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\v 6 काहेकी हम दुर्वल रहएँ ख्रीष्ट अधर्मीके ताँहि ठीक समयमे मरीगौ । \v 7 कोई मुस्किलसे मरैगौ एक जानै धर्मी आदमीके ताँहि , आथव एक जानै असल आदमीके ताँहि सायद कोई मारनको साहस करतो ।