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\id JHN
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\h यूहन्नासे लिखो भौ सुसमाचार
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\toc1 यूहन्नासे लिखो भौ सुसमाचार
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\toc2 यूहन्नासे लिखो भौ सुसमाचार
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\toc3 jhn
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\mt यूहन्नासे लिखो भौ सुसमाचार
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\cl अध्याय १
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\v 1 सुरुमे बचन रहए, बचन परमेश्वरसँग रहए, और बचनए परमेश्वर रहए |
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\v 2 बा सुरुवएसे परमेश्वरसंग रहए |
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\v 3 सब चिज बहेसे बनो, और बनो कोई चिज फिर बा बिना ना बनो ।
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\v 4 बामे जीवन रहए, और बो जीवन आदमीक ताँही ज्योति रहए |
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\v 5 ज्योति अँधीयारोमे चमकत हए, और अँधीयारो बाके ना जित पाई ।
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\v 6 परमेश्वरसे पठाओ एक आदमी रहए, जौनको नाउँ यूहन्ना रहए |
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\v 7 बासे सब विश्वास करएँ करके बा ज्योतिकी गवाही देनके ताँही साँची बनके अओ |
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\v 8 यूहन्ना अपनाए ज्योति ना रहए, पर बा ज्योति के गवाही देन अओ।
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\v 9 बा सबए आदमीनके ज्योति देनबारो और संसारमे आनबारो सच्चो ज्योति रहए ।
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\v 10 बा संसारमे रहए, और संसार बहेसे बनो, तहुँ संसार बाके ना पहिचान पाईं ।
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\v 11 बा अपन आदमी ठिन अओ, तहुँ अपने आदमी बाके ग्रहण ना करीं ।
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\v 12 तव जित्नो बाके ग्रहण करीं और बाको नाउँमे विश्वास करीं, बा उनके परमेश्वरको सन्तान होनके अधिकार दै ।
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\v 13 बे ना रगतसे, ना शरीरकी इच्छासे, और ना आदमीके इच्छासे, पर बे परमेश्वरसे जन्मे रहएँ ।
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\v 14 और वचन देहेधारी भव, और हमर बिचमे बास करी । हम पितासे आओ भव एकए पुत्र जैसो और अनुग्रह और सत्यसे पुरो महिमा देखे ।
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\v 15 यूहन्ना बाके बारेमे गवाही देत जोडसे कहि, “मोसे पिच्छु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकी बा मोसे अग्गुको हए जौनके बारेमे मए कहो, बा बहे मनै हए।”
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\v 16 काहेकी बाको पूर्णतासे हम सब अनुग्रह उपर अनुग्रह पाए हएँ ।
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\v 17 काहेकी व्यवस्था परमेश्वर मोशासे दई, अनुग्रह और सत्यता येशू ख्रिष्टसे आओ ।
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\v 18 कोई फिर परमेश्वरके कबहु ना देखि हएँ । पिताको छातीमे अडास लागन बारो एकए परमेश्वर बाके चिनाई हए ।
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\v 19 “यहूदी यरुशलेमसे पुजारी और लेवीके “तुम कौन हौ?” करके पुछ्न पठाईं, तव यूहन्नाकी गवाही जा हए ।"
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\v 20 “बा खुलके कही, और इन्कार ना करी, और “उत्तर दै “मए ख्रीष्ट न हौं ।"
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\v 21 “तव बे उनसे कही, “तव तुम कौन हऔ? का तुम एलिया हौ?” बा कही,"मए न हौं ।” बे कहि का तुम अगमवक्ता हौ?” बा कही, मए न हौं ।”
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\v 22 तव बे बिनके कही तुम कौन हऔ ताकि हमके पठान बारेके हम जबाफ दए पामए । तुम अपने वारेमे का कहत हौ?”
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\v 23 “बा कहि “मए उजाड-स्थानमे चिल्लान बारो एक आबाज हौ । “परमप्रभुके ताहीं डगर सुध करओ' जैसो यशैया अगमवक्ता कहि ।"
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\v 24 उनके पठाए भए फरिसीनसे रहएँ ।
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\v 25 “बे बासे पुँछी “और कहिं “तुम ना ख्रीष्ट, ना एलिया, ना अगमवक्ता हौ फिर तव, काहे बप्तिस्मा देतहौ?”
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\v 26 “और यूहन्ना उनके यईसी जबाफ दै, “मए पानीसे बप्तिस्मा देतहौं। तव तुमर बीचमे न चिनो कोई ठाडो हए, ।
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\v 27 मोसे पिच्छु आनबारो बहे हए । बाके जुताको तनी खोलन लायकको मए न हौं ।”
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\v 28 यर्दन नदीया पार बेथानियामे जा बात भव रहए, जहाँ यूहन्ना बप्तिस्मा देत रहए ।
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\v 29 दुसरे दिन यहून्ना येशूके अपन घैन आत देखि और कहि, “देखओ, संसारको पाप उठान बारो परमेश्वरको थुमा!
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\v 30 मोसे पिछु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकि बा मोसे अग्गुसे हए कहिके मए कहो बहे हए।'
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\v 31 मए अपनए बाके न चिनो, तव बा इस्राएलमे प्रघट होबए कहिके मए पानीसे बप्तिस्मा देत आओ ।”
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\v 32 यूहन्ना अइसे गवाही दै, “मए पवित्र आत्मा स्वर्गसे कबुतरके रुपमे उतरतै आत और बाके उपर बैठत देखो ।
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\v 33 मए बाके ना चिनो रहौं, पर पानीसे बप्तिस्मा देनके पठान बारो मोके कहि, तुम जौनके उपर पवित्र आत्मा उतरत आए और बाके उपर बैठत देखए हए, पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा देन बारो बहे हए ।”
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\v 34 मए देखो भव, और बहे परमेश्वरको पुत्र हए कहिके गवाही दओ हओं।"
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\v 35 फिर दुसरे दिन यूहन्ना आपनो दुई जनी चेलाके संग ठाडो रहए ।
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\v 36 बे येशूके बहे डगर हुईके जात देखीं और यूहन्ना कहि, “देखौ, परमेश्वरको मेम्ना!”
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\v 37 यूहन्ना अइसो कहात जे दुई चेला सुनी और बे येशूके पिच्छु लगगए ।
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\v 38 तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी, और बिनसे कही, “तुम का ढुड्त हऔ?” बे बासे कहीं, “रब्बी {जौनको अर्थ हए गुरुजी} तुम कहाँ रहत हऔ?”
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\v 39 बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे ।” तव बे आए, और बाको बैठन बारो ठाऊँ देखिं । बे बहे दिन बाके संग बैठे, काहेकी लगभग चार बजिगव रहए ।
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\v 40 यूहन्नाको कहो सुननबारे और येशूक पच्छु लागनबारे बे दुई जनी मैसे एक जनी सिमोन पत्रुसको भईया अन्द्रीयास रहए ।
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\v 41 अन्द्रीयास अपन भईया सिमोनके पाईके कहि “हम मसिहके (जौनको अर्थ हए, ख्रीष्ट) के पाएगयँ हएँ ।”
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\v 42 बा अपन भईयाके येशू ठिन लाई । और येशू बाके देखि और कहि, “तए यूहन्नाके लौंड़ा सिमोन हए, । तए केफास (जौनको अर्थ हए, पत्रुस) कहोजाइगो ।”
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\v 43 दुस्रो दिन येशू गालीलमे जान बा जगहके छोड्न चाँहत रहए । और फिलिपके पाएके येशू बासे कही, 'मिर पिच्छु लाग ।”
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\v 44 अन्द्रियास और पत्रुस कता फिलिप फिर बेथसेदा सहेरके रहएँ, ।
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\v 45 फिलिप नथानेलके पाएके कहि, “जौनके बारेमे मोशा व्यवस्थामे और अगमवक्ता फिर लिखिरहँए, योसेफको पुत्र नासरतको येशूके हम पाएगएँ हए ।”
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\v 46 नथानेल उनसे कहि, “का नासरतसे कछु अच्छी बात अए सकत हए?” फिलिप बासे कही,”आएके देखओ ।”
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\v 47 येशू नथानेलके अपने घेन आत देखि और बा उनके बारेमे कहि, “एक जनी पक्को इस्राएलीके देखओ, जोमे कोई झुठ ना हए।”
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\v 48 नथानेल पुँछी, “तुम मोके कैसे चिनलए?” येशू बाके जवाफ दैके कही, “फिलिप तोके बुलानसे अग्गु, गुलरको रुखा तरे मए तोके देखो रहौं ।”
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\v 49 नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ ।”
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\v 50 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके गुलरके रुखा तरे देखनके कारनसे का तुम मोके विश्वास करत हऔ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे ।”
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\v 51 येशू कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्वरके स्वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे ।”
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\c 2
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\cl अध्याय २
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\v 1 तिसरे दिन गालीलके काना नगरमे एक विहा रहए । येशूकी अइया हुवाँ रहए ।
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\v 2 येशू और बाके चेलनके फिर विहाको निउतो दै रहयँ ।
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\v 3 दाखमध खतम हुइगओ तव, येशूकी अइया बासे कही, “बिनके संग दाखमध ना हए ।”
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\v 4 येशू उनसे कही, “हे नारी, मोके का करन पडैगो बा मत कहाए । मिर बेरा ह्बाए ना आओ हए ।”
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\v 5 बाकि अइया चाकरन से कहि, “ऊनको कहो जैसो तुम करओ ।”
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\v 6 अब यहूदीनको शुद्धकरन होन बारो चालचलनके ताहिं हुवाँ लगभग: सौ लिटर अपानबारे छ्य मौना रहँए ।
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\v 7 “येशू उनसे कहि, ““मौनाके पानीसे भरओ ।” बे मौनाके मोहोणो तक पानी भरीं ।"
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\v 8 तव बा नोकरन से कही, “थोडी अखनाएके विहाको मुखियाके ठिन लइजाबओ ।” बे अइसिए करीं ।
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\v 9 विहाको मुखिया दाखमधसे बनो बा पानी चाखी, पर जा कहाँ से आओ हए सो बाके पता ना रहए, (पर पानी भरन बारो चाकरन के पता रहए)। तव विहाको मुखिया दुलहाके बुलाएके कही,
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\v 10 और बासे कही “सब आदमी अग्गु अच्छो दाखमध देतहँए और आदमी बहुत पिलेतहएँ पिच्छु कमसल दाखमध बांट्त हएँ, पर तय ता अच्छो दाखमध ह्बाए तक धरे हए ।”
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\v 11 येशूक चिनह मैसे जा पहिलो चिन्ह येशू गालीलके कानामे करी रहए। अइसे बा अपन महिमा प्रगट करी, और बक चेला बाके उपर विश्वास करीं ।
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\v 12 पिच्छु येशू अपन अइया, बाकी भैयन और चेलन संग कफर्नहुममे गओ, और कुछ दिन हुवाँ बैठो।
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\v 13 यहूदीनको निस्तार-चाड जौने रहए, और येशू यारुशलेममे गओ ।
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\v 14 बा मन्दिरमे बर्धा, भेडा और कबुतर बेचन बारे पाईगओ और रुपैया साटन बारे फिर बहे ठाउँमे बैठे रहएँ ।
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\v 15 जहेमारे बा रस्सीकी एक पैना बनाएके भेडा और बर्धा सहित बे सबके, मन्दिरसे बाहिर निकारके रप्टाई दैं, और बा पैसा साटन बारेन कि टेबुल पलट दै ।
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\v 16 कबुतर बेचन बारेनसे बा कही, “हियाँसे जे सब चिज लैजाओ । मिर पिताके घरके बजार मत बनाऔ ।
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\v 17 बाके चेलनके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद आई, “तुमर घरकी जोस मोके जलात हए।”
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\v 18 यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,” तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ?
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\v 19 येशू जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ, । और मए तीन दिनमे जाके ठडबाय देहौं ।”
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\v 20 तव यहूदी अधिकारी कहान लागे, “जा मन्दिर बनान् के छयालीस वरष लागो हए, और तुम जाके तीन दिनमे खडा करदे हऔ का?”
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\v 21 पर बा अपन शरीरकी मन्दिरके वारेमे बतात रहए ।
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\v 22 जब बा मरके जिन्दा भव, तव कि बा कही जा बात बाकी चेलनके याद भव और बे धर्मशास्त्र और येशूकी कहि भई बातके उपर विश्वास करीं ।
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\v 23 बा निस्तार- चाडकी बेरा यरुशलेममे रहए, बाके करेभए काम देखके बहुत जनी बाको नाउँमे विश्वास करीं ।
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\v 24 पर येशू बिनको भरोसा ना करी, काहेकी बा बिनके सबके चिनत रहए ।
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\v 25 काहेकी आदमीके बारे मे बाके कोईकि गवाहीकी जरुरत ना रहए । काहेकि आदमीकि हृदयमे का होथए, बा जान्त रहए ।
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\c 3
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\cl अध्याय ३
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\v 1 अब हुँवा निकोदेमस नाउँको एक आदमी रहए बा यहुदी महासभाको एक अगुवा रहए ।
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\v 2 जा आदमी रातके येशू ठिन आओ, और बासे कही, “गुरुजी, हम जान्त हँएं तुम परमेश्वर आए भए एक शिक्षक हौ, काहेकि परमेश्वर संगमे ना हुइहए तव तुमर करेभए जे चिन्ह कोई ना कर पएँ हँएं ।”
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\v 3 येशू बाके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ नयाँ हुइके ना जन्मैगो तव बा परमेश्वरको राज ना देख पएहएँ ।”
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\v 4 निकोदेमस बासे कही, “आदमी बुढो हुइ जएहए तव कैसे जलम हए? का बा अपन अइयाके गरभ मे दुसरे दाँव घुसके जलम ले हए का?”
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\v 5 येशू जवाफ दै,” नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ पानी और आत्मासे ना जलमेहए तव परमेश्वरके राजमे ना घुस पएहए ।
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\v 6 शरीरसे जन्मो शरीर हए, और पवित्र आत्मासे जन्मो आत्मा हए ।
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\v 7 मए तुमके तुम फिर जलमन पडैगो कहात हौँ अचम्मो मत मानौ।
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\v 8 हावा जितए चहात हए उतै बहत हए । तुम हावाकि अवाज त सुनत हौ, पर बा कहाँसे आत हए और कितए जात हए, सो ना जानत हौ । पवित्र आत्मासे जलमो सब उईसियए हुई हँए ।”
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\v 9 निकोदेमस जवाफ दै, और बासे कही, “जा बात कैसे हुइ पएहए?”
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\v 10 येशू बाके जबाफ दैके कही, “का तय इस्राएलको गुरु हए तहुँ फिर जे बात ना समझत हय?
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\v 11 नेहत्य, मए तोसे कहात हौं, हम जो जानत हँए बहे कहात हँए, और हम जो देखे हँए, बहेकी गवाही देत हँए, पर तुम हमर गवाही स्वीकार ना करत हौ ।
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\v 12 मए तुमसे पृथ्वीको बात कहो, तहुँ फिर तुम विश्वास ना करे, तव तुमके स्वर्गकि बात बतए हौँ तव कैसे विश्वास कर हौ?
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\v 13 स्वर्गसे उतरके आन वालो आदमीको पुत्र बाहेक कोई फिर स्वर्गमे ना गव हए।
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\v 14 जैसी मोशा उजाड – ठाउँमे साँपके उठाई, उईसी आदमीको पुत्र उपर उठओ जयहए,
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\v 15 और जौन बाके उपर विश्वास करहँए, सब अनन्त जीवन पाएँ हँए ।
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\v 16 “काहेकी परमेश्वर संसारसे अईसो प्रेम करी, कि बा अपन एकलौटा पुत्र दै, ताकि बाके उपर विश्वास करनवारे कोइ फिर नाश ना होबए, पर बा अनन्त जीवन पाबए ।
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\v 17 काहेकी परमेश्वर संसारके दण्ड देन नाए, पर संसारके बचान ताँही आपनो पुत्र दै ।
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\v 18 जौन बाके उपर विश्वास करहए, बा दोषी ना ठहरैगो, पर बामे विश्वास ना करन बारो अगुसे दोषी ठहिरगौ हए, काहेकि बा परमेश्वरको एकलौटा पुत्रके नाउँमे विश्वास ना करी हए ।
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\v 19 फैसलाको कारन जहे हए: ज्योति संसारमे आओ हए, और आदमी ज्योतिसे जद्धा अन्धियारोके मन पडाइँ, काहेकी बिनकी काम खराब रहए ।
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\v 20 काहेकी खराब काम करन बारो सब ज्योतिके नफरत करत हँएं । और ज्योतिमे ना आत हय, ताकि बाके काम प्रकट ना होबए ।
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\v 21 सत्यसे जिन बारो आदमी ज्योतिमे आतहए, और परमेश्वरमे करी भई बाको काम प्रकट होबए ।
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\p
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\v 22 तओ पिछु येशू और बाके चेला यहूदीयामे गए, और हुवाँ बा बिनके संग कुछ दिन बैठी, और बप्तिस्मा दै ।
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\p
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\v 23 यूहन्ना फिर सालीमके जौने एनोनमे बप्तिस्मा देत रहए, काहेकी हुवाँ बहुत पानी रहए । हुवाँ आदमी बाके ठिन आत रहँएं और बे बप्तिस्मा लेत रहँएं ।
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\v 24 काहेकि यूहन्ना बा बेरा जेलमे ना पडो रहए ।
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\v 25 हुँवा यूहन्नाके कुछ चेला और एक जनी यहूदीबिच सुध्दीकरणके वारेमे बिबाद हुइगओ ।
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\v 26 यूहन्नाके ठिन आएके बे बासे कहीँ, “गुरुजी, यर्दन नदीयाकि बा पार जो तुमरसंग रहए, जौनके वारेमे तुम गवाही दए रहौ, देखओ, बा बप्तिस्मा दएरहो हए, और सब बाके ठिन जाएरहे हँए ।”
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\v 27 यूहन्ना जबाफ दै, “आदमीके स्वर्गसे ना देन तक बा कोई चिज कर ना पएहए ।
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\v 28 मए ख्रीष्ट न हौं, पर मए बासे अग्गु पठाओ भव हौं' करके मिर गवाही तुम अपनए देत हौ ।
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\v 29 दुलहीन त दुलहाकि हए, । दुलहाके ठिन जो ठाणो होत हए, और बाको अवाज सुनन बारो सँगी दुलहाको आवाज सुनके गजब खुशी होत हए । तव मिर आनन्द अब पुरा होबैगो ।
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\v 30 बा बढैगो, और मोके घटन पड्हए ।
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\v 31 “उपरसे आन बारो सबसे उँचो हए । पृथ्वीसे होन बारो पृथ्वीको हए, और पृथ्वीकी बात बोल्त हए । स्वर्गसे आन बारो बा सबसे उँचो हए ।"
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\v 32 बा जो देखत और सुनत हए, बाकी गवाही बा देत हए, पर बाकी गवाही कोई ग्रहण ना करत् हँए ।
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\v 33 जौन बाकि गवाही ग्रहण करी हए, परमेश्वर सत्य हए कहिके प्रमाण देत हए ।
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\v 34 काहेकी जौनके परमेश्वर पठात् हए, बा परमेश्वरको वाणी बोल्त हए, काहेकी परमेश्वर बिना नाप पवित्र आत्मा दै हए ।
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\v 35 पिता पुत्रके प्रेम करत हए, और सब चिज बाके हातमे दै हए ।
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\v 36 जौन पुत्रके उपर विश्वास करहए, बाके संग अनन्त जीवन हए । जौन पुत्रको आज्ञापालन ना करहए, बा जीवन ना देखैगो, और परमेश्वरको क्रोध बाके उपर पड्हए ।
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\c 4
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\cl अध्याय ४
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\p
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\v 1 यूहन्नासे येशू बहुत चेला बनात हए और बप्तिस्मा फिर देन डटो हए कहिके फरिसी लोग सुनी हँए कहिके पता पाई ।
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\v 2 { वास्तबमे येशू अपनाए बप्तिस्मा न देत रहए, पर बाके चेला फिर बप्तिस्मा देत रहएँ }
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\v 3 बा यहूदिया छोड्के फिर गालीलमे लौट गओ।
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\v 4 पर बाके सामरिया हुइके जानके जरुरी रहए ।
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\v 5 और बा याकूब अपन लौड़ा योसेफके दइ भई जमिनको कछु हिस्सा जौने भौ सामरियाको सुखार कहाँन बारो सहेरमे आए पुगो ।
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\v 6 हुवाँ याकूबकी कुइयाँ रहए । येशू अपनी यात्रासे थक्गौ और कुइयाँ ठिन वैठो रहए । और दुपाहर भव रहए ।
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\v 7 एक सामरी बैयर पानी भरन हुवाँ आई । और येशू बासे कही, “मोके पानी पिन दे ।”
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\v 8 बाके चेला सहेरमे खान बारी चिज किनन गए रहँए ।
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\v 9 जाकेपिच्छु सामरी बैयर बासे कही, “तुम यहूदी हुइके फिर मए एक सामरी बैयरकि हातसे कैसे पिन बारो चिज मागत हऔ?” {यहूदी सामरी संग कुछु सम्बन्ध ना करत हएँ ।}
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\v 10 येशू बासे कही, “तय परमेश्वर को वरदान चिन्तो और तोसे पानी मागन बारो आदमीके चिन्तो तओ तए बासे माँगतो, और बा तोके जिन्दा पानी दित्तो ।”
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\v 11 बैयर बासे कही, “महाराज, तुमर संग निकारन बारो भाँडा न हय और कुइयाँ फिर गहिरी हए । तव तुम कहाँसे बा जिन्दा पानी लए हऔ?
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\v 12 का तुम हमर पुर्खा याकूबसे बडे हऔ? बा हमरे तांहि जा कुइयाँ बनाए दै, और बा अपना फिर पानी पिई और बाकी सन्तान और उनके गोइडंगर जहे कुइयाँके पानी पिई ।”
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\v 13 येशू बाके जवाफ दै, और कही, “जा पानी पिन बारेनके फिर्के प्यास लगहए,
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\v 14 पर जौन-जौन मिर दओ पानी पिहए बा कबही प्यासो ना हुइहए । जौन पानी मए बाके दए हऔ, बा बाँकी अनन्त जीवनके ताँहीं निकरन बारो पानीको मूल बनजए हए!”
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\v 15 “बैयर बासे कही, “हजुर, मोके बहे पानी देबओ, और मए प्यासो नाहोमौ, और हियाँ पानी भरनके आन ना पडए ।“
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\v 16 येशू बासे कही, “जा तए अपन लोगाके बोलएके लिआ ।”
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\v 17 बैयर बासे कही, “मिर लोगाए ना हए ।” येशू बासे कही, तिर लोगा ना हए करके तए ठिकए काहत हए,
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\v 18 काहेकि तिर पाँच जनै लोगा हुइडारी हँएं, और जौन हबए तिर संग हए, बा तिर लोगा ना हए । जा तए ठीकए बताओ हए ।”
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\v 19 बैयर बासे कही, “हजुर, तुम अगमवक्ता हौ कहिके मए देखत हऔ ।
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\v 20 हमर पुर्खा जा डँगामे आराधना करत रहए, पर आदमीकी आराधना करन वालो ठाउँ यरुशलेम हए कहीके तुम काहत हऔ ।”
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\v 21 येशू बासे कही, “ए बैयर, मोके बिश्वास कर, बा बेरा आएरहो हए, तुम पिताके ना जा डँगामे ना यरुशलेममे आराधना करहौ ।
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\v 22 तुम जो ना जान्त हौ सो आराधना कर्त हौ । हम जो जानत हँएं बहेको आराधना कर्त हँएं, काहेकी उद्धार त यहूदीनसे आत हए ।
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\v 23 अव बेरा आए रहो हए, और बा बेरा हबै हए, जव सँच्चो आराधक पिताके आत्मा और सत्यतासे आराधना करहैँ । काहेकी अईसी आराधना करन बारो आराधकके पिता ढुँडत हए ।
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\v 24 परमेश्वर आत्मा हए और बक आराधना करन बारो आदमी बाकी आत्मा और सत्यतामे आराधना करन पडत हए ।”
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\v 25 बैयर बासे कही, “मए जानत हौँ, कि मसीह अबैगो {जोसे ख्रीष्ट कहात हए}, और जब बा अबैगो, तव बा हमके सब बात बताए देहए ।”
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\v 26 येशू बासे कही, “तुमसे मस्कन बारो, मए बहे हऔ ।”
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\v 27 “उतिए खिन बाके चेला आएगए, और बा एक बैयरसे बात करत देखके, बे छक्क पडीँ “और तुम का चाहत हऔ?” अथवा “तुम बा बैयरसे काहे बातचित करत हौ?’’ कहिके कोई ना कहीँ ।
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\v 28 तव बा बैयर अपन घल्ला छोडके सहर घेन गई, और आदमीनसे कही,
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\v 29 “आओ मिर करे भए सबए काम मोके बताए देन बारो आदमीक देखओ, । कहु बा ख्रीष्ट ता ना हाए?”
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\v 30 तव बे सहरसे बाके ठिन आए ।
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\v 31 बहे बेरा चेला बासे अईसे बिन्ती करत रहए “रब्बी, खाए लेओ् ।
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\v 32 पर बा उन्से कही, “मिर झौन खानबारो चिज हए, जो तुम ना जानत हओ ।”
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\v 33 तभै चेला एक आपसमे कहिं, “का कोई बाके ताहिं खानु नालाई हय, लायी है र?”
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\v 34 येशू बिनसे कही, “जो मोके पठाइ हए, बहएको ईच्छा और बहएको काम पुरा कर्नोही मिर खानु हए ।
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\v 35 अभए फिर चार महिना हए और बाकेबाद कटनी करनकी समय अए हए कहिके का तुम ना काहत हओ? मए तुनसे काहि रहो हओ, खेतके देखओ, काहेकि कटनीके ताही बे अगुए पकगय हय।
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\v 36 जौन कटनी कर्थए बहय मजदुरि पाथए, और अनन्त जीवनके ताहिं फल बटुल्थए, ताकी बोन बारे और कटनी करन बारे एक संग रमए सकए।
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\v 37 काहेकी 'एक जनै बोबैगो, और दुसरो कट्नी करैगो,' कहिके वचन जहेमे सच्चो हए ।
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\v 38 मए तुमके हुँवाँ कटनी करन पठाओ, जहाँ तुम मेहेनत ना करेहओ । औरे आदमी मेहेनत करिहए, और बिनको मेहेनत को फल तुम पाए हौ ।"
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\v 39 'मए जो करो बा मोके सबए बात कहिदै हए" कहिके बा बैयर् कि गवाही के कारन बा नगर मैके सामरी मैसे गजब बाके उपर विश्वास करीं ।
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\v 40 जहेमारे जब् सामरी बाके ठिंन आए, तव बे बाके बिन्हिक संग बैठन बिन्ती करीं, और बा दुई दिन हुवाँ बैठो ।
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\v 41 और बाकी वचन के कारन और गजब बाके उपर विश्वास करीं ।
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\v 42 बे बा बैयर से कहीं, “अब तुमर कहि बात से हम विश्वास नाए करे, पर हम अपनए सुननके कारनसे नेहत्य बा संसारको मुक्तिदाता हए कहिके हम जाने हैं ।
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\v 43 दुई दिन पिछु हुवाँसे निकरके बा गालीलमे गओ ।
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\v 44 काहेकी { येशू अपनए गवाही दइ, कि अपने ठाऊमे कोई अगमवक्ताके आदर ना होत हए ।}
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\v 45 जब बा गालीलमे आओ, तव बा यरुशलेममे तेवहारको बेरा जो करी रहए, बे सब काम देखके गालिली बाके स्वागत करी, काहेकी बेहुं हुवाँ तेवहारमे आए रहएँ ।
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\v 46 तव पिछु बा फिर गालीलके काना नगरमे आओ, जहाँ बा पानीके दाखमध बनाई रहए । कफर्नहुममे एक जनै बडो अधिकारी रहए, बक लौड़ा बिमार रहए ।
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\v 47 येशू यहूदियासे गालीलमे आओ हए करके सुनके बा बाके ठिन गव, और मिर लौड़ाके आएके अच्छो करदे कहिके बिन्ती करी, काहेकी बाको लौड़ा मरनए लागो रहए ।
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\v 48 तव येशू उन्से कही, “तुम चिन्ह और अचम्मोक काम नदेखे तक कोई रितिसे विश्वास नाकरैगे ।”
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\v 49 बा बडो अधिकारी बासे कही, “हजुर, मिर लौड़ा मरनसे अग्गुयए आए देव ।”
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\v 50 येशू बासे कही, “जाओ, तुमर लौड़ा बचजाए हए ।” येशू बासे कही वचनमे बा आदमी विश्वास करि, और अपन डगर गओ ।
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\v 51 और बा जातए पेति बाको लौड़ा बचिगओ कहत बाके बतातए नोकर बासे भेट् करीं ।
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\v 52 कित्तो खिनसे बक अच्छो लागन लागो कहिके जब बा बिनसे पुछी तव बे कहिं, “कल दूपाहरसे एक बजे घेन जाडो बाके छोड दै ।”
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\v 53 येशू बासे “तुमर लौड़ा अच्छो हुइ जए हए” कही रहए बहय घडीसे अच्छो भव करके दौवा पता पाई । और बा औ बक सारा परिवार विश्वास करीं ।"
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\v 54 येशू यहूदियासे गालीलमे आएके बासे करो जा दुस्रो चिन्ह रहए ।
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\c 5
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\cl अध्याय ५
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\v 1 तव पिछु यहूदीनकी तेवहार रहए, और येशू यरुशलेम मे गओ रहए,
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\v 2 यरुशलेममे भेडा-फाटक जौने एक ताल रहए छानी सहिंतको पाँच बडेरी हए । जौनसे हिब्रू भाषामे बेथस्दा कहात् हँए ।
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\v 3 बा हुवाँ अनेक रोगी, और अन्धरा, लंगडा, पक्षाघाती हुवाँ पडे रहए । [बे पानी कित्तो बेरा छलके हए करके आसरा देखत रहएँ ।
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\v 4 काहेकी परमप्रभुक एक दुत समय समयमे जल कुण्डमे उतरके पानी हलाए देत रहए, और पानी छलको खिनक जो पहिले पानी भितर घुसत रहए, तव जैसो रोग होबए फिर, बा अच्छो हुइ जात रहए ।]
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\v 5 हुवाँ अठतीस वर्षसे बिमारी भाव एक आदमी रहए ।
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\v 6 जब येशू बाके हुवाँ लेटो देखि और लम्बो समयसे बा जा दसामे हए करके जानके येशू बासे कही, “का तए अच्छो होन चाहँत हए?”
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\v 7 बा बिमारी आद्मी बासे कही, हजुर, जौन बेरा पानी छलकत हए मोके जल कुण्डमे डारन बारो मिर कोइ ना हए, मए जातए जात मोसे अग्गु दुस्रो आदमी पानीमे घुसिजात हए ।
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\v 8 येशू बासे कही, “ठाड, और अपन बिछ्ना उठा, और नेग ।”
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\v 9 तुरन्तए बा आदमी अच्छो हुइ गओ, और अपनी बिछ्ना बोकके बा नेगन लागो । बा दिन शबाथ –दिन रहए ।
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\v 10 तव अच्छो भव आदमीसे यहूदी कहीं, “जा ता शबाथ - दिन हए, तोए बिछ्ना बोकन ठिक ना हए ।”
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\v 11 बा उनसे जबाफ दैके कही, “जौन मोके अच्छो करी बहे मोसे कही, 'अपन बिछ्ना बोकके नेग ।”
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\v 12 बे बासे पुछीँ, “तोसे बिछ्ना बोकके नेगन कहाँन बारो आदमी कौन हए?”
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\v 13 तव अच्छो भव आदमी बा कौन हए करके चिन ना पाई रहए, काहेकी बा ठाउँमे भिड रहए बहे मारे येशू हुवाँसे गओ रहए ।
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\v 14 तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भव हए । अब पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी ना आबए ।”
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\v 15 बाके अच्छो करन बारो त येशू हए कहिके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दै ।”
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\v 16 तहिमारे यहूदी येशूके खेदो करन लागे, काहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए ।
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\v 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।”
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\v 18 जहेमारे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार करन लागे, काहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्वरके पिता कही रहए ।
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\v 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौं, पुत्र अपनाए कछु करनाए पए हए, पर पिताके जो करत् देखेहए बहे करेहए, काहेकी पिता जो करेहए, पुत्र बहे करेहए ।
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\v 20 काहेकी पिता पुत्रके प्रेम करत् हए, और बा अपनो करी रहो सब काम पिताके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा पुत्र दिखए हए, और तुम अचम्मो मनेहौ ।
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\v 21 काहेकी जैसे पिता मरेनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी पुत्र फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए ।
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\v 22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम पुत्र के दै हए,
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\v 23 ताकि सब पुत्रके आदर करो, जैसे बे पुत्रके आदर करङ्गे । जौन पुत्रके आदर ना करहए ताओ बाके पठान बालो पिताके फिर आदर ना करैगो ।
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\v 24 “नेहत्य, मए तुमसे कहत हौ, जौन मिर बचन सुने हए और मोके पठान बारेके उपर विश्वस करेहए, बाके संग अनन्त जीवन हए। बा न्यायमे ना पडैगो, और मृत्यु से बा जीवनमे प्रवेश करए हए ।"
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\v 25 “नेहत्य, मए तुमसे कहत हौँ, बा बेरा आईगव हए, और बा बेरा हबै हए, जब मरे भए परमेश्वरको पुत्रको अबाज सुनेहए, और सुनन बारे बचङ्गे ।"
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\v 26 काहेकी जैसी पिता अपनए जीवन हए उईसी, बा पुत्रक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए ।
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\v 27 और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, कहेकी बा आदमीक पुत्र हए ।
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\v 28 जा बातमे अचम्मो मत मानओ, कहेकी बेरा आईगव हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनङ्गे,
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\v 29 और बे गड्डामैसे बाहेर निकर अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुकरम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए ।
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\v 30 “मए अपनाए कछु ना करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करङ्गो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, कहेकी मए अपन इच्छा नाए ढुड्त हौ, पर मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ ।"
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\v 31 “पर मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य ना हुइहए ।"
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\v 32 मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।
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\v 33 “तुम यूहन्ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही दैहए् ।"
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\v 34 मए ग्रहण करो गवाही आदमीक ना हए, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ ।
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\v 35 यूहन्ना पजरत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए ।
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\v 36 “पर मिर संग जो गवाही हए, बासे फिर बडि हए । कहेकी जौन काम पुरा करन पिता मोके दैहए, बा काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए कहेकी पिता मोके पठाई हए ।"
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\v 37 मोके पठान बारो पिता अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए । बा आबाज तुम कबहु नाए सुनेहौ, और बाको रुप कबहु नाए देखेहौ ।
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\v 38 बाको बचन तुमरमे ना रहत हए, काहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर विश्वास ना करत हौ ।
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\v 39 तुम धर्मशास्त्रमे ढुड्तहौ, कहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम कहतहौ । मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए,
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\v 40 तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार करत हौ ।
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\v 41 “मए आदमीसे महिमा ग्रहण नाए करङ्गो,"
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\v 42 पर परमेश्वरको प्रेम तुमरमे ना हए करके मए जानत हौ ।
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\v 43 मए अपने पिताके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण ना करत हौ । और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ ।
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\v 44 तुम कैसे विश्वस करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुड्त हौ, और बा सम्मान कि खोजी ना करतहौ, जो एकए परमेश्वरसे आतहए ।
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\v 45 “जा मत समझिओ कि मए पिताके अग्गु तुमके दोष लगएहौ । तुमके दोष लगान बारो त मोसा हए, जौनमे तुम अपन आशा धरेहौ ।"
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\v 46 कहेकी तुम मोशाके विश्वास करते, तव मोहूके तुम विश्वास करते, काहेकी बा मिर बारेमे लिखिरहए ।
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\v 47 पर तुम बाकी लिखि बातमे विश्वास ना करे तव, मिर बातमे कैसे विश्वास करेहौ?”
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\c 6
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\cl अध्याय ६
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\v 1 जे बातके पिछु येशू गालील, औ तिबेरियास समुन्द्रके बा पार गओ ।
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\v 2 और एक बहुत भारी भिड बाके पिछु लाग गई, काहेकी बा रोगीनके उपर करो चिन्ह बे देखत रहए ।
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\v 3 येशू डाँगामे गओ, और अपन चेलनके संग बैठो ।
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\v 4 यहूदीन को अथबा निस्तार तेउहर ढिंगै रहए ।
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\v 5 तव येशू अपन चारै घेन देखि एक बडो भिड अपने घेन आत देखके फिलिपसे कही, “यिनके खबानके ताहिँ हम कहाँ से रोटी किनए?”
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\v 6 बा उनके जाँच करन ताहिँ कहीरहए, कहेकी बा जो करन लागो रहए, सो बाके पता रहए ।
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\v 7 फिलिप बाके जवाफ दै, “प्रत्येक थोडी थोडी पैहए ताहुफिर दुई सौ चाँदीके डलरको रोटीसे ना पुगए हए ।'
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\v 8 बक चेला मैसे एक जनै सिमोन पत्रुसको भैयाँ अन्द्रियास कही,
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\v 9 हियाँ एक लौड़ा हए, बक संग जौकी पाँच रोटी और दुई मछ्री हँए । पर उतकसे इतोन के का पुगेहए?”
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\v 10 येशू कही, “आदमीके बैठन लगओ ।” हुवाँ बहुत घाँस भव बाँगर रहए । तव फिर पाँच हजार लोग हुँवा बैठे
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\v 11 तव येशू रोटी लै, और परमेश्वरके धन्यबाद चढएके पिछु बैठन बारेके बाँट्दै । और फिर मछ्री बे इच्छा भरके खाइँ ।
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\v 12 जब आदमी पेटभरके खाइँ, बा अपन चेलन से कही, “उब्रेभए खुद्रा बटोरओ, और कोई खराब नाए होबए ।”
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\v 13 उब्रेभए जौके पाँच रोटीके खुद्रा बे बटोरके बाहृ डलैया भरिगए ।
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\v 14 बहेमारे बाको करो चिन्ह देखके बे आदमी कहन लागे, “संसारमे आनबारो अगमवक्ता नेहत्य जहे हए ।”
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\v 15 बे आएके बाके जबरजस्तीसे लैजएके राजा बनान ढुड रहेहए करके पता पाएके येशू फिर इकल्लो डँगामे गओ ।
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\v 16 संझा हुइगव तव बाके चेला समुन्द्र घेन गए ।
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\v 17 और नैयाँमे चढके बे समुन्द्र पार कफर्नहुम घेन गए । तव बा बेरा अँध्यारो हुइगव रहए, और येशू हबए तक बिनके ठिन नाए अओ रहए ।
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\v 18 और बहुत भारी आँधी चलत रहए, समुन्द्र लडुरा लेत रहए ।
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\v 19 पाँच- छ किलोमिटर नैयाँ अग्गु चलाएके लैगए रहए, पिछु बे येशूके समुन्द्र उपर नेगत नैयाँ घेन आत देखि, और बे डरएगए ।
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\v 20 फिर बा उन्से कही, “मए हौ, मत डराबओ ।”
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\v 21 बे बाके खुशीसे नैयाँमे बैठई, और बे जात रहए बा ठाँउमे नैयाँ तुरन्त पुग्गए ।
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\v 22 समुन्द्र पार रहे भिड बे कल हुवाँ एकए नैयाँ देखि । बिनके पता रहए, कि येशू अपन चेलन संग नैयाँमे नाए चडो हए, और बक चेला इकल्ले गए रहए ।
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\v 23 तव तिबेरियाससे और नैयाँ बिनके ठिन आए, जहाँ प्रभु धन्यबाद चढाएके उनके रोटी खबाई रहए ।
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\v 24 येशू और बाके चेला हुवाँ नाए हए करके पता पाएके बे आदमी येशूके ढुडत नैयाँमे चढके कफर्नहुममे गए ।
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\v 25 बे बाके समुन्द्रके बा पार पाएके बासे पुछी, “रब्बी, [गुरु तुम हियाँ कब अए?”]
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\v 26 येशू उनके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम चिन्ह देखके नाए, पर तुम पेटभरके रोटी खाएके मारे मोके तुम ढुड्त हौ ।
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\v 27 नष्ट होन बारो भोजनके तही परिश्रम मत करौ, बल्कि अनन्त जीवन तक रहन बारो भोजनके तही परिश्रम करौ, जो आदमीक लौड़ा तुमके दएहए। कहेकी परमेश्वर पिता बाके उपर अपनो छाप लगाई हँए ।”
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\v 28 बे बासे कही, “परमेश्वर के चहान बारो काम करन हमके का करन पडैगो?”
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\v 29 येशू बिनसे कही, “परमेश्वरको काम जहे हँए जौनके बा पठाई हए बाके उपर बिश्वास करओ ।”
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\v 30 जहेमारे बे बासे कही, “तुम का चिन्ह देखए हौ, सो हम देखए, और तुमए बिश्वास करए? तुम का कर्त हौ?
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\v 31 हम पिता-पर्खा उजाड-स्थानमे मन्न खाइँ, जैसी लिखो हए, 'बा बिनके खानके ताहिँ स्वर्गसे रोटी दै ।”
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\v 32 येशू उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, तुमके स्वर्गसे रोटी देन बारो मोशा ना हए, बल्कि स्वर्गसे तुमके खास रोटी देन बारो मिर पिता हँए ।
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\v 33 काहेकी परमेश्वरको रोटी बहे हँए, जो स्वर्गसे उतरके अतहए, और संसारके जीवन देतहए ।”
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\v 34 बे बासे कही, “प्रभु जा रोटी हमके सब दिन दिए ।”
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\v 35 येशू बिनसे कही, “जीवनको रोटी मए हौ, मेरे जौणे आन बारे नाए भुखए हए, और मिर उपर बिश्वास करन बारे कबहु प्यासे नाए हुँइहँए ।
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\v 36 मए तुमसे कहो हौ, तुम मोके देखे हौ, और फिर बिश्वास नाए करत हौ ।
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\v 37 पिता मोके दएभए सब मेरे ठिन अए हँए, और मेरे ठिन आन बारेके कोई रितिसे मए नाए छुडेहौ ।
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\v 38 अपन इच्छा पुरो करन मए स्वर्गसे उतरके ना अओ, बल्कि मोके पठान बारेको इच्छा पुरो करनके अओ हौ ।
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\v 39 और मोके पठान बारेको इच्छा जहे हए, कि बा मोके बा मोके जो दै हए, बा मैसे कोईके फिर मए ना खोमाओ, बल्कि बिनके अन्तके दिनमे जिन्दा करौ ।
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\v 40 काहेकी मिर पिताको इच्छा जहे हए, कि पुत्रके देखनबारे और बाक उपर बिश्वास करनबारे, सबए अनन्त जीवन पामए और मए अन्तके दिनमे जिन्दा करङ्गो।”
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\v 41 यहूदी बाके बिरुदमे बर बारान लागे, कहेकी बा कही रहए, “स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी मही हौ ।”
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\v 42 बे कही, “का जा योसेफको लौड़ा, येशू ना हँए? जाके अइया और दौवाके का हम ना चिनत् हँए? हभए जा कैसे कहत हए मए स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी हौँ कहत हए?”
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\v 43 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “तुम आपसमे मत बर बाराओ ।
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\v 44 मोके पठान बारो पिता ना खिचन तक कोई मिर ठिन आए ना पैहए है, और मए बाके अन्तके दिनमे जिन्दा करेहौ ।
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\v 45 और बे सब जनै परमेश्वरसे सिखे गए हए,' कहीके अगमवक्ताको किताबमे लिखो हए । प्रत्येक जौन पितासे सुनिहए और सिखे बे मेरे ठिन आमङ्गे ।
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\v 46 पिताके कोई आदमी ना देखिहँए, केवल बा इकल्लो देखिहए जो परमेश्वरसे अओ हए, बा पिताके देखिहए ।
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\v 47 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, जौन बिश्वास करेहए बाके संग अनन्त जीवन हए ।
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\v 48 मए जीवनकी रोटी हौ ।
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\v 49 तुमर पिता पुर्खा उजाड स्थानमे मन्न खाई ताहु फिर बे मरके गए ।
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\v 50 स्वर्गसे उतरन बारो रोटी जहे हए, जौन जा खाए हए बा ना मरैगो ।
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\v 51 स्वर्गसे उतरन बारी जिन्दा रोटी मही हौ । कोई फिर जा रोटी खए हए, बा सदिमान जिहए । और जौन रोटी मए संसारके जीवनके ताहिँ दओ हौ, बा त मिर देहे हए ।”
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\v 52 तव यहूदी आपसमे बहस करन लागे, “जा आदमी कैसे हमके अपनी देहे खान देहए?”
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\v 53 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, तुम आदमीके पुत्रको देहे ना खान तक, और बाको खुन ना पिन तक, तुमरमे जीवन ना हुइहए ।
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\v 54 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारे संग अनन्त जीवन हए, और अन्तके दिनमे मए बाके जिन्दा करेहौ ।
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\v 55 कहेकी मिर देहे नेहत्य खानबारी हए, और मिर खुन नेहत्य पिन बारो हए ।
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\v 56 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारो त मिर मे रहमङ्गे, और मए बिनमे रहमङ्गो ।
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\v 57 जैसे जिवन देन बारो पितामोके पठाइ औेर उइसी मए पिताके कारनसे जित हओ, अइसिए मोके खान बारो फिर मिर कारन से जिबैगो ।
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\v 58 स्वर्गसे आन बारी जा रोटी अइसी ना हए, जो पिता पुर्खा खाइँ ताहु फिर मरगए । जा रोटी खान बारो सदिमान जिहए ।”
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\v 59 बा जा बात कफर्नहुमके सभाघरमे शिक्षा देतपेती कही रहए ।
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\v 60 जा सुनके बाके चेला मैसे बहुत कही, जा वचन कठोर हए, कौन जा ग्रहण कर पैहए हए?”
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\v 61 तव बाके चेला जाके वारेमे बरबारात् हए करके जानके येशू बिनसे कही, “का जा बात तुमरे ताहिँ ठोकरके कारण हुइरहो हए?”
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\v 62 तुम आदमीके पुत्रके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे रहओ का?
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\v 63 जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा ना हए । जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बा आत्मा और जीवन हए ।
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\v 64 पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्वास ना करत हए ।” कहेकी कौन कौन बिश्वास ना करत हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए कहिके येशूके सुरुसे पता रहए ।
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\v 65 और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे ना द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन ना आए पाएहए ।”
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\v 66 तव पिछु बक चेला मैसे बहुत जनि पिछु हटे, और बाके संग नेगन छोडी ।
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\v 67 येशू बाहृ जनि से कही, “का तुम फिर मोके छोडन चँहत हओ?”
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\v 68 सिमोन पत्रुस जबाफ दैके कही, “हे प्रभु, हम कैन ठिन जाए? तुमर संग त अनन्त जीवनको बचन हए् ।
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\v 69 और हम बिश्वास करे हँए, और जाने हँए, तुम परमेश्वरके पवित्र जन हौ ।”
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\v 70 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “का मए अपनए तुमके बाहृओ जनिके ना छानो? और तुमर मैसे एक जनि त धोखे बाज हए ।
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\v 71 जा बा सिमोन इस्करियोतको लौड़ा यहूदाके वारेमे कही रहए, कहेकी बा बाहृा मैसे एक जनि रहए ताहु फिर बा बाके धोखा देन तही तयार रहए ।”
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\c 7
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\cl अध्याय ७
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\p
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\v 1 तव पिछु येशू गालीलमे घुमफिर करी, तव बा यहूदियामे जानके ना चाहि, कहेकी यहूदियाके बाके मारनके दाउमे रहए ।
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\v 2 और यहूदियनको छाप्रोबासको तिउहार जौने आए गओ रहए ।
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\v 3 बहेमारे येशूके भैया बासे कही, “जा ठाउँ छोडके यहूदियामे जा, और तुमर करे भए काम तुमरे चेला फिर देखँए ।
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\v 4 “जौन आदमी अपन नाउँ कमान चहतहए तव बा चुप्पयसे कोइ काम ना करत हए । तुम जा काम करत हौ तव अपनए के संसारमे प्रघट करओ ।"
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\v 5 कहेकी बाके भैया फिर बक उपर बिश्वास ना करत रहए ।
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\v 6 येशू बिनसे कही, “मिर समय ना अओ हए, पर तुमर ताहिँ तव सब समय अच्छो हए ।
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\v 7 संसार तुमके अच्छो मानत हए, पर मोके तव अच्छो ना मानए हए, कहेकी संसारके बारेमे और बक काम खराब हए् कहिके मए गवाही देतहौ ।
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\v 8 तुम जा तिउहरमे जाओ । मए जा तिउहरमे ना जौ हओ, कहेकी मिर समय हबए ना अओ हए ।”
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\v 9 बिनके अइसी कहिके बा गालीलमे रहो ।
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\p
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\v 10 तव बाके भैया तिउहरमे गए, बाके पिछु बा फिर खुल्लम खुल्ला नाए, पर चुप्पेसे गओ ।
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\v 11 “तिउहरमे यहूदी बाके ढुड्न रहए, “और पुछी बा कहाँ हए?”
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\v 12 “भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो । कुइ कहात् रहए, “बा अच्छो हए ।” और कहत रहए, “ना हए, जा आदमीके बाहकत् हए ।”
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\v 13 पर यहूदीनके डरके मरे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोलत ना रहए ।
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\v 14 तिउहरके बीचमे येशू मन्दिर भितर घुसगओ और शिक्षा देन लागो ।
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\v 15 यहूदी अचम्मो मानत अइसे कही, “जा त कबही इत्तो ना सीखो हए, जा आदमी कैसे इत्तो विध्या हासिल करी?”
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\v 16 तव येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मेरो शिक्षा मिर ना, बल्कि बाको हए, जौन मोके पठाई हए ।
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\v 17 अगर कोई आदमी परमेश्वरको इच्छा पालन करन चाहत हए तव, मिर शिक्षा परमेश्वरसे अओ हए कि मिर अपनए घेनसे हए सो बा जानैगो
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\v 18 जौन अपनाएसे बोल्त हए, बा अपनो सम्मान ढुडत हए, बल्कि जौन अपने पठान बारेके सम्मान ढुड्त हए, बा सत्य हए, और बामे कपट ना हए ।
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\v 19 का मोशा तुमके व्यवस्था ना दै? पर तुम कोई बा व्यवस्था पालन ना करे । तुम काहे मोके मारन ढुड्त हौ?”
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\v 20 भिड बा से कही, तुमके भुत लागो हए । कौन तुमए मारन ढुड्त हए?”
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\v 21 येशू जबाफ दैके बिनसे कही, “एक काम मए करो, और तुम सबए अचम्मो मानत हौ ।
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\v 22 मोशा तुमके खतनाको रिति दैहए् { होन त बा मोशाको तरपसे त नाए, बल्कि पिता पुर्खासे हए }, और फिर शबाथ दिनमे तुम आदमीके खतना करत हौ ।
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\v 23 मोशाको व्यवस्था भङग् ना होबाए कहिके बल्कि कोइ आदमी शबाथ दिनमे खतना करेहए तव, मए एक आदमीक शबाथ-दिनमे पुरो अच्छो करदौ, कहिके का तुम मोसे दिक्कात् हौ?”
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\v 24 मुहू देखके ना, बल्कि ठिक किसिमसे इन्साफ करओ ।
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\v 25 यरुसलेमके कुइ कुइ आदमी कही, “का जा बहेत ना हए्, जौनके तुम मारन ढुडत रहौ?
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\v 26 देखौ तव जा त खुल्लम खुल्ला बोल रहोहए, पर बे बासे कुछ्ना कहत हँए! का जा नेहत्व ख्रीष्ट हए करके धर्मगुरु पता ना पाई?
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\v 27 पर हम जनत हँए, जा आदमी कहाँ से अओ हए । पर जब ख्रीष्ट आबएगो बा काहँ से आबएगो कोइ फिर नाजानङ्गे ।”
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\v 28 जब येशू मन्दिरमे सिकात रहे तव, बा जोड्से चिल्लएके कही, “तुम मोके चिनत हओ, और मए कहाँ से अओ हौ, बा फिर तुम जानतहौ मए अपनी इच्छासे ना अओ हौ, बल्कि जौन मोके पठाइ हए बा सत्य हए । तुम बाके ना चिनत हौ,
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\v 29 बल्कि मए बाके चिनत हओ, काहेकी मए बासे अओ हौ, और बा मोके पठाई हए ।"
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\v 30 बहेमारे बे बाके पकडन ढुड्त रहए, पर कोई बाके उपर हात ना डारी, काहेकी बाको बेरा ना अओ रहए ।
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\v 31 पर भिडके बहुत आदमी बाके उपर बिश्वास करी । बे कही, “जब ख्रीष्ट अए हए, तव का जे करे भए चिन्ह से, बड़ो चिन्ह बा कर पाएहए?”
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\v 32 भिड बाके बारेमे चर्चा करत फरिसी सुनी । तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी बाके पकडन् मन्दिरके पहरेदारके पठाइँ ।
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\v 33 येशू उन्से कही, “हबाए कुछ समय तक मए तुमर संग हौ, तव पिछु मए मोके पठान बारे ठिन जामंगो ।
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\v 34 तुम मोके ढुडेहओ, तव ना पैहौ, और जहाँ मए हुइँहौ, हुवाँ तुम ना अए पैएहौ ।”
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\v 35 तव यहूदी आपसमे कही, “जा कहाँ जानके तयारी हँए, और हम जाके ना पैहँए?” का जा ग्रीकनके बीचमे बिगदे बैठे यहूदीके ठिन जाएके ग्रीकनके शिक्षा देन चाहत् हए?
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\v 36 बिनको कहो जा वचन का हए? 'तुम मोके ढुणेहओ, तव ना पैहौ, और जहाँ मए हुइँहौ, तुम अए ना पैहौ?”
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\v 37 अब तिउहरके पच्छुको दिन औ तिउहरको खास दिनमे, ठड्के येशू जोडसे चिल्लएके अइसे कही, “अगर कोई प्यासो हए तव बा मिर ठिन अबाए और पिबैए।
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\v 38 जौन मिर उपर बिश्वास करतहए, तव धर्मशास्त्र कहो जैसो 'बाके हृदय भितरसे जिन्दा पानीकी नदिया बहाबैगी ।”
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\v 39 तव जा बात बा पवित्र आत्माके बारेमे कही रहए, जौन पवित्र आत्मा बाके उपर बिश्वास करन बारेनके पान रहए । काहेकी पवित्र आत्मा अभए तक ना मिलो रहए, काहेकी येशूको महिमा अभए तक ना भओ रहए ।
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\v 40 जा बात सुनन बारे कोई कोई आदमी कहन लागे, “जता नेहत्य अगमवक्ता हए ।”
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\v 41 और कहन लागे, “जा ख्रीष्ट हए ।” पर कोई कोई कहन लागे, “का ख्रीष्ट गालीलसे अओ हए?
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\v 42 का धर्मशास्त्र ना कही हए कि ख्रीष्ट दाऊदके वंशसे और दाऊदके गाउँ बेथलेहेमसे आबैगो?”
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\v 43 जा बजैसे आदमीके बीचमे फुट हुइगओ ।
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\v 44 बा मैसे कित्तो बाके पकडन् ढुड्त रहए, पर बाक उपर कोई फिर हात ना लगाई ।
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\v 45 “तव मन्दिरके पहरेदार और मुखिया पुजाहारी फरिसीके ठिन आए । बे उन्से कही “तुम बाके काहे ना लाए?”
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\v 46 पहरेदार जबाफ दैं, “जा आदमी जैसो ता कोई आदमी कबहु ना बोलिहए!”
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\v 47 फरिसी बिनसे कहन लागे, “का तुम फिर बहेकगए?
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\v 48 का धर्मगुरु औ फरिसी मैसे कोई बाके उपर बिश्वास करी हँए?
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\v 49 पर जा भिड, जौन व्यवस्था ना जानत, बा श्रापित हए ।”
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\v 50 बिन मैसे एक जनी निकोदेमस, जो पहिले एक दाओँ येशू ठिन अओ रहए, बा कही,
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\v 51 “का हमर व्यवस्था पहिले आदमीक बात ना सुनाके, और बा का करी हए, सो ना जानके बाके न्याय करत हओ का?”
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\v 52 बे उनके जबाफ दै, “का तुम फिर गालीलके हौ? धर्मशास्त्रमे ढुडके देखौ, तव तुम जानइगे, कि गालीलसे कोइअगमवक्ता ना अए हए ।”
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\v 53 (नोट: उत्कृष्ट प्राचीन प्रतिलिपीहरूले यूहन्ना ७: ५३-८: ११लाई हटाएका छन् ।) तव सब आदमी अपन अपन घर गए ।
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\c 8
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\cl अध्याय ८
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\v 1 येशू जैतुनके डाँगामे गओ ।
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\v 2 बा सबेरे फिर मन्दिरमे गओ, और सब आदमी बाके ठिन आए, और बा बैठो, और बिनके शिक्षा देन लागो ।
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\v 3 शास्त्री और फरिसी व्याभिचारमे पकडओ पडी एक बैयरके लाईं, और बाके बीचमे ठढबाँई ।
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\v 4 बे येशूसे कही, “गुरुजी, जा बैयर व्यभिचार के काममे पक्राउ पडी हए ।
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\v 5 व्यवस्थामे मोसा अईसी आदमीनके पत्थरसे मरन हमके आज्ञा दै हँए् । तुम जाके बारेमे का कहत हौ?”
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\v 6 पर बे बाकी जाँच करनके ताही, बाके उपर दोष लागामए कहिके बे अईसे कही रहए । येशू लोहोकके उङ्गरीसे जमीनमे लिखी ।
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\v 7 पर बे बासे पुछ्त रहए, तव बा ठहरके बिनसे कहन लागो, “तुमर मैसे जौन पाप ना करी हए, बहे जा बैयरके पहिले पत्थरसे मारए ।”
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\v 8 और फिर लोहोकके बा उङ्गरीसे जमीनमे लिखि ।
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\v 9 तव बे जा सुनी, तव बड़ेसे लैके छोटे तक एकएक करके गैभए, और येशू बा बैयर संग इकल्लो रहीगओ, और बा बैयर बाके अग्गु ठाढीरही ।
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\v 10 येशू बा बैयरके देखके कही, “ए बैयर, बे कहाँ गए?” का कोई तोके दण्ड ना दैं?
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\v 11 बा कही, “प्रभु कोई ना दओ ।” येशू कही, “मए फिर तोके दण्ड ना देहौ, जा और फिर पाप मत करीए ।”
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\v 12 येशू फिर उन्से कही, मए संसारको उजियारो हओ । मेरे पिछु लागन बारे अन्धकारमे ना नेगङ्गे, बल्कि बे जीवनको ज्योती पमङ्गे ।”
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\v 13 तव फरिसी बासे कही, “तुम अपने बारेमे गवाही दए रहए हओ । तुमरी गवाही सत्य ना ठहरएगी ।”
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\v 14 येशू जबाफ दैके कही, “मए अपने बारेमे गवाही देतहौ, तहु फिर मिर गवाही सत्य हए, मए जन्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और मए कहाँ जए रहो हौ । पर तुम नजन्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और कहाँ जए रहो हौ,
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\v 15 तुम आदमीक देखके न्याय करत हौ । मए कोईको न्याय ना करत हौ ।
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\v 16 मए न्याय करे हौ तहु फिर मिर न्याय सत्य ठहीरएगो । कहेकी न्याय करन बारो मए इकल्लो ना हओ, बल्कि मए हौ, और मोके पठान बारो पिता हए ।
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\v 17 तुमरे व्यवस्थामे फिर दुई आदमीको गवाही सत्य ठहीरत हए करके लिखो हए ।
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\v 18 अपन बारेमे मए अपनाए गवाही देतहौ, और मोके पठान बारो पिता मेरे बारेमे गवाही देत हए ।”
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\v 19 बे बासे कही, “तुमर पिता कहाँ हए?” येशू जबाफ दै, “तुम ना त मोके चिनत् हौ ना मिर पिताके । तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते ।”
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\v 20 जा बात बा मन्दिरमे शिक्षा देत पेती भेटी चढान बारो बक्सा ठीन कहीरहए । और कोई बाके ना पकडीं, कहेकी बाको बेरा ना अओ रहए ।
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\v 21 बा फिर उन्से कही, “मए चलो जए हौ, और तुम मोके ढुणैगे, और तुम अपन पापमे मरैगे । जहाँ मए जएहौ, तुम अए ना पैहौ ।”
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\v 22 यहूदी कहीं, “जा ता आत्मा हत्या करहए कि का?” कहेकी जहाँ मए जएहौ, तुम अए ना पएहौ' कहीके कहत् हए ।
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\v 23 और येशू उन्से कही, “तुम तरेके हौ । मए उपरको हौ । तुम जा संसारके हौ । मए जा संसारको ना हओ ।
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\v 24 मए तुमसे कहो, 'तुम अपन पापमे मरैगे,' कहेकी मए बहेहौ करके तुम बिश्वास ना करन तक अपने पापमे मरैगे ।”
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\v 25 बे बासे पुछी, “तुम कौन हौ तव?” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ, जो मए तुमके सुरुसे लैके कहत अओ हौ ।
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\v 26 मए तुमरे बारेमे कहन और न्याय करन बहुत हए । बल्कि मोके पठन बारो सत्य हए, और बासे मए जो सुनो बहे बात मए संसारके बतात् हौ ।”
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\v 27 पिताके बारेमे कहिँ हए कहिके बे ना सम्खीं ।
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\v 28 येशू कही, “जब तुम आदमीक पुत्रके उपर उठए हओ, मए बहे हौ कहिके तुम पता पैहौ, और मए अपने अधिकारमे कुछ ना करत हौ, पर पितासे सिखी बात मस्कत् हौ कहिके जानैगे ।
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\v 29 मोके पठान बारो मिर संग हए । बा मोके इकल्लो ना छोडि हए, कहेकी मए सब दिन बाके खुशी करन बारो काम करत हौ ।”
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\v 30 येशू जा बात कहत् समय बहुत जनी बाके उपर बिश्वास करीँ ।
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\v 31 येशू अपन उपर बिश्वास करन बारे यहूदीनसे कही, “तुम मिर वचनमे राहबैगे कहीसे तव तुम निहत्य मिर चेला हौ ।
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\v 32 तव तुम सत्य काहए कहेसे जानैगे, और सत्य तुमके स्वतन्त्र करैंगो।”
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\v 33 बे बासे कही, “हम अब्राहमके सन्तान हँए, और हबाए तक कोईके बन्धनमे ना पडे हए । 'तुम स्वतन्त्र हुईहौ कहिके कैसे कहत हौ?”
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\v 34 येशू बिनसे कही, “निहत्य, मए तुमसे कहत हौ पाप करन बारे सब पापके कमैयां हए ।
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\v 35 कमैयां सब दिन घरमे ना रहात हए, पर पुत्र सब दिन घरमे रहत हए ।
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\v 36 जहेमारे पुत्र तुमके स्वतन्त्र कर हए कहेसे तव तुम निहत्य स्वतन्त्र हुइहौ ।
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\v 37 मए जानत हौ, तुम अब्राहामके सन्तान हौ । पर तुम मोके मारन ढुणत हौ, कहेकी मिर वचन तुमरे ठिन ठाउ ना पात हए ।
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\v 38 जो जो माए मिर पितासे करत देखो हौ, बहे मए कहत हौ । तुम फिर जो अपन पितासे सुनेहौ, बहे करत् हौ ।”
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\v 39 बे बासे कहिँ, “हमर पिता त अब्राहाम हए ।” येशू बिनसे कही, “तुम अब्राहामके सन्तान हौ त, अब्राहाम जो काम करी हए, बहे करते ।
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\v 40 मए परमेश्वरसे सुनो भओ सत्य तुमसे कहो हौ, पर हबाए तुम मोके मारन ढुड्त हौ । अब्राहाम त अईसो काम ना करी ।
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\v 41 तुमर पिता जो काम करी तुम फिर बहे काम करत् हौ ।” बे बासे कहिँ, “हम व्यभिचारसे जन्मे ना हए । हमर पिता एकए हए, बा परमेश्वर हए ।
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\v 42 ”येशू बिनसे कही, “परमेश्वर तुमर पिता होतो तव तुम मोके प्रेम करते, कहेकी मए परमेश्वरसे निक्रो हौ । मए अपन इच्छासे ना अओ हौ । बल्कि बा मोके पठाई हए ।
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\v 43 तुम मिर बचन काहे ना समझत हओ? कहेकी तुम मिर वचन सुनिए ना पातहौ ।
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\v 44 तुम अपन पिता दियाबलसके हौ, और तुम अपन पिताक इच्छा पुरा करन् तुमरी इच्छा हए । बा त सुरुसे ही हत्यारो हए, और सत्यसे बाके कोई वास्ता ना हए । कहेकी बामे कोई सत्यता ना हए । जब बा झुट बोल्तहए, बा अपनी स्वभावके जैसो बोलत् हए, काहेकी बा झुठो हए और झुटको पिता हए ।
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\v 45 मए सत्य बोल्तहौ, पर तुम मोके बिश्वास ना करत् हओ ।
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\v 46 तुम मैसे कौन मोके पापको दोष लगात हए? बल्कि मए सत्य बोल्तहौ तव, कहे तुम मिर उपर बिश्वास करत् ना हओ?
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\v 47 जौन परमेश्वरको हए, बा परमेश्वरको बाणी सुनत् हए । तुम परमेश्वरके नाहऔ, जहेमारे तुम ना सुनत् हओ ।”
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\v 48 यहूदी बासे कहिँ, “का हमर जा कहाई ठिक ना हए, का तुम सामरी हौ और तुमके भुत लागो हए का?”
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\v 49 येशू जबाफ दै, “मोके भुत लागो ना हए, बल्कि मए अपन पिताके आदर करत् हौ, पर तुम मोके अनादर करत् हौ ।
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\v 50 मए अपन महिमा ना ढुणत हौ, एक जनै हए जौन महिमा ढुणत हए और फैसला करङ्गे ।
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\v 51 नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अगर मिर वचन पालन करैगो तव बा कबहू ना मरेहए ।”
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\v 52 यहूदी बासे कहिँ, “अब हम जानत हँएँ, कि तुमके भुत लागो हए ।अब्राहाम और अगमवक्ता मरी गए, पर तुम काहत हौ 'अथावा कोई मिर वचन मानत हए कहेसे बा कबही मृत्यु ना चाख्हए ।'
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\v 53 तुम हमर मरो भओ पिता अब्राहामसे तुम महान ना हओ, हओ त? अगमवक्ता फिर मरीगौ। तुम त अपनएके मए कौन हौँ कहिके कहत हौ?”
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\v 54 येशू जबाफ दै, “अगर मए अपनो महिमा करतो तव मिर महिमा व्यर्थ हुइतो । मोके महिमा देन बारो पिता हए, जौनके तुम हमर परमेश्वर' कहतहौ ।
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\v 55 तुम बाके ना चिने हौ, पर मए बाके चिनत हौ । मए बक ना चिन्तहौ कएहौ तव मए फिर तुमरी सरह झुठा ठहिरंगो । पर मए बाके चिन्तहौ, और बाको वचन पालन करत् हौ ।
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\v 56 तुमरो पुर्खा अब्राहाम मिर दिन देखनके तही हौसियत रहै, और बा देखि तव खुशी भव ।”
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\v 57 बहेमारे यहूदी बासे कहिँ, “तुम हबए पचास वर्ष पुगे ना हौ, तव का तुम अब्राहामके देखेहौ?”
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\v 58 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अब्राहामसे अग्गुकी मए रहौँ ।”
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\v 59 तव बे बाके मरनके ताँही पत्थर उठाइँ, पर येशू लुक्के मन्दिरसे बाहेर निकरिगओ ।
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\c 9
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\cl अध्याय ९
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\v 1 हुवाँसे जातपेति येशू एक जनै जन्मएको अन्धराके देखी ।
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\v 2 बाके चेला बासे पुछिँ, “रब्बी, कौन पाप करो, जा कि जक अईया-दौवा, और जा अन्धरा जन्मो?”
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\v 3 येशू जबाफ दै, “न त जा पाप करी ना जक अइया - दौवा, पर जामारे भव कि परमेश्वरको काम जा आदमीके जिवनमे प्रकट होबए ।
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\v 4 मोके पठान बारोको काम हमके दिन होतए करन पडत् हए । रात आतहए, जब कोई काम ना करपात हए ।
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\v 5 मए संसारमे रहन तक मए संसारको ज्योति हौ।”
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\v 6 येशू जा बात कहेके बा भिमे थुकी, और थुकसे मट्टी गमजके बाकि आँखीमे लगाई दै।
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\v 7 और बा बासे कही, “जा, सिलोआमके तालमे धो । बा जाएके धोई, और देखन बारो हुइके आइ गओ ।
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\v 8 बाके पडोसि और बाके पहिले भिकारीके रुपमे देखन बारे कहिँ, जा त बैठके भिक मगन बारो जहे ना हए?
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\v 9 कोई कहिँ, जहे हए ।” और कोई कहीँ, “ना हए, जा ता बहे कता दिखात हए ।” पर बा कही, “मए बहे हौँ ।”
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\v 10 बे बासे कहिँ, “तिर आँखी कैसे खुलिगई तओ?”
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\v 11 बा जबाफ दै, “येशू कहन बारो एक आदमी मट्टी गमजके मिर आँखीमे लगाएके मोसे कही, 'सिलोआममे जा और धो ।” बहेमारे मए जाएके धोओ, और देखन बारो हुइगव ।”
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\v 12 बे बासे कहिँ, “बा कहाँ हए तओ?” बा कही, “मोके पता ना हए ।”
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\v 13 बे अग्गु अन्धरा रहय बहे आदमीक बे फरिसीन ठिन ल्याइँ ।
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\v 14 येशू मट्टी गमजके बक आँखीमे लगाई बाकी आखी खोल्दै बा शबाथ-दिन रहए ।
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\v 15 फरिसी बासे पुछी, “तए कैसे देखन बारो भव?” बा उन्से कही, “बा मिर आँखीमे मट्टी गमजके लगए दै, और मए धओ और देखन बारो हुइगव ।”
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\v 16 कोई फरिसी मैसे कहिँ, “जा आदमी परमेश्वरसे ना अओ हए, काहेकी बा शबाथदिन पालन ना करत् हए ।” तव और कहीँ, “एक पापी आदमी कैईसे चिन्ह कर पए हए?” बहेमारे उनके बीचमे फुट होन लागो ।
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\v 17 जहेमारे बे बा अन्धरा से फिर पुछीँ, “बा अब बक बारेमे तए का कहत हए? काहेकि बा तिर आँखी खोलदै?” अन्धरा आदमी जबाफ दैके कहि, “बा ता अगमवक्ता हए ।”
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\v 18 यहूदी अपन दृष्टि पानबारोको अइया दौवाके ना बुलान तक बा अन्धरा रहए, और बा देखन बारो हुइगव हए कहिके बे तहुँ विश्वास ना करिँ ।
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\v 19 बे बाके अइया-दौवासे पुछी, “तुम जन्मत के अन्धरा हओ? जा का तुमर लौड़ा बहे हए कहतहौ? तव अब कैसे जा देखन बारो हुइगव?”
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\v 20 बाके अइया-दौवा उन्से कहिँ, “हम जानत हए जा हमर लौड़ा हए, और अन्धरा जन्मो रहए ।
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\v 21 पर अब जा कैसे देखन बारो भव हमके पता ना हए, और जक आँखी कैसे खुलीगै बहु फिर हमके पता ना हए । जाको उमेर पुगीगव हए, जहेसे पुछौ। अपने बारेमे जा अपनए बोलैगो।”
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\v 22 बाके अइया-दौवा जहे बात कही, कहेकी बे यहूदीनसे डरात् रहएँ । कहेकी कोई फिर बा ख्रीष्ट हए करके स्वीकार करेहए तव, बाके सभाघरसे निकरन देहए करके यहूदी अग्गुसे सहमत भए रहए ।
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\v 23 जहेमारे बाके अइया- दौवा कही, “जाको उमेर पुगीगव हए जहेसे पुछौ ।”
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\v 24 तव बे बा अन्धरा आदमीके दुस्रो चोटी बुलाएके कहिँ, “परमेश्वरके महिमा दे । हम जान्तहए जा आदमी पापी हए ।”
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\v 25 तब बा जबाफ दै, “बा पापी हए कि ना हए, मए ना जान्तहौ । पर एक बात मए जान्तहौ कि मए अन्धरा रहौ, और अब देखतहौ ।”
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\v 26 तव बे बासे कहिँ, “बा तोके का करी? बा तिर आँखी कैसे खोलदै?”
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\v 27 बा उनके जबाफ दै, “मए तुमरे अग्गु कहीदओ हौ, ताहु तुम ना सुने । और तुम फिर काहे सुनन चाँहत हौ? तुम फिर बक चेला होन ना चाहात हओ, कि चाहात हओ का?”
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\v 28 बे बाके बेज्जत करी और कहिँ, “तए बक चेला हए, हम त मोशाके चेला हँएं ।
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\v 29 हमके पता हए परमेश्वर मोशासे मस्की रहए, पर हमके पता ना हए जा आदमी कहाँ को हए ।”
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\v 30 बा आदमी बिनके जबाफ दैए और कहिँ, “बा मिर आँखी खोलदै कैसो अचम्मोकी बात! बा कहाँ से अओ हए तुम ना जान्त हौ, पर ।
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\v 31 हम जान्तहए कि परमेश्वर पापीनको बात सुनत ना हए, पर परमेश्वरके भय मानन् बारे और बाकी इच्छा पालन करन बारे आदमीनको बात परमेश्वर सुन्तहए ।
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\v 32 संसारमे सुरुसे लैके अईसो जन्मत अन्धरा आदमीके आँखी कोई खोलि जा बात कबहु ना सुने ।
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\v 33 अगर जा आदमी परमेश्वरसे ना अइतो तव बा कुछु ना करपातो ।”
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\v 34 बे बाके जबाफ दैके कहिँ, “तए ता बिलकुल पापमे जन्मो रहए, और का हबए तए हमके सिकान चाहत हए?” तव बे बाके सभाघरसे बाहेर निकार दैँ ।
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\v 35 बे बाके सभाघरसे बाहेर निकरदै करके येशू सुनलै, और बे बाके भेटके कही, “का तए आदमीके पुत्रके उपर बिश्वास करत् हए?”
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\v 36 बा जबाफ दैके और कही, “प्रभु, बा कौन हए? मए बक उपर बिश्वास करंगो?”
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\v 37 येशू बासे कही, “तए बाके देखो हए, और तोसे बोलन बारो बहे हए ।”
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\v 38 तव बा आदमी कही, “प्रभु, मए बिश्वास करत् हौ,” और बा बाके आराधना करी ।
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\v 39 येशू कही, “मए न्यायके तही जा संसारमे अओ, कि ना देखन बारे देखए और देखन बारे चाहिँ अन्धरा होमए ।”
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\v 40 जा बात सुनन् बारे और बाके जौने होन बारे फरिसीन मैसे कोई कोई बासे कहिँ, “का हम फिर अन्धरा हँए?”
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\v 41 येशू बिनसे कही, “तुम अन्धरा हुते तओ पापके दोषी हुतेना, पर तुम हम देखतहै कहतहौ, बहेमारे तुममे पाप रहत् हए ।
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\c 10
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\cl अध्याय १०
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\v 1 “नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर ना घुसेहए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए ।
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\v 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बकरेहेरा हए ।
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\v 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको अवाज सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ लैके बुलात हए, और उनके बाहेर लैजात हए ।
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\v 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हँए, काहेकी बे बाको अबाज चिन्तहए ।
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\v 5 बे दुसरे आदमीके पिच्छु ना जात हँए, पर बासे बे दुर भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक अवाज बे ना चिन्तहए ।”
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\v 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे ना समकपाईँ ।
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\v 7 तव फिर येशू फिरसे उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ ।
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\v 8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात ना सुनि ।
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\v 9 फाटक मही हौ, अगर मोसे कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बचिजए हए, बा भितर बाहेर जैहए और अच्छे ठाउँमे चुगन पए हए ।
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\v 10 अगर चुट्टाके ता चुरान, मरन और नाश ना करन हुइतो तौ बा ना आइतो । मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्तको जीवन पामए करके मए अओ ।
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\v 11 मए अच्छो बकरेहेरा हौ । अच्छो बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए ।
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\v 12 भाडाको आदमी चाहिँ भेडाके अपनो बकरेहेरा ना होतहए । बा ता गुलहा आत देखके भेडा छोडके बा भाजैगो, और गुलहा भेडाके पकणलेहए, और तितर बितर करदेहए ।
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\v 13 बा भाजैगो, काहेकी बा भाडाको आदमी हए, तहीमारे बा भेडाक रेखदेख ना करहए ।
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\v 14 “मए अच्छो बकरेहेरा हौ, मए अपन भेडाके चिन्तहौ, और मिर भेडा मोके चिन्त हए् ।"
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\v 15 जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेडाके ताहिँ अपन ज्यान फिर देहौँ ।
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\v 16 “मिर और भेडा हँए, जो जा सारमे ना हए । बिनके फिर मोके लान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुण और एकए बकरेहेरा होमएँ ।
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\v 17 तबहीमारे पिता मोके प्रेम करत् हए, कहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ ।
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\v 18 कोई फिर मोसे मिर ज्यान लए ना पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यान अर्पण करत् हौ । अपन ज्यान अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, जाके लेनकी अधिकार फिर मिर संग हए । जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौँ ।”
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\v 19 जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ ।
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\v 20 बिन मैसे बहुत कहत रहएँ, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलियाए गव हए । और तुम जक बात काहे सुनत् हौ?”
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\v 21 और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता ना होतहए । का भुत कोईकी आँखी खोलपए हए का?”
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\v 22 बाकेपच्छु यरुशलेममे मन्दिर समर्पणको तेउहर रहए ।
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\v 23 जा हिउँतको समय रहए और येशू मन्दिर भितर सोलोमनके डेहेरिमे टहेलत् रहए ।
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\v 24 तव यहूदी बाके चारौतरफ घेरे और कहीँ “तुम हमके, “कब तक दोधरमे राखेहओ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके सबके सामने बतए देबओ ।”
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\v 25 येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्वास ना करत् हौ । मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए् ।
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\v 26 पर तुम विश्वास ना करत् हौ, कहेकी तुम मिर भेडा मैसे ना हौ ।
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\v 27 “मिर भेडा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिछु आत हएँ।"
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\v 28 बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नास नए हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके नए लैजए पैहए ।
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\v 29 मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बडो हए । मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए ना पए हए ।
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\v 30 पिता और मए एक हँए ।”
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\v 31 यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ ।
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\v 32 येशू बिनसे कही, “मए अपन पितासे बहुत् अच्छाे काम दिखओ, बे कौन कामके तहीँ तुम मोके मारनके पत्थर उठातहौ?”
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\v 33 यहूदी बाके जबाफ दै, “अच्छो कामके तहीँ हम तुमके पत्थरसे थोनी मरत् हए, तए ईश्वरकी-निन्दा करनके करणसे, कहेकी आदमी हुइके फिर अपनाएके परमेश्वर बनत् हए ।
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\v 34 येशू उनके जबाफ दैके कही, का तुमर व्यवस्थामे अइसो नए लिखो हए, “मए कहो, तुम देव हौ'?
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\v 35 अगर जौनके ठिन परमेश्वरको वचन अओ, बे देव कहेलातहए् करके { धर्मशास्त्र भङ्ग हुईनाए पए हए }
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\v 36 पिता पवित्र बनएके संसारमे पठओ भव आदमी मए हौ' करके कैसे परमेश्वरको निन्दा हुइहए?
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\v 37 अगर मए मिर पिताको काम नाए करोहौ तव मिर उपर बिश्वास मत करौ।
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\v 38 और अगर मए पिताको काम करत् हौ तहु फिर तुम मिर उपर बिश्वास ना करत् हौ तव जे काम के उपर बिश्वास करौ, तव तुम पता पैहौ, और बुझेहौ, कि पिता मिरमे हए, और मए पितामे हौ।”
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\v 39 बे भिड बाके पकडन कोसिस करी, तव बा उनके हातसे छिपट गऔ।
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\v 40 और बा फिर यर्दनके पार बा ठाउँमे गव जहाँ यूहन्ना पहिले बप्तिस्मा देत रहए, और बा हुवाँ बैठ गऔ।
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\v 41 तव बहुत आदमी बाके ठिन आन लागे, और बे कही, “यूहन्ना कोई चिन्ह ना करी, पर यूहन्ना यिनके बारेमे जो जित्तो कही बा नेहत्य हए ।”
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\v 42 और हुवाँ बहुत बाके उपर बिश्वास करीं ।
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\c 11
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\cl अध्याय ११
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\v 1 लाजरस नामको एक आदमी बिमारी रहए। बे मरियम और उनकी दिदी मार्थाको गाउँ बेथनियामे रहए ।
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\v 2 प्रभुके महाकुवा तेल लागन बारी और बाको पाउ अपन बारसे पाेछ्न बारी मरियम जहे रहए । जहेक भैया लाजरस बिमार रहए।
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\v 3 जे दुई दिदी येशूके ठिन अईसे करके समचार पठाइँ, “प्रभु, जौनके तुम प्रेम करत् रहौ, बा बिमार हए् ।”
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\v 4 तव जा सुनके येशू कही, “जा बिमार मृत्युमे नए पुगहए, पर जा परमेश्वरको महिमाके ताहिँ हए, ताकि जासे परमेश्वरको पुत्रको महिमा होबए्।”
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\v 5 येशू मार्था और बाकी बहिनीयाँ और लाजरसके माया करत् रहए,
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\v 6 तव लाजरस बिमार हए करके सुनी तव बा जहाँ रहए, हुवाँ और दुई दिन हुवाँए बैठो ।
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\v 7 तव पिछु बा चेलासे कही, “लेओ, अब हम फिर यहूदियामे घुमके जएँ ।”
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\v 8 चेला बासे कहिँ, “रब्बी, हबैत यहूदि आदमि तुमके पत्थर मारन् समरे रहए, और फिर तुम हुवाँ जएहौ?”
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\v 9 येशू जबाफ दैके कही, “का दिनमे बाहृ घण्टा ना होत हँए? दिनमे नेगत पेती ठेस का ना लागत हए, कहेकी बे संसारको उजियारो देखंगे,
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\v 10 रातमे नेगन बारेन् के ठेस लागत हए, कहेकी बे आदमीमे उजियारो ना होतहए |”
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\v 11 तव पिछु बा बिनसे कही, “हमर नातेदार लाजरस निदमे पडो, और बाके निदसे जगान मए हुवाँ जातहौ ताकिमय बक जगाय सकौ ।"
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\v 12 चेला बासे कहिँ, “प्रभु, बे निदमे पाडेहए् तव बे अच्छो हुइँहए ।”
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\v 13 येशू बिनके मृत्युके बारेमे कहीरहए, तव बे नेहत्य के सोत हुइहए करके बताई रहए ।
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\v 14 येशू उनके ठिकयठिक कहि, “लाजरस मरीगव हए् ।
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\v 15 तुम विश्वास करओ करके तुमरे तही मए हियाँ ना भवमे खुशी हौ । जो होबएसे फिर हम बिनके ठिन जएँ हयँ ।”
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\v 16 तव दिदुमस कहन बारो थोमा अपन संगी-चेलन से कही, “लेओ, हम फिर जए और येशूसंग मरए ।”
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\v 17 जब येशू अए पुगो, तव लाजरसके गड्डामे गडो चार दिन हुइगव करके पता पई ।
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\v 18 बेथानिया यरुसलेमसे लैके जौडे लगभग तीन किलोमिटार के दुरमे रहए ।
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\v 19 बहुत यहूदी मार्था और मरियमके ठिन बाके भैयाके बारेमे शान्ती देनके अए रहए ।
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\v 20 येशू अए रहो हए करके सुनके मार्था गइ बाके भेठी् तव मरियम घरमे बैठीरही् ।
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\v 21 तव मार्था येशूसे कही, “प्रभु, तुम हियाँ हुइते तव मिर भैया ना मरतो ।
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\v 22 पर मए हबए फिर जान्तहौ, तुम परमेश्वरसे जो मागैगे, परमेश्वर तुमके देहए |”
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\v 23 येशू बासे कही, “तुमर भैया फिर जिन्दा हुइजएहए |”
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\v 24 मार्था बासे कही, “मए जान्थौ, कि बा अन्तके दिनमे जिन्दा हुइके उठैगो |”
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\v 25 येशू बासे कही, “पूनरुथान और जीवन मही हौ | मोके विश्वास करन बारे मरङ्गे ताहु फिर जिन्दा हुइजए हए |
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\v 26 और जिन बारो और मिर उपर बिश्वास करन बारो प्रत्येक कबहु ना मारैगो | का तुम विश्वास करत् हौ?”
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\v 27 बे बासे कही, “हँ प्रभु, मए बिश्वास करतहओ, तुम जा संसारमे आन बारे ख्रिष्ट परमेश्वारके पुत्र हौ |”
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\v 28 इतकए कहेके बा गईभै, और अपनी बहिनिया मरियमके बुलाएके चुप्पएसे कही, “गुरुज्यू आइगव हए, और तोके बुलाए रहो हए |”
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\v 29 जा बात सुनके मरियम जलदिसे उठके बाके ठिन गइ |
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\v 30 तब तक येशू गाउँमे ना पुगो रहए, पर बा हुवाँए बैठो रहए जहाँ मार्था बाके भेटीरहए |
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\v 31 तभई, बाकेसंग घरमे बैठेभए और बिनके शान्ती देनके अए भए यहूदी जब मरियमके झट उठ्के बाहिर जात देखके, बे कही बा मरघटमे रोनके गइ हुइँहए करके, बाके पिछु गए |
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\v 32 तव फिर जब मरियम येशू रहए बा ठाउँमे आई और बाके देखि, तव अईसे काहत बा बाके पाउमे पडी, “हे प्रभु तुम हियाँ होते तव मिर भैया मरतो ना |”
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\v 33 जब येशू बाके संग आनबारे यहूदीन के फिर रोत देखि, तव बा आत्मामे गजब व्याकुल हुइगव और गजब दुखित हुइगव |
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\v 34 बा बिनसे पुछी, तुम बोके कहाँ धरेहौ?”
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\v 35 येशू रोइ |
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\v 36 जहेमारे यहूदी कहिँ, “देखौत्, बा लाजरसके कित्तो माया करत् रहए |”
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\v 37 तव कोई कोई कही, “का अन्धराके आँखी खोलदेन बारो जा आदमीके फिर मरनसे ना बचए पैतो का?”
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\v 38 तव येशू फिर बहुत व्याकुल हुइके मरघटमे गव । बा मरघटैयाको एक गड्डामे रहए । बाको मुहू एक पत्थरसे तुपोरहए
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\v 39 येशू कही, “पत्थर हाटाओ ।” मरो भव आदमीक दिदी मार्था कही, “हे प्रभु अबत् बा गिन्धान लागो हुइहए, काहेकी बाके मरे चार दिन हुइगव हए ।”
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\v 40 येशू बासे कही, “का मए तुमसे ना कहो रहओ, 'तुम बिश्वास करैगे तव परमेश्वरको महिमा देखैगे?”
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\v 41 तभई बे पत्थर हटाइँ । और येशू उपर नजर उठाएके कही, “हे पिता, मए तुमके धन्यवाद देतहौ, कहेकी तुम मिर बिन्ती सुने ।
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\v 42 मोके पता हए, कि तुम मेरी बिन्ती सबदिन सुनत् हौ । पर हियाँ भिडके खातिर मए जा कहो हौ, ताकि तुम मोके पठाए हौ करके जे बिश्वास करए ।”
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\v 43 और जा बात कहिके पिछु बा उचे सोरसे चिल्लानो, “लाजरस बाहिर निकर ।”
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\v 44 बा मरो आदमीको बाको हात-टाँग पट्टीसे बधे और मुहुमे लत्ता लिप्टोमे कही, “बाको बन्धन खोल्देओ, और बाके जान् देओ ।”
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\v 45 मरियमके ठिन अए भए बहुत यहूदी येशू करीरहए बे काम देखके बोके उपर बिश्वास करीँ ।
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\v 46 पर बिन मैसे कोई फरिसीके ठिन गए, और येशू करी भए काम बतए दै ।
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\v 47 तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी महासभाके सदस्यनके बोलाएके और उन्से कहिँ, “अब हम का करए? कहेकी जा आदमी बहुत चिन्ह कर रहोहए ।
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\v 48 जाके अईसीय छोड देहय तव सब जके उपर बिश्वास कर्हए् और रोमी आएके हमर पवित्र स्थान और हमर जातिनके दोनए के लेहए ।”
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\v 49 पर बिन मैसे एक जनै, कैयाफा, जो बा समय मे प्रधान पुजाहारी रहए, बा उन्से कही, “तुम कुछ्नाए जानत् हौ!
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\v 50 समस्त राष्ट नष्ट होनसे बरु जनताके ताहिँ एक जनै मरनो तुमरे तही कल्याण हुइहए करके तुम बुझत् ना हए |”
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\v 51 जा बा अपने तर्फ से नाए कही रहए, पर बा वर्षमे प्रधान पुजाहारी भवके कारण राष्टके ताहिँ येशू के मरन पाणैगो करके अगमवाणी बोलिरहए ।
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\v 52 राष्टके तहीँ इकल्लो बा नए कही रहए, पर बिगदे भए परमेश्वरके सन्तानके एक संग जम्मा करनके तही जा कही रहए ।
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\v 53 जहेमारे बा दिनसे बे बाके मरनके विचार करन लागे ।
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\v 54 बहेमारे येशू फिर यहूदीनके बीचमे खुल्लमखुल्ला ना नेगन लागो, तव हुवाँ से उजाड-स्थानके नजिकमे एफ्राइम कहन बारो सहेरमे गओ, और हुवाँए बैठो ।
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\v 55 यहूदीनके निस्तार तेवहार नजिकए रहए, और गाउँ-गाउँसे बहुत जनै अपन-अपनके सुध्द करनके ताही निस्तार तेवहारको सुरु होन अग्गु यारुशलेममे गए ।
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\v 56 तव बे येशूके ढुडन लागे, और बे मन्दिरमे ठाडे आपसमे कहन लागे, तुमके कैसो लागत हए, का बा तेवहारमे अए हए?”
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\v 57 मुखिया पुजाहारी और फरिसी चाहिँ येशूके पकडनके ताहिँ बा कहु फिर होबए करके खबर करीओ करके आज्ञा दैं रहए ।
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\c 12
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\cl अध्याय १२
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\v 1 निस्तार तेवहरके छ दिन अग्गु येशू बेथानियमे अओ । हुवाँ लाजरस बैठत रहए, जौनके येशू मरके जिन्दा करी रहए ।
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\v 2 बेहेमारे बाके ताहिँ हुवाँ साँझकी खानु तयार करीं । मार्था सेवा- सत्कार करत रहए, और लाजरस चाहीँ बाके संग खानु खानबारो मैसे एक रहए ।
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\v 3 तव मरियम आधो लिटर जितका किमति जटामसीको सुगन्धित महकुवा तेल ल्याएके येशूके पाउमे मिसली, और बाको पाउ अपन बारसे पुछी, और महकुवा तेलको बास्नासे घर भरिगओ ।
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\v 4 तव बाको चेला मैसे एक जनै, बाके पकडान बारो यहूदा इस्करियोत कही,
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\v 5 “जा महकुवा तेल तीन सौ चाँदीको सिक्कामे बेचके जा रकम गरीबके दैदेते?”
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\v 6 पर बा गरीबके ख्याल करके जा ना कही रहए, काहेकी बा चुट्टा रहै, और रुपैयाकी थैली बहे धरत् रहै, और हुवाँएसे चुरात् रहै ।
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\v 7 येशू उन्से कही, “यिनसे कुछ मत कहओ, मिर दफनके-दिनके ताहिँ जाके रहन देओ ।
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\v 8 काहेकी गरीबत् सब दिन तुमरे संग रए हए, पर मए त् सब दिन तुमर संग ना रएहौ ।”
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\v 9 यहूदीनको गजब भारि भिड येशू हुवाँ हए करके पता पाइँ, और बे येशूके ताहिँ ना, पर लाजरसके देखनके फिरअए रहए जौनके येशू जिन्दा करी रहए, ।
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\v 10 जहेमारे मुखिया पुजाहारी लाजरसके फिर मारनके ताहिँ सल्लाह करन लागे ।
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\v 11 काहेकी बहे मारे यहूदी मैसे बहुत जनै छुटके जाएके येशूमे बिश्वास करन लागे रहए ।
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\v 12 कल तेवहारमे आनबारो बहुत भारि भिडमे येशू यरुसलेममे आत् हए करके सुनी् ।
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\v 13 और आदमी खजुरीके हाँगा लैके बाके भेटन गए और बडो आवजमे चिल्लात निकरे, “होसन्ना! धन्य परमप्रभुके नाउँमे आनबारो इस्राएलको राजा!”
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\v 14 और गद्हा एक बछरा पाएके येशू बक उपार चढो, अइसो लिखो हए,
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\v 15 “सियोनकी लौड़ीया, मत डरओ । देखौ, तुमर राजा गद्हाक् बछराके उपर सबार हुइके अए रहोहए ।”
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\v 16 जा बात बक चेला पहिले ना बुझिँ । पर येशूको महिमा भव जा बात बाके बारेमे लिखो रहए, और जा बात बिनके ताहिँ करी हए कहिके बे सम्झीँ ।
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\v 17 बा हबाए लाजरसके मरघाटसे बुलएके मरो भवके जिन्दा करिहए करके बाके संगमे होन बारी भिडके आदमी बाके बारेमे गवाही देतरहँए ।
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\v 18 बा जा चिन्ह करी हए करके जा बात सुनके फिर भीड बाके भेट्न गै रहए ।
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\v 19 तव फरिसी एक-दुस्रेसे कहन लागे, “देखौ, तुमसे कुछ ना हुइहए । देख्तहौ, संसार बाके पिछु लगगए हए!”
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\v 20 हबए तेवहारमे आराधना करन जान मैसे कोई कोई ग्रीक फिर रहए ।
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\v 21 बे गालीलके बेथसेदा निवासी फिलिपके ठिन आएके अइसे करके बिन्ती करी, “हजुर, हम येशूके भेट्न चाहतहए ।”
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\v 22 फिलिप जएके अन्द्रियाससे कही, और अन्द्रियास और फिलिप जाएके येशूसे कहिँ ।
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\v 23 येशू उनके जवाफ दै, “आदमीको पुत्रको महिमित होनके समय आएपुगो हए ।
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\v 24 नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, गेहुको दाना मट्टीमे पणके ना मरैगो तव बा एकए रहतहए । अगर बा मरीगौ तव बा बहुत फल फलत हए ।
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\v 25 अपन प्राणके माया करन बारे बा गुमएहँए, पर अपन प्राण जा संसारमे तुच्छ मानन् बारे चाहिँ अनन्त जिवनके ताहिँ बा सुरक्षित् धरंगे ।
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\v 26 कोई मिर सेवा करेहए तव बा मोके पछेयाबए और मए जहाँ हौ, मिर सेवक फिर हुवाँए हुइहए । कोई मिर सेवा करेहए तव पिता बाके कदर करेहए ।
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\v 27 “अब मिर प्राण व्याकुल हुइगव हए, और मए का कहौ? 'हे पिता, मोके जा घडीसे बचाएले? पर जहे कारणसे ना मए जा घडीतक अएपुगो हौ ।"
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\v 28 हे पिता, तुमर नाउँको महिमा करओ ।” तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज अओ, “मए बा महिमा करो हौ, और फिर करंगो ।”
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\v 29 हुवाँ ठढी भै भिड जा सुनके कही, “जा बादल गरजो हए!” और कहिँ, “स्वर्गदुत बासे बोलिहए!”
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\v 30 येशू जबाफ दै, “जा आबाज मेरे ताहिँ ना हए, पर तुमरे ताहिँ हए ।
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\v 31 अब जा संसारको न्याय हुइहए । जा संसारको शासक बाहेर फिकोजए हए ।
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\v 32 और अब मए पृथ्वीसे उणजाए हौँ, और मए सब आदमीके अपने घेन तानङ्गो ।”
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\v 33 बाको मृत्यु कौन प्रकारसे हुइहए, सो संकेत देनके बा अइसो कही रहए ।
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\v 34 भीड बासे पुछी, “ख्रीष्ट सदामान रहबैगो करके व्यवास्थसे हम सुने हँए । तुम कैसे कहेसकत् हौ, आदमीक पुत्र उणनाए पणैगो? जा आदमीक पुत्र चाहिँ कौन हए?”
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\v 35 तब येशू बिनसे कही, हबए कुछ देर तक उजियारो तुमर संग हए । उजियारो हए तब तक नेगन घुमन करओ, ताकी अन्धकार तुमके ना तोपए । कोई अन्धकारमे नेगैगो, तव अपनाए कहाँ जए रहो हए, सो पता ना पैहए ।
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\v 36 जब तक उजियारो तुमर संग हए उजियरोमे विश्वास करओ, और तुम उजियारोके सन्तान होबओ ।” जा बात कहीके, येशू हुवाँसे गईभव, और उन्से लुक्के बैठो ।
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\v 37 बा उनके सामने बहुत चिन्ह करीरहए, ताहु फिर बे बाके उपर विश्वास ना करीं ।
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\v 38 जा नेहत्य होनरहए, काहेकी अगमवक्तको वचन पुरा होबए, “हे परमप्रभु, हमर सन्देश कौन विश्वास करो? और परमप्रभुको बहुबल कौनके प्रघट करी हए?”
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\v 39 जहेमारे बे बिश्वास ना कर पाइँ, काहेकी यशैया फिर आइसे कही,
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\v 40 “बा उनकी आँखी बन्द करदै हए, और उनको हृदय कठोर करीदै हए, जहे मारे बे आँखीसे ना देखि, और हृदयसे ना सम्झि, नत बे घुमजाए्ते और मोके बिनके अच्छो करन पणैगो ।”
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\v 41 यशैया जा बात कही, काहेकी बे येशूके महिमा देखि, और बाके बारेमे कही ।
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\v 42 तहु फिर शासक मैसे बहुत येशूके उपर बिश्वास करीं, तव फरिसीके डरके मारे, और बे साभाघरसे निकरदेहए करके डरके मारे तव स्वीकर ना करी ।
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\v 43 काहेकी परमेश्वरको प्रशंसासे जद्धा आदमीको प्रशंसा बे जद्धा रुचारहए ।
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\v 44 येशू बडो आवाजमे चिल्लएके कही, “मोके बिश्वास करए हए बा मोके ना, पर मोके पठान बारे उपर बिश्वास करत् हँए ।
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\v 45 जौन मोके देखत हए, बा मोके पठन बारेके देखत हए ।
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\v 46 मए संसारमे उजियारो हुइके अओ हौ, ताकि मिर उपर बिश्वास करन बारे अन्धकारमे ना रहमए् ।
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\v 47 कोई मिर वाणी सुनेहए, और बा पालन करेहए ना तव, मए बाको न्याय ना करेहौ । काहेकी मए संसारको न्याय करन ना अओ हौ, संसारके बचान अओ हौ ।
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\v 48 जौन मोके इन्कार करए हए और मिर वचन ग्रहण ना करैगो बा न्याय करन बारो एक जनै हए । मए बोलो मिर वचन अन्तके दिनमे बाकी न्याय करेहए ।
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\v 49 काहेकी मए अपन तर्फ से मस्को ना हऔँ, तव मोके का कहन हए, और का मस्कन हए मोके पठन बारो पिता अपनए मोके आज्ञा दैहए ।
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\v 50 मए जान्तहौ, कि बाको आज्ञा अनन्त जिवन हए, जहेमारे मए बहे मस्कत हौँ, पिता मोसे जो कहत हए बहे अनुसार मस्कत हौँ ।”
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\c 13
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\cl अध्याय १३
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\v 1 निस्तार-तेवहर अग्गु जा संसारसे बिदा हुइके पिताके ठिन जानके समय हुइगौ करके येशू जानत रहए, जा संसारमे भए अपन जातिनके प्रेम करके बो बिनके अन्त तक प्रेम करी रहए |
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\v 2 और संझाके खानुखान बेरा सैतान सिमोनके लौड़ा यहूदा इस्करियोतके मनमे बाके पकडए देनके ताँहि बिचार अग्गुसे डारदै रहए ।
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\v 3 पिता सब चिज बाके हातमे दैहए, और बा परमेश्वरके तर्फ से अओ हए, और परमेश्वर कहाँ जए रहो हौ करके येशू जान्त रहए ।
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\v 4 और बा साँझको खानु खाएके उठो, और बाहिरको कुर्ता एक घेन धरके एक तौलिया अपन करेहओ मे लपेटी ।
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\v 5 तव बा तसलामे पानी अखनए दै, और चेलानको गोडो धोन लागो, और अपने करेहौमे लपेटी तौलियासे बिनको गोडो पनोछन् लागो ।
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\v 6 जब बा सिमोन पत्रुसके ठिन अओ, तव बा कही, “प्रभु का तुम मिर गोडो धुईहौ?”
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\v 7 येशू बिनके जबाफ दै, “मए का करत् हौ, तुम हबाए ना जानैगे, पर पिछु बुझैगे ।”
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\v 8 पत्रुस बासे कही, “तुम मिर गोडो कबहू धुईओ मत ।” येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए धुईहौ ना तव मोसे तुमर कोई हिस्सा ना हए ।”
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\v 9 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, मिर गोडो इकल्लो ना, कि मिर हात और मुड समेत धोएदेबो ।”
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\v 10 येशू बासे कही, “हदानो भव आदमीके गोडो बाहेक और कुछनए धोन पड्त हए, बा पुरा शुध्द हए ।और तुम शुध्द हौ, पर सबत् ना हए ।”
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\v 11 कहेकी बाके बिश्वासघात करन बारेके बा चिनत् रहए| “जहेमारे बा कही रहए, “तुम सब शुध्द ना हओ ।”
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\v 12 बिनको गोडो धोएके अपनो बाहिरी कुर्ता लगाएके बैठो । तव बा उन्से कही, “का तुम जान्तहौ मए तुमर ताहिँ का करो?
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\v 13 तुम मोके गुरु और प्रभु, कहत् हौ, बा तुम ठिकै कहत् हौ कहेकी मए बाहे हौ ।
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\v 14 अगर तुमर प्रभु और गुरु हुइके मए तुमर गोडो धो हौ तव तुम फिर एक दुसरेके गोडो धोन पडैगो,
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\v 15 कहेकी मए तुमर ताहिँ एक उदाहरण दओ हौ, और मए तुमर ताहिँ करो, तुम फिर उईसी करओ ।
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\v 16 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, नोकर अपन मालिकसे बाडो ना होतहए, और खबर लानो खबर पठान बारोसे बाडो ना होत् हए ।
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\v 17 अगर तुम जा बात जाने और बा करे तव तुम धन्यके हुइहौ ।
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\v 18 “मए तुमसे सबके बारेमे ना कए रहो हौ, मए कोईके छानो हौ बिनके मए चिनत् हौ । पर धर्मसस्त्र पुरा होबए करके जा भव, कि 'मेरी रोटी खान बारो मिर उपर अपन लात उठाई ।'
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\v 19 “जा होनेसे आग्गु मए तुमसे कहत हौ, ताकि जब बा होनके अए हए, मए बहे हौ करके तुमके बिश्वास होबए ।"
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\v 20 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, 'जौनके मए पठएहौ, बाके ग्रहण करन बारो मोके ग्रहण करत् हए, और मोके ग्रहण करन बारो मोके पठन बारेके ग्रहण करत् हए ।”
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\v 21 जा बात कहिके पिछु येशू आत्मामे व्याकुल हुइगव और बा गवाही देत कहन लागो, “नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुमए मैसे एक जनै मोके पकडाए देहए ।”
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\v 22 बा काके बारेमे कही हए करके पता ना हुइके चेला एक दुसरेके देखत देखत रहिगए ।
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\v 23 बाके चेला मैसे येशूके प्रेम करन बारो चेलाचाहिँ येशूके छातीमे अडेस लागए रहए ।
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\v 24 तव सिमोन पत्रुस बासे इशारा करके पुछी, “बा जा काके बारेमे कही हए?”
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\v 25 येशूके छातीमे अडेस लागएके बा से पुछी, “प्रभु बा कौन हए?”
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\v 26 येशू जबाफ दै, “जौनके मए रोटीको खुद्रा डुबाएके देतहौ, बहे हए ।” तव बा रोटीको खुद्रा डुबएके दै, और निकरके बा सिमोनको लौड़ा यहूदा इस्करियोतके दै ।
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\v 27 रोटीको खुद्रा लैके पिच्छु शैतान बाके भितर घुसगओ । तव येशू बासे कही, “तोके जो करन हए, सो जलदी करडार ।”
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\v 28 तव बा काहे बासे अईसे कही भोजन करन बैठे कोई फिर ना समख पाई ।
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\v 29 कहेकी कोई-कोई जा सोची, कि यहूदासंग पैसाको थैली हए, जहेमारे येशू बासे तेवहारके ताहिँ सामान किननके, अथवा बा गरीबके कुछ देबए करके कही हए ।
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\v 30 तव यहूदा इस्करियोत रोटी खाइ बा हुनासे तुरन्त बाहेर निकर गओ । बा बेरा रात पडिगव रहए ।
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\v 31 जब बा बाहिर गव तव येशू कही, “अब आदमीके पुत्र महिमित भव हए । और परमेश्वर बामे महिमित हुइगव हए ।
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\v 32 अगर परमेश्वर बामे महिमित हुइगव हए तव परमेश्वर अपनएमे महिमित बनए हए और बाके तुरन्त महिमित बनए हए ।
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\v 33 “छोटे बालका, कुछ देर तक मए तुमर संग हौ! तुम मोके ढुडैगे, और जैसो मए यहूदीनसे कहो, और हबए तुमसे फिर मए कहतहौ, 'जहाँ मए जाए रहो हौ, हुवाँ तुम अए ना पैहौ ।”
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\v 34 “एक नयाँ आज्ञा मए तुमके देतहौ: तुम एक दुसरे के प्रेम करौ । तुमसे मए जैसी प्रेम करो हौ, तुम फिर एक दुसरेके उइसी प्रेम करौ ।
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\v 35 अगर तुम एक दुसरेके प्रेम करेहौ जहेसे सब जानंगे, कि तुम मिर चेला हौ ।”
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\v 36 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ येशू जबाफ दै, 'मए जहाँ जए रहो हौ, तुम हबए मोके ना पछुयए पैहौ, तव पिच्छु त तुम मोके पछुयए हौ ।”
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\v 37 पत्रुस बासे कही, 'प्रभु, मए काहे हबए तुमके ना पछुयए पैहौ? तुमरे ताहिँ मए अपन प्राण दै देहौ ।”
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\v 38 येशू जबाफ दै, “का तए अपन प्राण मिर ताहिँ देहए? नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम मोके तीन दओ इन्कार ना करे तक मुर्गा ना बासैगो”
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\c 14
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\cl अध्याय १४
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\v 1 तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होबए | तुम परमेश्वर उपर बिश्वास करतहौ, मिर उपर फिर बिश्वास करओ ।
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\v 2 मिर पिताके घरमे बैठन ठाउँ बहुत हए । अइसो ना होतो, का मए तुमसे कहतो और, कि तुमर ताहिँ ठाउँ तयार करन मए जए रहो हौ?
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\v 3 और जाएके मए तुमरे ताहिँ ठाउँ तयार करके पिछु मए फिर अए हौ, और तुमए मए अपने ठिन लैजएहौ, और जहाँ मए हुइहौ, हुवाँ तुम फिर हुइहौ ।
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\v 4 जहाँ मए जाए रहो हौ, तुम हुवाँ जानके डगर चिनैगे ।”
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\v 5 थोमा बासे कही, हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ, हम कैसे जानेहए, तव हम डगर कैसे चिनेहए?”
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\v 6 येशू बिनसे कही, “डगर, सत्य और जीवन मही हौ । मोए बिना कोई फिर पिताके ठिन ना अए पैहए ।
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\v 7 तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते । अबसे बाके चिन्त हौं, और बाके देखेहौ ।”
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\v 8 फिलिप बासे कही, “हे प्रभु, हमके पिता देखए दे । इतो भएसे हमके पुगजए हए ।”
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\v 9 येशू बिनसे कही, “फिलिप, इतो दिनतक मए तुमर संग रहो, ताहु फिर तुम मोके चिन ना पाए? जौन मोके देखो हए, बा पिताके देखिहए । तुम कैसे कहेपए हौ, हमके पिता देखए दे?”
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\v 10 मए पितामे हौं, और पिता मोएमे हए करके का तुम बिश्वास ना करतहौ? जौन बाणी मए तुमसे कहत् हौ बा मए अपनी अधिकार मे ना बोलो हौ पर मिरमें बास करन बारो पिता अपनो काम करत् हए ।
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\v 11 मोके बिश्वास करओ, कि मए पिता मे हौ, और पिता मोएमे हए । नत जे कामके खातिर विश्वास करओ ।
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\v 12 “नेहत्य मए तुमसे काहत् हौ, जौन मोके विश्वास करत् हए, बा मए करो काम फिर करैगो, और बिनसे बडो काम फिर करैगो, काहेकी मए पिता के ठिन जाए रहो हौ ।"
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\v 13 तुम मेरे नाउँ मे जो मागैगे तओ पुत्र मे पिता कि महिमा होबए कहिके बा मए देए हओ ।
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\v 14 अगर तुम मेरे नाउँ मे जौन चिज मगेहौ तव मए करेहौं ।
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\v 15 तुम मोके प्रेम करत हौ तव मिर आज्ञा पालन करैगे ।
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\v 16 मए पिता से बिन्ती करंगो, और बा तुमके दुसरो सल्लहाकार देबैगो, और बा तुमर संग सदा सर्बदा रहबैगो, जो
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\v 17 सत्यको आत्मा हए, जौनके संसार ग्रहण ना करपैहए, काहेकी संसार बाके ना त देखिहए ना चिनिहए । तुम बाके चिनत् हौ, काहेकी बा तुमरसंग बास करत् हए. और तुमर मे रहबैगो ।
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\v 18 “मए तुमके टुहुरो ना छुडे हौ । मए तुमरे ठिन लौटके अमंगो ।"
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\v 19 अब कुछ दिन पिच्छु संसार मोके कबहु ना देखहए, पर तुम मोके देखैगे । और मए जित हौ तुम फिर जिबैगे ।”
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\v 20 बा दिन तुम जानैगे, कि मए मिर पितामे हौ और तुम मोएमे, और मए तुमरमे हुइ हौ ।
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\v 21 मोके प्रेम करन बारो बहे हए जोन संग मिर आज्ञा हए और बे पालन करत् हए । और मोके प्रेम करन् बारेके मिर पिता प्रेम करत् हए । मए बाके प्रेम कर् हौ और मए अपनएके बाके ठिन प्रकट करेहौ ।”
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\v 22 यहूदा { इस्करियोत चाही ना हए } येशूसे कही, “प्रभु, तुम का कहत हौ, तुम अपनए हमर मे प्रकट करैगे, और संसारके चाहिँ ना?”
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\v 23 ”येशू बाके जबाफ दैके कही, “जौन मोके प्रेम करेहए, बा मिर वचन पालन करेहए, और मिर पिता बाके प्रेम करेहए, और हम बाके ठिन अमंगो, और बक संग बैठंगो ।
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\v 24 मोके प्रेम ना करन बारो मिर वचन पालन ना करैगो । जौन वचन तुम सुन्तहौ, बा मिर ना हए, बोत् मोके पठान बारो पिताको हए ।
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\v 25 “जा बात तुमर संग रहतए मए तुमसे कहो हौं ।"
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\v 26 पर सल्लाहकार, अर्थात् पवित्र आत्मा, जौनके पिता मिर नाउँमे पठए हए, बा तुमके सब बात सिखए हए, और मए तुमसे कहो बात तुमके याद दिलए हए ।
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\v 27 शान्ति मए तुमरे संग छोडे हौ । मए अपन शान्ति तुमके देहौ । संसार दै जैसो मए तुमके ना देतहौ । तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होए और घबडाबै ना।
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\v 28 “मए तुमसे कहो 'सुने हौ मए जाए रहो हौ, और मए तुमरे ठिन फिर अमंगो' । तुम मोके प्रेम करते तव मए पिताके ठिन जात हौ करके सुनते तुम रामईते, काहेकी पिता मोसे गजब महान हए ।"
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\v 29 अब जा होनेसे अग्गु मए तुमसे कहे रहो हौं, और जब जा होनके अएहए तुम विश्वास करसकौ ।
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\v 30 मए तुमसे बहुत ना बुलेहौ काहेकी जा संसारको शासक अए रहोहए । बाके मिर उपर कोइ शक्ती ना हए ।
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\v 31 पर मए पिताके प्रेम करत् हौ, और जैसो पिता मोके आज्ञा करी हए बहे करतहौ करके संसार जानए । उठओ, और हियाँ से जाबौ ।”
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\c 15
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\cl अध्याय १५
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\v 1 “मए सच्चो दाख हौ, और मिर पिता दाखबारीको किसान हए ।
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\v 2 मिर मे होन बारे फरा ना फरानबारे सबए हाँगाके छाँटत हए और फरा फरान बारे सबए हाँगाके और जद्धा फरा फरामए करके बा छानैगो हए ।
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\v 3 मए तुमसे कहो भव वचनसे तुम अग्गुएसे सुध्द हुइगएहौ ।
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\v 4 मिर मे रहओ, और मए तुमरमे रए हौ । जैसी दाखको पेडमे हाँगा ना रहत हए तव बा अपनए फरा ना फराए सकत् हए, उइसी तुमहु मिर मे ना रहेसे तव तुम फिर फरा ना फराए सकत् हौ ।
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\v 5 “मए दाखको पेड हओ, तुम हाँगा हौ । अगर कोइ मिर मे रैहे और, मए बामे रहौ तव बा बहुत फरा फरैहे, काहेकी मोसे अलग रहिके तुम कुछ ना कर पैहौ ।"
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\v 6 कोइ आदमी मिर मे ना रएहए तव, बा हँगा बाहेर मिलजहए, और बा सुकजए हए । उइसे हँगा आदमी बटोरत हए, और आगीमे डारदेत हए, और बे जरजात हए ।
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\v 7 तुम मेरेमे रहौ तव, और मिर बात तुमरमे रएहए तव तुम जो इच्छा लागत हए सो मागौ, और तुमरे ताहिँ करो जाए हए ।
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\v 8 तुम बहुत फरा फराएके मिर चेला हौ करके प्रमाणित करेहौ तव जहेमे मिर पिताको महिमा हुइहए ।
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\v 9 “पिता जैसी मोके प्रेम करिहए, उइसी मए फिर तुमके प्रेम करो हौ । तुम मिर प्रेममे रहौ ।
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\v 10 “अगर मिर आज्ञा पालन करेहौ तव तुम मिर प्रेममे रहौ, जैसी मए मिर पिताको आज्ञा पालन करो हौ और बाको प्रेममे रहत हौ ।
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\v 11 मए जा बात तुमसे जा मारे कहो हौ, कि मिर आनन्द तुमरमे पुरो होबए, और तुमर आनन्द पुरो होबए ।
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\v 12 “जा मिर आज्ञा जहे हए, कि मए तुमसे जैसी प्रेम करो, तुम फिर एक दुसरेन से उइसीए प्रेम करओ ।"
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\v 13 अपन संगीके ताहिँ जौन अपन ज्यान देहए बासे बडो प्रेम और कोइ ना हए ।
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\v 14 मए तुमरे ताहिँ जो आज्ञा करत् हौ, बे तुम करैगे तव, तुम मिर संगी हौ ।
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\v 15 अब से मए तुमसे नोकर ना कएहौ । काहेकी बाको मालिक का करत् हए नोकर ना जनत् हए । पर मए तुमसे संगी कएहौ, काहेकी जो मए मिर पितासे सुनो सब बात तुमके बताए दओ हौ ।
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\v 16 मोके तुम ना चुने, पर मए तुमके चुनो और तुमके नियुक्त करो, काहेकि तुम जाओ, और फरा फराबओ, और तुमर फरा फरोरहाबए । जहेमरे तुम पितासे मिर नाउँमे जो मागैगे, बा तुमके सो देहए ।
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\v 17 मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुम एक दुसरेनके प्रेम करौ ।
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\v 18 “अगर संसार तुमके नफरत (घृणा) करत् हए तव, तुम जानौ, कि तुमके नफरत (घृणा) करनसे अग्गु बा मोके नफरत (घृणा) करत् हए ।
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\v 19 अगर तुम जा संसारके होते तव संसार तुमके अपनए तरह मनके प्रेम करतो । पर तुम जा संसारके ना हओ । मए तुमके संसारसे चुनो, जहेमरे संसार तुमके नफरत (घृणा) करत् हए ।
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\v 20 मए तुमसे कहो वचनके याद करियो, “नोकर घरको मालिकसे बडो ना होत हए ।' बे मोके सतए हए तव तुमके फिर सतए हैँ । बे मिर वचन पालन करेहए तव बे तुमरो वचन फिर पालन करेहैँ ।
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\v 21 पर जा सब मिर नाउँके खातिर तुमके करेहए, काहेकी बे मोके पठान बारेनके ना चिनत् हैँ ।
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\v 22 मए ना अइतो तव और उनके ना बतैतो तव बे पापके दोषी ना हुइते, पर अब ता अपन पापके ताहिँ बिनके कोइ बहाना ना हए |
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\v 23 जौन मोके नफरत (घृणा) करत् हए, बा मिर पिताके फिर नफरत (घृणा) करत् हए ।
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\v 24 अगर कोइ ना करो काम मए बिनके बीचमे ना करतो, तव बे पापके दोषी ना होते । पर अब बे मोके और मिर पिताके दोनएके देखिरहए और नफरत (घृणा) करीहए ।
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\v 25 पर व्यवस्थामे लिखो जा वचन पुरा होनके जा भव हए, 'बे बाके बिनाकरण नफरत (घृणा) करी ।'
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\v 26 “जब सल्लाहकार अए हए, जौनके मए पिताके तरफ से तुमरे ठिन पठए देहौँ अर्थात सत्यको आत्मा, जो पितासे अए हए, बहे मिर बारेमे गवाही देहए ।"
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\v 27 तुम सुरुसे मिर संग हौ, तुम फिर मिर साक्षी हौं ।
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\c 16
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\cl अध्याय १६
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\v 1 “तुम पच्छु मत हट्ओ कहिके मए तुमके जा बात कहो हौ ।"
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\v 2 बे तुमके सभाघरसे बाहेर निकार देहए । नेहत्य अइसो समय अबैगो, जब तुमके मारन बाले सबए परमेश्वरको सेवा करत् हँए कहिके कहमंगे ।
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\v 3 बे जा काम करङ्गे, काहेकी बे ना पिताके ना मोके चिन्त् हँए ।
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\v 4 पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए । पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ ।
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\v 5 “अब मए मोके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, पर औ तुम कहाँ जातहौ?' कहिके तुम कोइ मोसे ना पुछ्त् हौ ।"
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\v 6 ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमारे तुमर ह्रदय शोकसे भरिगौ हए ।
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\v 7 ताहु फिर मए तुमसे सच्ची बात कहत् हौ, मोए जान मे तुमर हित हुइहए । काहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाह देन बारो तुमरे ठिन ना अए हए । पर जाएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ ।
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\v 8 जब सल्लाह देन बारो अए हए, बा संसारके पाप, धर्मिकता और न्यायके बारेमे दोषी ठहरए हए ।
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\v 9 पापके बारेमे, काहेकी बे मिर उपर विश्वास ना करत् हँए,
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\v 10 धार्मिकताके बारेमे, काहेकी मए पिताके ठिन जए रहो हौ, और फिर तुम मोके फिर ना दिख्हौ ।
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\v 11 और न्यायके बारेमे, काहेकी जा संसारके शासकको न्याय हुई गओ हए ।
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\v 12 “मए तुमसे कहन बारी बात गजाब हए, पर हबए तुम जा बात सहे ना पैहौ ।"
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\v 13 जब बा सत्यको आत्मा अए हए, तव बा तुमके सब सत्यतामे डुरिअए हए काहेकि बा अपन तर्फ से ना कहेहए । पर बा जो सुनेहए, बहे बुलेहए, और होन बारी बात तुमके बताए देहए ।
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\v 14 बा मिर महिमा करेहए, काहेकी जो मिर हए, बा मोसे लैके तुमके बताए देहए ।
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\v 15 जो चिज पिता संग हए, बा मिर हए । जहेमरे मए काहत हौ, जो मेरो हए बा मोसे लैहए और जो तुमके बताई देहए कहिके मए कहो हौँ ।
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\v 16 “थोरी देर पिछु तुम मोके फिर ना दिखहौ, और थोरी देरमे फिर मोके देखैगे ।”
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\v 17 “तव बाके कोइ-कोइ चेला एक दुसरे से कहिँ, “बा हमसे जा का कही हए? 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और फिर थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ,' और मए पिताके ठिन जाएरहो हौँ कहिके बा हमसे का कहि हए?”
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\v 18 बे कँहीँ, “बा, थोडी देरको मतलाब का हए? हम ना जानत् हँए, बा काके बारेमे कहत हए ।”
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\v 19 बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके जेहेक बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ?
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\v 20 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करहौ, पर संसार रमएहए । तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे बदल जएहए ।
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\v 21 बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, कहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मात हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए कहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहएँ ।
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\v 22 तही हबए तुमके शोक होतहए, पर मए फिर तुमसे मिलङ्गो, और तुमर मन खसी होइगो । और कोइ तुमर आनन्द तुमसे ना छिनए पैहए ।
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\v 23 बा दिन तुम मोसे कुछु ना मागैगे । नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुम मिर नाउँमे पितासे जो मगैगे, बा तुमके देबैगो ।
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\v 24 हबए तक तुम मिर नाउँमे कुछ ना मागे हौ ।मागौ, तव तुम पबैगे । अइसीय तुमर आनन्द पुरा होबए ।
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\v 25 “जा बात मए तुमके कहानीमे कहो हौ । पर समय अए रहो हए, अब मए तुमसे फिर कहानीमे ना काएहौ, पर पिताके बारेमे तुमके स्पस्ट बताए हौ ।"
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\v 26 बा दिन तुम मेरे नाउँमे मगैगे । मए तुमके ताहिँ पितासे बिन्ती करदेहौ करके तुमसे ना कएहौ,
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\v 27 कहेकी पिता अपनए तुमके माया करत् हए, कहेकी तुम मोके माया करेहौ, और मए परमेश्वरके तर्फ से अओ हौ करके विश्वास करेहौ ।
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\v 28 मए पितासे अओ, और संसारमे अओ, और फिर मए संसारके छोडके पिता के ठिन जए रहो हौ ।”
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\v 29 ”बाके चेला कहिँ, “देखऔ अब तुम स्पष्ट बोल्तहौ कहानीमे ना बोल्त हौ ।
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\v 30 अब हम जानत हए, कि तुम सब बात जनत हौ, और अब तुमसे पुछ्न कोइ जरुरत ना हए । जहेमारे हम विश्वास करत् हए, कि तुम परमेश्वरसे आए हौ ।”
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\v 31 येशू उनके जबाफ दै, “का तुम अब बिश्वास करत् हौ?
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\v 32 देखौ तुम समय अए रहो हए, वास्तबमे अइगौ हए, अब तुम बिगद के अपन घरमे चले जएहौ और मोके इक्ल्लो छोड्देहौ । तहु फिर मए इकल्लो ना हौ, कहेकी पिता मिर संग हए ।
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\v 33 मए तुमसे जा बात जा मारे कहत हौ, कि मोए मे तुमके शान्ति होबए । संसारमे तुमके संकट हुइहए, पर साहस करौ, मए संसारके जितो हौ ।”
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\c 17
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\cl अध्याय १७
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\v 1 जा बात कहिके पिछु येशू स्वर्ग घेन आँखी उठाएके कही, “हे पिता, समय हुइगौ हए, तुम पुत्रको महिमा प्रकट करौ, और पुत्र तुमर महिमा प्रकट करए ।
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\v 2 काहेकी तुम बाके सब आदमीक् उपर आधिकार दए हौ, ताकी तुम बाके दए भए सबके बा अनन्त जीवन देबए ।
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\v 3 अब अनन्त जीवन जहे हए, कि बे तुमए, इक्ल्लो सत्य परमेश्वरके चिनए, और तुमर पठाऔ भव येशू ख्रीष्टके चिनए ।
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\v 4 जौन काम तुम मोके दए हौ, बा पुरा करके तुमके पृथ्वीमे मए महिमित करो हौ ।
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\v 5 अब हे पिता, संसारको सृष्टि होनसे अग्गु तुमरे अग्गु मिर जौन महिमा रहए, बहेमारे अपन उपस्थितिमे मोके महिमित करौ ।
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\v 6 “संसारसे जौन आदमी तुम मोके दए हौ, बिनके तुमर नाउँ मए प्रकट करदओ हौ । बे तुमर रहए, और तुम बिनके मोके दएहौ, और बे तुमर वचन पालन करीहएँ ।
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\v 7 बिनके अब पता हए, कि तुम मोके दओ भव प्रत्येक बात तुमसे अओ हए ।
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\v 8 काहेकी जौन वचन तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, और बे बा ग्रहण करी हए । और मए तुमसे अएहौ काहिके बे सच जान्त हए और मोके पठाई हए कहिके बे बिश्वास करी ।
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\v 9 मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ । काहेकी बे तुमर हएँ ।
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\v 10 मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और जो तुमर हए बा मिर हए । मिर महिमा बिनमे प्रकट भव हए ।
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\v 11 “मए फिर संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए । मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ । पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखाबौ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए ।"
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\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए
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\v 13 “पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा बात संसारमे काहि रहोहौँ, कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए ।"
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\v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत (घृणा) करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौँ ।
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\v 15 तुम उनके संसारसे लाएजाओ कहिके मए ना करत् हौ, पर बिनके दुष्टसे बचाबओ कहिके मए तुमसे प्रार्थना करत हौँ ।
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\v 16 बे संसारके ना हए, जैसी मए फिर संसारको ना हए ।
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\v 17 बिनके सत्यतामे अपन ताही सौपदेओ, तुमर वचन सत्य हए ।
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\v 18 जैसी तुम मोके संसारमे पठए, मए फिर बिनके संसारमे पठओ हौ ।
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\v 19 बिनके ताँही मए अपनाएके सौपदओ हौँ, ताकी बे फिर तुमर सत्यतामे पवित्र होमए ।
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\v 20 “मए इनके ताहिँ इकल्लो प्रार्थना ना करत् हौ, पर इनके सन्देश से मिर उपर विश्वास करन बारेनके ताहिँ फिर प्रार्थना करत् हौ,"
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\v 21 कि बे सब एक होमए । हे पिता, जैसी तुम मोए मे हौ, और मए तुममे, उइसी बे फिर हमरमे होमए, और तुम मोके पठएहौ करके संसार बिश्वास करए ।
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\v 22 जौन महिमा तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, ताकि हम एक भए कता बे फिर एक होमए ।
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\v 23 मए बिनमे, और तुम मोएमे, और बे पुरारुप से एक होमए, और तुम मोके पठए हौ, और मोके प्रेम करे कता तुम बिनके फिर प्रेम करेहौ करके संसार जानए ।
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\v 24 “पिता, मए इच्छा करत् हौ, कि तुम मोके दए भए नाके मए जहाँ हौ मिरसंग रहमए, और मिर महिमा देखए, जौन महिमा, संसारके सृष्टि होनसे अग्गु मोके प्रेम करेरहौ बा मारे तुम मोके दएरहौ ।"
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\v 25 “धर्मीक पिता, संसार तुमके ना चिन्तहए, पर मए तुमके चिन्तहौ, और तुम मोके पठए हौ करके जे जन्त हए ।"
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\v 26 मए तुमर नाउँ जिन्मे प्रकट करो हौ, ताकि जौन प्रेमसे मोके तुम प्रेम करे, बा बिन्मे रहए, और मए उनमे रहौ ।”
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\c 18
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\cl अध्याय १८
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\v 1 जा बात कहिके येशू अपन चेलाके संग किद्रोन उपत्यकाको बा पार गओ । हुवाँ एक बगिया रहए । येशू अपन चेलासंग हुवाँ पर गओ ।
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\v 2 बाके पकणान बारो यहूदा फिर बा ठाउँ चिने रहए, काहेकी येशू अपन चेलासंग हुवाँ बैठन जाए कर्त रहए ।
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\v 3 तव दिया, उँका और हतियार लैके पुलिसके फिर एक दल और खास पुजाहारी और फरिसीनके पठए भए पहारेदारके लैके यहूदा हुवाँ अओ ।
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\v 4 तव अपने उपर आन बारी सब बात पता पाएके येशू अग्गु अओ, और बिनसे कही, “तुम कौनके ढुणतहौ?”
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\v 5 बे बासे कहिँ, “नासरतके येशूके ।” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ ।” और बाके बिश्वासघात करन बारो यहूदा फिर सिपाहीके संग ठाडो रहए ।
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\v 6 “जब बा उन्से मए बहे हौ" कही, तव बे पिछु हटिगए और भिमेमे गिरिगए ।"
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\v 7 “फिर बा बिनसे पुछी, “तुम काके ढुडत् हौ?” बे कहिँ, “नासरतके येशूके ।”
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\v 8 येशू जबाफ दैके कही, “मए तुमसे कहिदओ, मए बहे हौ । अगर तुम मोके ढुडत् हौ तव जे आदमीके चहिँ जान देओ ।”
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\v 9 “जा तुम मोके दए भए मैसे एक फिर मए ना गुमओ" करके कहीरहए बो वचन पुरा होबए करके जा भओ ।"
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\v 10 जब सिनोम पत्रुस अपन ठिन भव तरवार निकारके मुखिया पुजाहारीको कमैयाक दहिना कान चट्टै काटदै । बा कमैयाको नाउँ माल्खस रहए ।
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\v 11 येशू पत्रुससे कही, “तरवार म्यानमे धर । का पिता मोके दओ कचौरा मए ना पिमओ?”
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\v 12 तव पिछु सिपाहीकी दल, बिनके कप्तान, और यहूदीनके पहरेदार येशूके पकडी, और बाँधी ।
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\v 13 पहिले बे बाके हन्नासके ठिन लैगए, जो बा सालको प्रधान पुजाहारी कैयाफाको सासुरो रहए ।
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\v 14 जा बहे कैयाफा रहए, जौन जनाताके ताहिँ एक आदमी मरनसे कल्याण हए' करके यहूदीनके सल्लाह दै रहए ।
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\v 15 सिमोन पत्रुस और येशूको दुस्रो चेला येशूके पिछु लागो । तव दुस्रो चेलाके प्रधान पुजाहारीको चिनजान रहए।और येशूसंग प्रधान पुजाहारीके आँगनमे घुसो ।
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\v 16 तव पत्रुस बाहेर फाटकमे ठाडो रहए । तव दुस्रो चेला जो प्रधान पुजाहारीसे चीनजान रहए, बाहिर निकरके फाटकमे बैठन बारी लौड़ियासे कही पत्रुसके भितर लिआ ।
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\v 17 तब फाटकमे बैठी लौड़िया पत्रुससे कही, “का तुम फिर बहे आदमीके चेला मैसे एक जानै हौ?' बा कही, “मए ना हौँ ।”
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\v 18 तव बा कमैया और पहरेदार आगीको आहरा तापत रहए, काहेकी जाडो रहए । और पत्रुस फिर बिनके संग ठाणो आगी तपन लागो रहए।
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\v 19 अब प्रधान पुजाहारी येशू बाके चेला और बाके शिक्षाके बारेमे पुछी ।
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\v 20 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए संसारमे खुल्लमखुल्ला कहो हौ । मए सब दिन सभाघरमे और मन्दिरमे शिक्षा दओ हौ । जहाँ सब यहूदी इकठ्ठा होतहए । मए गुप्तमे कुछ ना कहो हौ ।
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\v 21 मोसे काहे पुछत् हौ? मए बिनसे का कहो सो सुननबारेन से पुछओ । मए कहो बात उनके पता हए ।”
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\v 22 येशू जा बात कहत रहए तव नजिकमे ठाडो पहरेदार मैसे एक जनै अइसो कहत येशूके थप्पड लागई, “का प्रधान पुजाहारीके अइसे जबाफ देतहए?”
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\v 23 येशू बासे कही, “मए बेठिक कहो हौ तव प्रमाण देओ, अगर मए ठिक कहो हौ तव तुम मोके काहे मारत् हौ?”
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\v 24 तव हन्नास बाके बाधे आबस्थामे प्रधान पुजाहारी कैयाफा ठिन पठए दए ।
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\v 25 जब सिमोन पत्रुस ठाहरके आगी ताप्त रहए । बे बासे कहीँ, “का उनके चेला मैसे एक जनै फिर नाहौ?” बा इन्कार करके कही, “मए ना हौ ।”
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\v 26 प्रधान पुजाहारीको कमैया मैसे एक जनै, जौनक् नातेदारको कान पत्रुस काटी रहए, बा पुछी, का मए तुमके उनके संग बगियामे ना देखो का?”
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\v 27 तव फिर पत्रुस इन्कार करी । और तुरुन्त मुर्गा बस्दै ।
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\v 28 तव बे येशूके कैयाफाके घरसे राज्यपालकी महल घेन लैगए । बा समय सुबेरे रहए बे राज्यपालकी महलमे ना घुसे काहेकी बे अशुद्ध ना होमए पर निस्तार तेवहर खाएलेमए ।
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\v 29 जहेमरे बिनके ठिन बाहेर निकरके पिलातस कहिँ, “जा आदमीके विरुध्दमे तुम का अभियोग लगए हौ?”
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\v 30 बे उन्से कहिँ, “अगर जा आदमी अपराधी ना होतो तव हम जाके तुमरे ठिन ना सुम्पते ।”
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\v 31 बहेमारे पिलातस बिनसे कही, “तुम जाके लैजओ, और तुम अपन व्यवस्था बमोजिम जाको इन्साफ करौ ।” यहूदी उन्से कहिँ, “कोइ आदमीके प्राणदण्ड देनके हमर ताही न्यायसङ्गत ना हए ।
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\v 32 बाको मृत्यु कौन तारिका से हुइहए कहिके येशू संकेत करके बाको कहो वचन पुरा होबए करके अइसो भव रहए ।
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\v 33 तव पिच्छु पिलातस फिर राज्यपालको महल भितर घुसो, और बा येशूके बोलाएके कहि, “का तुम यहूदीके राजा हौ?”
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\v 34 येशू जबाफ दैके कही, “तुम अपनए अईसो कहत् हौ, कि मिर बारेमे तुमसे और कोई कहो?”
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\v 35 पिलातस जबाफ दै, “का मए यहूदी ना हौ का? तुमरअपनिए मनई और मुखिया पुजारी तुमके मेरे हातमे सोपदै हए । तुम का करे?
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\v 36 येशू जबाफ दै, “मिर राज्य जा संसारको ना हए । मिर राज्य जा संसारको होतो तओ मिर सेवक मिर ताहिँ लड़ते, और मए यहूदीनके हातमे ना सौपतओ । पर मिर राज्य जा संसारको ना हए ।
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\v 37 तव पिलातस बासे कहि, “का तुम राजा हौ त्?” “येशू कहिँ तुमहि मोसे राजा काहत हओ? जहेके ताहिँ मए जन्मो हओ, और जहेके ताहिँ सच्चो गवाही देन मए जा संसारमे अओ हौँ । हरेक जो सत्यको पक्षमा हए, बा मिर आवाज सुनैगो ।”
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\v 38 पिलातस बासे कही, “सत्य का हए?” इत्कए कहिके बा यहूदीनके ठिन बाहिर निकर गओ, और बिनसे कही, “मए जा आद्मीमे कोइ दोष ना पाओ ।
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\v 39 पर निस्तार-तेवहरमे मए एक जनै तुमरे ताहिँ छोडदेनके तुमर चलन हए । तव का तुम चाहत् हौ, कि यहूदीक राजाके छोड्देओ?”
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\v 40 पर बे फिर अइसे करके चिल्लाएके कहीँ, “बाके ना, बारब्बाके |” बारब्बा डाँकु रहए ।
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\c 19
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\cl अध्याय १९
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\v 1 तव पिलातस येशूके लैगए और बाके कोर्रा लगानके लिअई, ।
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\v 2 और सिपाही काँटोको मुकुट गुथके बाके मुणमे लागए दै, और बाके बैजनी रंङको कुर्ता पैँधए दै,
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\v 3 और बाके नजिक आएके कहिँ, “प्रणाम, यहूदीको राजा!” और बे बाके थप्पण मारि ।
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\v 4 फिर बाहिर निकरके पिलातस बिनसे कहि, “देखौ मए जाके तुमर ठिन बाहेर ल्याए रहो हौ, और तुमके बातान चाहत् हौ, मए जामे कोइ दोष ना पात् हौ ।”
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\v 5 तव काँटोको मुकुट और बैजनी रंङको कुर्ता पैधएके येशू बाहिर अओ, और पिलातस बिनसे कहि, “देखो जा आदमी!”
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\v 6 जब मुखिया पुजाहारी और पहरेदार बाके देखीँ, बे अइसे करके चिल्लन लागे, “बाके क्रुसमे टाँग्ओ, बाके क्रुसमे टाँगओ!” पिलातस बिनसे कहि, “तुमहीँ जाके लैजाएके क्रुसमे टाँगओ, काहेकी मए जामे कोइ दोष ना पाओ!”
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\v 7 यहूदी उनके जबाफ दै, “हमर एक व्य्वस्था हए, और बा व्यवस्था अनुसार जा मरन पणैगो, काहेकी जा अपनएके परमेश्वरको पुत्र बनाइ हए ।”
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\v 8 जा बात सुनके पिलातस और डरए गओ ।
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\v 9 बा फिर राज्यपालको महल भितर घुसो और येशूसे पुछी, “तुम कहाँसे आए हौ?” तव येशू उनके कुछ जबाफ ना दै |
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\v 10 जहेमरे पिलातस बासे कही, “का तुम मोसे ना बोलैगे? तुमके छोड् देनके अधिकार मिरसंग हए, और तुमके क्रुसमे टाँगनकि अधिकार फिर मिरसंग हए करके तुमके पता ना हए?”
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\v 11 येशू बाके जबाफ दैके कही, “तुमके उपरसे नदित्तो तव मिर उपर तुम कोइ अधिकार ना हुत्तो । जहेमारे मोके तुमरे हातमे सौप्देनो और जद्धा पापको दोषी हए ।"
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\v 12 तव पिच्छु पिलातस बाके छोडदेनके और जद्धा प्रयत्न करी । पर यहूदी अइसो काहत चिल्लान् लागे, “अगर तुम जा आदमीके छोडदे हओ तव तुम कैसरके संगी ना हओ । अपनएके राजा हौ करके दाबी करन् बारो प्रत्येक कैसरके बिरुध्दममे खडा होतहए ।”
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\v 13 “पिलातस जा बात सुनके येशूके बाहेर ल्याई, और बा“ “पत्थरको पाटी" “कहन बारो ठाउँमे {जोसे हिब्रुमे गब्बथा कहत् है} न्याय आसनमे बैठो ।"
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\v 14 बा समय निस्तार-तेवहरको तयारीको दिन रहए । दिनमे करीब बाह्र बजो रहए । पितालस यहूदीनसे कहि, “देखौ, तुमर राजा!”
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\v 15 “तव बे अइसे काहत् चिल्लाने “लैजाओ, लैजाओ, जाके क्रुसमे टाँग्ओ!” पिलातस बिनसे पुछी, “का मए तुमर राजाके क्रुसमे टागओ?” मुखिया पुजाहारी जबाफ दैँ, “कैसर बाहेक हमर राजा और कोइ ना हए |”
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\v 16 तव बा उनके क्रुसमे टाँगन् बिनके हातमे सौपदै । जहेमरे सिपाही येशूके जिम्मा लैँ ।
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\v 17 बा अपन क्रुस अपनए बोकके खप्पर कहाँन् बारो ठाउँमे गओ, जौनके हिब्रु भाषामे गलगथा कहत् हए ।
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\v 18 हुवाँ बे बाके क्रुसमे टाँगी और बाके संग और दुई जनैके टाँगी, एक जनैके एक घेन और दुस्रो जनैके दुस्रे घेन और बीचमे येशूके ।
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\v 19 पिलातस एक दोष पत्र फिर लिखिके क्रुसके उपर टास्दै । बामे बहे लिखो रहए, “नासरतके येशू, यहूदीको राजा ।”
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\v 20 तव बहुत यहूदी जा दोष पत्र पढीँ, काहेकी येशू क्रुसमे टाँगो भव ठाउँ सहेरके नजिकए रहए । जा हिब्रु, ल्याटिन और ग्रीक भाषामे लिखोरहए ।
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\v 21 यहूदीके मुखिया पुजाहारी पिलातससे कहिँ, “'यहूदीक् राजा' कहान बारो का ना हए, तव जा मए यहूदीको राजा हौ कही' करके लिखओ ।”
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\v 22 पिलातस जबाफ दै, “मए जो लिखो, लिखो ।”
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\v 23 जब सिपाही येशूके क्रुसमे टाँगी, तव बे बाको कुर्ता लैके प्रत्येक सिपाही एक-एक होन करके चार भाग करीँ । बाको बाहिरको कुर्ता फिर लैं, तव बा कुर्ता सिओ ना भव उपरसे लैके तरेतक बुनो सिग्रो रहए ।
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\v 24 जहेमारे बे अपसमे कहिँ, “जाके चाहिँ ना फाडए, पर जा कौनक् होत हए करके चिट्टा डराए ।” धर्मशास्त्र पुरा होबए करके जा भव रहए: “बे मिर कुर्ता अपनए-अपनएमे बाँटी, और बाहिरको कुर्ताको चिट्टा डारीँ ।”
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\v 25 जहेमारे सिपाही जा काम करीँ । और येशूके क्रुसके नजिक बाकी अइया, कि बहिनीया, क्लोफासकी बैयर मरियम और मरियम मग्दलिनी ठाढी रहए ।
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\v 26 जब येशू अपनी अइयाके और बाके माया करन बारो चेला नजिकमे ठाडोभऔ देखि, तव बा अपनी अइयासे कहि, “नारी, देख, तुमरो लौड़ा!”
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\v 27 तव बा चेलनसे फिर बा कहि, “देख, तेरी अइया!” तओ बा समयसे बे चेला उनके अपन घरमे लैगए ।
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\v 28 तव पिछु येशू सब बात अब पुरो हुइगओ, करके जानके धर्मशास्त्र पुरो होबए करके कही रहए, “मोके प्यास लागो ।”
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\v 29 हुवाँ सिर्कासे भरो एक बर्तन धरो रहए । जहेमरे सिर्कासे भरो स्पञ्ज एक हिसपको हाँगामे बे बाके मुहुमे पुगाएदै ।
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\v 30 जब येशू सिर्का लै, तव बा कहि, “अब निभट गओ,” और बा मुडिया निहुराएके अपन आत्मा त्याग दै ।
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\v 31 बा दिन तयारीको दिन रहए । तभहीमारे यहूदी सबाथमे { खास करके जा शबाथमे, जौन महत्वपूर्ण रहए } मृत शरीर क्रुसमे ना रहए करके पिलातससे बिन्ती करी, और बे टाँग तोड्के बिनकी शरीर लानके माग करी ।
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\v 32 तव सिपाही आएके बाके संग क्रुसमे टाँगे भएनके टाँग तोडी, पहिले एक जनैको, तव पिछु दुस्रोको ।
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\v 33 जब बे येशू के ठिन अए बे देखि, कि येशूको मृत्यु अग्गु हुइगओ रहए, और बाको टाँग ना तोडी ।
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\v 34 तहु फिर सिपाही मैसे एक आदमी बाको कोखमे भला मेली और तुरन्त खुन और पानी निकरो।
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\v 35 तुम फिर बिश्वास कर सकौ करके जा देखन बारे गवाही दैहएँ। और बाको गवाही सच्चो हए, और सच्चो बोलत् हौ करके बो जानत् हए।
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\v 36 “बाको कोइ फिर हड्डी ना टुटहए” करके धर्मशास्त्रको वचन पुरो होबए करके जा बात भऔ ।"
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\v 37 और फिर दुस्रो ठाउँमे धर्मशास्त्र कहत हए, “जौनके बे भाला मेली हएँ, बे बोके देखिहए।”
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\v 38 तव पिछु अरिमाथियाको योसेफ, जो यहूदीन् के डरसे गुप्तमे येशूको चेला रहए, बे पितालससे येशूको मरि शरीर लैजान पाओ करके बिन्ती करी। पितालस बाके अनुमति दै, तव बे आएके बोकी मरि शरीर लैगए।
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\v 39 और अग्गु बोके ठिन रातके आनबारो निकोदेमस फिर हुना आऔ बा लगभग: तेत्तिस किलो मुर्र और एलवा मिलाएके लाई।
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\v 40 अइसे बे येशूको शरीर यहूदीन् के दफन-कारन ताहीँ रितिअनुसार मसालकसंग सुती लत्तामे बाँध।
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\v 41 बो क्रुसमे टाँगो ठाउँमे एक बगिया रहए।और बो बगियामे एक नयाँ चिहान रहए और हुना कोइके कबहु ना गणी रहँएँ ।
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\v 42 कहेकी यहूदीन् के तयारीको दिन रहए, और बो चिहान फिर ढिँगै रहए, और बे येशूके बहे मरघाटमे धरी।
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\c 20
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\cl अध्याय २०
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\v 1 हप्ताको पहिलो दिन सुबेरे अँध्यारो रहए मरियम मग्दलिनी गड्डामे आइँ |
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\v 2 बे सिमोन पत्रुस और येशूके माया करन् बारे और चेलनके ठिन दौडके गै, और बे कहिँ, “बे प्रभुके गड्डासे बाहिर लैगए, और बोके कहाँ जीन धरे हए, सो हम जन्तए नैयाँ।”
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\v 3 तव पत्रुस और दुस्रो चेला बाहिर निकरके गड्डा घेन गए ।
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\v 4 बे दोनाए संगसंगए दौरे, तव दुस्रो चेला पत्रुससे अग्लेछा कटके गड्डामे अग्गु पुग्गओ ।
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\v 5 गड्डा भितर निहुरके देखि, तव बे सुती कपडा इकल्लो पडो् देखि, तव बे भितर ना घुसे ।
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\v 6 सिमोन पत्रुस बोके पिछुपिछु अओ, और गड्डा भितर घुसो, और बे फिर मलमलसे लिप्टो कपडा इकल्लो हुवाँ पडो देखि ।
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\v 7 बाको मुणमे बधो गस्ती चाहिँ मलमलको कपडाके संग ना रहए, पर अलग एक ठाउँमे लिप्टो धरो रहए ।
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\v 8 तव गड्डामे पहिले दुस्रो चेला फिर भितर कुचो, और बा देखि और विश्वास करी ।
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\v 9 काहेकी बे बा मृतकसे जिन्दा हुइके उठन पणैगो करके धर्मशस्त्रको वचन हबए तक ना बुझिँ ।
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\v 10 तव पिछु बे चेला अपन घर घुमगए ।
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\v 11 तव मरियम गड्डाके बाहिर रोत ठाणी रहए । बा रोत निहुरके देखि,
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\v 12 और जहाँ येशूको मृत शरीर धरो रहए, हुवाँए सेतो कुर्ता लगए दुई स्वर्गदुत एक मुण घेन और दुस्रो पाव घेन बैठो बे देखिँ ।
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\v 13 बे बिनसे कहिँ, “बैयर, काहे रोतहए? कौनके ठुणत् हए?” बे बिनसे कहिँ, “बे मिर प्रभुके लैगए, और बोके कहाँ धरि हँए, मए ना जानत् हौ”
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\v 14 जा बात सुनके बे पिछु घुम गए, और बे येशूके ठाणो देखिँ, तव येशू हए करके बे ना चिनि ।
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\v 15 येशू बिनसे कहि, “नारी, तए कहे रोत हए? कौनके ठुणत् हए?” बो बाके रेकदेख करन बारो बताई, “हजुर, तुम बोके हियाँसे लैजाएके कहाँ धारेहौ मोके बतए देओ, और मए बोके लैजाएहौ |”
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\v 16 “येशू बिनसे कहि, “मरियम, बे घुमी और बाके हिब्रूमे कहिँ, “रब्बोनी,” अथबा ("हे गुरुज्यू!”) ।
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\v 17 येशू बिनसे कहि, “मोके मत छोबौ, काहेकी मए हबए तक पिताके ठिन ना गओ हौँ । पर मिर भैयन् के जाएके बिनसे कहेदेओ, “कि मए मिर पिता और तुमर पिता, और मिर परमेश्वर और तुमर परमेश्वरके ठिन जाए हौँ |”
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\v 18 मरियम मग्दलिनी चेलान ठिन आईँ, और बिनसे बाकि कही भइ बात बताई और कहि मएँ प्रभके देखो।
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\v 19 हप्ताको सुरुकी दिन संझा, घेन यहूदीके डरसे चेला फाटक बन्द करके भितर बैठे रहए, येशू आएके बिनके बीचमे ठड़गौ, और बा से कही, तुमके शान्ती!”
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\v 20 इतो बात कहिके बा उनके अपन हात और कोख फिर दिखाई । प्रभुके देखके चेला बहुत खुशी भए ।
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\v 21 तव येशू फिर बिनसे कही, “तुमके शान्ती होबए! जैसी पिता मोके पठाई, उसी मए तुमके फिर पठत् हौ |”
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\v 22 जब येशू ऐसो कहिके बा बिनके उपर शास फुक्कदए और बिनके कहि, “पवित्र आत्मा लेओ ।
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\v 23 जौनकी पाप तुम क्षमा करत हौ, बिनकी क्षमा हुइहए, और जौनक् पाप तुम क्षमा ना करेहौ क्षमा ना पाएहए ।
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\v 24 येशू अओ तव बाह्र जनै मैसे एक जनै, दिदुमस कहन बारो थोमा तव, बिनके संग ना रहए ।
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\v 25 “पिच्छु और चेला बासे कहिँ, “हम प्रभुके देखे” तव बा बिनके बाताए, “जब तक मए बाके हातमे किलको डोब ना दिखेहौ, और किलको डोबमे उगंरी ना डरंगो और, बाके कोखमे मिर हात ना डारेहौ, तब तक मए विश्वास ना करेहौ ।”
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\v 26 “आठ दिन पिछु बाके चेला फिर घर भितर रहएँ । और थोमा फिर बिनके संग रहए । फाटक बन्द रहए, बहे अवस्थामे येशू भितर घुसिगओ, और बीचमे ठड़िगौ, और कहि “तुमके शान्ती!”
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\v 27 तव पिच्छु बा थोमासे कहि, “तुमर उगंरी हियाँ घसोर, और मिर हात देख । तुमर हात मिर कोखामे डार संका मत कराए, विश्वास कर ।”
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\v 28 थोमा बासे कहि, “मिर प्रभु और मिर परमेश्वर!”
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\v 29 येशू बिनसे कहि, “तुम मोके देखके मिर उपर विश्वास करे हौ? धन्य हए बे जो मोके ना देखि हए, तहु फिर विश्वास करत् हए ।”
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\v 30 येशू और बहुत चिन्ह चेलनके सामने करी रहए, जौन जा किताब ना लिखि हए ।
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\v 31 पर जा लिखोहए, कि तुम येशू परमेश्वरको पुत्र, ख्रीष्ट हए करके विश्वास करौ, और विश्वाससे बाके नाउँमे तुम जीवन पाबओ ।
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\c 21
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\cl अध्याय २१
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\v 1 तव पिच्छु चेलाके ठिन तिबेरियास समुद्रके ढिंगै येशू फिर अपनके प्रकट करी । बा अपनएके अइसे प्रकट करी:
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\v 2 सिमोन पत्रुस, दिदुमस कहन बारो थोमा, गगीलको काना नगरको नथानेल, जबदियाक दुई लौड़ा और बाके चेला मैसे और दुई जनै एकसंग रहए ।
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\v 3 सिमोन पत्रुस बिनसे कहि, “मए मछ्री मरन जात् हौ ।” बे उनसे कहि, “हम फिर तुमरसंग अए हए ।” बे जाएके नैयाँमे चाढिगए, पर बा रात बे कुछु ना पाइँ ।
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\v 4 सुबेरे होन लागो रहए, येशू किनारे ठाड़ो रहए । तव चेला बा येशू हए करके ना चिन पाई रहए ।
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\v 5 “येशू बिनसे कहि,” “बालका हओ तुमर संग कए मछ्री हए?” बे बाके जबाफ दै, “नैयाँ ।”
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\v 6 “बा बिनसे कहि, “जाल नैयाँके दाहिने घेन, फेकओ तव पैहौ ।” तव बे जाल डारीँ, और माछ्रीको ढेरीके मारे बे जाल ना तान पाई ।
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\v 7 “येशूले प्रेम करन बारो चेला पत्रुस कहि, “बोता प्रभु हए ।” “बा प्रभु हए" अइसी सुनके सिमोन पत्रुस अपन बाहिरी कुर्ता करेहओ मे लपेटके, काहेकी बा कुर्ता खोलेरहए, और समुद्रमे कुदपणो ।"
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\v 8 और चेला नैयाँमे वैठके जाल तान्त् रहए । बे किनारेसे दुर ना रहए, पर लगभग सय मिटर जित्तो रहए ।
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\v 9 जब बे किनारेमे उत्रे, तव बे कुइला अंग्रामे मछ्री धरो और रोटी देखी ।
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\v 10 येशू बिनसे कहि, 'तुम भर्खर पक्णे मछ्री मैसे कुछ ल्याबओ ।”
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\v 11 तव सिमोन पत्रुस नैयाँ मे चढ़के एक सय त्रिपन्न बड़ी-बड़ी मछ्री भरी जाल डीणेमे ल्याइँ, इत्तो रहए ताहु फिर जाल ना फटो ।
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\v 12 “येशू बिनसे कहि, “आऔ और खाऔ”। चेलन मैसे कोइ फिर" “तुम कौन हौ?” कहिके बाके पुछनके आँट ना करी, काहेकी बे बा प्रभु हए करके जानत् रहए ।"
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\v 13 येशू अओ और रोटी लैके बिनके दै, और उइसी करके मछ्री फिर दै ।
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\v 14 मृतकसे जिन्दा उठ्के येशू चेलाके ठिन प्रकट भव तेस्रो चोटी रहए ।
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\v 15 जब बे खाए डारीँ, तव येशू सिमोन पत्रुससे कहि, “यूहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम इन्से जद्धा प्रेम करत् हौ?”बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ । बा बासे कहि, “मिर भेडान् के खबओ”
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\v 16 बा फिरके दुसरे दओ बिनसे कहि, “युहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ?” बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ ।” बा बासे कहि, “मिर भेडाके रेकदेख कर ।”
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\v 17 “बा बासे तिस्रो दाउँ कहि, “यूहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ ।” पत्रुस दु: खित हुइगव, काहेकी येशू बासे कहि, “का तुम मोके प्रेम करत् हौ?” कहिके तिस्रो दाउँ पुछी रहए बा बासे कहि, “प्रभु तुम सब जानत् हौ । मए तुमके प्रेम करत् हौ करके तुमके पत्तए हए ।” येशू बासे कहि, “मिर भेडाके खबओ ।"
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\v 18 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, जब तुम जवान रहौ अपन लत्ता पैधत रहौ, और जहाँ इछ्या लागत हुवाँए जात रहओ । तव जब तुम बुढे हुइहौ, तव तुम अपन हात पसरेहौ, और दुसरे तुमर लत्ता पैधाए दैहए, और तुम जहाँ जान ना चहात हओ हुवाँ लैजाए हँए ।”
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\v 19 पत्रुस कौन मेलकि मृत्युसे बे परमेश्वरको महिमा करेहए, कहीके चिन्ह करन येशू यईसो कहि रहए । इतकए कहिके बा बासे कहि, “मिर पिछु लाग ।”
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\v 20 पत्रुस पिच्छु घुमके देखि येशूके प्रेम करन् बारो चेला औ खानु खात पेती बाके छातीमे अडेस लैके बैठो और बासे, “प्रभु तुमके पक्डान बारो कौन हए?” कहिके पुछन बारो चेला बाको पिच्छु पिच्छु आत देखि ।
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\v 21 पत्रुस बाके देखी, और येशूसे कहि, “प्रभु, जा आदमी का करैगो?”
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\v 22 येशू बिनसे कहि, “अगर मए ना आमौ तबतक असरा देखत् रहियौ करके मिर इच्छा हए तव का भव ता? मिर पिच्छु लागौं ।”
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\v 23 “जहेमरे, बे चेला ना मरहएँ कहिके जा बात भैयानके बीचमे फैलगो । येशू बे ना मरेहए ना कही रहए, पर “मए ना आमौ तवतक आसरा दिखिओ करके मिर इच्छा हए फिर तुमसे का?” कहि रहए ।
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\v 24 जा बातकि गवाही देनबारो और जे बातके लिखन बारो जा बहए चेला हए, और हम जानत् हएँ कि बाकी गवाही सच्ची हए ।
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\v 25 येशूके करेभए और फिर गजब काम हएँ । यदि बे सब लिखे हुईते तव, मोके अइसो लग्तो, बे लिखीभइ किताब संसारभर् फिर ना अपएतो ।
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