Sun Mar 31 2024 20:35:03 GMT+0530 (India Standard Time)
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\c 17 \v 1 फासे तिया सात वाट्या लेणारा जे सत देवदुत आथा तियाहामने एक आवीन माआरी गोग्यो, आन आख्यो, “ते तिया कोतेतबी जलाप बोठले हाय तिया महावेश्येआ न्यायनिवाडाआ आय तुले दुखावुहू. \p \v 2 तोरतीपुन राजाहाई तियाीआरी जारकर्म केये आन तोरतीप रेणारे तिया जारकर्माआ द्राक्षारसाकी मस्त वेये.
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\v 3 \v 5 ताहा दुताय माल पवित्र आत्म्याम जोगलाम ली आलो आन माल एका किरमीजी रंगआ पशु बोठलो देखयो, तो देवनिंदात्क नावकी पोरालो आथेा आन तियाल सात मुनके आन दहा हिंगाडे आथे. \v 4 तिया बाईस जांभला व किरमिजी पोतडे नेसीन होना व मोलवान रत्नाआ मोते याहा साज पोवीन आथे, तियी आथाम अमंगळ गोठ्या व व्यभिचारकी पोलो एक होना प्यालो आथो.
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अध्याय – 17
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\c 19 \v 1 ई गोठ पाछला मायुय एक मोडो टोला मोडो आवाज स्वर्गाम उनायो, ते आखेहे “ हालेलुया” आपु देवुल तारण माहिमा आने पराक्रम हाय” \p \v 2 काहाल का तिया न्याय खेरो आने नीतीमान हाय काहालका जी महावेश्या (मोडी वेश्या) तियुय व्याभिचार किने तरतील भ्रष्ट कयी, तियाय तियु न्याय केला हाय आने तिया सेवका रगतु बदलो तियपने लेदलो हाय.”
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अध्याय 19
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"16-10",
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"16-12",
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"16-15",
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"16-17"
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"16-17",
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"16-20",
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"17-title",
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"17-01",
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"17-03",
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"19-title",
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"19-01"
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