diff --git a/01/18.txt b/01/18.txt index a4c983f..3128e51 100644 --- a/01/18.txt +++ b/01/18.txt @@ -1 +1 @@ -\v 18 \v 19 18 जो होबए, मूल बात जहे हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौ| 19 हँ, मए रमातहौ| काहेकी मए जान्तहौ कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके सहेतासे जा मेरो छुट्कारके ताहिँ होन आबैगो| \ No newline at end of file +\v 18 18 जो होबए, मूल बात जहे हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौ| 19 \v 19 हँ, मए रमातहौ| काहेकी मए जान्तहौ कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके सहेतासे जा मेरो छुट्कारके ताहिँ होन आबैगो| \ No newline at end of file diff --git a/01/22.txt b/01/22.txt index a18a538..521538e 100644 --- a/01/22.txt +++ b/01/22.txt @@ -1 +1 @@ -\v 22 \v 23 \v 24 22 अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बो फलदाई परिश्रम होबैगो| तव फिर मोके चुनन पणैगो, बो मए नाए कहे सिकेहौ| 23 मए त दोधारमे पणोहौ| बरु बिदा हुइके ख्रीष्टके साथमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत असल हए, 24 पर शरीरमे रहन तुमरे खातिर झन आवश्यक हए| \ No newline at end of file +\v 22 22 अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बो फलदाई परिश्रम होबैगो| तव फिर मोके चुनन पणैगो, बो मए नाए कहे सिकेहौ| 23 \v 23 मए त दोधारमे पणोहौ| बरु बिदा हुइके ख्रीष्टके साथमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत असल हए, 24 \v 24 पर शरीरमे रहन तुमरे खातिर झन आवश्यक हए| \ No newline at end of file diff --git a/02/14.txt b/02/14.txt index b4c6a07..101ed1f 100644 --- a/02/14.txt +++ b/02/14.txt @@ -1 +1 @@ -\v 14 \v 15 \v 16 14 बरबर अथवा वाद-विवाद नाए करके सब काम कर्त जाओ, 15 कि तुम चाहिँ निर्दोष और सिधा भए टेढे और बहाके पुस्ताके बीचमे परमेश्वरको निश्खोट सन्तान होबओ, जौन पुस्ताके बीचमे संसारमे तुम तारा कता चमक्तहौ| 16 जीवनको वचन बलियो करके पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम नाएकर्तहौ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सिकओ| \ No newline at end of file +\v 14 14 बरबर अथवा वाद-विवाद नाए करके सब काम कर्त जाओ, 15 \v 15 कि तुम चाहिँ निर्दोष और सिधा भए टेढे और बहाके पुस्ताके बीचमे परमेश्वरको निश्खोट सन्तान होबओ, जौन पुस्ताके बीचमे संसारमे तुम तारा कता चमक्तहौ| 16 \v 16 जीवनको वचन बलियो करके पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम नाएकर्तहौ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सिकओ| \ No newline at end of file diff --git a/02/22.txt b/02/22.txt index 78ecd63..12e670b 100644 --- a/02/22.txt +++ b/02/22.txt @@ -1 +1 @@ -\v 22 \v 23 \v 24 22 पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौणा दौवाको सेवा कर्तहए, उइसी बो सुसमाचारको काममे सेवा करी| 23 जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बोके पठान आशा कर्तहौ| 24 और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा राखेहौ| \ No newline at end of file +\v 22 22 पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौणा दौवाको सेवा कर्तहए, उइसी बो सुसमाचारको काममे सेवा करी| 23 \v 23 जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बोके पठान आशा कर्तहौ| 24 \v 24 और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा राखेहौ| \ No newline at end of file diff --git a/04/04.txt b/04/04.txt index daabab7..7b66469 100644 --- a/04/04.txt +++ b/04/04.txt @@ -1 +1 @@ -\v 4 \v 5 4 प्रभुमे रोज आनन्द करओ मए फिर कहात हौ, आनन्द करओ| 5 तुमर सहनशीलता सब आदमीके पता होबए| प्रभु ढिंगै हए| \v 6 6 कोइ बात मे चिन्तित मत होबओ, पर सब बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवाद सहित तुमर बिन्ती जाहेर होबए, \v 7 7 और समझ भ्यान नाए सिकनबालो परमेश्वरको शान्ति तुमर हृदय और तुमर मनके येशूमे रक्षा करैगो| \ No newline at end of file +\v 4 4 प्रभुमे रोज आनन्द करओ मए फिर कहात हौ, आनन्द करओ| \v 5 5 तुमर सहनशीलता सब आदमीके पता होबए| प्रभु ढिंगै हए| \v 6 6 कोइ बात मे चिन्तित मत होबओ, पर सब बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवाद सहित तुमर बिन्ती जाहेर होबए, \v 7 7 और समझ भ्यान नाए सिकनबालो परमेश्वरको शान्ति तुमर हृदय और तुमर मनके येशूमे रक्षा करैगो| \ No newline at end of file