From 239ab9159ddfc287a485bfbce3f162710148babf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 12 May 2023 12:50:15 +0545 Subject: [PATCH] Fri May 12 2023 12:50:15 GMT+0545 (Nepal Time) --- 15/03.txt | 2 +- 15/05.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/15/03.txt b/15/03.txt index 648b06c..1d68758 100644 --- a/15/03.txt +++ b/15/03.txt @@ -1 +1 @@ -\v 3 \v 4 3 काहेकी ख्रीष्ट फिर अपनएके खुसी ना करि| अइसो लिखो हए, तुमके निन्दा करनबारेनके निन्दा मिर उपर पडै।” 4 अग्गु-अग्गु लिखि भए बात हमर शिक्षाके ताहि लिखो रहए, जा उधेश्य कि पवित्र-शास्त्रसे आनबारोस्थिरता और उत्साहसे हम आशा प्राप्त करन पामए। \ No newline at end of file +\v 3 काहेकी ख्रीष्ट फिर अपनएके खुसी ना करि| अइसो लिखो हए, तुमके निन्दा करनबारेनके निन्दा मिर उपर पडै।” \v 4 अग्गु-अग्गु लिखि भए बात हमर शिक्षाके ताहि लिखो रहए, जा उधेश्य कि पवित्र-शास्त्रसे आनबारोस्थिरता और उत्साहसे हम आशा प्राप्त करन पामए। \ No newline at end of file diff --git a/15/05.txt b/15/05.txt index 14c5a99..6f12aa3 100644 --- a/15/05.txt +++ b/15/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 5 स्थिरता और उत्साहको परमेश्वर तुमके ख्रीष्ट येशूसँग एक हुइके एक दुसरेके सँग एक मनके हुइके जिन देबओ, \v 6 कि एकए मनके हुइके एकए सोरसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर और पिताको महिमा तुम कर पामए। \v 7 जहेमारे परमेश्वरको महिमाके ताहि ख्रीष्ट तुमके ग्रहण करे बमोजिम तुम फिर एक दुसरेके ग्रहण करौ। \ No newline at end of file +\v 5 स्थिरता और उत्साहको परमेश्वर तुमके ख्रीष्ट येशूसँग एक हुइके एक दुसरेके सँग एक मनके हुइके जिन देबओ, \v 6 कि एकए मनके हुइके एकए सोरसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर और पिताको महिमा तुम कर पाबौ। \v 7 जहेमारे परमेश्वरको महिमाके ताँहि ख्रीष्ट तुमके ग्रहण करी बमोजिम तुम फिर एक दुसरेके ग्रहण करौ। \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0edc5a0..8a93dd9 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -55,6 +55,7 @@ "01-29", "01-32", "02-01", + "15-05", "15-08", "15-10", "15-12",