\v 17 येशू कहि , "का अच्छे भए दश जनि नाहए का ? और नौ जनि कहाँ गए ? \v 18 का जा बेदेशी बाहेक घुमके आनबारे ,परमेश्वरको प्रशंसा करन और कोई नाहए ? \v 19 और बा बासे कहि “उठ और अपन डगर लाग । तुमर बिश्वास तुमके अच्छो करि हए ।"