From d2d0682aff4a8fe2fd85fc30764c71095139512b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 4 Aug 2023 11:38:57 +0800 Subject: [PATCH] Fri Aug 04 2023 11:38:57 GMT+0800 (Australian Western Standard Time) --- 02/14.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/02/14.txt b/02/14.txt index 4004a02..fb716cb 100644 --- a/02/14.txt +++ b/02/14.txt @@ -1 +1 @@ -\v 14 बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम कर्त जाओ, \v 15 जेहे जैसो व्योहार करौ,ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्‍वर निर्दोष और इमानदार कि तुम निर्दोष और सिधा भए टेढे और बहाके पुस्ताके बीचमे परमेश्वरको निश्खोट सन्तान होबओ, जौन पुस्ताके बीचमे संसारमे तुम तारा कता चमक्तहौ | \v 16 जीवनको वचन बलियो करके पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम नाएकर्तहौ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सिकओ| \ No newline at end of file +\v 14 बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम कर्त जाओ, \v 15 जेहे जैसो व्योहार करौ,ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्‍वर निर्दोष और इमानदार लौँड़ालौँड़ीया बन सकौ कि तुम निर्दोष और सिधा भए टेढे और बहाके पुस्ताके बीचमे परमेश्वरको निश्खोट सन्तान होबओ, जौन पुस्ताके बीचमे संसारमे तुम तारा कता चमक्तहौ | \v 16 जीवनको वचन बलियो करके पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम नाएकर्तहौ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सिकओ| \ No newline at end of file