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\v 25 भैया रेओ, अपन घमण्डमे तुम बुद्धिमान होन ढुड्त हओ काहेकी तुम जा रहस्य सम्झौ करके मए चाहत हौं, कि अन्यजातीको संख्या पूरो ना भव तक इस्राएलीनको एक अंशमे कठोरता आओ हए ।