुनी तव बे आएके बाको लहास उठाएके मरघटमे लैजाएके गाड़ी ।
\v 30 और प्रेरित येशूके ठिन जमा भए, और बे जो जो करी रहएँ और सिकाई रहएँ, बे सब बाके बताइ दईं ।
\v 31 बा उनसे कहि, “तुम अपनए मिरसंग एकान्त ठाउँमें आओ, और कुछ थकाई मारौ । ”काहेकी हुवाँ आनजानबारे बहुत रहएँ, और बाके खान तक फुर्सत न रहए ।
\v 32 और बा नैयाँमे चुप्पए एकान्त ठाउँमे गओ ।
\v 33 पर बहुत आदमी बिनके जात देखीं, और बिनके चिन्लै, और बे सबय सहेरसे पैदर दौडत उतय गए, और बाके अग्लेछा बा ठाउँमे पुगे ।
\v 34 जब बा किनारे उतरो तव बा एक बहुत भारी भीड़ देखी, और बा उनके डहा करी । काहेकी बे बक्रेराह बिनाके भेडा कता रहएँ । और बा बिनके बहुत बात सिकान लागो ।
\v 35 और जब दिन बहुत ढरको तव बाके चेला बाके ठीन आएके कहीं, “जा एकान्त ठाउँ हए, और अब दिन बहुत ढरक गओ ।
\v 36 आदमीनके बिदा देओ, और बे आसपासके बस्ती और गाँवमें जाएके अपने ताहिं कुछ खानबारो चीज किन सिकएँ ।”
\v 37 तव बा उनसे कहि, “तुमही बिनके कुछ खानके देओ ।” तव बे बासे कहीं, “का हम जाएके दुई सय दीनारको रोटी किनके बिनके खान देमए का ?"
\v 38 बा उनसे कहि, “तुमर सँग कित्तो रोटी हएँ ? जाएके देखओ ।” और पत्ता लगाएके पिच्छु बे कहीं, “पाँच रोटी और दुई मछरी ।”
\v 39 और बा आदमीनके हरो चउरमें दल बाँधके बैठन हुकुम करी ।
\v 40 बिनके सय-सय और पचास-पचासके लईन लगाएके बैठाईं ।
\v 41 तव बा पाँच रोटी और दुई मछरी लैके स्वर्ग घेन देखके आशीर्वाद दई, और बा रोटी तोड़ी और आदमिनके आगु धरदै और चेलनके दई, और बे दुई मछरी फिर बा सबय जनीके बाँटन दई ।
\v 42 और बे सबय खाईं और तृप्त हुईगए ।
\v 43 पिच्छु चेला रोटी और मछरीके उबरे ख़ुदरा खुदरी बाह्र डलैया भरके उठाईं ।
\v 44 रोटी खानबारे लोग पाँच हजार रहएँ ।
\v 45 और बा तुरन्त अपनो चेलनसंग नैयाँमे चढ्के बोपार बेथसेदामें बा अपनेसे अग्गु जानके कही, और उतियखिन बा भीड़के बिदा दई ।
\v 46 उनसे बिदा हुईके बा डाँगामें प्रार्थना करन गओ ।
\v 47 सन्झा हुईगओ, और अब नैयाँ समुन्द्रके बिचमे रहए, और बा इकल्लो जमीनमे रहए ।
\v 48 चेलनके नैयाँ चलान कररो होतय बा देखी, काहेकी आँधी चलन डटी रहए । तीन बजे सुबेरे बा उनके ठीन समुन्द्र में नेगत आओ, और उनसे अग्गु जान लागो रहए ।
\v 49 बे बाके समुन्द्र उपर नेगत देखके प्रेत हए कहिके, और चिल्लान लागे ।
\v 50 काहेकी बाके देखके सब डराईगय रहएँ । तव झट बा उनसे कहि, “हिम्मत बाँधओ । मय हऔं । मत डराबौ ।”
\v 51 और बा उनके सँग नैयाँमे चढिगौ, और आँधी थमिगै । और बे एकदम अचम्मित भए,
\v 52 काहेकी बे रोटीके बारेमे बात सम्झी न रहएँ, पर बिनको हृदय कठोर हुईगओ रहए ।
\v 53 समुन्द्र पार करके पिच्छु बे गनेसरेतके मुलुकमे आए पुगे, और बे नैयाँके किनारे लगाईं ।
\v 54 जब बा नैयाँसे निकरन भौ खिनक आदमी येशूके चिन्लैं,
\v 55 और आसपास के जम्मा गाउँके बे दौरत, और जहाँ येशू हए करके सुनी बा हुवाँ बेमारिनके बिछौनामें धरके लान्लागे ।
\v 56 और गाउँमे, सहरमे और बस्तीमें जहाँ जहाँ बा गओ, आदमी रोगिन के बजार बजार धरदईं, और बाके पिछौडाके किनारे खाली छुन पामएँ करके बे बासे बिन्ती करीं, और जीत्तो छुईं बे सब अच्छे हुइगए ।
\c 7
\cl अध्याय ७
\v 1 यरूशलेमसे आए भए फरिसी और शास्‍‍त्री येशूके चारौ तरफ जम्मा हुईगए ।
\v 2 येशूके कित्तो चेला अशुद्ध हात और न धोएके हातसे खात बे देखिं ।
\v 3 फरिसी और सब यहूदीनके पुर्खान दओ परम्परा अनुसार हात न धोए के खानु खात न रहएँ ।
\v 4 बजारसे आएके हँदाएके शुद्ध न भए तक बे खानु न खात रहएँ । इतकए इकल्लो नाएकि, बे आईसे बहुत परम्परा मानत रहएँ । कटोरा, भाड़ा और काँसोके वर्तन धोनक परम्परा ।
\v 5 तव फरिसी और शास्‍‍त्री बासे पुछीं, “तुमर चेला पिता-पुर्खाको धरो परम्परामे काहेना चलतहएँ, और अशुद्ध हातसे खातहएँ ?”
\v 6 तव बा उनसे कही, “यशैया तुमए कपटीनके बारेमे ठिक अइसे अगमवाणी करी, अइसो लिखो हए, “जा जाति मोके ओठसे इकल्लो आदर करत् हए, और उनको ह्रदय मोसे दूर हए ।
\v 7 बे व्यर्थमें मेरो उपासना करत् हएँ, और उनको शिक्षा आदमीके सिकाओ विधि इकल्लो हए ।”
\v 8 तुम परमेश्‍वरको आज्ञाके छोडके आदमीनको परम्परा मानत् हऔ ।"
\v 9 बा उनसे कहि, “तुम अपन परम्परा मानन् ताहिं कित्तो अच्छेसे परमेश्‍वरको आज्ञाके टारदेत हऔ ।"
\v 10 काहेकि मोसा कहि हए, “अपन आईया-दऊवाके आदर करौ, और जो अईया-दौवाके बिरुद्ध खराब बोलैगो बाके मरनय पड़ैगो ।”
\v 11 "यदि कुई आदमी दऊवा औ अईया "मोसे जो-जीत्तो सहायता तुमाए मिलन पणैगो बा कुर्बान हए, { औ परमेश्‍वरके चढऔ } कहात हएँ ।"
\v 12 और तुम उनके अपन अईया-दऊवाके ताहिं फिर कुछ करन न देत हए ।
\v 13 अइसे तुम अपनो चलिआओ परम्पराके कायम रखके परमेश्‍वरको वचन के रद्ध करत् हओ । और आइसे अनेक काम तुम करत् हओ ।”
\v 14 बा आदमिनके फिर अपन ठीन बुलाएके उनसे कहि, “तुम सब मेरी बात सुनौ और समझौ ।
\v 15 अइसी कोई बात न है जो बाहिरसे आदमिनके भीतर घुसके अशुद्ध करपय हए, पर आदमीसे बाहिर निकरत है बेहि बात आदमीके अशुद्ध करत हए ।
\v 16 जौनको सुनन कान हए बा सुनएँ ।”
\v 17 आदमीन छोडके घर भीतर घुसके पिच्छु बाके चेला बासे कहानीके बारेमे पुछीं ।
\v 18 बा उनसे कहि, “का तुम हबए और न सम्झे हओ ? जो बाहिरसे आदमीके भीतर घुसत् हए बा बाके अशुद्ध न करत् हय करके तुम न जानत् हओ ?
\v 19 काहेकि बा बाके हृदयमे न, पर पेटभितर घुसत, और बाहिर निकरत हए । आइसे बा सब खानु शुद्ध हए करके बताएदई ।
\v 20 बा कहि, “आदमीसे जो बाहिर निकरत हए बा आदमीनके अशुद्ध करत हए ।
\v 21 काहेकि भीतरसे औ आदमीक ह्रदय खराब विचार, व्यभिचार, चोरी, हत्या, परस्‍‍त्रीगमन,
\v 22 लोभ, दुष्‍टता, छल, छाडापन, ईष्या, निन्दा, घमण्ड, मुर्खता निकरत हए ।
\v 23 जे सब दुष्‍ट बात भीतरसे निकरत हएँ, और आदमीके अशुद्ध करत हएँ ।
\v 24 हुवाँ से उठके बा टुरोस और सिदोनके सीमा घेन जाएके एक घरके भीतर घुसो । जा बात कुई पता न पामए करके बा चाँहत रहए, तव बा लुकाय न पाई ।
\v 25 बहे बेरा एक बैयर बाके बारेमे सुनी और आएके बाके पाउमे पड़ी । बा बईयरकी लउँड़िया के अशुध्द आत्मा लगो रहए ।
\v 26 बा सिरिया फोनिकेमे जन्मी एक ग्रीक बैयर रहए । बा बईयर अपन लऊड़ियाक भुत निकारदे करके बासे बिन्ति करी ।
\v 27 बा बासे कहि, “पहिले लउँड़ा-लउँड़ियन के खान देओ, काहेकी लउँड़ा-लउँड़ियक रोटी लैके कुत्तनके अग्गु फेक्नो ठीक न हए ।"
\v 28 तव बा बासे कहि, “हे प्रभु , तव कुत्तओ ता फिर लउँड़ा-लउँड़ियक टेबुल तरेके डुठो बिनके खातहए ।”
\v 29 बा बासे कहि, “तय अइसो कहोके कारन तए घरे जा । तिर लउँड़िया भुत निकर गओहए ।
\v 30 तव बा अपन घर लौटके गई और लउँड़ियाके खटीयामे सोत पाई और भुत बासे निकरगओ रहए ।
\v 31 टुरोसको इलाका से निकरके बा सिदोन हुईके डेकापोलिसको सिमानाके बिच हुईके गालील-समुन्द्रमे गओ ।
\v 32 हुवाँ आदमी एक बहिरा और लाटा आदमीके बाके ठीन लियाईं, और बाके ऊपर हात धरदे करके बासे बिन्ती करीं ।
\v 33 बाके भिडसे अलग एकन्तमे लइगओ येशू अपन उङ्गरी बाके कानमें लगाई । तओ पिच्छु थुक्के बाकी जीबमें छुई ।
\v 34 "और स्वर्ग घेन देखके लम्मी सास लइके बासे कहि, “ईफ्फाता,” जौनको अर्थ हए "खुलिजा ।”
\v 35 उतियखिन बक कान खुलिगौ, और बाकि जीबको बन्धन खुलिगौ, और बा सफासे बोलन लगो ।
\v 36 "जा कोईसे मत कहिओ,” करके बा उनके आज्ञा दई । तौ जित्तो-जित्तो बा आदमिनके आज्ञा देतरहए, और जद्धा उत्साहसाथ बे जाको प्रचार करत रहएँ |"
\v 37 आदमी अचम्मो मानके छक्क पड़त रहएँ, और कहन लागे, “बा सब चीज अच्छो करीहए। बा बहिरन सुनन और लाटन मसकन बारो फिर बनाई ।”
\c 8
\cl अध्याय ८
\v 1 बे दिनमें फिर एक भारी भीड़ जम्मा हुईगओ, तव उनके ठिन खानबारो चीज कुछ न रहए । तव येशू चेलनके अपने ठिन बुलाएके कही,
\v 2 "जा भीड़के मोए डहा लागत हए, काहेकि जे मीर सँग रहत् तीन दिन हुईगओ, और यिनकेसँग खानबारो चीज कुछ न हए।"
\v 3 और अगर इनके भूखे घर पठाएहएँ, तव जे डगरमें बेहोस हुईजए हएँ । इन्मैसे कुई-कुई दुरसे अएहएँ।"
\v 4 बाके चेला बासे कहिं, “जा सुनसान ठाउँमे यिनके कहाँ से रोटी खबामएँ ?”
\v 5 "बा उनसे कही, “तुमरे ठिन कय रोटी हएँ, ?” बे कहि, “सात हएँ ।"
\v 6 बा भिणके भिमे बैठन हुकुम दई, सात रोटी हातमे लई और धन्यबाद दईके रोटी तोरी और आदमीन अग्गु धरनके चेलनके दई, और बे आदमीक अग्गु धरदईं ।
\v 7 बिनके ठिन कुछ छोटी छोटी मछरी फिर रहएँ, और बा आशीर्बाद दईके बहु फिर उनके अग्गु धरन लगाई ।
\v 8 और आदमी खाएके अघाए गए । और उबरो खुदरा बे सात डालैय बटोरीं ।
\v 9 बहुवाँ लगभग चार हजार आदमी रहएँ ।
\v 10 बा उनके बिदा करके पठाई, और बा फिर अपन चेलनसंग तुरन्त नैयाँमे चढ्के दलमनुथाके क्षेत्रमे गओ ।
\v 11 फरिसी बाके ठिन आएके बासे बहस करन लगे, और बाके परीक्षा करन ताहिं स्वर्गसे एक चिन्ह मागीं ।
\v 12 अपन आत्मामें लम्मो सास लईके बा कहि, “जा पुस्ता काहे चिन्‍ह ढुणत हएँ ? पक्कय, मए तुमसे कहत हऔं जा पुस्ताके कुई चिन्‍ह न मिलेहए ।"
\v 13 और उनके छोडके बा फिर नैयाँमें चढ्के बोपार गओ ।
\v 14 चेला अपनसंगमे रोटी लैजान भूलगए, और नैयाँमे बिनके सँग एकय रोटी रहए ।
\v 15 "येशू चेलन के अईसे करके चेतावनी दई, “तुम फरिसीनको खमीर और हेरोदके खमीरसे होशियार रहिओ ।"
\v 16 तव बे सँगमे रोटी न हए बहेमारे येशू कही हए, करके बे आपसमे बहस करन लगे ।
\v 17 येशू जा पता पाए के बिनसे कहि, “तुमर सँग रोटी न हए, तव काहे तुम बहस करत हओ ? का तुम हबाए फिर देखत न हओ और जानतउ न हओ ? का तुमरो मन कठोर हुईगव हए ?
\v 18 तुमरसंग आँखी हए तहूँ फिर देखत न हओ ? कान हए तहूँ फिर सुनत न हओ ? का तुमए याद न हए।
\v 19 "जब मय पाँच रोटी बे पाँच हजारके बीचमे तोरो रहऔं, तव कित्तो डलैया खुदरा खुदरी तुम बटोरे रहओ ?” बे बासे कहीं, "बाह्र ।”
\v 20 और जब मय सात रोटी चार हजारके बीचमे तोरो रहऔं, तव कित्तो डलैया बटोरे रहओ ?” बे बासे कहिं, "सात डलैया ।"
\v 21 बा उनसे कहि, “का तुम हबए भी न समझत हओ ?
\v 22 तव पिच्छु बा बेथसेदामे आओ, और आदमी एक अन्धरा आदमीके बाके ठिन लाईं, और बाके छुइदेबय करके बासे बिन्ती करीं ।
\v 23 येशू बा अन्धरा आदमीके हात पकडी और बाके गाउँसे बाहिर लैगओ, और बाके आँखीमे थुकके, बाके उपर अपन हात धरी और बासे पूँछी, “का तए कुछ देखत हए ?”
\v 24 और उपर देखके बा कही, “मए आदमीनके रुखा कता नेगत देखत हऔं ।"
\v 25 तव बा फिर बाके आँखीमे हात धरी, और एक टक लागएके देखी बा अपन दृष्टि फिर से पाएगओ और सब चीज सफासे देखन लागो ।
\v 26 तव येशू बाके गाउँ हुईके न जानके हुकुम करके बाके घर पठाई ।
\v 27 येशू अपन चेलनसंग कैसरिया फिलिप्पीके गाउँमे गओ । डगरमें जातैजात बा अपन चेलनसे अइसे करके पुँछी, “आदमी का कहत् हएँ, मए कौन हऔं ?"
\v 28 बे बासे कहीं, “कोई कहत हए 'बप्तिस्मा-देनबारो यूहन्‍ना ।” और कोई 'एलिया, और कहीं 'अगमवक्ता मैसे एक जनी' हए ।”
\v 29 तव बा उनसे पूँछी, “पर तुम का कहत हौ, “मए कौन हऔं ?” पत्रुस उत्तर दैके बासे कहि, “ तुम ख्रीष्ट हऔ ।"
\v 30 येशू बाके बारेमे कोईके मत कहिओ करके बिनके चेतावनी दई ।
\v 31 बा आदमीके पुत्रके बहुत दुःख भोगन, और धर्म-गुरुसे, मुखिया पुजारीसे और शास्त्रीसे इन्कार करनो और मरनो और तीन दिन पिच्छु जिन्दा हुईके उठ्नो आवश्यक हए " करके बा उनके सिकान लागो ।
\v 32 अइसे बा जा बात साफ साफ कहन लागो । तव जा सुनके पत्रुस बाके एकघेन लैजाएके झड्कन लागो ।
\v 33 तव घूमके अपन चेलनके देख्के पत्रुसके बा अइसे करके डाँटी, “शैतान मिर ठीनसे हटीजा, काहेकी तेरो मन परमेश्‍वर घेन न हए, आदमी घेन हए ।"
\v 34 तव बा अपन चेलनकेसंगमे भीड के अपने ठिन बुलाएके उनसे कही, “कुई आदमी मिर पिच्छु लागन इच्छा करत हए, तव अपनएके इन्कार करए, और अपनो क्रूस उठाएके मेरे पिच्छु लागए ।
\v 35 काहेकी जौन अपन प्राण बचानके इच्छा करत हए, बा बाके खोबईगो, पर मेरे और सुसामाचारके ताहिं अपन प्राण गुमएहए बा बाके बचाबैगो ।
\v 36 काहेकी आदमी सबय संसार पाएके अपनो प्राण गुमाएके बाके का फाईदा हुईहए ?
\v 37 और आदमी अपनो प्राणके बदलामे का देन सिकैगो ?
\v 38 और जा व्यभिचारी और पापी पुस्ता जो मोए देखके और मिर वचनसे शर्माए हए, आदमीको पुत्र फिर अपन पिताके महिमामे पवित्र स्वर्गदूतसंग आत बासे शर्माबैगो ।”
\c 9
\cl अध्याय ९
\v 1 "और बा उनसे कही, "नेहत्य, मए तुमसे कहत हऔं, हिंया ठाढे भए मैसे कोई-कोई हएँ, जौन परमेश्‍वरके राज शक्तिमे आओ न देखेतक् कोई किसिमसे मृत्यु न चखाङ्‍गे ।"
\v 2 बाको छय दिन पिच्छु येशू पत्रुस, याकुब और यूहन्‍नाके बा अपन सँग लई और एक उँचे पहाड़में लईगओ । हुवाँ बेही इकल्ले रहएँ, और बिनके अग्गु बाको रूप बदलगओ ।
\v 3 और बाको कपडा चमकन लागो और इत्तो सेतो भओ, कि पृथ्वीमे कोई फिर धोएके इत्तो सेतो न करपएँ हएँ ।
\v 4 हुवाँ बिनके ठिन एलिया और मोशा दिखाइदईं, और बे येशूसे बातचीत करत रहएँ ।
\v 5 "पत्रुस येशूसे कहि, “गुरुजी हम हियाँ हएँ तव अच्छो भओ । हम हियाँ तीन बासस्थान बनामएँ, एक तेरे ताहीं, एक मोशाके ताहिं और एक एलियाके ताहीं ।
\v 6 बे गजब डरके मारे बे का कहामएँ तव बे न जानी ।
\v 7 "और एक बादर आएके बिनके तोपदै, और बादरसे एक आवाज निकरो, “जा मिर प्यारो पुत्र हए, तुम बाको वचन सुनिओ ।"
\v 8 और झट आसपास देखके बे अपन सँगमे येशूके अलाबा और कोइके न देखीं ।
\v 9 बे पहाड़से उतरतपेती येशू उनसे कही, “जबतक आदमीको पुत्र मरके जिन्दा न हुईहए तवतक, तुम जा कोइके मत बातइओ ।
\v 10 बे जा बात अपन मनमे धरीं, तव मरके जिन्दा होनो कहोको का हए कहिके एक दुसरे से बातचीत करन लागे ।
\v 11 और बे बासे आइसे करके पुछीं, “पहिले एलिया आन पड़ईगो करके व्यवास्थाक शास्त्री काहे कहत हएँ ?"
\v 12 "येशू कहि "नेहत्य , एलिया पहिले से आईगओ है, और सब बातक सुधारैगो । तव आदमीक पुत्र बहुत कष्‍ट भोगैगो, औरन्से तुच्छ होबैगो, करके धर्मशास्त्रमे लिखोहए त ।"
\v 13 तव मए तुमसे कहत हऔं, एलिया आईगओ हए, और उनके बारेमे लिखो अनुसार उनके सँग जो मन लागो बे उईसीए करीं ।”
\v 14 और चेलनके ठिन घूमके आत बे एक बहुत भारी भीड़ घेरत और बिनके संग शास्त्री बहस (बादबिबाद) करत बे देखीं ।
\v 15 जम्मए भीड बाके देखतए गजब अचम्मो मानी और बाके ठिन दौड़के जाएके बाके अभिवादन करीं ।
\v 16 बा उनसे पुछीं, तुम उनसे का को बहस करत हऔ ?
\v 17 भीडसे एक जनी बाके जवाफ दई, गुरुजी मिर लउँड़ाके गुँगो करन बारो आत्मा लगो हए, और तुमर ठिन लाओ हऔं ।
\v 18 जब जा मिर लउँड़ाके पकडत् हए, तव बाके भिमें गिरात हए, और बक मुहुसे फुफ्ना काढत हए, और बा दाँत किट किटात हए, और बा अईंठ जातहए । मए तुमरे चेलन से भुत निकार देओ करके बिन्ती करो, तव बे न सिकीं ।”
\v 19 तव बा उनके जवाफ दई, “ ए अविश्‍वासी पुस्ता, मए कहाँ तक तुमरे सँग रहऔं ? मए तुमके कित्तो सहमौ ? बाके मिर ठिन लियाबओ ।”
\v 20 बे बा लउँड़ा के बाके ठिन ल्याईं । येशुके देखि खिनक बा आत्मा लउँड़ाके फत्फत्बाई, और बा भुईमें गिरके फूफ्ना काढ्तय नेभन लागो ।
\v 21 बा बाके दऊवासे पुँछी, “कब से जक अइसो भओ रहए ?” बा कही, बच्चयसे ।
\v 22 जाके नाश करन बारो आत्मा घरीघरी आगी और पानीमें गिरात रहए। अगर तुम कुछ करपत हओ तव, दया करके हमके मद्दत कर देओ ।”
\v 23 तव येशू बासे कहि, “ यदि तुम कर सिकत हओ कहेसे !' कहिके का कहत् हऔ ? विश्‍वास करन् बारेक ताहिं सबए बात सम्भव हए ।"
\v 24 और झट लउँड़ाके दऊवा चिल्लाएके कहि, “मए विश्‍वास करत हऔं । मिर कमजोर विश्‍वासमे मोके सहायता करओ ।
\v 25 तव भीड़ एकसँग दौडके आत देखके बो बा अशुद्ध आत्माके अइसे करके डाँटी, “ए गुँगो और बहिरा आत्मा, मए तोके हुकम करत् हऔं, बासे निकरके अएजा, और फिर कबहू बा भितर मत घुसीये ।”
\v 26 और चिल्लाएके बा लउँड़ाके बेढब जोडसे फत्फत्बाएके बा आत्मा निकरगई, और बा बच्चा मुर्दा कता हुईगओ, हियाँ तक्की बहुत आदमी कहीं कि जा मरिगओ हए ।
\v 27 तव येशू बाको हात पकडके बाके तुरन्त उठाई, और बा उठि गओ ।
\v 28 और जब बा घरमे गओ, तव बाके चेला चुप्पए से पुछीं, “हम बाके काहे न निकार पाए ?"
\v 29 बा बिनसे कहि, “जा किसिमको त प्रार्थना बाहेक और कोई उपाय से न भजाए पए हओ ।”
\v 30 और बा हुवाँ से निकरके बे गालील हुइके गए । जा बात कोई पता न पामएँ कहिके बाको इच्छा रहए,
\v 31 काहेकि बा अपन चेलनके शिक्षा देत रहए । बा उनसे कहि, आदमीको लउँड़ा आदमीनके हातमे सौंपो जाए हए, और बे बाके मारङ्गे, और बा मरके तीन दिन पिच्छु फिर जिन्दा हुईके उठ्जाए हए ।"
\v 32 तव बा कही बात बे समझ न पाइँ, और बासे पुँछन् डरई गए ।
\v 33 बे कफर्नहुममे आए, और घरमें रहएँ तबही बा उनसे पुछीं, “डगरमें तुम का बहस करत रहओ ?"
\v 34 "तव बे चुप रहे, "हम मैसे सबसे बड़ो कौन हए ?” कहिके आपसमे बहस करी रहएँ ।
\v 35 तव बा बईठो, और बाह्रौं जनिक बुलाई, और उनसे कहि, “कुई आदमी पहिलो होन इच्छा करेहए तव, बा सबसे पिच्छु और सबको सेबक होन पड़ैगो ।”
\v 36 और एक छोटो बच्चा लैके, बा बाके उनके बिचमे धरी, और बाके गोदीमे लइके बा उनसे कही,
\v 37 "जौन अईसो छोटो बच्चा मैसे एक जनीके मेरे नाउँमे ग्रहण करेहए, बा मोके ग्रहण करेहए, और जौन मोके ग्रहण करहए बा मोए नाय, पर मोके पठान बारेके ग्रहण करहए ।”
\v 38 यूहन्‍ना बासे कही, “गुरुजी, एक आदमी तुमर नाउँमे भुत निकारतय हम देखे, हम बाके अईसे करन मनाही करे, काहेकि बा हमर पिच्छु लागन बरो आदमी न हए ।"
\v 39 तव येशू कहि, “बाके मनाही मत करओ, काहेकि मेरे नाउँमे शक्तिके काम करन बारो तुरन्त मेरे विरुद्धमे खराब ना बोलैगो ।
\v 40 काहेकि जौन हमरे विरोधमे न हय, बा हमरे घेन हए ।
\v 41 काहेकि जौन तुम ख्रीष्‍टके हऔ, कहिके उनके मेरे नाउँमें एक कटोरा पानी पिन देहौ, नेहत्य मए तुमसे कहत हऔं, बा कोई किसिमसे अपन इनाम न गुमाबैगो ।
\v 42 "जौन मिर ऊपर विश्‍वास करन् बारे जे छोटे मैसे एक जनीके बाधा देबैगो, बासे भलो त एक बड़ो चकियाको पटा बाके घेंटमे बाँधके समुन्द्रमे फेकदेन अच्छो रयहए ।
\v 43 अगर् तुमर हात तुमके बाधा देत् हए कहेसे बाके काटदेओ । दुई हात हुईके नरक कि नबुतन् बारी आगी मे जानसे लुलो हुइके जीवन बितान् अच्छो हए ।
\v 44 नरकमे न त् किरा मरत हएँ, न आगी बुतत् हए ।
\v 45 औ तुमर टाँग तुमके बाधा देत् हए तव बाके काटदेओ । दुई टाँग हुईके नरकमे फेकदेन से अच्छो लँगड़ा हुईके जीवन बितान अच्छो हए ।
\v 46 नरकमे न त् किरा मरत हएँ, न आगी बुतत् हए ।
\v 47 अगर तुमर आँखी तुमके बाधा देहए कहेसे बाके निकारके फेंकदेओ दुई आँखी हुईके नरकमे फेकन्से अच्छो त एक आँखी हुईके परमेश्‍वरको राजमे घुसन् तुमर ताहीं अच्छो हए ।
\v 48 नरकमे न त् किरा मरत हएँ, न आगी बुतत् हए ।
\v 49 काहेकि सबएके आगीय नुनाइन बनात हए ।
\v 50 नुन अच्छो हए, पर अगर नुनको स्वाद चलोगओ तव बाके कासे स्वादिष्‍ट करैगे ? अपनेमे नुन धरओ, और आपस मे मेलमिलाप से रहबओ ।
\c 10
\cl अध्याय १०
\v 1 बा ठाउँके छोडके यर्दन नदीयाके पार यहुदियाके इलाकामें येशू गओ और भीड़ बाके ठिन इकट्ठा भए, और बाको रीति अनुसार बिनके फिर शिक्षा दई ।
\v 2 फरिसी बाके ठिन आए बाके परिक्षा करके पुँछी, “का कुई आदमी अपनी बैयरके सँग छुटपत्तर करन ठीक हए कि ना ?
\v 3 बा उनके जबाफ दईके कही, “मोशा तुमके का आज्ञा दै हए ?"
\v 4 बे कहिं, “एक छुटपत्तर लिखके आदमी अपनी बैयर छोड्न मिलत् हए करके मोशा अनुमति दई हए ।”
\v 5 तव येशू उनसे कहि, “तुमरो मनको कठोरता के करन बा तुमरे ताहिं जा व्यवस्था लेखेका लिखी हए ।"'
\v 6 पर सृष्‍टिके सुरुसे परमेश्‍वर उनके नर और नारी करके बनाई रहए ।'
\v 7 जहे कारन आदमी अपन दऊवा-अईया छोडके अपनी बैयर सँग मिले रहत हएँ,
\v 8 और बे दुई जनी एक शरीर हुईहएँ । बे फिर दुई नाए, पर एक शरीर होत् हएँ ।
\v 9 जहेमारे परमेश्‍वर जौनके एकसँग जोड़ी हए, आदमी बाके न छुटामएँ ।”
\v 10 बा घरमे होतय चेला फिर जाके बारेमे येशूसे पुछीं ।
\v 11 बा उनसे कही, “जौन अपनी बैयर सँग छुटपत्र करके दुसरे सँग बिहा करेहए, बा उनके बिरुद्धमे व्यभिचार करेहए ।
\v 12 और अगर बैयर अपनो लोगासँग छुटपत्र करके दुसरे से बिहा करहए, बा व्यभिचार करेहए ।”
\v 13 आदमी छोटे बाल बालिकन के येशू छुई देबए कहिके बाके ठिन ल्याइँ, तव चेला बिनके डाँटीं ।"
\v 14 तव जा देखके येशू दिक्काइ गओ, और उनसे कही, “छोटे बाल बालिकनके मेरे ठिन आनदेओ, बिनके मत रोकओ, काहेकि परमेश्‍वरको राज अईसिनको हए ।
\v 15 नेहत्य मए तुमसे कहत हऔं, जौन परमेश्‍वरको राजके एक छोटो बालक जैसो ग्रहण न करेहए बा कतै भीतर घुसन न पयहए ।"
\v 16 और बा उनके गोदिमे लैके बिनके उपर अपन हात धरके आशीर्वाद दई ।
\v 17 येशू डगरमे जात रहए, एक आदमी दौड़के आएके बाके अग्गु घुँटो टेकके बिन्ति करी, “हे अच्छो गुरु, अनन्त जीवन पानके ताहिं मोके का करन पडैगो ?"
\v 18 येशू बासे कहि, “तए मोके काहे अच्छो कहत हए ? एकय परमेश्‍वर बाहेक और कोई अच्छो न हए ।
\v 19 तए आज्ञा त जानत् हए, तए हत्या मत् करए, व्यभिचार मत् करए, मत चूरैये, झुटो गवाही मत दिये, मत ठगिये, अपन दउवा और अईयाके आदर करिये ।”
\v 20 और बा बासे कहि, “गुरुजी जा त सबय मए मेरे जमानीय अबस्थासे पालन करो हऔं ।"
\v 21 येशू बाके देखी, और माया करके कही, “तिरमे हबए एक बात और कमी हए । तिरसंग जो जीत्तो हए सबय चीज बेचन पड़हए और बे गरीबनके देन पड़हए, और तोके स्वर्गमे सम्पति मिलैगो । और आएके मिर पिच्छु लाग ।"
\v 22 पर जा बातसे बाको चेहेरा उदास हुईगओ, और बा दुखित हुईके गईभओ, काहेकि बाकेसंग बहुत धन-सम्पति रहए ।
\v 23 और आसपास देखके येशू अपन चेलनसे कही, “धनीके परमेश्‍वरके राजमे घुसन कित्तो अग्ठो हए ।"
\v 24 बाकी कहि भई बातमें चेला अचम्मो मानी । तव येशू फिर उनसे कहि, बालक रेऔ, धन-सम्पति उपर भरोसा करन बारेनके परमेश्‍वरको राज भीतर घुसन कित्तो अग्ठो हएए ।
\v 25 धनी आदमीके परमेश्‍वरके राज भीतर घुसनसेत बलुक सुईंके भारसे ऊँटके छिरन सजिलो हए ।”
\v 26 बे गजब अचम्मो मानी और बासे कहिं, “तव अईसे कौन बच्पय हए ?"
\v 27 येशू उनके देखके कहि, “आदमीके ताहिं जा असम्भव हए, और परमेश्‍वरके ताहिं न हए, काहेकि परमेश्‍वरके ताहिं सब बात सम्भब हए।"
\v 28 पत्रुस बासे कही, “देख, हम त सबय चीज छोडके तुमर पिच्छु लागेहएँ ।”
\v 29 येशू कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हऔं, जौन मिर ताहिं और सुसमाचारके ताहिं घर और ददा-भईया, दिदी-बहिनिया, औ अईया दउवा, औ लौंड़ा-लौंड़िया और जगहा जमीन छोडैगो,
\v 30 बा सतावट के संगयसंग सओ गुणा जद्धा घर, ददाभईया, दिदी बहिनिया, अईया, लउँड़ा-लउँड़िया और आनबारो संसारमे अनन्त जीवन पाबैगो ।
\v 31 पर बहुत जनी जो अग्गु होनबारे पिच्छु होमङ्गे और पिच्छु होनबारे अग्गु होमङ्गे ।”
\v 32 बे यरुशलेम घेन जात रहएँ, और येशू उनके अग्गु अग्गु नेगत रहए । चेला अचम्मो मानी, और पिच्छु पिच्छु आनबारे घबराइ गय रहएँ, तव बा बाह्रओं चेलनके फिर अलग्गए लैगओ और अब जल्दी बाके का होनबारो हए, सो बतान शुरु करी ।
\v 33 बा कहि, “देखओ, हम यरुशलेम घेन जात हएँ । हुवाँ आदमीक पुत्रके मुखिया पुजारी और शास्त्रीके ठिन सौंप देहएँ, और बे बाके मृत्युदण्ड देहएँ, और अन्यजातिनके हातमें सौंप देहएँ ।
\v 34 औ बे बाके मजाक उडाए हएँ और बाके थुकङ्गे और बाके कोर्रा लगाए हएँ और बाके मर हएँ पर तीन दिन पिच्छु बा फिर जिन्दा हुई जयहए ।
\v 35 जब्दियाके दुई लउँड़ा, याकूब और यूहन्‍ना बाके ठिन आएके कहीं, “गुरुजी, हम तुमसे जो मागंगे तुम हमर ताहिं करदीओ कहिके हमर इच्छा हए ।"
\v 36 बा उनसे पुँछी, “तुमरे ताहिं मए का करदेऔं तुमर इच्छा हए ?"
\v 37 बे बासे कहिं, “तुमर महिमामे हम मैसे एक जनीके तुमर दहिना घेन और दुसरेके तुमर दिबरा घेन बैठन पामएँ करके मन्जूरी हमके देबओ ।”
\v 38 तव येशू उनसे कहि, “तुम का मागत हओ बा तुम ना जानत् हओ । का तुम मिर पिन लागो कटोरा मैसे पिन सकत हओ औ मिर लेनबारो बप्तिस्माके तुम सहेन सकत हओ ?"
\v 39 बे बासे कहीं, “हम सिक्डारङ्गे।” येशू उनसे कही, “मिर पिनबारो कटोरा मैसे तुम पिबैगे । और मिर लेनबारो बप्तिस्मा तुम फिर लेबैगे ।
\v 40 पर मिर दहिनाघेन औ दिबराघेन बईठन त मिर देनबारी बात न हए, पर जा जौनके ताहिं तयार करो गओ हए, बिन्हीं के ताहिं हए ।”
\v 41 जा सुनके दशौं जनी चेला याकुब और यूहन्‍ना से दिक्काए गए ।
\v 42 तव येशू बिनके अपने ठिन बुलाएके कही, “तुम जानत् हओ कि अन्यजातिनके उपर शासन करन बारे उनके उपर अख्तियार चलात हएँ । और उनके बड़े बड़े बिनके उपर अधिकार चलात हएँ ।
\v 43 पर तुमरमे अईसो ना हुईहए । तुमरमे जौन बड़े होन इच्छा करत हए बा उनको सेवक होन पडैगो ।
\v 44 और तुमरमे जौन पहिलो होन इच्छा करत हए, बा सबको कमैया होन पडैगो ।
\v 45 काहेकी आदमीको लउँड़ा सेवा पानके ना, पर सेवा करन और बहुतनको छुटकाराको मोलके ताहिं अपन प्राण देनके आओ हए ।
\v 46 तव पिच्छु बा यरीहोमे आओ । और बा अपन चेला और बड़ी भीड़ संगय यरीहोसे निकरतपेति तिमैको लउँड़ा बारतिमै एक अन्धरा भिखारी रहए, डगर किनारे बैठो रहए ।
\v 47 जब बा नासरतको येशू हए कहिके सुनी, तव चिल्लाएके बा कहन लागो, “हे येशू दाऊदको पुत्र, मिर उपर दया करओ ।"
\v 48 तव बहुत बाके चुप लाग कहिके डाँटीं । पर बा और गजब जोड़से चिल्लान लागो, “हे येशू दाऊदको पुत्र, मिर उपर दया करओ ।”
\v 49 तव येशू ठौंड़ रुकिगओ और बाके बुलाएके आज्ञा दई । बे अइसे कहिके बाके बुलाईं, “हिम्मत कर ! खड़ो हुइजा ! बा तोके बुलात हए ।"
\v 50 बा अपनो चद्दर एकघेन फेंकीं, और जल्दीसे येशूके ठिन गओ ।
\v 51 येशू बासे कही, “तए का चाँहत हए, मए तीर ताहिं का करओ ?” बा अन्धरा आदमी कही, “रब्बी, [गुरुजी], मए देख पामऔं ।"
\v 52 और येशू बासे कही, “जा ! तेरो विश्‍वास तोके अच्छो करीहए ।” बा तुरन्तय फिर देखन लागो और बा डगरमे येशूके पिच्छु पिच्छु हुइलई ।
\c 11
\cl अध्याय ११
\v 1 जब बे यरूशलेमके जौने जैतून डाँगाके ढिंगई बेथफागे और बेथानिया कहन बारो ठाउँमें आएपुगे, तव बा अपन चेला मैसे दुई जनीके अईसे कहिके पठाई,
\v 2 तुम जौनेको गाउँमें जाओ, और जातयजात तुम हबए तक कोई आदमी न चढो एक गधाहके बच्चा पयहओ । बाके खोलके हियाँ लाबओ ।
\v 3 "कोई तुमसे' जा का करत् हओ कहिके 'कुई कहए, ' प्रभुके जाकी जरूरत हए, और बा जल्दी घुमाए दिबइया हए' कहिओ ।”
\v 4 तव बे गए, और बा बच्चा खुल्ला गल्लीमे एक घरके बाहिर घेन फाटक ठिन बँधो पाईगए, और बाके खोलीं ।
\v 5 बा हुवाँ ठाडे मैसे कोई-कोई उनसे पुछीं, “बच्चाके खोलके तुम का करत् हओ ?
\v 6 येशू उनके अढाई बहे कता बे कहीं, और बे उनके जन्दाईं ।
\v 7 बे दुई जनी बच्चाके येशूके ठिन ल्याइँ, और अपन लत्ता बाके उपर धरदईं, और येशू बाके उपर बैठगओ ।
\v 8 बहुत आदमी अपन कपड़ा और पत्ता काट्के डगरमें बिछाईं ।
\v 9 और बाके अग्गु अग्गु नेगनबारे और पिच्छु पिच्छु आनबारे अईसे कहत बड़ो जोरसे चिल्लाईं, “होसन्‍ना ! परमप्रभुके नाउँमे आनबारो धन्यके हएँ ।
\v 10 हमर पिता दाऊदको आनबारो राज धन्यको होबए ! परमधाम्मे होसन्‍ना !”
\v 11 बक पिच्छु येशू यरूशलेममे आएके मन्दिर भीतर कुचो और बाके आसपास सबके उपर नजर करके पिच्छु कुइबेरा भओ के कारन बाह्रै चेलासंग बा बेथानिया घेन गओ ।
\v 12 दुसरो दिन, जब बे बेथानियासे लउटे, बाके भुख लाग्गै ।
\v 13 बा दुरयसे पत्तासे भारो एक अञ्‍जीरको रुखा देखी । जामे कुछ फरा पएहओं कि कहिके बा देखन गओ । जब बा हुवाँ अओ बा पत्तासे अलाबा और कछु फिर ना पाई, काहेकि बा समय अञ्‍जीरके फरा फरनको समय ना भओ रहए ।
\v 14 बा बासे कही, “ तेरो फरा फिर कोई कबहु फिर ना खामएँ ।” और जा कहत बाके चेला सुनत रहएँ ।
\v 15 और यरूशलेममे पुग्के पीच्छु बा मन्दिर भीतर घुसो, और मन्दिरमे खरिदन बारे और बेचन बारेनके बाहिर निकारी और रुपैया साटन बारेनके टेबुल और परेवा बेचन बारेनके बैटनबारो कुरसीके लौट दई ।
\v 16 बा मन्दिरसे कोईके बेचनबारी कछु चीज फिर लैजान ना दई ।
\v 17 और बा शिक्षा देतय कही, “का आइसो ना लिखो हए, मिर घर सब जातिनके ताहिं प्रार्थनाको घर कहोजय हए ?” पर तुम त जाके डाकुँको अड्डा बनाए हऔ ।
\v 18 और मुखिया पुजारी और शास्त्री जा सुनके बाके कैसे नाश करएँ कहिके उपाय निकारन लागे । काहेकि बे बासे डरात रहएँ, काहेकि सबय भीड बाके शिक्षामें अचम्मो मानत रहएँ ।
\v 19 जब सन्झा भओ, बे सहेर छोड़के चलेगए ।
\v 20 जब बे सुबेरे बहे डगर हुइके गओ, बे अञ्‍जीरको रुखाके जरयसे सुखो देखींं ।
\v 21 और पत्रुसके जा याद आई, और बासे कही, "रब्बी [गुरुजी] देखओ त ! तुमर सराप दओभव अञ्‍जीरको रुखा ता सुखो हए ।”
\v 22 येशू जवाफ दैके कहि, “परमेश्‍वरमे विश्‍वास करओ ।
\v 23 नेहत्य मए तुमसे कहत हऔं, अगर कुई अपन हृदयमे शंखा ना करेहए, और अपनो कहो बात पूरा हुईहए कहिके विश्‍वास करके जा पहाड़के 'उठ और समुन्द्रमे गिरजा' कएहओ, तव परमेश्‍वर बहे करईगो ।
\v 24 जहेमारे मए तुमसे कहत् हऔं, तुम प्रार्थनामे जो मागे हओ, सो पाए हओ, कहिके विश्‍वास करओ, तव तुमर ताहिं हुईजाए हए ।
\v 25 जब तुम प्रार्थना करन ठाढत् हओ, तव कोईके विरुद्धमे तुमर कुछ हए तव क्षमा करिओ, तव स्वर्गमे होन बारो तुमरो पिता फिर तुमरो अपराधके क्षमा करदे हए ।
\v 26 और क्षमा ना करेहओ, तव स्वर्गमे होनबारो पिता फिर तुमरो अपराधके क्षमा ना करैगो ।”
\v 27 बे फिर यरूशलेममें आए। और येशू मन्दिरमे इतए उतए नेगत समयमे मुखीया पुजारी, शास्त्री, धर्म-गुरु बाके ठिन आए ।
\v 28 बे बासे प्रशन करीं, “कौन अधिकारसे तुम जा काम करत् हओ ? जा काम करन के अधिकार तुमए कौन दओ ?”
\v 29 येशू बिनसे कहि, “मए तुमसे एक प्रशन पुँछत हऔं, और तुम बाको जवाफ देओ, और कौन अधिकारसे मए काम करत हऔं, सो महूँ बताए हऔं ।
\v 30 यूहन्‍नासे दओ बप्तिस्मा स्वर्गसे हए की आदमीसे, मोके जवाफ देओ ।”
\v 31 तव बे अईसे कहत अपनैमे बहस करन लागे, “स्वर्गसे' कएहएँ तव 'तुम बाके ऊपर काहे विश्‍वास ना करे' करके बा कयहए ।
\v 32 “आदमीनसे कयहएँ तव, पर अईसे कहन बे आदमिन से डरात रहएँ । काहेकि बे यूहन्‍नाके सच्चो अगमबक्ता कहत रहएँ ।
\v 33 तव बे येशूके जवाफ दईके कहीं, “हमके पता न हए ।” येशू उनसे कहि, मए फिर कौन अधिकारसे जा काम करत् हऔं, सो तुमए महूँ ना बताए हऔं ।”-
\c 12
\cl अध्याय १२
\v 1 बक पिच्छु येशू उनसे कहानीमे सिकआण लागो । भआ कही, “एक आदमी अँगुरकी बगिया लगाएके बाके आसपास बेढा लगाई, और कोलू के ताहिं एक गड्डा खोदी । और एक मचान बनाएके बा अँगुरकी बागियामे किसानके कमानके दैगओ, और अपना प्रदेश गओ ।
\v 2 फसलके समयमे बा, बे किसानके ठिन कुछ फसल लेनके एक टाहलुवाके पठाई ।
\v 3 तव बे बाके पकडके मारीं और खाली हात पठाए दईं ।
\v 4 फिर बा बिनके ठिन दुसरो टाहलुवाके पठाई, तव बे बाके मुणमें मारीं और बाकी बेइज्जत करीं ।
\v 5 मालिक और फिर दुसरेके पठाई, तव बे बहुके मारीं, और बे बहुतनके फिर पठाई, तव बे कुइके पिटीं और कुइके मारडारीं ।
\v 6 "बाके ठिन पठानके ताहीं अभय फिर एक जनी वा बाको प्यारो लउँड़ा रहए ।' बा कहि, "बे मिर लौंड़ाक त आदर करङ्गे ।" कहिके सबसे पीच्छु बा अपन लौंड़ाक उनके ठिन पठाई ।"
\v 7 पर बे किसान आपसमे कहीं, "ओहो जत उत्तराधिकारी हए । आओ, हम जाके मारएँ, और सम्पत्ति हमरी हुई जयहए ।”
\v 8 और बे बाके पकडके मारीं, और अंगुरकी बगियाके बाहिर फेंक दईं ।
\v 9 जहेमाररे, अंगुरकी बगियाको मालिक का करैगो ? बा अबैगो्, और बे किसानके नाश करैगो, और अँगुरकी बगिया और दुसरेके दैदेहए ।
\v 10 का तुम धर्मशास्त्र को जा वचन पढे ना हओ ? “जौन पथराके घर बनान बारे रद्द करी रहएँ बहे कुनैठोक खास-पत्थर बनिगओ ( कोनेको मुल पथरा ),
\v 11 जा परमप्रभुसे भओ हए, और हमरी देखाईमे जा अचम्मो हए ।"
\v 12 तव पिच्छु बे बाके पकड़न ढुड्त रहएँ, काहेकी जा कहानी बा उनके विरुदमें कही हए कहिके बे सम्झीं । तहिमारे, बे भीडसे डरानके कारनसे बाके छोड़ीं और गए ।
\v 13 पिच्छुसे बाके कौन बातमें फसामए कहिके बे फरिसी और हेरोदी मैसे कोइ आदमी बाके ठिन पठाईं ।
\v 14 बे आएके बासे कहीं, “गुरुजी, हम जानत हएँ, तुम सच्चे हओ, और कोइको ख्याल ना करत हओ, काहेकी तुम मुहुँ देखके काम ना करत हओ और परमेश्‍वरको डगर सच्चो तरिकासे सिखात हओ । तव बताबऔ, कैसरके कर तीरन ठीक हए कि ना ? हम कर तिरएँ की ना तिरएँ ?
\v 15 पर येशू उनको कप्‍टीपन पता पाएके उनसे कही, “तुम काहे मोके परीक्षा करत हओ ? मोके एक सिक्का लाबओ ताकि मय देख सकऔं ।”
\v 16 बे एक सिक्का येशू ठिन लाईं । बा उनसे कही, “जामे कौनको फोटु और छाप हए ?” बे बासे कहीं, "कैसरको हए ।"
\v 17 तव येशू उनसे कही, “कैसरको चीज कैसरके देओ, और परमेश्‍वरको चीज परमेश्‍वरके।” बे बासे अचम्मो मानी।
\v 18 मरके जिन्दा न होत हएँ, कहिके सदुकी (एक प्रकारको जाति) बाके ठिन आए, और बासे पुछीं,
\v 19 "गुरुजी, मोशा हमरे ताहिं लिखीहए कि 'यदि कोइको ददा मरीगओ और बिना सन्तान बैयर छोड़ीगव तव बक भईयाके बा बैयरसे बिहा करन पडैगो और अपन ददाके ताहिं सन्तान जन्मान पडैगो ।'
\v 20 एक परिवारमें सात भईया रहएँ । जेठो एक बैयर लाई तव बा आदमी बिना सन्तान हुइके मरिगओ ।
\v 21 अब मझला भईया बा बैयर से बेहा करी, और फिर बिना सन्तान हुइके मरीगओ । तव सँझला फिर उइसी करी,
\v 22 तव सातओं भईयनके सन्तान ना भओ । सबसे पीच्छु बा बैयर फिर मरी ।
\v 23 अब मरके पुनरुथानमे बिन मैसे बा कौन की बैयर हुईहए ? काहेकी बे सातओ ददाभईया बासे बेहा करीरहएँ ।”
\v 24 येशू उनसे कही, “ तुम न त धर्मशास्त्र न परमेश्‍वरके शक्तिके बारेमे जानत हओ ? जहेमारे तुम भूलमे न पडे हओ का ?
\v 25 काहेकी जब मरके बे पुनरुथान हुईहएँ, बे न त बेहा करत हएँ, न उनको बेहा हुईहए, पर बे त स्वर्गमे भए स्वर्गदूत जैसे होमङ्गे ।
\v 26 पर मरे भए जिन्दा हुइके उठन बारो बातके बारेमे का तुम मोशा के किताबमे पढे ना हओ ? कि कैसे भिथ्राके बारेमे लिखो भव खण्डमे परमेश्‍वर मोशासे कही, 'मए अब्राहामको परमेश्‍वर, इसहाकको परमेश्‍वर और याकूबको परमेश्‍वर हऔं ।"
\v 27 बा मुर्दनको परमेश्‍वर न हए, पर जिन्दनको परमेश्‍वर हए । तुम पक्कय भुलमे पड़े हऔ ।”
\v 28 शास्त्री मैसे एक जनी आओ, और बिनके आपसमे छलफल करत सुनी। येशू आदमीनके अच्छो जवाफ दई देखके बे बासे पुँछीं, “सबसे खास आज्ञा कौन हए ?"
\v 29 येशू जवाफ दई, “सबसे खास जा हए, हे इस्राएल सुन्, परमप्रभु हमर परमेश्‍वर एकय परमप्रभु हए ।
\v 30 तए परमप्रभु अपन परमेश्‍वरके तेरो सारे हृदयसे, तेरो सारे प्राणसे, तेरो सारे समझसे, और तेरो सारे शक्तिसे प्रेम करीये ।"
\v 31 दुसरो आज्ञा जा हए, “तए अपन परोसीके अपने कता प्रेम किरिये ।' जासे और बड़ो कोई आज्ञा न हए ।”
\v 32 तव शास्त्री बासे कहीं, “गुरुजी, तुम ठीक कहत हऔ, परमेश्‍वर ता एकए हए, बा बाहेक कोई न हए ।
\v 33 बाके सारे हृदय से, सारे समझ से, सारे शक्ति से प्रेम करनो, और परोसीके अपनाए कता प्रेम करनो सब होमबलि और बलिदानसे उत्तम हए ।"
\v 34 बिनके बुद्धिमानीसे जवाफ देत देखी, येशू बिनसे कही, “तुम परमेश्‍वरको राजसे दूर ना हऔ ।” तब बा समयसे लैके बासे प्रशन करनके कोईकी हिम्मत ना भई ।
\v 35 तव मन्दिरमे सिकातपेति येशू जवाफ दई और कही, “शास्त्री कैसे ख्रीष्‍टके दाउदको लउँड़ा कहत हएँ ?
\v 36 काहेकी दाऊद अपनए पवित्र आत्मासे कहि हए, परमप्रभु मेरो प्रभुसे कही, मिर दहिना हात घेन बईठ, जब तक मए तिर दुश्मनके तिर पाँव तरे न लए हऔं ।"
\v 37 जब दाउद अपनए बासे 'प्रभु' कहत हए, तव मसीह कईसे दाऊदको लउँड़ा हुई सकत हए ?” और भारी भीड़ बाको वचन खुशीसे सुनी ।
\v 38 तव शिक्षा देत येशू कही, “शास्त्रीन से होशियार रहिओ । बे लम्बो कुर्ता लगाएके इतए उतए घुमन और बजारमे आदर पान,
\v 39 औ सभाघरमे बड़ो स्थान और भोजमे आदरको स्थान पानके चाँहत हएँ ।
\v 40 बे बिधुवानके घर लूटत हएँ, और दिखानके ताहिं लम्बो लम्बो प्रार्थना करत हएँ । अइसे आदमी बहुत बड़ाो दण्ड पामङ्गे ।”
\v 41 बक पिच्छु येशू मन्दिरको भेटी चढान बारो बक्साके अग्गु बैठो । आदमिनके भेटी डारत बा देखन डटो रहए । बहुत धनी आदमी बड़ो रकम डारीं ।
\v 42 बक पिच्छु बा एक जनी गरीब विधुवा आएके तामाके दुई सिक्का चढाई ।
\v 43 बा अपने चेलनके अपन ठिन बुलाएके बिनसे कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत हऔं, भेटी बक्सामे चढान बारे मैंसे जा गरीब विधुवा सबसे जद्धा चढाई हए ।
\v 44 काहेकी सबय अपन अपन भरपुरी मैंसे दईं । पर जा विधवा अपन गरिबी मैसे अपनो सारा जीबिका सौंपदई ।
\c 13
\cl अध्याय १३
\v 1 जब बा मन्दिरसे निकरत रहए, तव बाको चेला मैसे एक जनी बासे कही, “देखओ गुरुजी, कित्तो अच्छे पत्थर और भवन !"
\v 2 येशू उनसे कही, “ का तुम जे भवन देखत हओ ? जे न बिगाडके एकके उपर दुसरो पत्थर धरनके एक भी पत्थर न बचैगो ।”
\v 3 जब बा मन्दिरके अग्गु जैतुन डाँगामे बैठो रहए, पत्रुस, याकूब, यूहन्‍ना और अन्द्रियास बासे चुप्पयसे पुछीं ?"
\v 4 "हमके बता कि जे सब बात कब हुइहएँ ? और जे सब बात होनके कैसो कैसो चिन्हा होमङ्गे ?"
\v 5 येशू उनसे कही, “होसियार रहबओ, कोई तुमके ना भरमाबए ।
\v 6 बहुत जनी मेरे नाउँमे 'मय बहे हऔं' कहत अमङ्गे, ओर बे बहुतन के भड़कामङ्गे ।
\v 7 जब तुम लडाईं और लडाईन् के हल्ला सुनैगे, चिन्ता मत डरैओ, अईसे बात होन जरुरी हए पर अन्तको दिन आन अभे फिर बाँकी हए ।
\v 8 काहेकी जातिके विरुद्धमे जाति, और राजके विरुद्धमे राज ठाड़ङ्गे । ठाउँ-ठाउँमे हालाचाला आबईगो, सुखा पड़ईगो । जे जतकाल (प्रसववेदना) को सुरु होनो जैसो हए ।
\v 9 "तुम अपनयके होसियार रखईओ । बे तुमके अदालतमे सौपङ्गे, और सभाघरमे तुमके पिटङ्गे । तुम हाकिम और राजा दोनोके अग्गु मिर ताहीं बिनके गवाही देन तुम ठाड़ैगे ।"
\v 10 पर सबय जातिनके पहिले सुसमाचार प्रचार करो जयहए ।
\v 11 जब आदमी तुमके पकड़के मुद्दा चलामङ्गे, तव का बोलौं कहिके अग्गुसे चिन्ता मत करओ । काहेकी बा समय तुमके का बोलन हए, सो तुमके दओ जयहए, बा समय बोलन बारे तुम ना हओ पर पवित्र आत्मा होबैगो ।
\v 12 एक भईया दुसरे भैईयाके और दऊवा लउँड़ाके मारन् के ताहीं सौंपङ्गो । अईसीय करके लउँड़ा लउँड़िया अपन अईया दउवाके विरुद्धमे ठाडङ्गे और उनके मारन लगबामङ्गे ।
\v 13 मिर नाउँके ताँही तुम सबसे घृणित हुइहओ । पर जो अन्ततक अटल रयहए बाको उद्धार हुइहए ।
\v 14 "जब तुम विनाशकरी घृणित चिज जहाँ होनके ना रहए, हुवाँ ठाड़ो देखइगे {पढनबारे बुझएँ} तव यहूदियामे होनबारे पहाड घेन भाजएँ ।"
\v 15 घरके पाँड़मे होनबारे तरे न उतरएँ, न अपन घरसे कुछ निकारन भितर कुचएँ ।
\v 16 खेतमे होनबारो अपन चद्दर लेन ना आमएँ ।
\v 17 पर हाय, बे दिनमे गर्भबती और दुध खाबन बारी अईयनके !
\v 18 बा जाडोमे न होबए करके प्रार्थना करओ ।
\v 19 काहेकी बे दिनमे अईसो महासंकट अयहए कि परमेश्‍वर जा संसार सृष्‍टि करी दिनको सुरुसे लैके ह्बाए तक न त अइसो भओ रहए ना कबहु हुईहए ।
\v 20 औ परमेश्‍वर बे दिन ना घटइतो तओ कोई आदमी ना बच्तो, पर बा चुनेभएनके ताहीं बे दिन घटाई दईहए ।
\v 21 तव बा समय कोई तुमसे 'देखओ, ख्रीष्‍ट हियाँ हए ! वा देखओ बा हुवाँ हए कयहएँ तव तुम विश्‍वास मत करीओ ।
\v 22 काहेकी झुठे ख्रीष्‍ट और झुठे अगमवक्ता दिखाइ पड़ङ्गे, और चुने भएनके भ्रममे पाड़न बे चिन्ह और अचम्मेके काम करङ्गे ।
\v 23 होसियार रहिओ ! मए तुमके समय आनसे अग्गुए सबय बात कही दओ हऔं ।
\v 24 पर बे दिनमे महासंकटके पिच्छु दिनमे अँध्यारो होबैगो, और जोनी अपनो चमक ना देहए,
\v 25 तारा बादरसे गिरंगे, और बादरमे भए शक्ति डगमगाङ्गे ।
\v 26 बक पिच्छु बे आदमीके पुत्रके शक्ति और महिमामे बादरमे आत देखङ्गे ।
\v 27 तव बा अपन स्वर्गदूतनके पठाय हए, और पृथ्वीके छोरसे बादरको छोरतक चारऔं घेनसे अपन छँटे भयनके इकठ्ठा करेहए ।
\v 28 अञ्‍जीरके रुखासे पाठ सिखओ । जब बाको हाँगा नरम हुइके पत्ता होत खिनक ग्रीष्म ऋतु जौने हए कहिके तुमके पता हुइजात हए ।
\v 29 अइसीय करके, जब तुम जे सबय घटना होत देखैगे, बा ढिंगई हए, फाटकके ढिंगई हए कहिके तुम जानओ ।
\v 30 नेहत्य, मए तुमसे कहत हऔं, जबतक जे सबय बात ना होनतक तबतक जा पुस्ता ना बितैगो ।
\v 31 स्वर्ग और पृथ्वी बीत जयहए, पर मिर वचन कबहु ना बितैगो ।
\v 32 पर बा दिन और बा समयके बारेमे पिताके बाहेक और कोईके फिर पता न हए, न त स्वर्गदूतनके, न पुत्रके ।
\v 33 हौसियार रहीओ, जगे बईठिओ, काहेकी बा समय कब आयहए, सो तुम ना जानत हओ । ( टिपोटः कुछ पुराने प्रामाणिक लेख जाके अईसे उल्लेख करत हएँः हौसियार रहिओ, जगे रहियो और प्रार्थाना करियो काहेकि...)
\v 34 जा त मालिक अपन चाकरनके घरको सबय काम और अधिकारको जिम्मा दईके, और चौकीदारके जगो रहन कहिके आज्ञा दईके परदेश गएभओ जइसो हए ।
\v 35 जहेमारे, जगे रहिओ ! काहेकी घरको मालिक संझाके या आधी रातमे या मुर्गा बासन बेरा कि सुबेरे कब अयहए कहिके तुम ना जानत हओ ।
\v 36 न त बा एकबरी अबईगो तओ, बा तुमके सोत पयहए ।
\v 37 जो मए तुमसे कहत हऔं, बा मए सबयसे कहत हऔं, जगे रहओ ।”
\c 14
\cl अध्याय १४
\v 1 जा निस्तार और अखमिरी रोटीको तिवहारसे दुई दिन अग्गु रहए । मुखिया पुजारी और शास्त्री बाके कैसे गुप्त रुपमे गिरफ्तार करएँ और मारएँ कहिके विचार करन डटे रहएँ ।
\v 2 काहेकी बे कही रहएँ, “तिवहरके समयमे ना, नत् आदमीनके बीचमे हुलदङगा मचइगो ।"
\v 3 जब येशू बेथानियामे सिमोन कोढ रोग लागो आदमीके घरमे खान बैठो बेरा एक बईयर बेढम महेंगो कोरो महकुवा तेल सिङ्गमरमरको शीशीम लैके आई और बा शीशी कि कुप्पी खोलके बा महकुवा तेल बाके मुणमे अखनाए दई ।
\v 4 तव कोई कोई दिक्काएके आपसमे कहन लगे, “जा महकुवा तेल काहे अईसे नुक्सान करत हओ ?
\v 5 काहेकी जा महकुवा तेल तीन सय चाँदीके सिक्कासे जद्धामे बेचके गरीबनके बा पैसा दए दित्ते ।” और बे बा बईयरके झपाड़ी ।
\v 6 पर येशू उनसे कही,“छोडदेओ, काहे तुम जाके सतात् हओ ? जा मिर ताहीं अच्छो काम करीहए ।
\v 7 काहेकी गरीब त तुमर सँग सबदिन हुइहएँ, और इच्छा लागो जौन समयमे फिर तुम उनके भलाई करसकत् हओ । और मए त सबदिन तुमरे सँग ना हुईहऔं ।
\v 8 जा बईयर जो करपाई बहेकरी हए । जा मिर शरीरके दफनके ताहीं अभिषेक करीहए ।
\v 9 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हऔं, सारा संसार भर जहाँ-जहाँ सुसमाचार प्रचार करो जयहए, हुवाँ जा बईयरको करो भओ काम बाके सम्झनाके ताहीं बताओ जयहए ।”
\v 10 तव बाह्र चेलन मैसे एक जनी यहूदा इस्करियोत येशूके बिनके हात पकड़ानके ताहीं मुखिया पुजारी ठिन गओ ।
\v 11 मुखिया पुजारी जा सुनके खुशी भए, और बाके पैसा देहएँ करके वाचा करीं । और बाके कैसे पकणएँ करके बा अच्छो मौका ढुड़न लागो ।
\v 12 अखमिरी रोटीको तेवहरको पहिलो दिनमे जब बे निस्तार-तेवहरमे थुमाको बलिदान चढात रहएँ, बाके चेला बासे पुछीं, “तुमर इच्छा का हए ? हम कहाँ जाएके तुमर ताहिं निस्तार-तेवहरको भोज तयार करएँ ?
\v 13 और बा अपन चेला मैसे दुई जनीके अईसे करके पठाई, “सहेरमे जाओ, और घल्ला मे पानी लैजात एक आदमी तुमके मिलेहए और बाके पिच्छु जईयो ।
\v 14 बा आदमी जौन घर भितर घुसेहए बाके मालिकसे कहिओ, “गुरुजी कहात हए, मिर चेलनके निस्तारको तेवहरको हटकना खान बारो पाहुनाको कोनो कहाँ हए ?
\v 15 और बा उनके सजो सजाओ तयार करो भओ उपरको छतको एक कोनो दिखाबईगो, और हुवएँ तुम हमर ताहीं खानु तयार करिओ ।
\v 16 चेला निकरे और सहेरघेन लागे । बे बाको उनसे कही अनुसार पाईं, और बे निस्तार तेवहरक तयार करीं ।
\v 17 जब सँझा भव बा बाह्रओ जनी सँग आओ ।
\v 18 जब बे टेबुलमे अडेस लगाएके खात रहएँ, येशू उनसे कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत हऔं, मिरसंग खान बारेन मैसे एक जनी मोके धोखा देबईगो ।
\v 19 बे सबय बहुत निराश हुईगए, और बे एक-एक जनी बासे पुछीं, “का महीं त न हऔं ?"
\v 20 येशू जवाफ दई और बिनसे कही, “जे बाह्र जनी मैसे एक हए, जौन मिर संग अभे कटोरामे रोटी बोर रहो हए ।
\v 21 काहेकी आदमीको लउँड़ा धर्मशास्‍त्रमे बाके बारेमे लिखो अनुसार जाबईगो । पर धिक्कार ! जौनके द्वारा आदमीको लउँड़ाके धोखा दओ जयहए । बाके ताहीं बा न जलमतो त अच्छो हुइतो ।”
\v 22 बे खातपेती येशू रोटी लईके आशीर्वाद दई, और तोडी । बा जा बिनके दई और कही, '' जा लेओ । जा मिर शरीर हए ।"
\v 23 बा कटोरा लैके धन्यवाद दईके बिनके पिन दई और बे सबय बा मैसे पिईं ।
\v 24 और बा बिनसे कही, ''जा नयाँ करारको मेरो खुन हए, जा खुन गजबन के ताहीं बहाव गओ हए ।
\v 25 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हऔं, जा अँगुरको फरासे तबतक न पिहऔं, जबतक मय परमेश्‍वरको राजमे जाके नयाँ करके न पिहऔं ।”
\v 26 जब बे एक भजन गाए डारी रहएँ, तव बे जैतुन डाँगामे गए ।
\v 27 येशू उनसे कही, “तुम सबय मिर कारनसे पिच्छु हटईगे, काहेकी अईसो लिखो हए, 'मए गयाँरोके मारङ्गो और भेडा तितर बितर हुइ जएहएँ ।'
\v 28 पर मए जिन्दा हुईके उठके मय तुमसे अग्गु गालीलमे जामङ्गो ।
\v 29 पत्रुस बासे कही, “सबय जनी पिच्छु हटे से फिर पर मए पिच्छु न हटङ्गो ।”
\v 30 तव येशू बासे कही, नेहत्य मए तुमसे कहत हऔं ,आजए रातके मुर्गा दुई चोटी बास्‍नेस अग्गु तय तीन चोटी मोके इन्कार करईगो ।
\v 31 पर पत्रुस कही, “ मोके तेरेसँग मरन पड़य तहुँ से फिर मए तुमके इन्कार न करङ्गो ।” और बे सबय अईसीए कहीं ।
\v 32 तव पिच्छु बा गेतसमनी नाउँ भओ ठाउँमे गओ, और येशू अपन चेलनसे कही, “मए प्रार्थना करन तक तुम हियाँ बैठीओ ।"
\v 33 बा पत्रुस, याकूब और यूहन्‍नाके संगमे लैगओ, और बा बहुत घबड़ान और उदास होन लागो ।
\v 34 बा उनसे कही, “मेरो आत्मा मरनजैसो शोकसे ब्याकुल हुइगओ हए । तुम हियाँ बईठओ और जगे रहबओ ।”
\v 35 येशू थुर दुर जाएके बा भिमे घुप्‍टियाए गओ और प्रार्थना करी, कि हुई सक्तहए तव जा समय बासे हट्के चलो जाबए ।
\v 36 और बा उन्से कही, “हे अब्बा, पिता, तुमरे ताहीं सब बात सम्भव हए । जा कटोरा मोसे हटाएदेओ । तहुँ फिर मिर इच्छा अनुसार नाय, पर तुमर इच्छा पुरा होबए ।”
\v 37 बा लौटके अओ और बिनके सोत पाई और बा पत्रुससे कही, "सिमोन, का तए मस्त सोन डटो हए ? का एक घण्टा फिर जगो न बईठ पाओ ?
\v 38 जगे रहओ, और परीक्षामे मत पड़ओ कहिके प्रार्थना करओ । वास्तवमे आत्मा ता तयार हए, पर शरीर कमजोर हए ।
\v 39 बा फिर गओ और प्रार्थना करी और बा बेही वचनके प्रयोग करी ।
\v 40 फिर बा आओ और उनके सोतय पाई, काहेकी उनकी आँखी नींदसे बहुत घुँघरियाए गइरहएँ, और बाके का जवाफ देमएँ काहेके बे न जानी ।
\v 41 बा तीन चोटी आओ, और उनसे कही, “का तुम अभउ सोन डटे हओ और आराम करन डटे हओ ? हुइगओ, बेरा आइगओ हए । देखओ ! आदमीको लउँड़ा पापिनके हातमे सौंपो जान लागो हए ।
\v 42 उठओ, चलएँ । देखओ, मोके धोका देन बारो ढिंगई हए ।"
\v 43 येशू बोलतय रहए तव बाह्र जनी चेला मैसे एक जनी यहूदा अचानक हुवाँ देखाइ पड़ो और मुखिया पुजारी, शास्त्री और धर्म-गुरुनसे पठाए भए एक दल तलवार और लट्ठी लईके बाके सँग हुवाँ आए ।
\v 44 अब, बाके धोखा देन बारो उन्से अईसे करके एक सङ्केत दई रहए, “जौनके मए चुम्मा खएँ हऔं, बहे आदमी हए, बाके पकड़िओ और घेरके लाएजईओ ।"
\v 45 जब यहूदा आओ, तुरन्तय बा येशू ठिन आओ और कही, “रब्बी !”और बा बाके चुम्मा खाई ।
\v 46 तव बे येशूके पकड़ीं और गिरफ्तार करीं ।
\v 47 पर हुवाँ जौने ठाढे मैसे कोई एक तरवार निकारके प्रधान पुजारीको नोकरके चलाई और बाको कान च्वाट्ट से काट्दई ।
\v 48 येशू उनसे कही, “का तुम एक डाँकुके विरुद्धमे आए कता तलवार और भाला लईके मोके पकड़न आए हऔ ?
\v 49 जब मय हर दिन मन्दिरमे सिखात तुमरे संग रहऔं, तव तुम मोके गिरफ्तार न करे । पर धर्मशास्त्र पुरा होबए करके अइसो भओ ।" ।
\v 50 और येशूसंग भए सबय बाके छोड्के भाजे ।
\v 51 एक जनी जवान आदमी बाके पिच्छु गओ जौन अपन शरीरमे सूतीको लत्ता इकल्लो लगाय रहए जौनके बा अपन करेहओंमे लपेटे रहए, बे बा जवानके पक्डीं, पर
\v 52 बा सूतीको लत्ता हुवाएँ छोडी और नङ्गो भाजो ।
\v 53 तव बे येशूके प्रधान पुजारी ठिन लईगए, और हुवाँ बाकेसंग मुखिया पुजारी, धर्म-गुरु और शास्त्री इकट्ठा भए रहएँ ।
\v 54 अब पत्रुस दुरसे बाके प्रधान पुजारीको घरको आँगनतक पिछुवाई । बा सिपइएनसंग बईठो, जो आगी तापन डटे रहएँ ।
\v 55 अब, मुखिया पुजारी और सबय यहूदी महासभामे येशूके मारनके ताहिं बाके विरुद्धमे गवाही ढुड़न डटे रहएँ । पर बे कछु न पाइँ ।
\v 56 काहेकी बहुत बाके विरुद्धमे झुटी गवाही लाईं, पर बिनकी गवाही कोई मेल ना खाइँ ।
\v 57 कोई कोई खड़े भए और बाके विरुद्धमे झुटी गवाही लाईं, बे कहीं,
\v 58 जाके अईसे कहत हम सुने, 'हातसे बनाओ भओ जा मन्दिर मए उजाड़ङ्गो, और हात बिनाको बनाओ दुसरो मन्दिर तीन दिनमे मय बनामङ्गो ।"
\v 59 तव जामे फिर उनको गवाही एक मनको न रहए ।
\v 60 तव प्रधान पुजारी बीचमे ठाडके येशूसे पुँछी, “का तिर ठिन कुइ जवाफ न हए ? जे आदमी तिर विरुद्धमे गवाही दईं का हए ?"
\v 61 पर येशू चुप लगो, और कोई जवाफ ना दई । प्रधान पुजारी बासे फिर पुछीं और कही, “का तए परमधन्यको पुत्र ख्रीष्‍ट हए ?"
\v 62 येशू कही, “मए हऔं । और तुम आदमीके पुत्रके सर्वशक्तिमानको दहिना हातघेन बईठो और आकासमे बादरकेसंग आत देखईगे ।”
\v 63 तव प्रधान पुजारी अपन कुर्ता फारके कही, “का हमके और साँचीको जरुरत हए ?
\v 64 तुम ईश्‍वरनिन्दा ता सुनी डारे हओ । तुमर का विचार हए ?” और बे सबय मृत्युदण्डको योग्य होन जैसो दोष लगाइँ ।
\v 65 और कोई कोई बाके थुकन लागे, और बक मुहू तोपके बाके थप्पड मारके कहीं, "अगमवाणी बोल् !” तव पिच्छु पहारेदार बाके अपन जिम्मामे लईं, और बाके मारीं ।
\v 66 पत्रुस तरे आँगनमे रहए तव प्रधान पुजारीको नोकर्नी मैसे एक जनी बाके ठिन आई,
\v 67 और पत्रुसके आगी तापत् देख्के बाके निहारके देखी और कही, "तय फिर येशू नासरीसंग रहए ?"
\v 68 पर बा आइसे कहत् इन्कार करी, “तय का कहत हए मय ना सम्झत हऔं ना जान्त हऔं ।” बक पिच्छु बा आँगनमे गओ और मुर्गा बासी ।
\v 69 पर नोकरनी ऊनमैसे जो जौने ठाड़े रहएँ फिर कहन लागी, “जा आदमी फिर उन्मैसे एक जनी हए ।"
\v 70 तव पत्रुस फिर इन्कार करी । कुछ देरमे आसपास ठाड़े मैसे फिर पत्रुससे कहीं, “पक्कए, तय फिर उन्मैसे एक हए, काहेकी तय फिर गालीली हए ।”
\v 71 पर बा अपनएके सरापके और कसम खाएके कहन लागो, “जौनके बारेमे तुम कहत हओ, बा आदमिक बारेम मोके कुछ पता न हए ।"
\v 72 और तुरन्तय दुसरो चोटी मुर्गा बास्दई । बक पिच्छु पत्रुस येशू बासे कही भई वचन याद करीः दुई चोटी मुर्गा बासन से अग्गु तय मोके तीन चोटी इन्कार करईगो ।” और जा बात समझके बा धरधरहुँस रोई ।
\c 15
\cl अध्याय १५
\v 1 सुबेरे भओ खिनक मुखिया पुजारी, धर्म-गुरु, शास्त्री और जम्मए महासभाके आपसमे सल्लाह करके येशूके बाँधके लईगए, और पिलातस ठिन सौंप दईं ।
\v 2 पिलातस बासे पुँछी, “का तय यहूदीनको राजा हए ?” बा उनके जवाफ दई, “तुम्ही अईसे कहत हओ ।"
\v 3 मुखिया पुजारी येशूके विरुद्धमे बहुत बातकी दोष लगान डटे रहएँ ।
\v 4 पिलातस फिरके येशूसे पुँछी, “काहे तय जवाफ न देत हए ? देख, बे तिर विरुद्धमे कित्तो बातकी दोष लगान डटे हएँ ?"
\v 5 पर येशू पिलातसके कछु जवाफ न दई, और जौनके कारन बा अचम्मो पड़ो ।
\v 6 निस्तार-तेवहरके बेरा आदमीनको अनुरोध अनुसार एक जनी कैदीके पिलातस छोडत् रहए ।
\v 7 विद्रोहीके समयमे हत्या करन बारे विद्रोही जेलमे रहएँ । हुवाँ मैसे बारब्बा नाउँको एक जनी कैदमे रहए ।
\v 8 भीड़ पिलातस ठिन आएगई और बा पहिले जैसे करत रहए उइसिये विनके ताहीं करनके अनुरोध करन लागे ।
\v 9 पिलातस बिनके जवाफ दई और कही, “का मए तुमर ताहीं यहूदीनको राजाके छोड देमऔं करके तुम चाहत हऔ ?"
\v 10 काहेकी दिक्क के मारे से मुखिया पुजारी येशूके बिनके हातमे सौंपी हए कहिके बाके पता रहए ।
\v 11 पर मुखिया पुजारी भिडके बलुक बारब्बाके उनके ताहीं छोडदेबए कहिके चिल्लान उक्साइ रहए ।
\v 12 पिलातस फिर उनके जवाफ दई और कही, “तव यहूदीनके राजाके मय का करओं ?"
\v 13 बे फिर चिल्लाइँ, “बाके क्रुसमे टाँगओ ।”
\v 14 पिलातस उन्से कहि, “बा का अपराध करी हए तव ?” पर बे और जोड्से चिल्लाएके कहीं, “बाके क्रुसमे टाँगओ ।"
\v 15 पर पिलातस भीड़के सन्तुष्‍ट करन चाही । बहेमारे, बा उनके ताहीं बारब्बाके छोड्दई । बा येशूके कोर्रा लगाएके क्रुसमे टाँगनके ताहीं सौंपदई ।
\v 16 सिपईया बाके प्रेटोरियन (ब्यारेक भितरको ठाउँ) मे लईगए, और बे सिपाइनको जम्मए पल्टनके संगय इकट्ठा कराईं ।
\v 17 और बे येशूके बैजनी (सुरमाहों) रङको लत्ता पैंधाएदईं और बे काँटोको मुकुट बनाएके बाको मुँड़मे लगाए दईं ।
\v 18 बे "हे यहूदीनको राजा" कहिके बाके खिल्ली उडान लागे ।
\v 19 और बे बाके मुड़मे निगाली मारीं और थुँकी । बे सम्मानमे बाके अग्गु घुँटो टेकीं ।
\v 20 जब बे बाके खिल्ली उडाईं, बे बैजनी ( सुरमाहों ) रङको लत्ता खोलदईं, और बाको अपनो लत्ता लागएदईं और बाके क्रुसमे टाँगन बाहिर लईगए ।
\v 21 बे गाउँसे आत (अलेक्जेन्डर और रुफसको दउवा) कुरेनीको सिमोन नाउँ भओ एक डगरमे चलनबारोके सेवा करन दबाब दईं, बे बाके येशूको क्रुस ऊठाएके लैजान कर लगाइँ ।
\v 22 तव पिच्छु सिपईया येशूके गलगथा कहन बारो ठाउँमे ल्याइँ ( जौनको नाउँको अर्थ हएः "खोपडीको ठाउँ") ।
\v 23 और बे बाके सिर्का मिलो दाखमद्य पिन दईं, पर बा बाके न पिई ।
\v 24 बे बाके क्रुसमे टाँगी और हरेक सिपईया कौन्छो हिस्सा लेमऔं करके चिट्टा डारके बाके लत्ता आपसमे बाँटीं ।
\v 25 बे बाके क्रुसमे टाँगत् तिसरो पहर भओ रहए ।
\v 26 बे बाके विरुद्धमे अईसो दोष-पत्र लिखी रहएँ, "यहूदीनको राजा ।"
\v 27 बे बाके संग दुई जनी डाँकुके क्रुसमे टाँगींः एकके बाके दहिना घेन और दुसरोके बाके दिबरा घेन ।
\v 28 और "बा अपराधीन संग गिनो गओ" कहो भओ धर्मशास्त्रको वचन पुरो भओ ।
\v 29 हुँवासे जान बारे आदमी अपन मुँड़ हलातय बाको अपमान करीं, “आहा ! तय त मन्दिर उजाडके तीन दिन भितरय बनईया रहए त,
\v 30 अपनयक बचा और क्रुससे उतरके आएजा !"
\v 31 उइसी करके, मुखिया पुजारी फिर शास्त्रीनसे अईसो कहतय आपसमे बाको गिल्ला करीं, “जा औरनके त बचाई, पर अपनएके न बचाए पातहए ।
\v 32 जा इस्राएलको राजा ख्रीष्‍ट अब क्रुससे उतरके आबए, और हम देखके विश्‍वास कर सकएँ ।” और बाकेसंग क्रुसमे टँगे भए फिर बाको निन्दा करीं ।
\v 33 बाह्र बजेसे लईके तीन बजे तक पुरो संसारमे अन्धयारो छाए गओ ।
\v 34 तीन बजे घेन येशू जोडसे चिल्लाई, “इलोई, इलोई लामा सबखथनी ?” जाको अर्थ हए, “हे मेरो परमेश्‍वर, हे मेरो परमेश्‍वर तुम मोके काहे छोड्दए ?"
\v 35 हुवाँ आसपास ठाड़न बारे मैसे कोई कोई जा सुनके कहीं, “देखओ, बा एलिया के बुलात हए ।”
\v 36 और एक जनी दौड़के गओ, और एक सोकता के सिर्का (रसा) मे पुरा डुबाएके एक निगालीमे अइसे कहिके बाके पिन दईं, “बाके तरे उतारन एलिया आत हए कि देखएँ त ।"
\v 37 तव येशू गजब जोडसे चिल्लाई और प्राण छोड दई ।
\v 38 और मन्दिरको पर्दा ऊपर से लईके तरेतक दुई खण्डा हुइके फटिगओ ।
\v 39 येशू अइसो प्राण छोडी देखके बाके ठिन ठाड़ो भओ कप्तान कही, “नेहत्य, जा आदमी परमेश्‍वरको पुत्र रहए ।"
\v 40 हुँवा दुरसे देखनबारी बईयर फिर रहएँ । बिन मैसे मरियम मग्दलिनी, मरियम (छोटो याकूब और योसेफकी अईया), और सलोमी रहएँ ।
\v 41 बा गालीलमे होतपेति बे बाके पिच्छु चलत रहएँ, और बक सेवा सत्कार करत रहएँ । और येशूके संग यरुशलेममे आए भई बहुत बईयर फिर हुँवा रहएँ ।
\v 42 जब संझा हुईगओ, जा तयारी करनबारो दिन वा शवाथ-दिनको अग्गु को दिन होनके कारनसे
\v 43 अरिमाथियाको योसेफ हुँवा आओ । बा महासभाको आदरणीय आदमी रहए, जौन परमेश्‍वरको राजको इन्तजार करन डटो रहए । बा हिम्मतके साथ पिलातसठिन गओ, और येशूकी लहास मागीं ।
\v 44 येशू पहिलिये से मरिगओ रहए करके सुन्तय पिलातस अचम्मो मानी; और कप्तान के अपन ठिन बुलाएके बा मरिगओ रहए कि ना कहिके सोधपुँछ करी ।
\v 45 जब बा येशू मरीगओ रहए कहिके कप्तानसे पता पाएके पिच्छु पिलातस येशूको शरीर योसेफके लैजानके अनुमति दई ।
\v 46 और योसेफ मलमलको कपडा लाई रहए । बा बाके क्रुससे तरे उतारी; बाके मलमलको कपडासे लपेटी, और चट्टान काटके बनाओ भओ कब्रस्थानमे धरी । तव बा कब्रस्थानके गड्डाके मोखो (मोहट्) मे एक पथराके ढुरकाएके छोपी ।
\v 47 मरियम मग्दलिनी और योसेफकी अईया मरियम येशूके कहाँ गाडीं रहएँ कहिके देखत रहएँ ।
\c 16
\cl अध्याय १६
\v 1 जब शबाथ-दिन निप्ठो, मरियम मग्दलिनी और याकूबकी अईया मरियम और सलोमी महकन बारो मलम येशूके शरीरमे लगान ताहीं मोल लईं ।
\v 2 हप्ताको पहिलो दिनमे सुबेरे घामु निकरतय बे कब्रस्थानमे पुगिंगईं |
\v 3 और बे एक आपसमे कहीं, “हमर ताहीं कब्रस्थानको मोखो (मोहट्) को पथरा कौन हटाए देबाए ?"
\v 4 जब बे उपर देखीं और बे कब्रस्थानको को गड्डासे बा पथरा हटो देखीं, काहेकी बा पथरा बहुत भारी रहए ।
\v 5 और गड्डा भितर बे सेतो लत्ता लगाओ भओ एक जवान आदमीके दहिना घेन बैठो देखीं, और बे छक्क पड़गईं ।
\v 6 पर बा उन्से कही, “मत डराबओ ।" तुम नासरतको येशूके ढुड़त हओ जो क्रुसमे टँगो रहए । बा जिन्दा हुइके उठिगओ हए ! बा हियाँ न हए । बे बाके धरो भओ ठाउँ देखओ ।
\v 7 पर जाओ, पत्रुस और बाके चेलनके कहीदेओ, कि बा तुमसे पहिले गालीलमे जाए रहो हए । बा तुमसे कहो अनुसार तुम बाके हुवाँ देखईगे ।
\v 8 बे बाहिर निकरीं और कब्रस्थानसे दौड़के गईं; बे थरथरान डटिरहएँ और छक्क पड़िगईं । बे कोईके कछु फिर न कहीं, काहेकी बे डराईगई रहएँ ।
\v 9 हप्ताको शुरु दिनके सुबेरे, बा जिन्दा हुइके पिच्छु बा मरियम मग्दलिनी ठिन दिखानो जौन मैसे येशू सात भूत निकारी रहए ।
\v 10 मरियम गई और बाकेसंग होनबारेनके सबयके बताई । बा समय बे बिल्काए बिल्काए रोत रहएँ ।
\v 11 पर जब येशू जिन्दा हुइगओ हए और मरियमके ठिन दिखानो कहिके जा बात बे सुनी, तव बे विस्वास न करीं ।
\v 12 तव पिच्छु येशू दुई जनी चेलासंगय गाउँ घेन जातयपेती दिखाई पडो ।
\v 13 तव बे लौटके जाएके और चेलनके बताईं । पर बे उनके उपर बिश्‍वास न करीं ।
\v 14 पिच्छु येशू एघार चेलन ठिन बिनके खानुखान बेरा बैठो देखानो । और बा उनको अविश्‍वास और कठोर हृदयके कारन उनके डाँटी, काहेकी बा मरके जिन्दा हुइके उठीगओ हए करके बाके देखन बारेनके बातमे बे विश्‍वास न करी रहएँ ।
\v 15 और बा उनसे कही, “सबय संसारमे जाओ, और सबय सृष्‍टिके सुसमाचार प्रचार करओ ।
\v 16 जौन विश्‍वास कर हए और बप्तिस्मा लेहए बा बचाओ जयहए और जौन विश्‍वास न करहए बा दोषी ठहरईगो ।
\v 17 जौन विश्‍वास करत हए बिनकेसंग जे चिन्ह हुईहएँः बे मिर नाउँमे भूतनके भजामङ्गे । बे नयाँ भाषामे बोलङ्गे ।
\v 18 बे अपन हातमे साँप पकड़ङ्गे और यदि बे कुई बिषालु चिज पिहएँ फिर जासे बिनके कोई नोक्सानी न करेहए । बे बेमारिनके उपर हात धरङ्गे और बे अच्छे हुईजय हएँ ।
\v 19 प्रभु येशू उनसे मसक्के पिच्छु बा स्वर्गमे चलोगओ और परमेश्‍वरको दहिना हातघेन बईठगओ ।
\v 20 चेला गए, और सबयघेन प्रचार करीं और प्रभु उनके संगमे काम करत रहो, और उनकेसंग भओ अचम्मोको चिन्हन से वचनके मज्बुत करत गओ ।

View File

@ -1,35 +0,0 @@
\id phm Regular
\ide usfm
\h Philemon
\toc1 Philemon
\toc2 Philemon
\toc3 phm
\mt Philemon
\c 1
फिलेमोनके पावलकी चिठ्ठी
अध्याय १
\v 1 1 ख्रीष्ट येशूको कैदी पावल और हमर भैया तिमोथी,
\v 2 2 हमर प्यारो सयोगी फिलोमन, हमरी बहिनिया अप्फिया और हमर संगी-निवासी अर्खिप्पस, और तुमरो घरके मण्डलीनके:
\v 3 3 तुमके अनुग्रह और हमर पिता परमेश्‍वर और प्रभु येशू ख्रीष्टसे शान्ति!
\v 4 मिर प्रार्थनामे जब मए तुमके समझना करत् हौँ, तव मए मिर परमेश्‍वारके सब समय धन्यबाद देतहौँ|
\v 5 काहेकी प्रभु येशू उपरको तुमरो विश्वासके बारेमे और सन्त घेन तुमरो प्रेमको बारेमे सुन्त हौँ।
\v 6 मए प्रार्थना करत् हौँ कि तुमरो विश्वासको कारनसे ख्रीष्टमे भए हमर सब असल बातको ज्ञानको बृध्दि कर पामए|
\v 7 मिर भैयओ, तुमरे प्रेमसे मए बहुत आनन्द और सान्‍ति पाओ हौ, काहेकी तुमसे सन्त- नके ह्रदय फिर ताजा भव हए।
\v 8 तुमके का करन पणेहए, सो करन आज्ञा देन ख्रीष्टमे मोके साहस भव ताहु फिर,
\v 9 राेमको ताहीँ मए तुमके बरु अनुरोध करन चाहत हौ: मए, बूढो पावल, और हबए ख्रीष्ट येशूको एक कैदी:
\v 10 मिर लौणा ओनेसिमसके ताहिँ मए निबेदन करत् हौँ, जौनके ताहिँ मिर कैदी अवस्थामे मए पिता बनो हौ।
\v 11 बे अग्गु तुमरे ताहिँ बेकामके रहए, पर हबए तुमरे ताहिँ और मिर ताहिँ फिर काम लागन बारो भव हए।
\v 12 मए बोके, जो मेरो अपने ह्रदयको टुक्रा हए, तुमरे ठिन घुमए देतहौ।
\v 13 बिनके मिर संग धरनके मए खुशी होतो, काहेकी सुसमाचारके ताहिँ मिर बन्दी अवस्थामे तुमरे बदलामे मेरो सेवा करन सिक्तो,
\v 14 पर तुमर अनुमति बिना मए कुछु नाए करन चाहत हौँ, ताकि तुमर भलाइ करकापसे करो नाए होबए, पर तुमर अपनि ईच्छासे होबए।
\v 15 शायद तुमसे कोइ समयके ताहिँ बिनसे अलग भव रहए, ताकि बे सबदिन तुमर संग वैठ पाबए-
\v 16 अब उइसो कमैया जैसो नैयाँ, पर कमैयासे जद्धा, प्यारो भैया जैसो, बिशेस करके मेरे ताहिँ, और जद्धा शरीरमे और प्रभुमे समेत, तुमरे ताहिँ।
\v 17 जहेमारे अगर तुम मोके अपन साझेदार सम्झतहौ करके मोके कता बिनके ग्रहण करओ।
\v 18 अगर बे तुमके कोइ फिर खराबी करेसे फिर, और कोइ चिजको ॠणी हए तव, सो मिर हिसाबमे धरदिओ।
\v 19 मए पावल, अपन हातसे जा लिखतहौँ। बो ॠण मए स्वयम् तिरदेहौ। तुमके कहान नाए पणैगो, कि अपन ताहिँ फिर तुम मिर ॠणी हौँ।
\v 20 प्यारो भैया तुमसे प्रभुमे कोइ फाइदा पाबए करके मए चाहतहौँ| ख्रीष्टमे मिर ह्रदय फिर ताजा बानए देओ।
\v 21 तुमर आज्ञापालनमे भरोसा धरके मए मगेसे जद्धा करेहौ करके मए तुमके लिखतहौँ।
\v 22 संगए मिर ताहिँ एक पाहुना-कोनो ठीक करि दिओ, काहेकी तुमरे प्रार्थनासे मए फिर तुमरे ठिन आन चाहतहौ करके आशा करत् हौँ।
\v 23 येशू ख्रीष्टमे मिर संगी-कैदी इपाफ्रास तुमके अभिबादन पठाई हए।
\v 24 उइसी करके सयोगी मर्कुस, अरिस्तार्खस, डेमास और लुका फिर
\v 25 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरे आत्मासंग रहबए।

View File

@ -1,121 +0,0 @@
\id php Regular
\ide usfm
\h Philippians
\toc1 Philippians
\toc2 Philippians
\toc3 php
\mt Philippians
\c 1
फिलिप्पिनके पावलको चिट्ठी
अध्याय १
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे फिलिप्पीमे भए बिशपनके और डिकनके सबाए सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह और शान्ति ।
\v 3 हर समय तुमके याद करत, मए मिर परमेश्‍वरके धन्यबाद देतहओ ।
\v 4 तुम सबके ताहिँ सबदिन मेरो हर प्रार्थनामे मए आनन्दसाथ प्रार्थना करत हओ ।,
\v 5 कि सुरुके दिनसे हबए तक सुसमाचारमे तुमर सहभागीताके ताहिँ मए धन्यबाद देत हओ ।
\v 6 मोके जा पक्को विश्‍वास हए, जौन तुमर मे अच्छो काम सुरुकरी हए, बा येशू ख्रीष्टके दिनमे लगातार पुरो करहए ।
\v 7 तुमर सबके ताहिँ मोके जा बिचार करन ठीक हए, काहेकी मए तुम सबके मिर ह्रदयमे धरत हओ । काहेकी मिर कैदमे और सुसमाचारको सुरक्षा और समर्थनको काम दोनोमे तुम मिर संग अनुग्रहमे सहभागी भए हओ ।
\v 8 काहेकी परमेश्‍वर मिर साक्षी हए, कि कैसे ख्रीष्ट येशूके प्रेमसे मए तुम सबके देखन ताहि मए कितनो प्यासे रहओ ।
\v 9 मिर प्रार्थना जहे हए कि ज्ञान और मिर सबए समझसे तुमरो प्रेम औरजाधा प्रशस्त होत जाबए ।
\v 10 मए जाके ताहि प्रार्थना करत हओ, ताकी जे अच्छो हए बा बात जाँचके छान सकौ । मए जाके ताहि प्रार्थना करत हौओ,ताकी तुम ख्रिष्टके दिनमे इमानदार और दोषी ना हुइके रहे सकओ ।
\v 11 परमेश्‍वरको महिमा और प्रशंसाके ताहिँ येशू ख्रीष्टसे आनबारो धार्मिकताके फलसे तुम भरपूर होबओ ।
\v 12 भैयाओ, तुमके जा पता होबए कहिके मए चाहतहौ, कि मिरमे भओ बातसे नेहत्य सुसमाचारके अग्गु बढानको काम भओ हए ।,
\v 13 काहेकि ख्रिष्टमे मिर कैदके बारेमे महल भितरके सब रक्षकसे लैके सबए आदमीके पता हए ।
\v 14 बहुत भैया मिर कैदके कारनसे प्रभुमे साहसी भओ हए, और परमेश्‍वरको वचन विनाडरसे बोलनके ताही गजब सहासी भए हैं ।
\v 15 कोइ-कोइ नेहत्य दिकसे और सेखीसे, पर और त सद्भावसे ख्रीष्टको प्रचार करत हँए ।
\v 16 सुसमाचारके सुरक्षाके ताहिं मए हिना पर हओ ,कहिके जानन् बारे जा काम प्रेमसे करत हए,
\v 17 पर शेखी करन बारे त मोके कैदमे कष्ट देनको बिचार करके, शुध्द मनसे ना, पर स्वार्थके भावनासे ख्रीष्टको प्रचार करत हैं ।
\v 18 चहुं जो होबए, खास बात जा हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौं ।
\v 19 हँ, मए खुशी होत हौं । काहेकी मए जानत हौं, कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके साहेतासे जा मेरो छुट्काराके ताहिँ होन आबैगो ।
\v 20 मिर बहुत इच्छा और आशा जहे हए, कि मए कदापि लज्जित ना हुइहौं, चाहूँ मृत्युसे होए, औ जीवन से ।
\v 21 काहेकी मिर् ताहीं जिनो ख्रीष्ट हए, और मरन फाइदा हए ।
\v 22 अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बा फलदाई मिहेनत होबैगो । तव फिर मोके का चुनन पणैगो, बा मए ना कहे सकतहौ ।
\v 23 मए त दुइधारमे पणोहौ । बल्की बिदा हुइके ख्रीष्टके संगमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत अच्छो हए ।
\v 24 पर शरीरमे रहन तुमरे ताही बहुत जरुरी हए ।
\v 25 जा बातमे पक्केसे जानत हौं , कि विश्‍वाससे तुमरो प्रगति और आनन्दके ताहिँ मए जिन‍दा रहमङ्गो और तुमर सबके संग बैठङ्गो ।,
\v 26 जा हिसाबसे कि मए फिर तुमरे ठिन आत मिर ताही ख्रीष्ट येशूमे गर्व करन बहुत कारन हए ।
\v 27 केवल तुमरो जीवनको चाल ख्रीष्टको सुसमाचारके योग्य होबए । मए आएके चाहु देखओ, चाहू ना आएके देखओ, मए तुमरे बारेमे जहे बात सुनन् चाहत हौ, कि तुम एकए आत्मामे पक्को बनके ठाणे रहबौ, और एकए मनके हुइके सुसमाचारको विश्‍वासके ताहिँ मिल्के मेहनत करहओ ।
\v 28 और विरोधीनसे कोइ बातमे ना डरत् हओ , बिनके ताहिँ जा नाश होनको लक्षण हए, पर तुमर ताहि जा मुक्तिको चिनह हए,और जा परमेश्‍वरके घेनसे हए । ।
\v 29 काहेकी ख्रीष्टके ताहिँ जा तुमके दओ गओ हए, कि तुम बाके उपर विश्‍वास करन इकल्लो ना, पर बाके खातिर दु:ख फिर भोगन पणैगो ।
\v 30 और बहे संघर्ष जो तुम मोएमे देखे और मिर संग हए, कहिके हभए सुन्तहौ, बहेमे तुम लागे हौ ।
\c 2
अध्याय २
\v 1 जहेमारे मए कहत हओ, अगर ख्रीष्टमे कोइ उत्साहित हए तव, प्रेमको कोइ प्रेरणा, पवित्र आत्माको कोइ संगति,और सहानुभुति हए ,
\v 2 तुम एकए मनके हुइक, एकए प्रेम धारण करके, पुरा सहमतसे एकए चित्तके हुइके मिर आनन्द पुरा करओ।
\v 3 स्वार्थ और अहंकारमे कुछु मत करओ, पर नम्रतामे एक दुसरेके अपनसे श्रेष्ठ मानओ।
\v 4 तुम सब अपन हित इकल्लो मत ढुणओ, पर और के हितके फिर देखओ।
\v 5 तुमरे मे अइसो मन होबए जो ख्रीष्ट येशूमे फिर रहए ।
\v 6 परमेश्‍वरके स्वरूपमे हुइके फिर बो परमेश्‍वरके बराबार होनबारी बातके एकए पकणे रहन बारो चीज जैसो ना मानी।
\v 7 पर अपनाएके रिताएके कमैयाको रुप धारण करके तथा मनुष्य हुइके जन्मो ।
\v 8 बा अपनएके नम्र बनाइँ , और मृत्यु तक आज्ञाकारी रहो।
\v 9 जहेमारे परमेश्‍वर बाके बहुत उपर करी, और बो नाउँ दै, जो हरेक नाउँसे उचो हए,
\v 10 कि स्वर्गमे, पृथ्बी उपर और पृथ्बी तरे भए सब प्राणी येशूके नाउँमे घुटो टेकन पणैगो,
\v 11 और हरेक जीबसे परमेश्‍वर पिताके महिमाके ताहिँ येशू ख्रीष्टके प्रभु करके स्वीकार करन पणैगो।
\v 12 जहेमारे मिर प्रियओ, जैसी तुम सबदिन आज्ञापालन करेहौ, मिर उस्थितिमे करो जैसो ना, पर अब और जद्धा मिर अनुपस्थितिमे डर और आज्ञासे तुम अपन मुक्तिको काम पुरा करन परिश्रम करओ।
\v 13 काहेकी तुम बाको असल अभिप्रायअनुसार इच्छा करन बारो और काम करन दोनाए बनाएके परमेश्‍वर तुमरमे काम करत हए।
\v 14 बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम करत जाओ,
\v 15 जेहे जैसो व्योहार करओ, ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्‍वर निर्दोष और इमानदार लौँड़ालौँड़ीया बन सकौ । अईसो व्यवहार करओ, ताकि तुम चलाँक और बारानेभए पुस्ताकेबिच जा संसारमे ज्योति जैसो चम्कन सिकओ ।
\v 16 जीवनको वचनके जोणसे पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम ना करत हओ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व करन सकओ ।
\v 17 अगर तुमरो विश्‍वासको बलिदान उपर अर्घ-बलिके रुपमे समर्पित होन पणेहए तहुफिर मए आनन्द मनहौँ, और तुमरे सबके संग मए रमातहौ ।
\v 18 आइसी करके तुमफिर आनन्दित होबओ और मिर संग आनन्दित होबओ ।
\v 19 मए तुमरे ठिन तिमोथीके जल्दी पठानके प्रभुमे आशा कर्तहौ, ताकि तुमरो सुसमाचार पाएके मए फिर खुसी हुइ सकओ ।
\v 20 बिनके जैसो सच्चो मनसे तुमर जैसो उत्सुक होनबारे आदमी मेरेसंग और कोइ ना हए ।
\v 21 येशू ख्रीष्टको बातको वास्ता ना करके, बे सब अपनी स्वार्थ ढुणतहँए ।
\v 22 पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौड़ा दौवाको सेवा करतहए, उइसी बा सुसमाचारको काममे सेवा करी ।
\v 23 जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बाके पठान आशा करत हओ ।
\v 24 और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा करेहौँ ।
\
\v 25 इपाफ्रोडिटस, जो मिर भैया सहकर्मी हए और संगी-सिपाही तथा तुमरो पठओ भओ दुत और मोके जरुरत पणोमे सेवा करन बारे, बिनके तुमरे ठिन पठान आवश्यक मानो हौँ, ।
\v 26 काहेकी बे तुमर सबके ताहिँ बहुत तृष्णा करतहए । बे बिमार भए खबर तुम पता पाएके बे व्याकुल भए हँए ।
\v 27 बे नेहत्य मरन अवस्थामे बिमारी रहए, पर परमेश्‍वर बिनके उपर दया दिखाई । बिनके उपर इकल्लो ना, पर मोके शोक उपर शोक ना थोपओ करके मिर उपर फिर दया करी ।
\v 28 जहेमारे मए बिनके पठान बहुत जद्धा उत्साहित हौँ, ताकि बिनके फिर देखके तुम रमाबैगे, और मिर चिन्ता फिर कम हुइहए ।
\v 29 जहेमारे बहुत जद्धा आनन्दसाथ प्रभुमे बिनके ग्रहण करओ, और अइसे आदमीके आदर करओ ।
\v 30 काहेकी मेरे घेनको तुमरो सेवा पुरा करनके ख्रीष्टको कामके ताहिँ बे मृत्युके मुहूमे पुगे रहए ।
\c 3
अध्याय ३
\v 1 अन्तमे भैयाओ, प्रभुमे आनन्दित होबऔ । तुमके जहे बात लिखिन मोके झन्झाट ना लगात हए, और बा तुमरे सुरक्षाके तांही हए ।
\v 2 कुत्तानसे होशियार बैठओ, खराब काम करनबारेनसे होशियार बैठओ । अंग-कटाई करनबारेनसे होशियार बैठओ ।
\v 3 काहेकी परमेश्‍वरके आत्मामे पुजनो और ख्रीष्ट येशूमे गर्व और शरीरमे भरोसा ना धरनबारे सच्चे खतना हमइ हंए ।
\v 4 अगर मए अपनएके त शरीरमे भरोसा करनको कारण हए । कोइ आदमीको शरीरमे भरोसाकरनको कारण हए कहिसे, मिर त और जद्धा कारण हए ।
\v 5 आठौ दिनमे मिर खतना भव हए । मए इस्राएल जातिको, बेन्यामीन कुलको हऔं, हिब्रूको फिर हिब्रू, व्यवस्थाके बारेमे हए कहेसे एक फरिसी,
\v 6 मए जोशमे मण्डलीके सताओ , धार्मिकताके बारेमे हए कहेसे व्यवस्था भओ धार्मिकता जैसो निष्खोट ठहिरे हऔ ।
\v 7 पर जित्तो बात मिर तांही लाभदायक रहए, बे त् मए ख्रीष्टके तांही बेकार सम्झो।
\v 8 नेहत्य,मिर प्रभु ख्रीष्ट येशूको ज्ञानको बाड़ो करण अब मए सबए बातके खराबी सम्झत हऔं । बाके ताहीँ मए सबए बात छोड़ो हऔं । मए जे बातके काम ना लगन बारे मनत हऔं ताकि मए ख्रीष्टके पाए सकऔं।
\v 9 और बामे खाड़ा हुइ सकऔं । मए व्यवास्थसे अपने पओ भओ धार्मीकता मोएँमे ना हए ।बरु ख्रीष्ट येशूमे विश्‍वाससे पाओ भओ धार्मीकता मिरसंग हए , जौन धार्मीकता विश्‍वासमे हुइके परमेश्‍वरसे मए पाओ हऔं ।
\v 10 मए बाके और बाको पुनरुत्थानको शक्ति जान सकऔं, और बाको मृत्युमे बाके जैसो हुइके बक दु:ख भोगमे सहभागी होन सिकओ।
\v 11 सम्भव हए कहेसे मरेसे मए पुनरुत्थान प्राप्त कर सिकओ ।
\v 12 मए जा सब अग्गुसे प्राप्त करडारो हऔ, औ मए अग्गुसे सिध्द हुइगव हऔ कहीके त ना, पर बे बातके पकणनके तांही मए अग्गु बढ़रहो हऔं, जौन बातके तांही ख्रीष्ट मोके पकणी !
\v 13 भैयारेओ , मए जा सब पकण डारो हऔं कहीके मए ना मानत हऔ, पर मए एक काम करत हऔं, कि पिछुक बात भुलके और अग्गुक बात घेन जोणसे लम्कत हऔं
\v 14 ख्रीष्ट येशूमे परमेश्‍वरको स्वर्गीय बुलाहटमे पान बारो पुरस्कारके तांही निशाना घेन मए जोणसे अग्गु बढत् हऔं ।
\v 15 हम परिपक्क होनबारे त सब अइसीए मनके होमए, और तुम कोइ बातमे औरए बिचारके हऔ कहीके परमेश्‍वर तुमके बा फिर प्रकट करदे हए ।
\v 16 केवल हम जो पाए हंए, बामे पक्को हुइके बैठंए ।
\v 17 भैया रेओ तुम मिर अनुसरण करन बारे होबओ हमरमे तुम देखो भओ नमुना जैसो जिनबारेके देखओ ।
\v 18 मए गजब चोटी बताए भए आदमीनके बारेमे फिर मए तुमके रोतए कहत हऔं कि बे ख्रीष्टको क्रुसको शत्रुनके जैसो जीवन बितात हँए |
\v 19 बिनास बिनको अन्त हए । काहेकी बिनको इश्‍वर पेट हए, और बे अपन सर्ममे गर्व करत हंए, और बिनको मन संसारीक बातमे लगो रहत हए ।
\v 20 पर हमर नागरिकता स्वर्गमे हए । बाहुनासे आन बारो मुक्तीदाता ,औ प्रभु येशु ख्रीष्टको हम प्रतीक्षा करत हंए ।
\v 21 बा जौन शक्तिसे सबए बातके बाको अधिनमे लाए सकत हए ,हमर कमजोर शरीरके अपनो महिमाको शरीर जैसो होनके तांही बदल देहए ।
\c 4
अध्याय ४
\v 1 जहेमारे मिर भैया, मए तुमके माया करत हऔं, और तुमके चँहत हऔं, तुम मिर आनन्द और मुकुट हऔ । मिर प्रिय, अइसी प्रभुमे स्थिर रहाबऔ ।
\v 2 मए इयोदिया और सुन्तुखेके प्रभुमे एक मनको होमए कहिके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हऔं।
\v 3 विश्‍वासी सहकर्मी, मए तुमके फिर अनुरोध करत हऔ, कि जे बैइयरनके मदत् कर, काहेकी जे मिर संगसंगए सुसमाचारको काममे क्लेमेन्ट और मिर बाँकी सहकर्मीनसंग परिश्रम करी हंए, जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे हए ।
\v 4 प्रभुमे रोज आनन्द करौ मए फिर कहात हऔ आनन्द करऔ ।
\v 5 तुमर सहनशीलता सब आदमीनके पता होबए । प्रभु जौने हए ।
\v 6 कोइ बात मे चिन्तित मत होबऔ, पर सबए बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवादके सँग तुमर बिन्ती परमेश्‍वरमे जाहेर होबए,
\v 7 और हमर सब समझसे जादा परमेश्‍वरकी शान्ति तुमर हृदयमे और तुमर मनके ख्रीष्ट येशूमे रक्षा करए।
\v 8 अन्तिममे भैयारेओ , जौन् बात सत्य हए, जौन् बात आदरणीय हए, जौन् बात न्यायसङ्गत हए, जौन् बात शुध्द हए, जौन् बात प्रेम-योग्य हए, जौन बात कृपामय हए, अगर कोइ श्रेष्ठता, प्रसंशाको योग्य कोइ हए कहेसे जे बातके विचार करओ ।
\v 9 तुम जौन बात मोसे सिखे, और ग्रहण करे और सुने और मोके देखे, बहे करऔ, और शान्तिको परमेश्‍वर तुमरसंग होबैगो ।
\v 10 मए प्रभुमे गजब आनन्दित हौँ, कि अब गजब दिनपिच्छु मिर घेन तुमर वास्ता फिर उल्ही गओ हए । तुम नेहत्य मिर ताहिँ चिन्तित रहओ, पर तुमके मौका ना मिलो ।
\v 11 मए हबए जरुरि पडो कहिके मए गुनासो ना करोहौँ, काहेकी जैसो परिस्थिति होएसे फिर मए बामे सन्तुष्ट रहान मए सिखो हौँ ।
\v 12 कैसे झुकन और कैसे बढन् मए जान्त हौँ । परिपूर्णतामे होए या भूकप्यासमे होए, प्रश्स्तामे होए या अभाबमे होए, सब गुप्तमे सन्तुष्ट रहन मए सिखो हौँ ।
\v 13 जुन मोके शक्ति देतहए, बामे मए सब बात करन् सकत हौँ ।
\v 14 ताहुँ फिर मिर कष्टमे तुम सहभागी भए, जा अच्छो करे ।
\v 15 तुम् फिलिप्पी अपने फिर जान्त हौँ, कि सुसमाचारके सुरुमे मए माकेडोनियासे बिदा होत, देन और लेन काममे, तुमर बाहेक कोइ मण्डलीको सहाभागी मिर् संग ना भओ रहए, ।
\v 16 काहेकी थेसलोनिकेमे फिर तुम मोके एक चोटीसे जद्धि मिर ताहिँ सहयोग पठाए ।
\v 17 मए भेटी ना ढुंडो हौ, पर मए त तुमरमे अइसो फलको आशा करत हौ, जो तुम्री हिसाबमे जम्मा होतजाए ।
\v 18 मए पानसे जद्धा पाओ हौँ । इपाफ्रोडीटससे पठाओ गव तुमर मिठो बास आओ, और परमेश्‍वरके मनपडन् बालो और ग्रहणयोग्य बलिदान पाएके मए पुरो भओ हौँ ।
\v 19 मिर परमेश्‍वर अपन महिमामे बाको सम्पति अनुसार तुमर सब खाँचो ख्रीष्ट येशूमे पूरा करदेबैगो ।
\v 20 अब हमर परमेश्‍वर और पिताके सदामान महिमा होबए । आमेन ।
\v 21 ख्रीष्ट येशूमे सब सन्तके अभिवादन देबओ । मिर संग होनबारे भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए ।
\v 22 सब सन्त और खास करके कैसरके घरानाके तुमके अभिवादन पठइँ हँए ।
\v 23 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर आत्मा संग होबए ।