\v 30 कहेकी मीर आँखी तुम्हरो उध्दार देखिहए| \v 31 जो तुम सबै आदमीके अग्गु तयार करेहौ। \v 32 तुमर जन इस्राएलीक और अन्यजातिके ताहि प्रकाश देन बारि ज्योति हए ।"