thr_luk_text_reg/11/14.txt

1 line
440 B
Plaintext

\v 14 बा एक भुत निकारत रहए,जो गुगो रहए,भुतात्मा निकरो तव बा गुगो आदमि मसकन लगो, जा देखकेआदमी अचम्मो मानगए । \v 15 पर बे मैसे कोई त ,कहो, " भुतको मालिक बालजिबुल से भुतके निकारत हए ।"