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\v 28 जा बात सुनके सभाघरमे भए सब जनी दिक्कके मरे चूर हुइगए। \v 29 बे उठे और बाके सहेरसे बाहिर निकरके जौन पहाडमे बिनको सहेर बनोरहए, बाहेकी चुटियामे लैजएके बाके तरे ढकेलन सोँची। \v 30 पर बा बिनके बीचसे निकरके चलोगव ।