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\v 20 तव बा उठके अपन दौवा ठीन गओ । बा दुर होत बक दौवा बाके देखी , बा दयासे भरगओ ,और दौडके गओ बाके गलबइया डारके बाके चुम्बन करी । \v 21 लौडा अपन दैँवासे काही ,“दौवा मए स्वर्गके बिरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हौ । मए फिर तुमर लौडा कहनको योग्या ना हओ ।' |