thr_luk_text_reg/08/54.txt

1 line
570 B
Plaintext

\v 54 पर बालौणीयाके हातमे पकडके आइसे कहत बुलन लगो,'' ललो, उठ।” \v 55 औ बाकी प्राण घुमके आएगओ, और बा तुरून्त उठी, और बा बके कछु खनके देनके ताही कही । \v 56 बाकी आइया और दौव अचामो मनी, पर जो भवरहए बा कोईसे मत कहीएओ कहीके बा आदेश बिनके दाई |