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\v 45 जब बा प्रार्थनासे उठके चेला ठिन आतपेति, बा बिनके शोकके कारण निधानो देखि । \v 46 और बा उनसे पुछी, तुम काहे निधाए रहेहौ ? उठौ और परिक्षामे ना पणन ताहि प्रार्थाना करौ ।"