From 3dff2851e9f55e93175b758794ed043dea3dc18b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Snehal Date: Sat, 27 Apr 2024 23:03:04 +0530 Subject: [PATCH] Sat Apr 27 2024 23:03:04 GMT+0530 (India Standard Time) --- 05/06.txt | 2 +- 05/08.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/05/06.txt b/05/06.txt index 96cc513..ccb7c95 100644 --- a/05/06.txt +++ b/05/06.txt @@ -1 +1 @@ -\v 6 राजासना आन चार जिवता प्राण्या आन तिया डाया वचमे “कोकरो” उभो हाय ऐहकी मायुय वेयो, तो विधला होच (माइटाकला होस) आथो, तियाल सात हिनके आन सात डोवा आथा, आन ई तो होगोज तरतीप मोकली देवाम आल्लो देवा सात आत्मे आथे. \v 7 तो गियो आन तियाल जो “राजासनाप बोठलो आथो तिया हुदा हाताम तो पुस्तक लिलेदो. \ No newline at end of file +\v 6 राजासना आन चार जिवता प्राण्या आन तिया डायांहा वचमे “कोकरो” उभो हाय ऐहकी मायुय वेयो, तो विधला होच (माइटाकला होस) आथो, तियाल सात हिनके आन सात डोवा आथा, आन ई तो होगोज तरतीप मोकली देवाम आल्लो देवा सात आत्मे आथे. \v 7 तो गियो आन तियाल जो “राजासनाप बोठलो आथो तिया हुदा हाताम तो पुस्तक लिलेदो. \ No newline at end of file diff --git a/05/08.txt b/05/08.txt index d2bf607..74d8647 100644 --- a/05/08.txt +++ b/05/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 आन जाहा तियाय तो पुस्तक लिलेदो ताहा चार जिवता प्राणी आन चोवीस हायामाही कोकऱ्या हुबूर उबडु पोड्या हरऐक जाआप वीणा आन हरऐक हाताम शुध्द “धुपावाय” पोअल्या सोना वाटक्या आथ्या, वाटक्या म्हणजे पवित्र लोकांहा “प्रार्थना” आथ्या. \ No newline at end of file +\v 8 आन जाहा तियाय तो पुस्तक लिलेदो ताहा चार जिवता प्राणी आन चोवीस हायामाही कोकऱ्या हुबूर उबडु पोड्या हरऐक जाआप वीणा आन हरऐक हाताम शुध्द “धुपावाय” पोअल्या हाेना वाटक्या आथ्या, वाटक्या म्हणजे पवित्र लोकांहा “प्रार्थना” आथ्या. \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 9849192..af87204 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -82,6 +82,7 @@ "05-title", "05-01", "05-03", + "05-06", "05-08", "05-09", "05-11",