\v 3 बा बिनसे कही, “तुम अपन यात्रामे अपनसँग कछु मतलेव- न लट्ठी, न झोला, न रोटी, न पैसा, न दुई जोण लत्तालेओ । \v 4 जैन घरमे तुम घुस्तहव हुँअ बैठव, और बा हूँए से ही बिदा होबौ।