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\c 12 \v 1 जेहए समयमे जब हजारौकि भिण जम्मा भव , यित्तो तक्की एक दुसरेके चिबदान लागे , बा पहिले अपन चेलानसे कहन लागे, “ तुम फरिसीको खमिरसे होशियार बैठौ । बा खमिर बिनको कपट आचरण हए ।