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\v 13 13 भइया रेओ, तुमके पता होबए काहिके मए चाँहत हौ कि मए तुमके और बाँकी अन्यजातिक बिचमे फिर कुछ फरा बाटोर सकौँ तुमर ठिन आन गजब चोटि इच्छा करो। पर मए अभए तक रुको हौ। \v 14 14 ग्रीक होए चहु और अज्ञानी जाति, बुद्धिमान होए चहु या निर्बुद्धि, सबयको मए ऋणी \v 15 हौ।15 जहेमारे सकेसम तुम रोममे होन बारेक फिर सुसमाचार प्रचार करन मए जोसमे हौ।