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\v 39 तव बा बिनसे एक कहानी फिर कही: “ का अन्धार अन्धारके डोरियलेहए ? का बे दुने गड्डामे नपणंगे ? \v 40 चेला आपन गुरुसेबणकर ना होत हए, पर पुरो सिक्के बा आपने गुरुजैसो होबैगो।