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\v 26 काहेकी यरुशलेममे होनबारे सन्तनमे जो गरिब हए बिनके ताँहि माकेडोनिय और अखैयाके मण्डलीसे कुछ भेटी दै हँए । \v 27 जा भेटीबे खुसिसाथ जम्म करी रहँए, और नेहत्य त बे बिनके ऋणी फिर बानइँ| काहेकी अगर अन्यजाती बिनकी आत्मिक आशिषमे सहभागी भए हँए कहेस, बे फिर संसारिक आशिषसे बिनकी सेवा करन पड्त हए ।