\v 14 और जब समय आओ, बा प्रेरितनके सँग भोजन करन बैठो। \v 15 बा उनसे कहि, "मै दुःख भोगनसे अग्गु जा निस्तार त्युहारको भोजन तुमर सँग खान बणो इच्छा करो रहओ । \v 16 काहेकि मै तुमसे काहत हौ , परमेश्वरके राज्यमे जा पुरो ना होन तक मै जा भोज फिर ना खामङ्गो ।"