\v 28 एकघेनबे सुसमाचारके हिसाबसे त बे तुमर ताहीं परमेश्वरके शत्रु हएँ, पर चुनेनके हिसाबसे त पुर्खनके ताहीं बे प्रिय हएँ । \v 29 काहेकी परमेश्वरको वरदान और बोलावट अटल हए ।