\c 18 \v 1 बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कहि , \v 2 बा बिनसे
कहि, "कोई एक सहरमे परमेश्वारको डर ना माननबारो ,और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधिश रहए ।