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\v 4 तिसरा देवदुताय आपु वाटी खाडीम व पायाआ हाना वोल्याम रीसवी, आन तिया रगत वेयो. \v 5 आन मानाप उनाया आलो का , पाया देवदुत आखे “तु जो पवित्र हाय आन आथो तो तु नीतिमान हाय. काहाका तु ऐहकी नयाय केयो.” \v 6 काहाका तिया पवित्र जाआ आन संदेष्ट्याआ रगत पाड्यो आन तु तियाहाल रगत पिया देदो, काहाक ते यााच लायकी हाय.” \v 7 वेदय उत्तर देदो, तो मायुय उनायो का “इ बाठो सामर्थ्य देवा परमेश्वरा तो न्याय खेरो आन नीती हाय.”