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\v 18 "परमप्रभुक आत्मा मिरउपर हए, कहेकी गरीबके सुसमाचार सुनानतही बा मोके अभिषेक करिहए । कैदीनके छुटकाराको घोषणा करन, और अन्धारनके दृष्टि देन, अन्यायमे परेभएनके स्वतन्त्र करन ताहिँ, \v 19 और परमप्रभुक खुशिको वर्ष घोषणा करन ताहिँ बा मोके पठाईहए ।”