\v 10 येसू शबाथ-दिन कोई एक सभाघरमे बा शिक्षा देत रहए। \v 11 हुवा एक बैयर रहए,जोके अठारा बर्षसे बाके कमजोर करन बालो भुत लगो रहए । बा ढुकी हुईगई रहए,और अपन पुरो रुपसे सुध ना हुई पात रहए।