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\v 39 पर प्रभु उनसे कही, तुम फारिसी कटोरा और गिलासके बहेर त माजत हौ, पर भितर त लुट और दुष्टतासे भरे हौ । \v 40 हे मुर्ख आदमी तुमके जौन बहेरको भाग बनाई, बेहे फितरको फिर बनाई हए कि ना ? \v 41 पर भितरको दान स्वरुप देबौ ,और तुमर ताहि सब चिज शुद्ध हुई जए हए ।