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\v 22 बा चेलनसे कहि , “बे दिन आमंगे , जब तुम आदमीको पुत्रके कोई एक दिन देखन इच्छा करैगो ,तव तुम ना दिखहओ । \v 23 आदमीनके तुम कएहओ , देखओ बा हुवा हए ! औ बा हिया हए !' पर तुम मत जैओ, और , बिनके पिछु मत लगिओ । \v 24 काहेकी जैसी बिजली चमकत्त हए बादरको एक किनारे दुसरे किनारे तक उजियारो करत हए ,आदमीको पुत्र फिरअपनो आन दिनमे उईसी हुईहए ।