From 0a3200f24fc6bebd594e517112648c0b9168de96 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 11 May 2023 11:39:54 +0545 Subject: [PATCH] Thu May 11 2023 11:39:53 GMT+0545 (Nepal Time) --- 10/16.txt | 2 +- 10/18.txt | 1 + 10/19.txt | 1 + 10/20.txt | 1 + 11/01.txt | 1 + 5 files changed, 5 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 10/18.txt create mode 100644 10/19.txt create mode 100644 10/20.txt create mode 100644 11/01.txt diff --git a/10/16.txt b/10/16.txt index 507d518..4bd3ed8 100644 --- a/10/16.txt +++ b/10/16.txt @@ -1 +1 @@ -16 तव बे सब सुसमाचार पालन ना करी हएँ, काहेकी यशैया कहत हए, “हे प्रभु, हमसे सुनी बात कौन विश्वास करी हए?” 17 जो सुनो गव हए, बोसे विश्वास आत हए और जो सुन्त हए बो ख्रीष्टको प्रचारसे आत हए । \ No newline at end of file +\v 16 \v 17 16 तव बे सब सुसमाचार पालन ना करी हएँ, काहेकी यशैया कहत हए, “हे प्रभु, हमसे सुनी बात कौन विश्वास करी हए?” 17 जो सुनो गव हए, बोसे विश्वास आत हए और जो सुन्त हए बो ख्रीष्टको प्रचारसे आत हए । \ No newline at end of file diff --git a/10/18.txt b/10/18.txt new file mode 100644 index 0000000..04a7e17 --- /dev/null +++ b/10/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 18 पर मए पुछ्त हौं, “का बे सुनी हैं? नेहत्तय बे सुनिहए, काहेकी विनको आवाज सारा पृथ्वी भर पुगो हए, और विनको वचन संसारको दुसरो छोर तक पुगो हए|” \ No newline at end of file diff --git a/10/19.txt b/10/19.txt new file mode 100644 index 0000000..ea2ec8d --- /dev/null +++ b/10/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 19 मए फिर पुछङ्गो, “का इस्राएल ना सम्झी ?”सबसे पहिले मोशा कहात हए, “जो एक जाती ना है, मए तुमके बिनके प्रति दुश्मनाई करबाएदेहौं, एक मुर्ख जातिसे मए तुमके गुस्सा करबाएदेहौं|” \ No newline at end of file diff --git a/10/20.txt b/10/20.txt new file mode 100644 index 0000000..9cca420 --- /dev/null +++ b/10/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 \v 21 20 तव यशैया सहास से कहत हए, “मोके ना ढुड्नबाले मोके पाई हएँ, जौन मोके नाए ढुडीरहए बिनहिके विचमे मए अपनेके प्रकट करो हौं|” 21 परइस्राएलके बारेमे बे कहत हएँ, “दिन भर त अटेरी और विरोधी आदमी घेन मए मिर हाँथ पसारे हौं|” \ No newline at end of file diff --git a/11/01.txt b/11/01.txt new file mode 100644 index 0000000..8ba3d51 --- /dev/null +++ b/11/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\c 11 \v 1 \v 2 \v 3 1 जहेमारे मए पुछत हौं, “का परमेश्वर अपन आदमिनके त्याग दै हए का?” कदापि नैया! काहेकी मए फिर त अब्रहामको सन्तान, बैन्यामिनको कुलको एक इस्राएली हौं । 2 परमेश्वर पहिलीय से चुनेभए अपन आदमिनके बहिष्कार ना करी| का-एलियाके बारेमे पवित्र-शास्त्र कहि बात तुम नाए जानत हौ ?बा इस्राएलके विरुद्धमे परमेश्वरसे कैसे विन्ती करत हए, 3 " ""हे प्रभु बे तुमर अगमवक्तनके मारी हएँ, तुमर वेदी उजाड दै हएँ, और मए इकल्लो छुटो हौं, और बे मिर प्राणके खोजीमे हएँ|”" \ No newline at end of file