\v 24 यूहन्नासे पठाएभए चेला चले जानके पिछु बे यूहन्नाके बारेमे भीणसे कहन लागो , “तुम उजाड- स्थानमे का देखेन गए ? का हबासे हलाएरहो निगालीके ? \v 25 तव तुम का देखन निकरे ? का अच्छो लत्ता लगवभव आदमीके देखन ? देखै चमकन बारो लत्ता पैधन बारो और सुख बिलासमे बैठन बारे त राजदरबारमें होत हए । \v 26 तव तुम का देखन निकरे ? का अगमवक्ताके ? हाँ ,मै कहत हंओ, तुम अगमवक्तासे फिर माहान हियँ हए ।