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\v 22 अब शहर-शहर और गाउ-गाउ हुईके यात्रा करतए शिक्षा देत बा यरुशलेम घेन गओ। \v 23 कोई एक जनि बासे पुछि, “प्रभु का उद्धार पान बारो थोरि ही हए ?" पर बा बिनसे कहि \v 24 पतरो फाटकसे जान प्रयाहस करओ ,काहेकी मए तुमसे कहत हौ , गजब जनि घुसन ढुणङ्गे , पर ना जा पए हए । |