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\v 5 ताहा राजगादीप बाेठलाई आखा लाग्यो, “वेरा, मायुय होगोज काय नाेवो किई दीहु आन तियाय माल आख्यो लिख, काहाका ई वचनेविश्वास केईला सारखे आन खेरो हाय.” \v 6 आन तियाय माल आख्यो, “इया गोठ्या वेल्या हाय, माय अल्फा आन ओमेगा, पेहला आन सेल्लो हाय.” जो फाहाप्यो वेरी तियाल माय जिवना झऱ्या पाय मोफत देहे.