\v 14 ताहुँ फिर मिर कष्टमे तुम सहभागी भए, जा असल करे| \v 15 तुम् फिलिप्पी अपने फिर जान्त हौ, कि सुसमाचारके सुरुमे मए माकेडोनियासे बिदा होत, देन और लेन काममे, तुमर बाहेक कोइ मण्डलीको सहाभागी मिर् संग नाए भव रहए, \v 16 काहेकी थेसलोनेकेमे फिर तुम मोके एक पटकसे जद्धि मिर ताहिँ सहयोग पठाए| \v 17 मए भेटी नाए ढुंडो हौ, पर मए त तुमरमे अइसो फलको आशा कर्त हौ, जो तुम्री हिसाबमे जम्मा होतजाए|