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\v 36 बे जा बात काहत पेती येशु बिनके बिचमे प्रकट भव रहए, और बे डरके मारे घबणाए गए । और बिनसे कहि तुमके शान्ती होबए ।" \v 37 बे झस्के, और डरके मारे घब णाए गए, और हम त प्रेत देखे रहए कहिके सम्झी ।