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\c 9 \v 1 मए ख्रीष्टमे सत्यबोलत हौं, मै ना ठगो हौं ।मिर बिवेक से पवित्र आत्मामे मोके गवाही देत हए। \v 2 2 मिर हृदयमे गजब शोक और मनमे अटुट वेदना हए।