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\c 5 \v 1 फासे माय, जो राजासनाप बोठलो आथो तिया हुदाे हाताम माय एक पुस्तक वेयो, पुस्तकाम बेने वेलाने लिखलाे आथो, आन तीय पुस्तकाल सात शिक्का मारीन बंद केलो आथो. \v 2 आन माय एक सामर्थ्यशाली देवदुत मोडा आवाजाम आखा लाग्यो, “पुस्ताका शिक्के तोडीन ती उघडावा खाातेर केडो योग्य हाय ?”