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\v 20 खानबारि चिजके ताँहि परमेश्वरके कामके नाश मतकरओ| वास्तवमे सबय बात शुद्ध हँए , पर अपन खाओ भओ चिजसे दुसरेकबाधा करन अनुचित हए । \v 21 उचित त जा हए, कि बुट्टी ना खान, दारु ना पिन, कोइ अइसो काम ना करन, जौनसे तुमर भैयाके बाधा होत हए ।